Bhigi College Girl Ki Choot Mil Gai

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दोस्तो मैं सागर… यह मेरी पहली कहानी है।

मुझे लिखने की प्रेरणा भी अन्तर्वासना से ही मिली, मुझे लगा कि यह कहानी मुझे आप सभी के साथ शेयर करना चाहिए।

वो दिन बहुत ही सुहाना था, चारों ओर घने बादल थे..

मेरा दोस्त अरुण सड़क पर पैदल जा रहा था कि बारिश शुरू हो गई और तेज हवा चलने लगी। पानी से भीगने से बचने के लिए कहीं आसरे की तलाश में था।
अचानक सामने से एक लड़की छाता लेकर आ रही थी, उसका छाता हवा से उड़ा जा रहा था, छाता होते हुए भी वह पूरी भीग चुकी थी।

वो थोड़ी सहमी सी थी.. जैसे वो कहीं जल्दी में थी।

संयोगवश वो अरुण से टकरा गई।
उन दोनों ने अपने आपको संभाला और साइड में एक घर के शेड में खड़े हो गए।

दोनों ने एक-दूसरे का नाम-पता जाना।
लड़की ने अपना नाम पलक बताया और बातों ही बातों में उसने बताया कि वो एक कॉलेज में पढ़ती है और कमरा किराए पर लेकर रह रही है लेकिन आज बहुत बड़ी प्राब्लम में है, उसके मकान-मलिक ने उसे आज ही कमरा खाली करने को कह दिया है.. इसी लिए वो हड़बड़ाहट में किसी रूम की तलाश कर रही थी।

वो दिखने में बहुत सेक्सी थी.. बारिश में उसकी पतली कमर क्या कमाल की लग रही थी यारों.. जैसे उसे बहुत फ़ुर्सत से बनाया गया हो।

अरुण ने उससे कहा- जब तक बारिश नहीं रुक जाती.. तब तक आप मेरे कमरे पर रुक सकती हो.. चाहे तो फिर चली जाना।

अब तक अरुण के सारे ख्याल ठीक थे.. उसके दिमाग़ में उस लड़की के लिए कोई ग़लत विचार नहीं था।

वो उसे अपने कमरे पर ले गया और अरुण ने उसे अपन बदन सुखाने के एक तौलिया दिया। चूंकि लड़की के कपड़े पूरे भीग गए थे इसलिए अरुण ने थोड़ी देर के पहनने के लिए लिए अपनी शर्ट भी दी।

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जब वो अपने बाल सुखाने लगी.. तब अरुण की नज़र उस पर पड़ी।

उस वक्त वो क्या कयामत लग रही थी यारों.. वो उन खुले बालों में और शर्ट में से उसकी चूचियों की दरार दिख रही थी.. जो अरुण को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी।
अरुण ने अपने आपको संभाला..

तभी वो लड़की थोड़ा पानी माँगने लगी।
अरुण उसको देने के लिए पानी लेने जाने लगा.. वो एकदम से अरुण के सामने आने लगी और अचानक उसका पैर फिसला और वो सीधे अरुण के ऊपर गिरने लगी।
इसी हड़बड़ाहट में उस लड़की के होंठ अरुण के होंठों से जा टकराए।

वो लड़की अचानक से सपकपा गई और अरुण से दूर हो गई।
मगर अब तक अरुण पूरी तरह गरम हो गया था और अब अरुण के दिमाग में उसे चोदने के लिए अजीब से कामुक ख्याल आने लगे थे।

बस अरुण सोच रहा था कि इसे किसी तरह से चोद दिया जाए।

तभी पलक ने एक अजीब सी स्माइल दी.. जो अरुण को दोबारा उसे उत्तेजित कर रही थी।
मगर अरुण की हिम्मत पहल करने की नहीं हो रही थी।

अरुण ने पूरी हिम्मत करके उससे पूछा- पहले कभी किसी को किस किया है।
उसने ‘हाँ’ कहा और कहा- मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड भी है।

फिर अरुण का काम तो और आसान हो गया, अरुण ने सीधे उसके होंठों से अपने होंठ चिपका दिए।

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वो अचानक इस प्रक्रिया को समझ ही नहीं पाई और अपने आपको छुड़ाने की नाकाम कोशिश करने लगी।
मगर बाद में वो भी साथ देने लगी।
 
फिर अरुण ने उसकी शर्ट को निकाल दिया और उसके मम्मों को चूसने लगा। चूचियों के चूसे जाने से वो इतनी गर्म हो गई कि उसका हाथ अरुण के लंड पर चला गया और वो भी लौड़े को दबाने लगी।

कुछ पल बाद उसने अरुण का लंड बाहर निकाला और उसे लॉलीपॉप के जैसे चूसने लगी।
एक मिनट बाद वो दोनों कामातुर होकर 69 की पोज़िशन में हो गए थे।

अब पलक से रहा नहीं जा रहा था, उसकी अजीब सी आवाजें निकलने लगी थीं, वो बार-बार बोले जा रही थी- अब मुझे चोद दो.. फाड़ दो मेरी चूत और गाण्ड को।

अरुण उसे तड़पाने लगा था.. मगर फिर उसने उस चुदासी को घोड़ी बनाया और उसकी गाण्ड में लंड पेल दिया।
लौड़े के अन्दर जाते ही वो उसे कुतिया की तरह चोदने लगा।

काफी देर तक अरुण ने उसकी गाण्ड और चूत दोनों को चोदा और फिर दोनों एक साथ झड़ गए।

इसके बाद दोनों ने अपने आपको फ्रेश किया और वो जाने लगी।
तभी अरुण ने उससे कहा- अगर तुम चाहो तो यहाँ भी रह सकती हो।

पलक ने भी किसी की परवाह ना करते हुए उसके साथ रहने का निर्णय ले लिया।
अरुण के साथ रहने के बाद उसने अपने ब्वॉयफ्रेंड को भी छोड़ दिया और अब वो रोज ही अरुण से अपनी चुदाई करवाने लगी।

तो दोस्तो.. कैसी लगी मेरी ये काल्पनिक कहानी.. मुझे मेल ज़रूर कीजिए।
 
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