सेक्सी भाभी की मस्त चुदाई

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Bhavu didi ki mast chudai ki hot kahani

हेलो रीडर, क्या हाल है आप सबके. मैं आपके सामने अपने जीवन की एक सच्ची चुदाई घटना पेश करने जा रहा हु. मेरी ऐज ३० इयर्स है. मेरी पर्सनालिटी और मेरे लंड का साइज़ मस्त है. एक बार अगर मैं किसी को गरम कर दू, तो वो मुझसे चुदवाने के लिए मरने लगती है. अब मैं आपका ज्यादा समय वेस्ट नहीं करता हु और सीधे अपनी चुदाई की कहानी पर आता हु. ये कहानी आज से ८ साल पहले की है. मेरे घर के पास में एक भाभी रहती है, जो कुछ खास गोरी नहीं है और उसका फिगर ३८ - ३४ - ३८ का होगा. उसकी शादी को एक साल ही हुआ होगा. उसका नाम भावु था और वो हम लोगो के घर काफी आती - जाती थी. भाभी जब भी हम लोगो के घर आती थी या मैं उनके घर के पास से निकलता था, तो हम लोगो में नार्मल बातचीत होती थी. तब मैं कॉलेज कर रहा था.

तब सीडी प्लेयर गाँव में कम ही लोगो के पास रहता था. तब तक मेरे मन में भाभी के लिए कोई गंदे विचार नहीं थे. तब भाभी ने एक दिन मुझसे कहा - कि सुमित तुम कॉलेज जाते हो. शहर में कोई लड़की के चक्कर - वक्कर तो नहीं है? मैंने उनको कहा - नहीं था. फिर मैंने भाभी को मना करते हुए कहा - मुझसे कौन पटेगी? फिर भाभी बोली - अरे ऐसे कैसे? तुम तो बहुत हैण्डसम हो. तुम से कोई भी लड़की पट जाए. फिर भाभी ने पूछा - ब्लूफिल्म देखते हो, कि नहीं? ये तो सुन कर मेरे होश ही उड़ गए. मुझे लगा - मौका मिल रहा है मुझे शायद भाभी पर चांस मारने का और मैंने उनको हाँ में सिर हिला दिया. फिर मैंने कहा - क्या आप ने देखी है? उन्होंने कहा - हाँ, जब घर पर कोई नहीं होता, तब हम ब्लूफिल्म देखते थे.

तो मैंने कहा - अब नहीं देखते? तो उसने कहा - यहाँ पर सीडी प्लेयर भी नहीं है और सीडी भी नहीं मिलेगी. तो मैंने कहा - आप को देखनी है, तो मेरे घर में सीडी प्लेयर है और मैंने शहर से सीडी भी आपके लिए लेता आऊंगा. तो उसने कहा - जा बदमाशश्स्शस्श्स.. फिर उस ने हलकी सी एक चपत मेरे गाल पर लगायी और चली गयी. उस दिन बाथरूम में जाकर मैंने पहली बार भाभी के नाम की मुठ मारी और रात को भी भाभी को याद करके मुठ मारनी पड़ी. दुसरे दिन, मैं कॉलेज गया शहर में और मैंने वहां से ब्लूफिल्म वाली पिक्चर की बुक ले ली और घर वापस आ गया. मैं घर आने के बाद, भाभी को ढूंढने के लिए बाहर निकला. मुझे भाभी कहीं भी नहीं मिली. फिर शाम को भाभी जब भाभी हमारे घर पर आई, तो मैंने उनको कहा - मैं आपके लिए एक चीज़ लाया हु. उन्होंने कहा - लाओ दो मुझे. मैंने अपने बेग से वो बुक निकाली और भाभी के हाथ में दे दी. भाभी उसको देख कर खुश हो गयी. फिर वो बोली - इसको अब मैं घर कैसे लेकर जाओ. तो उन्होंने अपनी साड़ी के घेरे को ऊचा किया और झट से अपनी पेंटी में घुसा दी और चली गयी.

फिर दो - तीन दिन के बाद, सब मेरे घर से बाहर गए हुए थे और भाभी को माँ ने कहा था, कि हम लोग बाहर जा रहे है. सुमित घर पर अकेला है. तुम उसका ख्याल रखना. तब मैं शाम को कॉलेज से घर आया और मैंने अपने सीडी प्लेयर पर ब्लू फिल्म लगा दी और देखने लगा. तभी भाभी मेरे घर पर आई. तो मैं झट से उठ कर बाहर आ गया रूम से. मैंने कहा - कैसी लगी बुक? तो उसने मुझे एक नॉटी सी स्माइल दे दी और शरमाते हुए कहा - बहुत अच्छी थी. मेरा लंड फुल कर गुब्बारा हो गया था. वो उसने देख लिया. मैंने कहा, कि ब्लूफिल्म देखोगी? घर पर कोई अभी कोई नहीं है. वो शरमाते हुए, टीवी वाले रूम में आई और टीवी के सामने खड़ी हो गयी. फिर मैं अन्दर जाकर भाभी के पीछे से चिपक गया और मैंने उसके बड़े बूब्स को अपने हाथो में ले लिया और उनको दबाने लगा. मैंने उसकी गर्दन और कान के नीचे उसको किस करना शुरू कर दिया. वो गरम होने लगी और उसने अपने होठो को मेरे होठो पर रख लिया और मुझे किस करने लगी. मैंने उसके घाघरे को ऊपर उठा कर उसको घोड़ी बनाया और अपने मुह को उसकी गांड के दरवाजे पर इस तरह रखा, कि मैंने उसकी गांड और चूत को किस करना लगा. थोड़ी देर के बाद, भाभी खड़ी हो गयी और अभी नहीं. रात को तेरे भाई खेत जाने वाले है. रात को तू मेरे घर आजा. और वो ये कह कर चली गयी.

बाद में रात को मैं अपने घर के बाहर जाकर भाभी के घर में झांक कर देखा, भाई बाहर जाने के लिए तैयार हो रहे थे. जैसे ही भाई खेत अपनी गाड़ी लेकर चले गये. मैं सीधा ही भाभी के बेडरूम में चला गया. मैंने भाभी को बेड पर खीच लिया. तो भाभी बोली - बड़ा ही चुदकड़ है. थोड़ी देर तो रुक जा. दरवाजा तो बंद करने दे. फिर भाभी दरवाजा बंद करके आ गयी और मेरे लंड को सहलाती हुई, लिप किस करने लगी. फिर मैंने उसकी साड़ी निकाल दी और उसको नंगी कर दी और उसने भी मुझे नंगा कर दिया. उसके बाद, मैंने भाभी के सारे शरीर पर किस करना शुरू कर दिया और भाभी शश शश अहः श्श्श आहाहा श्श्स श्श्श करती रही. उतने में उसकी चूत पूरी गीली हो गई थी. जो मैं उसके चूत का रस पीने लगा और भाभी उछलने लगी और मेरे शरीर को काटने लगी. आधे घंटे तक, भाभी की चूत पे किस करते - करते भाभी दो बार झड़ गयी और कहने लगी - चुदकड़. अब मेरी चूत को फाड़ डाल.. ये कह कर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत में डाल दिया.

और मैं भाभी के ऊपर चढ़ कर धक्का लगाने लगा और भाभी आँखे बंद कर के मुझे कस कर पकड़ कर मेरी चेस्ट पर काटने लगी. फिर थोड़ी देर में, मैं झड़ने वाला था. तो मैंने भाभी को जोर - जोर से चोदना शुरू कर दिया. भाभी भी उछल - उछल कर मजा लेने लगी और अहः अहः श्श्स श्श्श अओओं अओअओअ ओहोहोहोह करके मजा लेती रही. अब भाभी भी झड़ने वाली थी.. तो उसने कहा - जोर से चोदो.. मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और उनको जोर - जोर से चोदने लगा. भाभी झड़ गयी और मेरा भी रस निकल गया. मैंने अपना रस भाभी की चूत में ही डाल दिया. भाभी मुझसे लिपटी रही. उसके बाद रात में भाभी की तीन बार और जम कर चुदाई की और एक बार तो भाभी ने मेरे लंड को चूस कर मेरी इच्छा पूरी की और मेरे पुरे रस को पी गयी. उसके बाद, मैं भाभी को ५ साल तक ऐसे ही चोदता रहा. अब हम लोग शहर में आ गये और जब भी टाइम मिलता है.. तो मैं भाभी के साथ फ़ोन पर ओरल सेक्स करता हु और जब मेरे घर पर कोई नहीं होता है. तो वो शहर भी आती है. तो दोस्तों, ये थी मेरी चुदाई की कहानी.. आशा हैं की आप को यह कहानी पसंद आई होंगी!
 
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