एमबीए की पढाई और चुत चुदाई का सिलसिला

sexstories

Administrator
Staff member
तो दोस्तों जैसा कि हमने पहले की कहानियों में जिक्र किया है कि एमबीए में मैंने एक मस्त माल सपना को पटाया था और उसे अक्सर लैब में चोदता रहता था तो यह सिलसिला जारी रहा। एमबीए पूरा होने के बाद सपना अपने घर चली गई और हमारी चुत लंड की कहानी रुक गई हो जेसे | मैंने भी जाब पकड़ ली। मेरी फ़िल्ड जाब थी और मुझे काफ़ी घूमना फ़िरना पड़ता था। सपना बरेली में जाब करने लगी, एक माईक्रोफ़ाइनांस कम्पनी में और मैंने एक एनजीओ ज्वाईन कर लिया। मेरी अक्सर उससे बात चीत होती रहती थी। उसने मुझे मिलने के लिए अक्सर बरेली बुलाया करती थी।

हालांकि मुझे चोदने के लिए दूसरी माल मिल चुकी थी लेकिन फ़िर भी मैंने मिलने का फ़ैसला किया। उसने बताया कि अगले रविवार को उसकी फ़्रेंड पूनम आ रही है। पूनम वो पहाड़ी माल थी जिसे मैं सपना के घर चोद चुका था। पूनम काफ़ी गरम माल थी और मैंने अपनी दिसम्बर की सर्दियां उसके साथ गरम की थी अल्मोड़ा की वादियों में। तो यह मौका मैं हाथ से नही जाने दे सकता था। मैं अपने फ़ील्ड विजिट में ही वहां पहुच गया और सपना मुझे रीसीव करने आ गई। सपना के साथ एक और लड़की थी पूजा। पूजा भी पहाड़ी थी और मस्त थी। मैं उनदोनो के रुम पर गया और वहां पूनम के आने का इंतजार करने लगा। आखिर वो आई और मुझे देखते ही खुश होके बोली अरे वाह आजाद तुम!! यहां क्या कर रहे हो? मैने कहा तुम्हारी चूत का प्यासा हूं जानेमन आ गया पीछे पीछे।

रात को सोने के वक्त समस्या आई, कमरा एक ही था और हम चार थे, सपना, पूनम और कविता और मैं। दो बेड थे। पहले कहा कि सब नीचे ही सो जाएंगे। मैं किनारे फ़िर सपना, पूजा और अंत में मेरी माल पूनम्। थोड़ी देर हम जमीन पर ही चादर डाल कर सोये, लेकिन किसी को नींद नही आई और थोड़ी देर में सपना और पूनम एक बेड पर सो गईं। पूनम उठ के मेरे पास वाले बेड पर सो गई और मैं जमीन पर लेटा रहा। मुझे नींद ही नही आ रही थी।

लंड फ़नफ़ना रहा था अपनी फ़ेवरेट माल बगल में देखकर तो मैंने अपना हाथ धीरे से पूनम के बेड पर बढ़ाया और डर रहा था क्योंकि पहाड़ी नदी और लड़की का कोई भरोसा नही होता। मैं अपनी उंगली उसके मुह में ले गया। उसने मेरी उंगली चूसनी शुरु कर दी। मैं समझ गया कि वो चुदने के लिए तैयार है लेकिन यह सोच रहा था कि अगर सपना और पूजा जग गई तो गड़बड हो जाएगी सपना की पोल खुल जाएगी। मैंने इसीलिए धीरे से खड़ा होकर अपना लंड उसके मुह के पास कर दिया।

वह चूसने लगी, मेरे लंड में एमबीए की कमीना गिरी भरा खून दौड़ने लगा, बगल में और दो माल पड़ी थी, माहौल गरम था। पूनम मेरा लंड चूस रही थी, थोड़ा भी हिलना डुलने से बेड चरर चरर की आवाज करता और हम पकड़े जाते। फ़िर मैंने उसे धीरे से नीचे उतरने में मदद की। वह नीचे उतर गई बिना आवाज किए। मैंने धीरे से उसका नाड़ा खोला और उसकी चूंचियां दबाने लगा, वो अपनी सिस्कारियां जब्त कर रही थी। मैंने उसे गरम कर दिया। अब वो काफ़ी गरम हो चुकी थी। वो मेरे उपर चढ गई, मेरा लंड अपनी चुत में डाला और हल्के हल्के फ़िस्लाने लगी। उसकी गीली चूत मेरे लंड को तर किये जा रही थी और मैं अपनी सांसे काबू कर रहा था। वो धक्के लगाती गई उसका यही स्टाइल ही था। फ़िर मैंने उसे लिटा कर उसकी टांगे खोल दी और उनमें लंड डाल दिया जो बिना आवाज किए धीरे से सरकता चला गया। उसकी आंहे हल्की तेज हो गईं। मैंने धक्के लगाने शुरु किये और वह सिकुड़ती चली गई चोदते चोदते मैंने उसे गठरी बना दिया और अंत में अपना सारा माल मैंने उसकी चूंचे पर डाल दिया। वो गरमा गरम वीर्य को अपने गालो पर रगड़ने लगी। दो बज रहे थे। हम अपने अपने बिस्तर पर सो गए।

सुबह में सपना ने कहा, एमबीए का खूब फ़ायदा उठा रहे हो तुम मैंने कहा मेरी जान अभी तो तुम्हारी चुदाई बाकी है और मैं ड्यूटी पर निकल गया।
 
Back
Top