मेरा मोटा लंड चूत का प्यासा था

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Desi kahani, antarvasna: बहुत लंबे अरसे बाद मेरी मुलाकात मेरे दोस्त के साथ होती है हम लोग एक दूसरे को करीब 10 वर्षों बाद मिल रहे थे। रोहन हमारे पड़ोस में ही रहा करता था लेकिन अब वह मुंबई में रहता है रोहन का परिवार मुंबई में ही शिफ्ट हो चुका है और उन्हें वहां पर काफी वर्ष हो चुके हैं। रोहन से मेरी मुलाकात मुंबई में ही हुई मैं मुंबई अपने ऑफिस की मीटिंग के सिलसिले में गया हुआ था और वहां से मैंने रोहन को फोन किया तो रोहन मुझसे मिलने के लिए आया। रोहन अपने पापा का बिजनेस संभाल रहा है रोहन का परिवार पहले हमारे घर के सामने ही रहा करता था और उनकी आर्थिक स्थिति भी कुछ ठीक नहीं थी लेकिन जब से रोहन के पापा मुंबई शिफ्ट हुए उसके बाद से रोहन के पापा का बिजनेस अच्छा चलने लगा और उनकी जिंदगी पहले से बेहतर हो चुकी है उनकी लाइफ में अब सब कुछ है जो वह लोग चाहते थे। मुझे भी रोहन से मिलकर बहुत ही खुशी हुई रोहन से मैं मिला तो हम लोगों ने एक दूसरे का हालचाल पूछा रोहन ने पापा के बारे में मुझसे पूछा तो मैंने रोहन को पापा के बारे में बताया और कहा कि पापा अब रिटायर हो चुके हैं। मेरे पापा जो कि बैंक में नौकरी करते हैं वह अब रिटायर हो चुके है मैंने रोहन से कहा कि कभी तुम दिल्ली आओगे तो घर पर जरुर आना।

रोहन मुझे कहने लगा कि रमन अब मैं तुम्हें क्या बताऊं काम से मुझे बिल्कुल भी फुर्सत नहीं मिल पाती है इसलिए तो मैं कहीं भी नहीं जा पाता, जबसे पापा का काम संभालना शुरू किया है तब से तो मुझे बिल्कुल भी फुर्सत नहीं मिल पाती लेकिन मैं खुश हूं कि अब मैं पापा के काम को संभाल रहा हूं और पापा भी बहुत खुश हैं। मैंने रोहन को कहा कि चलो कम से कम मेरी तुमसे मुलाकात तो हो पाई मैं तो सोच रहा था कि तुमसे मुलाकात पता नहीं कब होगी लेकिन देखो यह भी अजीब इत्तेफाक है कि मेरी कंपनी के काम से मुझे मुंबई आना पड़ा और तुमसे मुलाकात हो गई। रोहन से मिलकर मुझे काफी खुशी हुई उस दिन रोहन ने मुझे कहा कि तुम घर पर डिनर के लिए चलो तुम्हारी पापा और मम्मी से भी मुलाकात हो जाएगी। मैंने रोहन को कहा नहीं रहने दो लेकिन रोहन मेरी बात नहीं माना, रोहन ने मुझे अपने साथ चलने के लिए कहा तो मैं रोहन के साथ चला गया। जब मैं रोहन के घर पर गया तो वहां पर मेरी रोहन के पापा और मम्मी से मुलाकात हुई वह लोग भी मुझसे मिलकर काफी खुश थे। उस दिन हम सब लोगों ने साथ में डिनर किया मुझे भी काफी अच्छा लगा जब उनके घर पर मैंने डिनर किया रोहन ने उसके बाद मुझे होटल तक छोड़ दिया था।

मुंबई में मुझे दो दिन तक रहना था और दो ही दिन मुझे रोहन मिला उसके बाद फिर मैं दिल्ली लौट आया था। जब मैं दिल्ली लौट आया तो उसके बाद रोहन से मेरी मुलाकात हो नहीं पाई थी लेकिन हम दोनों की फोन पर बातें होती रहती थी। एक दिन मैं अपने ऑफिस से वापस लौट रहा था जब मैं ऑफिस से वापस लौट रहा था तो उस दिन मैंने देखा कि हमारे पड़ोस में रहने वाले अंकल पैदल ही आ रहे थे और वह काफी ज्यादा परेशान भी लग रहे थे। मैंने अपनी मोटरसाइकिल को रोकते हुए उन्हें अपने साथ बैठने के लिए कहा उनका ऑफिस मेरे ऑफिस के पास ही था इसलिए जब मैं घर लौट रहा था तो मुझे वह रास्ते में दिखाई दिए और मैंने उन्हें मोटरसाइकिल में अपने साथ बैठा लिया। मैंने उनसे रास्ते में आते वक्त पूछा अंकल आप काफी ज्यादा परेशान दिखाई दे रहे हैं तो उन्होंने मुझे बताया कि बेटा मैं जिस कंपनी में जॉब करता हूं वह कम्पनी अब बंद होने वाली है और मेरी बेटी की शादी भी है इस बात को लेकर मैं काफी चिंतित हूं। हालांकि अंकल से उससे पहले मेरी इतनी ज्यादा तो बात नहीं हो पाई थी लेकिन उस दिन उन्होंने मुझे अपने दिल की बात बता दी मुझे भी यह सुनकर काफी बुरा लगा। मैंने उन्हें कहा कि अंकल सब कुछ ठीक हो जाएगा आप बिल्कुल भी परेशान ना होइए। मैं उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दे सकता था इसके अलावा मैं उनकी ज्यादा मदद तो नहीं कर सकता था और उस दिन मैंने उन्हें उनके घर तक छोड़ा। मुझे वह अंकल करीब एक महीने बाद मिले और जब वह मुझे मिले तो उन्होंने मुझे कहा कि रमन बेटा तुम उस दिन से कहा थे मैं तुम्हे यह बताना चाहता था कि मेरी जॉब अब दूसरी कंपनी में लग चुकी है और वहां पर मेरी तनख्वाह भी काफी ज्यादा है मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि इतनी जल्दी सब कुछ ठीक हो जाएगा। मैंने कल से कहा अंकल मैं आपसे कहता ना था सब कुछ ठीक हो जाएगा देखिए अब सब कुछ ठीक हो चुका है।

अंकल ने मुझे कहा कि बेटा मेरी बेटी की शादी में तुम्हें जरूर आना होगा तो मैंने उन्हें कहा हां मैं जरूर आऊंगा उन्होंने हमारे घर पर शादी का कार्ड भिजवा दिया था उसके बाद मैं उनकी बेटी की शादी में भी गया। उनकी बेटी से मेरी ज्यादा बातचीत तो नहीं थी लेकिन उस दिन उन्होंने मुझे अपनी बेटी से मिलवाया यह पहली बार ही था जब मैं उनकी बेटी से मिला था। इससे पहले मैंने उनकी बेटी को देखा तो था लेकिन उनसे मेरी कोई बातचीत नहीं हुई थी यह पहली बार था जब मैं उनकी बेटी से बात कर रहा था। शादी के फंक्शन के दौरान ही मेरी मुलाकात पायल के साथ हुई जब मेरी मुलाकात पायल के साथ हुई तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा। पायल और मेरे बीच बात होने लगी पायल हमारी कॉलोनी में ही रहती है पायल कुछ दिनों पहले ही हमारी कॉलोनी में रहने के लिए आई थी और अब उससे मेरी अच्छी बातचीत होने लगी थी मैं बहुत ज्यादा खुश था कि पायल से मेरी बातचीत होने लगी है। वह नौकरी की तलाश में थी और मैंने पायल से कहा कि तुम्हारी नौकरी जल्द ही लग जाएगी। पायल की नौकरी जल्दी लग गई और वह एक कंपनी में जॉब करने लगी हम दोनों एक दूसरे को मिला करते थे।

हम दोनों की दोस्ती सिर्फ दोस्ती तक ही सीमित थी इससे ज्यादा मैंने कभी पायल के बारे में कुछ सोचा नहीं था लेकिन जब भी मैं पायल के साथ होता तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता और पायल को भी बड़ा अच्छा लगता था। पायल और मेरे बीच बहुत अच्छी दोस्ती है। एक दिन जब मैंने पायल को अपने घर पर चलने के लिए कहा तो वह मेरे घर पर आ गई। जब पायल घर पर आई तो हम दोनों साथ में ही बैठे हुए थे। मेरे मन में पायल को लेकर एक अलग ही भावना जाग रही थी और मैं चाहता था मैं पायल के साथ शारीरिक संबंध बनाऊ। मैंने उसके होठों को चूम लिया पायल के होठों को किस कर के मैंने उसे पूरी तरीके से उत्तेजित कर दिया था। वह खुश थी अब हम दोनों ही दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए तड़पने लगे थे। पायल मुझे अपने हुस्न का प्याला पिलाना चाहती थी। मैंने उसके बदन को महसूस करना शुरू किया तो मुझे अच्छा लगने लगा था। पायल मेरी गोद में बैठ गई थी। मेरे अंदर की आग बहुत ही बढ़ने लगी थी। मेरी गर्मी को पायल ने पूरी तरीके से बढ़ाकर रख दिया था। पायल मुझसे अपनी चूत मरवाने के लिए तड़पने लगी थी। मैंने पायल से कहा मैं तुम्हारी चूत मारने के लिए तैयार हूं। मैंने पायल के बदन से कपड़े उतारने शुरू किए। मै पायल को किस कर रहा था मैने पायल को सोफे पर लेटा दिया था। मैं पायल के बदन को अच्छे तरीके से महसूस करने लगा था। मै उसके होठों को चूमने लगा था मैने उसके होंठो से खून निकाल दिया। मैंने उसके होठों को चूम कर उसके अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी मुझे अब मजा आने लगा था। मैं जिस प्रकार से उसके होठों को चूम रहा था उससे मेरे अंदर की आग बढ़ चुकी थी। पायल मेरे लंड को अपने मुंह में लेना चाहती थी।

वह तडप रही थी मैंने अब अपने लंड को बाहर निकाला। पायल ने मेरे लंड को अपने मुंह में लेने के लिए अपने हाथ को आगे बढ़ा दिया था। पायल अब मेरे लंड को अपने हाथों से हिलाने लगी थी। पायल को बड़ा मजा आ रहा था अब मुझे भी बहुत ही अच्छा महसूस होने लगा था जब वह मेरे लंड को चूस रही थी। पायल ने मेरे अंदर की गर्मी को बढ़ाकर रख दिया था मैंने पायल से कहा तुम मेरे लंड को ऐसे ही चूसती रहो। वह मेरे मोटे लंड को अपने मुंह के अंदर तक लेकर अच्छे से चूस रही थी। मुझे अच्छा लग रहा था मुझे अब मजा आने लगा था। मेरे अंदर की तडप अब बढने लगी थी। वह मुझे कहने लगी मेरे अंदर की आग बहुत ज्यादा ही बढ़ चुकी है। मैने पायल की चूत को चाटने शुरु किया जब मैं उसकी चूत को चाटने लगा तो मुझे मजा आने लगा था। मेरे अंदर की गर्मी अब बहुत बढ़ने लगी पायल की चूत से निकलता हुआ पानी बाहर आ चुका था। मैने पायल की चूत को चाटकर पूरी तरीके से गिला कर दिया था। मैंने पायल को कहा मुझे तुम्हारी चूत के अंदर अपने लंड को डालना है।

पायल बोली डाल लो मैंने अपने लंड को पायल की कोमल चूत के अंदर डाल दिया। मेरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया तो वह चिल्ला ऊठी और उसकी चूत से निकलता खून बढने लगा। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब मै पायल को चोद रहा था। पायल मुझे अपने पैरों के बीच में जकडने की कोशिश करती तो मुझे बहुत मजा आता। पायल के अंदर की आग अब बहुत ज्यादा बढने लगी थी। मैंने पायल के पैरों को अब अपने कंधों पर रखा। जब मैने ऐसा किया तो उसकी चूत से निकलता खून और भी ज्यादा बढ चुका था। मैंने पायल को तेजी से धक्के मारने शुरू किए करीब 5 मिनट तक पायल की चुदाई का आनंद लेने के बाद मेरा माल बाहर गिर गया था। जब मेरा माल गिरा तो मैंने पायल को कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसो। पायल ने मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसा अब मेरे अंदर की गर्मी अधिक होने लगी थी। अब मेरे अंदर की आग बढने लगी थी। वह मुझे कहने लगी मेरे अंदर की आग बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। मैंने पायल की चूतडो को अपनी ओर किया मैने उसे घोडी बना दिया था। घोड़ी बनाने के बाद मैं उसे चोदने लगा था अब मुझे मजा आने लगा था। पायल की चूत मारकर मुझे इतना मजा आने लगा था कि मैं अब रह नहीं पा रहा था। मैने पारल को तेजी से चोदना शुरु किया जब मैंने उसे कहा मैं रह नहीं पा रहा हूं। पायल बोली गिरा दो मेरी चूत मे अपना माल। मैंने पायल को बड़ी तेज गति से चोदना शुरू किया तो मेरा लंड छिल चुका था। पायल का बदन अब गर्म होने लगा था। मैंने अपने वीर्य की पिचकारी से उसकी चूत के नहला दिया और उसको अपना बना दिया। पायल खुश हो गई थी।
 
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