Kamwali Ki Ladki Ki Chut Ki Chudai Ki Gandi Kahani

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अब तक की इस चुदाई की इस गन्दी कहानी में आपने पढ़ा था कि मैंने कामवाली की लड़की की गांड चुदाई कर दी थी।
अब आगे..

उसी दिन शाम को मैं जिम जा रहा था तो वो रास्ते में मिल गई।

मैंने कहा- देख, ये पेन किलर की गोलियां हैं.. तू खा लेना.. और एक काम कर, तू अभी कुंवारी है तो तू आज चुत में गाजर या मूली डालकर अपनी चुत की झिल्ली तोड़ देना.. थोड़ा खून निकालेगा लेकिन पेन किलर लेने से तुझे दर्द नहीं होगा।
उसने कहा- अच्छा ठीक है।
मैंने कहा- आई लव यू!
उसने भी कहा- आई लव यू टू..
मैंने कहा- जब भी मौका मिलेगा, हम चुदाई करेंगे.. जैसा तुमको पॉर्न वीडियो में दिखाया है।
उसने कहा- दर्द होगा यार..
मैंने कहा- चुत की सील टूटने के बाद मज़ा आता है.. दर्द नहीं होता जान.. बस तुमसे जो मैं कह रहा हूँ, वो आज ही कर लेना।

कुछ दिन बीत गए.. माँ के कारण मौका नहीं मिला।

एक दिन मैं बाहर के कमरे में सोफा पर लेट कर पॉर्न देख रहा था तो वो भी आकर देखने लगी। कोई सुन ना ले तो वो अपने कान में लीड का एक हिस्सा लगा कर सुन रही थी।
कुछ देर बाद गरम हो गई और बोली- चलो, ऊपर के कमरे में चलते हैं।

तब उसकी माँ नीचे काम कर रही थी। मैं ऊपर आया तो उसने फोन से अपने पिक्स लिए। फिर उसने अंडरवियर उतार दिया और मुझे पिक्स लेने को कहा। मैंने उसकी कुछ नंगी पिक्स लीं और बाद में चुत को भी चाटा और हमने किसिंग भी की, फिर हम नीचे आ गए।

फिर एक दिन मौका मिल ही गया.. मेरी माँ को डॉक्टर के पास जाना था.. तो उन्होंने कामवाली को कहा- तुम भी साथ चलो।

वो अपनी बेटी को भी साथ ले जाने लगी तो मैंने इशारे से कहा कि तू मत जा।
मैंने मोबाइल पर पॉर्न का इशारा करके कहा कि ये करेंगे।

वो समझ गई और कहने लगी- मुझे स्कूल का काम करना है आप लोग जाओ।
कामवाली सोचने लगी तो मेरी माँ ने कहा- डरने की बात बात नहीं.. मेरा लड़का शरीफ़ है.. कुछ नहीं होगा।

वो दोनों चली गईं.. तो वो गेट लगाने के लिए बाहर गई। मैं भी भाग कर गेट पर पहुँचा और गेट लगते ही उसको मुँह में मुँह डालकर फ्रेंच किस करने लगा। हम एक-दूसरे को क़िस कर रहे था.. कभी होंठों पर, कभी जीभ को मुँह के अन्दर तक डालकर एक-दूसरे को चूस रहे थे। ऐसा लग रहा था मानो एक-दूसरे को खा ही जाएँगे। ये सब करीब 10 मिनट तक चलता रहा।

फिर मैंने उसे गोद में उठा लिया और स्मूच करते हुआ अन्दर कमरे तक ले आया। उसने भी अपनी टांगों से मुझे लॉक कर लिया था और किस कर रही थी। मैंने उसकी चूचियों पर हाथ फेरना स्टार्ट किया और किसिंग भी चालू रखी।

अब मैंने उसके कपड़े उतारना स्टार्ट किए। पहले तो उसका टॉप उतारा और फिर ब्रा के ऊपर से ही उसकी चूचियों को किस करके चूसने लगा। वो कामुक सिसकारियां भर रही थी।

फिर मैंने उसकी स्कर्ट को उतार फेंका और मैं उसकी चुत पर हाथ फेरने लगा। उसकी चड्डी के ऊपर से ही मैं कामवाली की बेटी की चुत को रगड़ रहा था, उसकी चुत पूरी गीली हो चुकी थी। मैंने फिर से फ्रेंच किसिंग स्टार्ट कर दी.. और 10 मिनट बाद मैंने उसकी ब्रा और पेंटी को भी उतार दिया। अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी।

हम दोनों यूं ही एक-दूसरे को किस कर रहे थे।

उसने भी किस करते हुए मेरी शर्ट को उतारा और मेरी पेंट को भी उतार दिया। फिर मेरे लंड को चड्डी के ऊपर से ही सहलाने लगी। इसके बाद उसने मेरी बनियान को उतारा और अंडरवियर को भी उतार दिया। मैंने उसको इशारा किया तो वो मेरे लंड को चूसने लगी।

अब तो मेरा लंड फूल कर लंबा और मोटा हो गया था। मैंने उसको बेड पर पटक दिया और उसकी चुत को चाटने लगा। वो मादक सिसकारियाँ भर रही थी ‘एयेए उऊहह उम्म्ह… अहह… हय… याह… माँआ..’
मैं उसकी चुत में जीभ डालकर चुत चाटने लगा। उसको काफ़ी मज़ा आ रहा था।

मैं भी सुपारे की चोट मार-मार कर उसकी चुत को चाट रहा था। उसकी चुत का रस चाट रहा था।

मैंने फिर उसकी चुत में एक उंगली को डालकर उसकी चुदाई स्टार्ट की.. उंगली अन्दर-बाहर करने लगा। मेरी उंगली उसकी चुत में इतनी तेज़ स्पीड से जा रही थी कि रूम में सटासट सटासट की आवाज़ गूँज रही थी। फिंगर फकिंग का मज़ा उसकी आँखों में भी दिख रहा था.. वो मदहोश हो रही थी।

फिर मैं 2 उंगलियां डालकर कर चोदने लगा। उसकी भी ये पहली चुदाई थी तो उसके भी आनन्द का ठिकाना नहीं था। वो अपने चूतड़ों को उछाल-उछाल कर खुद को ही चुदवा रही थी।

मैं उसकी चुत का रस भी चाट रहा था। साथ ही उसकी जीभ को अपने मुँह से चूस रहा था। इसके बाद मैंने 3 उंगलियां डालकर उसकी चुत की चुदाई स्टार्ट की.. अब तो वो एकदम जन्नत में पहुँच चुकी थी। वो बेइंतेहा सिसकारियां भर रही थी, वो ‘फक मी हार्डर भैया..’ कह रही थी।
मैं भी उंगलियों की स्पीड को और बढ़ाए जा रहा था।

फिंगर फकिंग के बाद मैंने उसको फ्रेंच किस स्टार्ट किया। वो मेरे मुँह के अन्दर तक जीभ डाल कर किस कर रही थी। उसके बाद मैंने उसकी पूरी बॉडी पर किस किया.. होंठों पर.. कानों पर.. माथे पर.. नाक पे..गालों पर.. उसके चूचुकों को चूस कर लाल ही कर दिया था।

इसके बाद मैं नीचे आया और पेट पर.. जाँघों पर.. चुत पर.. उसके अंगूठे पर.. मतलब उसको सभी जगह किस किया।
उसके बाद मैंने अपना लंड उसकी चुत पर रखा और ज़ोर का झटका दे दिया तो लंड अन्दर तक चला गया। उसकी सील को तो उसने पहले ही तोड़ दिया था, तो उसको बहुत मज़ा आ रहा था। मुझे भी इतनी टाइट चुत को चोदने का मज़ा आ रहा था क्या बताऊं यारो!

मैंने उसको चोदना स्टार्ट किया.. पहले हल्के-हल्के चोदता रहा, फिर स्पीड बढ़ता गया.. इतनी तेज़ स्पीड से चुदाई हो रही थी कि पूरा रूम ही सटासट सटासट.. फच फच की आवाज़ से गूँज रहा था।

इस धकापेल चुदाई से हम दोनों ही पसीने से भीग गए थे। वो भी मेरी बॉडी के पसीन से लथपथ हो गई थी। मैंने उसको अपने ऊपर लिटा कर चोदना स्टार्ट किया.. वो भी गांड उछाल-उछाल कर चुदाई में साथ दे रही थी।
करीब 15 मिनट बाद वो झड़ गई और मुझसे लिपट गई, अब वो मुझसे कहने लगी- ऐसा मेरे साथ पहली बार हुआ है.. मुझे मजा आ रहा है।

मैंने उसको और ज़ोर से चोदने लगा और फ्रेंच किसिंग भी करता रहा। कुछ धक्कों के बाद मैं भी झड़ गया और सारा माल उसकी चुत में ही छोड़ दिया।

हम दोनों पसीने-पसीने हो गए थे, तब भी एक-दूसरे में चिपके रहे।

कुछ देर बाद फिर से जवानी मचलने लगी।

उसके बाद उसने मुझे जीभ किस किया और डॉगी पोज़िशन में बैठ गई। मैंने उसके हाथों को पीछे से पकड़ा और लंड चुत में डालकर चुदाई चालू की।
अबकी बार वो कह रही थी- अह.. भैया और तेज़ धक्के मारो.. फक मी हार्डर.. हार्डर..
वो खुद भी पीछे की तरफ चूतड़ों को हिला-हिला कर चुदाई में साथ दे रही थी।

मैंने उसको गोद में उठा लिया और खड़ा होकर अपना लंड उसकी चुत में डाल दिया। वो मुझसे लिपटी हुई थी.. उसने मेरी कमर पर अपनी टांगों को पीछे से लॉक कर लिया था और हाथों से मेरी गर्दन को पकड़ रखा था। मैंने उसके चूतड़ों को पकड़ कर ऊपर-नीचे करके चोदना चालू किया।
सच में इतना मज़ा आ रहा था कि पूछो मत।

चुदाई के साथ ही उसको उसके मुँह में जीभ डाल कर उसको किस भी करता रहा। कुछ देर बाद उसकी जाँघों को पकड़ कर उसको उछाल-उछाल कर उसकी जबरदस्त चुदाई की।

उसके बाद उसको बेड पर लिटा दिया और बेड के पास झुक कर लंड उसकी चुत में लंड डाल कर चुदाई स्टार्ट कर दी। इस तरह करीब 15 मिनट के बाद हम दोनों ही झड़ गए।

वो इतनी मस्त हो चुकी थी कि कुछ ही देर बाद वो फिर कहने लगी थी- भैया फक मी हार्डर..
मैं उसको फिर से चोदने लगा.. अबकी बार मैंने उसको इतनी तेज़ स्पीड से चोदा कि उसको भी मेरा लंड हमेशा याद रहेगा।
फिर मैंने अपने लंड का सारा माल उसकी चुत में ही छोड़ दिया.. और उससे लिपट कर लेटा रहा।

कुछ देर बाद वो मुझे किस करने लगी.. उसने कहा- आपको लड़की के साथ सेक्स करना बहुत अच्छे से आता है.. यू डू गुड सेक्स.. आपकी बीवी तो आपसे बहुत खुश रहेगी।
फिर मैंने उसके मुँह में जीभ डालकर उसको फ्रेंच किस किया।
उसने कहा- चलो अब बहुत हुआ.. मम्मी आ जाएंगी।

हम दोनों ने कपड़े पहने.. मुँह हाथ धोए.. बाल बनाए और टीवी देखने लगे।
मैंने उससे ‘आई लव यू’ कहा और उसने भी ‘आई लव यू टू’ कहा। मैंने उसको एक दवाई दी ताकि वो प्रेग्नेंट ना हो और कहा- इसे पानी के साथ पी लो।

उसने दवाई खा ली, तभी बेल बजी और मेरी माँ और उसकी माँ डॉक्टर के यहाँ से लौट आई थीं।

उसके बाद उसने होमवर्क किया.. उसकी माँ ने किचन का काम खत्म किया और फिर शाम को 8 बजे करीब घर चले गए। वो जब जा रही थी तो उसके चेहरे पर स्माइल थी.. मैंने उसे इशारे से फ्लाइंग किस किया.. वो स्माइल करते हुए घर चली गई।

अगले दिन जब मैं पानी चलाने के लिए किरायदारों के यहाँ गया.. जहाँ उसको भी कमरा दे रखा था.. तब उसका बाप काम पर जा चुका था और माँ हमारे यहाँ काम पर आ गई थी।

मैंने मौके का फायदा उठाया और मैं गेट बंद करके अन्दर आकर उसके कमरे में आ गया। वो ज़मीन पर मुँह के बल सोई हुई थी। मैं उसके ऊपर लेट गया और होंठों को किस करने लगा। वो नींद में भी किस दे रही थी।
फिर मैंने उसकी स्कर्ट उठाई चड्डी उतारी और अपना लंड उसकी गांड में घुसेड़ दिया और उसकी गांड मारी। उसने भी टाँगें फैला ली थीं ताकि मुझे कोई प्राब्लम ना हो। ये अब मेरी रोज़ की आदत बन गई थी। उसके साथ सेक्स करना मुझे भूलता ही नहीं था। वो सच में एक हीरोइन टाइप की लड़की थी। जब तक वो हमारे यहाँ रेंट पर रही, उसके साथ ये सिलसिला यूं ही चलता रहा।
 
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