नौकरानी की बेटी की झांटो वाली चूत - [भाग 1]

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मीना मुझे तेरी बेटी को चोदना हैं

मीना को मेरे रूम पे काम करते हुए अब तो डेढ़ साल हो गया हैं. 36 साल की मीना अपनी झांटो वाली चूत से मुझे अब तक खूब मजा करा चुकी हैं. उसकी झांटो वाली चूत मैंने और मेरे फ्लेट में रहते दुसरे लडको ने अब तक तो अगिणित बार बजाई हैं. वो हमारे फ्लेट में काम करने से ज्यादा चुदवाने के लिए आती हैं. उसका पति धोलिराम एक नंबर का अय्याश हैं और उसने अपनी बीवी को जवानी से ही कामवाली बना के रखा हुआ हैं. मीना पिछले महीने अपनी बेटी करिश्मा को ले के आई थी घर का काम करने के लिए. यकीन माने मेरे दिल में करिश्मा को उसी वक्त चोद देने का ख्याल आया था. उसकी नई नई उभरी हुई छाती और वो छोटी गांड देख के मेरा लौड़ा उसी वक्त डोलने लगा था. मैंने मीना से एक बार चुदाई करते करते करिश्मा को चोदने की इच्छा जाहिर की. मीना पहले तो नहीं मानी लेकिन मैंने जब उसे 2000 रूपये देने को कहा तो वो करिश्मा को यहाँ ख़ास मेरे लिए ले के आने के लिए तैयार हो गई. करिश्मा को चोदने के ख्याल से ही उस दिन मीना की झांटो वाली चूत की भी जम के चुदाई हो गई.

मीना ने मुझे बताया की वो जब रूम में कोई और नहीं होंगा तब उसकी बेटी को ले के आएँगी और तभी मुझे चांस ले लेना हैं. अगले हफ्ते ही होली थी और मेरे सभी रूम मेट्स छुट्टियों के लिए अपने अपने घर चले गए. मैंने जर्नल लिखने का बहाना बनाया और मैंने पीछे रुक गया. वादे के मुताबिक़ मीना अपनी बेटी को ले के आई. मैंने मीना को इशारा कर के उसे बाथरूम में लगा दिया. करिश्मा किचन में खड़ी हुई सिंक में बर्तन धो रही थी. मैंने उसके पास जा के उस से थोड़ी इधर उधर की बातें की. इस से पहले भी मेरी उसके साथ थोड़ी बहोत बात हो चुकी थी इसलिए वो मुझे जानती थी. फिर मैंने हाथ धोने के बहाने उसकी गांड के ऊपर अपने लंड को घिस दिया. वो कुछ बोली नहीं लेकिन पलट के मेरी और देखने लगी. मैंने हंस के उसे देखा. वो भी रुक नहीं पाई और उसकी भी हंसी निकल पड़ी. मैंने फिर से अपने आगे के भाग को उसकी गांड के ऊपर टच किया. वो मुड के बाथरूम की और देखने लगी. उसे शायद मीना का डर था. मैंने उसे चूप रहने का इशारा किया और मीना को आवाज लगाई. मीना के आते ही मैंने उसे बाजार से सब्जी लाने को कह दिया. मीना समझ गई की उसकी बेटी की झांटो वाली चूत के चुदने का समय आ गया हैं. वो चुपचाप वहाँ से निकल गई. मीना के जाते ही मैंने करिश्मा की काली स्कर्ट को ऊपर उठा लिया. वाऊ उसकी छोटी छोटी 18 साल की गांड के ऊपर वो कोटन के पेंटी बड़ी मस्त लग रही थी. मैंने उसकी गांड को अपने हाथ से फाड़ा और चूत के ऊपर हाथ रख दिया. जैसा मुझे अंदेशा था; मीना की तरह करिश्मा की चूत भी तक झांटो वाली चूत ही थी. वैसे भी मुझे झांटो वाली चूत में लंड डालना बहुत पसंद हैं, इसलिए मैंने मीना को चूत के बाल निकालने के लिए मना ही करता था.

झांटो वाली चूत की मस्त चुदाई

करिश्मा की झांटो वाली चूत के ऊपर उंगलियाँ फेरते ही उसे भी गुदगुदी होने लगी और वो ही ही करने लगी. मैंने अपनी ट्रेक पेंट के नाड़े को खोला और उसमे से अपने काले नाग जैसे लौड़े को बहार निकाला. करिश्मा मेरे लंड को देख के जैसे की पगला सी गई. शायद अभी तक उसने सिर्फ लंड के किस्से सुने थे और आज पहली बार लंड उसके सामने आया था. उसने मेरे लौड़े को अपने हाथ में पकड़ा और उसे दबाने लगी. लेकिन लौड़ा इतना सख्त था की उस से दबाया नहीं जा रहा था. करिश्मा को मैंने उठा के किचन के प्लेटफोर्म के ऊपर बिठा दिया. उसकी टाँगे खोल के मैंने हलके से उसकी पेंटी उतार डाली. उसकी झांटो वाली चूत को एक नजर निहारा और फिर मैंने अपने घुटनों के बल बैठ गया.

मैंने हलके से अपनी जीभ से करिश्मा की जांघो को चाटना चालू कर दिया. उसे और भी गुदगुदी होने लगी और वो फिर से ही ही करने लगी. साथ ही में वो मेरे माथे को पकड़ के अपनी जांघो से दूर करने का प्रयास करने लगी. लेकिन मैंने अब और भी जोर से उसकी जांघो को चाटना चालू कर दिया. मैंने अपनी जबान उसकी जांघो के ऊपर पूरी के पूरी निकाल के चाट रहा था. करिश्मा को मैंने उसका टी-शर्ट मोड़ के उसके हाथो में थमा दिया ताकि उसके हाथ व्यस्त हो जाएँ. करिश्मा ही ही करती रही और उसे पता भी नहीं चला की कब मैंने उसकी पेंटी उतार के फेंक दी थी. उसकी टाईट झांटो वाली चूत से अब पानी की बूंद निकल चुकी थी जो उसकी चूत के होंठो के ऊपर शबनम की तरह चमक रही थी. मैंने अपने हाथ से उसकी चूत से उस बूंद को उठाया और अपनी जीभ के ऊपर रख दिया. वाह खारा खारा चूत का पानी बड़ा ही मजेदार था. करिश्मा हंस के मुझे अजीब तरीके से देख रही थी. शायद यह देसी सेक्स स्टाइल उसने आजतक देखी और सूनी नहीं थी.

उसकी झांटो वाली चूत को मैंने अब दो ऊँगली से खोला और अंदर की लालिमा देख के मेरा मन अब रुक नहीं रहा था. दिल का एक एक कोना कह रहा था की बबलू चाट ले इस कुंवारी चूत को क्या पता कल यह कुंवारी चूत हो ना हो. मैंने अपने जबान को चूत के ऊपर जैसे ही छुआ करिश्मा के मुहं से आह निकल पड़ी. अरे चूत के ऊपर जबान के स्पर्श के करंट लग रहा था जैसे उसे. उसने मेरे माथे को पकड़ के अपनी झांटो वाली चूत से दूर करना चाहा लेकिन मैंने उसकी एक नहीं चलने दी. मेरी जबान से मैं उसकी पेशाब की सुगंध वाली चूत को चाटने लगा. वाऊ क्या मजेदार खारा खारा स्वाद भरा हुआ था उसकी चूत के अंदर..! अब मेरे से जरा भी रुका नहीं जा रहा था, और मैंने अपनी जबान अंदर डाल ही दी.!
 
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