देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका और कॉलेज स्टूडेंट का घरमे सेक्स

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देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका और कॉलेज स्टूडेंट का घरमे सेक्स

मेरा नाम गगन है और मे २२ साल का जवान लडका हु। में कॉलेज में पढ़ता हु। मे कॉलेज का सबसे होशियार लडका हूं और सब मुझे बहुत प्यार करते है। मे दिखनेमे भी बहुत आकर्षक और सुंदर हु, जैसे पढ़ने में! में लंबा, चौड़ा और गोरा हु। मेरी बियर्ड देखकर लड़के भी कहते है की मस्त है तू। मेरा लंड ८ इंच लंबा है और मेरे लंड पर एक तिल है जो मुझे बहुत पसंद है। हमारे कॉलेज मे लडकिया नही पढती। हमार कॉलेज सिर्फ लड़को का है। हमारे बढ़ते जवानी को देखने के लिए कोई लड़कीं भी नही है और इसका हम सबको बहुत बुरा लगता था। मेरे माता पिता ने मुझे जान बूझकर उस कॉलेज में पढ़ने के लिए भेजा था। में आपको मेरे साथ हुई एक आकर्षक घटना बताता हु।

एक दिन कॉलेज में हमे पढाने के लिए एक नई अध्यापिका आ गई और उसका नाम अंजली था। उसकी शादी नही हुई थी, और वो दिखने में एकदम माल थी। हम सारे लड़को वो पसंद आ गई थी। वो आयी उस दिन उसने पीले रंग की सारी, पिला रंग का ब्लाउज, पीली चूड़ी ऐसे सब पीले रंग का पहना था। मुझे प्रश्न पड़ गया था की, अध्यापिका की ब्रा का रंग कोनसा होगा? मैने उसका जवाब ढूंढने की कोशिश की पर मुझे जवाब नही मिला।

अगले दिन उसने सब गुलाबी रंग का पहना था। उसे नजदीक से देखने के लिए में अगले बैंच पर बैठ गया। वो क्लास में आ गई और नीचे पुस्तक गिरने कारण झूक गई। मुझे उसकी छाती और आधे स्तन दिख गए। और देखने के बाद में उसे एक नजर लगाकर देखने लगा। देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका ने मेरी तरफ देखा और कहा, "क्या हुवा, तुम ऐसे क्यों देख रहे हो?", मैने कुछ नही कहकर पढ़ाई पर ध्यान देने की कोशिश की। उसके कडक स्तन देखकर मेरे होश काबू में नही रहे और में सारी क्लास उसकी स्तन को ही देखता रह गया।

कुछ दिन ऐसे ही गए और देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका को एक बात समज़ा गई की, "में उन्हें सारी क्लास छुटे तक देखता ही रहता हूं"। कुछ दिन बाद उसने मुजे समझाने के लिए बुलाया। मैने डायरेक्ट उनसे कहा की आप मुझे बहुत पसंद है। अध्यापिका थोडी सी शरमाती हुई कहने लगी की, "यह गलत है, तुम स्टडी पर ध्यान देना"। मैने हा में हा मिलाकर उनसे आंख मिलाई। मे हररोज वैसेही करता रहा और वो मुझे समझाती रही। हमारी एग्जाम हो गई और मुझे पेपर देने के लिए लेटहो गया, और अध्यापिका मेरा पेपर ना लेते हुए चली गई। मैने पेपर अपने पास रखा और अगले दिन शाम को अध्यापिका को घर पर गया। मैने दरवाजा खटखटाया तो उन्होंने दरवाजा खोल दिया।

देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका ने टॉप पहना था, और नीचे थ्री-फोर्थ पहनी थी। उस वेश में अध्यापिका बहुत मस्त और आकर्षक दिखने लगी थी। उन्होंने मुझे अंदर बुलाया और चाय और पानी के लिए पूछा। वो मुझसे १ साल बड़ी थी। मैने चाय पी लिया, और एक टक से अध्यापिका को देखने लगा, मुझे ऐसे लगा कि वो शरमा रही है। मैने उन्हें पेपर दिया और वो बोली, "तो तुम इसके लिए आए थे, वो मैनेही जान बूझकर नही लिया था!"।

उनके इस बोलने से मुझे पता चला की उनके मन मे भी मेरे लिए कुछ है। हम दोन्होने चाय पी और में टी. व्ही. देखने लगा। वो मेरे नजदीक आ गई और मुझे कहा, "क्या तुम मुझे चाहते हो?"। मैने इधर उधर देखा तो अध्यापिका बोली, "मेरी तरफ देखो, घरपर कोई नही है, में अकेली रहती हू"। मे मन ही मन खुश हुवा और हसते ही उन्होंने मेरे गाल पर चुमा।

मे थोडी देर के लिए चुप बैठा, और मैने कहा की,"में आपसे प्यार करता हु", और वो बोली "मुझे तुम कहकर पुकारना"। और उसने मेरे ओठोंको चुमा और मैंने भी उसके ओठोंको चुमा और जुबान को जुबान लगाकर फ्रेंच किस की। मैने देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका को अपनी जांघे पर बिठाया और उसे देखने लगा। मैने उसकी स्तन को हात लगाया दबाया। टॉप की उपर से उसके स्तन बहुत मस्त और कडक दिखने लगे थे। मैने उसका टॉप उपर किया और उसके स्तनों को चुमा,व चूमते ही वो आ.. आ. आवाज करते हुए चिल्हाने लगी। मैने उसके कडक चूचीयो को दबाया और फिर एक स्तन को दबाते हुए दूसरे के चुचिया को मुह में लेकर चूसा। इससे वो कामुक हो गई और चिल्हाने लगी।

मैने देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका को उठाकर पलंगपर सुलाया और उसकी चुत को देखने के लिए उसकी पैंट की उपर से हात सहलाया। उसकी चुत बहुत ही मस्त और कडक होगी यह सोचकर मेरे लंड को पानी आ गया था। कुछ देर बाद मैने उसके पैरों के नीचे से ऊपर तक हात सहलाया और चुमा।

इस वजह से वो आ.. आ.. करते हुए अपने पैर पैरोपर घिसने लगी। और ओठ से ओठ दबाने लगी। उसे वैसे देखकर मेरा लंड खड़ा हुवा और मैने उसकी पैंट नीचे करदी। उसकी गोरी जांघे और बिना बालो वाली चुत देखकर मेरे होश ही उड़ गए थे। मेरे लंड को तो बस चुत की आस थी। मैने थोडीभी देर न करते हुए उसके गोरे कडक जांघे को सहलाया और चुमा। उसका मधुर आवाज बढ़ता चला गया और मैने अपना मुह चुत के ऊपर रखा और शुरुवात में हलकेसे चुमा।

मेरे स्पर्श से देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका ने सsssss. आम.. आह.. ऐसे आवाज निकाले और मैने उसके स्तन को दबाते हुए चुत को सारी और चुमा। फिर उसकी चुत को अपनी जुबान से चाट लिया और और वो बहुत कामुक हो गई। उसने अपनी गांड उपर करते हुए मुझे धक्का दिया। मैने उसकी जांघे फैलाकर चुत के छिद्र में जुबान घुसाई और मदमस्त होकर उसे सुख दिया। वो जोर से चिल्हाते हुए अपने स्तन को सहलाने लगी और चुचियों को चिमटे निकालने लगी। इस प्रकार मैने उसकी चुत को बहुत सुख दिया। कुछ देर बाद उसकी चुत से पानी आ गया और मैने पानी पीकर उसे खुशी दी और मुझे भी बहुत अच्छा लगा। चुत का मधुर पानी पीकर मे मन ही मन बहुत खुश था।

कुछ पल बाद मैने लंड को अपना मुह का पानी लगाकर गिला किया और हिलाया।

इससे वो बहुत कडक हुवा, अपना कडक लंड उसकी चुत मे डाल दिया और धक्के दिए, उसकी चुत बहुत आकर्षक और मस्त थी, इसी वजह से लंड अंदर गया। मिशनरी प्रकार मे उसकी चुत मे खड़ा हुवा लंड घुसाया। मैने बहुत जोर से धक्के देकर मजा लिया, और वो आ. आह. आ. करते हुए चिल्हाने लगी। उसकी इस आवाज से मुझे बहुत कामुक हुवा और मैने घोडेके दौड़ने से ज्यादा गतीसे देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका की चुत मे लंड घुसाया और वो और बड़ा आवाज करने लगी। उसने बहुत मजा लेते हुए मुझे प्रतिसाद देकर प्रोत्साहित किया।

मेरे तीव्र गतिसे लंड को पानी आ गया और मैने देसी कडक स्तनोंवाली अध्यापिका के चुत मे ही पानी छोड़ा औरमे बहुत खुश हुवा। यह सब होने के बाद मैने उसके ओठोंको लौंग किस किया। फिर हम दोन्होंने रुककर फिर कॉऊ गर्ल, श्वान शैली और विरुद्ध कॉऊ गर्ल इस प्रकार में सेक्स का बहुत मजा लिया। इस तरह हम लोगोने सारी रात किस करते हुए सेक्स किया और मजा लिया। कुछ दिन ऐसेही चलता रहा पर अगले कुछ दिन में अध्यापिका दूसरे कॉलेज में गई और उस दिन से हमारी बात नही हुई।
 
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