दोस्त की वाइफ को प्रेग्नेंट किया

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हेलो फ्रेंड, मेरा नाम नाम रवि है. मेरी एज २५ साल है. मेरा कास्टिंग एंड बिज़नस है, जिसमे मेरा बचपन का दोस्त राकेश मेरा पार्टनर है. हम दोनों २० साल से एक दुसरे के साथ है. हमने अपनी पढाई भी एक ही साथ एक स्कूल से करी. हम लोग बिलकुल जय-वीरू की तरह है. हम दोनों अपनी सभी ख़ुशी और परेशानिया एक दुसरे से शेयर करते है और सगे भाइयो से भी ज्यादा एक दुसरे को चाहते है.

राकेश की शादी पिछले ही साल हुई और हम सबने शादी में बहुत एन्जॉय किया. उसकी वाइफ यानि हमारी भाभी बहुत सुंदर है, एकदम करीना जैसे. साथ ही बहुत समझदार भी और संस्कारी भी. पर उनकी मेरिड लाइफ में कोई ख़ुशी नहीं थी, वजह जो सिर्फ मुझे, राकेश और उसकी बीवी मीना को मालूम थी. वो थी राकेश की नामर्दी. ये बात मुझे राकेश ने मुझे ही बताई थी, कि वो कभी बाप नहीं बन सकता. मैंने उसको समझा दिया, कि तू किसी डॉक्टर को दिखा. उसने कहा, कि मैंने पहले ही डॉक्टर को दिखा दिया है और कुछ भी नहीं हो सकता है. इस वजह से मीना और राकेश खुश नहीं थे. मीना एक समझदार लड़की थी और वो अपने पति के हर सुख और दुःख में बराबर का साथ देती थी. वो उसे धोखा भी नहीं दे सकती थी. मेरे लिए सब कुछ नार्मल चल रहा था. मैं अपने दोस्त के लिए अपसेट था, लेकिन कुछ कर भी तो नहीं सकता था. एकदिन, राकेश ने मुझसे ऐसी बात कहीं; जो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था. राकेश मेरे पास आया और मुझसे बोला.

राकेश - रवि यार, मुझे तेरी हेल्प चाहिए.

मैं - बोल, इसमें मैं तेरी क्या हेल्प करू?

राकेश - बात बहुत सीरियस है.

मैं - अबे तू सही से बोल, क्या चाहिए?

राकेश - तुझे तो पता ही है, कि मैं बाप नहीं बन सकता और उसके लिए मीना को शर्मिंदा होना पड़ता है. लोग उसे ही बाँझ कहकर बुलाते है और मेरी माँ भी लताडती है.

मैं - इसमें, मैं तेरी क्या हेल्प कर सकता हु?

राकेश - तू मेरे भाई से बढ़कर है. तू मेरी बीवी को प्रेग्नेंट कर दे. मैं तेरा उपकार कभी नहीं भूलूंगा.

मैं - तेरा दिमाग ख़राब हो गया है, ये क्या बक रहा है तू. भाभी को पता चलेगा, तो.

राकेश - मैंने उसे मना लिया है और वो मान गयी है.

मैं - लेकिन, ये सब होगा कैसे?

राकेश - मैं मीना को ३-४ दिन के लिए तेरे साथ भेज दूंगा और घर में कह दूंगा, कि वो अपने मायके गयी है.

मैं - ठीक है.

उसके बाद, मैं और मीना ३-४ दिनों के लिए शिमला के लिए निकल गये. शिमला पहुचकर हमने एक रूम बुक किया. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि क्या करू? मीना चुपचाप बेड पर बैठी थी. उसने अपनी आँखे नीचे की हुई थी. वो सिमटी हुई बैठी थी और शायद घबरा रही थी. मैंने सोचा - कुछ बातें करके इसकी घबराहट निकालनी होगी.

मैं - सर्दी बहुत है. कुछ पियोगी चाय और कॉफ़ी?

मीना - ज .. जी. मैं क . कुछ भी नहीं.

मैं - चलो, मैं कॉफ़ी ले आता हु.

मीना - जी अच्छा, कॉफ़ी पीने के बाद, मैं उस से इधर-उधर की बात करने लगा. फिर हम ने डिनर किया और सोने की तैयारी करने लगे. मेरा दिल जोरो से धड़क रहा था, क्युकी इससे पहले मैंने कभी सेक्स नहीं किया था और यहाँ सिचुएशन भी कुछ अलग ही थी. वो खुबसूरत और सेक्सी भी बहुत थी. चेहरा गोरा और बदन जिसपर पर दो आकर्षित स्तन(बूब्स) और भरे और सुडोल नितंभ(गांड).

वो भी डरी-डरी सहमी सी बेड के साइड में लेट गयी. हम दोनों एक ही कम्बल में थे. मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी, कि शुरुवात कहा से और कैसे शुरू करू. अभी मैने करवट बदली और मेरा हाथ उसकी गांड को टच हुआ और वो एकदम से उछल पड़ी. वो बुरी तरह काँप रही थी. मेरा मुह उसकी कमर की तरफ था और मेरे घुटने उसकी जांघो को टच करने वाले थे. मेरा लंड धीरे-धीरे तन रहा था. अब मैंने अपनी तरफ से पहल की और उसकी कमर पर अपना हाथ रख दिया. वो जोर-जोर से कांपने लगी. मैंने धीरे-धीरे उसके पेट की तरफ बढाया, उसने जोर से सांस खिची और अपना पेट अन्दर सुकोड़ लिया. उसकी साँसे जोर-जोर से चलने लगी.

मैं धीरे-धीरे उससे सटने लगा, जिस से मेरा तना हुआ लंड उसकी गांड में गड रहा था. वो पूरी तरह से सिमटी हुई मेरे आगोश में थी और काँपे जा रही थी. शायद पराये मर्द के स्पर्श से. अब मैं अपने हाथ से उसके पेट को सहला रहा था और उसे अपनी तरफ खीच रहा था. मेरा लंड जोर-जोर से फड़क रहा था और लोअर से बाहर को मचल रहा था. फिर मैंने अपना हाथ बढ़ाते हुए उसका हाथ पकड़ा और उसको सीधा किया और उसके कान में पूछा - क्या तुम तैयार हो? उसने धीरे से हामी भर ली.

फिर मैंने अपने हाथ उसके ब्लाउज के ऊपर से उसके बूब्स पर फेरा और उनको धीरे से दबाने लगा. अब वो सिसकिया लेने लगी. अब कम्बल के अन्दर गरमी बढती जा रही थी. मैं उठा और उसको भी बैठाया और उसके रस भरे होठो को चूमने लगा और चूसने लगा. वो बिलकुल ढीली मेरी बाहों में मेरे से चिपकी हुई थी. मैंने एक-एक करके उसके कपडे उतारने शुरू कर दिए और कुछ ही देर में वो मेरे सामने नंगी हो गयी. वो एक हाथ से अपने बूब्स और दुसरे हाथ से अपनी चूत छुपा रही थी. उसने अपनी आँखे बंद कर ली थी. मैंने भी अपने सारे कपडे उतार दिए और मेरा लंड भी बाहर आकर झूलने लगा.

मैंने उससे आँख खोलने को कहा और जब उसने आँख खोली, तो मेरा लंड देखकर घबरा गयी और उसकी आँखे फटी की फटी रह गयी. मैंने उसके हाथ उसके बूब्स और चूत पर से हटाये. मेरा लंड उछलने लगा, ये पहली बार था, जब मैंने किसी लड़की को बिलकुल नंगा देख रहा था. अब मुझसे कण्ट्रोल नहीं हो रहा था. मैं उसके ऊपर लेट गया और उसके बूब्स चूसने लगा. मेरा लंड उसकी दोनों जांघो के बीच में घुसा हुआ था. मीना सिसकारी ले रही थी, उसके दोनों हाथ मेरे सिर पर दबाव डाल रहे थे और मैं जोर-जोर से उसके निप्पल चूस रहा था. फिर मेरा एक हाथ धीरे-धीरे उसके शरीर को सहलाते हुए उसकी चूत तक पहुच गया. उसकी चूत पर छोटे-छोटे मुलायम रोहेदार बाल थे, जिनसे होती हुई मेरी उंगलिया उसकी मुलायम चूत की तरफ बढ़ी. उसकी चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और बहुत ही चिकनी हो रही थी. जैसे ही मैंने अपनी ऊँगली उसकी चूत के छेद में डाली, वो अन्दर तक फिसल गयी और चूत के अन्दर घुस गयी. मीना बुरी तरह से सिहर उठी और मेरे सिर को पकड़कर मेरे बाल खीचने लगी. मेरा जोश और भी ज्यादा बढ़ गया और मैं उसकी चूत में जोर से फिन्गेरिंग करने लगा, वो जोर-जोर से सिस्कारिया मारने लगी.

अब मैं उसके ऊपर से हटा और उसकी टांगो को फैला दिया. अपना लंड उसकी चूत पे रखा और धीरे-धीरे हिलाते हुए उसकी चूत में घुसाने लगा. वो बुरी तरह से चिल्ला उठी. वो मुझसे बाहर निकालने के लिए रिक्वेस्ट करने लगी. मैं थोड़ी देर रुका और फिर एक झटके में पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया और झटके मारने लगा. उसकी आँखों से आंसू निकलने लगे. पर मेरी स्पीड बढती जा रही थी. २५ मिनट बाद, जब में झड़ा, तब तक वो ३ बार झड़ चुकी थी. फिर हमने अपनी पोजीशन बदली और मैंने उससे बेड से नीचे खड़ा किया और उसको झुका कर हाथ बेड पर टेकने को कहा. अब उसकी गांड मेरी तरफ थी. मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसाया और डौगी स्टाइल में चोदने लगा. सारे कमरे में छप-छप की आवाज़ गूंज रही थी. जो हम दोनों को और एक्साइट कर रही थी. मेरे दोनों हाथ उसकी हिलती हुई गांड को थामे हुए थे. और हर झटके के प्रेशर को बढ़ा रहे थे. तो बुरी तरह से मोअन कर रही थी. अहहहः हाहहहः ऊऊऊ म्मम्मम्म उफुफुफुफ्फुफुफ़ . मर ग्यीईईईईइ. १५ मिनट बाद, हमने फिर पोज चेंज किया और अपने ऊपर बैठने को कहा. उस तरह हमने कई टाइप की पोजीशन में पूरी रात चुदाई की और फिर अगले दिन दिनों तक, मैं उसे लगातार चोदता रहा.

अब वो २ बच्चो को माँ है और मेरा दोस्त भी मेरा उपकार मानता है और मेरा जब मन करता है, मैं और मीना मजेदार चुदाई करते है.
 
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