सहेली की चुदाई देख वो मुझसे चुदवा बैठी

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जब मैंने उनके चूमा – चाटी की आवाज सुनी तो मेरी नींद खुल गई तो मुझे रूम में हल्का सा उजाला दिखा. तभी मैंने देखा कि राहुल शीतल को आराम से चोद रहा है. यह देख कर मेरे भी अरमान जागने लगे तो मैंने जोश में आकर मीना के बोबे दबाना शुरू कर दिया. जिससे वो भी गरम हो गई और मेरा साथ देने लगी…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम समित है और मैं नागपुर का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 22 साल है और मैं अन्तर्वासना को पिछले 3 साल से पढ़ रहा हूँ. अन्तर्वासना के सभी पाठिकाओं की रस भरी चूत को मेरे खड़े लन्ड का प्रणाम. अगर इस कहानी में मुझसे कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ़ करना.

दोस्तों, बात दो साल पहले की बात है. तब मैं अपने बीई सेकेंड ईयर में था. उस समय हमारे कॉलेज के बच्चे पिकनिक में गोवा गए थे. हमारे क्लास से हम चार स्टूडेंट आये थे. उसमें मैं, मेरा फ्रेंड, उसकी गर्ल फ्रेंड और एक उसकी सहेली थी.

मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड का फिगर बहुत ही मस्त था. यही कोई 34-30-36 का रहा होगा और लंबाई 5 फुट 5 इंच थी. उसकी सहेली का फिगर भी काफी मस्त था. उसका साइज 30-26-32 का था और लंबाई 5 फुट 2 इंच थी. वो दिखने में काफी गोरी है और मेरे पूरे क्लास के लड़के उन पर मरता हैं.

मेरे दोस्त का नाम राहुल, उस्की गर्लफ्रेंड का नाम शीतल और उसकी सहेली का नाम मीना है. हम सब कॉलेज के तरफ से गोवा के लिए ट्रेन से निकल लिए. रात का समय था. मेरा दोस्त और उसकी गर्लफ्रेंड दोनों साथ – साथ बैठे थे. बाजू में उसकी सहेली भी बैठी थी.

चूंकि हमारा रिज़र्वेशन था इसलिए दूसरे सब लड़के – लड़कियां, सर, मैम अपनी – अपनी सीट पर चले गए और सो गए. मैं भी अपनी सीट पर सो गया और सुबह जब हम उठे तो गोवा पहुंच चुके थे. वहां पर हमें लेने एक गाड़ी आयी थी. हम सब उसमें बैठ कर होटल चले गये.

होटल पहुंचने पर सर ने बताया कि एक रूम में दो लोग रहेंगे, लड़के अलग और लड़कियां अलग. इस वजह से राहुल की गर्लफ्रेंड मीना और उसकी सहेली शीतल को नीचे का फ्लोर मिला और हमें ऊपर का फ्लोर मिला रुकने के लिए मिला.

अपने – अपने रूम में जाकर हम सब फ्रेश हुए और फिर गोवा घूमने निकल पड़े. हम सब काफी समय तक गोवा घूमा और फिर वहां से हम कालीगुड बीच गए. वहाँ हमने बियर की कैन ली और फिर हम सब ने सर के साथ ही बियर पी. फिर रात को हम सब होटल में वापस आ गये.

मैं अपने साथ बियर की एक्स्ट्रा बॉटल ले आया था. फिर हम सब आपने रूम में चले गये. उस समय 10 बजे थे. थोड़ी देर बाद हम सबको खाने के लिये बुलाया गया. मैंने और राहुल ने काफी बियर पी ली थी इसलिए हम खाने पर नहीं गये. इसलिये राहुल की माल शीतल और उसकी सहेली मीना हमारे रूम पर आईं.

उस समय रात के 12 बज रहे थे. मैं तब सो रहा था. हमारे रूम में एक बड़ा दीवान था जिस पर मैं सो रहा था और साथ में एक रजाई भी थी. जब मीना और शीतल हमारे रूम पर आईं तो मैंने जो बियर की कैन लाया था तीनों ने मिल कर उसे पी लिया. बियर शीतल, मीना और राहुल को ज्यादा हो गई थी इसलिए वे दोनों भी वहीं हमारे रूम पर ही रुक गईं.

रूम में दो से ज्यादा के सोने का जुगाड़ नहीं था तो दीवान पर राहुल और उसके बाज़ू में शीतल और शीतल के बगल में मीना सो गई और मैं जमीन पर रजाई डाल कर सो गया. थोड़ी देर बाद राहुल और शीतल के बीच चूमा – चाटी चालू हो गई तो मीना पलंग से नीचे उतर कर मेरे पास आकर सो गई.

जब मैंने उनके चूमा – चाटी की आवाज सुनी तो मेरी नींद खुल गई तो मुझे रूम में हल्का सा उजाला देखा. तभी मैंने देखा कि राहुल शीतल को आराम से चोद रहा है. यह देख कर मेरे भी अरमान जागने लगे तो मैंने जोश में आकर मीना के बोबे दबाना शुरू कर दिया. जिससे वो भी गरम हो गई और मेरा साथ देने लगी.

फिर मैंने उसे चूमना चालू किया और फिर मैंने उसकी सलवार को ऊपर उठा दिया. उसने काले कलर की ब्रा पहन रखी थी. अब मैंने उसके शरीर से उसे भी निकाल दिया और उसके मम्मे चूसता रहा. फिर मैंने उसके सलवार का नाड़ा खोल दिया और उसकी चड्ढी भी खींच कर निकल दी.

उधर मेरा दोस्त मस्ती में शीतल को चोद रहा था और वह ‘उ ऊँह ऊँह’ की लगातार आवाज कर रही थी. उसकी चड्ढी निकाल कर इधर मैंने मीना की चूत देखा तो पागल हो गया. बहुत ही मस्त लग रही थी. दोस्तों यह उसकी और मेरी पहली चुदाई थी.

कुछ देर तक मैं उसकी चूत को चाटता रहा. जब तक उसकी चूत ने पानी नहीं छोड़ा तब तक मैंने उसकी चूत को नहीं छोड़ा. फिर मैंने उसका सारा पानी पी लिया. अब वो एक दम मस्त होकर मादक आवजें निकाल रही थी. वो लगातार ‘ऊह आह आह ह ह आह, फक मी, फक मी’ कर रही थी और दोनों हाथों से मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूत में दबा रही थी.

अब मैंने अपना मुंह उसकी चूत पर से हटा लिया और फिर मैंने उसके मुंह में अपना लन्ड देना चाहा तो वो इंकार करने लगी. उधर राहुल और शीतल चुदाई कर रहे थे और साथ मे ही हमें भी देख रहे थे. फिर उसने मेरा लन्ड अपने मुंह में लिया और मस्त आइसक्रीम के जैसे चूसने लगी. थोड़ी देर में मेरे लन्ड ने अपना पानी छोड़ दिया तो वो मेरा पूरा माल पी गई.

अब मेरा लन्ड ढीला पड़ गया तो उसने हाथ लगा कर उसे खड़ा किया और फिर जब मैंने अपना लन्ड उसकी चूत में डालना चाहा तो वो जा ही नहीं रहा था. उसकी चूत काफी टाइट थी. मैंने काफी प्यास किया तो फिर मेरा थोड़ा सा लन्ड अंदर गया तो वो जोर से चिल्लाई और रोने लगी. जिससे मैं रुक गया. बाद में मैंने धीरे – धीरे करके अपना पूरा लन्ड अंदर डाल दिया. अब उसकी चूत से खून निकलने लगा था. फिर मैं थोड़ी देर के लिए रुक गया.

अब उसे भी मज़ा आने लगा था. तो मैं उसे करीब 15 मिनट तक चोदता रहा. इस बीच वो करीब तीन बार झड़ चुकी थी. अब मैं भी झड़ने वाला था तो मैंने तीन – चार धक्के मार कर अपना सारा माल उसकी चूत के अंदर ही छोड़ दिया.

फिर मैं वैसा ही उसके ऊपर पढ़ा रहा. उस समय रात के 2 बजे थे. अपने इस टूर में बाद में मैंने शीतल को भी चोदा पर वो कहानी मैं दूसरे भाग में लिखूँगा.
 
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