वर्जिन पत्नी के साथ पहली रात की चुदाई

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Antarvasna, hindi sex story: पापा और मम्मी इस बात से बहुत खुश थे कि मेरी बहन की सगाई हो चुकी है अब वह लोग शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे और जल्दी मेरी बहन की शादी भी होने वाली थी। मैं भी बहुत खुश था मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरी बहन को इतना अच्छा रिश्ता मिल पाएगा और हम सब लोग बहुत खुश थे क्योंकि मेरी बहन की शादी एक अच्छे घर में होने वाली थी। अब जल्द ही उसकी शादी का दिन तय हो गया और जब उसकी शादी हुई तो सब कुछ बहुत ही अच्छे से हुआ हम लोगों ने शादी में कोई भी कमी नहीं की हमारे सारे रिश्तेदार भी बहुत खुश थे। मेरी बहन की शादी के कुछ समय बाद ही भैया ने भी शादी कर ली भैया चाहते थे कि पहले पायल की शादी हो उसके बाद वह शादी करें। भैया की शादी होने के बाद अब भाभी घर पर आ चुकी थी और सब लोग इस बात से बहुत खुश हैं लेकिन उसी दौरान मेरी नौकरी एक विदेशी कंपनी में लग गई और मैं जॉब करने के लिए सिंगापुर चला गया।

अब मैं सिंगापुर जा चुका था और अपने घर पर मैं हर रोज बात किया करता मेरे जीवन में सब कुछ अच्छे से चल रहा था सिंगापुर में ही मेरी मुलाकात माया से हुई। जब मेरी मुलाकात माया से हुई तो माया का परिवार सिंगापुर में अपना बिजनेस चलाता है। माया ने जब मुझे इस बारे में बताया तो मैंने माया से कहा माया मैं तो एक मध्यमवर्गीय परिवार से आता हूं और कितनी मेहनतो के बाद ही मैं सिंगापुर आ पाया हूं लेकिन माया का प्यार मुझे अपनी ओर खींच रहा था माया चाहती थी कि मैं उसके पापा मम्मी से मिलूँ। जब मैं माया के पापा मम्मी से मिला तो मुझे उनसे मिलकर अच्छा लगा परंतु शायद वह लोग मुझसे मिलकर खुश नहीं थे और मैं इस बात को समझ चुका था वह लोग चाहते थे कि माया का रिश्ता किसी अच्छे और बड़े खानदान में हो। माया के पापा ने मुझसे कहा कि देखो बेटा मैंने बहुत मेहनत की है अपने जीवन में इतनी मेहनत करने के बाद मैं सिंगापुर में अपने बिजनेस को खड़ा कर पाया और मैं नहीं चाहता कि मेरी बेटी की शादी तुम्हारे साथ हो।

माया के पापा ने मुझे साफ तौर पर मना कर दिया था मुझे इस बात का बहुत बुरा लगा और मैंने उसके बाद माया से कोई संपर्क ही नहीं रखा। माया मुझसे मिलने के लिए बहुत बेताब रहती थी लेकिन मैं माया को मिला ही नहीं और मैं वापस लौट आया था। सिंगापुर में मैंने अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी मैंने अब मुंबई में ही एक कंपनी ज्वाइन कर ली और मुंबई में ही मैं जॉब करने लगा लेकिन माया के दिल से मैं पूरी तरीके से निकल नहीं पाया था माया चाहती थी कि मै उसके साथ अपना जीवन बिताऊँ। मुझे नहीं मालूम था कि माया से मेरी मुलाकात अब दोबारा होने भी वाली है या नहीं क्योंकि मैंने माया से अपने पूरे संपर्क खत्म कर लिए थे और मैं अब माया से मिला भी नहीं था इस बात को काफी समय हो चुका था। एक दिन माया मुझे मुंबई में मिली जब वह मुझे मुंबई में मिली तो मैंने उससे दूर जाने की कोशिश की लेकिन मैं उससे दूर जा ना सका। माया ने मुझे रोकते हुए कहा राजेश मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं और मैं तुम्हारे बिना रह नहीं सकती मैं तुम्हें कितने समय से ढूंढ रही हूं और तुम मेरा फोन भी नहीं उठा रहे थे उसके बाद तुम्हारा नंबर ही बंद हो गया। मैंने माया से कहा देखो माया तुम्हारे पापा नहीं चाहते कि हम दोनों की शादी हो माया मुझे कहने लगी कि मुझे इस बात का दुख है कि पापा ने तुम्हारे साथ इस प्रकार का व्यवहार किया। मैंने माया को कहा देखो माया अब इस बात को भूल कर मैं आगे बढ़ चुका हूं और अपने जीवन में खुश हूं लेकिन माया अभी भी मेरे पीछे पड़ी हुई थी और वह चाहती थी कि मैं उसी से शादी करूं लेकिन माया के पापा कभी ऐसा होने देना नहीं चाहते थे। मैंने माया से कहा देखो माया यह सब ठीक नहीं है माया के पापा ने माया की सगाई जबरदस्ती ही सिंगापुर के एक बिजनेसमैन से करवा दी माया कहने लगी कि पापा ने मेरी सगाई जबरदस्ती करवा दी इस सगाई से मैं बिल्कुल भी खुश नहीं हूं। जब माया ने मुझे यह बात कही तो मैंने माया को कहा देखो माया मैं तुम्हें कहता नहीं था तुम्हारे पापा हम दोनों के रिश्ते को कभी स्वीकार ही नहीं करेंगे इसलिए इस बात को भूलकर तुम भी अपने जीवन में आगे बढ़ जाओ और मैं भी अपने जीवन में खुश हूं परंतु माया कहां मानने वाली थी वह माया मुंबई आ गई। जब माया मुंबई आई तो मैंने माया को कहा तुम अपने घर पर बिना बताए मुंबई चली आई यदि तुम्हारे पापा को इस बारे में पता चलेगा तो क्या उन्हें अच्छा लगेगा।

माया कहने लगी कि मैं बचपन से लेकर आज तक पापा और मम्मी की बात हमेशा मानती आई हूं लेकिन मुझे उनकी यह बात बिल्कुल भी पसंद नहीं आई और मैं नहीं चाहती कि मैं ऐसे ही किसी के साथ भी शादी कर लूं मैं तुमसे प्यार करती हूं और तुम्हारे साथ ही मैं जीवन बिताना चाहती हूं। माया की यह बात सुनकर मुझे भी लगा कि माया मुझसे बहुत प्यार करती है और मैंने भी अब माया से शादी करने का फैसला कर लिया था लेकिन मैं चाहता था कि हम लोग पहले माया के पापा मम्मी से इस बारे में बात करें। मैंने माया के पापा से बात करने के बारे में सोच लिया था और मैंने उनसे इस बारे में बात की तो माया के पापा को भी लगा कि शायद माया मुझसे ही शादी करना चाहती है और मेरे साथ ही वह अपना जीवन बिताना चाहती है इसलिए उन्होंने भी हम दोनों की शादी को रजामंदी दे दी। मैं माया को लेकर मुंबई वापस आ गया और मुंबई में ही हम दोनों ने शादी करने का फैसला किया माया और मेरी शादी करने का फैसला मेरे परिवार को भी पसंद था। मैंने माया को अपने मम्मी पापा से मिलवाया और सब लोग बहुत खुश थे और वह लोग चाहते थे कि मेरी शादी माया के साथ ही हो।

अब हम दोनों की शादी हो गई और माया हमारे घर की बहू बन चुकी थी। माया एक अच्छे और बड़े परिवार की है इसलिए मुझे यह समझ नहीं आ रहा था कि माया क्या हमारे घर पर मैनेज कर पाएगी लेकिन माया ने हमारे घर पर अच्छे से मैनेज किया और इस बात की मुझे बहुत खुशी थी। माया के साथ मेरी शादी हो चुकी थी और शादी की पहली रात मुझे नहीं पता था माया का बदन इतना गोरा और चिकना होगा जब मैंने माया के बदन से कपड़े उतारे तो मैंने माया के गोरे बदन को देखा। मै जब उसके होठों को चूमने लगा तो उसके होठों से मैंने खून निकाल कर रख दिया वह भी उत्तेजित होने लगी थी मैंने उसकी ब्रा को खोलते हुए अपने मुंह में माया के स्तनों को लेकर उनका रसपान शुरू कर दिया। माया के स्तनों को मैं चूस रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था माया की चूत पर मेरा लंड टकराने लगा उसकी चूत को चाटने में मुझे बड़ा आनंद आ रहा था। माया की चिकनी चूत से पानी बाहर की तरफ को निकाल रहा था मैं बहुत ज्यादा खुश था मैंने माया को कहा तुम्हारी चूत को मुझे चाटने में बहुत मजा आ रहा है। माया ने अपने दोनों पैरों को खोल लिया और जिस प्रकार से मैंने अपने लंड को माया की चूत के अंदर डाला तो माया चिल्ला उठी माया मुझे कहने लगी मेरी चूत से खून निकलने लगा है मैं इस बात से हैरान था कि माया अभी तक सील पैक है क्योंकि माया एक बड़े परिवार की लड़की है मुझे तो लगता था वह रात दिन पार्टी हो जाती होगी और उसका कोई बॉयफ्रेंड भी रहा होगा हालांकि मैंने उस से इस बारे में कभी पूछा नहीं था। माया की चूत से निकलता हुआ खून तो यही बयां कर रहा था कि वह एकदम वर्जिन है मैं उसके साथ सेक्स कर के इस बात से खुश था मुझे एक टाइट और गोरा माल मिला।

मैं माया की चूत बड़े अच्छे से मार रहा था मैं माया की चूत जिस प्रकार से मार रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था और माया को भी बड़ा आनंद आता। जब मैं माया की चूत के मजे ले रहा था मेरा मन उसे घोडी बनाकर चोदने का हुआ मैंने माया को घोड़ी बनाकर चोदना शुरू किया। उस दिन मैंने बिस्तर को हिलाकर रख दिया था क्योंकि माया की चूत मारने में मैं इतना खो गया मुझे कुछ पता ही नहीं चल रहा था। माया की गोरी चूत मुझसे टकराती तो मेरे अंदर और भी ज्यादा जोश पैदा हो जाता मैं माया को तेजी से धक्के मार रहा था। मैने माया की चूत के मजे ले रहा था माया मुझे कहने लगी मैं ज्यादा देर तक नहीं रह पाऊंगी। थोड़ी ही देर बाद मेरा वीर्य पतन माया की चूत के अंदर हुआ तो माया कहने लगी तुम्हारा वीर्य मेरी चूत के अंदर गिरा तो मुझे बहुत अच्छा लगा उस दिन हम दोनों थक चुके थे और हम दोनों एक दूसरे की बाहों में लेटे हुए थे।

उसके बाद जब पहली बार मैंने माया से एनल सेक्स की मांग की तो माया ने भी मना नहीं किया और वह मेरे साथ एनल सेक्स करने के लिए तैयार हो चुकी थी। जब मैंने अपने लंड को पूरी तरीके से चिकना बनाया तो माया ने मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर भी लिया और बहुत देर तक सकिंग करते हुए मेरे लंड को कठोर बना दिया था। मैंने अपने लंड पर दोबारा से तेल की मालिश की और मेरा लंड चिकना हो चुका था जैसे ही मैंने अपने लंड को माया की गांड के अंदर घुसाना शुरू किया तो माया कहने लगी मेरी गांड में तुम्हारा लंड नहीं घुस रहा है लेकिन धीरे धीरे मैंने अपने लंड को माया की गांड के अंदर प्रवेश करा ही दिया। माया की गांड के अंदर लंड प्रवेश हुआ तो वह चिल्ला उठी थी उस दिन के बाद तो मानो माया और मेरे बीच हर रोज एनल सेक्स होने लगा मैं इस बात से बहुत खुश था माया की गांड मार पाया। मैंने माया की गांड के मजे बहुत देर तक लिए मैं पूरी तरीके से खुश हो चुका था कि माया की गांड के मजे में ले पाया जब मेरा वीर्य पतन हुआ तो मैं खुश हो गया था।
 
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