स्कूल बना रंडी खाना मेरे लिए

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हाई दोस्तों,

मेरा नाम राजेश हे और मैं बारवी में पढता हू | अपने स्कूल में जो कंप्यूटर टीचर थी वो एक दम कडक माल थी और उसके कपड़ो से ही उसकी रंडी पन दिख जाती थी | मैंने और मेरे दोस्तों ने बहुत उसको नेट पे रागिन तस्वीरे देखते हुए देखा था पर हम में से किसी की हिम्मत नही होती थी कुछ बोलने की | पर एक दिन मैं अपनी नोट बुक भूल गया था और स्कूल वापस आया तब में अकेला था तब मेने उसे फिरसे देख लिया | मेने सीधे दरवाजे को धक्का मरते हुए अंदर घुस गया ताकि मैं मैडम को ये एहसास दिलाऊ की मेने उन्हें पकड़ लिया |

मेरे अंदर घुसते ही मैडम घबरा गयी और मैं छी छी करने लगा और कहा की मैं आपके नाम कंप्लेंट करने वाला हू तो मैडम मुझे रोकी और मुझसे कहने लगी की प्लीज़ ऐसा मत करना और पता नही क्या क्या बकड़ चोदी करने लगी | मैं बोल दिया की एक शर्ट पे नही बोलूँगा की अगर आप मुझे अपनी वो दोगे तो ? वो सोची और फिर बोली की ठीक हे कल, मैं बोला अभी चाहिए देती हो या नहीं ? वो मान गयी और फिर जाके दरवाजा बंद करके कुण्डी लगा दी | मैं उनको झट से जाके गले लगा किया और चूमने लगा |

वो भी मुझे चूमने लगी जेसे साली को कभी लंड इ न मिला हो | मेने उन्हें कुर्सी पे बिठा दिया और उनके एक एक करके सारे कपडे उतार दिए और उन्हें ब्रा और पेंटी में ही छोड़ दिया | मैं उनके मम्मे मसलने लग गया और वो मेरे लंड को मसल रही थी | मेने अपनी पनेट उतार दी और लंड उनके मुह के सामने किया तो वो बोली काफी अच्छा लंड हे और झट से मुह में लेके चूसने लग गयी और करीब दस मिनट के बाद मैं उनके मुह में ही झड गया और वो सारा मुठ पि गयी | मेने फिर उनकी पनटी उतार दी और उनकी चुत चाटने लग गया, वो कराहने लग गयी और करीब तिन मिनट में ही हो झड गयी | मैं उठके फिर से उनके निप्पल चूसने लगा और जेसे ही वो गर्म हुई मेने उनके मुह में फिर से लंड दे दिया और वो चूसना शूर कर दी | दो मिनट में फिरसे लंड तन गया था मेरा |

मेने उनके टांगो को उठा के चुत पे लंड रख के रगड़ने लग गया और वो तड़पने लग गयी अंदर लेने के लिए | वो बोली की कंप्लेंट करने हे कर दो पर अभी चुत में लंड दाल दो वरना में ऐसे ही मर जाउंगी | मेने उनकी बात मान ली और कस के धक्का दिया और लंड धीरे धीरे अंदर चीरते हुए जा रहा था और वो दर्द से झटपट झटपट कर रही थी पर चिल्लाई नही | पूरा घुसने के बाद मेने फिरसे निकल के फिर अंदर दे दिय और करीब दस झटको के बाद उन्हें मजा आने लगा और वो मेरे पीठ पे हाथ रख के मुझे अपनी तरफ कसती गयी और मैं उन्हें कुर्सी पे ही पेलता रहा |

कुछ तिस झटको के बाद वो झड गयी पर में उन्हें और दो मिनट पेला और फिर लंड निकाल के उनके चेंडू पे मुठ गिरा दिया | वो फिर पेपर से मुठ साफ़ की और फिर निचे लेट गयी और बोली एक बार चोदो मुझे | मैं उन्हें एक और बार पेला पर पाँच मिनट रुकने के बाद | अब तो हम दोनों हर शनिवार को स्कूल को रंडी खाना बना देते हे |
 
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