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हेलो फ्रेंड, मेरा नाम अजय व्यास है. मैंने इस सेक्स वेबसाइट का बहुत पुराना रीडर हु. मुझे यहाँ पर सेक्स कहानिया पढना बहुत अच्छा लगता है. यहाँ पर बहुत सी कहनिया पढ़ने के बाद, आज मैं अपनी कहानी भी शेयर करने करने जा रहा हु. पहले मैं अपने बारे में बता दू, मेरी उम्र २० साल है और मेरा लंड ७ इंच लम्बा है और ३ इंच मोटा है. मैं चूत चाटने का और चोदने का बड़ा आशिक हूँ. मैं जयपुर का रहने वाला हु.

अब मैं अपनी कहानी पर आता हु. ये बात ३ मंथ पहले की है, जब मैं अपना डिप्लोमा करके आया था. उस रिमे मेरे अंकल की शादी हुई ही थी. मेरा आंटी दिखने में एकदम माल थी, ३८ के बूब्स, ३८ की गांड.. क्या कमाल का फिगर था. ऐसा था, कि उन्हें देखते ही चोदने का मन करता था. मैं जब पहली बार उनको देखा, तो मैं देखता ही रह गया था.

एक दिन की बात है, जब मैं जल्दी उठ गया था और अपने रूम में अपना सामान एडजस्ट कर रहा था. मेरे रूम की विंडो हमारे घर के बेक साइड वाली गेलरी के जस्ट सामने थी. उस दिन जब मैं अपने कपड़े और बाकी सामान एडजस्ट कर रहा था, तभी सामने मैंने देखा, कि आंटी पीछे आई थी नहाने. पीछे गेलरी में एक बाथरूम बना हुआ है और आंटी रोज़ सुबह जल्दी उठती थी और वहां पर नहाने आती थी. उस दिन भी ऐजउजुअल आंटी नहाने गयी थी. बाथरूम में पानी ख़तम हो गया था और मोटर का स्विच बाहर था. मैंने देखा, आंटी फुल न्यूड बाथरूम से बाहर आई और मोटर ओन करके अन्दर चली गयी. उनको ऐसे देख कर, मेरी तो जैसे साँसे ही रुक गयी. क्या बोबे थे उनके, एकदम टाइट और एकदम क्लीन पुसी थी उनकी. उनको देख कर ही मेरा लंड खड़ा हो गया था. २-३ दिन तक तो, मैं उनके बारे में सोच कर ही मुठ मारता रहा.

मेरा उनको फिरसे न्यूड देखने का बहुत मन था. तो मैंने एक प्लान बनाया. रात को सबके सोने के बाद, मैंने बाथरूम का नल खुला छोड़ दिया और सिर्फ एक बाल्टी पानी भर कर रख दिया. ताकि जब आंटी नहाने आये, तो पानी ना हो और मेरी सारी मेहनत बेकार हो जाए और मुझे कुछ भी देखने को ना मिले. तो अगले दिन, मैं फिर से जल्दी उठा और आंटी का वेट करने लगा. जैसे ही वो नहाने गयी, मैंने विंडो के पास आकर बैठ गया. बट इस बार, उन्होंने मुझे देख लिया था और जल्दी से अन्दर चली गयी. ऐसा मैंने कई बार किया था, तो आंटी को मुझपर शक हो गया था. जब अगली बार उन्होंने मुझे देखा सुबह विंडो पर, तो वो समझ गयी, कि ये सब मेरा ही किया हुआ है.

उसके कुछ दिनों बाद, घर वालो को एक फ्न्शन में जाना था. मैंने जाने से मना कर दिया था और आंटी भी घर पर ही थी. उस समय जब घर पर कोई नहीं था, सब जने बाहर गये थे फ्न्शन में, तब उन्होंने मुझे बुलाया. मैं डर के मारे कांप रहा था. मैं उनके रूम में गया, तो देखा कि वो तैयार हो रही थी. उन्होंने मुझे बैठाया और पूछा, कि मुझे सुबह देखने के लिए बैठे रहते हो ना और राज रात को बाथरूम में पानी भी खाली कर देते हो. ये सुन कर मैं एकदम से घबरा गया और कहा - नहीं तो. मैं तो बस अपना काम करने के लिए उठा था. वो बोली - झूठ मत बोलो. नहीं तो तुम्हारी माँ को बता दूंगी . मैं डर गया और कहा - हाँ, मैं आपको तो देखने के लिए ही उठा था. तो उन्होंने पूछा - क्यों? तब मैंने बोला - कि आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो. मैं आपको चोदना चाहता हु. वो ये सब सुनकर एकदम से हंस पड़ी और मैं समझ गया, कि मुझे अब क्या करना है.

मैं बिना टाइम वेस्ट किये हुए, उनको पकड़ लिया और एक जोरदार किस करने लगा. मैंने उनको एकदम टाइट पकड़ा हुआ था. फिर मैंने उनके कपड़े उतारे और अब वो सिर्फ पेंटी में थे. उनके बूब्स माय गॉड, कितने बड़े थे और इतने सॉफ्ट, कि मैं देखते ही उसको चुसना चालू कर दिया. फिर मैंने उनको बेड पर लिटाया और ऊपर से किस करना स्टार्ट कर दिया. किस करते - करते नीचे आया और उनकी पेंटी उतारी. क्या पुसी थी उनकी, एकदम पिंक कलर की और एकदम क्लीन. उसको देखते ही, मैंने उनके पैर खोले और उनकी चूत चाटने लगा. आंटी भी पूरा साथ दे रही थी. उनके मुह से अहहः अहहहः अहहः ऊओह्हूह्ह्ह्ह अहहहः ऊऊह्ह अजय खा जा इसको.. ये सब बोल रही थी.

२० मिनट तक उनकी चूत चाटने के बाद, वो झड़ गयी और मैंने उनका सारा पानी पी लिया. फिर मैंने उनको अपना लंड दिया और उन्होंने मुह में ले लिया. लंड देख कर वो बोली - इतना बड़ा और उसे वो मुह में लेकर मस्ती में उसको चूसने लगी. माय गॉड, क्या मस्त फीलिंग थी वो. ऐसा लग रहा था, जैसे सपना हो. १० तक चूसने के बाद, मैंने उनको घोड़ी बनाकर, अपने लंड को उनकी चूत पर रगड़ना चालू कर दिया. उनको बहुत मज़ा आ रहा था.

२ मिनट बाद वो बोली, अब कितना तड़पायेगा? डाल भी दे. इतना बोलते ही, मैंने जोर से धक्का लगाया और मेरा आधा लंड उनकी चूत में चला गया था. वो जोर से चिल्ला पड़ी.. ऊऊफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़् मर गयी. अहहाहा अहहाह ऊओह्ह्ह दर्द हो रहा है. इतना सुनते ही, मैंने एक और जोर का धक्का दिया और इस बार पूरा लंड उनके अन्दर जा चूका था. उनकी आँख से आसू आ गये थे. क्योंकि अंकल ने उनको ढंग से नहीं चोदा था. तो उनकी चूत अभी भी टाइट थी.

फिर मैंने धीरे - धीरे अन्दर - बाहर करना चली करा और उनकी भी मज़ा आने लगा था. फिर मैंने जोर से झटका दिया, तो उनको और मज़ा आया. २० मिनट तक ऐसे ही चोदने के बाद, मैंने लंड फिर से उनके मुह में दे दिया और चुस्वाया. ५ मिनट तक चुस्वाने के बाद, मैंने उनको बेड पर लिटाया और फिरसे उनको चोदना चालू करा और १५ मिनट बाद, मैंने उनके अन्दर ही अपना पानी छोड़ दिया. फिर मैं उनके ऊपर ही लेट गया. उस दिन मैंने उनको ६ बार चोदा और अब जब भी हमको मौका मिलता है, हम चुदाई करते है.
 
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