सुहाना सफ़र और चुदाई का मौसम

sexstories

Administrator
Staff member
Hindi sex story, antarvasna हाय फ्रेंड्स, कैसे हैं आप सभी ? मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | मेरा नाम प्रिया है और मैं झारखण्ड की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 22 साल है और मैं अभी महाराष्ट्र में रहती हूँ | फ्रेंड्स मैं दिखने में गोरी हूँ और सेक्सी भी | मेरे फ्रेंड्स कहते हैं कि तू सेक्सी है पर साथ में तू बहुत शर्मीली है | हाँ फ्रेंड्स मैं बहुत शर्मीली हूँ लेकिन जब कभी मस्ती करने में आती हूँ तो बस फिर रुकने का तो मैं नाम तक नहीं लेती | मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच है | फ्रेंड्स मैंने साइंस लिया था और इंजीनियरिंग के दौरान मेरा कैंपस में सिलेक्शन हो गया था | मुझे पुणे की एक कंपनी में ट्रेनिंग करनी थी और उसके बाद मुझे वहीँ जॉब करना था | मेरे घर वालो ने पहले तो मुझे मना किया लेकिन मैं बहुत मह्हत्व्कांशी हूँ जिस वजह से मेरे घर वाले मान गए | मेरे घर में मम्मी-पापाम और दो भाई हैं | मेरे घर में मैं सबसे छोटी हूँ और सबकी लाडली भी | इस वजह से मेरे घर वालो की नजर हरदम मुझपे रहती है कि कहीं मैं बिगड़ ना जाऊ | खैर अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय नहीं लूंगी और अपनी कहानी शुरू करती हूँ | ये घटना तब की है जब मुझे पुणे के लिए निकलना था |

मेरे घरवाले बिजी होने की वजह से उन्होहने मुझसे अकेले जाने को कहा | हालांकि मैं कई बार अकेले सफ़र कर चुकी हूँ तो मुझे कोई दिक्कत नहीं होनी थी | मेरे दोनों भाई मुझे स्टेशन तक छोड़ने आये थे और फिर ट्रेन आने तक वो मेरे साथ ही रहे | फिर मेरा सारा सामान ट्रेन में जमा के वो चले गए | ट्रेन में मेरा AC1 कोच में था | ट्रेन भी चलने लगी | तभी एक हेंडसम सा नौजवान आया और उसकी सीट भी मेरे सामने वाले में ही थी | वो दिखने में बहुत ही हेंडसम था और उसकी कदकाठी बहुत सेक्सी थी | मन तो कर रहा था कि उसे चुदाई का खुला आमंत्रण दे दूं | पर मैंने अपने आप में काबू रखते हुए शांत ही बैठी रही | वैसे दोस्तों मैं शर्मीली और सेक्सी होने के साथ साथ मनचली भी हूँ | घरवालो के चलते मैंने सेक्स तो कभी नहीं किया लेकिन मैंने कई आर ब्लू फिल्म देखते हुए हस्तमैथून का सहारा लिया है | मैं बोर हो रही थी तो मैंने अपना आई-पोड निकाला और उसमे गाने सुनने लगी |

मुझे ट्रेन में दो तीन घंटे हो चुके थे और गाने सुन सुन कर भी मेरा दिमाग चकराने लगा था | मैंने सोचा कि थोड़ी देर सो लिया जाए उसके बाद खाना खाऊँगी | सोने से पहले मैंने उस लड़के की तरफ देखा तो वो भी अपने फ़ोन में किसी से बात कर रहा था | थोड़ी देर बाद मेरी आँख लग लग गई | जब बीच में हलकी सी नींद खुली तो मैंने देखा की वो लड़का मेरी तरफ देख कर अपने लंड को बाहर निकाल कर मुट्ठ मार रहा था | मैं उसके लंड को देख कर एक दम दंग रह गई | उसका लंड किसी सरिया जितना लम्बा और मोटा मालूम पद रहा था |मैं भी अन्दर से गीली हो चुकी थी | जब मेरा हाँथ मेरी पेंटी में गया था तब महसूस हुआ कि मेरी पेंटी उसको लंड पसंद आ गया है जिस वजह से वो गीली हो गई | मैं उसके लंड को लगातार देख ही रही थी | तभी उसने अपना ढेर सारा माल निकाल दिया |हाय इतना सारा वीर्य देख कर तो मन में आया कि काश मैं इसे चाट कर साफ़ करती पर साले कुत्ते ने सारा माल बर्बाद कर दिया | अब मुझमें भी आग लग चुकी थी जिसे मिटाना अब जरुरी सा लगने लगा था | मैं उठी और उसके बाद अपनी एक स्लीवलेस टॉप और शोर्ट निकाल कर टॉयलेट चली गई | गर्मी का समय था तो मैं ज्यादा देर तक जीन्स नहीं पहना जा सकता | आप लोग तो समझ ही गए होगे | टॉयलेट से वापस आ कर मैंने सोचा कि क्यूँ न इसे अपनी जवानी का रंग दिखा कर तड़पाया जाए | मैंने अपना नीचे से बैग निकाला और अपनी गांड उसकी तरफ करते हुए सामान रखने लगी और अपना टिफिन निकाला | जब मैंने पलट कर देखा तो उसकी नजर मेरी उभरे हुए चूतड़ पर ही थी | फिर मैंने अपना खाना खाने लगी | जब मैं खाना खा रही थी तो बीच बीच में मेरी नजर उस पर भी जा रही थी जो कि मेरे दूध की ओर देख रहा था |

वो मेरे दूध को देखते हुए अपने लंड को मसल रहा था | मैंने सोचा कि उससे पूछ ही लिया जाए | मैंने पुछा कि खाना लोगे आप ? तो उसने कहा नहीं जी मैं खाना खा कर ही चढ़ा था तो मुझे भूख नहीं है | मैंने कहा ओके ! उसके बाद उसने मेरा नाम पुछा तो मैंने अपना नाम रिंकी बताया और उसका नाम पुछा तो उसने नितिन बताया | फिर उसने पुछा कि आप कहाँ जा रहे हो तो मैंने उसे बताया कि पुणे में मेरा कैंपस सिलेक्शन हुआ है तो वहीँ जा रही हूँ | उसने कंपनी का नाम पुछा तो मैंने बताने से मना कर दिया | फिर मैंने उसके बारे में पुछा तो उसने बताया कि वो पुणे में अपने किसी दोस्त की शादी में जा रहा है | ऐसे ही हम दोनों बात करते हुए अपना अपना सफ़र काट रहे थे | थोड़ी देर के बाद उसने मुझसे पुछा कि आपका कोई बॉयफ्रेंड है ? तो मैंने जी नहीं है तो उसने कहा ऐसा कैसे हो सकता है ? मैंने पुछा क्यूँ नहीं हो सकता ? तो उसने कहा आप इतने सुन्दर हो तो मुझे लगा कि शायद आपका कोइ बॉयफ्रेंड होगा | मैं समझ गई थी कि ये मुझे पटाने की कोशिश कर रहा है | मैंने कहा नहीं ऐसा कुछ नहीं है | अब रात हो चुकी थी और अभी भी आधा सफ़र बचा ही था |

मुझे फिर से भूख लगने लगी तो मैंने उससे कहा कि नितिन क्या तुम मेरे लिए कुछ खाने का सामान ला डोज | तो उसने कहा हाँ बिलकुल | मैंने उसे पैसे देना चाह तो उसने मुझे मना किया और कहा कि अरे आप पैसे रहने दीजिये मैं ला कर दे देता हूँ | मैं थोडा उससे इम्प्रेस हुई | कुछ मिनट बाद वो आ गया | फिर हम दोनों बैठ कर बाते हुए करते हुए डोसा खाने लगे | उसकी नजर तभी मेरे दूध पर ही थी | मैंने उससे पुछा कि तुम क्या देख रहे हो ? उसने अपनी जार हटाते हुए कहा अरे कुछ नहीं सॉरी | मैं समझ चुकी थी कि ये मुझे चोदना चाहता है | रात के 11 बजे मुझे नींद आने लगी तो मैं उसे गुड नाईट बोल कर सोने लगी | मुझे पता था कि ये तो सोयेगा नहीं और कुछ न कुछ अश्लील हरकते जरुर करेगा | वैसे भी मैं भी उसके लंड को अपनी चूत में लेना चाहती थी तो मैं तैयार थी उसकी हरकतों के लिए | मेरी नींद लग चुकी थी | मुझे अपने दूध पर कुछ महसूस हुआ तो मेरी नींद टूट गई | पर मैं सोने का नाटक ही का रही थी |देखना चाहती थी किये साला और क्या क्या कर सकता है | वो समझ रहा था कि मैं गहरी नींद में हूँ |

उसने मेरा चादर हटाया और मेरे टॉप के ऊपर से ही मेरे उभारो को दबा रहा था | मुझे भी अच्छा लग रहा था उसका ऐसा करना | थोड़ी देर के बाद उसने मेरे टॉप को ऊपर करने की कोशिश किया तो मैंने सोचा कि मजे लेना अच्छे से लूं | मैंने उसके हाँथ को रोका तो वोएक दम से घबरा गया और तुरंत पीछे हट कर अपनी सीट पर जा बैठा | मैंने उठते हुए कहा क्या हुआ ? अपने आप को रोक नहीं पाए क्या ? वो भी बड़ा हरामी था और कहा कि नहीं जब तेरे जैसी सामने इतना कमाल का आइटम हो तो कैसे कण्ट्रोल हो पाता मुझसे | मैंने हँसते हुए उसके पा जा कर उसकी जांघो में बैठ गई | वो कुछ समझ पाता मैंने उसके होंठ से अपने होंठ लगा दी | मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसके बदन को सहला रही थी | वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूस रहा था और साथ में मेरे उभारो को भी दबा रहा था | थोड़ी देर बाद उसने मेरे मेरे टॉप और ब्रा को साथ में ऊपर किया और मेरे दूध को अपने मुंह में ले कर बारी बारी से चूसने लगा तो मेरे मुंह से गरम गरम आह्ह्ह उम्म्म्म आआह्ह्ह ऊऊह्ह्ह्ह उम्म्मम्म की सिस्कारियां निकलने लगी | वो मेरे दूध को जोर जोर से मसल कर चूस रहा था और मैं आह्ह्ह उम्म्म्म आआह्ह्ह ऊऊह्ह्ह्ह उम्म्मम्म करते हुए उसके सिर के बालो को सहला रही थी | वो बहुत ही प्यार से मेरे दोनों उभारो को चूस रहा था और मैं बस उसके प्यार के आघोष में डूब रही थी | उसके बाद मैं उसके ऊपर से हटी और फिर उसके लोअर को नीचे खिसका दिया | अंडरवियर से ही उसका लंड खड़ा हो चुका है मालूम पड़ रहा रहा |

मैंने भी ज्यादा देर न करते हुए उसके अंडरवियर को उतार दिया और उसके लंड को अपनी जीभ से चाट कर गीला करने लगी तो वो भी आह्ह्ह उम्म्म्म आआह्ह्ह ऊऊह्ह्ह्ह उम्म्मम्म करते हुए सीत्कार हरने लगा | मैं उसके लंड को हर तरफ से चाट रही थी और साथ में उसकी छाती पर हाँथ फेर रही थी | उसका लम्बा और मोटा लंड बहुत ही मस्त था | लंड जब अच्छे वसे गीला हो गया तो मैंने अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और वो आह्ह्ह उम्म्म्म आआह्ह्ह ऊऊह्ह्ह्ह उम्म्मम्म की सिस्कारिया लेते हुए मेरे मुंह को ही चोदने लगा | उसका लंड मुझे गले में गड रहा था इसलिए मैं ज्यादा अन्दर तक उसका लंड नहीं चूस रही थी | लंड चूसने के बाद उसने मैंने अपने शोर्ट और पेंटी को उतार दी और उसके सामने नंगी अपनी सीट पर टाँगे चौड़ी करके बैठ गई |

वो मेरा इशारा समझ गया और मेरी चूत पर अपनी जीभ से चाटने लगा | आहा मुझे बहुत ही मजा आ रहा था और ऐसा लग रहा था जैसे मैं संत्वे आस्मां में हूँ | फिर उसने अपने लंड को मेरी चूत में डाल कर चोदने लगा जोर जोर से और मैं भी सिस्कारियां लेते हुए चुदाई के मजे ले रही थी | वो बहुत ही शानदार तरह से मेरी चुदाई कर रहा था और मैं अस आँखे बंद किये उसके चुदाई के धक्को का मजा ले रही थी | उसने मुझे हर तरह से चोदा और फिर मेरे मुंह के ऊपर अपना वीर्य अर्पित कर दिया | वो समय मेरे लिए बहुत ही यादगार रहा हालांकि हमारी बात होती रहती है पर उस चुदाई के बाद मैंने उससे दोबारा कभी नहीं चुदवाई |
 
Back
Top