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(Sneha Ki Chut Chudai Uske Marji Se)

नमस्कार दोस्तों में अभिषेक औरंगाबाद, महाराष्ट्रसे हु में फिर आपके लिए मेरी एक सच्ची कहानी लेकर आया हु जो मेरे बारे में नही जानते उन्हें बात दु में 21 वर्ष का युवक हु कसरती बदन का मालिक हु मेरा लिंग 7″ का है और 2.5″ जाड़ा मेने मेरे जिंदगी में कई सेक्स किये है मगर ये सेक्स मेरे जिंदगी का पहला सेक्स था बात जनवरी 2018 की है।
में मेरे बुआ के गांव गया था जहाँ शुरू हुई यह कहानी में वह 5-6 दिन के लिये गया या हमेशा से ही जाता था तो कोई नयी बात नहीं थी शाम हुई बुआ के घर बर्तन मांजने एक नौकरानी आती थी जो की बहुत सुंदर थी उसका फिगर 32-34-32 का था दिखने में सुंदर थी उसका नाम स्नेहा था (बदला हुआ नाम) उसकी उम्र लगभग 28 साल की थी मैंने उसे देखा तो पागल हो गया ऐसा लगा की अगर ये चोदने को मिल जाये तो जन्नत नसीब हो वो शादीशुदा थी मगर किसी भी तरह से लग नहीं रही थी की वो शादीशुदा है।

1-2 दिन ऐसे ही निकल गए में उसे हवस भरी नजरों से देखा करता था बात एक दिन की है जिस दिन बुआ को और उनके पति को जरुरी काम से नाशिक जाना था वो शाम से पहले आने वाले नहीं थे और बुआ का लड़का जो सुबह गया तो वही शाम 8 बजे आता था सुबह बुआ और उनके पति 9 बजे चले गए और बुआ का लड़का 8 बजे जा चूका था बुआ ने बताया था स्नेहा आये तो उसे बोल देना खाना बना ले मैंने ठीके है कह कर उन्हें विदा किया अब में घर अकेले बोर हो रहा था सोचा क्यों ना अन्तर्वासना पर कुछ कहानियां पढ़ कर मुठ मारली जाये में कहानिया पढ़ कर मुठ मार रहा था।
में बहुत ज्यादा गर्म हो गया और स्नेहा के नाम की मुठ मारने लगा मेरे आँखे बंद थी और स्नेह ये सब खिड़की से देख रही थी जो बाद में स्नेहा ने मुझे बताया फिर मैंने मुठ मारी सारा माल साफ़ किया उसके बाद स्नेहा ने बेल बजायी मैंने दरवाजा खोला और वो अंदर आ गयी मुझे देख कर वो हँस रही थी मैंने उसे बताया कि बुआ ने आपको खाना बनाने के लिए कहा है वो बोली है मुझे पता है दीदी का फ़ोन मुझे आया था वो बर्तन मांजने लगी और में टीवी देखने लगा कुछ देर बाद उसने मुझे आवाज लगायी में किचन में गया वो बोली जरा ये स्टूल पकड़ना मुझे वो डब्बा निकलना है।

वो ऊपर चढ़ी और डब्बा निकलते वक़्त उसका झोक गया और वो डब्बे के साथ गिर गयी सारा चावल जमींन पर गिर गए जब वो उठी उसे चलने में तकलीफ हो रही थी मैंने उसे सहारा देकर बेडरूम में लेकर गया तो उसे पूछा तो वो बोली की मेरे पैर में मोच आयी है मैं बोला में बाम लगा देता हूं थोड़ा आराम मिलेगा उसने हां में सर हिलाया मैंने बाम लिया और धीरे धीरे मालिश करने लगा स्नेहा को आराम मिलने लगा में धिरे धीरे डरते हुए हाथ ऊपर तक लेकर जा कर मालिश करने लगा वो आँखे बंद कर के मजा लेने लगी में धीरे धीरे साड़ी ऊपर करने लगा ऐसे करते करते कमर तक साड़ी उठा दी तो नीचे उसकी काली कलर की पैंटी दिखी मैंने पेंटी के ऊपर से हाथ लगाया तो वो गीली थी।

मैंने धीरे धीरे पैंटी उतारी ऊपर देखा तो स्नेहा की आँखे अभी भी बंद थी मैंने पूरी पैंटी उतारी और टूट पड़ा चूत पर चाटने लगा स्नेहा आहे भरने लगी सीईईईईईईई.....आहहहहहहहह....मैने उसके चेहरे की तरफ देखा तो अभी भी वो आँखे बंद कर के मज़ा ले रही थी मैं उसकी चूत चाटे जा रहा वो झड़ने के करीब थी वो इतनी गर्म हो गयी की मेरा सर चूत में दबाने लगी वो आहहहहहहह कर के झड़ गयी में उसका सारा पानी पी गया वो निढाल हो चुकी थी मेने उसका ब्लाउज धीरेसे खोला उसने अंदर ब्लैक कलर की ब्रा पहनी थी मैंने ब्रा के उपरसे उसके चुचे चूसे फिर ब्रा निकल कर फेंक दी में उसके चुचे चूसने लगा वो धीरे धीरे गर्म होने लगी।

उसने मेरे लंड को पेंट के ऊपर से पकड़ लिया और दबाने लगी फिर उसने मेरी जीप खोल कर लंड बहार निकला और वो हाथ से आगे पीछे करने लगी में उसे लगातार किस कर रहा था फिर उसे मेरा लंड मुह में लेने का इशारा किया तो वो लंड चूसने लगी वो तब तक मेरा लंड चुसती रही जब तक मेरा माल निकल कर लंड फिरसे खड़ा ना हो जाये उसने मेरा सारा माल पि लिया मैंने उसकी साड़ी उससे अलग करदी उसने मेरे कपदे उतार दिया हम दोनों जन्मजात नंगे थे।

में उसे किस कर रहा था फिर मैंने उसे बिस्तर पर लेटाया और लंड पर कॉन्डम चढ़ा के उसके चुत पर रगड़ने लगा वो सिसकारियां भरने लगी वो बोली और ना तड़पाओ मुझे चोद दो मैंने धीरे से मेरा लंड अंदर डाला मैंने 6′ ही अंदर डाला होंगा उसे दर्द हो रहा था मैंने उसे प्यार किया और एक ही झटके में पूरा पेल दिया उसके आँख से आँसू आने लगे में वैसे ही पड़ा रहा उसे किस करता रहा जब उसने अपनी कमर हिलायी में धीरे धीरे उसे चोदने लगा वो आहहहहहह..अभी चोदो मुझे आहहहहहह....सीईईईईईईईई....में लगातार चोद रहा था इसी दौरान वो दो बार झड़ गयी में भी झड़ने के करीब था इस बार हम दोनो साथ में झड़ गए में उसपर पड़ा रहा वो मेरे बालो में हाथ फिरा रही थी और बोली में तुम आये जबसेही तुम पर फ़िदा थी मगर तुम्हारे मन में मेरे लिये क्या है ये जानना था तो आज में जब आयी तुम मेरे नाम की मुठ मार रहे थे आज मैंने सोच लिया था कि तुमसे चुदना है मेरे राजा उसके बाद मैंने उसे शाम 6 बजे तक 5 बार चोदा उसने बाकी लोगो के घर पर फ़ोन कर दिया था कि आज उसकी छुटि है अब में जब भी जाता था उसे चोदता जरूर था।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी मेल करना धन्यवाद, [email protected]
 
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