मुह मे ले ले : फेसबुक या फकबुक?

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मुह मे लंड देना फोन पर

क्या आपने कभी फोन पर सेक्स किया है, कभी पूछा है अपने गर्ल फ्रेंड से मुह मे लेने को? आईये सुनाते हैं आपको अनजान हसीना से फोन पर हुई बातचीत और फोन सेक्स का अनूठा अनुभव की दास्तान। फेस्बुक का नाम तो सबने सुना होगा, मेरी प्रोफाइल उस पर बहुत ही आकर्षक है। मेरी प्रोफाइल में लगी हुई पिक्चर्स वैसे भी बहुत आकर्षक हैं और असली हैं। वैसे तो मैं एवरेज लुक का हूं पर जब मेरी पिक्स आती हैं तो बेहतरीन आती हैं। कह सकते हैं कि मैं फोटोजेनिक हूं। तो आजकल चुदासी लंड की प्यासी लड़कियां जिनको कि घर में बहुत पाबंदियों में रखा जाता है वो फेसबुक को फकबुक समझ कर उस पर आकर अपने लिये लौंडा तलाशने का काम करती हैं और अक्सर सेक्सी और हैंडसम दिखने वाले लड़कों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर पटाने की कोशिश करती हैं, ठीक वैसे ही जैसे कि लड़के करते हैं। मुझे भी आजकल बहुत लड़कियों की मेल और फ्रेंड रिक्वेस्ट मिल रही थी।

ऐसा ही एक नाम था प्रिया सेठ का। वो जौनपुर में एक अस्पताल में नर्स थी और उसने मुझे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। मैने लड़की देख के एक्सेप्ट कर लिया। वो अक्सर चैट पर आनलाइन रहती थी। और मुझसे हाय हेलो होता रह्ता था। अक्सर मैं बिजी रहता हूं काम पर आनलाइन और वो लड़की अक्सर मुझे परेशान करती थी। एक दिन मैंने उससे मजाक में ही कह दिया कि मुह मे लोगी क्या? तो वो गुस्सा हो गयी। बोली क्या लूं मुह मे? तो मैने कहा लौड़ा! इस बात पर वो और भी भड़क गयी और लगी मुझे गालियां देने। साले कमीने फोटो तो अच्छी वाली लगा रखी है और दिमाग में इतना कचरा भरा है। तुम बहुत नीच इंसान हो। मैने कहा - " जानेमन अगर सेक्स में तुम्हारा कोई इंटरेस्ट नहीं है तो फिर मुझे अनफ्रेंड कर दो।" उसने मुझे अनफ्रेंड कर दिया।

खैर ये किस्सा यहीं खत्म हो गया पर एक नया किस्सा आजकल पांच छह दिनों से चल रहा है। आशु नाम से मुझे फेसबुक से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई और मैने एक्सेप्ट कर लिया। वो कानपुर की लौंडिया है। उसने फ्रेंड बनते ही मुझे मेरे सारे पिक्चर्स पर कमेंट करने शुरु कर दिये। हाय हैंड्सम, हैलो हैंडसम। फिर एक दिन फेसबुक चैट पर मिली और कहने लगी कि मैं तुम्हारी क्वालिफिकेशन से काफी इम्प्रेस्ड् हूं मुझे भी तुम्हारि यूनिवर्सिटी से पीचडी करनी है और इसलिए मैं तुम्हें अपना फ्रेंड बनाना चाहती हूं। बातों ही बातों में उसने मेरा नम्बर ले लिया और चैट करने के दौरान ही मुझे काल किया।

आशु - हेलो! कौन बोल रहे हो। मैने अपना नाम बताया कि आजाद बोल रहा हूं। फिर उसने अपनी आपबीति सुनाई। साली की शादी तय हो गयी थी और वो फोन पर लड़के से सेक्सी सेक्सी बातें करके काफी क्लोज हो गयी थी उससे। पर लड़का फर्जी डिग्री वाला निकला और शादी टूट गयी। आशु की आवाज से ही सेक्स टपकता था और मैं जान गया था कि वो फोन सेक्स करने के लिए आतुर होगी। शाम को क्रिकेट खेलते समय उसने मुझे फोन किया। क्या कर रहे हो? मैने जवाब दिया-खेल रहा हूं, खेलना और पेलना यही तो दो काम हैं हमें। पेलना का मतलब उत्तर भारत में खास तौर से गंगेटिक प्लेन्स में खराब माना जाता है, इसका मतलब होता है चुदाई, आशु ने कहा "पेलने से तुम्हारा क्या मतलब है" गाड़ी पटरी पर आ रही थि, इसी तरह नयी लौंडिया को लाईन पर लाया जाता है। मैने कहा " यार पेलने का मतलब खाने से है, यहां हास्टल में हम जैसे लौंडे या तो खाते हैं या फिर खेलते हैं" सुन के वो हंसने लगी और बोली, तुम बहुत शैतान हो। मैं जान गया कि यह चुदने वाली लौंडिया है। रात को उसने मुझे फोन किया। मैने दारु पी ली थी।

फोन पर मुह में लेने को तैयार हो गयी कानपुर की लौंडिया

बम्पर सो मैने आज उससे फोन सेक्स करने के लिए राजी कर ही लेना था। उसने फोन पर पहले तो पारिवारिक बातें कीं फिर जब ग्यारह होने लगा तो मैने उससे सेक्सी बातें करनी शुरु कीं। मैने कहा "अब मुझे डर लग रहा है। अब मेरे पास आजाओ! वो बोली, "नहीं आती मैं तुम्हारा कोई भरोसा" मैने कहा क्या पहना हुआ है तुमने, तो वो बोली ऐसी बातें ना करो। मुझे गुस्सा आ गया तो मैने कहा कि तुम्हें क्या लगता है, इतनी रात को मैं तु मसे धार्मिक बातें करुंगा। फोन पर? तो वो बोली " कि मैने नाईटी पह्नी हुई है"। मैने फिर पूछा अपना साईज बता। तो उसने कहा कि साइज मेरी बत्तीस है। तुम्हें बड़े चूंचे पसंद हैं क्या? अब वो खुल रही थी। मैने कहा हां बड़े चूंचे अच्छे होते हैं पर तुम्हारे छोटे चूंचे मुह मे लेने में काफी अच्छे रहेंगे।

अब मैं उसे चुदाई की बातों में फंसा रहा था। उसे भी चूत में खुजली होने लगी थी। वो बोली " तुम ऐसी बातें ना करो, मुझे अजीब सा हो रहा है।" मैने कहा "रानी जैसा मैं कहता जाऊं वैसा ही करती जाओ, तुम्हें अजीब सा तो नहीं पर अच्छा जरुर लगेगा।" वो बोली "ओके!"। मैने उसे कहा "अपना मुह खोलो" आआआ!! उसने खोला अपना मुह। अब मैने कहा " मुह मे लो " उसने कहा "क्या लूं मुह मे?"। मैने कहा लंड! तो वो हसने लगी। बड़े शैतान हो तुम तो। उसने फिर आआआ!! किया और मैने कहा अब मुह मे लंड चला गया अब इसे चूसो, मस्त होकर और वो चपड़ चपड़ उम्माह उम्माह करके अपने मुह मे लंड को लेने की कल्पना करते हुए चूसने लगी। दारु के नशे में मैं भी यह कल्पना करके मस्त था कि मैं उस रंडी के मुह मे चोद रहा हूं। वो मस्ताती हुई चुदवाती रही मुह मे। थोड़ी देर बाद मैने कहा कि मैं तुम्हारे निप्पल्स को मुह मे ले लेता हूं। वो कही ओके।

और मैने उसके निप्पल्स को मुह मे लेकर चूसना शूरु किया और उसकी चूत में उंगली डालने लगा। सब कुछ असली सेक्स से भी बेहतर चल रहा था। वो आह्ह!! आह्ह!! करते हुए अपनी चूत में उंगली डालकर अंदर बाहर कर के मजा ले रही थी और मैं इधर मूठ मारते हुए उसे चोदने की कल्पना कर रहा था। थोड़ी ही देर में मैं झड़ गया और उसको अपना लंड मुह मे लेकर साफ करने को कहा। उसने चपड़ चपड़ किसी कुतिया की तरह आवाज निकालते हुए मेरे लंड के सुपाड़े को फोन पर ही चाटते हुए अच्छे फोन सेक्स का अनुभव दिया। दोस्तों आजकल मेरी रातें उससे बात करके मूठ मारते हुए बीत रहीं हैं। मुह में लेने को वो हरपल राजी है। आप भी अगर वर्चुअल सेक्स का मजा लेना चाहते हैं तो यहां पर क्लिक कर मुह मे देने का सुख लें
 
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