रूममेट के साथ मज़ा - Sex with roommate

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बात कुछ चार महीने पुरानी है। में नौकरी के सिलसिले मे दिल्ली जाने वाला था। मेरी एक पुरानी मित्र थी पहले मेरे साथ ही काम करती थी। वो दिखने में सुंदर लंबी ओर मस्त फिगर वाली थी। वो जिससे मेरी रोज़ बात होती थी उसने बताया कि उससे थोड़ी पैसे की दिक्कत है। मुझे दिल्ली जाके कहीं तो रहना ही था तो उसने कहा कुछ दिन में उसी के पास रहू उसकी पैसे की दिक्कत दूर हो जाएगी मुझे रहने को जगह। थोड़े दिनों मे मै दूसरी जगह धुंड लेता। यही सोच के मैं उसके रूम म रहने चला गया।
वो 1 bhk था। जिसमे एक बेड था किचेन और बाथरूम था। उसकी नाइट शिफ्ट हुआ करती थी तो वो दिन म सोती थी। और म रात को क्युकी मेरी नौकरी दिन की होती थी। एक दिन उसकी छुत्ती थी और मेरी भी। हम बाहर खाने गए। आते हुए मौसम को देख कर हम ए शराब लेली। घर आकर आराम से पीते हुए बाते करने लगे वो अपने बारे म बताने लगी। कैसे कहा क्या हुआ उसकी ज़िन्दगी में फिर मै बताने लगा। बाते बढ़ती गई और अब अधी रात हो गई थी। दोनों शराब के नशे में थे और हम बाते करते करते लेट गए साथ में। अचानक कुछ याद आने के कारण वो थोड़ी उदास हो गई। मेरे पूछने पर उनसे बताया की उसे अपने ब्वॉयफ्रेंड की याद आ गई और वो रोनी लगी। मैंने उससे चुप कराया। और अब हम एक दूसरे के गले लगे हुए थे। उसने मुझे कस के गले लगाया हुआ था मैंने उससे।
वो थोड़ी दूर हुई अब हमारा चेहरा आमने सामने था।
मैंने पहल करते हुए अपने होठ आगे बढ़ाए और उसके होटो से मिला दिया उसने भी कोई विरोध नहीं किया और में उससे चूमने लगा। रेस से भरे हुए होट और उप्पर से शराब के नशे में दोनों। वो भी मुझे चूम रही थी अपने हाथ मेरे बालों म घुमा रहे थी। अब मेरे हाथ उसके गालों से होते हुए उसके स्तनों पे जा पहुंचे थे। में असमंजस में था क्या करू दबाऊ या नहीं इतने में उसने अपने हाथ को मेरे हाथ पर रखा और दबा दिया। अब हम दोनों पूरे जोश में थे शराब का नशा तो जैसे गायब हो गया था अब नशा सेक्स का था। में हॉटो से होता हुआ उससे चूमते हुए पहले गाल सहलाए फिर गर्दन फिर कान। मैने सुना था और मेरा मानना ब है कि महिला का उत्साहित होता अच्छे सेक्स के लिए बहुत जरूरी है। तो गालों, गर्दन और कान को चूमने लगा। जिससे वो बहुत उत्साहित हो रही थी। वो मुझे अपनी ओर खींच रही थी मानो कह रही हो कि मुझ में समा जाओ। वो भी मुझे बेतहाशा चुम्मे जा रही थी। फिर में थोड़ा नीचे हुए ओर उसके ट शर्ट म हाथ डाल दिया और ब्रा को हटा के सीधा स्तन को दबाने लगा। ओर उसकी नाभि पे चूमने भी लगा उप्पर आते हुए मैंने उसकी टीशर्ट उतार दी। फिर उसे पलटने को कहा और उसकी पीठ को चूमने लगा और ब्रा उतारने लगा ब्रा उतरते ही मैंने उसके स्तन अपने दोनों हाथो में पकड़ लिए। उसकी पीठ को चूमते चूमते हुए म ऊपर आया उसके कंधे को चूमा कान ओर कान के पीछे चुमं किए। उसने अपना मुंह पीछे की ओर किया ओर अपने होठ मेरे होटों पर रख दिए। अब में स्तनों को हाथो से दबा रहा था और होठो को चूम रहा था कभी वो अपनी जीभ मेरे मुंह म डालती कभी में उसके मुंह में।
फिर मैंने एक हाथ स्तन से हटा के नीचे ले गया और पैजामा से होते हुए पैंटी के अंदर हाथ डाल के सीधा चूट पर ले गया। जोकि गीली हो चुकी थी। अब वो मुड़ी ओर मेरी टीशर्ट उतार कर मुझे चूमने लगी। मेरी उंगलियां उसकी चूट के अंदर बाहर हो रही थी। अब मैंने उसका पेजयामा ओर पैंटी दोनों साथ ही उतार दिए। उसने मेरे पैंट और कचा उतार दिए। अब हम ऐसे लेटे थे कि मेरे लंड उसके मुंह के सामने था ओर उसकी चूट मेरे मुंह के सामने।
उसने मेरा लंड हाथ में लिया और आगे पीछे करने लगी।
तब में उसकी छूट को चूम रहा था ओर उंगली अंदर बाहर कर रहा था। फिर उसने मेरे लंड को चूमा और मुंह में लेके चूसने लगी। मैं भी उसकी छूट में जीभ डाल रहा था। जिससे वो बहुत उत्साहित हो रही थी ओर मै भी।
फिर हम सीधे हुए ओर एक दूसरे को चूमते हुए मैंने अपना लोड़ा उसकी चूट पर रखा और धीरे धीरे अंदर डालने की कोशिश करने लगा। लंड थोड़ा सा ही अंदर गया था कि वो बोली दर्द बहुत हो रहा है बाहर निकालो। मैंने बाहर निकाला ओर लंड ओर छूट दोनों पे तेल लगाया। फिर चूमने लगा ओर स्तन दबाने लगा ओर कोशिश की अंदर डालने की इस बार लंड का ऊपर वाला हिसाब अंदर चला गया। उससे दर्द अब भी हो रहा था पर में चूम भी रहा था ओर साथ साथ चूत के ऊपर वाला भर को रगड़ भी रहा था। जैसे ही दर्द कम हुए में लंड को अंदर बाहर करने लगा। धीरे धीरे मैंने पूरा लंड अंदर डाल दिया। अब वो भी उत्सर्जित होगी थी और अपने आप को आगे पीछे करने लगी ताकि लंड पूरा अन्दर जा सके। मैंने धक्कों की रफ्तार बढ़ा दी। उसकी सिसकियों की आवाज़ बढ़ हुए ओर साथ ही बड़ी वासना भारी हो गई। ओह एआईआईआई ओर जोर से हा बिल्कुल सही जान ओह हो ओह। ये आवाज़ सुन के मेरी गति और बढ़ रही थी। करीब 15 मिनट बाद वो झड़ गई। में एक बार झड़ चुका था अब दूसरी बार वक़्त लगना था। मैं ढके मारता रहा ओर फिर झड़ गया।
फिर हम दोनों ऐसे ही नंगे लेट गए। थोड़ी देर बाद फिर से चूमना शुरू हुआ ओर हमने फिर चुड़ाई शुरू कर दी।
उस रात हमने करीब 4-5 बार चुडाई की ओर फिर दिन भर सोए। मैं वहां 4 महीने रहा बाकी कि बाते अगली कहानी में।
कहानी कैसी लगी और कोई सुझाव या अपनी राय जरुर दे।
Email- parthchaudhary720gmail.com

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