कोमल का कोमल बदन मेरा हुआ

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Antarvasna, hindi chudai ki kahani: पापा के साथ मैं ऑफिस जा रहा था पापा का प्रॉपर्टी का काम है और कुछ समय पहले से मैं पापा के साथ काम कर रहा हूं। हम दोनों साथ में ही थे कि तभी अचानक से आगे एक बुजुर्ग व्यक्ति आ गए जैसे ही वह गाड़ी के आगे आए तो पापा ने अचानक से ब्रेक लगाया। जब पापा ने ब्रेक लगाया तो मैं कार से उतर कर आगे की तरफ गया तो देखा एक बुजुर्ग व्यक्ति सड़क पर गिर चुके थे मैंने उन्हें उठाया और कहा आपको चोट तो नहीं लगी। वह कहने लगे कि नहीं बेटा मुझे चोट नहीं लगी पापा भी वहां पर आ गए और पापा भी उनसे पूछने लगे कि आपको चोट तो नहीं लगी है तो वह कहने लगे नहीं मुझे चोट नहीं लगी। उन्होंने कहा कि मेरी ही गलती थी मैं गाड़ी के आगे अचानक से आ गया था पापा ने उन्हें कहा मैं आपको घरछोड़ देता हूं वह कहने लगे कि नहीं मैं चला जाऊंगा। उन्हें अपने घर जाना था और पापा ने उन्हें कार में बैठाया और उनके घर तक छोड़ दिया। पापा ने जब उनके घर तक उन्हें छोड़ा तो वह अपने घर चले गए और पापा को उन्होंने शुक्रिया कहा अब हम लोग अपने ऑफिस के लिए निकले तो पापा कहने लगे आज ऑफिस जाने के लिए देरी हो गई मैंने कहा पापा कोई बात नहीं।

हम लोग जब ऑफिस पहुंचे तो ऑफिस में पापा के बिजनेस पार्टनर आए हुए थे पापा उनके साथ बैठे हुए थे और पापा उनसे बात करने लगे मैं अपने कैबिन में बैठा हुआ था तभी हमारे ऑफिस की रिसेप्शनिस्ट मेरे पास आई और कहने लगी कि सर आपसे कोई मिलने के लिए आया है। मैंने उसे कहा क्या उन्होंने अपना नाम बताया तो वह कहने लगी कि हां उन्होंने कहा कि उनका नाम रोहित है मैंने रिसेप्शनिस्ट को कहा आप रोहित को अंदर भेज दीजिए। जैसे ही रोहित मेरे केबिन में आया तो रोहित कहने लगा सुमित तुम कैसे हो। रोहित मेरा बचपन का दोस्त है और वह अब विलायत में रहता है इसलिए हम दोनों की मुलाकात तो ज्यादा नहीं हो पाती परंतु जब इतने वर्षों बाद रोहित से मैं मिला तो मेरे लिए यह बहुत ही अच्छा था। रोहित मुझसे कहने लगा कि तुमने अपने पापा के साथ काम करना शुरू कर दिया है यह तुमने बहुत अच्छा किया। मैंने रोहित को कहा हां यार अब क्या करता मेरे पास और कोई रास्ता भी तो नहीं था पापा यही चाहते थे और पापा की मुझ से बहुत उम्मीदें हैं पापा मुझे कहने लगे कि मैंने यह मुकाम अपनी मेहनत से हासिल किया है और मैं चाहता हूं कि तुम इसे आगे बढ़ाओ तो भला मैं कैसे उनकी बात को टाल सकता था और मैं पापा के साथ ही काम करने लगा।

रोहित मेरे साथ बैठा हुआ था तो मैंने ऑफिस में काम करने वाले पियून को बुलाया और कहा तुम दो कॉफी बना कर ले आना वह कहने लगा ठीक है साहब अभी कॉफी बना कर ले आता हूं। वह थोड़ी ही देर बाद कॉफी बना कर ले आया मैं और रोहित बात कर ही रहे थे कि पापा भी मेरे केबिन में आ गए पापा रोहित को अच्छी तरीके से पहचानते हैं क्योंकि रोहित का मेरे घर पर अक्सर आना-जाना था रोहित मेरे साथ बहुत बार घर पर भी आता था इसलिए पापा रोहित से उसके हाल चाल पूछने लगे। रोहित ने भी पापा से बात की पापा कहने लगे कि तुम दोनों बैठो मैं अभी कहीं जा रहा हूं, मैं और रोहित साथ में बैठे हुए थे रोहित मुझसे पूछने लगा क्या तुम्हें पता है आजकल कोमल कहां है। मैंने रोहित को कहा नहीं मुझे तो इस बारे में कुछ पता नहीं है मेरी कोमल से काफी वर्षों से मुलाकात नहीं हुई है रोहित मुझे कहने लगा कि तुम्हें अगर कोमल के बारे में कुछ पता चले तो मुझे जरूर बताना। मैंने रोहित को कहा ठीक है अगर मुझे कोमल के बारे में कहीं से कुछ भी जानकारी मिलेगी तो इस बारे में तुम्हे बता दूंगा। मैं और रोहित साथ में बैठे हुए थे और आपस में हम दोनों एक दूसरे से बात कर रहे थे तभी रोहित के फोन पर उसके किसी परिचित का फोन आया और रोहित मुझे कहने लगा कि सुमित मैं अभी चलता हूं मैं तुमसे बाद में मुलाकात करूंगा। मैंने रोहित को कहा ठीक है रोहित हम लोग बाद में मिलते हैं और रोहित यह कहकर चला गया लेकिन रोहित ने मुझे यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर कोमल कहां है क्योंकि इतने वर्षों बाद रोहित ने कोमल के बारे में मुझसे पूछा तो मेरे अंदर भी कमल को ढूंढने की उत्सुकता जाग गई।

मैंने भी कभी सोचा नहीं था कि रोहित अभी तक कोमल को याद करता होगा रोहित और कोमल दोनों ही एक साथ एक ही नाव पर सवार थे वह दोनों एक दूसरे के प्यार में डूबे हुए थे लेकिन ना जाने उन दोनों के बीच में ऐसा क्या हुआ कि कोमल रोहित से दूर चली गई और रोहित भी इस बात से काफी परेशान था। रोहित मुझसे इस बारे में कहता था लेकिन मैंने भी उसके बाद कभी कोमल से कोई बात नहीं की और ना ही मेरा उससे कोई संपर्क था लेकिन मैंने अब कोमल को को ढूंढना शुरू किया तो कोमल का पता मुझे चल गया। जब मुझे कोमल का पता चला तो मैंने कोमल का नंबर किसी प्रकार से ले लिया और कोमल को फोन किया कोमल को जब मैंने फोन किया तो कोमल मेरे हाल चाल पूछने लगी और मैं भी उसके हाल चाल पूछने लगा। कोमल मुझे कहने लगी कि तुम कहां हो मैंने कोमल को बताया कि मैं पापा के साथ बिजनेस कर रहा हूं और मैं दिल्ली में ही हूं कोमल ने मुझे बताया कि वह अब चंडीगढ़ में रहती है। मैंने कोमल को कहा लेकिन तुम चंडीगढ़ कब गई तो कोमल कहने लगी कि मैं अपनी फैमिली के साथ अब चंडीगढ़ में ही रहती हूं मेरे पापा चंडीगढ़ ही शिफ्ट हो चुके हैं। मैंने कहा लेकिन तुमने तो अपना संपर्क ही हमसे खत्म कर लिया है इतने सालों बाद तुमसे बात हो रही है तो मैंने सोचा चलो कम से कम तुम्हारे बारे में थोड़ी बहुत जानकारी तो मिलेगी। कोमल मुझे कहने लगी कि सुमित तुम्हें तो मालूम ही है ना कि रोहित और मेरे बीच में क्या रिलेशन थे अब रोहित के साथ मेरा रिलेशन टूट चुका है और मैं अपनी जिंदगी में अकेले ही खुश हूं।

मैंने कोमल से उसके रिलेशन के बारे में तो नहीं पूछा लेकिन मैंने कोमल से कहा कि कभी तुम मुझसे मिलने के लिए आना। कोमल मुझे कहने लगी कि नहीं सुमित मैं तुमसे मिलने के लिए तो नहीं आ सकती लेकिन यदि तुम कभी चंडीगढ़ आओ तो मुझे जरूर मिलना मैंने कोमल को कहा ठीक है कोमल यदि मैं चंडीगढ़ आया तो तुमसे जरूर मिलूंगा। कोमल से मैंने रोहित के बारे में बात नहीं की लेकिन कोमल को जैसे की रोहित की कोई परवाह ही नहीं थी और वह रोहित के बारे में कोई बात भी नहीं करना चाहती थी वह रोहित को भूल चुकी थी और अपनी जिंदगी में अब वह आगे बढ़ चुकी थी। रोहित मेरे पास दोबारा आया और वह मुझसे कोमल के बारे में पूछ रहा था मैंने उसे कोमल के बारे में बताया और जब मैंने उसे कोमल के बारे में बताया कि मेरी उससे बात हुई थी तो रोहित मुझे कहने लगा कि मैं कोमल से एक बार मिलना चाहता हूं। मैंने रोहित से कहा ठीक है रोहित यदि कोमल दिल्ली आई तो हम लोग उसे जरूर मिलेंगे। रोहित के मन में अभी भी कोमल से मिलने का ख्याल था लेकिन कोमल रोहित से मिलना ही नहीं चाहती थी। कोमल से मैं फोन पर हर रोज बात किया करता मुझे नहीं पता था कि कोमल और मेरे बीच में अश्लील बातें होने लगेंगे। हम दोनों के बीच गरमा गरम बातें होने लगी थी मैं नहीं चाहता था की रोहित को कुछ पता चला। रोहित को मैंने नहीं बताया लेकिन कोमल अपनी चूत मरवाने के लिए मुझसे तैयार थी मैं कोमल को मिलने के लिए जब चंडीगढ़ गया तो उसने मुझे अपने घर पर ही बुला लिया। उसके घर पर उस वक्त कोई भी नहीं था जब कोमल और मैं मिले तो कोमल मुझे देखकर खुश हो गई उसने मुझे कहा तुमसे मुझे आज अपनी चूत मरवानी है।

कोमल इतनी ज्यादा बोल्ड और बिंदास हो चुकी थी कि मेरा लंड एकदम से तन कर खड़ा हो चुका था मेरा लंड हिलोरे मारने लगा था मैंने अपने लंड को जैसे ही बाहर निकाला तो कोमल ने अपने मुंह के अंदर लेकर चूसना शुरू किया। जब कोमल मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर करती तो मुझे और भी मजा आता जिस प्रकार से मैंने कोमल के साथ सेक्स का मजा लिया उस से कोमल पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुकी थी मैं बहुत देर तक कोमल की चूत को चाटता रहा। कोमल की चूत से पानी निकलने लगा था मैंने उसकी चूत को बहुत देर तक चाटा वह अपने आप को बिल्कुल भी नहीं रोक पा रही थी मैंने अपने लंड को कोमल की चूत के अंदर घुसाया तो कोमल चिल्ला उठी और कहने लगी तुम्हारा लंड तो बड़ा मोटा है। मैं कोमल को तेजी से धक्के मारने लगा कोमल को मैं बडी तेजी से चोद रहा था और कोमल के दोनों पैरों को मैंने अपने कंधों पर रख लिया था।

कोमल की चूत के अंदर मेरा लंड घुस रहा था और थोड़ी ही देर बाद मेरा वीर्य मेरे अंडकोष से बाहर की तरफ को निकलने लगा मेरा वीर्य बाहर की तरफ निकलने लगा था मैं अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रहा था जैसे ही मैंने कोमल की चूत के अंदर अपने वीर्य को गिराया तो कोमल खुश हो गई कोमल ने अपनी चूत को साफ़ किया और मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसा। मेरा लंड खड़ा हो चुका था मैंने कोमल को घोड़ी बना दिया मैने कोमल की चूत के अंदर लंड डाल दिया मुझे मजा आने लगा और मैं लगातार तेज गति से कोमल की चूत के मजे ले रहा था कोमल को चोदने में मुझे बड़ा मजा आता और जिस प्रकार से मैंने कोमल की चूत के मजे लिया उससे वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी और मैं भी इस बात से बहुत खुश था, कोमल की चूत के मजे में ले पा रहा हूं। मैंने कोमल की चूत का भोसड़ा बना दिया था और बहुत देर तक उसकी चूत के मजे मैने लिए मेरा वीर्य दोबारा से गिरने वाला था जैसे ही मेरा वीर्य दोबारा से गिरा तो मैं खुश हो गया।
 
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