काल गर्ल को घर बुलाकर चोदा

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अब हम धीरे – धीरे कपल्स की तरह पार्टी टाइप डांस करते रहे. तभी गाना चेंज हुआ, अब दूसरा गाना था “मुस्कुराने की वजह तुम हो”. जैसे ही गाना शुरू हुआ मैंने उसे अपनी तरफ खींच कर गले से लगा लिया और अब हमारी सांसें टकराने लगी. जब तक मुस्कुराने की वजह गाना चलता रहा तब तक मैं उसकी बॉडी को कपड़ों के बाहर से ही जगह – जगह टच करता रहा…

नमस्कार दोस्तों, आज मैं आपको अपनी कहानी बताने जा रहा हूं जो एक सच्ची घटना है. आज मैंने पूजा को बुलाया है. पूजा एक कॉल गर्ल है. तभी मेरे दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी. मैंने गेट खोला तो देखा सामने पूजा लहंगे में खड़ी थी. मैंने उसे अंदर बुलाया और वह अंदर आ गयी. उसके अंदर आते ही मैंने गेट बंद कर लिया.

मैंने पहले से ही 8-10 रोमांटिक गानों की लिस्ट बना रखी है. उसके आते ही मैंने वो गाने अपने मोबाइल पर चालू कर दिया. पहला गाना था, “खाली सलाम दुआ, मुलाकात में” गाने के चलते ही मैंने उसकी तरफ डांस के लिए हाथ बढ़ाया. उसने अपना नाज़ुक हाथ मेरे हाथ में दे दिया. मैंने भी उसका हाथ कुछ यूँ थामा मानो अब उम्र भर न छूटने वाला हो.

अब हम धीरे – धीरे कपल्स की तरह पार्टी टाइप डांस करते रहे. तभी गाना चेंज हुआ, अब दूसरा गाना था “मुस्कुराने की वजह तुम हो”. जैसे ही गाना शुरू हुआ मैंने उसे अपनी तरफ खींच कर गले से लगा लिया और अब हमारी सांसें टकराने लगी. जब तक मुस्कुराने की वजह गाना चलता रहा तब तक मैं उसकी बॉडी को कपड़ों के बाहर से ही जगह – जगह टच करता रहा.

तभी दूसरा गाना चला, “ज़रा ज़रा बहकता है, आज तो मेरा तन बदन. मैं प्यासी हूं, मुझे भरले अपनी बाहों में” अब वाकई पूजा कुछ – कुछ मदहोश सी होने लगी थी, शायद थोड़ी गरम हो चुकी थी. तभी “सर्दी की रातों में हम सोए रहे एक चादर में, हम दोनों तन्हा हो, न कोई भी रहे इस घर में, ज़रा ज़रा …” और इस दौरान मैंने उसके लहंगे का नाड़ा खींच दिया और ब्लाउज के पीछे से हुक खोल दिए.

अब फिर मैंने उसे पलंग पर धक्का देकर गिरा दिया. इधर अरजीत सिंह की आवाज में नया वाला गाना चल रहा “आज फिर तुमपे प्यार आया है.” अब मैंने उसे गर्म करने के लिए चूमना शुरू किया. पहले मैंने उसके माथे पर चूमा. ये पूजा के लिए मेरा दुलार था. फिर उसकी दोनों आंखों को, ये मेरा प्यार था. फिर उसके दोनों गालों को, ये मेरा इज़हार था. मैंने जानबूझ कर उसके होंठों को छोड़ दिया और उसकी ठुड्डी को चूमा, फिर गले पर, दोनों कंधो पर, सीने पर, उसके दोनों बूब्स के बीच में और फिर उसके बूब्स के नीचे, उसके पेट पर और उसके नाभि पर चूमा.

जब मैं उसकी नाभि को चूम रहा था तो मैंने उसकी नाभि में अपनी जीभ डाल दी थी. जिससे पूजा गरम हो गई थी. अब वह ब्रा और पेंटी में थी. तभी गाना “बेहद और बेशुमार आया है, आज फिर तुमपे प्यार आया है” के साथ आगे बढ़ा और मैं उसकी नाभि के बाद पैंटी से ऊपर वाले भाग को चूमा. फिर पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर चूमा, फिर उसकी दोनों जाँघो को, पैरों को चूमा.

फिर मैंने उसे पलट दिया. अब बह पेट के बल थी. मतलब अब उसके बूब्स और चूत नीचे थे और उसकी पीठ या गांड़ ऊपर थी. मैं उसकी गांड़ पर बैठ गया और फिर उसकी ब्रा के हुक को खोल दिया. अब मैंने उसकी गर्दन को चूमा और पूरी पीठ पर चुम्मनों की बौछार कर दी. अब मैं उसकी जाँघों पर बैठ गया और उसकी पैंटी को नीचे खिसकाने लगा. जैसे – जैसे उसकी पैंटी नीचे सरक रही थी वैसे – वैसे मेरा लन्ड ऊपर होता जा रहा था.

अब बह बिना कपड़ों के हो गई थी, लेकिन मैंने अब तक अपने कपड़े नहीं उतारे थे. फिर मैंने दो किस उसके दोनों हिप्स पर किए और उसे पलट दिया. वह अपने बूब्स पर हाथ रखे हुए थी और हाथों से उन्हें छुपाने की कोशिश कर रही थी. मैंने उसके दोनों हाथों को उठा कर उसके सिर के पीछे कर दिया.

इतने में गाना चेंज हो गया, “भीगे होंठ तेरे” मैंने जान बूझकर होंठो पर पहले किस नहीं किया था, क्योंकि लड़कियां जब तक गरम नहीं होती तब तक किस में उतने अच्छे से साथ नहीं देती हैं. अब पूजा बिल्कुल गरम थी और जैसे ही गाना चला “भीगे होंठ तेरे” मैंने उसके होंठों की तरफ देखा और फिर उसकी आँखों को. उसकी आँखें मेरी आँखों पर टिकी थी.

फिर उसके होंठों पर हंसी आ गयी, उसने मेरा सिर पकड़ कर किस करने के लिए अपनी तरफ खींचा यह गाना जब तक गाना चला तब तक किस चलता रहा. जैसा कि मैंने बताया कि वह गरम हो चुकी थी तो वह किस करने में पूरा साथ दे रही थी, और बिना शरमाये पूरा मज़ा ले रही थी.

दरअसल ये गाने इसलिए चेंज हो रहे थे, क्योंकि इन गानों को मैंने मूड के हिसाब से सेट किया था. तभी गाना चेंज होकर “कितनी बेचैन होके मैं तुमसे मिली, तुमको क्या थी खबर थी मैं कितनी अकेली, हां हां” बजने लगा. मैंने कुछ फीमेल गाने भी डाले थे, ताकि वह उत्तेजित हो जाए और मेरी आज की रात को रंगीन बना दे.

अब बारी थी मेरे पसंदीदा चीज़ उसके बूब्स की. मैं उसके होंठों को छोड़ कर उसकी जांघ पर बैठ गया और उसके बूब्स को निहारने लगा. उसने शर्म के मारे केवल अपनी गर्दन घुमा ली. फिर मैंने उसके बूब्स के आधार के चारों तरफ गोल – गोल करके उंगली फिराई. अब उसकी साँसे तेज़ होने लगी थी. फिर मैंने धीरे – धीरे उसके थनों को अपनी मुठ्ठी में लिया और उन कोमल, नाज़ुक गर्म गोलों को जी भर कर दबाया.

अब मुझे उसके बूब्स चूसने थे. तो मैंने एक – एक करके उसके दोनों बूब्स को इस तरह चूसा जैसे बच्चा माँ का दूध पीता है. अब तो वह आह आह करने लगी थी. उसके दोनों हाथ मेरी गर्दन के पीछे थे और वह मेरे सिर को अपने सीने की तरफ खींच रही थी. और तभी “कितना बेचैन होके मैं तुमसे मिला, तुमको क्या थी खबर, था मैं कितना अकेला, हाँ हाँ,” बजने लगा.

अब पूजा जोश में थी. उसने मेरे पूरे कपड़े उतार दिए और हमने 69 की पोज़िशन बनाई. मैं उसकी चूत चाट रहा था और वह मेरा लन्ड अपने मुँह से लॉलीपोप की तरह चूस रही थी. बैचेनी खत्म हुई और 2-3 मिनट में हम दोनों झड़ गये.

“मोहब्बत बरसा देना तू सावन आया है” बजने लगा और मैंने उसको कंडोम का पैक उसने अपने मुँह से कंडोम का पैकेट खोला और मेरे लन्ड पर बड़े प्यार से चढ़ा दिया. इतना फॉर प्ले करने के बाद मैं थोड़ा थक सा गया था. इसलिए मैंने उसे ऊपर आने को कहा. वह मेरी जांघों पर बैठ गयी और उसने मेरे लन्ड को पकड़ कर अपनी चूत में दबाना शुरू कर दिया.

अभी लन्ड चूत में थोड़ा सा ही गया था कि वह मेरे लन्ड पर अचानक से बैठ ही गयी और एक दम से आधे से भी ज़्यादा लन्ड उसकी चूत में चला गया. मेरी तो जान ही निकल गयी थी. लेकिन वह तो नहीं चिल्लाई. चूँकि अब तक मेरी सील नहीं टूटी थी, तो ज्यादा ऊपर नीचे करने से शुरू में थोड़ा दर्द होता है, ठीक वैसा ही जैसा कि लड़कियों को होता है.

तभी “मेरी पहली मोहब्बत है, मेरी पहली ये चाहत है, मेरी इतनी सी हसरत है गले लग जा ना जा” बजने लगा. वो मेरा लन्ड अपनी चूत में डाले हुए मेरे गले लग गयी. उसके खुले बूब्स मेरे निप्पल से मिल रहे थे और गले लगते ही उसने अपनी गांड हिलाकर ऊपर नीचे होना शुरू कर दिया.

मैंने अपने दोनों हाथ उसके हिप्स पर रख दिए. आज पूजा मुझे चोद रही थी, मज़ा आ रहा था. जबरदस्त चुदाई के बाद जब हम दोनों झड़ गये तो हमने एक दूसरे को थैंक्स कहा और फिर से लंबा सा चुंबन किया. मैंने फिरसे उसके स्तनों का दुग्धपान किया और उसकी ज़ुल्फों को सँवारा. और उसे 1-2 शायरी सुनाई.

अभी भी हम दोनों नंगे ही थे, उनसे मेरा सिर अपनी नंगी गोद में रख लिया और मेरे सिर पर हाथ फेरने लगी यानी प्रेमिका की तरह दुलार करने लगी. मैं भी उसके बूब्स से खेल रहा था और वह मेरे लन्ड से, गोटियों से खेलने लगी.

आपको मेरी कहानी कैसी लगी ये मेल करके ज़रूर बताना, ताकि मैं और लिख सकूँ, और साथ ही साथ बूब्स किए लिए कोई अच्छा सा नाम भी बताना प्लीज़. थन और दूध से ज़्यादा अच्छा तो बूब्स ही लगता है.
 
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