अन्तर्वासना पर हिंदी सेक्स कहानी के शौकीन आप सभी पाठकों को नमस्कार। मैं विजय अपनी एक कहानी लेकर आया हूँ। मेरा कद 5’10” है। लंड का आकार भी मुसंड है।
एक बार जब मैं अपनी एक जुगाड़ अनु को चोद रहा था तो एक पड़ोस की भाभी ने देख लिया था, वो हमारे घर के समीप ही रहती थी। उसका नाम सीमा है। उसकी आयु 36 साल की है और फिगर 38-30-40 का है।
आप फिगर से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि वो कैसी होगी।
जब उसने हम दोनों को चुदाई करते हुए देख लिया.. तो मैं डर गया था। मैं उस लौंडिया अनु के कहने पर उसके घर गया कि वो मेरी मां को मत बताए। वो मुझे घर पर नहीं मिली.. मेरे मन में डर था कि कहीं वो माँ को न बता दे।
अब मैंने डर के मारे स्कूल जाना बंद कर दिया.. ताकि जब वो घर पर आए.. तो मैं उसको ना बताने दूँ।
तीन दिन के बाद भी जब वो नहीं आई.. तो मैं उसके घर पर ही चला गया। उस वक्त वो अपने बेडरूम में आराम कर रही थी।
मैंने आवाज लगाई तो भाभी बोली- अन्दर आ जाओ।
मैं अन्दर गया और जाते ही मैंने भाभी को ‘सॉरी’ कहा और कहा- आगे से ऐसा नहीं होगा.. आप मां को मत बताना।
तब भाभी बोली- कोई बात नहीं.. ऐसा हो जाता है… मैं नहीं बताऊँगी।
मैंने भाभी का ‘धन्यवाद’ किया।
एक बात और बता दूँ कि भाभी के पति शहर में काम करते हैं और शनिवार को आते हैं।
उस दिन वीरवार था।
भाभी बिस्तर पर आराम कर रही थीं, उसने मुझे बैठने को कहा तो मैं उसके नजदीक ही बैठ गया वो मुझे देख कर मुस्कराने लगीं।
तो मैंने भाभी से पूछा- क्या हुआ?
तब भाभी ने मेरी तरफ हाथ किया, मैंने देखा कि भाभी को बुखार था।
मैंने कहा- अरे भाभी आपको तो बुखार है.. मैं दवाई लाता हूँ।
पर उसने मना कर दिया।
फिर भी मैं भाभी के लिए दवाई लेकर आया, आते ही मैंने दवाई दी।
भाभी ने कहा- तुम मेरा सिर दबा दो।
तो मैं उनका सिर दबाने के लिए पास में ही बिस्तर पर बैठ गया, उसका सिर मेरे घुटने पर था।
हम बातें करने लगे.. बातों-बातों में भाभी ने पूछा- उस दिन मजा आया.. जिस दिन तुम अनु को चोद रहे थे?
उनके मुँह ‘चोदने’ की बात सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया था।
यह हिन्दी सेक्स कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
मैं भाभी का सिर दबा रहा था.. तो मैं कभी-कभी अपना हाथ उसके कंधे के पास लेकर जाता.. तो वो अपनी आंखें बंद करके मजा ले रही थी।
फिर धीरे-धीरे मैं अपना हाथ उसके गले तक लाया.. फिर वहाँ पर सहलाने लगा।
मैंने भाभी से पूछा- कहीं दर्द तो नहीं है?
भाभी ने कहा- हाँ मेरे सीने में है।
मैंने भाभी को सीधे लेटने के लिए कहा.. वो सीधा लेट गई। फिर मैं नारियल के तेल से भाभी के सीने पर मालिश करने लगा।
भाभी ने अपने शर्ट को ऊपर किया हुआ था, मैं मालिश कर रहा था।
उसकी आंखें बंद थीं.. मेरा औजार तैयार था।
मैं मालिश करते-करते उसकी चूचियों तक जा पहुँचा। अब हल्के हाथ से मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा, वो आंखें बंद करके मजा ले रही थी।
एक बार जब मैं अपनी एक जुगाड़ अनु को चोद रहा था तो एक पड़ोस की भाभी ने देख लिया था, वो हमारे घर के समीप ही रहती थी। उसका नाम सीमा है। उसकी आयु 36 साल की है और फिगर 38-30-40 का है।
आप फिगर से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि वो कैसी होगी।
जब उसने हम दोनों को चुदाई करते हुए देख लिया.. तो मैं डर गया था। मैं उस लौंडिया अनु के कहने पर उसके घर गया कि वो मेरी मां को मत बताए। वो मुझे घर पर नहीं मिली.. मेरे मन में डर था कि कहीं वो माँ को न बता दे।
अब मैंने डर के मारे स्कूल जाना बंद कर दिया.. ताकि जब वो घर पर आए.. तो मैं उसको ना बताने दूँ।
तीन दिन के बाद भी जब वो नहीं आई.. तो मैं उसके घर पर ही चला गया। उस वक्त वो अपने बेडरूम में आराम कर रही थी।
मैंने आवाज लगाई तो भाभी बोली- अन्दर आ जाओ।
मैं अन्दर गया और जाते ही मैंने भाभी को ‘सॉरी’ कहा और कहा- आगे से ऐसा नहीं होगा.. आप मां को मत बताना।
तब भाभी बोली- कोई बात नहीं.. ऐसा हो जाता है… मैं नहीं बताऊँगी।
मैंने भाभी का ‘धन्यवाद’ किया।
एक बात और बता दूँ कि भाभी के पति शहर में काम करते हैं और शनिवार को आते हैं।
उस दिन वीरवार था।
भाभी बिस्तर पर आराम कर रही थीं, उसने मुझे बैठने को कहा तो मैं उसके नजदीक ही बैठ गया वो मुझे देख कर मुस्कराने लगीं।
तो मैंने भाभी से पूछा- क्या हुआ?
तब भाभी ने मेरी तरफ हाथ किया, मैंने देखा कि भाभी को बुखार था।
मैंने कहा- अरे भाभी आपको तो बुखार है.. मैं दवाई लाता हूँ।
पर उसने मना कर दिया।
फिर भी मैं भाभी के लिए दवाई लेकर आया, आते ही मैंने दवाई दी।
भाभी ने कहा- तुम मेरा सिर दबा दो।
तो मैं उनका सिर दबाने के लिए पास में ही बिस्तर पर बैठ गया, उसका सिर मेरे घुटने पर था।
हम बातें करने लगे.. बातों-बातों में भाभी ने पूछा- उस दिन मजा आया.. जिस दिन तुम अनु को चोद रहे थे?
उनके मुँह ‘चोदने’ की बात सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया था।
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मैं भाभी का सिर दबा रहा था.. तो मैं कभी-कभी अपना हाथ उसके कंधे के पास लेकर जाता.. तो वो अपनी आंखें बंद करके मजा ले रही थी।
फिर धीरे-धीरे मैं अपना हाथ उसके गले तक लाया.. फिर वहाँ पर सहलाने लगा।
मैंने भाभी से पूछा- कहीं दर्द तो नहीं है?
भाभी ने कहा- हाँ मेरे सीने में है।
मैंने भाभी को सीधे लेटने के लिए कहा.. वो सीधा लेट गई। फिर मैं नारियल के तेल से भाभी के सीने पर मालिश करने लगा।
भाभी ने अपने शर्ट को ऊपर किया हुआ था, मैं मालिश कर रहा था।
उसकी आंखें बंद थीं.. मेरा औजार तैयार था।
मैं मालिश करते-करते उसकी चूचियों तक जा पहुँचा। अब हल्के हाथ से मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा, वो आंखें बंद करके मजा ले रही थी।