गर्लफ्रेंड की चूत के मुंह लगाया चुदाई का जोश

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मैं आज आपको गर्लफ्रेंड की पहली दफा चूत चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ जिसपर मैं उसके सेक्स पर में भोलेपन का खूब फाईदा हुआ | दोस्तों कहने को तो वो २१ साल की थी पर उसने कभी सेक्स और रोमांस के बारे में ध्यान ही नहीं दिया आखिर उस पढाई से फुर्सत जो नहीं मिलती थी | दोस्तों इसीलिए अब जब भी मेरी गर्लफ्रेंड बनने के बाद मैं उसके साथ रोमांस किया करता तो वो इतनी गर्म हो जाया करती की कुछ पल के लिए अपनी सारे शर्म हया को भूल ही जाती थी | इसी बात का फाईदा मैंने एक दिन उठाया जब मैंने उससे मिलने के लिए उसके घर रात ९ बजे गया था | मैं वहाँ पंहुचा तो देखा की उसके मम्मी पापा गॉंव गए थे इसीलिए वो कुछ दिनों के लिए घर पर अकेली ही रह रही थी |

इससे अच्छा मौका भला किसी लड़के को मिल सकता है क्या . . .?? अब हुआ मेरा कारनामा शुरू . .!! मैं उससे पहले यूँही इधर उधर की बातें करने लगा और फिर उसके साथ छेढ़खानी करते हुए उसकी बांह पे अपनी उँगलियों को लहरा रहा था | वो इतनी गरमा गयी की बस मुझसे लिपट गयी और मैंने खुलकर उसके हाथों को सहलाना शुर कर दिया जिसपर उसका बदन बेकाबू हुआ जा रहा था | उसने अब अपने होंठों को मेरे सामने कर दिया था जिसपर मुझे भी उसके रसीले होंठों देख रुका नहीं जा रहा था, पल में ही हमारी चूमा चाटी लबालब रफ़्तार से चल रही थी | मेरी लगातार चुम्मा - चाटी से से वो मस्त में मदहोश होती चली गयी मैंने उसकी कुर्ती को उतार दिया | मैं अब अपनी गर्लफ्रेंड के चुचों को ज़ोरों से अपने हाथों में भरकर निचोड़ने लगा |

उसके मस्ताने चुचों में मज़ा इतना आ रहा था की मैं भी चुचों को मस्त में पीने लगा और नंगी बिस्तर पर चुदाई के लिए गिरा दिया | उसकी चूत को थामते हुए मैंने अपनी ऊँगली को अंदर देना शुरू कर दिया और उसे कामआनंद आने और मैं भी अपनी उँगलियाँ मस्त वाली रफ़्तार से अंदर डालने लगा | वो टांगों को झटपटाते हुए तडप रही थी पर मैं अपने लंड के उसकी चूत में ज़ोरदार झटकों के साथ दे रहा था | मेरी गर्लफ्रेंड ज़ोरों की मस्तानी सिसकियाँ ले रही थी और मैं अपने लंड के बस कस - कसके धक्के दिए जा रहा था | वो आआह्ह्ह्ह्ह आःह्ह्ह्ह्ह्ह करके चिल्ला रही थी |

हम उसकी चूत के पानी से इस कदर गीली हो गयी की यूँ समझ लो हम दोनों ही उसकी चूत के पानी में नहा चुके थे जिसके बाद बारी मेरी आई और मैंने अपने वीर्य को भी छोड़ दिया | मैं अपने मुंह को उसकी चूत पर रख अपनी जीभ को लहराने लगा और लेती हुई तडप के मारे जोर जोर से झटपटा रही थी | उसकी चूत से अब खून भी निकल रहा था जिसे मैंने वहीँ चादर से पौंच दिया और उसे पता भी चलने नहीं दिया | मेरी गर्लफ्रेंड की खुली चूत अब मेरे लंड की गुलाम बन चुकी थी और आप तो जानते ही की अगर चूत के मुंह अगर चुदाई का जोश लग गया तो उसे कोई भी अपनी चुदाई कराने से नहीं रोक सकता |
 
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