सुम्डी में मस्त्कलंदर चुदाई

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नमस्ते दोस्तों,

चुदाई की रासलीला तो दोस्तों आज तक अपने काफी सुनी होंगी पर मेरे जितनी मजेदार कहनी मुश्किल से ही कहीं सुनी होंगी क्यूंकि मैं हमेशा ही आपको अपनी सच्ची आत्म कथा सुनाता हूँ | आज मैं एक होटल में काम करने वाली महिला की कहनी सुनाने जा रहा हूँ जोकि मुझसे उम्र तो काफी ही बड़ी थी पर शायद मैं भी चुदाई के मामले में कच्चा नहीं था और उन जैसी नारियों को मज़ा की तरह ही चोद डालता था | मेरा होटल मिएँ आना जान रोज का ही काम बनता चला गया था कभी किसी की पार्टी में जाना तो कभी दोस्तों के साथ तो कभी अपने परिवार के साथ जिससे अब रोज्मारा की इस जिंदगी में मेरी जान - पहचान वहाँ काम करने वाली महिमा नाम की औरत से जान - पहचान बढती ही चली गयी |

कुछ दिनों बाद तो जैसे उसने मुझे पैसे लेना भी बंद कर दिया और जब मैंने उससे पूछता तो साली मुझे आँख मार दिया करती | एक दिन जब उसने येही हरकत दोहराई तो मैंने उसके हाथ पर अपने हाथ को मसला दिया तभी उसने मुझे चुपके से उप्पर वाले ३०२ कमरे में जाने को कहा और मैं सुम्डी में चला भी गया | कुछ देर बाद वो भी चुपके से कमरे में आयो और मुझसे लिपट कर कहने लगे की जान तुमने मुझे अपने करीब आने के लिए कितना तरसाया . . मैंने भी अब उसके कपड़ों कोखोलने लगा और उसके उसके होठों पर चुम्मी लेना शुरू कर दिया | मैं अब उसकी चुचियों को दबाने लगा जिसपर वो अलग - अलग कामुक आवाजें निकालने लगी और मैं गरमाने लगा | मैं उसकी छोटी सी स्कर्ट के नीचे से अपने हाथ को अंदर डालने लगा तभी उसने मुझे बिस्तर पर गिरा लिया | मैंने पहले कई देर वहीँ उसके उप्पर मगरमच्छ की तरह चड गया और उसके दुदों को मसलते हुए पीने लगा | वो मुझे अपनी बाहों में पूरी तरह से लेती हुई लिपट गयी और मैं उसके चूतडों को मसले जा रहा था |

मैं कुछ देर बाद उसकी स्कर्ट को भी उतार दिया और उसकी पैंटी के उप्पर से ही अपनी उँगलियाँ चुत पर रगड़ने लगा जिसपर वो धीरे - धेरे मदहोश होती हुई सिस्कारियां बढती जा रही थी | मैंने फिर अपने लंड को निकाला और उसके मुंह में डाल दिया जिसे वो मस्त तरीके से चूसने लगी और फिर कुछ देर बाद मैंने लंड उसकी चुत में टिकाकर डाल दिया साथ ही उसके चूतडों को उठाकर धक्के देने लगा | उसे भी दर्द ज्यादा ना हुआ और कुछ ही पल में वो मेरे लंड पर जोर - जोर से पूरा दम लगाकर कूद रही थी | उसकी उलटी गांड में मुझयून्गली देने में बहुत मज़ा आ रहा था और उसकी चुत छोड़ने के बीच में उसकी चुत से बहेगा गीला पानी भी निकल आया जिसे मैं अपनी ऊँगली से चाटने लगा | वो मज़े में चक्की की तरह अपनी गांड को मेरे लंड पर घुमा रही थी और मैं भी उसकी चूतडों पर चूंटी काट ले रहा था और कुछ ही पल में हम आसमान पर भी पहुँच गए और एक दूसरे को बेसब्री से चूमने लगे |
 
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