(Meri Vasna Bhari Najro Ke Jal Mein Fasi Bhabhi)
नवरात्री के दिन थे, एक शनिवार के दिन में दांडिया खेलने के _लिए गया हुआ था, वह एक बहोत आमिर और पोश एरिया का लोन था. दांडिया खेलते खेलते एक घंटा हुआ था और मुझे एक आंटी नजर आ गयी थी. वह बहोत ही कयामत सी सुंदर दिख रही थी और में उसकी खूबसूरती मेरे...