बस में मिली खूबसूरत आंटी ने चुदवा लिया

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मित्रों, अभी तक मैंने आप लोगों को उस महिला के बारे में कुछ भी नहीं बताया. पहले तो मैंने उसे नहीं देखा था लेकिन देखने के बाद वो मुझे एक अच्छे घर की लग रही थी. उसका शरीर बहुत ही सुंदर और सुडौल था. उसके बूब्स काफी बड़े थे और हिप्स भी मोटे – मोटे थे. उसका साइज तो मुझे पता नहीं लग पाया. लोग पता नहीं कैसे किसी अंजान का साइज लिख देते है…

अन्तर्वासना के सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमंसकार!
दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और मैं दिल्ली में रहता हूं. यहां पर मैं एक प्राइवेट फर्म में सर्विस इंजिनियर के तौर पर काम करता हूं. मेरी उम्र 26 साल है और मेरी हाईट 5 फिट 10 है साथ ही मेरे शरीर का रंग गोरा है.

मित्रों, अब मैं आपको जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ, वो एक दम सच्ची घटना है बस कहानी को थोड़ा मजेदार बनाने के लिए अतिश्योक्ति का प्रयोग किया है. मेरे साथ यह मजेदार कुछ ही महीने पहले मेरे साथ घटित हुई है. अब मैं आप लोगों का कीमती समय बरबाद न करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ.

बात उस समय कि है जब मेरे पास जयपुर से एक कम्प्लेन आई. जैसा कि मैंने शुरू में ही आपको बताया था कि मैं एक सर्विस इंजिनियर हूँ और हमारे प्रोडक्ट में गड़बड़ी होने पर उसे सही करने के लिए मुझे जाना होता है.

खैर, उस फ़ोन के बाद मैं जयपुर पहुंच गया और जल्दी से अपना काम खत्म करके वापस दिल्ली के लिए निकल लिया. वापस आने के लिए मैंने हल्दी घाटी से सिंधी कैंप के लिए सरकारी बस पकड़ी. मित्रों, बस पूरी तरह खचाखच भरी हुई थी इसलिए उसमें बैठने के लिए सीट मिलने की गुंजाइश बहुत ही कम थी.

खैर, मैंने टिकट लिया और जहां पर जगह मिली वहीं खडा हो गया. अभी बस कुछ ही दूर चली थी कि तभी मैंने फिल किया कि पीछे से कोई मुझे दबा रहा है. इस पर जब पलट कर मैंने पीछे देखा तो पाया ये तो कोई तकरीबन पैंतीस साल की महिला है.

मित्रों यकीन करना ये घटना पूर्णतः सत्य है. हां तो जैसे – जैसे बस धीरे – धीरे चल रही थी और वैसे – वैसे वो महिला भी मुझसे चिपकती चली गई. मैंने भी उसके मेरे से इस तरह चिपकने का कोई विरोध नहीं किया. थोड़ी देर बाद मैंने भी मौके का फायदा उठाने का सोचा और हिम्मत करके उसके हिप्स दबा दिए. मेरे इस कार्य का उसने भी कोई विरोध नहीं किया.

वो मेरी तरफ से और मैं उसकी तरफ से हरी झंडी पाकर ऐसे ही एक – दूसरे से चिपके रहे और दूसरों से नज़र बचाकर मौका देख कर एक – दूसरे को ईधर – उधर छूते भी रहे. मौका देख कर छूने का मतलब तो आप समझ ही गए होंगे कि कहां – कहां छूते थे.

अब धीरे – धीरे बस खाली होने लगी और हमें भी दो सीट मिल गई. अब क्या था! अब हम दोनों एक – दूसरे से सट कर बैठ गए. फिर धीरे – धीरे हमारे बीच में बातें होनी शुरू हो गई. हमारे बीच ये सब कुछ बहुत जल्दी – जल्दी हो गया. इसलिए बात करने में हम दोनों ही थोड़ा शरमा रहे थे.

कुछ देर बाद मैंने उनका नाम पूछा और फिर ऐसे ही करके बातों का सिलसिला शुरू हो गया. अपने स्टॉप पर पहुंच कर जब मैं उतारने लगा तो मैंने थोड़ी और हिम्मत दिखाई और उसे मेरे साथ ही उतरने को कहा. पहले तो उसने मना किया पर मेरे रिक्वस्ट करने पर वो मान गई. अब मैं समझ गया था कि आज तो मेरी भी किस्मत खुलने वाली है.

फिर मैंने उसे मेरे साथ होटल चलने के लिए कहा. जिसके लिए वो मना करने लगी और बोली कि उसे घर जाना है और वैसे भी रात काफी हो चुकी है. पर मेरे बार – बार कहने पर वो फिर से मान गई और बोली – ठीक है, चलते हैं लेकिन जल्दी करना.

फिर मैंने तुरन्त ही एक होटल बुक किया. जब होटल वाले ने पूछा कि ये कौन है? तो मैंने उसे अपनी रिस्तेदार बता दिया और फिर हम होटल में आ गए. अंदर आकर मैंने एक वियर मंगाई और उसे पिलाने लगा लेकिन उसने मना कर दिया. जिससे वो पूरी वियर मुझे ही पीनी पडी.

मित्रों, अभी तक मैंने आप लोगों को उस महिला के बारे में कुछ भी नहीं बताया. पहले तो मैंने उसे नहीं देखा था लेकिन देखने के बाद वो मुझे एक अच्छे घर की लग रही थी. उसका शरीर बहुत ही सुंदर और सुडौल था. उसके बूब्स काफी बड़े थे और हिप्स भी मोटे – मोटे थे. उसका साइज तो मुझे पता नहीं लग पाया. लोग पता नहीं कैसे किसी अंजान का साइज लिख देते है.

तो दोस्तों, अब वियर खत्म हो गई थी और अब बियर की वजह से मुझे हल्का – हल्का नशा भी होने लगा था. नशे में होने के कारण वो मुझे और भी सुंदर लग रही थी.

फिर मैं उसे किस करने लगा. थोडी देर बाद जब उसे भी मज़ा आने लगा तो वो भी मेरा भरपूर साथ देने लगी. फिर मैंने बिना देर किए उसके कपड़े उतार दिए. वो नंगी हो गई. दोस्तों, नग्न अवस्था में वो एक दम कयामत लग रही थी.

सच बताऊँ तो मैं उसके गोरे और मोटे बूब्स देख कर एक दम पागल हो रहा था. ऐसे बूब्स मैंने पहले कभी नहीं देखे थे. फिर मैंने अपने भी कपड़े उतार दिए और उसके बूब्स पर चूमने लगा. जिससे वो ‘सी सी सी आह आह’ करने लगी थी.

हम दोनों पूरी तरह गरम हो चुके थे.एड़ी उत्तेजना पूरे चार्म पर थी. मैंने अपना शिश्न अंदर वियर से बाहर निकाल कर उसे चुसाना चाहा लेकिन उसने ये कह कर मना कर दिया कि इसमें से बदबू आ रही है.

दोस्तों मैंने ऐसी चूत आज से पहले कभी नहीं देखी थी. उसकी चूत फूली हुई और बहुत ही मस्त थी. फिर मैंने उसकी चूत के पानी को साफ किया और चाटने लगा. उसकी गुलाबी चूत लगातार पानी छोड़ रही और वह ‘सी सी आ आह आह’ की आवाज करते मुझे अपने ऊपर खींच रही थी.

फिर मैंने उसकी चूत चाटना बन्द कर दिया और उसे घोड़ी बना कर उसकी चूत में अपना लन्ड घुसाने लगा. उसकी चूत के छेद पर लन्ड को सेट करके मैंने एक धक्का लगया. लगातार पानी छोड़ने की वजह से उसकी चूत काफी चिकनी हो गई थी इसलिए लन्ड सट से अंदर घुस गया.

अब मैंने धकापेल चुदाई शुरू कर दी. उसे भी मज़ा आ रहा था और मैं तो जन्नत में था. करीब 10 मिनट तक उसकी चुदाई करने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. इस दौरान वो दो बार झड़ चुकी थी और पूर्ण संतुष्ट थी.

फिर हम होटल से निकले और मैंने उसके लिए आटो बुक कर दिया. जिससे वो अपने घर चली गई और फिर मैं भी वापस दिल्ली चला आया. लेकिन दोस्तों जल्दबाजी में मैं उसका नम्बर लेना भूल गया. इसका मुझे हमेशा दुख रहेगा.
 
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