अब वो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो चली थी क्योंकि उसकी शरारतें, हंसी मज़ाक सब गायब हो चुका था, उसकी आँखों में लाल लाल डोरे से तैर आये थे,
उसकी चूत भी अब पानी छोड़ने लगी थी।
इधर मेरा लंड भी कच्छे के अंदर फंसा घुटने लगा था, वो भी इस नज़ारे का दीदार करना चाहता था।
मेरी खुद की चड्डी की रगड़ से ही कहीं...