Update 10
नेहा ने पूजा की थाली पंडित जी को दे दी जिसे पंडित जी ने भी मुस्कुराकर लिया और बादमे पंडित जी ने आकार उन दोनों को प्रसाद दिया और नेहा के सर पर हाथ रख कर बोले
पंडित- जन्मदिन की बहुत शुभकामनाए नेहा बिटिया
(जन्मदिन है बी अपनी नायिका का )
जिसपर नेहा ने भी झुक कर पंडित जी का आशीर्वाद...
Update 9
कुछ समय बाद परिवार के सभी लोग घर मे बने मंदिर मे सुबह की आरती के लिए इकट्ठा हो रहे थे आज संडे का दिन था तो किसी को काम पर जाने की कोई जल्दी नहीं थी।
विवेक- गुड मॉर्निंग भाभीलोंग
विवेक ने वहा खड़ी नेहा और श्वेता के बीच मे आकार खड़े होते हुए कहा
नेहा- गुड मॉर्निंग
नेहा ने विवेक की नाक...
Update 8
अगली सुबह
अलार्म मे घनघनाने की आवाज से राघव की नींद खुली और वो उठ कर बैठा, पूरी आंखे खोलने के बाद उसने अपने बाजू मे बेड पर देखा तो उसका चेहरा उतर गया, उसके बाजू का बेड का साइड खाली था नेहा वहा नहीं थी।
(पहले खुद इग्नोर करो फिर वो क्यू नहीं है इसपे चेहरा भी उतारो, हिपाक्रसी की भी...
Update 7
"मुझे तुम्हारे और नेहा के रिश्ते के बारे मे तुमसे कुछ बात करनी है"
शिवशंकर जी ने राघव से सीधे मुद्दे पर बात करना शुरू किया
शिवशंकर- आराम से बैठ जाओ राघव ये बात चित थोड़ी लंबी चलेगी
जिसके बाद राघव वहा रखी खुर्ची पर बैठ गया जिसके बाद शिवशंकर जी ने अपनी बात आगे बढाई
शिवशंकर- राघव...
Update 6
नेहा और शेखर ऑफिस से घर लौट आए थे।
शाम को नेहा किचन मे सब्जियां काट रही थी लेकिन उसके दिमाग मे अभी भी ऑफिस वाली बाते ही घूम रही थी, कैसे राघव ने उसका नाम लिया और बाद मे राघव का ये कहना के वो सब उसने सिर्फ पापा की वजह से किया था, ये कहना साफ झूठ होगा के नेहा को उस बात का बुरा नही लगा...
Update 5
"क्या हो रहा है वहा"
पीछे से एक डीप डोमीनेट करने वाली आवाज आई, उस आवाज मे एक जरब थी, हुकिमीपन था जो किसी को भी अपने सामने झुका सकता था
नेहा अपनी जगह पर जम गई थी हर बीतते पल के साथ उसके दिल की धड़कने भी बढ़ रही थी और नेहा को अब उसके गुस्से से डर लग रहा था
वहा खड़े सब लोग डर से नीचे देख...
Update 4
नेहा के पास घरवालों के सवाल का कोई जवाब नही था, वो सब के चेहरे देखते हुए खामोश रही फिर उसने बात संभालते हुए कहा
नेहा - पापाजी वो सुबह जल्दी चले गए उनकी कोई अर्जन्ट मीटिंग थी
नेहा ने सधी हुई आवाज मे नम्रता के साथ जवाब दिया
शिवशंकर- मुझे समझ नाही आता ये लड़का इतना काम क्यू करता है।...
Update 3
सुबह सुबह खिड़की से कमरे मे आती सूरज की रोशनी बेड पर सोई उस खूबसूरत लड़की की नींद मे खलल डाल रही थी.. उसने आती हुई रोशनी से परेशान होकर अपनी करवट बदली और उसका सीधा हाथ बेड की दूसरी ओर गया मानो किसी को वहा ढूंढ रहा हो लेकिन...
बेड पर उसके अलावा कोई नाही था, उसने अपनी आंखे सहलायी और बची...
Update 2
'जैसे ही उसने उस धीमी रोशनी वाले कमरे मे कदम रखा उसे अपने ऊपर किसी की आखे जमी हुई महसूस हुई जो सीधे उसके दिल को भेद रही थी, वो जानती थी के वो खतरनाक है लेकिन फिर भी उससे दूर नाही जा पा रही थी, उसके खिचाव से अपने आप को बचा नही पा रही थी, उसका चलना उसके बात करने का तरीका मानो पूरी...
Update 1
इस वक़्त सुबह के लगभग 9 बज रहे थे, देशपांडे वाडे मे सभी लोग इस वक़्त एक एक करके नाश्ते के लिए जमा हो रहे थे, अब जब तक ये सभी लोग नाश्ते के लिए जमा हो रहे है तब तक मिलते है इस कहानी के किरदारो से
सबसे पहले तो परिवार के मुखिया शिवशंकर देशपांडे, अपने जमाने के एक जाने माने बिज़नेसमॅन और...
प्रोलॉग
हमने हमारी फिल्मों में देखा है सीखा है के लड़का लड़की मिले दोनो में प्यार हुआ दोनो की जिंदगियों में कुछ मुसीबतें आई बाद में दोनो की शादी हो गई दोनो मिल गए और बस कहानी खतम लेकिन इसके बाद की कहानी कोई नही बताता लेकिन क्या हो के किसी लव स्टोरी की शुरुवात ही एक शादी से हो या शादी के बाद...
Update - 163
Concluding update:Kamya ki shadi aur suhagrat
Sarita ne Ramesh ke sath sexy intro karne ke baad usko kamre se vida kar diya aur a ke Kamya ke pass beth gai.
Kamya ne puchha kese laga nanad rani apne yar se intimate hokar.
Sarita ne kaha bahut achha laga bhabhi ji, mera to bahut...
Update - 162 Dulhe ki behan Sarita ki Poonam ke devar Ramesh se nok jhonk.
Sabhi ladkiyon ne jab dulhe se intro complete ki to unhone dekha ki dulhe ki behan Sarita
jo ke bahut saz dhaz kar ayi thi apne bhai ki shadi mein
Poonam ke devar Ramesh se intimate hokar batein kar rahi thi.
Ramesh ko...
Update - 161
Dulhe ki ,Kamya ki shadi mein ayii uski saheliyon se mulakaat.
Kamya vapas ghar a gyi Madhu mam se apni shadi fix karwaane ke baad.
Ghar a kar usne apni Saroj mummy samet sab ko bata dia shadi ki date ke vare mein.
Uski bhabhi Rubi ne kaha, yar kuchh to din chahiye hi the tyari...