पड़ोस वाली शादीशुदा डॉक्टर की जोरदार चुदाई

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फिर मैंने अपना एक हाथ उसके जांघ पर रख दिया और सहलाने लागा. वो बोली कि इतनी जल्दी भी क्या है. खैर कुछ ही देर में हम उसके घर पहुँच गय थे. वो मुझे बेडरूम में ले गई. बेडरूम में जाते ही मैंने उसे पकड़ लिया और दीवार से सटा कर उसके होंठों और गले को किस करने लगा…

हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम आकाश है और मैं रायपुर का रहने वाला हूं. अभी मेरी उम्र 22 साल की है. दोस्तों मेरे घर के पास एक हास्पिटल है. वहां एक डाक्टर आशा रहती थी. वो दिखने में एक दम सेक्सी है. उसके बड़े – बड़े मम्मे और एकदम से गोरे फ़िट शरीर को देख कर कोई भी मर मिट सकता है. वो अभी 27 साल की है और उसकी शादी अभी 9 महीने पहले ही हुई है.

उसका पति का नाम डा. योगेश है और उसकी उम्र 36 साल है. लेकिन वो दिखने में अधिक उम्र के लगते हैं. वहीं हास्पिटल के साइड में ही उनका घर है. मैं मॉर्निंग वाक पर हर सुबह 5:30 बजे उधर से ही जाता हूं और करीब 7 बजे के करीब वापस घर आता हूं. एक दिन डा. आशा अपनी बालकानी में खड़ी थीं. मैंने उन्हें देखा और गुड मॉर्निंग विश किया. तो उसने भी मुझे विश किया.

ये तो मेरा रोज का काम था. लेकिन कुछ ही दिनों बाद वो मुझे एक तरफ़ा नजरों से देखने लगी. लेकिन मैंने उस पर उतना गौर नहीं किया, क्योंकि मेरी एक गर्ल फ़्रेन्ड है. अब तो वो मुझे घूर – घूर कर देखने लगी.

हास्पिटल के पास से अब मैं जब भी गुजरता और वो दिखाई देती तो मैं उसे देख कर स्माइल जरूर करता. ऐसे ही लगभग 2 हफ़्तों तक चलता रहा. फिर एक दिन जब मैं उसके रास्ते से जा रहा था उस समय वो अपने बालकनी में खड़ी थी तो मैंने उसे दिखाकर अपना मोबाइल नम्बर एक कागज पर लिख कर उसके कार के पास फेंक दिया और उसे एक इशारा कर दिया. जिसे देख कर उसने मुझे एक प्यारा सा स्माइल दिया और हां में अपना सर हिला दिया.

अब मैं घर आकर उसके फ़ोन का इन्तजार करने लगा. करीब 6:30 पर मुझे उसका कॉल आया. मैंने कॉल रिसीव किया और हेल्लो बोला उसने भी हेल्लो किया. फिर मैंने देर न करते हुए उसे आई लव यू बोल कर प्रापोज किया. जवाब में उसने भी मुझे आई लव यू टू बोल कर मेरा प्रपोजल स्वीकार कर लिया. अब मैं उससे फोन पर घंटों बात करने लगा.

फिर एक दिन शाम को मैं उसके केबिन में पहुँच गया. वो मुझे देख कर शर्मा गई. वहां पहुंच कर मैं उसके सामने रखी कुर्सी पर बैठ गया. जिससे वो उठी और रूम की तरफ़ चली गई. उसके पीछे – पीछे मैं भी रूम में चला गया. वो एक खाली रूम था. आशा अंदर दीवार की तरफ मुँह करके खड़ी थी. मैंने पीछे से जाकर उसे पकड़ लिया, जिससे उसके मुँह से आह निकल गई.

फिर मैंने उसे सीधा किया और उसके होंठ पर अपना होंठ रख दिया और लिप किस करने लागा. करीब 10 तक मैं उसके होंठों को चूसता और काटता रहा. फिर मैंने उसके हिप्स पर अपना हाथ रख दिया और जोर – जोर से दबाने लगा. आह क्या भरा – भरा हिप्स था उसका! तभी उसने मुझे रोका और रात को 9 बजे अपने बहन के घर आने को बोला. क्योंकि उसकी बहन का घर खाली था.

फिर मैं वापस घर आ गया. रात को 7:30 बजे उसका कॉल आया. आशा ने कहा – थोड़ा आगे निकल कर मुझसे मिलो, मैं गाड़ी लेकर आ रही हूँ.

मैं घर पर दोस्त के यहां जाने को बोल कर निकल गया. आगे जाकर मैं रोड के पास खड़ा हो गया. थोड़ी देर बाद आशा कार लेकर आ गई. मैं झट से कार में बैठ गया. कार में जब मैंने उसे देखा तो दंग रह गया. उसने रेड कलर की साड़ी पहनी थी. उसके बदन से मस्त खुशबू आ रही थी. मैंने उसे देख कर आंख मारी तो वो शर्मा गई.

फिर मैंने अपना एक हाथ उसके जांघ पर रख दिया और सहलाने लागा. वो बोली कि इतनी जल्दी भी क्या है. खैर कुछ ही देर में हम उसके घर पहुँच गय थे. वो मुझे बेडरूम में ले गई. बेडरूम में जाते ही मैंने उसे पकड़ लिया और दीवार से सटा कर उसके होंठों और गले को किस करने लगा.

अब मैंने उसके सन्तरे पर अपना हाथ रख दिया और साड़ी के ऊपर से ही दोनों मम्मे दबाने लगा और उसके गाल पर दांतों से हल्के – हल्के काटने भी लगा. वो उत्तेजना में जोर – जोर से आहें भरने लगी. फिर मैंने उसकी साड़ी को उतार दिया और साथ में उसके ब्लाउज को भी. अब मैं उसकी नाभि को किस करने लगा और एक हाथ से उसकी जांघ को जोर – जोर से दबाने लगा.

कुछ देर बाद मैं नीचे आ गया और उसकी जांघ को चाटने लगा. अब मैंने अपना मुँह एक दम से उसके अन्डरविअर के ऊपर रख दिया और ऊपर से ही उसकी चूत पर किस करने लगा. वो मस्ती में आकर मेरे सर को पकड़ कर अपनी चुत पर दबाने लगी और मैं उसके बूब्स को पकड़ के दबाने लगा. तभी मैंने उसकी ब्रा के हुक को तोड़ दिया और ब्रा को निकाल के फेंक दिया. उसके गोरे मम्मों पर गुलाबी निप्पल्स तो देख कर मैं पागल हो गया.

फिर मैंने उसके एक निपल को हाथ में पकड़ कर जोर से मसल दिया, जिससे वो चिहुंक उठी. अब मैं नीचे से ऊपर आ गया और एक मम्मे को मुँह में लेकर चूसने लगा. इसी बीच मैंने अपना हाथ नीचे करके मैंने उसके अन्डर वियर को निकाल कर फेंक दिया. अब मैं फिर नीचे आया और चूत में अपनी जीभ को घुसा दिया और जीभ अन्दर बाहर करने लगा.

उसके चूत और मम्मे मुझे बहुत टाईट लग रहे थे, जैसे किसी कुवांरी के हों. जब मैंने उससे पूछा तो उसने बताया कि उनके पति के एक और पत्नी है और हमारे बीच ज्यादा कुछ नहीं होता. यह सुनकर फ़िर मैं उसके दूध को जोर – जोर से दबाने और काटने लगा और एक हाथ को उसके चूत पर जोर – जोर से रगड़ने लगा और एक अंगुली को चूत के अन्दर बाहर करने लगा. जिससे वो आहें भरने लगी.

फ़िर मैंने उसके एक हाथ को पकड़ कर अपने अन्डरविअर में डाल दिया. मेरे लन्ड को पकड़ते ही वह कांप गई. फिर मेरे इतने बड़े और मोटे लन्ड को जोर – जोर से दबाने लगी. फिर वो उसे मुँह में लेने को मचलने लगी और मुंह में लेकर चूसने लगी. करीब 10 मिनट चुसाई के बाद मैंने उसे टेबल पर लेटाया और उसके पैरों को अपने सोल्डर पर रख कर उसकी चूत पर बहुत सारा थूक लगाया और लन्ड को चूत के ऊपर दो बार रगड़ा और फिर छेद पर टिका कर एक हल्का सा धक्का लगाया. मेरे लन्ड ला सुपाड़ा अंदर चला गया. वो चिल्ला पड़ी – निकालो इसे, मैं मर जाऊँगी.

फ़िर थोड़ी देर रुक जाने के बाद मैंने दूसरा धक्का लगाया और लन्ड आधे से ज्यादा अन्दर चला गया. उसकी चूत से खून आ रहा था पर मैंने तीसरा धक्का लगा कर पूरा लन्ड अन्दर घुसा दिया और उसके मम्मे को दबा – दबा कर मैं चुदाई करने लगा.

पूरे कमरे में बस फच्च – फच्च की अवाज आ रही थी. करीब 35 मिनट की चुदाई के बाद हम झड़ गये. वो बहुत खुश थी कि मैं पहली बार इतने देर तक और बड़े लन्ड से चुदी हूं. फ़िर मैंने उसे कुतिया बना कर रात में खूब चुदाई की. उस रात को मैंने उसे 5 बार चोदा. सुबह कब हुई हमें पता ही नहीं चला.

फिर उसने मुझे चाय पिलाई और बोली कि तुम्हें मेरी एक बहन के पास कोलकाता जाना है 3 दिन के लिये वो तुम्हारा सब इंतजाम कर देगी और पैसे भी देगी. फिर उसने मुझे 1000 रुपये दिये पर मैंने उसे नहीं लिया. मैं उससे बोला कि मैं तुमसे प्यार करने लगा हूं. वो बोली – मैं भी तुमसे प्यार करने लगी हूं और तुम जब चाहे मेरे पास आ सकते हो और मुझे प्यार दे सकते हो.
 
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