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Wrong number se pushpa ki chut chodne ko mili

हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम कृष है और मैं आप के सामने मेरी लाइफ का एक रियल इंसिडेंट ले कर आया हु. ये इंसिडेंट में लाइफ में पहली बार हुआ था. एक्चुअली मैं ये वेबसाइट का बहुत बड़ा फेन हु और कई दिनों से सोच रहा था, कि मैं भी अपना एक्सपीरियंस यहाँ पर लिखू. अब मैं आप को बोर ना करते हुए सीधे स्टोरी पर आता हु.

सॉरी, मैं आपको अपने बारे में तो बताना भूल ही गया. मेरा नाम कृष है और मेरी हाइट ५.५ फिट है. मेरे लंड का साइज़ ८ इंच के जितना है और मैं मिनिमम १ ऑवर चुदाई करता हु. ये स्टोरी आज से ३ साल पहले की है. मेरा एम्बीऐ ख़तम हुआ था और मैंने अहमदाबाद में नयी - नयी जॉब शुरू की थी. नयी जॉब होने के कारन से सीडीयूल काफी बिजी था और उसी बीच में मुझे एक रोंग नंबर से कॉल आई. मैंने कॉल पिक किया, बड़ी खुबसूरत आवाज़ थी उस लड़की की.

उसने किसी का गलत नंबर लगा लिया था. मुझे तभी पता चल गया था, जब उस ने नाम गलत लिया था/ आवाज़ प्यारी थी और सुनने का मन था. तो मैंने उसको अपने बारे झूठ बोल कर कुछ देर बात की. मुझे पता चला, कि वो अहमदाबाद में ही पढाई कर रही थी. फिर उसको अहसास हो गया, कि मैं वो नहीं हु, जिसको उसने कॉल किया था. तो उस ने एकदम से कॉल काट दिया.

उसके बाद मैंने उसको एक - दो मेसेज किया. लेकिन उसका रिवर्ट नहीं आया. एक दिन मैंने रात को १२ बजे कॉल किया. उसने कॉल पिक कर लिया. वो कुछ परेशान थी. मैंने उसको कुछ देर बात की और फिर तो ये रोजाना का सिलसिला ही बन गया. इस तरह से बात करते हुए, हम लोगो को ३ महीने हो चुके थे. एक दिन मैंने उसको मिलने के लिए रिक्वेस्ट की. वो मना करने लगी. फिर जब मैंने उसको बहुत रिक्वेस्ट किया, तो वो मान गयी.

फिर हम लोग पहली बार एक गार्डन में मिले. उसको देख कर मेरे तो होश ही उड़ गए थे. क्या कयामत लग रही थी वो. कमाल की खुबसूरत थी वो. उसके मुलायम गाल, एकदम कली जैसे दांत, बड़ी सी गांड और बूब्स बहुत ही भरावदार थे, फिर हमने वहां पर पानीपूरी खायी और ऐसे ही चलता रहा हमारा मिलना.

ऐसे करते हुए, ३१स्त का दिन आने वाला था. उस दिन हम ने नाईट में सेलिब्रेट करने के लिए मिलने का प्लान बनाया. मैं उसकी तैयारी में लग गया था. मैं बाहर जाकर कंडोम के २ पैकेट और परफ्यूम ले आया. फिर ३१स्त की रात को ९ बजे मैंने उसको अपनी बाइक पर पिक किया और फिर बाजार से कुछ नाश्ता ले कर डायरेक्ट उसको अपने रूम पर ही ले गया.

फिर वहां जा कर मैंने बोला - फ्रेश हो जाओ. मैं कुछ ड्रिंक्स लेकर आता हु. जब मैं ड्रिंक्स ले कर वापस आया तो देखा, उसने एक पतला सा टॉप और केप्री पहनी हुई थी. क्या जबरदस्त माल लग रही थी वो.

फिर मैं उसके पास गया और सीने से लगा लिया. मैंने उसको किस कर रहा था और हमने २० मिनट तक किस किया. फिर मैंने उसका टॉप निकाल दिया और फिर ब्रा भी निकाल दी. उसके मस्त बूब्स मेरे सामने लटके हुए थे. मैंने उनके ऊपर टूट पड़ा और काफी देर तक उनके बूब्स को चूसता रहा और वो काफी एक्साइट हो गयी. एक्चुअली ये मेरी पहली चुदाई थी, इसलिए मुझ से भी कण्ट्रोल नहीं हो पा रहा था.

फिर पुष्पा ने मेरे सारे क्लोथेस निकाल दिए और लंड को अपने हाथ में ले कर खेलने लगी. वो बोली - आज तो मैं जी भर कर खायुंगी तेरे लंड को. फिर एकदम से चूसने लंड को अपने मुह में रख लिया और उसको लोलीपोप की तरह से चूसने लगी. फिर हम दोनों ६९ कि पोजीशन में आ गए और मैं उसकी चूत को चाटने लगा. काफी खट्टा स्वाद था. ऐसे ही हमने २५ मिनट एक एक दुसरे के अंगो को चाटा और फिर मेरा निकलने वाला था, तो उसने पूरा का पूरा मुह में ले लिया.

कुछ देर हम ऐसे ही सोये रहे और उसने फिर से मेरा मुह में ले लिया. मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और काफी एक्साइट हो कर पुष्पा ने बोला - अब डाल दो. अब और रहा नहीं जा रहा है. तो मैंने थोडा सा थूक लगा कर लंड को उसकी चूत पर रखा. चूत पूरी गीली हो चुकी थी. मैंने अपने लंड के सुपाडे को उसकी चूत पर रख कर धक्का मारा, तो मेरा लंड एक साइड में फिसल पड़ा.

फिर मैंने अपने लंड पर और उसकी चूत पर थोडा आयल लगाया. तो उसने मुझे कहा - मुझे दर्द होगा ना? मुझे डर लग रहा है. पहली बार चुदवा रही हु ना. मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया और फिर जोर से एक धक्का लगा दिया. मेरा लंड आधा अन्दर चले गया. वो चिल्लाने लगी - मर गयी. बाहर निकालो प्लीज. बहुत दर्द हो रहा है.

हम ५ मिनट तक ऐसे ही पड़े रहे और फिर मैंने धीरे से हिलना शुरू किया. वो बोली - नब नार्मल हु. तो मैंने फिर से गांड हिला कर धक्के मारने शुरू कर दिए. अब वो भी मेरा साथ देने लगी थी. अब मैंने झटके मारने की रफ़्तार फुल कर दी थी और वो अहः. अहहाह. ऊहोहोहो. कर के मेरा साथ दे रही थी. वो मुझे गालिया भी दे रही थी.. फाड़ दो मेरी चूत को आज. जोर से चोदो मेरे राजा. ऊहोहोह ओहोहोहो और फिर गन्दी - गन्दी गालिया देने लगी थी. मेरी चूत को फाड़ दे, मेरी चूत का भोसड़ा बना दे.. ऊहोह्हो.

आज मुझे जन्नत मिल गयी थी. मैंने उसको चुदाई पुरे २० मिनट तक की. फिर मैंने उसको डोगी स्टाइल में पीछे से लौड़ा डालने की कोशिश की. पुरे रूम में पच - पच की और सिस्कारियो की आवाज़े आ रही थी और नए साल की शुरुवात बहुत मनमोहक बन कर निकल रही थी.

रात कि हलकी रौशनी में पूरा बदन निखर रहा था और दोनों जन्नत की सैर कर रहे थे. अब हमारी चुदाई चरमसीमा पर आने वाली थी. तो पुष्पा बोली - मुझे ऊपर आने दो और फिर वो मेरे ऊपर आ गयी और जोर - जोर से झटके देने लगी. उसकी सिस्कारियो से पूरा रूम गूंज रहा था.

रात के १२ बज गए थे और हम लोगो की पहली चुदाई अब ख़तम होने को आई थी और मेरा पूरा माल उसकी चूत में निकल गया. फिर हमने नए साल विश किया और सॉफ्ट ड्रिंक पिए और एक दुसरे को किस कर के बाद में हम ने फिर से चुदाई का खेल शुरू कर दिया.

उस रात हमने अलग - अलग पोज में ५ बार चुदाई की और मैंने उसकी गांड भी अच्छे से ली और एन्जॉय किया. उसके बाद मैंने उसकी सहेली को भी उसके साथ चोदा. वो कहानी फिर कभी. तो दोस्तों, आपको मेरी ये कहानी कैसी लगी, लिखना जरुर..
 
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