फिगर बेमिसाल और चूत दमदार

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Hindi sex story, antarvasna मैं पेशे से डॉक्टर हूं और मेरे जीवन में सब कुछ ठीक है परंतु मुझे एक चीज की हमेशा कमी खलती है और मुझे उस चीज का बहुत पछतावा भी है दर्शन मैंने कुछ समय पहले शादी की थी लेकिन मेंरी लव मैरिज बिल्कुल भी सफल नहीं रही और इसकी वजह से मुझे आज भी अपनी गलती का पछतावा होता है। मेरे परिवार में मुझे कभी किसी ने कुछ नहीं कहा परंतु मुझे कई बार लगता है कि मुझे भी किसी के सहारे की जरूरत है और मैं अब जब भी किसी लड़की की तरफ देखता हूं या फिर उससे शादी करने के बारे में सोचता हूं तो ना जाने मेरे अंदर एक अलग ही बेचैनी होती है। मैं यह सोच नहीं पाता कि यदि मैं इससे शादी कर लूंगा तो हम दोनों खुश रहेंगे लेकिन मैंने फिलहाल इस बारे में सोचना छोड़ ही दिया है और मैं अपने काम पर पूरी तरीके से फोकस कर रहा हूं मैं अपने काम में इतना बिजी रहता हूं कि मुझे और चीजों के लिए वैसे भी कम ही समय मिल पाता है।

मेरे पिताजी भी डॉक्टर थे लेकिन अब वह रिटायर हो चुके हैं उसी बीच एक दिन मेरे मामा का फोन आया और उन्होंने कहा आरोही का सिलेक्शन हो चुका है, आरोही पढ़ने में पहले से ही अच्छी थी वह एक बढ़िया अधिकारी बन चुकी थी और उसका सिलेक्शन हो गया था। मामा जी बहुत खुश थे तो वह चाहते थे कि घर पर ही वह एक छोटा सा फंक्शन रखे जिसमें की हमारे सारे रिलेटिव आए। मैंने जब यह बात अपने पापा मम्मी को बताई तो वह लोग खुश हो गए और कहने लगे अब तो उनके घर जाना ही पड़ेगा। हम लोग उनके घर पर चले गए उस दिन मामा जी ने घर पर ही छोटा सा फंक्शन रखा हुआ था सब लोग आरोही को बधाई दे रहे थे और मामा जी को भी सब बधाई दे रहे थे। मैं जब आरोही से बात कर रहा था तो मैंने उसे कहा मुझे तुम पर पहले से ही यकीन था कि तुम जरूर सिलेक्ट हो जाओगी आरोही कहने लगी हां मैंने भी तैयारी में कोई कमी नहीं रखी थी। आरोही बहुत ज्यादा खुश थी तभी उसकी एक सहेली आई और आरोही उससे बात कर रही थी आरोही ने मुझे उससे मिलवाया और कहा भैया आए यह मेरी दोस्त है जब उसने मुझे कावेरी से मिलवाया तो मुझे ना जाने क्यों पहली नजर में ही कावेरी भा गई। मैंने उस दिन कावेरी से काफी देर तक बात की मुझे उससे बात करना अच्छा लग रहा था और उस दिन का प्रोग्राम भी बहुत अच्छा रहा।

जब पापा मम्मी और मैं घर आ गए तो पापा कहने लगे तुम्हारे मामा जी ने बहुत ही अच्छे से सारा अरेंजमेंट किया था और उन्हें आरोही से भी बहुत उम्मीदें थी आरोही भी उनकी उम्मीदों पर खरी उतरी और उसने मामा का नाम रोशन किया। मैंने पापा से कहा पापा आप बिल्कुल ठीक कह रहे हैं लेकिन मेरे दिमाग में तो सिर्फ कावेरी का ख्याल चल रहा था कावेरी बड़ी सीधी और साधारण सी थी वह बहुत सुंदर लग रही थी उसने काले रंग का जो सूट पहना हुआ था उसमें उसकी सुंदरता में जैसे चार चांद लग गए थे। मैं अपने काम में ही व्यस्त था तभी एक दिन आरोही मेरे पास आई और वह मुझसे कहने लगी भैया आप तो फोन भी नहीं करते हैं मैंने आरोही से कहा तुम तो देख ही रही हो कि मुझे कितना काम रहता है। वह मुझसे बात कर रही थी तो मैंने उससे पूछा क्या तुमने अभी जॉइनिंग नहीं की है तो वह कहने लगी नहीं अभी कुछ समय है उसके बाद ही मैं जॉइनिंग करूंगी। मैंने आरोही से कहा तुम कुछ देर यहीं बैठो मैं बस अभी आता हूं आरोही वहीं बैठ गई और मैं अपने काम से चला गया मैं करीब एक घंटे बाद वापस आया तो मैंने आरोही से कहा तुमसे मैंने काफी इंतजार करवाया चलो कहीं बाहर चलते हैं। हम लोग हमारे हॉस्पिटल की कैंटीन में चले आए और वहां पर हम दोनों साथ में बैठे हुए थे मैंने आरोही से कहा की तुम्हारी दोस्त कावेरी बहुत ही अच्छी है। कावेरी कहने लगी वह बहुत ही सिंपल और साधारण है वह किसी के साथ भी इतनी जल्दी घुलती मिलती नहीं है लेकिन ना जाने आपको देखकर उसे ऐसा क्या लगा कि वह आपकी बड़ी तारीफ कर रही थी और कह रही थी की तुम्हारे भैया बहुत ही अच्छे हैं। मैंने आरोही से कहा तुम्हारी दोस्त कावेरी मुझे बहुत अच्छी लगी तो आरोही मेरी तरफ ध्यान से देखने लगी और मुझे देख कर वह मुस्कुराने लगी मैंने आरोही से कहा तुम मुझे देखकर ऐसे क्यों मुस्कुरा रही हो क्या मैंने कुछ गलत कहा।

वह कहने लगी नहीं भैया आपने कुछ भी गलत नहीं कहा मैं तो आपकी तरफ ऐसे ही देख रही थी आपकी आंखों में साफ झलक रहा है कि आपको कावेरी पसंद है। मैंने आरोही से कहा नहीं ऐसी कोई बात नहीं है तुम गलत सोच रही हो आरोही ने मुझे कहा भैया मुझे सब पता है कि आप आरोही को पसंद करने लगे हैं यदि आप कहें तो मैं उससे आपके बारे में बात करती हूं। मैंने आरोही से कहा नहीं तुम रहने दो बेवजह कावेरी ना जाने मेरे बारे में क्या सोच बैठेगी लेकिन मुझे कावेरी बहुत ज्यादा पसंद थीं मैं उससे बात करना चाहता था। एक दिन आरोही ने मुझे कावेरी से मिलवाया तो मुझे उससे मिलकर बहुत अच्छा लगा मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरी इतनी बात कावेरी से हो पाएगी उस दिन हम लोगों ने एक साथ करीब दो घंटे बिताए। हम दोनों ने एक दूसरे के नंबर को एक्सचेंज कर लिया मुझे उस दिन बहुत अच्छा लगा काफी समय बाद मुझे ऐसा लगा था कि जैसे मैं किसी के साथ अच्छा समय बिता पाया। कावेरी और मेरी बात फोन पर होने लगी थी हम दोनों फोन पर ही बात किया करते थे हम लोग बहुत कम मिलते थे क्योंकि कावेरी का नेचर बहुत ही शर्मीला किस्म का है वह काफी शर्माती है इसलिए हम दोनों की मुलाकात कम ही होती थी परंतु हम दोनों फोन पर बात किया करते थे।

मैं कावेरी को इतना तो जान चुका था कि वह बहुत ही अच्छी लड़की है और उसे भी मैंने अपने बारे में सब कुछ बता दिया था मैंने कावेरी से कह दिया था कि पहले मेरी शादी हो चुकी है लेकिन मेरी शादी ज्यादा समय तक नहीं चल पाई और मेरा डिवोर्स हो गया। कावेरी कहने लगी कि मुझे उससे कोई मतलब नहीं है वह आपकी पुरानी जिंदगी थी अब आप अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुके हैं जब मुझे कावेरी ने यह कहा तो मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने उस दिन कावेरी से अपने दिल की बात कह दी शायद उसके दिल में मेरे लिए प्यार था इसलिए वह मना ना कर सकी और हम दोनों एक दूसरे को डेट करने लगे। आरोही ने भी अपनी जॉब ज्वाइन कर ली थी लेकिन वह मुझसे फोन पर बात किया करती और मुझसे मेरे और कावेरी के बारे में वह पूछा करती थी मैं उसे अपने और कावेरी के बारे में बता देता था। एक दिन मैंने कावेरी से कहा मुझे तुमसे मिलना था तो कावेरी कहने लगी अभी तो मैं घर पर ही हूं मुझे आने में थोड़ा समय लग जाएगा मैंने उसे कहा कोई बात नहीं मैं तुम्हारा इंतजार कर लूंगा। हम लोग उस दिन कॉफी शॉप में मिलने वाले थे जिसमें हम लोग अक्सर मिला करते थे कावेरी जब मुझसे मिलने के लिए आई तो मैं उसकी तरफ देखता रह गया। वह इतनी ज्यादा सुंदर लग रही थी कि मैं अपने आप पर बिल्कुल भी काबू ना कर सका जैसे ही कावेरी बैठी तो मैंने कावेरी से कहा आज तो तुम बहुत ज्यादा सुंदर लग रही हो। कावेरी मुझे कहने लगी तो इससे पहले क्या मैं आपको कभी सुंदर नहीं लगी मैंने कावेरी से कहा नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, हम दोनों ने उस दिन साथ मे अच्छा समय बिताया।

उसके बाद में हम दोनों अक्सर एक दूसरे से मिलते रहते थे लेकिन एक दिन शायद हम दोनों एक दूसरे को देखकर अपने आप पर काबू नहीं रख सके, मैंने उस दिन कावेरी के रसीले होठों को अपने होठों में लेकर किस कर ही लिया यह हम दोनों के बीच पहला चुंबन था उसके बाद यह सिलसिला आम हो गया। कावेरी मेरे साथ कहीं भी घूमने के लिए आ जाती थी एक दिन हम दोनों ने बाहर ही रुकने का फैसला किया उस दिन हम दोनों के बीच में सेक्स संबंध बन गए वह पहला ही मौका था जब मैंने कावेरी के साथ सेक्स किया था उसने मुझे पूरी तरीके से संतुष्ट कर दिया था। हम दोनों साथ में एक ही बिस्तर पर थे जब हम दोनों एक दूसरे को किस करते तो हम दोनों के अंदर उत्तेजना और भी ज्यादा बढ जाती हम दोनों के अंदर इतनी ज्यादा उत्तेजना बढ़ चुकी थी की उसे हम दोनों ही बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे, जैसे ही मैंने कावेरी के स्तनो का रसपान करना शुरू किया तो वह पूरी तरीके से उत्तेजित हो गई मैंने उसकी योनि पर अपनी उंगली को लगाया तो उसके चूत से पानी बाहर की तरफ को निकल रहा था।

उसने मेरे लंड को काफी देर तक सकिंग किया जब वह मेरे लंड को सकिंग करती तो मेरे अंदर भी जोश पैदा हो जाता। मैंने उसके दोनों पैरों को चौड़ा करते हुए अपने लंड को उसकी गीली चूत पर लगाया तो वह मचलने लगी। मैंने धीरे-धीरे उसकी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया जैसे ही मेरा 9 इंच मोटा लंड उसकी योनि में प्रवेश हुआ तो उसके मुंह से तेज चीख निकली और वह चिल्लाने लगी। मैं कवेरी को तेजी से धक्के दिए जा रहा था जिससे कि हम दोनों के शरीर से गर्मी बाहर की तरफ को निकलने लगी। मेरे धक्के इतने तेज होते की कावेरी को मजा आने लगा था वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है मैंने उसे बड़ी तेज गति से धक्के देने जारी रखे वह भी मेरा साथ अच्छी तरीके से देती। जब मैं उसे धक्के दिए जाता तो वह अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर लेती ताकि मेरा लंड आसानी से उसकी चूत मे जा सके। जैसे ही मैंने अपने वीर्य को उसके स्तनों के ऊपर गिराया तो वह खुश हो गई उस दिन के बाद हम दोनों अब तक एक दूसरे के साथ सेक्स करते रहते हैं हम दोनों के बीच सब कुछ नॉर्मल है लेकिन अभी तक हम दोनों ने शादी नहीं की है।
 
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