फलक भाभी और मैं, हम दोनों झड़ गए, रिंकी और पिंकी भी अपना अपना पानी निकाल कर लेटी हुई थी, हम भी वहीं लेट गए।
पिंकी उठी और सबके लिए बियर ले आई ,फलक भाभी भी उठ गई, सबके लिए गिलास में बियर डाला फलक भाभी ने अपना पैग भी मुझे पिला दिया, काजू बादाम फलक भाभी अपने हाथ से खिला रही थी।
फिर पिंकी उठ कर मेरा लंड चूसने लगी और रिंकी को भाभी ने लिटाया, उसके ऊपर चढ़ कर होंठों को चूसने लगी।
पिंकी अपनी चूचियों के बीच मेरा लंड दबाने लगी तो कभी ऊपर नीचे करती, फिर मेरा लंड मुह में लेकर चूसने लगी, उसके बाद रिंकी ने उसे हटा दिया और मेरा लंड हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी और मेरे बॉल्स चूसने लगी।
फलक भाभी मेरे होंठ से होंठ और जीभ से जीभ मिला के चूस रही थी और चूसा रही थी, पिंकी फलक भाभी के पीछे आकर अपनी चूत से उनको चोद रही थी।
फिर रिंकी मेरे लंड बैठने लगी तो फलक भाभी ने कहा ने कहा- अरे तुम दोनों ने तो कितनी बार किया है वीर के साथ, मैं प्यासी हूँ, मेरी प्यास बुझाने दो।
तो पिंकी बोली- आप टेंशन मत लो, ये लौंडा बहुत तेज है, नई कली को दो बार चोदे बिना नहीं मानता।
फलक ने कहा- मैं नई थोड़ी हूँ।
पिंकी ने कहा- अरे वीर के लिए तो नई ही हो ना!
फिर रिंकी ने मेरा लंड अपनी चूत में डाल लिया और ऊपर नीचे होने लगी। मैं उसकी चूचियाँ दबा रहा था, वो 2- इंच तक लंड निकाल निकाल के अपनी चूत में ले रही थी।
अभी कुछ ही देर हुई थी कि पिंकी रिंकी को हटा के मेरे ऊपर चढ़ गई और उसने भी लंड चूत में ले लिया, कुछ देर वो भी मेरे लंड से चुदती रही फिर दोनों मेरे अगल बगल में लेट गई, मैं दोनों की चूचियों को एक एक करके चूसता, कभी रिंकी की तो कभी पिंकी की।
फिर मैंने दोनों की चूत में उंगली डाल दी, दो दो उंगली दोनों की चूत में डाल के अंदर बाहर करने लगा, वो दोनों खुद की चूचियाँ दबा रही थी एक दूसरे की।
उधर फलक भाभी खुद की चूत में उंगली कर रही थी। मैंने रिंकी पिंकी की चूत से उंगली निकाली और रिंकी के चूत वाली पिंकी को पिंकी की चूत वाली रिंकी के मुंह में डाल दी, वो भी मजे से उंगलियां चूसने लगी।
फिर दोनों 69 आसन में आ गई और एक दूसरे की चूत चाटने लगी। फलक भाभी को मैं खींच के अपने सामने ले आया और उनके घुटने मोड़ के टाँगें चौड़ी कर ली, मैंने उनके घुटने पकड़ के और चौड़े किये और जीभ लगा के चाटने लगा, साथ साथ दो उंगली भी उनकी चूत में अंदर बाहर करने लगा।
वो मादक सिसकारियाँ लेते हुए मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी।
पिंकी और रिंकी एक दूसरे की चूत में तेज़ तेज़ उंगली कर रही थी।
कुछ मिनट में फलक भाभी की चूत से रस की धारा निकल पड़ी और रिंकी और पिंकी की भी।
फिर कुछ देर में फिर से ग्लास बियर से भर चुके थे, चारों ने गिलास खाली किए।
मुझे पेशाब लगी थी, मैं बाथरूम में चला गया और मेरे लंड से धारा निकलने लगी। वो तीनों भी मेरे पीछे आ गई और मुझे पेशाब करते हुए देखने लगी।
पिंकी उठी और सबके लिए बियर ले आई ,फलक भाभी भी उठ गई, सबके लिए गिलास में बियर डाला फलक भाभी ने अपना पैग भी मुझे पिला दिया, काजू बादाम फलक भाभी अपने हाथ से खिला रही थी।
फिर पिंकी उठ कर मेरा लंड चूसने लगी और रिंकी को भाभी ने लिटाया, उसके ऊपर चढ़ कर होंठों को चूसने लगी।
पिंकी अपनी चूचियों के बीच मेरा लंड दबाने लगी तो कभी ऊपर नीचे करती, फिर मेरा लंड मुह में लेकर चूसने लगी, उसके बाद रिंकी ने उसे हटा दिया और मेरा लंड हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी और मेरे बॉल्स चूसने लगी।
फलक भाभी मेरे होंठ से होंठ और जीभ से जीभ मिला के चूस रही थी और चूसा रही थी, पिंकी फलक भाभी के पीछे आकर अपनी चूत से उनको चोद रही थी।
फिर रिंकी मेरे लंड बैठने लगी तो फलक भाभी ने कहा ने कहा- अरे तुम दोनों ने तो कितनी बार किया है वीर के साथ, मैं प्यासी हूँ, मेरी प्यास बुझाने दो।
तो पिंकी बोली- आप टेंशन मत लो, ये लौंडा बहुत तेज है, नई कली को दो बार चोदे बिना नहीं मानता।
फलक ने कहा- मैं नई थोड़ी हूँ।
पिंकी ने कहा- अरे वीर के लिए तो नई ही हो ना!
फिर रिंकी ने मेरा लंड अपनी चूत में डाल लिया और ऊपर नीचे होने लगी। मैं उसकी चूचियाँ दबा रहा था, वो 2- इंच तक लंड निकाल निकाल के अपनी चूत में ले रही थी।
अभी कुछ ही देर हुई थी कि पिंकी रिंकी को हटा के मेरे ऊपर चढ़ गई और उसने भी लंड चूत में ले लिया, कुछ देर वो भी मेरे लंड से चुदती रही फिर दोनों मेरे अगल बगल में लेट गई, मैं दोनों की चूचियों को एक एक करके चूसता, कभी रिंकी की तो कभी पिंकी की।
फिर मैंने दोनों की चूत में उंगली डाल दी, दो दो उंगली दोनों की चूत में डाल के अंदर बाहर करने लगा, वो दोनों खुद की चूचियाँ दबा रही थी एक दूसरे की।
उधर फलक भाभी खुद की चूत में उंगली कर रही थी। मैंने रिंकी पिंकी की चूत से उंगली निकाली और रिंकी के चूत वाली पिंकी को पिंकी की चूत वाली रिंकी के मुंह में डाल दी, वो भी मजे से उंगलियां चूसने लगी।
फिर दोनों 69 आसन में आ गई और एक दूसरे की चूत चाटने लगी। फलक भाभी को मैं खींच के अपने सामने ले आया और उनके घुटने मोड़ के टाँगें चौड़ी कर ली, मैंने उनके घुटने पकड़ के और चौड़े किये और जीभ लगा के चाटने लगा, साथ साथ दो उंगली भी उनकी चूत में अंदर बाहर करने लगा।
वो मादक सिसकारियाँ लेते हुए मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी।
पिंकी और रिंकी एक दूसरे की चूत में तेज़ तेज़ उंगली कर रही थी।
कुछ मिनट में फलक भाभी की चूत से रस की धारा निकल पड़ी और रिंकी और पिंकी की भी।
फिर कुछ देर में फिर से ग्लास बियर से भर चुके थे, चारों ने गिलास खाली किए।
मुझे पेशाब लगी थी, मैं बाथरूम में चला गया और मेरे लंड से धारा निकलने लगी। वो तीनों भी मेरे पीछे आ गई और मुझे पेशाब करते हुए देखने लगी।