sexstories

Administrator
Staff member
Bhabhi ne mujhe fansa diya

मैं सेक्स स्टोरीज का रेगुलर रीडर हूँ इसलिए मैं भी अपनी सेक्स स्टोरीज आपके साथ शेयर करना चाहता हूँ. मेरा नाम आरव है. मैं दौसा का रहने वाला हूँ लेकिन अभी जयपुर में स्टडी करता हूँ. और जयपुर में ही रहता हूँ. मेरे लंड का साइज़ ६.३ इंच है और मोटा भी है. कोई भी भाभी या आंटी या गर्ल अगर मेरे लंड को देख ले तो पागल हो जाये.

अब मैं अपनी कहानी पर आता हूँ, ३ महीने पहले की बात है मेरे साइड वाले मकान में एक भाभी और भैया रहते है. भाभी क्या माल है यार.. उनका फिगर ३४,३०,३४ का, मेरा तो उनको देखते ही खड़ा हो जाता है.

मैं उनके घर जाता रहता हूँ. एक दिन भैया २- ३ दिन के लिए बाहर गए हुए थे तो मेरे से बोल के गए की घर का ध्यान रखना और अपनी भाभी का भी. यह एक अच्छा मौका था भाभी को चोदने का सो मैं उनके घर गया और वहां उनके २ साल का बच्चा और वो थी.

मैं उनसे बात करने लगा और बातो- बातो मैं धीरे- धीरे मजाक करने लगा. मैंने कहा की भाभी अगर आपकी शादी नहीं हुई होती तो मैं आप से शादी से कर लेता. आप बहुत सुंदर हो तो वो शरमाते हुई बोली चल झूठे.

फिर भाभी ने शरमाते हुए पुछा- क्या अच्छा है मेरे में.

मैं धीरे धीरे उनके करीब आ गया और उनके हाथ को पकड़ लिया, तो उन्होंने कुछ नहीं कहा तो मैं ग्रीन सिग्नल देख कर आगे बढा और उनके चुचे पकड़ लिए और कहा यह अच्छा है. लेकिन वो एक दम झटके से खड़े हो गयी और बोली यह क्या कर रहे हो.

मैंने कहा भाभी मै आप से प्यार करता हूँ, लेकिन वो और जयादा गुस्सा हो गयी और मैंने वहा से वापिस आ गया. लेकिन शाम को भाभी मेरे घर आई . मेरी गांड फट गयी कि यह मम्मी को कुछ बोल न दे. लेकिन उसने मम्मी से कहा कि आज आरव को घर पे सोने भेज दे. मम्मी ने हां कर दी. मैं बहुत खुश हुआ.

रात को खाना खा कर मैं उनके घर पहुच गया. भाभी ने मुझे देख कर स्माइल पास की और मैंने भी स्माइल दी. भाभी बोली मुझे अकेले डर लगता है आप साथ में यही सो जाये तो अच्छा रहेगा. मेरी तो लाटरी लग गयी थी. मैं, भाभी और बच्चे एक ही पलंग पर सो गए थे. थोड़ी बात करने के बाद भाभी बोली कोई गर्ल फ्रेंड है तुम्हारी.

मैंने कहा- नहीं भाभी कोई मिली नहीं.

भाभी- कैसी लड़की चाहिए आपको.

मैं- आप के जैसी.

भाभी- मुझ में ऐसा क्या है.

मैं- आप का फिगर देखते ही...

भाभी- क्या हो जाता है???

मैं- कुछ नहीं...

भाभी- बताओ न.

मैं- आप नाराज़ हो जयोगी.

भाभी- नहीं मैं कुछ नहीं कहूँगी.

मैं- नहीं आप गुस्सा करोगे.

भाभी- बोला ना कुछ नहीं कहूँगी.

मैं- लंड खड़ा हो जाता है.

भाभी- अच्छा.. और क्या होता है..

मैं- और आपकी गांड क्या चीज़ है..

भाभी- तो तू मेरी गांड देखता है. तेरी तो शिकायत करनी पड़ेगी.

मैं- नहीं भाभी, मैंने बोला था न कि आप नाराज़ हो जयुंगी.

भाभी- नहीं, मैं तो मजाक कर रही थी.

मैं- भाभी, आप शादी से पहले भी चुदी हो??

भाभी- हा बहुत बार.

मैं- किस से ???

भाभी- बॉय फ्रेंड और गाव के कई लडको से.

मैं- आप अपने जमाने की रंडी हो.

भाभी- हा.

मैं- मुझे भी चांस दो न भाभी.

भाभी- एक शर्त पर.

मैं- क्या???

भाभी- तू किसी को बताएगा नहीं.

मैं- नहीं मैं क्यों बतायुन्गा.

और भाभी ने मेरा लंड पकड़ लिया. और उसे सहलाने लगी. मैंने भी उसके बूब्स पकड़ लिए, उसकी साड़ी निकल दी और बूब्स दबाने लगा. उसके बाद मैंने उसका ब्लाउज निकल दिया और ब्रा भी. और उसके बूब्स चूसने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. अब मैं अपने हाथ उसकी चूत की तरफ ले गया तो वो आःह्ह्ह.. ओह्ह्ह्हह.. अह्ह्ह्ह.. ओह्ह्ह्ह.. करने लगी.

उसके बाद मैंने उसे नंगा कर दिया और खुद भी हो गया और मैं उसे चूमने और चाटने लगा. वो मेरा लंड चूसने लगी और हम ६९ की पोजीशन में आ गए. मैं उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरा लंड चूस रही थी. थोड़ी देर बाद मैंने उसकी चूत पर निशाना लगाया और अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया. उसकी अह्ह्ह.. निकल गयी.

३० मिनट की चुदाई के बाद मैं उसकी चूत में झड गया और उस रात मैंने उसे ५-६ बार चोदा और सो गया. सुबह उठ कर देखा तो मैं नंगा पड़ा था और भाभी मेरे लंड को मुह में लेकर सो रही थी.

मेरा लंड खड़ा हो गया और उसके बाद मैं उसकी चूत सहलाने लगा और वो भी जाग गयी और बोली रात भर में तूने मेरी हालत खराब कर दी. अभी तेरा मन नहीं भरा क्या??? मैंने कहा आप चीज़ ही एसी हो कि मन नहीं भरता और किस करने लगा.

१५ मिनट किस के बाद फिर से चुदाई शुरू की. उसके बाद फ्रेश होने के लिए वो बाथ रूम में थी, तो मैं भी चला गया और पीछे से उसकी गांड देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने पीछे से उसे पकड़ लिया और बूब्स दबाने लगा. वो बोली जान लेने का इरादा है क्या.. मैंने कहा आज तो जान ही लूँगा मैं, तुम्हारी गांड मरना चाहता हूँ.

वो बोली न बाबा न मैंने आज तक गांड नहीं मरवाई. मैंने कहा इसलिए तो मारनी है. थोड़ी न न के बाद वो मान गयी. मैं उसे उठा कर बेडरूम में ले गया और किस करने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी. उसे एक दम जोश आया हुआ था और वो मेरे को एक दम बुरी तरह चूम रही थी. और मैं अब उसके बूब्स चूसने लगा.

उसके मोटे मोटे बूब्स चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा था. वो मेरा लौडा चूस रही थी. तभी मैं किचन से आयल ले आया और गांड में लगाया और लंड पे भी लगा लिया और पेल दिया. उसकी चीख निकल गयी आःह्ह.. आआअह्ह्ह. आह्ह्ह्ह.. प्लीज निकालो नहीं तो मैं मर जयुंगी. ऐसा बोलने लगी. मैं लगातार उसे चोदे जा रहा था और कुछ १५ मिनट बाद मैं उसकी गांड में झड गया.

एसा कुछ दिनों तक चलता रहा, मौका मिलते ही हम चुदाई करते. पर एक दिन जब मैं उसे छोड़ रहा था, तब हमारे पास के घर में रहने वाली एक ९ साल की लड़की ने हमे देख लिया और अपनी मम्मी को बता दिया. उसके बाद ऐसा भूचाल आया कि बस पूछो मत. आंटी ने मेरे घर पर जाकर सब बता दिया और जब घर वालो ने मुझ से पुछा तो मैं चुप था.

और तो और भाभी से जब सब ने पुछा तो उन्होंने कहा की मैं उनके साथ ज़बरदस्ती कर रहा था और उन्होंने सारा आरोप मुझ पर लगा दिया. मुझे इसके लिए बहुत शर्मिंदा होना पड़ा.

अब मैं चूत के लिए तड़प रहा हूँ..
 
Back
Top