पड़ोसन की गीली चूत का बनाया भोसड़ा

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रविश गाव का सबसे ज्यादा गीली चूत मारने वाला उजड्ड छोकरा था। उसने कई भाभियो, चाचियो और पड़ोस कि बहनो को चोद रखा था। रविश का लौड़ा शानदार था और उसकी बड़ी बहन ने उसे बताया था कि जिसकी चूत तू चोद देगा वो कभी चुदवाएगा नही दूसरे से बल्कि तुम्ही से चुदवाना चाहेगा जिन्दगी भर्। सच तो यह था कि रविश का लौड़ा 7 इंच का था और गदहे के लंड जैसा मोटा था जिससे उसने एक बार अपनी दो बच्चो की मां बन चुकी बहन को चोद डाला था। इस लिए उसके बाद उसे प्रचन्ड लंड धारी घोषित कर दिया गया था। गांव की लड़किया उसके लंड के बारे मे अक्सर चर्चा करती रहती थी और उससे चुदवाने के चक्कर मे पड़ी रहती थी। खैर इस बार रविश के निशाने पर उसकी पड़ोसन डोका की रसीली चूत थी, जिसके रस की चर्चा लड़को में अक्सर होती रहती थी।

रविश डोका के पापा को चाचा कहता था और उसके घर आता जाता रहता था। जब एक दिन उसके पापा किसी काम से शहर चले गए तो रविश ने उसके घर में घुस कर द्बोच लिया। उसके चूंचे मलते हुए कहा- बहुत दिनो बाद मिली हो जाने मन कितने दिनो से लंड को तड़पा रखा है और मैं तुम्हारे नाम पर मूठ मारकर काम चला रहा हूं। डोका भी सच में इसी दिन का इंतजार कर रही थी। बोली रविश भैया हम तो तुम्हारे लंड के चर्चे सुन सुन कर ही चूत में बहुत दिनो से उंगली डाल रहे हैं। क्या कसम से लंड है तुम्हारा, लड़किया तुम्हारा हि नाम लेती रहती हैं। रविश ने बोला ऐस्से नही दिखाउंगा पहले तुम अपनी गांड दिखाओ

डोका ने अपनी सलवार और पैंटी उतार दी, उसकी बड़ी दूधिया गांड सामने थी। रविश ने कहा चल अपनी गांड में उंगली कर के दिखा, डोका ने अपनी उंगली मुह में ली चूसी और फ़िर गाँड मे घुसा के बोली लो डाल ली अब तो अपना लंड दिखा ही दो। रविश ने कहा नही अभी नही, अभी अपनी इन बड़ी चूचियो को अपने मुह मे लेकर पी के दिखा मैने बहुत सुना है इनके बारे में। डोका ने अपनी चूंचिया लेकर चूसनी शुरु कर दी। उसके काले निप्पल क्ड़े होने लगे।

फ़िर रविश ने अपनी चड्ढी उतार दी और उसकी गांड सूंघने लगा, उसे समझ मे आ गया कि लोंडिया चुदवाने के लिए बह्त इंतजार कर रही है तभी सिर्फ़ मुझे देखकर इसकी चूत गीली हो चुकी है। इसी लिये उसने उसकी गांड पर एक जबरदस्त चुम्मा लिया और उसे काट लिआ। वह चिल्लाई चोदो ना।

और उसे धक्के मारकर जमीन पर गिरा दिया फ़िर उसकी कमर से पकड़ कर उसे धनुष की तरह बना कर उसे बकरी की स्टाइल में खडा कर दिया। पीछे से उसकी झांटे काली काली और उसके बीच गुलाबी चूत मजेदार दिख रही थी। चूत से पहले ही पानी टपक रहा था। रविश ने अपने लंड का सुपारा उसकी गीली चूत पर रगड़ा। वो समज रही थी कि चूत मारेगा लेकीन उसने सीधा गांड में लंड दाग दिया। वह अचकचा गई और चीख पड़ी। उसने पूरा लंड उसके गाड़ मे उतार दिया था। उसकी गांड से खून बहने लगा। रविश ने धक्के लगाने जारी रखे।

अंत में उसे गोद में उठाकर उसकी चूत में लंड डालकर चोदता रहा और वह उस्के गले से झूल झूल कर चुदवाती रही। इस तरह अंत में रविश ने उसके सर के बालो पर अपना वीर्य निकाल दिया और कहा कि आज इसी से शैम्पू करना ये सीधा प्रोटीन है और तुम्हारे बाल को फ़ायेदा पहुचाएगा। डोका ने अपने चमकते बालो का राज फ़िर कभी नही बनाया। उसकी चूत उसी दिन से भोसड़ा बन गई |
 
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