मेरी हॉट मामी की सेक्स स्टोरी- 1

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(Meri Hot Mami Ki Sex Story- 1)

हेलो दोस्तों आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार

मैं सौरभ कुमार हूँ, मैं ओडिशा का रहने वाला हूँ । मैं 5'६ फुट और रंग थोड़ा सावला है। मैं HotSexStory.xyz का नया पाठक हूँ और मुझे चुदाई के कहानी पढ़ना बहोत पसंद होने लगा जब मैं पहली बार मेरे ममी के साथ मज़े लिया । इसलिए मैंने सोचा क्यों न मेरे कहानी को आप लोगो के साथ शेयर करू ।

यह मेरी पहली कहानी है और इसमें ८५ प्रतिसत सचाई है और बाकि १५ प्रतिसत काल्पनिक है, तो फिर मैं अपने कहानी शुरू करने जा रहा हूँ । येह करीब ३ साल पहले बात है जब मैं १२वी पढाई ख़तम कर के कॉलेज जाने से पहले मैंने मेरे मामाजी के पास घूमने जाने के लिए प्लानिंग किया और टिकट बुक कर के बैंगलोर आ गया ।

मुझे मामाजी ने स्टेशन से लेने आये थे और उन्हों ने टैक्सी बुक कर के अपने घर ले गए, मामाजी के शादी को सिर्फ ४ साल हुआ था पर कोई बच्चा नहीं हुआ था। मामाजी एक इंजीनियर है और बैंगलोर शहर से थोदे दूर में उनके ऑफिस से उन्हें रहने के लिए घर दिया था और वो जगा थोड़ा शांत परिवेश में था वह पे उतना गाड़िओ का आवाज नहीं था या फिर भीड़ भाड़ भी काम था ।

हम घर जब पहुंचे मामाजी घर का घंटी बजने पर मामी ने दरवाजा खोली तो मैं मामीजी को देख के उनकी सुंदरता को देख के मेरा मुँह खुला के खुला रह गया, मामी तब पीले रंग के ट्रांसपेरेंट साड़ी और काले रंग के ब्लाउज में मस्त दिख रही थी। मामी की शरीर दिखने में ३६-३०-३४ है । उन्होंने मुझे देख के मुझे अपने सीने से लगा के मेरे गाल में चुम लिया।

और मुझे अंदर आने को बोली हम अंदर चल गए, तब मैं चुदाई के बारे में इतना पता नहीं था पर मेरा नज़र मामी की छाती की दो बड़े संतरे पे अटक गया । पता नहीं क्यों मैं वहां पे मामी को देखने के बाद से जैसे मैं वोह सौरभ नहीं रहा जो मामाजी के वहां जाने से पहले था , मैं मामीजी से गले लगने पर बदलने लगा ।

मामाजी के ड्यूटी शिफ्ट अक्सर रात में होता था तो वह दिन में घर पे रह के मामी के साथ घर के कुछ काम कर देते थे और रात को खाना खा के ८ बजे अपने काम में चले जाते थे । मामाजी सुबह के ४ -५ बजे लौटते थे ८ -९ बजे सोते थे फिर दिन में बाकि घर और बाकि काम देखते थे । मैं २ -३ बाद मामाजी को थोड़ा जोर दिया की मुझे शहर में थोड़ा घुमा के लाने को तोह वह मान गए और हम सब बैंगलोर घूमने निकल पड़े । हमने काफी शॉपिंग किये और मूवी देखा होटल में खाना खाया काफी मज़े किया फिर टैक्सी पकड़ के हम शाम को घर आ गए ।

फिर मामाजी तैयार हो के अपने काम में चले गए, रात मे मैं सोने से पहले एक मूवी देखने को सोचा तो मैंने मार्वल का एवेंजर मूवी देखने लगा, मूवी देखते देखते कब रात के १ बज गया मुझे पता नहीं चला। मेरा मूवी देखना ख़तम होने के बाद मुझे कुछ देर तक नींद नहीं आ रहा ठगा तो मैं थोड़ा ऑनलाइन मे गेम खेलने लगा था तब मामीजी की फ़ोन बजने लगा। मैंने सोचा की मामाजी ने कॉल किये होंगे फिर कुछ देर में मामीजी के कमरे में लाइट लगा और वह मैं जिस कमरे में सोया था मुझे देखने के लिए आने लगे तोह मैं अपने मोबाइल का स्क्रीन बन के सोने का नाटक किया ।

मामीजी ने फ़ोन पे बात करते हुए बोली हाँ वो सो गया है और मैं पूरी तरह से रेडी हूँ तुम्हारा दोस्त भी घर पे नहीं है वो अपने ड्यूटी में कब से चले गए है तुम जल्दी आ जाओ मैं कब से इस पल के इंतज़ार मैं हूँ । बोल के मामीजी अपने बैडरूम में चली गयी फिर और बैडरूम का दरवाज़ा थोड़ा खुला हुआ था, मैं चुपके से वहां जा के देखने लगा तो मामीजी तब अपनी नाइटी उतारने लगी । मामी तब अंदर कुछ भी नहीं पहनी हुयी थी तो पूरा नंगी हो गयी, ओह मामी तब क्या लग रही थी मेरा मन तोह कर रहा था की मामी की शीने मे दोनों रसीले संतरे को पूरा निचोड़ के सारे राश पि जाऊ ।

फिर मामीजी ने मेरे सामने ही अपने नंगी जिस्म पे पहले ब्रा और पैंटी पहनली उसके बाद अलमारी से एक काले रंग के बेबीडॉल नाईट वियर निकल के पहन लिया , तब मामी सनी लियॉन से काम नहीं लग रही थी मनो किसी पोर्न मूवी की हेरोइन हो वैसी लग रही थी । आज तो मामी की पूरी रात ठुकाई होने वाली है और मामी काफी खुश लग रही थी । उसके कुछ देर बाद मामी की फ़ोन बजा तो ने खुस अंदाज़ में फ़ोन पे बात करने लगी।

ममी - बोलो डार्लिंग, कब से तुम्हारे लिए प्यासी बैठी हूँ और ना तड़पाओ आज रात अपने दोस्त के बीवी को बस अपना बीवी समझ के मेरी प्यास को बस मिटाओ ।

फ़ोन पर- बस देर किस बात की जानेमन मैं तुम्हारे दरवाज़े पे खड़ा हूँ, जल्दी आ के खोलो उसके बाद पूरी रात मज़े दिलाऊंगा।

मामी - मेरे नटखट देवर थोड़ा रुको मैं आ रही हूँ ।

फिर मामी फ़ोन रख के आइने पे लिपस्टिक लगा के थोड़ा सवारने लगी और अपबि स्तन को ऊपर कर के उठाई फिर अपनी बैडरूम से बहार आने लगी तो मैंने झट से मामी को अति हुए देख के मेरे कमरे मे चला गया और सोने का नाटक किया । मामी मेरे रूम मे आयी और लाइट लगा के चेक करने लगी मैं जाग रहा हूँ या सोया हूँ , मामी ने मुझे देख के लाइट बंद कर के दरवाज़ा खोलने चली गयी । मामी ने जल्दी से दरवाज़ा खोल के मामाजी के दोस्त को अंदर लाये फिर दरवाज़ा बंद कर दिया ।

मामाजी के उस दोस्त का नज़र मामी की हॉट सुडोल जवान बदन पे था जिस पे मेरा भी नज़र अटक गया था मन करता था मामी की ब्रा उतर के उनकी ३६ की स्तन को दबा के चूसता रहूं । मामाजी के उस दोस्त का नाम दीपक था और दिखने मे काफी हैंडसम भी था और उसका नज़र सिर्फ आंटी और भाबीओ के ऊपर होता था जो अपने पति से कम समय मिलता था पर वो अपने पति के साथ खुस नहीं होते थे, तोह उन्हें अपने ज़िन्दगी मे चुदाई का सुख देने के लिए उन्हें अपने बातो से लपेट के उनके साथ लेट के बिस्तर गरम करता था ।

इस बार मामी उसके जाल मे फंस गयी थी अब जो मेरे सामने शुरू होने वाला था वो सब मैं आपको बताने जा रहा हूँ । मामी ने दीपक को धक्का दे कर उसे सोफे पे बिठा दिया फिर मामी उसके पास बैठ के उसको किश करने लगी । उसने मामी की कमर को पकड़ा अपनी तरफ खिच के जोर दार किश करने लगा, दीपक धीरे धीरे मामी की कमर से अपना हाथ सरकते हुए सीधा उनकी बड़े बड़े रसीले चुचिओ पे रख के दबाने लगा । मामी किश करते हुए दीपक को रोक के बोली ।

मामी- अभी नहीं, थोड़ा इंतज़ार करो इतनी भी जल्दी क्या है इसके साथ अभी से खेलने की ? बैडरूम में चलो वह पे सब करते है ।

दीपक - तोह फिर देर किस बात की जल्दी चलो भाबी मैं आपकी जिस्म के हर हिस्से के साथ मज़े लेना चाहता हूँ ।

इतना बोल के मामी को उठा के बैडरूम के तरफ ले गया, फिर दरवाज़ा बंद किया पर थोड़ा खुला था । वहां फिर से दोनों ने लिप लॉक किश १५मिन तक करने लगे उसके बाद दीपक ने मामी की चूचिओं को दबाते हुए बोला,

दीपक - काश मुझे आप जैसा बीवी मिलता तो उसके हर पल रंगीन करता और मैं उसे बहोत खुस रखता ।

मामी - अभी तुम यह भूल जाओ की मैं तुम्हारे दोस्त के बीवी हूँ, तुम बस मुझे अपनी बीवी समझ के मेरे पति आने से पहले जो करना है करो करो बस इस रात मैं तुम्हारी हूँ ।

दीपक - आपकी क्या मस्त कमर है , और काफी बड़े बड़े चूचियां है । मैं आपको अपने मैनेजर के पार्टी पे जैसे देखा तब से मैं आपको खुस करवाना चाहता था लो वो पल आज आ गया ।

बोल के मामी को उसने जो बबीडॉल नाईट वियर दिया था उसको उतर दिया और मामी ने भी दीपक बदन से कपडे उतारने लगी । अब दोनों एक दुषरे के सामने दीपक अंडरवियर में और मामी ब्रा पैंटी में थी, तब मामी को देखा तोह ऐसा लगा जैसे उनकी चुची ब्रा से बहार आने तड़प रहे हो और मामी इस पल के लिए कबसे इंतज़ार में थी ।

इस बार दोनों ने फिर से किश करने लगे और दोनों एक दुषरे के अंडरवियर के ऊपर से ही हाथ दाल के मज़े लेना शुरू किया । उसके बाद दोनों नंगे हो गए, फिर दीपक ने ड्रेसिंग टेबल के ऊपर एक हनी का बोतल था उसे खोल के मामी की छाती पे गिरा दिया और मामी बड़े प्यार से अपने चुची से हो कर गले तक मालिश कर लिया । दीपक ने अपने आप को नियंत्रण न कर पाके उसने मामी को घुटने कर के सीधा उनकी दोनों चुची के बीच अपना मोटा लंड को रख के मामी की चुचिओं को चोदने लगा मामी अपनी आंखे बंद कर के उस पल का मज़ा लिया ।

फिर उसने मामी को उसका मोटा लंड को मुँह में लेने को बोलै पहले पहले तो मामी ने नखरे दिखाई दीपक ने मामी को एक दो थप्पड़ मरने पर मामी ने उसकी कहना मान के मुँह में ले के उसे अंदर बहार करने लगी । कुछ ही देर में दीपक मामी के मुँह में अपना पानी छोड़ दिया, मामी उसके पानी को बड़े प्यार से पि गयी । उसके बाद मामी ने तेल लायी उसके लंड पे तेल लगा के हैंडजॉब करने लगी जब उसका लंड पूरा सख्त हो गया तो अब मामी की गरम जिस्म को दीपक के मोटा लंड से शांत करने का समय आ गया था ।

दीपक ने मामी को उठा के बिस्तर पे लेटाया और उनकी दोनों टाँगे फाड् के चूत चाटने लगा, जब मामी की चूत गिला हो गया तब अपना मोटा लंड मामी की चूत पे सेट किया । जैसे ही दीपक का लंड थोड़ा अंदर गया तब मामी की कोई रियेक्ट नहीं था दीपक ने थोड़ा और जोर दे कर जैसे पूरा दाल दिया मामी पूरा दर्द से रो पड़ी । क्यों की मामी पहली बार अपनी चूत में मोटा लंड ले रही थी । दीपक ने अपना लंड थोड़ा देर तक वैसे ही रहने दिया जैसे मामी थोडा शांत हुयी तब धीरे धीरे अपना लंड अंदर बहार कर के मामी दीपक के निचे लेट के उससे चुदाई का मज़ा ले रही थी ।

दीपक मामी की चुची को मसल रहा था तो कभी निप्पल को काट रहा था मामी दीपक से बोली - क्या देवरजी आपके लंड में इतना ही दम है क्या जो मेरी चूत के और अंदर तक नहीं दाल रहे हो ? तब दीपक जोश में आ के मामी की चूत में पूरा लंड दाल दिया जिस से मामी की चूत पूरा ढीली हो गया और दीपक ने उस रात मामी को काफी सरे पोज़ में १घण्टा तक चुदाई किया और मामी की चूत में ३ -४ बार अपना पानी छोड़ चूका था । मैं भी उन दोनों के चुदाई देख के इधर मैंने हस्तमैथुन करते हुए २ -३ बार अपना पानी एक टॉवल पे छोड़ चूका और कुछ अच्छे अच्छे पोज़ में वो दोनों चुदाई करते वक़्त कुछ वीडियो और फोटो ले लिया था ।

उन दोनों का सब ख़तम होने के बाद दीपक मामी बाजु में काफी देर तक दोनों नंगे हालत में बीएड पे सोते रहे और उसके बाद मैं अपने कमरे में आ गया और मैं अपने मोबाइल में मामी की फोटो निकल के उनकी चुची को देखते देखते कब सो गया पता नहीं चला । मैं ३ -४ बजे उठ के देखा तो दीपक चला गया था पर मामी अभी भी लाइट लगा के नंगी हालत में बीएड पे सोई हुयी थी खिड़की से मामी के नंगी जिस्म को देख के फिर से हस्तमैथुन कर के १० मिनट में हल्का हो गया उसके बाद बाथरूम जेक सुसु कर के आ गया और फिर मामी की हॉट फिगर को यद् करते हुए सो गया ।

कहानी जारी है
 
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