पैसे देकर मैंने उसको चोदा भाग – 1

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मैंने दरवाजे की दरार से अंदर झांका तो पाया कि वो ब्लैक स्कर्ट और पिंक टी शर्ट पहन कर बिस्तर पर लेटी है और मोबाइल पर ब्लू फिल्म देख रही है. फ़िल्म देखते हुए वो काफी उत्तेजित हो चुकी है और अपनी चूत को मसल रही है. मैं कुछ देर तक उसे देखता रहा…

हेलो दोस्तों! आज की कहानी में आप लोगों को बहुत मजा आने वाला है. मेरा नाम प्रिंस है और मेरी ये कहानी बनारस की है. इस कहानी में मैंने मेरे पड़ोस में रहने वाली लड़की शालू की चुदाई की है. उसकी उम्र 18 है उसका फिगर 32-28-33 का है. उसका ये फिगर किसी का भी लन्ड खड़ा करने के लिए पर्याप्त है.

शालू की फैमिली में कुल तीन लोग हैं. वे लोग काफी गरीब हैं. उसकी माँ दूसरे लोगों के घर का काम करती है और उसके पिता घर से दूर दिल्ली में एक फैक्टरी में काम करते हैं. शालू के बराबर वाला घर मेरा है. मेरे घर में चार लोग हैं. मेरे पापा का लखनऊ में बिजनेस है और मेरी माँ बैंक में काम करती है. मेरी एक बड़ी दादी भी हैं.

शालू 12वीं पास कर चुकी थी और घर में पैसे के तंगी की वजह से उसकी पढ़ाई बन्द हो गई. मैं और शालू रोज छत पर आ कर बात किया करते थे. चूँकि शालू के पास कोई मोबाइल नहीं था इसलिए वो छत पर आ कर अक्सर मेरे मोबाइल पर गाने सुना करती थी. एम बार शालू ने अपनी माँ से कहा – मां, मुझे एक मोबाइल लेना है.

लेकिन उसकी माँ ने पैसे न होने की बात कह कर मना कर दिया. लेकिन शालू को तो अब मोबाइल खरीदना ही था. इसलिए उसने एक दिन मुझसे कहा – प्रिंस, मुझे कुछ पैसे चाहिए. क्या तुम मुझे कुछ पैसे दे सकते हो?

घर पर मेरे पास हमेशा काफी रुपए होते थे. इसलिए मैंने उससे कहा – तुम्हें कितने रूपए चाहिए?

उसने कहा – मुझे 5000 रुपए दे दो बस.

अब मैं थोड़ा चौंका और उससे कहा – तू इतने पैसे का क्या करेगी?

उसने कहा – मुझे जरूरत है.

इसके अलावा शालू ने मुझसे कुछ नहीं बताया. तो मैं नीचे गया और पैसे लेकर छत पर आ गया और उसे पैसे दे दिया. पैसे देते हूए मैंने शालू से कहा – शालू, मुझे पैसे कब वापस करेगी?

उसने कहा – मैं दो सप्ताह बाद वापस कर दूंगी.

फिर हम दोनों नीचे चले गए. शालू ने उस पैसे से एक मोबाइल खरीद लिया था. शालू को पैसे दिए हुए एक महीना हो चुका था और अब मोबाइल ले लेने की वजह से शालू ऊपर भी नहीं आ रही जिससे मेरी शालू से बात भी नहीं हो रही थी.

एक दिन शालू की माँ काम पर गई हुई थी और शालू घर पर अकेली थी. मेरी माँ भी दीदी को लेकर 5 दिन के लिए नानी के घर गई हुई थी. उस दिन मैं अपनी छत को फांद कर उसके घर पहुंच गया. जब मैं शालू रूम के बाहर पहुंचा तो रूम के अंदर से मुझे अजीब – अजीब सी आवाजें सुनाई दीं.

मैंने दरवाजे की दरार से अंदर झांका तो पाया कि वो ब्लैक स्कर्ट और पिंक टी शर्ट पहन कर बिस्तर पर लेटी है और मोबाइल पर ब्लू फिल्म देख रही है. फ़िल्म देखते हुए वो काफी उत्तेजित हो चुकी है और अपनी चूत को मसल रही है. मैं कुछ देर तक उसे देखता रहा.

शालू बहुत जोश में थी और उसके हाथ तेजी से उसकी चूत पर चल रहे थे. तभी अचानक मैंने मौके पर ही उसका गेट खोल दिया और अन्दर चला गया. मुझे देखते ही शालू घबरा कर उठ गई. मैंने उससे कहा – मैं पैसे लेने आया हूं.

शालू ने कहा – अभी तो मेरे पास पैसे नहीं हैं.

अब क्या था, मौके का फायदा उठाते हुए मैंने कहा – कोई बात नहीं, मैं तुमसे कोई पैसे नहीं लूंगा लेकिन तुम मुझसे एक बार अपनी चुदाई करवा लो.

शालू तो पहले से ही जोश में थी. मेरे ऐसा कहने पर उसने सोचा कि एक दिन की चुदाई में पैसे भी माफ़ हो जाएगा और मजा भी आएगा. यह सोचते ही शालू ने हाँ कर दी. फिर क्या था, मैं शालू को किस करने लगा और उसके बूब्स दबाने लगा. वो भी मेरा भरपूर साथ देने लगी. मेरे ऐसा करने से वो मस्त हो गई और उसके मुंह से सिसकने की आवाज निकलने लगी. वो “आहह आहह ऊँहह ऊँहह” करती रही. करीब दस मिनट तक उसे किस करने के बाद शालू ने मेरा पेंट उतार दिया और मैंने भी उसकी स्कर्ट और टी शर्ट फेंकी.

फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ कर लेट गए. अब वो मेरा लंड चूस रही थी और मैं उसकी चूत को चाट रहा था. करीब दस मिनट बाद मैं उसके मुंह में लंड डाल कर धक्का लगाने लगा. फिर मैंने अपनी रफ्तार तेज की और लंड उसकी हलक तक डाल दिया. उसकी चीख निकलने को हो रही थी वह दब गई और अब साँस लेने में परेशानी होने लगी.

शालू ने तड़पने लगी और उसने तड़प कर लंड बाहर निकाल दिया. फिर मैंने उसे घुमाया और उसकी गांड को थोड़ा ऊपर किया और उसकी चूत पर लंड रगड़ने लगा. जिससे वो सिसक रही थी. अब शालू से बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो उसने तड़पते हुए मुझसे कहा – अब और मत तड़पाओ. बस अब चुदाई कर दो मेरी.

तभी मैंने उसकी चूत में एक धक्का मार दिया लेकिन मेरा लन्ड फिसल गया. यह उसकी पहली चुदाई थी लेकिन शालू लन्ड लेने के लिए बहुत उत्साहित थी. लन्ड फिसलने के बाद वो अपनी चूत उठा कर लन्ड लेने का प्रयास करने लगी. फिर मैंने लन्ड को उसकी चूत पर ठीक से सेट करके दूसरा धक्का मारा और लंड उसकी चूत को फाड़ता हुए उसके अन्दर चला गया.

दर्द की वजह से वो चीखने लगी और फिर बोली – रूको प्रिंस, थोड़ा आराम से करो न दर्द हो रहा है.

अब तक मेरा लंड 4 इंच अन्दर घुस चुका था. फिर मैंने एक और जबरदस्त धक्का मारा. जिससे उसकी चूत से खून निकलने लगा और वो चीख कर बोली – आहह प्रिंस, प्लीज धीरे – धीरे धक्का मारो न.

लेकिन तभी मैंने अपना पूरा लंड बाहर निकाल कर दोबारा तेजी से एक धक्का मारा और पूरा लंड उसकी चूत के अन्दर कर दिया. इस झटके की वजह से वो चीखने लगी. लेकिन मैं नहीं रुका और फिर मैंने झटके तेज कर दिये. उसकी चूत से लगातार खून निकल रहा था और मैं शॉट के बाद शॉट मारता रहा.

अब शालू को भी मज़ा आने लगा था तो वह आहें लेते हुए बोली – आह आह, और तेज करो और तेज. बहुत मजा आ रहा है आह.

इसके बाद हमने करीब आधे घंटे तक चुदाई की और फिर मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. फिर मैं वहीं उसके बेड पर ही उसके साथ ही लेट गया. कुछ देर बाद जब मेरा लन्ड दोबारा खड़ा हो गया तो मैंने उसकी गांड पर थूक लगाया और लंड को उसकी गांड पर रखा और एक जोरदार झटका मारा.

मेरे इस झटके की वजह से उसकी चीख निकल पड़ी. इसके बाद मैंने एक और धक्का मारा जिसके कारण उसकी आह निकल गई और वो चिल्लाने लगी. उसे बहुत दर्द हो रहा था. फिर मैंने पास में ही रखी प्लास्टिक की स्टिक उठाई और उसकी गांड पर मारना शुरू कर दिया और उससे बोला – अपना मुंह बन्द कर चुदक्कड़ रंडी.

अब मैं उसकी गांड की चुदाई करते हुए उस स्टिक से उसकी गांड पर मारता रहा. जिससे उसकी आँख से आँसू निकल रहे थे. उसकी गांड पर स्टिक के निशान बन गए थे और उसकी गांड लाल हो गई थी. फिर मैं उसकी गांड में ही आपना वीर्य भर दिया और फिर मैं शांत हो गया. शालू वहीं पड़ी रही और मैं अपने कपड़े पहन कर अपने घर चला आया.
 
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