शादी वाली रात और ममेरी बहन

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मैंने भी अभी हार नहीं मानी थी. मैं उसके पीछे से चिपक गया और अपना 7 इंच का लन्ड उसकी गांड पर रख दिया. उसने सलवार भी ऐसा पहना हुआ था कि मेरा लन्ड उसके गांड की दरारों के बीच आराम से घुस गया था. मैंने अपना लंड जैसे ही उसकी गांड पर रखा, तो वो एक दम अपनी गांड को पीछे की तरफ धक्का दे कर ये बताने की कोशिश की कि वो भी यही चाहती है…

नमस्कार भाइयों और मेरी प्यारी देसी रानियों! मैं राजवीर जोधपुर का रहने वाला हूँ. मैं जब कॉलेज में आया तब से ही मैं अन्तर्वासना का फैन रहा हूँ. अब तक मैंने अन्तर्वासना पर हजारों कहानियां पढ़ ली हैं. तो अब मेरा भी मन हुआ कि मैं भी अपनी एक कहानी आप के साथ शेयर करूं.

कहानी शुरू करने से पहले मैं अपको अपने बारे में थोड़ा बता देता हूँ. दोस्तों, मैं एक हैण्डसम लड़का हूँ और मेरी उम्र 22 साल है. मेरी यह कहानी आज से 3 साल पहले की है. जब मैं अपने मामा के यहां किसी फंक्शन में गया था. वहाँ रिश्ते की मेरी कई बहनें आई हुई थीं, जिसमें से एक बहुत ही मस्त थी.

रात का समय था और शादी का फंक्शन चल रहा था. सब लोग उधर ही व्यस्त थे. मुझे ज्यादा इंट्रेस्ट न होने के कारण मैं खाना – वाना खा कर सोने चला गया. जल्द ही मुझे नींद आ गयी थी. फंक्शन खत्म होने के बाद मेरे मामा की लड़की मेरे साथ आकर मेरे बिस्तर पर ही सो गयी. मेरे मामा की लड़की का नाम संजना है और उसका फिगर 30-28-32 का था. दिखने में वो किसी हूर की परी से कम नहीं थी. उसको देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाता क्योंकि वो थी ही इतनी मस्त.

अब मैं आप लोगों को ज्यादा बोर न करते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ. तो दोस्तों वो मेरे पास आकर मेरे बिस्तर में ही सो गयी. मुझे पता ही नहीं चला की कब वो मेरे पास आकर सो गयी थी. मुझे रात में प्यास लगी तो मैं उठा और पानी पीने ही जा रहा था कि तभी मेरी नजर उस पर पड़ी. मैंने देखा कि वो मेरी तरफ ही मुँह करके सो रही थी.

एक दम मासूम से उसके होंठ उसकी सुन्दरता को बढ़ा रहे थे. मेरा मन कर रहा था कि पानी से पहले मैं उसके होंठों का रस पी लूँ. खैर, मैं पानी पीकर वापस आया, तो उसको दोबारा देख कर मेरे अंदर का शैतान जाग गया. मैं आ कर उससे चिपक कर लेट गया. मैंने देखा कि वो गहरी नींद में है. यह देख कर मुझे रास्ता साफ लगा तो मैंने उसे अपने पास खींच लिया और उसकी पीठ पर हाथ रख दिया और फिर उसके बालों को सहलाता हुआ उसके सर को पकड़ कर उसके होंठों को अपने होंठों के पास ले आया और धीरे – धीरे से उसके होंठो को चूसने लगा और दूसरे हाथ से मैं उसके बोबे को सहला रहा था.

उसके निप्पल बहुत ही बड़े थे तो मेरा मन हुआ की उसके निप्प्ल को पकड़ कर मसल दूं, पर डर था कि कहीं वो जग न जाये और चिल्ला न दे. वो सलवार और सूट पहने हुई थी. मैंने हिम्मत करके धीरे से उसका कुर्ता ऊपर खिसका दिया. जिससे मुझे उसका पेट साफ नजर आने लगा था. हाय रब्बा, क्या तारीफ करूं मैं उसके पेट की. खुदा कसम, एक दम गोरा चिट्टा मक्खन जैसा था उसका पेट. अगर हल्का सा भी नाख़ून लग जाए तो वहां से खून आ जाये.

मैंने ज्यादा देर न करते हुए उसके पेट पर हाथ रख दिया और धीरे – धीरे अपना हाथ उसके बोबो के पास ले जा रहा था कि अचानक उसने करवट बदल ली और मेरी तरफ अपनी पीठ कर ली.

मैंने भी अभी हार नहीं मानी थी. मैं उसके पीछे से चिपक गया और अपना 7 इंच का लन्ड उसकी गांड पर रख दिया. उसने सलवार भी ऐसा पहना हुआ था कि मेरा लन्ड उसके गांड की दरारों के बीच आराम से घुस गया था. मैंने अपना लंड जैसे ही उसकी गांड पर रखा, तो वो एक दम अपनी गांड को पीछे की तरफ धक्का दे कर ये बताने की कोशिश की कि वो भी यही चाहती है.

हमारे आस – पास कई लोग सो रहे थे तो हम ज्यादा मजे नहीं कर सकते थे. वो जग गई थी तो उसने अपना सलवार उतार कर नीचे कर लिया और अपनी गांड को बाहर की ओर निकाला जिससे उसकी चूत और गांड का छेद मुझे साफ नजर आ रहा था.

मैंने उसकी चूत के छेद पर अपना हाथ फिराया तो देखा कि उसकी चूत एक दम से गीली हो चुकी थी. उसने ज्यादा देर न करते हुए अपना हाथ पीछे किया और मेरी जीन्स की जिप को खोल कर मेरा 7 इंच का फनफनाता हुआ लौड़ा बाहर निकाल कर सीधे अपनी चूत के मुँह पर रख दिया और थोड़ा सा आगे हो कर एक जोरदार धक्का लगाया जिससे मेरा आधा लन्ड उसकी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया.

उसने अपना मुँह अपने हाथों से बंद कर लिया, ताकि चीख न निकले. फिर मैंने एक जोरदार धक्का लगाया जिससे मेरा पूरा का पूरा लन्ड उसकी चूत को चीरता हुआ अंदर समा गया. संजना दर्द के मारे ससस उई आह कर रही थी तो मैं थोड़ी देर तक रुक गया. फिर जैसे – जैसे उसने अपनी पकड़ ढ़ीली की मैंने सिग्नल पाते ही जोर – जोर से धक्के लगाने शुरू कर दिए.

उसकी चूत तो पहले से ही गीली हो चुकी थी तो जैसे – जैसे मेरा लन्ड उसकी चूत के अंदर बाहर होता तो फच्च फच्च फच्च की आवाज निकलती जिससे हम दोनों ही मदहोश हो गये. मैं जोर – जोर से धक्के लगा रहा था और वो भी अपनी गांड को आगे – पीछे करते हुए मेरा साथ दे रही थी. फिर मैंने उसको सीधा लेटाया और मैं उसके ऊपर आ कर उसके कुर्ते को पूरा ऊपर कर दिया और उसकी ब्रा के अंदर से उसके बोबो को निकाल कर एक – एक कर के दोनों हाथों से दबाने लगा और उसके होंठों के रस का रसपान करने लगा.

तभी अचानक उसने मेरे होंठों को जोर से अपने दांतों के बीच दबा दिया, जिससे मेरे होंठ से हल्का सा खून आने लगा. लेकिन मैंने परवाह न करते हुए उसकी टांगो को चौड़ा करते हुए अपने लंड को उसकी चूत पर रखा और जोर से धक्का लगा दिया. जिससे मेरा पूरा लन्ड अन्दर चला गया. अब मैं उसके होंठों को चूस रहा था और हाथों से उसके बोबो को दबा रहा था और साथ में उसकी फुद्दी को भी फाड़ रहा था। वो भी उचक – उचक मेरा साथ देती हुई बड़े मजे से अपनी फुद्दी फड़वा रही थी.

इस बीच वो दो बार झड़ चुकी थी. अब मेरा भी होने वाला था तो मैंने जोर – जोर से धक्के लगाते हुए उसकी चूत के अंदर ही अपना माल छोड़ दिया. फिर मैं उसके ऊपर लेट गया उसने मुझे अपनी बाहों में कसके जकड़ लिया और मेरी तरफ आंख मारते हुए उसने मेरे होंठों पर जोर से किस किया और मुझे अपने बगल में सुला दिया. अब वो बहुत खुश थी फिर वो अपने कपड़े ठीक करके मुझसे चिपक कर लेट गयी.

तो मित्रों ये थी मेरी पहली कहानी. मैंने इससे पहले और बाद में कई आंटियों और लड़कियों के साथ सेक्स किया है, जिसे मैं बाद में आप लोगों के साथ शेयर करूँगा. आप लोग मुझे प्यार और आशीर्वाद जरूर देते रहें. मेरी यह कहानी कैसी लगी आपको अपने कमेंट्स मुझे जरूर मेल करें.
 
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