मैं प्रथम अपनी हिंदी सेक्स स्टोरी लेकर हाज़िर हूँ। यह वाकिया अभी से कुछ दिनों पहले का ही है.. जब मेरा किसी काम से बाहर अपनी साली के गाँव में जाना हुआ।
मेरी साली पलक.. जिसकी उम्र करीब 28 साल है, उसका फिगर 34-28-36 का है।
मेरी साली मुझे पसन्द करती थी
मेरी शादी के पहले से ही जब मेरा अफेयर चल रहा था, तब से ही मेरी और पलक की बहुत अच्छी बनती थी। तब उस समय भी कुछ कुछ उमंगें एक-दूसरे के लिए हम दोनों के मन में थीं.. मगर हम दोनों कभी एक-दूसरे से कुछ कह नहीं पाए।
फिर एक दिन पलक की शादी हो गई और वो अपने ससुराल चली गई। अब तो वो एक बच्चे की माँ भी है। मगर अभी भी उसका जब फोन आता है.. तो दिल में एक उम्मीद फिर से जाग जाती है।
तो हुआ कुछ यूँ कि मुझे ऑफिस के काम से उसके शहर जाना पड़ा। मेरी बीवी ने उसे पहले ही फोन करके बता दिया था कि तेरे जीजू आ रहे हैं।
वो फोन पर मुझसे बोली- जीजू आप आएँगे तो हमारे घर में ही रुकिएगा। हम आपको अपने से दूर किसी होटल में नहीं रुकने देंगे।
मैंने भी कहा- ठीक है साली जी.. इस बार तुम्हें भी अपनी सेवा का मौका देंगे।
मैं तय दिन पर उसके शहर पहुँचा, उसका पति मुझे स्टेशन लेने आया था, मुझे वहाँ पहुँचने में शाम हो गई थी.. तो हम दोनों स्टेशन से सीधे एक एक बियर मारने चले गए और रात करीब 8 बजे हम दोनों पलक के पास घर पहुँचे।
वहाँ पलक मेरा इंतज़ार कर रही थी।
कसम से यारों आज तो वो क्या बला की खूबसूरत लग रही थी.. घर में घुसते से ही उसका पति बोला- अरे वाह, आज जीजा आने वाला था तो बड़ा बन-संवर के बैठी हो।
वो बोली- और क्या.. आप तो हमारी कद्र ही नहीं करते हो.. तो इसीलिए आज मैं अपने जीजा के ही लिए सज-संवर रही हूँ।
हम सभी ने उस बात को हँसी में टाल दिया।
फिर मैं फ्रेश होकर जब खाना खाने आया तो उसका पति घर में नहीं था, मैंने पूछा- ये कहाँ चला गया है?
वो बोली- तुम्हारी बियर से उनका पेट नहीं भरता है.. तो वो और इंतजाम करने गए हैं।
मैं चुप रहा।
मेरी साली अपने पति से दुखी थी
वो बोली- चलो जीजू हम लोग खाना खा लेते हैं.. उन्हें तो आने में देर हो जाएगी।
मुझे भी बहुत भूख लगी थी।
मैंने भी कहा- सही है।
फिर पलक ने हम दोनों के लिए खाना लगाया और हम दोनों टेबल पर बैठ कर खाना खाने लगे और इधर-उधर की बातें करने लगे। मगर बार-बार मुझे लग रहा था कि वो बात तो मुझसे कर रही है मगर उसका मन कहीं और लगा हुआ है।
मैंने शरारत भरे लफ्जों में पूछ ही लिया- क्या बात है पलक.. पति के बिना खाने में मन नहीं लग रहा है क्या?
वो बोली- नहीं.. ऐसी कोई बात नहीं है.. ये तो उनका रोज़-रोज़ का ही काम है।
फिर मैंने पूछा- क्या बात है फिर तुम्हारा ध्यान कहीं और क्यों है?
मगर उसने बात को वहीं टाल दिया, मैंने भी पर्सनल लाइफ के बारे में ज़्यादा पूछना ठीक नहीं समझा।
फिर हम दोनों ने खाना खाया।
वो बोली- चलो सैर करके आते हैं।
उसका बच्चा सो गया था तो हम दोनों उसके घर के सामने के पार्क में टहलने लगे। बड़ी ठंडी-ठंडी हवा चल रही थी और उसने उस रात को काले कलर का गाउन पहना था जो बहुत ही टाइट था और उसमें से उसकी ब्रा और पैन्टी का शेप भी बाहर दिख रहा था।
मेरी साली पलक.. जिसकी उम्र करीब 28 साल है, उसका फिगर 34-28-36 का है।
मेरी साली मुझे पसन्द करती थी
मेरी शादी के पहले से ही जब मेरा अफेयर चल रहा था, तब से ही मेरी और पलक की बहुत अच्छी बनती थी। तब उस समय भी कुछ कुछ उमंगें एक-दूसरे के लिए हम दोनों के मन में थीं.. मगर हम दोनों कभी एक-दूसरे से कुछ कह नहीं पाए।
फिर एक दिन पलक की शादी हो गई और वो अपने ससुराल चली गई। अब तो वो एक बच्चे की माँ भी है। मगर अभी भी उसका जब फोन आता है.. तो दिल में एक उम्मीद फिर से जाग जाती है।
तो हुआ कुछ यूँ कि मुझे ऑफिस के काम से उसके शहर जाना पड़ा। मेरी बीवी ने उसे पहले ही फोन करके बता दिया था कि तेरे जीजू आ रहे हैं।
वो फोन पर मुझसे बोली- जीजू आप आएँगे तो हमारे घर में ही रुकिएगा। हम आपको अपने से दूर किसी होटल में नहीं रुकने देंगे।
मैंने भी कहा- ठीक है साली जी.. इस बार तुम्हें भी अपनी सेवा का मौका देंगे।
मैं तय दिन पर उसके शहर पहुँचा, उसका पति मुझे स्टेशन लेने आया था, मुझे वहाँ पहुँचने में शाम हो गई थी.. तो हम दोनों स्टेशन से सीधे एक एक बियर मारने चले गए और रात करीब 8 बजे हम दोनों पलक के पास घर पहुँचे।
वहाँ पलक मेरा इंतज़ार कर रही थी।
कसम से यारों आज तो वो क्या बला की खूबसूरत लग रही थी.. घर में घुसते से ही उसका पति बोला- अरे वाह, आज जीजा आने वाला था तो बड़ा बन-संवर के बैठी हो।
वो बोली- और क्या.. आप तो हमारी कद्र ही नहीं करते हो.. तो इसीलिए आज मैं अपने जीजा के ही लिए सज-संवर रही हूँ।
हम सभी ने उस बात को हँसी में टाल दिया।
फिर मैं फ्रेश होकर जब खाना खाने आया तो उसका पति घर में नहीं था, मैंने पूछा- ये कहाँ चला गया है?
वो बोली- तुम्हारी बियर से उनका पेट नहीं भरता है.. तो वो और इंतजाम करने गए हैं।
मैं चुप रहा।
मेरी साली अपने पति से दुखी थी
वो बोली- चलो जीजू हम लोग खाना खा लेते हैं.. उन्हें तो आने में देर हो जाएगी।
मुझे भी बहुत भूख लगी थी।
मैंने भी कहा- सही है।
फिर पलक ने हम दोनों के लिए खाना लगाया और हम दोनों टेबल पर बैठ कर खाना खाने लगे और इधर-उधर की बातें करने लगे। मगर बार-बार मुझे लग रहा था कि वो बात तो मुझसे कर रही है मगर उसका मन कहीं और लगा हुआ है।
मैंने शरारत भरे लफ्जों में पूछ ही लिया- क्या बात है पलक.. पति के बिना खाने में मन नहीं लग रहा है क्या?
वो बोली- नहीं.. ऐसी कोई बात नहीं है.. ये तो उनका रोज़-रोज़ का ही काम है।
फिर मैंने पूछा- क्या बात है फिर तुम्हारा ध्यान कहीं और क्यों है?
मगर उसने बात को वहीं टाल दिया, मैंने भी पर्सनल लाइफ के बारे में ज़्यादा पूछना ठीक नहीं समझा।
फिर हम दोनों ने खाना खाया।
वो बोली- चलो सैर करके आते हैं।
उसका बच्चा सो गया था तो हम दोनों उसके घर के सामने के पार्क में टहलने लगे। बड़ी ठंडी-ठंडी हवा चल रही थी और उसने उस रात को काले कलर का गाउन पहना था जो बहुत ही टाइट था और उसमें से उसकी ब्रा और पैन्टी का शेप भी बाहर दिख रहा था।