साथ पढ़ने वाली कुंवारी लड़की ने खुद आकर चुदवा लिया

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इस पर वो बोलने लगी कि मैं क्या मर गई हूँ? और फिर उसने मुझसे अपने प्यार का इज़हार कर दिया. तब मुझे पता चला कि वो मुझे पसंद करती है तो मैंने भी हां कर दी. अब क्या था अब तो हम जब भी मिलते मौका पाकर एक – दूसरे के साथ चुम्मा – चाटी करते और फ़ोन पर सेक्स की बातें भी करने लगे थे. एक दिन मैंने उसे सेक्स के लिए कहा तो उसने भी बिना देर किए हां कर दी…

हेलो दोस्तों! अन्तर्वासना के आप सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार. यह कहानी मेरी (रवि) और मेरी दोस्त सुमन की है, जो अभी हाल ही में कुछ दिन पहले ही घटित हुई है. अपनी कहानी शुरू करने से पहले मैं सबसे पहले आप लोगों को अपने और सुमन के बारे में बता देना चाहता हूँ.

मेरी उम्र 22 वर्ष है और 5 फिट 8 इंच की लम्बाई है. मैं दिखने में ठीक – ठाक हूँ और मेरा लिंग 6 इंच लम्बा है और सुमन की उम्र 21 वर्ष है और उसकी लम्बाई करीब 5 फिट 5 इंच की है. उसके शरीर का आकार 30-28-32 है और वह गोरे रंग की एक निहायत ही खूबसूरत लड़की है.

अब बिना देर किए सीधा मैं अपनी कहानी पर आता हूँ. मैं और सुमन एक साथ एक ही इंस्टीट्यूट से कम्प्यूटर डिप्लोमा कर रहे हैं और हम एक – दूसरे को कई सालों से जानते हैं.

एक दिन क्लास से निकलने के बाद सुमन ने मुझे काल किया और फिर मुझसे इधर – उधर की बातें करने लगी फिर अचानक से उसने मुझसे पूछा कि मेरी कोई गर्ल फ्रेन्ड है क्या? तो मैंने पलट कर उससे पूछ लिया कि ऐसा क्यों पूछ रही हो?

लेकिन उसने मेरे इस सवाल का जवाब दिए बिना ही मुझसे दूसरा सवाल पूछ लिया कि मैंने कभी किसी के साथ किया है? उसके इस सवाल से मैं थोड़ा अचरज में पड़ गया. फिर मेरे पूछने पर उसने बताया कि उसने मेरी और मेरे दोस्त की सेक्स वाली बातें सुन ली थी. उसने फिर से मुझसे पूछा तो मैंने उसे बताया कि जब मेरी कोई गर्ल फ्रेन्ड ही नहीं है तो सेक्स किससे करूंगा?

इस पर वो बोलने लगी कि मैं क्या मर गई हूँ? और फिर उसने मुझसे अपने प्यार का इज़हार कर दिया. तब मुझे पता चला कि वो मुझे पसंद करती है तो मैंने भी हां कर दी. अब क्या था अब तो हम जब भी मिलते मौका पाकर एक – दूसरे के साथ चुम्मा – चाटी करते और फ़ोन पर सेक्स की बातें भी करने लगे थे. एक दिन मैंने उसे सेक्स के लिए कहा तो उसने भी बिना देर किए हां कर दी.

अब बस जगह का इंतजाम करना था पर हमें कहीं अच्छी जगह ही नहीं मिल पा रही थी. एक दिन सुमन ने मुझे बोला कि आज उसकी एक दोस्त रीटा का जन्मदिन है और उसके साथ चलने वाला कोई नहीं है तो क्या मैं उसके साथ चल सकता हूँ?

तो मैं चलने को तैयार हो गया और उसके घर उसे लेने के लिए पहुंच गया. वहां आन्टी ( उसकी मां) ने चाय बनाई. चाय पी कर हम चलने लगे तो सुमन ने आन्टी को बोला कि अब आज रात वो अपनी फ्रेंड के घर पर ही रुकेगी और वो घर कल आएगी.

घर से निकलने के बाद जब इस पर मैं उससे बोला तो उसने बताया कि रात को मेरे लिए भी इन्तजाम हो जाएगा. जब हम वहाँ पहुंचे तो देखा कि वहाँ कोई नहीं है बस उसकी दोस्त रीटा के अलावा. तब जाकर मुझे समझ आया कि जगह का इंतजाम सुमन ने कर लिया. फिर मेरे पूछने पर कि क्या रीटा भी साथ देगी? तो सुमन ने मुझे बोला कि वो नहीं करेगी. लेकिन इसके बदले में वो कुछ और कराएगी जो वो बाद में ही बताएगी.

अब रीटा दूसरे कमरे में चली गई और मैं सुमन के पीछे गया और उसे पकड़ कर उसकी गर्दन पर किस करने लगा और उसके कान के निचले भाग को मुँह में लेकर चूसने लगा. जिससे वो गर्म होने लगी.

फिर मैं अपने दोनों हाथ को उसके बूब्स पर ले गया और उन्हें दबाने लगा. उसने मुझे आगे आने को कहा तो मैं आगे आ गया. तो वो मुझे किस करने लगी. मैं भी उसे लगातार किस कर रहा था. फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी. जिसे वो बड़ी ही मस्ती के साथ चूसने लगी.

मैं अभी भी उसके बूब्स को उसके कपड़ों के ऊपर से ही दबा रहा था. इससे उसे भी मजा आ रहा था. अब उसने भी मेरी पैन्ट के ऊपर से ही मेरे लन्ड को पकड़ लिया जो अब तक तन कर अपने पूरे आकार में आ चुका था.

इसी तरह हम 25-30 मिनट तक एक – दूसरे को किस करते रहे. फिर हम दोनों अलग हो गए. इस मौके की वजह से हम दोनों ही बहुत खुश थे और फिर वासना में लिप्त हम दोनों ने एक – दूसरे के कपड़े उतारना शुरू कर दिया. लेकिन सुमन की जीन्स काफी टाईट थी जिस कारण उसने अपनी जिन्स खुद उतारी और फिर मैंने उसकी पैन्टी को उतार फेंका.

अब वो मेरे सामने पूरी तरह नंगी अवस्था में खड़ी थी और मैं भी अब तक पूरा नंगा हो चुका था. उसे इस अवस्था में देख कर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैं अब उसके निपल्स को बारी – बारी से चूसने लगा और वो मेरा लन्ड पकड़ कर मसल रही थी.

कुछ देर बाद जब उससे रहा न गया तो वह बोलने लगी कि मेरे साथ जल्दी से कुछ करो. तो मैंने मज़ाक करते करते हुए पूछा – क्या करूं?

तो वो हांफते हुए बोलने लगी, “चोदो मुझे, जल्दी से अपना इस मस्त लन्ड को डाल दो मेरी चूत में. जल्दी करो. आह आह”. आज मैं उसके मुँह से लन्ड, चूत, चुदाई ये शब्द पहली बार सुन रहा था तो मैं भी अब पूरे जोश में आ गया. मैं भी अब उसे चोदना चाहता था.

फिर मैंने अपना लन्ड उसकी चूत पर रखा और एक धक्का मारा तो मेरा लन्ड उसकी चूत से फिसल गया. तब उसने बड़े ही प्यार से मुझसे बोला कि वो भी मेरी तरह ही पहली बार कर रही है. उसकी प्रणय निवेदन करती आंखों को देलह कर और उसके मुंह से यह जान कर कि उसकी सील अभी तक नहीं टूटी है तो मैं खुश एक दम हो गया.

फिर सुमन ने अपने पर्स से क्रीम निकाल कर मेरे लन्ड पर लगाया और फिर उस क्रीम को मुझे दिया जिसे मैंने उसकी चूत पर लगाया और उंगली से अंदर तक भी भर दिया. अबकी बार मैंने उसे बेड पर लेटा कर उसकी गान्ड के नीचे एक तकिया रखा और फिर लन्ड को उसकी चूत पर रखा और एक धक्का मारा पर इस बार भी लन्ड फिसल गया.

तब सुमन ने मेरा लन्ड पकडा और अपनी चूत पर सेट करके रखा और दबाने लगी. मैंने इस बार जोर से एक धक्का मारा तो मेरा लन्ड आधे से ज्यादा उसकी चूत में घुस गया. जिससे उसकी झिल्ली फट गई और उसकी चूत से खून निकलने लगा. खून को देख कर और दर्द की वजह से वो रोने लगी.

इधर मेरी भी चमड़ी कट गई थी. जिससे मुझे भी दर्द होने लगा तो मैं कुछ देर उसी अवस्था में पड़ा रहा. जब हम दोनों सामान्य हुए तो मैंने फिर से एक धक्का मारा और सारा लन्ड उसके अन्दर उतार दिया.

अब मैंने धीरे – धीरे धक्के देने चालू कर दिया. फिर जब सुमन को मजा आने लगा तो उसने भी साथ देना शुरू कर दिया. हम करीब 15- 20 मिनट तक मस्त चुदाई का खेल खेलते रहे और फिर एक साथ ही दोनों झड गए. पहले सुमन झड़ और उसी के साथ मैं भी उसकी चूत में ही झड़ गया. अब हम दोनों बहुत खुश थे. मैं तो इतना खुश था कि बता ही नहीं सकता और सुमन को अभी भी दर्द हो रहा था.

तो दोस्तों आपकी मेरी यह कहानी कैसी लगी? मेल करके मुझे जरूर बताना. मुझे आपके मेल्स का इन्तजार रहेगा. मेरी मेल आईडी
 
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