ठंड भारी रात में उसको चोद कर माँ बनाया

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फिर मैंने उसके टॉप में हाथ डाल दिया और उसकी मस्त मुलायम बड़ी – बड़ी चूंचियों को पकड़ लिया. अब उसने अपना स्वेटर और टॉप उतार दिया. उसकी नंगी चूचियाँ बड़ी ही मस्त थी. फिर मैं उसके निप्पल को मुँह में भर के चूसने लगा और एक हाथ उसके लोअर में डाल दिया…

हेलो दोस्तों! मेरा नाम संदीप है. आज मैं आप सब के सामने पहली बार अपनी एक कहानी ले कर हाजिर हो रहा हूँ. अगर लिखने में कुछ गलती हो जाए तो कृपा करके मुझे माफ़ कर दीजिएगा.

अपनी कहानी शुरू करने से पहले मैं आप लोगों को अपने बारे में थोड़ा बता देना चाहता हूँ. मेरी उम्र 24 साल है और मेरी लंबाई 5 फुट 10 इंच है. मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ. अभी कुछ दिन पहले से ही मैं पंजाब में नौकरी करने लगा हूं और अब केवल छुट्टियों में ही अपने घर जाता हूँ.

अब आप लोगों का ज्यादा समय न लेते हुए मैं सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ. ये घटना मेरे साथ 4 महीने पहले घटी थी जब मैं अपने घर पर ही था. तब मैं बेकरी का काम सीखने एक बेकरी पर जाया करता था. वहाँ पर एक लड़की थी, जिसका नाम पूनम था. वो शादीशुदा थी और उसकी उम्र 28 साल के करीब रही होगी. वहां पर वह भी बेकरी का काम सीखने आया करती थी. वह दिखने में बहुत सुन्दर थी और उसका जिस्म भी बहुत टाइट था. उसकी गांड काफी बड़ी थी उसकी और चूचियाँ भी बहुत बड़ी और कड़ी थी.

दोस्तों, मैं बहुत ही शर्मीले किस्म का लड़का हूँ. मैं पूनम को बहुत पसंद करता था लेकिन बहुत कोशिश करने पर भी मेरी हिम्मत उससे बात करने की नहीं होती थी.

तभी एक दिन मेरी किस्मत ने पलटी मारी. उस दिन पूनम ने मुझसे मेरा नाम पूछा और फिर हमारे बीच कुछ इधर – उधर की बातें हुई. फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या मैं व्हाट्सएप यूज़ करता हूँ. तो मैंने हां में जवाब दिया.

फिर उसने मुझे अपना नम्बर बताया और कहा कि अपने नंबर से मुझे मैसेज कर दो. इस तरह धीरे – धीरे हमारे बीच बातचीत होने लगी. एक दिन मेरी किस्मत चमक गई. जब एक रात उसने मुझसे कहा कि वो मुझे पसंद करती है. जवाब में मैंने भी उससे कहा कि मैं भी उसे पसंद करता हूँ. इस तरह हमारी सेटिंग हो गई.

अब हमारे बीच अक्सर व्हाट्सएप और फोन पर बातें होने लगी. फिर एक दिन मैंने उसे मिलने के लिए कहा तो उसने जवाब दिया कि कल सेंटर में मिलते हैं लेकिन मुझसे रहा नहीं जा रहा था. इसलिए मैंने पूनम से कहा कि कल सुबह 5 बजे मिलते हैं. चूँकि दिसंबर का महीना था, इसलिए कम लोग ही टहलने जाते थे यह सोच कर वह राजी हो गई.

फिर हमने जगह निश्चित की जो उसके घर से थोड़ी ही दूर पर थी. उसके बारे में सोच कर मैं पूरी रात जागता रहा. फिर मैं सुबह बिस्तर से उठ कर मुँह – हाथ धोया और फिर घर से निकल गया. ठंड की वजह से बाहर बहुत कोहरा था और सुबह अंधेरा भी होने के कारण 2 मीटर तक भी आगे नहीं दिख रहा था.

कुछ देर चलने के बाद मैं पूनम के बताये गए जगह पर पहुंच गया और वहां पहुंच कर उसको फोन किया. उसने कहा कि वो बस 5 मिनट में आ रही है. कुछ देर बाद एक साया मुझे मेरी तरफ आता दिखाई दिया. उस साये के मेरे पास आने पर देखा तो वो पूनम ही थी.

उसके आते ही मैंने उसे गले से लगया और फिर उसके होंठ चूम लिये. इसके बाद जब मैंने उसे छोड़ा तो उसने मुझसे पूछा – इस वक़्त हम जायँगे कहां?

मैंने जवाब में उसका हाथ पकड़ा और कहा – देखते हैं.

फिर हम एक – दूसरे का हाथ पकड़े हुए साथ – साथ चलने लगे. कुछ देर चलने के बाद मुझे एक घर दिखाई दिया जो अभी आधा ही बना था. मैं पूनम को ले कर उसी घर में घुस गया.

जब हम अंदर गए तो वहां पर मुझे एक खटिया बिछी हुई दिखाई दी. मैंने उसे उस खटिया पर बैठा दिया और फिर उसकी चूचियाँ मसलने लगा. जिस पर वो बोली – थोड़ा आराम से दबाओ इन्हें और फिर वह मेरे होंठ चूमने लगी. अब मैं भी उसके सर को पकड़ लिया और उसके होंठ चूसने लगा.

फिर मैंने उसके टॉप में हाथ डाल दिया और उसकी मस्त मुलायम बड़ी – बड़ी चूंचियों को पकड़ लिया. अब उसने अपना स्वेटर और टॉप उतार दिया. उसकी नंगी चूचियाँ बड़ी ही मस्त थी. फिर मैं उसके निप्पल को मुँह में भर के चूसने लगा और एक हाथ उसके लोअर में डाल दिया.

जैसे ही मेरे हाथ ने उसकी चूत को छुआ वैसे ही वो चिहुंक उठी. मैंने उसकी चूत पर जब हाथ फेरा तो देखा कि उसकी चूत पनिया रही थी. फिर मैंने उसको खटिया पर लिटा दिया और अपने सारे कपड़े खोल कर उसके ऊपर लेट गया.

मैं इतने जोश में था कि उसकी पैंटी और लोअर को पकड़ कर एक साथ नीचे खींच के उतार दिया. फिर मैं उसके सारे बदन को चूमने और चाटने लगा. अब पूनम ने भी अपना एक हाथ नीचे ले जाकर मेरे लण्ड को पकड़ लिया. मेरा लन्ड पहले से ही कड़क होकर पहले ही 8 इंच का हो गया था.

अब वो मेरे लण्ड को पकड़ कर आगे – पीछे करनेे लगी और मैं उसकी चूत में ऊँगली डाल कर अंदर – बाहर करने लगा. फिर मैंने उसे 69 की पोजीशन में आने को कहा तो वो झट से मेरे ऊपर कूद पड़ी और मेरे लण्ड को मुँह में भर के लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी. अब मैंने भी अपनी जीभ उसकी चूत में सटा दी और उसकी चूत को चूसना शुरू कर दिया. क्या मस्त स्वाद था उसकी चूत का!

अब मैं अपनी जीभ से लगातार उसकी चूत को चोदने लगा था और वो भी मेरे लण्ड पर थूक लगा – लगा के लन्ड को मस्ती से चूस रही थी. अब उसके मुँह से सिसकियाँ निकल रही थी और वह मेरा सर अपनी चूत में दबाती जा रही थी.

मुझे भी उससे अपना लन्ड चूसवा के बहुत मजा आ रहा था. कुछ देर बाद उसने कहा – अब सहन नहीं हो रहा है. अब मत तड़पाओ बस डाल दो अंदर.

मैं झट से उसके ऊपर चढ़ गया और उसकी टांगे को उठा कर अपने कंधो पर रख लिया. इसके बाद मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर लगाया और अपने होंठ को उसके होंठ पर रख दिया और उसकी कमर को पकड़ कर जोर के एक झटके के साथ पूरा लण्ड उसकी चूत में उतार दिया.

झटके की वजह से वो एक दम से कराह उठी. फिर मैंने लन्ड को बाहर निकला और एक बार फिर से उसकी चूत में पेल दिया. अब धीरे – धीरे मैं अपना लण्ड उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा था. ऐसा करने में मुझे बहुत मजा आ रहा था और शायद उसे भी, क्योंकि वो भी अपनी टांगों को मेरी कमर पर लपेट कर और सिसकारियां ले ले कर चुदवा रही थी.

कुछ देर बाद मैंने अपनी रफ्तार बढ़ा दी और उसकी चूत में जोर – जोर से लण्ड पेलने लगा. अब वो भी अपनी गांड को उचका – उचका के लण्ड अंदर ले रही थी. उसकी चूत ने पूरी तरह से मेरे लण्ड को जकड़ रखा था. करीब 10 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद उसने कहा – मेरा पानी निकलने वाला है और तेज़ चोदो.

जिससे मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी और दनादन चुदाई करने लगा. फिर कुछ लंबे – लंबे झटके देने के बाद मैंने उसकी चूत में ही पानी निकाल दिया और मेरे साथ ही में वो भी झड़ गई. फिर हम उठे और अपने – अपने कपड़ों को पहना और एक – दूसरे को चूमा और फिर अपने घर वापस चले गए.

रात को पूनम ने फोन करके मुझे बताया कि उसको उसके पति से बच्चा नहीं हो पा रहा था इसलिए उसने मेरे साथ दोस्ती की थी.

फिर कुछ महीनों बाद उसने मुझे बताया कि मेरी वजह से आज वो प्रेग्नेंट है और अब वह बहुत खुश है. बाद में उसने मुझे एक और औरत से मिलवाया. उस औरत को भी कोई बच्चा नहीं था. लेकिन वो कहानी फिर कभी.

दोस्तों ये मेरी पहली कहानी थी. आप सब लोगों को कैसी लगी? कृपया मेल कर के मुझे जरूर बताएं. मेरी ईमेल आईडी
 
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