भगवान के घर देर हे अंधेर नही

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हाई दोस्तों,

मेरा नाम इश्वर हे और मैं मुंबई का रहने वाला हूँ | मेरा और मेरी बाजू वाली का करीब एक साल से चल रहा हे पर हम कभी सेक्स नहीं कर पाए पर हमारा बहुत मन करता था |एक साल से हमे कभी भी मोका नहीं मिला पर दोस्तों, भगवन के घर देर हे पर अंधेर नही | एक दिन उसके दादा चल बसे जिसके कारण उसके घर वाले गॉव चले गए पर उसको और उसकी बेहेन को छोड़ गए | दूसरे दिन उसकी बेहेन स्कूल गयी और मैं पहुच गया उसके घर | घर जाते ही मेने कुण्डी लगे और बिना कुछ बात किये हम एक दूसरे को चूमने लगे | करीब दस मिनट बस हम एक दूसरे के होठ चूसते रहे और फिर मैं उसको लेके बिस्तर पे लेट गया |

मैं उसके होठो को फिरसे चूसने लग गया और एक हाथ से उसके मम्मे दबाने लग गया | वो धीरे धीरे गर्म हुई और फिर वो बोली मोका मिला हे तो कपडे में क्या कर रहे हे हम, फिर वो उठी और मैं उठा और फिर हम जल्दी जल्दी पुरे नंगे हके फिर से बिस्तर पे लेट गए | मैं दो मिनट उसके होठो को चूसा और फिर उसके निप्पल को मुह में भर लिया जो की बहुत प्यारे थे | मैं दस मिनट निप्पल को चुस्त गया और मसलता गया और वो सिसकिय पे सिसकिय भर्ती गयी | मैं फिर उठ के उसकी चुत पे आया जिसपे बहुत छोटे छोटे बाल थे, मेने उसकी चुत पे हाथ फेरा और ऊँगली रगड़ने लग गया तो वो बोली अंदर दाल दो ऊँगली को | मेने पुचा सील खुल्ला हे क्या ? वो बोली रोज तुम्हारे लंड के लिए रोते रोते मैं अपनी ऊँगली से ही काम चलती हूँ |

मैं फिर उसके सर को चूमा और फिर उसकी चुत चाटने लग गया | चुत पे होठ रखते ही वो आऐईईई माँ कर के उठ गयी और अपनी कमर उठा दी | मेने उसके जांघों को कस के पकड़ लिया और कस कस के चाटने लग गया | वो दो बार झड गयी बहुत जल्दी जल्दी और फिर मैं उठ के उसके चुत पे लंड रख दिया और उससे पुचा ये चला जायेगा क्या ? वो बोली दाल दो, मेरे दर्द की चिंता मत करना दाल दो बा | मेने फिरसे उसको चूमा और उसके निप्पल चुसे दो मिनट और फिर उसकी चुत पे लंड रगड़ने लग गया | वो तड़पने लग गयी और बोली तड़पाओ मत जल्दी करो और मेरे हाथो को उसने कस के पकड़ लिया और फिर मेने लंड को धक्का दिया तो बहुत हल्का गया | लंड हल्का गया पर वो कस के चिल्लाई, मेने उसकी दर्द की परवा नही की और एक और शोट दिया तो आधा अंदर गया | उसके आँखों से आंसू निकल पड़े और वो अपने होठो को दबा के रोने लग गयी | मेने फिर जोर से एक और दिया और पूरा लंड अंदर दे दिया, वो फुट फुट के रोने लगी पर मैं रुका नही और धक्के पे धक्के देता गया |

दस मिनट बाद वो मस्त होने लगी और अपने चुच्चो को मसलने लग गयी | मेने धक्के जारी रखे और वो एक बार झड गयी फिरसे पर मैं धक्के पे धक्के देता रहा | वो अपनी कमर उठा उठा के लंड लेने गयी और मुझे और और जोर जोर से धक्के देने को कह रही थी | मेने अपनी गति पूरी तरह बड़ा दी और बहुत तेजी से पेलने लगा और फिर मेरे झड़ने का समय आ गया तो मेने उससे कहा की मेरा माल निकलने वाला हे कहा दू, वो बोली प्यार करते हो तो अंदर ही छोड़ दो, और फिर मैं अंदर ही टपका दिया पूरा माल और फिर उसके उपर लेट गया | हम दोनों काफी थक चुके थे और हम फिर सो गए | दो घंटे बाद उठे और फिर हम दोनों ने एक दूसरे को किस किये और फिर साथ में नहाया भी और फिर मैं अपने घर को चल दिया |

बीस दिन एसी तरह चलता रहा जब तक उसके घर वाले नही आ गए | साथ महीने हो गए अब तक एक बार भी नही किया उसे फिर |
 
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