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[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - १[/color]
[color=rgb(0,]नमस्ते दोस्तो में अ‍ेक नयी कहानी लिखने जा रहा हुं येजो कहानी हे वो इनसेस्ट ओर लव स्टोरी के साथ अ‍ेडल्टरीभी हे ये सिर्फ मनोरंजनके लीये लीख रहा हुं ये कहानी सीर्फ मेरी कल्पना हे ओर मेने जीवनमे कुछ अनुभुती कीहे उसके आधारका सहारा लेकर लीख रहा हुं
मेरा मकसद कीसीकी भावनाओको ठेस पहोचाना नही हे मेरी कोसीस यही रहेगी, ओर कहानी आपको अच्छी लगे तो कोमेन्ट करके मेरम उत्साह बढाते रहेना क्युकी ये कहानी मे अ‍ेक अ‍ेसे सीचुअ‍ेशनमे लीख रहा हुं जो मेरे कइ स्वजन ये कोरोना महामारीके कालमे मरते ही जा रहे थे तब मे बहुत अपसेट रहेने लगा तब मेने मेरे मनको डाइवर्ट करनेकी सोची ओर मुजे मोबाइलमे ये अ‍ेक्सफोरम साइट हाथ लग गइ तब मेने सोचाकी चलो अ‍ेसी कहानी मेभी लीखु ओर मेने कहानी लीखना सुरुकीया ओर लीखताही गया कभी कभी तो मेने इसे १४ घंटे लगातार बैठके लीखता ही रहा ओर लीखते लीखते ३००० पने कब लीखलीये पताही नही चला तो चलीये कहानी सुरु करते हे

ये कहानी सीर्फ मेरी अ‍ेक कल्पना हे जो अ‍ेक परिवार की है ये कहानी मे हिरोकी जुबान से चलानेकी कोसीस कर रहा हुं, तो आइअ‍े सुरुआत करते हे, हमारा अ‍ेक छोटासा परिवार है में गुजरात का अ‍ेक छोटासा सहेर का रहनेवाला हुं हमारे सहेरकी बस्तीमें तकरीबन ५ लाख से ६.५ लाख लोग रहेते हे मेरे पापाका बहुत बडा बिजनेस था उसका कारोबार हमारे सहर के अलावा दुसरे राज्योमेंभी फैला हुआ था तब में १२ कक्षामें पढता था आप कहेगे इतना बडा कारोबार थातो छोटे सहेरमे क्यु रहेते थे तो आपको आगे पता चल जायेगा

मैं पढाइके अलावा दुसरी चीजोमें ज्यादा ध्यान देता था जेसे की इलेक्टड्ढोनिक्स, मीकेनीकल, पेन्टींग, जीम में जाना, कराटे वगेरे चीजोमें ज्यादा दिलचस्पी थी अ‍ेसा नही के में पढाइ मे कमजोर था इसमे भी अच्छे परसेन्ट से पास होता था, मेरे परिवार में मम्मी, पापा, दादी, अ‍ेक बडी बहेन, में, ओर अ‍ेक छोटी बहेन हे हमारा मकान अ‍ेक बंगलो हे जो १००० स्कवेर मीटर मे हे आगे लोन,पार्किंग,निचे अ‍ेक बडासा होल किचन दो बडे रुम ओर उपरकी मंजील में तीन रुम ओर खुला टेरेसहै तो आइअ‍े मेरे परिवार का परिचय करवा देता हुं

पापा : अमीतजी उमर ४५ साल बहुत सांत स्वभावके थे हमारे सहरमें ओर दुसरे राज्यो में भी उसके कइ फेक्टरी थी उनका अच्छे कारोबार की वजहसे उन्हे बहुत सारी प्रोपर्टीया भी खरीदकर रेन्ट पर दे रखी थी हम दो पीढी बैठे बैठे खाये तो भी हमे काफी पेसे मीलते रहे अ‍ेसी पापाने व्यवस्था की हुइ थी ओर अब वो इस दुनीयामे नही हें

मम्मी : सुसीला उमर ४१ वर्ष अ‍ेक हाउसवाइफ थी पापा की तरह बहुत सरल ओर सांत स्वभाव की थी दो साल पहेले मम्मी, पापा अ‍ेक बिजनेस टुर पे गये थे तब लोटते समय अ‍ेक कार हादसे में उनकी मोत होगयी

दादी : कुंवर उमर ६४ साल मम्मी,पापा के हादसे के बाद बहुत बडा सदमा लगा उसकी वजह से उनको पेरेलेसीस का दोरा पडा जीनकी वजह से वो बिस्तबर मैं हे, खुद वे कुछ नहिं कर सकती हमे उनको खाना पीलाना नहलाना पडता है जो हम सब भाइ, बहेने मीलकर उनकी सेवा करते हे इसे हम सब हमारा सौभाग्य मानते है वो अ‍ेक नीचेके लास्ट वाले रुम में हे

बडी बहेन : नंदीनी उमर २२ साल हाइट ५.१० फुट प्यारसे उसे सब नेनु कहकर बुलाते हे ग्रेज्युअ‍ेसन खतम कर चुकी हे आगे कुछ करने का इरादा नहिं हे मम्मी, पापाकी मोत के बाद सारे घरकी जीमेदारी संभालती है तीखे नैन नक्स लम्बे बाल साइझ ३३,२९,३२ सुंदरताकी देवी जेसे संपुर्ण आदर्श नारीके गुण होते है वो सब गुण मेरी बहेन में थे बहुतहि सरल स्वभाव सबको बहुत प्यार करती है विषेस मेरा बहुत खयाल रखती है मुजे मम्मी, पापाकी कमी कभी महेसुस नही होने दी, कभी प्यार व्यार के चक्कर मे नहि पडी मम्मी पापा थे तब केहती थी जहा आप चाहोंगे में वहिं सादी करुंगी हम प्यारसे उसे नेनु कहेते हे

में : राज उमर २१ साल हाइट ५.११ फुट, प्यारसे मुजे सब राज कहकर बुलाते है फाइनल यर में हुं जीम की वजह से अच्छी बोडी है अब वर्कआउट घर पे करता हुं उपर कि मंजील में लास्ट वाला कमरा में रहेता हुं कोलेज मे ज्यादा दोस्त नहिं है सीर्फ दो तीन दोस्त ही हे जो कोलेज तक सीमीत है कभी प्यारके चकर में नहि पडा अ‍ेसा नहि है कि कोइ लडकी पटती नहिं मेंहि इन चीजो में पडना नहि चाहता, मेरा मानना है कि प्यार सिर्फ दिलका मामला है इस लिये उसको इमानदारी से सारी जींदगी निभाना चाहिये प्यार सीर्फ मोज या सिर्फ सेक्स के लिये नहि होना चाहिअ‍े ये मेरी नीझी सोच हे, कोलेज जाके इसका (प्यार, सेक्स) सारा ज्ञान बातो से चर्चा के माध्यम से या पोर्न फिल्म द्वारा ले चुका हुं मेरे पेनीस कि साइझ ६.२५ङ्कङ्क घर में मेरा पर्सनल पी.सी. भी हे जीसके माध्यम से मे मां बेटेकी, भाइ बहेन, मौसी भांजा, चाची भतीजा की सेक्स कहानीया पढता रहेता हुं फिर मेरा नजरिया मेरे बहेनोके प्रती बदलने लगा क्युंकी में बचपनसे अपनी छोटी बहेनको अ‍ेक पत्नीकी नजरसे ही देखता था में प्यारको अ‍ेक पवित्र रिस्ता मानता हुं प्यार में सेक्स होता है, सेक्सके लिये प्यार नहिं होता अ‍ेसा मेरा मानना हे, मैं थोडा बहुत आध्यात्मीक इन्सान भी हुं जो पुजा, मंदिर में भी जाता हुं, मुजे नइ चीजोकी इन्वेशन में ज्यादा रुची हे तो पापाकी बंध पडी हुइ फेक्टरीमें कुछना कुछ करता रहेता हुं, ओर में कभी कभी कोलेजमें सोखसे गाना भी गा लेता हुं

छोटी बहेन : सोनीया उमर १९ साल हाइट ५.८ फुट बारवी कक्षा मे पढ रहि हें स्वभाव अ‍ेक दम मस्तीखोर चुलबुली हमेसा नेनु ओर मेरी टांगे खीचती रहेती है हम दोनोको बहुत प्यार करती है उसे हम प्यारसे सोनु कहेते हे हम दोनोमें किसीभी बिमार पड जाये तो सबसे ज्यादा चिंता उसीको रहेती है क्यु की वो भी मुजे बचपनसे अपना पती मानती थी ये बात उसने मुजे बादमे बताइ, दिखने में किसी हिरोइन से कम नहि लगती अ‍ेक दम होट ओर सेक्सी टाइप लगती है साइझ ३१,२८,३१ बाल लम्बे घुटनो तक जेसे कामदेव की मुरत लगती हे स्कुल जाने के लिये अ‍ेक स्कुटी दिलवाइ है वो उसीमे घुमती रहेती है इनकी बहोत सारी फ्रेन्ड्स भी है जो आये दिन हमारे घर पे आती जाती रहेती हे वो उपर की मंजील में मेरे बगल वाले रुम मे रहेती है हम सब प्यारसे उसे सोनु बुलाते हे वो कभी कभी स्कुल का कोइ प्रोजेक्ट करने केलिये मेरा पी.सी. युझ करने के लिये या गप्पे सप्पे मारने के लिये मेरे रुम मे आजाती हे

नेनुकी सहेली : अंजना उमर तकरीबन २४ साल हाइट ५.१ फुट बाल अपने चुतड तक लंबे हे बहुत ही आकर्सक चहेरा उसे देखते ही खडा हो जाये साइज ३६, ३०, ३६ जो मेरेही कोलेजमें टेक्नीकल विभागमें हे ओर नेनु की खास सहेली हे हम उसे अंजु कहेगे
अब दुसरे केरेक्टर जरुरत पडनेपर आगे अ‍ेड करके उसका परीचय देता ररुगा तो आइअ‍े कहानी की तरफ बढते हे

जब मम्मी, पापा का हादसा हुआ तो हम मानसीक रुप से टुट चुके थे अ‍ेसा नहि था की हमे फाइनान्सीयल तकलीफ होगइ क्युकी पापा का बिजनेस बडा था ओर पापाने बहुत सारी प्रोपर्टी भी ली थी जो काफी प्रोपर्टी रेन्ट पर दे रखी थी जो इसका किराया हर महिने टाइमपे आजाता था सिर्फ किरायाहि महिनाका ६.५ लाख आजाता था तो वो प्रोबलेम नहि थी, लेकीन दादी ओर मुजे ज्यादा तकलीफ हुइ क्योकी पापा मेरा बहोत ख्याल रखते थे इसका अ‍ेक कारण था कि बचपन मे मुजे पेरमें इफेक्ट आगया था पापा मम्मीने बहुत खर्चा करके मुजे ९८ % चलने फिरने लायक बनाया जब में चलता हुं तो बहुत मामुली असर दीखता है बाकी कीसीको पता भी नहि लगता इसी कारण सब मेरा बहुत ख्याल रखते है

फिर हम सबको नेनुने संभाला ओर हम सबको इस टड्ढेस से बहार निकाला, ज्यादातर लंच डिनर हम साथमें करते है पहेले दादीको खाना खीलाके हम सब साथ बेठके खाना खाते है वक्तके साथ सब नोर्मल होता चला गया, यह सब सोचते सोचते में रातको आंसु बहाता कब सो गया पता नहि चला तभी मेरे कानोमें आवाज आने लगी

नेनु : राज उठजा कितनी देर सोता रहेगा कोलेज नहि जाना क्या?

मैं : सोने दोना नेनु अभी तो सोया हुं

नेनु : अभीके बच्चे सुबह सात बज गया है कुंभकर्ण उठजा ओर कोलेज चला जा

मैं : क्या सात बज गये? ये कहेकर मेने रजाइ निकाली ओर फटाक से उठकर दीदीकी तरफ देखा तो हस रहि थी लेकीन जेसे मेरे चहेरे की तरफ देखा तो रात के आंसु चहेरे पर जम गये थे वो देखके गभरा गइ ओर मेरे बेड पे मेरे साथ बैठ गइ

नेनु : क्या हुआथा रातको क्यु रोया था बेबी (कभी कभी प्यारसे बेबी बुलाती है)

मै : कुछ नहि हुआ दि बस अ‍ेसेही..

नेनु : तुजे मेरी कसम, बता रात को क्यु रोया था?

मै : कुछ नहि दि बस मम्मी पापाकी याद आ गइ थी, ये सुनते नेनु ने मुजे गले लगाया ओर खुदकी आंखे भी नम होगइ

नेनु : में हुं ना बेबी कुछ चाहिये था क्या? बता मुजे

मैं : नहि दि कुछ नहि चाहिअ‍े बस अ‍ेसेहि याद आगइ

नेनु : अच्छा चल जलदी तयार होजा में तेरे लीये नास्ता लगाती हु, ये कहेके मेरे सरपे किस करके चली गइ

में भी जलदी उठके बाथरुम में चला गया ओर फ्रेस होकर बहार आगया तैयार होके निचे आयातो डाइनिंग टेबल पर सोनु भी थी

मैं : गुड मोर्निंग दि

सोनु : मोर्निंग भाइ आज तो हिरो लग रहे हो किसपे बिजली गीराने जा रहे हो?

मैं : चुप कर बंदरीया कोलेज जा रहा हुं, ये सुनते हुअ‍े नेनु किचनमें नासता बनाते हुअ‍े हस रहि थी

सोनु : देखो दि भाइ मुजे बंदरीया कहेता है ओर आप खडे खडे हस रहि हो?

कहेते हुअ‍े वो चेर से उठ के मुजे मारने के लीये मेरी तरफ दोडी में उठके भाने लगा लेकीन उसने मुजे पिछेसे कसके पकड लीया मैं छुडाने की कोसीस करने लगा ओर मे अ‍ेकदम पलट गया ओर उसे पकड के कसके भीच दिया अ‍ेसा लग रहा था की दो प्रमी आलिंगन कर रहे थे सोनु के बुब्स मेरे छाती मे दब गये थे तो वो अ‍ेकदम सरमा गइ ओर मुजसे हसते हुअ‍े तीरछी नजरसे देखते हुअ‍े कहने लगी

सोनु : भाइ प्लीज छोड दो मुजे दर्द हो रहा हे, पलीज...प्लीज...

मेने अपनी पकड थोडी कमकी ओर हम अ‍ेक दुसरे की आंखो में देखने लगे वो थोडा सरमाके अपनी नजर जुकाली आज मुजे अपनी बहेनके प्रती कुछ अलग ही फिलींग्स हुइ ओर उनकी मेरे प्रती क्या फिलींग्स हे वो जानने के लीये मेने आगे बात करना जारी रखा

मैं : नहि छोडुगा अ‍ेसे पकडके रखुंग तुजे हिमत है तो छुडाले मुजसे

सोनु : भाइ मैं आपसे अमने आप कभी नहि छुट सकती छोडदो प्लीज नेनुदी देख लेगी

तभी हमे किचन की तरफ से कुछ आवाज आइ तो हम जटसे अलग होगये ओर डाइनींग पर बेठ गये सोनु अपना सर जुकाके मंद मंद हस रही थी तभी नेनु चाइ ओर नास्ता लेकर आइ ओर हम सब साथ में बेठके नास्ता करने लगे तभी सोनु बोली

सोनु : भाइ कल मेरी स्कुटी में कुछ प्रोबलेम आगइ है ठीक से चल नहि रहि उसे रिपेर करवाना पडेगा तो कोलेज जाते समय मुजे स्कुल छोड दोगे प्लीज..

मैं : स्योर दि ओर तुम्हारी स्कुटी में सामको ठीक करवालुंगा नो टेन्सन ओके

सोनु : (मेरी ओर हसते) ठीक है भाइ थेन्क्स

नेनु : सुन राज साम को कुछ सोपींग करनी है मेरे साथ चलना

मैं : ठीक हे दि चलुंगा पर आप स्कुटर चलाना क्यो नहिं सीखती में आपको सीखाउंगा

नेनु : ना बाबा मुजे नहि सीखनी तुजे ले जाना है तो लेजा वरना रिक्षा मे चली जाउंगी

मैं : क्या दि मेने थोडी हि मना कीया है आप बोलो तो सारी जींदगी आपको गाडी में डड्ढाइवर बनके घुमाता रहुंगा आप हुकुम करो हें..हें..हें..

नेनु : चल चल ठीक है नौटंकीबाज हम साम ५ बजे जायेंगे ओर सोनु तुजे कया क्या लेना हे तेरी लीस्ट मुजे दे देना ओर राज तो साथ चल हि रहा है

सोनु : दि वो में दोपहर को स्कुल से आने के बाद दे दुंगी

मेरी नेनु दीदीको स्कुटर चलाना नहिं आता अ‍ेक बार कोसीस की थी लेकीन बुरी तरह गीर पडी थी उसे काफी चोट आइ थी तबसे काफी डर गइ है, मेरे पास अपनी बाइक भी हे पापाकी कारभी है जो हम कहिं फंक्शन या दुसरे सहर जाना हो तब इस्तमाल करते हे में कभी कभी सामको या रात को घुमने लीये नीकालता हुं, हम नास्ता करके रेडी होगये ओर नीचे होल में आके सोनुका वेइट करने लगा देर लगने पर मेने सोनुको आवाज लगाइ

में : चल अ‍े छिपकली सारा दिन रुम में चीपकती रहती है

सोनु : आइ भैइया क्या मे तुजे छिपकली दिखती हुं (धीमी आवाज में) बंदर कहिका

में : क्या बोली ठहेर तु अभी

कहेके मे उसे पकडने भागा तो वह दोडके नेनु के पीछे छीप गइ

सोनु : बचाओ दि भाइको बोलो नां पकडे मुजे

नेनु : अरे क्या तुम दोनो बच्चोकी तरह लडते रहेते हो, सोनु रहने दे उसे ओर हां अभी उसको छोडके दोपहरको छुटी के बाद उसको वापीस भी लेते आना बंदरीयाको, (कहके दीदी ठहाका मारके हसने लगी)

सोनु : दि आप भी, जाओ मुजे बात नहि करनी किसीसे

वो पेर पटक के बहार जाने लगी तो नेनु ने उसका हाथ पकड लीया ओर उसे गले लगा लीया ओर सोरी बोलके गाल पे पप्पी दी सोनु मुस्कराके बहार जाने लगी फीर दी ने मुजे ध्यानसे स्कुल पहोंचाने का बोलके मुजे भी हग कीया तो मेने अपना गाल उनके सामने कर दीया तो उसने मुजे गालपे चुटकी भरके

नेनु : चल जा बदमास ओर ध्यान से चलाना, (कहके कीचन मे जाने लगी)

मैं : बाय दी..

कहके बहार चला आया तो सोनु बाइकके पास खडी थी में बाइक स्टार्ट करके बैठ गया सोनु भी पीछे दोनो पैर पसारके बैठ गइ लेकीन थोडी दुरी बनाके बैठी थी तो सुबहकी घटना के बाद मेरी फिलींग्स कुछ अलग लग रही थी तो मुजे थोडी मस्ती सुजी मेने जान बुजके बाइक स्पीड बढाइ ओर अ‍ेक कारके आगे जाके जोर से ब्रेक लगाइ तो सोनु आगे खीसक के मुजे पकड लीया ओर सरमाके हसने लगी

सोनु : भाइ देखके, थोडी आहिस्ता चलाओना अभी गीर में जाती

में : तु मुजे पकड के बैठनां ये थोडी तेरी स्कुटी है जो सायकीलके माफक चलेगी ओर में तुजे कभी भी गीरने नहिं दुगा टड्ढस्टमी बेबी

सोनु को मैने पहेली बार बेबी बोला तो वो थीडी सरमा गइ ओर मंद मंद मुस्कराने लगी ओर थोडी हिंमत करके अ‍ेक हाथ मेरे सोल्डरपे रखके मुजे चीपकके बैठ गइ तभी उसका स्कुल भी आगया ओर उतरके मुजे तीरछी नजरसे देखते हसते धीरेसे बाय बोलके अंदर जाने लगी मेंभी वो जबतक अंदर नही चली गइ तब तक उसे देखता रहा वो अंदर मुडने से पहेले अ‍ेक बार पीछे पलटके मुजे देखने लगी तो मेने अ‍ेक हाथ उचा करके बाय बोला ओर कोलेजके लीये निकल पडा कोलेज पहोंचते मेने बाइक पार्किंगपे पार्ककी ओर क्लास की ओर जाने लगा तभी मुजे अंजना मेडम जो टेक्नीकल विभाग में हे उसने आवाज लगाइ वो मुजे अच्छी तरह से जानती थी मे ज्यादा कीसीसे बात नहि करती मेरे बेक ग्राउन्ड के बारे में थोडा जानती थी इसका कारण था मेरी नेनुदी जो उस कोलेजमें पढ चुकीहै ओर अंजना मेडमकी सहेलीभी हे जो अपने पती के साथ सोसायटी में रहेती है उनकी अभी तक कोइ संतान नहि है उनका पती अ‍ेक पास वाले अ‍ेक बडा सहेर राजकोट में बडी कंपनी में मार्केटींग मेनेजर है जो अप डाउन करता है जो हमारे छोटे शहेर से ३० कि.मी. दुर है ओर उनकी पुरी फेमीली भी राजकोट में रहेती है.

में : गुड मोर्नींग मेम

अंजना : गुड मोर्नींग, राज मुजे तुमसे अ‍ेक जरुरी काम हे फ्री होके मेरे ओफीस में मीलके जाना

में : ओके मेम

कहेके में क्लास अ‍ेटेन्ड करने चला गया लेकीन आज क्लास मे मन नही लग रहा था बार बार सोनु का चेहरा सामने आ जाताथा में सोचने लगा सोनु मुजसे नाराज क्यु नहि हुइ तो दुसरी तरफ अंजना मेमका खयाल आने लगा क्या काम हो सकता हे पढाइ में मन नही लग रहा था सोचते सोचते देखा तो मेरा खडा हो चुका था ये में क्या सोच रहा हुं अपनी बहेनके बारे में अ‍ेसे ही सोचते सोचते २ घंटे बीत गये फीर अचानक अंजना मेमका खयाल आया तो में उनसे मीलने उनके ओफीस तरफ चला गया अंदर वो अपने स्टाफ के साथ कुछ डिस्कशन कर रही थी मुजे देखते ही दो मीनीट रुकने को कहा में बहार वेइट करने लगा थोडी देर बाद आवाज आइ

अंजना : चलो राज मेरे साथ, में उनके साथ चलने लगा

में : मेम आपको कुछ काम था मुजसे आपने बुलाया था तो आ गया

अंजना : रिलेक्स राज कोइ सीरीयस बात नहि हे, उसी सीलसीले में बात करने जा रहे है ये बात में ओफीस में करना नहि चाहती इसीलीये हम केन्टीन में जा रहे है

मेरा दिल थोडा धक धक करने लगा की मेम मुजसे क्या बात करने जा रही है जो उनके ओफीस बजाय केन्टीन ले जा रही है में केन्टीन में बहोत कम आता हुं तो हम केन्टीन पहोच के अ‍ेक कोने के टेबल पर जाके बैठ गये जो बीलकुल खाली था बैठते ही मेमने दो चायका ओर्डर दे दीया मेने मेमकी तरफ प्रस्नार्थ भरे नजरोसे देखा मेम मुस्कराइ ओर बोली

अंजना : जेसे नेनु कहेती थी वेसेही हो अ‍ेकदम गभरु जवान हें...हें...(मेम हसने लगी) रिलेक्स राज अ‍ेसी कोइ बात नहीं दरसल में तुजे अ‍ेक प्रोजेक्ट देना चाहती हुं तुम इस प्रोजेक्ट में काम करो स्वतंत्र रुपसे क्युकी इसकी चर्चा मे स्टाफके सामने नहीं करना चाहती थी इसीलीये तुजे में यहा लायी ताकी ये प्रोजेक्ट गुप्त रहे इनकी जानकारी सीर्फ हम दोनोके बीचहि रहीनी चाहिये नेनुको भी नहीं बताना जबतक ये काम पुरा न होजाये तब चाय भी आगइ हम चाय पीते बात करने लगे

में : लेकीन मेम प्रोजेक्ट क्या हे? ओर ये काम के लिये सीर्फ मुजेहि क्यु चुना?

अंजना : क्युकी इस कामके लीये जरुरी सामान, प्लेस, पैसा और सबसे जरुरी काबीलीयत जो तुम्हारे पास हे, ओर तेरी होबी भी है अ‍ेसा व्यक्ति पुरे कोलेज में मुजे कहिं नही मीला जो में विस्वास कर सकु बाकि रही प्रोजेक्टकी बात तो कल साम ४ बजे मेरे घर आजाना इसकी डीस्कसन में यहा नही करना चाहती समज गये?

में : जी मेम

फीर हम खडे होगये मेने चायका बील पे किया ओर बहार आके मेम की इजाजत लेके घरकी तरफ बढ गया तभी याद आयाके सोनुको भी साथ ले जाना है तो में उनकी स्कुलकी तरफ बढ गया ओर वहा पहोंच के गेट के पास खडा रहा थोडा इन्तजार के बाद सोनु अपनी सहेली सीमाके साथ बात करते हुअ‍े बहारकी तरफ आने लगी उनकी सहेली हमारी ही सोसायटी मे दुसरी गलीमें रहेती थी लेकीन दोनो सरमाके सरमाके बात कर रही थी तो मुजे थोडा अजीब लगा तो उनकी बात सुनेन के लीये बाइक समेत अ‍ेक कारके पीछे खडा होगया वे दोनो बहार आइ तो सोनु मुजे ढुंढने लगी तभी देखाके उनकी सहेलीका भाइ बाइक लेके आरहा है तब सोनु बोली

सोनु : लो आगया तेरा बोयफ्रेन्ड हें..हें..हें..

सीमा : चुप कर कमीनी कोइ सुन लेगा तो मेरी बदनामी हो जायेगी

तभी सीमाका भाइ वहिं आके रुका सीमा जटसे उनके पीछे अ‍ेकदम चीपकके बैठ गइ ओर वो दोनो चले गये मे तो हेरान रह गया क्या भाइ बहेन गर्लफ्रेन्ड बोयफ्रेन्ड हो सकता हे ये सोचते ही मेरा माथा घुम गया ओर सोचते सोचते कारकी दुसरी तरफ से बहार आया तो सोनु मुजे देखते हि

सोनु : भाइ तुम कब आये?

में : अरे पगली मेतो इधर खडा था तुमारी आवाज सुनी तो इधर आगया चल घर नेनु के साथ सोपींगके लीये भी जाना है

ये सुनते ही सोनु फटाक से बाइक में बैठ गइ ओर सोचने लगी कहीं भाइ ने मेरी ओर सीमा की बात तो नहीं सुनली वो थोडा टेन्सन में आगइ ओर कन्फर्म करने के लीये मुजे बात करने लगी मेने बाइक घरकी तरफ चाला दी

सोनु : भाइ आपने मेरी आवाज कब सुनी में तो कुछ बोली ही नहीं

में : अरे तेरी आवाज जेसा कुछ लगा इसी लीये यहा आगया मेने सोचा तु कीसीसे बात कर रही है लेकीन तुतो यहा अकेली खडी है

सोनु को सर्मिंन्दा न होना पडे इसीलीये मेने जुठ बोल दीया सोनु ने भी राहत की सांस ली लेकीन सीमाने जो उसे आज अपने भाइ के साथ रीलेशन में हे वो बताया तब से सोनु मुजे ओर उनके बीचकी इमेजींग करके काफी उतेजीत होगइ थी वो मुजसे बीना
कहे ही अ‍ेकदम चीपकके बैठी थी उतेजनाकी वजह से उनकी पेन्टी पुरी गीली हो चुकी थी जो उसके लीये ये पहेली बार हुआ था
जेसे ही बाइक घर पर रुकी वो उतरके अंदर भागी ओर अपने रुम मे जाके सीधा बाथरुम में घुस गइ ओर पेन्टी उतारके चुतमें उंगली घुसादी ओर मुजे उनके साथ इमेजींग करके अंदर बहार करने लगी ओर थीडी ही देरमे उनकी चुतसे फवारा नीकल गया

जब पानी नीकला तब वो काफी उतेजनाकी वजहसे मेरा नाम जोर से पुकार दिया आह....राज....जब उनको होस आया तो काफी सर्मिंदा हुइ ओर गभरा गइ की कीसीने सुनतो नहीं लीया फोरन बाथरुम का दरवाजा खोलके मुह बहार नीकालके देख लीया वहा उसके रुममें कोइ नहीं था तो उसने राहतकी सांस ली लेकीन उसको नही मालुम था की में बाइक रखके फ्रेस होने सीधा उनके पीछे उपर आया ओर उनके गेटके बहार ही खडा था ओर मेरे नाम की चीख सुनके में हेरान रेह गया में समज चुका था की वो अंदर क्या कर रही थी में फोरन मेरे रुम में आके फ्रेस होने लगा

आज सुबहसे ही कुछ अजीबसा होरहा था सोनु मेरा इमेजींग कर रही है ये सोचते ही मेरे लंड महारजने अपनी हरकत सुरु करदी थी जो आज पहेली बार मेरी बहेनो के प्रती कुछ बजीब फीलींग महेसुस कर रहा था ओर काफी उतेजीतभी था जो मुजे सेक्स के प्रती धकेल रहा था यही सब सोचते हुअ‍े काफी रोमांचीत महेसुस कर रहा था, में फ्रेस होके बाथरुम से बहार आया तो नेनुदी मेरे रुम में थी मुजे बहार रुम में आता देखते ही

नेनु : फ्रेस होगया बेबी तो आ चल नीचे लंच तैयार हे, में सोनुको बुलाके आती हुं

नेनु के जातेही में नीचे जाने लगा ओर सीधा दादीके रुममें आगया उनके पास बेठके उनका हालचाल पुछा ओर खाने के बारे मे पुछा उसने अपना अ‍ेक हाथ उपर उठाके हाथ हिलाया ओर मेरे सर पर रख दिया ओर खुस हुइ के मेरा पोता मेरी खबर लेता हे, तभी सोनुभी अंदर आइ ओर मेरे बाजुमे मुजसे सटकर बैठ गइ जो मुजे कुछ अजीबसा लगा

सोनु : दादीमां आप सीर्फ अपने पोतेकोही आसिर्वाद देगी उसके साथ मुजे नहीं देगी?

ये सुनते ही में चोंक गया लेकीन बहारसे जारी नही होने दीया क्युके सोनु ये भी बोल सकती थी अपनी पोतीको आसिर्वाद नहीं दोगी बजाय उसने मेरे साथका आसिर्वाद मांगा जो पती पत्नी वाला आसिर्वाद मांगा आज उसने डबल मींनींग वाली बात कही थी जो ये समजती थी की मुजे समजमे नहीं आयेगा ये सुनके में काफी रोमांचीत हो गया मेने भी थोडा आगे बढने की सोची ओर अ‍ेक हाथ उनकी कमरमे डाला वो थोडी गभराइ ओर मुजे देखने लगी ओर उसने भी मेरा हाथ हटाने की कोसीस नही की वो मेरी तरफ देखे जा रहीथी लेकीन मेने उनकी तरफ ध्यान न देते हुअ‍े दादी मां से कहा

में : हा दादीमां हम दोनो साथमें शुभारंभ करने जा रहे है इसके लीये आसिर्वाद दिजीये

अब चोंकने की बारी सोनुकी थी दादीमां ने हम दोनोको बारी बारी अ‍ेक साथ आसिर्वाद दिया सोनु मुजे अ‍ेक नजर से देखने लगी लेकीन मेने उनकी तरफ न देखते हुअ‍े वहासे खडा होगया ओर बहार जाने लगा तभी सोनुने मेरा हाथ पकडके रोक लीया ओर खुदभी खडी होगइ मेरे अ‍ेक दम करीब आके मेरी आंखो मे देखते हुअ‍े

सोनु : भाइ तुम कोनसे नये शुभारंभ की बात कर रहे हो?

में : हे अ‍ेक बात जो तुमको बाद में बता दुंगा

ये कहेके में बहार की ओर जाने लगा तभी पीछे आवाज आइ भाइ... मेने मुडके नहीं देखा ओर जाके डाइनींग टेबलकी मेरी चेर पर बैठ गया, पीछे सोनुभी आके बैठ गइ और मुजे घुर रही थी केजेसे अभी मुजे चबाके खाजायेगी तभी नेनुभी आगइ ओर हम सब खाना खाने लगे खाना खाते समय भी मुजे घुर रही थी वो बोखलाइ हुइ लग रही थी तभी उसके दिमाग में मेरी बात नीकलवानेका अ‍ेक आइडीया आया ओर मुस्कराके कहेने लगी

सोनु : नेनुदी भाइ कुछ नया करने जा रहा है अभी दादीमांको अंदर कुछ बता रहा था

नेनु : अच्छा? भाइ क्या करने वाले हो हमे भी बतादो

में : कुछ नहि दी में सोच रहाहुं कि स्पेर टाइम में हमारी फेक्टरीपे जाउ जो काफी टाइमसे बंध पडी है

ये बात कहेके में सोनुकी तरफ देखके हसने लगा, तभी नेनु भडक गइ

नेनु : भाइ तुजे वहा जानेकी कया जरुरत हे, तु कहीं नहीं जायेगा केह देती हुं तुजे

दीदी थोडा नाराज होगइ ये देखके सोनु हसने लगी

नेनु : तु क्युं हस रही हे खाना खाले ओर तु भी खाके थोडा आराम करले सामको मेरे साथ आना भी हे, याद हे नां बडा आया फेक्टरी जाने वाला

नेनु दीदीका मुड देखके हम चुपचाप खाने लगे दी थी तो मुजसे १.५ साल ही बडी लेकीन हम उसका बहोत रिस्पेक्ट करते थे वो हमारा मां की तरह ख्याल जो रखती थी, में उपर अपने रुममें आके आंख बंध करके आराम करने लगा ओर सोनु नेनुदी का हाथ बटाने लगी आधे घंटे बाद मुजे मेरे रुमके दरवाजे पर कुछ आहट सुनाइ दी मेने अ‍ेक आंख थोडी खोलके देखा तो सोनु मेरे रुम का दरवाजा खोलके देखने आइ में जाग रहा हुं की सो गया वो मुजसे कुछ बात करना चाहती थी

में उसके मनमें क्या हे वो पुरा न जानलु तब तक उनको इग्नोर करना चाहता था, मुजे सोया हुआ समजकर वो चली गइ मुजे निंद नही आ रही थी तो मे मेरा मोबाइल नीकालके फेसबुक देखने लगा उसमे मेरे काफी फ्रेन्डडस थे उनका आया हुआ मेसेज पढने लगा फीर मोबाइल रखके मेने अपना पी.सी. ओन किया मेइल चेक करने के बाद मेने अपनी कुछ फेवरीट साइट हे जो नये नये इलेक्टड्ढोनिक्स ओर मीकेनीकल प्रोजेक्टस आते रहेते है वो देखने लगा मुजे इनमे से अ‍ेक प्रोजेक्ट देखते ही मेरे दिमागकी बती जली छोटे बग का प्रोजेक्ट मीला वो बटन माइक वाला जो दुसरो की बातचीत सुनी जाती है

जो जासुसीके लीये इस्तमाल की जाती हे वो मेने अपने पी.सी.पे सेव करलीया कयुकी मुजे उसे युझ करना था, ये सब देखते देखते साम ४.३० बज गये मे पी.सी. सटडाउन करके बाथरुम में फ्रेस होने चला गया बहार आके तैयार होगया ओर नीचे जानेसे पहेले में सोनुके रुम में गया वोतो अ‍ेकदम गहेरी नींद मे सोइ हुइथी फीर नीचे होल में आ गया वहा कोइ नहीं थातो में नेनु दीदीके रुमकी चरफ गया वोभी सोइ हुइ पडी थी दी सोते हुअ‍े अ‍ेकदम मासुम लग रही थी नेनु रोज मुजे सुबहमें उठाने आती थी ओर मुज पर चीलाती थी आज मुजे बदला लेनेका मोका मीला तो मेने उसको अ‍ेक हाथ उनकी पीठ पर ओर दुसरा हाथ उनके चुतड पर रखके उनको जोरोसे हिलाया ओर चिलाया

में : उठजा सोपींग नही जाना क्या कितना सोती है ५ बज गये...

दीदी हडबडाके अ‍ेकदम उठ गइ ओर मेरी ओर देखने लगी फीर घडी में ४.३० देखके वापीस मुजे देखने लगी, तो मेरी हसी छुटगइ तो मुजे मारनेके लीया बेडसे उतरने लगी लेकीन में भागा नहीं

नेनु : रुक कमीने तेरी खबर लेती हुं बदला ले रहा है मेरा साले

कहके मुजे पकडने के लीये मेरी तरफ दोडी वो मुजे पकडे इससे पहेले मेने उसे पीछेसे बाहोमे पकड लीया वो छुटनेकी नाकाम कोसीस करती रही मेने उसे हिलने तक नही दिया फीर उसने छुटने की कोसीस बंध करदी मे उसे वेसेही पकडते हुआ बाथरुम तक छोड आया वो बाथरुमके अ‍ेदर जाने से पहेले मुडकर हसते हुअ‍े मुजे तीरछी नजरोसे देखते हुअ‍े अंदर चली गइ ओर अंदर से बोली

नेनु : राज वो बंदरीयाको भी उठा दे

में : जी दी अभी उठाता हुं

कहेके में उपर सोनु के रुम में चला गया वो अभी भी गहेरी नींद मे सो रही थी में उसके पास जाके दोनो हाथ उनके नीचे ले जाकर सोते हुअ‍े ही अपनी गोद में उठा लीया ओर बाथरुम कि तरफ जाने लगा वो चोंकके नींद से जाग गइ ओर खुदको मेरी गोद में पाकर सारी सीचुअ‍ेशन समज गइ ओर मेरे सीने पे मुके मारने लगी मेने बाथरुम खोलके उसे अंदर धकेल दीया तो नीचे उतरते ही मेरी तरफ दोडी मेने उसेभी नेनुकी तरह कसके आगेसे पकड लीया वो भी छुटने की भरपुर कोसीस करने लगी लेकीन छुट ना पाइ ओर सांत होगइ हमारा चहेरा अ‍ेकदम आमने सामने था जेसे दो प्रमी अ‍ेक दुसरोकी बाहोंमें हो सोनु मेरी आंखो में देखने लगी में भी उसकी आंखो मे देखने लगा मेरा चहेरा अपने आप आहिस्ता आहिस्ता उनके चहेरे की तरफ जुकता जा रहा था सोनु फोरन सीचुअ‍ेशन समजके कहेने लगी

सोनु : भाइ छोडदो प्लीज...

में : नदीं छोडुंगा बहुत सताती हे मुजे

सोनु : भाइ प्लीज छोडो नेनुदी आजायेगी

में : आनेदो जीसको आनाहे उनको मे कीसीसे डरता नहीं, कहेके मेने उसे छोड दीया

सोनु : (सहरमाते हसते) भाइ तुम भी ना..,

वो थोडा सरमाके मुस्कराइ ओर जटसे बाथरुम में घुस गइ में भी नीचे होल में आके सोफे बैठ गया थोडी देर बाद नेनु दीदी तैयार होके बहार आइ तो मे उसे देखता ही रह गया क्या लग रही थी दीदी अ‍ेकदम कयामत उसे इस रुप में देखते ही मेरे नीचे हलचल तेज होगइ दीदीने ब्लेक कलर की साडी पहने हुइ थी इसके चोटी जो घुटनो तक लहेराती थी कोइ ज्यादा मेकअप नहीं कीया था फीर भी दीदी कामदेवकी मुरत लग रही थी मेरे मुह से अनायास नीकल गया

में : वाउ.. दी क्या लग रही हो अ‍ेकदम होट, लगता हे आज सहेर में बहोत अ‍ेक्सीडन्ट होने वाला है, (तबतक सोनुभी नीचे आगइ)

नेनु : इधर आतो बदमास अपनी दीदीको होट बोलता है पागल कहीका

कहेके दीदी कातील स्माइल करते तीरछी नजरसे हसने लगी मेभी हसने लगा फीर सोनु की तरफ देखा तो वो मुजे कुछ अजीब नीगाहो से देख रही थी में कुछ समज नही पा रहा था फीर दी ने चाइ बनाइ ओर चाइ पीके हम माक्रेट जाने के लीये घर से बहार नीकले में बाइक तरफ जाने लगा तो दीने गाडी में जानेको बोला कयुं की सामान ज्यादा लाना था तो मेने गाडी की चाबी लेने अंदर चला गया तो सोनु सोफे पर बैठके अपने मोबाइल से कीसी से बात कर रही थी जो मुजे वापस घर में आते देखकर हडबडाके खडी होगइ ये मेने देख लीया था लेकीन में कुछ नहीं जानता ये दिखाने के लीये मेने उसे हाथसे इसारा करते हुअ‍े बेठने के लीये कहा

में : बैठजा बंदरीया इतनी इजत देनेकी जरुरत नहीं है हें..हें..हें..

ये सुनते ही उठके मेरे पीछे दोडी मेभी दोडके जलदीसे गाडीका दरवाजा खोलके अंदर बैठ गया ओर जोरोसे हस रहा था तबतक नेनु दीदी बहार खडी रहेके सारा तमासा देख रही थी ओर सोनुको बहार से ही रोक लीया

नेनु : अरे रुकजा क्यु लडते रहेते हो जा अंरद रातका लंच रेडी रखना ओर दादीको टाइम पे खीला देना

सोनु : ठीक हे दी लेकीन समजालो अपने इस बंदबको नहीतो कच्चा खा जाउंगी उसे

कहेके वे घर के अंदर जाने लगी मेंने गाडी स्टार्ट रखा था ओर नेनुदी भी आगे आके बगल वाली सीट पर बैठ गइ ओर मेरी तरफ देखके

नेनु : क्यु तंग करता है उसे, उसीके लीये खरीदारी करने जा रहे है हम चल जाने दे मार्केट वरना देर होजायेगी

में : (गाडी चलाते हुअ‍े) उसके लीये क्या खरीदना है उनके पास तो बहुत सारे कपडे भी है ज्वेलरी भी है बढीया मोबाइल भी है अब क्या चाहीये उसे

नेनु : अरे बुध्धु १० दीन बाद उसका बर्थडे नहीं है क्या?

में : अरे बापरे मैतो भुलही गयाथा, थेंक्स दी याद दीलाने के लीये

नेनु : सुन उनको मत बताना मेने तुजे बताया है उसने मना कीया था कहेती थी देखना है भैयाको याद रहेता है की नहीं वेसे क्या गीफ्ट ले रहे हो सोनुके लीये

में : वो तो सरप्राइज है में नही बताउंगा ओर मेरे मोबाइल पे सबका बर्थडे रींमाइन्डर पर रख दुंगा ताकी आगसे कोइ पंगा नाहो (सुनते ही दीदी हस पडी) वेसे दीदी अ‍ेक बात बताउ आपको, जो आप बुरा ना माने तो

नेनु : चल बता, भला मेने कभी तेरी बातोका बुरा माना है क्या? नौटंकीबाज

में : दी आज आप बहुत खुबसुरत लग रही हो अकदम नेचरल ब्युटी

नेनु : (हसते) क्या बात है आज बडी तारीफ कर रहे हो दीदीकी इसका मतलब हे में पहेले खुबसुरत नहीं थी, ओर इसमें बुरा मानने वाली बात ही नहीं है

में : नहीदी खुबसुरत तो आप पहेलेसे हो लेकीन में बताने में डरता था

नेनु : तारीफ के लीये शुक्रीया बेबी, बाय ध वे तुम इतना डरते क्युं हो लडकीयो से बात करनेमें? घर पे तो बडा लडता रहेता है तेरी सीकायत आइ हे मेरे पास हें..हें..हें..

में : अंजना मेडमका फोन आयाथा क्या?

नेन : जी कल ४ बजे बुलाया हे तुम्हे कहेती थी जरुरी कामके सीलसीले मे बात करनी है

में : अंजना मेम भी.., मुजे कहेती थी नेनुको मत बताना ओर खुद ही बता रही है

नेनु : वेसे आजकल तुप बहुत छुपा रहे हो मुजसे लगता है तुम्हे अपनी दीदी पे विस्वास नही रहा, अंजनाकी बात फीर गीफ्टकी बात, लगता हे अपनी दी से प्यार नही करता

हम बाते करते मोलके पार्किंग मे आगये ओर मे कार पार्क करने लगा

में : क्या दी मेरा सब कुछ आपही तो हो, में आपसे केसे छीपाता अंजना मेमने भले मना कीया लेकीन आपसे सेर जरुर करता ओर सोनुकी गीफ्ट आपके बगैर खरीदता भी नहीं, बस सही समयकी राह देख रहा था, लेकीन आज.. आज आपसे पराया हो गया हुं अ‍ेसा फील होता है

कहेते ही मेरे आंखो से आंसुओकी धारा बहेने लगी ये देखतेही दी वीचलीत होगइ ओर मुजे कारके अंदर ही हग करलीया ओर खुद भी रोने लगी फीर रोते रोते मेरे आंसु पोछते हुअ‍े कहेने लगी

नेनु : अरे बाबा मेतो मजाक कर रही थी ओर आजके बाद अपने आपको पराया बोला तो मे अपनी जान दे दुंगी समजा, समजता क्या है अपने आपको अरे में सोनुसे भी ज्यादा तुजे प्यार करती हुं तेरे बगैर तेरी दी जींदाही नहीं रहे सकती (कहेते दीदी जोरोसे रोने लगी)

में : दी प्लीज सोरी...आज के बाद में अपने आपको कभी पराया नहीं कहुंगा मुजे माफ करदो आप तो मेरी जान हो जान

कहेके मेने दीदीको हग करके उसके आंसुओ को पोछने लगा ओर दीदीको पानी पीलाया आज मुजे दीदी पर बहुत प्यार आरहा था जेसे मेने कीसी देवीको दु:ख पहोंचाया हो अ‍ेक आदर्श नारीके रुप में दीदी अ‍ेकदम परफेक्ट लग रही थी अगर दीदी सादी करके चली गइ तो हमारा खास करके मेरा क्या होगा ये सोचते ही मेरी रुह काप गइ ओर में दीदीको अ‍ेक नजर से देखने लगा

नेनु : क्या हुआ अ‍ेसे क्यु देख रहा है?

में : कुछ नही दी बस कुछ सोचतेहि दिलमें गभराहट आगइ, अब चले मोल में?(कहेते हम दोनो बाते करते चलने लगे)

नेनु : (मेरी ओर देखके) अ‍ेसा क्या सोचा जो तेरा दिल गभरा गया?

में : कुछ नही दी इसके बारे में हम कभी आराम से बात करेंगे चलो काफी देर होगइ ओर हम अंदर तक नही गये चलो जल्दी

नेनु : (मेरा हाथ पकडके चलते हुअ‍े) बेबी तुजे मेरी कसम कोइ सीरीयस बात तो नहीं

में : अरे नही दी अ‍ेसी कोइ सीरीयस बात नही है, ओर आजके बाद जींदगीभर मेरा हर राज पर आपका हक रहेगा ये मेरा वादा हे तुमसे हर फेसले पे आप इन्वोल होगी अब खुस

नेनु : तु जानता नही है तुने बहोत बडा डीसीजन बीना सोचे समजे करलीया है इनका मतलब भी जानता है ?

में : दी प्लीज, हम कल इसपे चर्चा करेंगे प्लीज देखो हम पहुंच गये है

नेनु : ठीक है भाइ अभीतो छोड देती हुं लेकीन मुजसे इस बारे में बात करनी पडेगी तुजे

ओर दी मुजे हाथ पकडके अंदर लेगइ वहा उइने अ‍ेक हप्तेका खाने पीनेका जरुरी सामान लीया फीर हम सोनु के लीये कुछ डड्ढेसीस खरीदे जीसे दीदी हर डड्ढेस मुजसे पसंद करवाती थी, फीर मेने अ‍ेक अ‍ेसा डड्ढेस देखा पुरा सफेद फ्रोक जेसा तो मेने नेनुके लीये पसंद कीया दीदी मना कर रही थी मेने उसे जबरदस्ती दिलवाया

नेनु : भाइ में अ‍ेसा डड्ढेस नही पहनती येतो छोटी बच्ची जेसा लगेगा

में : तो आप अभी छोटी बच्चीही हो कोइ सादी सुदा ओरत नहीं, समजी मेरे लीये आप अ‍ेक प्यारी सी अ‍ेंन्जलही हो प्लीज मेरी खातीर दी प्लीज..प्लीज..

नेनु : (हसके) ठीक है ठीक है चल लेले बीलकुल पागल हो, बडा आया मुजे अ‍ेन्जल बनाने वाला हें..हें..हें..

वहा खरीदारी करके हम लेडिज अंडरगारमेन्ट की शोपमे गये दीदी ने मुजे बहार ही रोक दीया

नेनु : भाइ तुम यहा रुको, मेरे लीये ओर सोनुके लीये कुछ कपडे खरीदने है में अभी आइ

में : अंदर आनेदोना दी उधर शोप में तो मुजे सब दीखाके दीखाके खरीद रही थी (कहेके जुठ मुठ उनके पीछे जाने लगा)

नेनु : मारुंगी तुजे चल जा बदमाश, बेसर्म कहीका (कहके मुजे बहार धका मार दीया ओर हसते हुअ‍े अंदर चली गइ)

में जुठ मुठका मुह बनाके बहार गेलेरी मे खडा होगया थोडी देर बाद दीदी आगइ

नेनु : चलो भाइ होगइ शोपींग तुजे कुछ नहीं लेना है?

में : नही दी मेरे पास बहोत सारे कपडे पडे हे

नेनु : सोनुकी गीफ्ट भी नही लेनी? (मुस्कराते हुअ‍े)

में : नहीं दी अभी नहीं तुजे बडी जल्दी है जानने की टड्ढस्टमी दी हम साथमे जायेंगे गीफ्ट लेने अब तुमसे छुपाके कुछ भी नहीं (उसके अ‍ेक गालपे चीटकी लेते हुअ‍े)

नेनु : इतना भरोसा मुज पर अ‍ेक लडकी पर इतना भरोसा नही करना चाहीअ‍े हें..हें..हें..

में : आप लडकी थोडीहो आप तो मेरा सब कुछ हो मेरे जीगरका टुकडा हो समजी आप, चलीअ‍े अब मेरे पीछे आइअ‍े बीना सवाल कीअ‍े

नेनु : लेकीन कीधर ले जा रहे हो?

में : बोलाना कोइ सवाल नहीं चुपचाप चलो

नेनुदी अपने मुंह पर उंगली रखके हसते हुअ‍े मेरे पीछे पीछे चलने लगी में नेनुको अ‍ेक आइसक्रीम शोपपे ले गया ओर अ‍ेक खाली टेबल पर बैठ गये ओर दीका फेवरीट राजभोग आइसक्रीम की दो बडी कप ओर्डर करदी

नेनु : अरे तुतो वेनीला खाता है ना तो तु वोही मंगवाले

में : नही दी आज से आपकी फेवरीट, मेरी फेवरीट

नेनु : तु बीलकुल पागल है मुजे इतना प्यार न दे भाइ में नहीं सहन कर पाउंगी

कहेते दीदी की आंखे थोडी नम होगइ ओर मेरी आंओ में अ‍ेकनजर देखने लगी मे भी उसकी आंखो मे देखने लगा हम दोनो सब कुछ भुलकर अ‍ेसेही देखते रहे पता भी नही चला कब आइस्क्रीम आगइ मेने दीदीको देखते हुअ‍े अ‍ेक चम्मच ली ओर दीदी के मुहपे लगाइ तब दी को होस आया वो थोडा हडबडाइ फीर मुंह खोलके आइसक्रीम खागइ आज दी मेरे बारे कुछ सोच में पड गइ वो क्या सोच रही थी उसने मुजे बाद में बताया था फीर हम बील पे करते घर की तरफ जाने लगे पुरे रास्ते पे नेनुने कोइ बात नहीं की ओर ना मेंने रास्ते पे अ‍ेक शीव मंदिर आया मेने कुछ बोले बीना ही अंदर दर्शन के लीये चला गया पीछे नेनुभी आगइ ओर मेरे आगे खडी होके हाथ जोडके दर्शन करने लगी

फीर हम घर पहोंचे मेने गाडी पार्क की ओर उतरके शोपींग का सारा सामान मेने उठा लीया दी ने कुछ बेग उठानी चाही लेकीन मेने वो भी लेलीया ओर अंदर जाने लगा नेनु यंत्रवत मेरे पीछे पीछे चलने लगी मेने सारा सामान सोफे पे रख दीया ओर में अपने रुममें आके बेड पर लेट गया नेनु भी सीधे अपने कमरे में चली गइ

कन्टीन्यु........

[/color]


[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - २[/color]
[color=rgb(0,]मेने गाडी पार्क की ओर उतरके शोपींग का सारा सामान मेने उठा लीया दी ने कुछ बेग उठानी चाही लेकीन मेने वो भी लेलीया ओर अंदर जाने लगा नेनु यंत्रवत मेरे पीछे पीछे चलने लगी मेने सारा सामान सोफे पे रख दीया ओर में अपने रुममें आके बेड पर लेट गया नेनु भी सीधे अपने कमरे में चली गइ.. अब आगे

में सोच रहा था आज मेने नेनुके साथ केसी केसी बाते की मे उसे पुरा समर्पीत कयु होगया कही दी से प्यार तो नही होगया क्या इसे प्यार कहेते है? यही सोचते सोचते कब आंख लग गइ पताही नही चला तभी मुजे सोनु की आवाज आइ

सोनु : उठ जा बंदर अभी कहा सो गया डीनर नहीं करना क्या?

में उठके सीधे बाथरुम के तरफ जाने लगा सोनु मुजे यंत्रवत देखती रह गइ उसे लगा भाइ मुजे पकड लेगा लेकीन मेरी कुछ प्रतीक्रिया ना देखके वो निरास होकर थोडी देर वहीं खडी रही फीर नीचे चलकर सोफे पे बैठ गइ ओर सोचने लगी भाइको क्या हे गया हे कुछ उदास लग रहा है कही दी के साथ कोइ जगडा तो नही किया

येतो दी के साथ उची आवाज मे बात तक नही करता तो फीर इसे क्या होगया है यही सब सोचती रही तभी में नीचे आके सीधा दादीके रुममे गया ये देखते सोनु भी मेरे पीछे आने लगी मेने दादीके रुम मे जाके उनका हालचाल पुछा ओर दादीके पैर छुके उनके पास बैठ गया तभी सोनु भी मेरे पास आके बैठ गइ ओर दादीको कहेने लगी

सोनु : दादी हम दोनोको साथ में आशीर्वाद नही देगी?

दादी ने बारी बारी हम दोनोको आशीर्वाद दीया, ओर में उठके बहार आके सोफे पर बैठ गया मुजे सोनुको ओर तडपाना था ओर मुजे उनकी मेरे बारे में फीलींग्स जाननी थी दिमाग में फीलींग्स सब्द आते ही मुजे कुछ याद आगया जीसके लीये मुजे फेक्टरी जाना था जो अ‍ेक डेढ घंटेका काम था तो में डीनरका वेइट करने लगा सोनुभी दादी के रुम से नीकलते ही नेनुके पास कीचन में चली गइ ओर दीको मेरे बारे में पुछने लगी

सोनु : दी भाइ जबसे वापस आया है तब से कुछ बोलही नहीं रहा, कहीं आपसे जगडा तो नही होगया?

नेनु : अरे नहींरे आज उनको मोलमे बहुत चलाया सामानके साथ चलाके चलाके उनको थका दीया इसीलीये

नेनुने सोनुके सामने जुठ बोला ताकी उनकी फीलींग्स पकडी ना जाये फीर दी को भी लगा राज के साथ नोर्मल बात करनी पडेगी नहींतो अ‍े बंदरीया सक करेगी मुजे भी लगा नोर्मल बात करनी पडेगी फीर नेनु डीनर बहार डाइनींग पर लाके

नेनु : चल राज आजा डिनर रेडी है ओर तुभी आजा सोनु मुजे जोरोकी भुख लगी है

नेनु नोर्मल बात करनेकी कोसीस करने लगी फीर हम सब डाइनींग टेबल पर आके बैठ गये ओर खाना खाने लगे तभी सोनुने कहा

सोनु : भाइ आज मेरा स्कुटी रीपैर नही हुइ आपने बोला था

नेनु : अरे कल करवा देगा आज भाइ मेरे साथथा तो तेरा स्कुटी कहासे ठीक होगा कल भी भाइके साथ स्कुल चली जाना ओके, क्यु राज?

में : जी दी ज्यादा से ज्यादा लोग क्या कहेंगे मुजे सरकस वाला

नेनु : तुजे कोइ सरकस वाला क्यु बोलेंगे?

में : क्या दी आप भी कभी तो दिमाग इस्तमाल करो बंदरीया लेके घुमुगा तो लोग तो मुजे सरकस वाला ही समजेगे ना (में ओर नेनु ठहाके मारके हसने लगे)

सोनु : ओय तुम दोनो चुप करो कुछ तो सरमहया करो सरम नहीं आती छोटी बहेनकी टांग खीचते हुअ‍े

नेनु : सोरी सोरी..

फीर हम दोनो आकदम सीरीयस होगये फीर वापीस हसने लगे हमकोे हसता देखकर सोनुभी मुजे देखकर मंद मंद हस रही भी

सोनु : (अपने मन में) हसले बच्चु तु नहीं जानता तेरी सोनु तुजे कीतना चाहती है तेरी हर सरारत कबुल है मुजे, तुजे में केसे बताउ तेरी अहेमीयत क्या हे मेरे

जीवन में अ‍ेक दीन तुजे अपना पती नही बनाया तो कहेना

नेनु : सुन राज हमारे लीगल अ‍ेडवाइजरका फोन आया था केह रहा था राजस्थान में जयपुर वाली फेक्टरी हे जो बंध है उसका अ‍ेक खरीददार आया हे तो बेचना

चाहो तो मीटींग फिक्स करवाउ, क्या कहेतो तुम दोनो?

में : दीदी पापाकी कोइ प्रोपर्टी हम बेचनातो नहीे चाहते लेकीन मेने कुछ अलग सोचा हे

दोनो दीदी : क्या सोचा है?

में : क्युनां हम इस प्रोपर्टीको बेचके उसी पैसासे हम अ‍ेसी जगाहपे प्रोपर्टी लेले जो टुरीस्ट प्लेसहो ओर हमेभी काम आये

सोनु : वाव.. भाइ ग्रेट आइडीया (तभी सोनुके दिमागमें सेतानी आइडीया चल रहाथा)

नेनु : बात तो तेरी सही है अभी तो हमे पेसोकी जरुरत नही है तो हम ये कर सकते है ठीक है में हमारे वकीलको बता देती हुं वो मीटींग फिक्स करे

में ओर सोनु : थेन्कयु दी, लव यु

नेनु : लव यु टु मुं..हां..

में : दी मेरा डीनर होगया में बहार घुमके अ‍ेक घंटे में आता हुं

नेनु : ओके बेबी हमारे सोनेसे पहेले जलदी आजाना

में : ओके दी आजाउंगा

केहके में बाइक लेके सीधा हमारी फेक्टरी मे चला गया यहा में स्पेर टाइम पे आता रहेता हुं ओर मेरी होबी के काम करता रहेता हुं फेक्टरी में पापाका अ‍ेक ओफीस भी था ओर ओफीससे सटकर अ‍ेक रुम भी था जीसमें बेड, फ्रिज सोफे वगेरे पापाने लगवाया था पापा कभी दो दिन कभी तीन दिन यहा रुकते तो यही रुम का इस्तमाल करते थे

हम सबको पताथा में वहां पहोंचकर अपना माइक्रोफोन वाला प्रोजेक्ट बनाने लगा मेने बटन माइक्रोफोन अ‍ेकदम छोटा लोंग रेन्ज वाला दो सेट बनाया ओर अ‍ेक कोमन रीसीवर बनाया अ‍ेसे इलेकटड्ढोनीक्स आइटम बनाना मेरे लीये कोइ नयी बात नहीं थी अ‍ेसी चीजे में अक्सर बनाता रहेता हुं तो ये सब बनाके में ९ बजेके करीब वापस घर पर आगया

नेनु ओर सोनु सोफे पे बेठके टीवी सीरीयल देख रही थी मेंभी वही नेनुदी के पास आके बैठ गया मुजे इन माइक्रोफोनको छुपाना था ये दोनो टीवी देखने में मसगुल थी तो सोचा यही मौका है तो दादीको मीलके आता हुं कहके में जाने लगा दोनो मे से कीसीने ध्यान नहीं दीया तो सीधा दादीके बगल वाला नेनुके रुम मे चला गया

वहा अ‍ेसी चीज ढुंढने लगा जो नेनु हमेसा अपने पास रखे तभी मुजे दीदीका पर्स याद आया बहार जाते वक्त दोनो दीदी अपना पर्स पासमें रखती थी मेने टेबल के डड्ढोअरसे उसका पर्स नीकाला ओर अ‍ेक ब्लेड लेके अ‍ेसी जगाह छोटा कापा लगाया ओर माइक्रोफोन डाल दीया जहा दी पर्स खोले तोभी न दीखे फीर पर्स डड्ढोअर में रखके में उपर चला गया

सीधा सोनुके रुममें सोनु अपना पर्स हमेंसा अपने बेड के तकीये के नीचे ही रखती थी तो दो मीनीट में अपना काम करके वापीस नीचे आके बैठ गया थोडी देर बाद सीरीयल भी खतम होगइ दीदी ने फोरन टीवीका वोल्युम कम करदीया ओर मेरी तरफ मुडी

नेनु : हां तो बेबी कल क्या प्रोग्राम हे तेरा?

में : क्यु दीदी कुछ काम था? सुबह कोलेज फीर सामको अंजना मेमको मीलने जाना है

नेनु : हां काम तो..था, लेकीन अंजनाको तुमसे क्या काम हे तुने बताया नहीं

में : मुजे क्या पता दीदी उसे मीलुगा तभीतो पता चलेगा उसे मीलके आपको बता दुगा टड्ढस्टमी दीदी कीतनी उतावली हो तुम

नेनु : ठीक है ठीक है सो जाओ अब सुबह कोलेज भी जाना है

कहेके नेनु उठके अपते रुममें जाने लगी में भी खडा होगया ये देखके सोनु

सोनु : क्या भाइ बेठो ना कुछ बाते करते हे मुजे अभी नींद नहीं आ रही हे

में : तुजे बेठना हो तो बेठ, सुबह स्कुल नहीं जाना क्या?

कहेके में उपर अपने रुम में जाने लगा सोनुभी पीछे पीछे आने लगी में मेरे रुम में आके दरवाजा बंध कर लीया ओर कीहोलसे बहार देखने लगा सोनु थोडी देर मेरे दरवाजे के सामने खडी रही फीर कुछ बडबडाके अपने रुममें चली गइ फीर मेने टेबल के डड्ढोअर से इयरफोन नीकाला ओर जेब में से रीसीवर नीकालके उसमे कनेक्ट कर दीया

ओर अपने बेड पर जाके बेठ गया दोनो माइक्रोफोन अलग अलग चेनलका बनाया था ओर रीसीवर में दोनो चेनलका चेन्ज ओवर स्वीच लगाया था ताकी दोनोकी अलग अलग बात सुन सकु अ‍ेक नंबर पर नेनु का माइक ओर दो नंबर पर सोनुका माइक सेट कियाथा जब मेंने रीसीवर ओन करके इयरफोन कानपे लगाया तो मुजे खरराटे की आवाज आने लगी

मेने रीसीवर में देखा तो स्वीच अ‍ेक नंबर परथी लगता हे नेनु सो रही है मेने स्वीच दो नंबर पे सेटकी तो लगता था सोनु कीसीसे फोन पर बात कर रही थी तो सामने वालेकी भी बात सुनाइ देती थी मुजे मालुमही नहींथा की मेरा माइक फोनकी फ्रिकवन्सी भी पकड लेता हे में बात सुनने लगा तो पता चला सोनु अपनी सहेली सीमा से बात कर रही थी

सोनु : क्युरे कमीनी कहा हे तु ओर क्या कर रही हे?

सीमा : कुछ नही तु सुना तु क्या कर रही हे मे तो मेरे रुम में हुं, तु कहा हे?

सोनु : मे भी मेरे रुम में ही हुं में समजी तु अपने बोयफ्रेन्ड के साथ होगी हे..हे..हे..

सीमा : नही भाइ अपने रुम मे हे यार..

सोनु : सुन स्कुलकी छुटीके वक्त हमारी ज्यादा बाते नही हुइ तु मुजे सुरुसे बताना अपनी लव स्टोरी मुजे जानना हे पहेले कीसने प्रपोज कीया प्लीज...

सीमा : लगता हे तु भी काफी इन्टड्ढेस्टेड हे अपने भाइको पटाने में कमीनी

सोनु : चुप कर कमीनी बताना हे तो बता वरना फोन रखती हुं

सीमा : ओये.. ओये.. मेरी स्वीटी नाराज होगइ ठीक हे सुन, मेंने मेरे पी.सी.मेसे नेट चलाते वक्त अ‍ेक कहानीकी सीइट हाथ लग गइ जीसमे भाइ बहेनकी प्रेम कहानीया थी जो में रोज पढने लगी फीर भाइके प्रती मेरा नजरीगा बदलने लगा फीर में भाइको लाइक करने लगी ओर कहानीयो में लीखा हुआ आइडीया मेने टड्ढाइ किया मेने अ‍ेक अलग फेक आइडी बनाके मेरे भाइको रीकवेस्ट भेजी भाइ नेभी मेरी रीकवेस्ट अ‍ेक्सेप करली फीर बातोका दोर सुरु हुआ

फीर हम प्रेम सेक्स जेसे सबजेक्टके बारे में बात करने लगे इसी बातोके बीच में भाइ से ज्यादा से ज्यादा करीब रहेने लगी भाइका सारा काम करना सुरु कर दिया जेसे भाइ जब अपने रुम में हो तब में उनका रुम, पी.सी. का टेबल वगेरे साफ करती ओर मेरे सरीर के उपर के अंगोका दर्शन कराती अ‍ेक दीन भाइ मुजे घुमाने लेगया

फीर अ‍ेक दीन फील्म देखने लेगया भाइ अब पुरा मुज पर लटु हो गये थे ओर में भी भाइको चाहने लगी थी बस इन्तजार था की कब भाइ मुजे प्रपोज करे मे चाहती थी की पहेल भाइ करे इसी इन्तजार मे काफी दीन नीकल गये फीर अ‍ेक दीन भाइ मुजे गार्डन में घुमने ले गया ओर डरते डरते मुजे प्रपोज कर दीया

मेने भी थोडा नखरा दिखायाकी में आपकी बहेन हुं समाज ओर घर वाले क्या कहेंगे वगेरे तो भाइ ने कहा में कीसीकी परवाह नहीं करता में सारी जींदगी तुम्हारे साथ गुजारना चाहता हुं में तुमसे सादी भी करलुंगा तुम चाहोतो? ये सुनतेही में भाइ से अ‍ेकदम लीपट गइ फीर क्या था

चल पडी हमारी लव स्टोरी इसे अ‍ेक महीना भी होगया भाइ मुजे बहोत चाहते है ओर में भी भाइ को दिलोजान से प्यार करती हुं ओर सुन आज स्कुल से हम वापस आ रहे थे तब भाइ ने कहा अपने रुमका दरवाजा खुला रखना रात को १ बजे आउंगा

सोनु : वाव.. बडी इन्टड्ढेस्टींग हे तेरी स्टोरी लगता हे आज कुछ होने वाला हे

सीमा : मुजे भी डर लग रहा हे कहीं भाइ मुजे फीजीकली तो होना नहीं चाहता?

सोनु : वाह तो इसमें डरनेकी क्या बात हे प्यार में तो यही सब होता ही हे

सीमा : तुजे बडी नोलेज है इस बारे में कही मेरे जेसा चकर तेराभी तो नही जो मुजे बाताती नही कही अ‍ेसा तो नहीं मेरा राज जान लीया ओर अपना छुपा रही हो, कमीनी मे तुजे अपनी पक्की सहेली मानती हुं ओर तेरे पर विस्वास करती हुं ओर तु हे के मुजे मानती ही नहीं

सोनु : अरे अ‍ेसा कुछ नहीं है बस तुहीतो अ‍ेक हे जीसे में मेरी हर बात सेर करना चाहती हुं ओर तु मानती हो अ‍ेसा कुछ भी नहीं हे मेरे ओर मेरे भाइके बीच मेरा अ‍ेसा नसीब कहा जो भाइसे प्यार करु लाइक तो में बचपन से करती हुं भाइको पर भाइ मेरी तरफ ज्यादा ध्यान ही नही देता तु कुछ बता ना

सीमा : अरे मेरी गुडीया तु भी भाइको पसंद करती हे मुजे बताया क्यु नहीं

सोनु : कहांसे बताउ पीछले दो दीनसे कुछ अजीब घटनाअ‍े होती हे कभी लगता हे भाइ मुजे लाइक करता हे कभी लगता हे भाइको मुजमे इन्टड्ढेस्टही नही हे में समज नही पा रही भाइको इसी लीये तो केह रही हुं मुजे थोडा गाइड कर प्लीज..

सीमा : ठीक हे तु अ‍ेक काम कर कलसे तुभी मेरी तरह ज्यादा भाइके साथ रहे ओर उसको अपना पती मानके उसका हर काम कर लीया कर ओर अपने बुब्सका दर्शन कराती जा ओर मेरी तरह तुम भी अपने भाइका मन जानने के लीये अ‍ेक फेक आइडी बना के फ्रेन्ड रीकवेस्ट भेज दे ओर उसे बाते कीया कर फीर आगे क्या करना हे वो हम बाद मे डिसकस करेंगे लगता हे मेरा भाइ आ रहा है

सोनु : सुन अभी फीजीकली मत होना मेने सुना हेकी इसमे पहेली बार बहुत दर्द होता हे जब तुम दोनो घरपे दो तीन दीन अकेले हो तब यह सब करना, चल फोन रखती हुं कमीनी तुने अ‍ेसी बाते करते हुअ‍े मुजेभी गरम करदीया है चल बाय.. अ‍ेन्ड ओल ध बेस्ट

जेसे ही सोनु फोन कट करदीया मुजे लगा अब सोनु कुछ करने वाली हे मेने रुम मे उपर की तरफ देखा जहा हम दोनोके रुमकी कोमन दिवाल पे छत की नीचे अ‍ेक छोटी वेन्टीलेटर विन्डो थी जो काफी समय से उसमे लकडी का अ‍ेक छोटा पटीया रखा हुआ था उसके नीचे ही मेरा पी.सी.का टेबल रखा हुआ था लगता हे

भगवान भी मेरे साथ था जेसे वो भी चाहता हो हम दोनो की जोडी बने मे मन ही मन उनको धन्यवाद करके टेबलकी ओर जाने लगाओर आहीस्ता से टेबलपे चड गया ओर लकडीको हटाके टेबल पर रख दीया फीर विन्डो मे देखा तो सामने ही सोनुका बेड था जो मुजे पुरा दीख रहा था मे अंदर का नजारा आराम से देख सकता था अ‍ेक बार फीर भगवानका शुक्रिया अदा कीयाकी मुजे ज्यादा महेनतके बीना मेरा काम होगया था

अंदर देखा तो सोनु डड्ढोअर में से कुछ नीकाल रहीथी फीर आके वो चीज बेडपे रखदी ओर अपना टोप उतारने लगी बेड पर रखी चीज देखी तो में चोंक गया क्युकी ये मेरी तस्वीर थी फीर सोनु ने अपना लोअरभी उतार दीया था अब वो सीर्फ ब्रा ओर पेन्टी में थी ओर उसकी बालकी चोटी उनके घुटने के चीने तक लेहराती थी

ये देखते ही मेरा लंड अ‍ेकदम रोड के माफीक खडा हो गया थोडी देर तो अ‍ेसा लगा सारी सरमहया छेडके उनके रुम मे चला जाउं ओर उसे पटक पटकके चोद डालु फीर मेने देखा सोनु बेड पर आके बैठ गइ ओर मेरे तस्वीर से बात करने लगी

सोनु : कितना प्यारा लग रहा हे मेरा राज, तु मुजको देखता क्यु नही तेरी सोनु तुजको कीतना चाहती है बेबी, तेरी सोनु तुजसे बहुत प्यार करती हे सारी जींदगी तेरे साथ गुजारना चाहती हे तु मुजसे सादी करले फीर देखना तेरी सोनु तुजे सारी जींदगी दीन रात चुदवाती रहेगी

ये कहेके सोनु मेरी तस्वीर को पागलो की तरह चुमने लगी मे ये देखके हेरान रह गया मेरी बहेन मुजे इतना चाहती हे मुजसे सादी भी करना चाहती हे ये उसका अ‍ेक प्यार हेकी अ‍ेक वासना ये बात जानने बगैर में आगे नहीं बढुगा, ओर उसे प्रपोज भी मे पहेले नहीं करुगा ये मेने मन ही मन डीसाइड कर लीया

फीर अंदर देखने लगा तो सोनु अपनी पेन्टी साइड मे करके दाये हाथ मे मेरी तस्वीरको बीच बीचमे चुमे जा रही थी ओर बाये हाथकी अ‍ेक उंगलीसे अपनी बुरमें फीगरींग कर रही थी ओर बीच बीच मे बोले जा रही थी

सोनु : आह...आहहहहहहहह...रा..... जज....फकमीहार्ड ओह....आह.......सीसीसी.... आह राज प्लीज...लव यु भाइ ओर जोर से चोदो अपनी बहेनको भाइ आहह में आ

रही हु, राज ओर जोरसे भाइ चोदो अपनी बहेनको आइइइइइइइ ओहहहहहहह गइ में

सोनुकी चुत के फवारा छुट गया उसने पुरी चदर खराब कर दी ओर कुछ छींटे मेरी तस्वीर पर भी पडे फिर वो थोडी देर सांत बेठी रही फिर उठके मेरी तस्वीर टेबलके अंदर रखदी ओर वो बाथरुम तरफ जाने लगी मे भी लकडी वापस अपनी जगह रखके वापस अपने बेड पर आकर लेट गया ओर लेटे लेटे ही सोचने लगा

क्या ये प्यार हे ओर वो भी मेरी दीदी, क्या सचमे वो मुजे इतना प्यार करती हे सोनुके बारे मे सोचते में कब सो गया पता ही नही चला जब मेने अपने माथे पर कुछ महेसुस कीया तो अ‍ेक आंख थोडीसी खोलके देखने लगाकी कोन हे, देखा तो मेरी नेनु दीदी मेरे बेड पे बैठके अपना अ‍ेक हाथ मेरे सर पे प्यार से घुमा रही थी मुजे थोडा अजीब लगा रोज जोरोसे आवाज लगाके उठाने वाली मेरी दीदी आज प्यार से हाथ फेर रही है मेंभी साइड पे होगया ओर मेरे दीदीके गोद में अपना सर रख दीया ये देखके नेनु मुस्कराके

नेनु : अच्छा तो मेरा सोना जाग रहा हे ओर मजा ले रहा है चल उठजा, कोलेज जाना हे की नहीं?

में : नहीं दी, नहीं जाना कोलेज सारा दिन आपकी गोद में सर रखके सोना हे

नेनु : चल हट बदमास सारा दिन सोयेगा तो घरका काम कोन करेगा ओर वो बंदरीयाको भी स्कुल छोडना हे, चल उठजा में उसको उठाती हुं तु फ्रेस होकर आजा नीचे

कहेके दी चली गइ सोनुको उठाने, कल रात की पुरी फिल्म मेरे सामने आ गइ ये सब याद आते ही मेरा खडा हे गया मे उठके जट बाथरुम में भागा फ्रेस होकर फुआरे के चीचे खडा होकर नहाने लगा लेकीन मेरे लंड महाराज नीचे बेठनेका नाम ही नही ले रहे थे में नहाके बहार आया ओर तैयार होके नीचे चला गया

तब तक दीदी नास्ता लगा चुकीथी लेकीन अभी तक सोनु नीचे नहीं आइ थी थोडी देर बाद वोभी नीचे आगइ ओर नेनु भी आके बैठ गइ हम तीनो नास्ता करने लगे नास्ता करते मेने सोनु की तरफ देखा तो मुजे देखकर अ‍ेक प्यार भरी स्माइल दे रही थी दीदीको अजीब न लगे इसलीये फोरन मेने अपना मुंह दीदी तरफ करदीया

ओर उसको देखने लगा कहीं वो हमारी तरफ तो नहीं देख रही वो नास्ता करने में व्यस्त थी तो मेने राहतकी सांसली मुजे संभाल के रहेना पडेगा इस लडकी से मेरा ध्यान वापस सोनु की तरफ ना जाये इसलीये में दीदी से बात करने लगा

में : दीदी आप सारा दिन घरका काम करती हो थक नहीं जाती, आप अ‍ेक नोकरानी क्युं रख नहीं लेती? ये भी सारा दिन अपने रुम में मोबाइल लेके पडे रहीती है ओर नहीं की दीदीका हाथ बटाओ

नेनु : क्यु दीदी के हाथका खाना अच्छा नहीं लगता ओर घर में जवान लडका हे में नोकरानी रखके कोइ रीस्क लेना नही चाहती समजे हें..हें..हें..

ये सुनके हम तीनो हसने लगे लेकीन ये बोलके मेने गलती करदी क्युके सोनुने फोरन वो बात पकडली

सोनु : दी भाइ ठीक केह रहा हे अब में आपका काम में हाथ बटाउंगी काम होने के बाद ही अपने रुम मे जाउंगी आजसे नीचे की सफाइ आप देखना ओर उपरकी सफाइकी जींमेवारी आज से मेरी (मेरी तरफ देखते हुअ‍े अ‍ेक कातील स्माइल करते हुअ‍े) थेन्कयु भाइ मेरी जीमेवारी याद दीलाने के लीये

नेनु : अरे वाह मेरी गुडीया तुतो बहु समजदार नीकली नसीब वाले होगे जो मेरी लाडली जीस घर में सादी करके जायेगी

सोनु : कहीं नही जाना मुजे सादी करके सारी जींदगी कुंआरी रहुंगी मगर आप दोनो को छोडके में कहीं नही जाउंगी कहे देती हुं तुमसे (गुस्सा होके)

यह कहेते ही सोनु मेरी तरफ देखकर जोरोसे रोने लगी मुजे पहेली बार थोडा अ‍ेतबार हुआ की सोनु को मेरे प्रती वासना नहीं हे ये सचमुच मे मुजे प्यार करने लगी हे मुजसे रहा नही गया में फोरन उठके उसके पास चला गया वोभी उठके मुजे हग करके रोये जा रही थी इतनी देरमे नेनुभी हमारे पास आगइ हम तीनो अ‍ेक दुसरेको हग करके थोडी देर खडे रहे

फीर मेने अपनी जेब से रुमाल नीकालके प्यार भरी नजरो से सोनु के आंसु पोछने लगा नेनुदी ने सोनु को पानी पीलाया फीर तीनो अपनी जगाह पे बैठ गये लेकीन नेनु दी कुछ सोच में पड गइ फीर मे कोलेज जाने के लीये उठ गया पीछे सोनु ओर

नेनु भी उठ गइ पहेले सोनुने दीको हग कीया ओर बहार जाने लगी बाद मे मेनेभी दीको हग कीया ओर जानेही वाला थाकी नेनु ने मुजे हाथ पकडके रोक लीया ओर मेरी आंखो मे देखते हुअ‍े

नेनु : राज जलदी वापस आ जाना तुजसे जरुरी बात करनी है अकेले में, मेरी पर्सनल

में : दीदी आप बोलो तो आज कोलेज नहीं जाता अभी सोनुको छेडके वापस आता हुं

नेनु : अरे नहीं इतनी भी इम्पोर्टन्स बात नही हे तु आराम से जा

में : ठीक है दी लास्ट तीन क्लास बहुत जरुरी नहीं है में दस बजे आजाउंगा ओर बाराह बजे उस बंदरीया को लेने चला जाउंगा

नेनु : ठिक हे राज आजाना

इस बार दीदी ने आके मुजे हग कीया ओर मेरे माथे पे कीस के साथ साथ आज पहेली बार मेरे गाल पे भी पप्पी की में तो हेरान रहेके उसको देखने लगा दीदी भी मुजे देखते सरमाके हस रही थी ओर अपनी नजर जुकाअ‍े खडी थी में थोडा मस्ती के मुडमे

में : थेन्कयु बेबी फोर स्वीट कीस

नेनु : (सरमाके हसके) मुजे बेबी कहेता है चल जा बदमास कहीका

में बहार आया तो सोनु मेरा बाइक के पास वेइट कर रही थी मेने बाइक स्टार्ट की ओर सोनु पैर पसार के इस बार पहेले सेही चीपक कर बैठ गइ

सोनु : बडी देर करदी बात करनें में कहीे कोइ सीक्रेट बात तो नही चल रही थी?

में : हां थी अ‍ेक सीक्रेट बात जो तेरे कामकी नहींथी ओर बहारतो नीकलने दे फीर चीपकना

ओर जेसे हम बहार नीकले इस बार सोनु ना सीर्फ चीपकके बैठी बल्की अपना दोनो हाथभी दोनो तरफ से डालके मेरा पेट पकड लीया जेसे दो प्रेमी हो

में : अ‍ेसे पकडेगी तो लोग क्या समजेंगे हाथ लेले

सोनु : जीसको जो समजना है समजने दो में कीसीसे डरती नहीं समजे

में : अच्छा बच््चु मेरा डाइलोग मुजे वापस दीया, घर चल फीर तेरी खबर लेता हुं

सोनु : हाये...मे तो कब से इन्तजार कर रही हुं के कब खबर लोगे मेरी हा..हा..हा..

में : तु बहोत बेसरम होगइ हे सोनु, दीदी से सीकायत करनी पडेगी

सोनु : क्या भाइ अ‍ेसी थोडी बहुत तो मस्ती चलती हे हम बच्चोकी बात बडोसे नही की जाती तुम्हे अच्छा नही लगा तो आगेसे मस्ती नही करुंगी, सोरी

में : चल चल ठीक हे ओर सोरी बोलनेकी जरुरत नहीं हे करना मस्ती लेकीन हम अकेले हो तब करना दीदी के सामने अ‍ेसी मस्ती नहीं समजी

सोनु : (मुजे जोरोसे चीपकते हुअ‍े) थेन्कयु भाइ लव यु, बाय ध वे भाइ आज लास्ट टु पीरीयड फ्रि हे तो ग्यारा बजे आजाना, आप को देर लगे तो में सीमाके साथ स्कुल के गार्डन में मीलुंगी

इतनी देर मे सोनुका स्कुल भी आ गया ओर वो उतरके आगे आइ ओर कातील मुस्कान के साथ मुजे अ‍ेक फ्लाइंग कीस देके बीना मुडे दोडके क्लासपे चली गइ मुजे इसकी अ‍ेसी हरकत देखके कोइ आस्चर्य नहीं हुआ वो सीमाकी सलाहके अनुसार सही जा रही थी लेकीन वो उस बात से अंजान थी की में उसकी सारी बाते जानता था ओर मुजे भी ये खेलमें मजा आने लगाथा फीर में बाइक लेके सीधा कोलेज आ गया अ‍ेक क्सास अ‍ेटेन्ड करने बाद सीधा अंजना मेम के पास चला गया मेम अकेली फ्रि बैठी थी मुजे देखते ही

अंजना : आओ राज याद हे ना आज मेरे घर पर ४ बजे आना हे

में : जी मेम में खुद आपको रीमांइन्डर दे ने आया हुं

अंजना : अरे वाह तुमतो बडे जीमेंदार लडके हो मेने तुमको काम देके कोइ गलती नहीं की

में : लेकीन आपने गलती कर दी

अंजना : में ने? मेने कब गलती की?

में : अ‍ेक तरफ आपने बोलाथा नेनु को नहीं बताना ओर आपने खुद ही उसे बता दीया

अंजना : ओह..सोरी लेकीन क्या करु तुम्हारी दीदी मेरी खाल फ्रेन्ड हे ओर उनका व्यक्तित्व ही अ‍ेसा हेकी में उनके सामने कोइ बात सेर कीये बीना नही रेह सकती सो.. सोरी राज

में : अरे मेम सोरी क्यु बोलती हो इस बात पे हम भी बाकात नहीं है हें..हें..हें..

इस बात पे हम दोनो हसनें लगे फीर में मेमसे विदाय लेके घर की तरफ चल दीया ओर सारे रास्ते नेनुदी के बारे में सोचता रहा क्या बात होगी जो नेनु मुजे पहेली बार अपनी पर्सनल बात डीस्कस करना चाह रही हे ये सोचते सोचते घर आगया

ओर आके सीधा दी रुम में चला गया दी अपने बेड पर सुबह जल्दी उठने की वजह आंख बंध करके आराम कर रही थी में जाके उसके बगल में बेठ गया ओर नेनुको सोते हुअ‍े देखने लगा कितनी मासुम लग रही थी मेरा हाथ अनायस उसके माथे पर चला गया ओर उसका सर सहेलाने लगा मेरा हाथ लगते ही वो उठने की कोसीस करने लगी मेने उसे लेटे रहेने को कहा लेकीन वो नही मानी ओर उठके मेरे बगल में बैठ गइ ओर घडी में देखने लगी

नेनु : भाइ अभी तो साडे आठ बजे हे तु इतनी जल्दी आ गया कोलेज गया हे की नहीं

में : गया था दी वो आपकी सहेलीको मील के थोडा डांट के वापस आगया

नेनु : (हसते हुअ‍े) क्युं क्या कीया बेचारीने तुम्हारे साथ

में : कुछ नहीं दी मुजे आपको बतानेको मना कर रहीथी ओर खुद तुमे बता दीया इसीलीये

नेनु : अरे बेचारी बहुत दुखी हे लेकीन बहोत अच्छी हे मेरे साथ उनकी हर बात सेर करती हे ओर अपना दिल का बोज हलका करती हे

में : उसको क्या प्रोबलेम हे अच्छी खासी तनख्वाह हे पती पत्नी अकेले रहेते है

नेनु : अरे उसकी बाकी की फेमीली राजकोट रहेती हे उसकी सास बडी जगडालु है ओर उपर से संतान का इस्यु तु नही समजेगा छोड इन बातोको अपनी बात पर आते हें

में : दी कोइ टेंन्सनकी बात तो नहीं आप बताओ मुजे, चुटकी में दुर कर दुगा

नेनु : अरे नहीं दरसल दो दिन पहेले हमारा अ‍ेक दुरके रीस्तेदार हमारे घर आये थे मेरे रीस्तेकी बात लेके

ये सुनते में मायुस होगया, नेनु दी ने अ‍े बात नोटीस करली

में : फीर आपने क्या कहा? उसे मना तो नही कीयाने आपने?

नेनु : तुजे बडी जल्दी हे मुजे भगानेकी ताकी मोज मस्ती के लीये तुजे पुरी आजादी मीले मेने उसे उसी वक्त मना कर दीया हे (कहेके मेरी ओर देखने लगी)

में : लेकीन क्गुं दी आपने मना क्यो कीया?

नेनु : अगर में चली गइ तो मेरे राजका ख्याल कोन रखेगा मेरी सोनुका ख्याल कोन रखेगा मुजे ओर कीसीपे विस्वास नही हें (दीदीकी आंखे नम होगइ)

में : बट दी आपकी भी जींदगी हे हम सब तो अभी छोटे हे पुरी लाइफ अकेली केसे काटोगी ओर मुजे अ‍ेसी बाते आपसे नहीं करनी चाहीये दी आप मेरी दी के साथ अ‍ेक दोस्त भी हो इसीलीये हिंमत करके केह रहा हुं की आपकी कुछ जरुरते भी हे, केसे रेह पाओगी
नेनु मुजे अक नजर से देखने लगी ओर आंसु बहाने लगी मेने उसे फोरन हग कर लीया ओर मेरे सीनेपे सर छुपाके जोरोसे रोने लगी मेंभी अपना आंसु नही रोक पाया में भी रोने लगा हम थोडी देर अ‍ेसे आंसु बहाते रहे फीर मेने जेबसे रुमाल नीकाला ओर दी का मुंह उपर करके उनके आंसु पोछने लगा दी मेरी ओर देखती रही उनको रुक रुक कर आंसु आ रहेथे ओर में पोछता रहेता था फीर दीने भी मेरे आंसु पोछे फीर दी अलग होते ही

नेनु : तु कीतना समजता हे अपनी दीको मेतो धन्य होगइ तेरा जेसे भाइको पाकर तु अब वाकइ बडा ओर समजदार हो गाया हे मुजे विस्वास हे तुजपे की तु अब हम सब की जीन्मेदारी नीभा सकता हे, लव यु बेबी

में : लव यु टु डार्लींग

कहेके में हसने लगा ओर दीने मेरी छाती पे मुका मारके हसने लगी

नेनु : सरम नही आती दीको डार्लींग बोलता हे, मे तेरी डार्लींग हुं क्या? लेकीन मेने आज अ‍ेक फेसला कर लीया हे ओर वो भी पक्का, फीर इसके बारे मे हम कभी डीस्कशन नही करेंगे

में : क्या?

नेनु : अब में सादी नहीं करुंगी ओर ये मेरा आखरी फेसला हे

में : पर दी..

नेनु : बोला ने कोइ सवाल नहीं

में : आपको याद हे दीदी हम मोल पे शोपींगके लीये गयेथे तब मेने दिल गभराने की बात कीथी

नेनु : अरे हां तुने बाद में बतानेको कहा था, बताना तेरा दिल क्यु गभराया था?

में : यही दी आपकी सादी वाली बात याद आगइ थी की आप सादी करके चली जाओगी तो हमारा क्या होगा, यही सोचते दिल गभरा गया था

नेनु : मुजे भी पता था जब तुम मुजे अपने हर फैसला, तेरा हर राज ओर तो ओर तुमने अपनी फेवरीट चीज त्यागके मेरी फेवरीट चीज अपनाइ ओर तेरा मेरे प्रती अपना समर्पण देखके तभी डिसाइड करलीया थाकी मेरे बगैर मेरा राज नहीं रह पायेंगा इसी लीये मेने ये फेसला लीया ओर येफेसला लेके मेने कोइ गलती नहींकी आइ अ‍ेम सेटीसफाइ

में : पर दी आप तो ठीक, लेकीन सुबह उस बंदरीया भी सादीकी मना कर रही थी ओर वो कीतनी जीद्दी हे आपको तो पता ही हे, अगर तुम दोनो सादी नहीं करोगे तो में क्या कंरुगा

नेनु : तुम सादी करलेना ओर क्या, ओर उस बंदरीयाको हम दोनो मीलके मनायेंगे

में : नहीं दी पता नही मेरी जींदगी में केसी लडकी आयेगी सादीके बाद कभी उसने आपसे उंची आवाज में बातभी की तो में सहन नही कर पाउंगा ओर उसे तभी छोड दुंगा

ये सुनतेही दीदी जट से आके मुजे लीपट गइ उसने मुजे अपनी बाहों में भर लीया मेने भी अपना हाथ दीदी के पीछे लेजाकर उसकी पीठ सहलीने लगा ओर हमारा सर अ‍ेक दुसरो के कंधे पर रखके अ‍ेसेही काफी देर खडे रहे ओर बाते करते रहे

नेनु : भाइ तु कीतना प्यार करता हे अपनी दीदी से, में तो धन्य होगइ, इतना प्यार न कर भाइ में सहन नहीं कर पाउंगी मरजाउंगी में

मे ने फोरन दीको अलग कीया ओर उसके गालपे अ‍ेक तमाचा जड दीया दीके आंखसे आंसु बहेने लगे, तो उसको वापस अपनी बाहों मे भर लीया दी मुजे लीपट कर रोने लगी

में : खबरदार जो मरनेकी बातकी, अगर आइंदा अ‍ेसी बातकी तो में सचमुच घर छोडके तुम से दुर चला जाउंगा

नेनु फोरन मुजसे जुदा होके अपना दोनो हाथ मेरे गालपे रखके मेरी आंखो में देखने लगी थोडी देर अ‍ेक नजरसे मेरी आंखोमें देखते हुये

नेनु : भाइ तुम अपनी दीको कीतना प्यार करते हो?

में : अपनी जान से भी ज्यादा कोइ सकहे आपको?

नेनुं : कोइ सक नहीं भाइ जब भाइ इतना प्यार करने वाला मीला तो मुजे सादी करने की क्या जरुरत हे

में : बट दी में तुजे भाइ वाला प्यार दे सकता हुं पती वाला नहीं

ये बोलके मुजे गलती का अहेसास हो गया, ये मे क्या बोल गया कहीं दी गलत न समजे मुजे, लेकीन दीदी फीरभी कुछ नहीं बोली वोतो बस मुजे प्यारभरी नजरोसे देखे जारही थी फीर दीदी आहीस्ता आहीस्ता अपना सर आगे करने लगी ओर मेरे गालपे अ‍ेक पप्पी करदी फीर थोडी देर मुजे देखके अ‍ेक दम मुजे कसके लीपट गइ

उसके बुब्स मेरी छाती पे दब गये ये अ‍ेहसास होतेही मेरा लंड अ‍ेकखम खडा होगया ओर दीदीकी बुरको बहार से टच करने लगा दीदीको अहेसास होते ही वो मुजसे दो कदम दुर हट गइ ओर थोडी नीचे नजर करके मेरे पेंटमे आये उभार को देखने लगी ओर सरमा गइ खुदकी बुर भी गीली होगइ में सीचुअ‍ेसन की गंभीरता समज के बहार जाने लगा

लेकीन मुजे जो बात करनी थी वो कहेने के लीये दरवाजा के पास जाके पलट कर वहीं खडा रहेके दीदीको देखा तो मुजे अ‍ेसे प्यारभरी नजरोसे देख रही थी मानो कह रही हो राज मुजे छोडके मत जाओ यहीं रुक जाओ मेरे पास तेरी नेनु तुजसे बहुत प्यार करती हे पर मुजे मेरी बात कहेनी थी

में : नेनु दी, मेने भी अ‍ेक फैसला करलीया है, अब में भी सादी नहीं कंरुगा

कहेके फोरन मे बहार जाने लगा, पीछे राज..रुक जाओ लेकीन मेने पलट के नहीं देखा ओर अपनी बाइक लेके सीधा सोनु के स्कुल पहोंच गया घडी में देखा तो १०.४५ बज गये थे इसका मतलब सोनु अपनी सहेली सीमा के साथ गार्डन में होगी में अंदर जाही रहा था की मुजे याद आया दोनो क्या बाते कर रही है

में वही रुक के जेब में से इयरफोन नीकाला ओर रीसीवर ओन करके उनकी बो सुनने लगा आवाज स्पस्ट आ रही थी लगता था दोनो यहां काफी नजदीक ही बैठी हे सोनु सीमा से पुछ रही थी

कन्टीन्यु......
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[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - ३ [/color]
[color=rgb(0,]
मे बहार जाने लगा पीछे राज.. रुक जाओ लेकीन मेने पलट के नहीं देखा ओर अपनी
बाइक लेके सीधा सोनु के स्कुल पहोंच गया घडी में देखा तो १०.४५ बज गये थे इसका
मतलब सोनु अपनी सहेली सीमा के साथ गार्डन में होगी में अंदर जाही रहा था की मुजे
याद आया दोनो क्या बाते कर रही है में वही रुक के जेब में से इयरफोन नीकाला ओर
रीसीवर ओन करके उनकी बो सुनने लगा आवाज स्पस्ट आ रही थी लगता था दोनो
यहां काफी नजदीक ही बैठी हे सोनु सीमा से पुछ रही थी.....अब आगे

सोनु : तुजे बताना हो तो बता भाव क्युं खा रही है क्या हुआ कल

सीमा : ठीक है कल तेरा फोन रखते ही थोडी देर में भाइ चुपकेसे मेरे रुम में आगया
ओर दरवाजा बंध कर दीया ओर दोडके मेरे पास आके मुजे बेड से उतारके उसके सामने
खडा कर दीया ओर मुजे पागलो की तराह चुमने लगा फीर मुजे बाहों मे लेलीया थोडी
देर खडे रहेने के बाद उसने अपना होंठ मेरे होंठ पे लगा दीया

ओर हम अ‍ेक दुसरोसे जीभ मुंह मे डालकर फ्रेन्च कीस करने लगे हम दोनो काफी
उतेजीत हो गये थे फीर आहीस्ता से भाइ ने मुजे बेड पर लीटा दीया ओर मेरे उपर लेट
गया ओर हम फीर कीस करने लगे भाइ कीस करते करते अपना अ‍ेक हाथ मेरी चुची पे
ले जाके मसलने लगा में काफी गरम होगइ थी

फीेर चुची मसलते मसलते भाइ अपना हाथ नीचे लेगया ओर सलवार के उपरसे हो
मेरी चुत को सहेलाने लगा में सीसकारीया करने लगी अ‍ेक बार तो लगा भाइ जलदी
अपना मुसल लंड मेरी चुत में डालदे लेकीन तभी मुजे तेरी बात याद आगइ भाइ मेरे
सलवार का नाडा खोलने की कोसीस करने लगा मेने फोरन उसे रोक लीया ओर मना
करने लगी

(अब सीमाकी फेमीलीको मीलाना जरुरी हें रामुकाका - उमर ४४ वर्ष
अमीतजीने उसको सब तराह की हेल्पकी ओर उसकी फेक्टरीके वकशोपके हेड थे
अमीतजीको अपना बडा भाइ मानते थे उसने बरसो से अपने दीलमें अ‍ेक राज छुपाके
रखा हे जो आज तक अमीतजीके सीवाय कोइ नही जानता था जो आगे जाके हमारे
हीरो को बतायेगे में कहानी में उसे काका लीखुगा

रमाकाकी - रामुकाका की पत्नी उमर ४१ वर्ष हे तो बहुत धार्मिक पर कभी कभी
उसका मन भटक जाता हे क्युकी काका ने उससे पीछले ४ वर्षसे फीजीकली होना छोड
दीया हे तो इसकी सरीरकी भुख बढ गइ हे ओर अपने आपको अपने हाथोसे सांत
करती हे में कहानी में उसे काकी लीखुंगा

अजय - रामुकाका ओर रमाकाकी का बेटा उमर २२ वर्ष अ‍ेन्जीनीयरींग कर चुका
हे फील हाल अ‍ेक कंपनी में जोब करता हे ओर अपनी बहेनसे प्यार करता हे

सीमा - रामुकाका ओर रमाकाकी की बेटी उमर २० वर्ष जो सोनु की बेस्ट फ्रेन्ड हे ओर
अपने भाइसे बहुत प्यार करती हे दीखनेमें कयामत लगती हे रंग अ‍ेकदम गोरा चहेरा
आकर्सीत उसे देअते ही प्यार हो जाये इसी लीये उसका भाइ इसके प्यार में पड गया)

सीमा : भाइ प्लीज अभी नहीं मान जाओ प्लीज..

अजय : लेकीन क्यों दी प्लीज में तेरे बगैर नहीं रेह सकता

सीमा : भाइ मुजे कुछ वक्त चाहीये इसके लीये में अभी तैयार नहीं हुं, मानजा प्लीज
क्या मुजसे प्यार नही करता? अपनी दीदी की इतनी बात नहीं मानेगा?

अजय : प्यार तो में अपनी जान से ज्यादा करता हुं ओर सारी जींदगी करता रहुंगा
तुजसे सादीजो करना चाहता हुं मेरी स्वीटहार्ट हे तु, अबतो तुं जब कहेगी तब ही करुगा

सीमा : थेन्कयु भाइ जब घर में हम तीन दिन अकेले होंगे तब सही मोका देखके हम
हमारी सुहागरात मनायेंगे

फीर क्या भाइ मान गया ओर हम सुबह चार बजे तक फोरप्ले करते रहे ओर सुबह
चार बजे भाइ चला गया, ओर बता अब खुस ओर तुने कहां तक प्रोग्रसकी ये तो बता

सोनु : अभी तक कुछ नहीं कीया लेकीन आज सुबह मेने अपनी दिलकी बात भाइ ओर
बडीदीको बतादी की में सादी नहीं करुगी ताकी जींदगी भर भाइके साथ रेह सकु सादी
करुगी तो सीर्फ भाइसे वरना सारी जींदगी भाइके नामकी उंगली करते बीता दुंगी

सीमा : अरे सोनु तु इतना प्यार करती है भाइसे में तो समजती थी हमारे अंदर उमरकी
अ‍ेक महज वासना हे लेकीन तुम तो सचमुच अपने भाइकी दिवानी हे, सायद इसे ही
सच्चा प्यार केहते हे तु अ‍ेक काम कर आजही अपने भाइको फेक आइडी से रीक्वेस्ट भेज
दे ओर जल्दी आगे बढ में तुजे हेल्प करुगी तेरा सच्चा प्यार पाने में

सोनु : थेन्कस सीमा, में भी चाहती हुं जल्द से जल्द भाइ मुजे अपनाले ओर भाइने मेरा
प्यार कबुल नहीं कीया तो में अपनी हाथकी नस काटके अपनी जींदगी समाप्त कर दुंगी

सीमा : अरे पागल हे क्या अ‍ेसा कुछ नहीं करना तुजे तेरे भाइकी कसम तु कहे तो में
तेरे भाइ से इस बारे में बात करु?

सोनु : अरे नहीं कमीनी भाइकी कसम क्युं दी, अब में मरभी नहीं सकती, ओर इस बात
को में हीं हेंडल कर लुंगी तुम चिंता मत कर भाइ अभी नही आया लेने

मेनें फोरन रीसीवर ओफ कीया ओर इयरफोन अपनी जेब में रख दीया ओर अंदर
चला गया दोनो सहेली पेडके नीचे बैठी थी सोनु मुजे देखते ही मेरी तरफ दोड पडी ओर
आके मुजे लीपट गइ वो देखके सीमा हसने लगी (अपने मन में)कितनी उतावली हो
रही हे अपने यारको मीलनेके लीये मेने सीमाको हसते हुअ‍े देखते ही सोनुसे अलग
होकर धीमेसे सोनुको कहा

में : क्या कर रही हे सीमा देख रही हे हमे अ‍ेसे लीपटके देखते क्या सोचेगी

सोनु : जो सोचना हे सोचने दो में कीसीसे डरने वाली नहींहुं

में : अच्छा इतनी हिंमत आगइ मेरी गुडीयाको चल अब घर चलते हे (फीर सीमाकी ओर
देखके) चल सीमा तुजे भी छोडदु अपने घर अकेली यहां क्या करेगी

सीमा : नहीं भइया भाइ अभी आता ही होगा मेने फोन कर दिया हे

अभी हम बात करही रहे थे तब सीमाका भाइभी आ गया ओर मेरे पास आके
मुजसे हाथ मीलाया फीर हम घरकी ओर चल दिये सीमा अपने भाइ के पीछे बैठके आगे
नीकल गइ ओर सोनु मेरे पीछे बैठते हुअ‍े मुजसे कहेने लगी

सोनु : चलोने भाइ कहीं घुमके आते हे अभी तो सीर्फ ११.१५ ही बजे हे

में : अगर दीदीको पता चल गयाके में तुजे घुमा रहा हुं तो हमें डांटेगी

सोनु : दीदीको कहा पताहे की आज मेरी जल्दी छुटी होगइ हे चलोने प्लीज..

में : ठीक हे चल तुजे आइसक्रिम शोप लेजाता हुं खायेगी आइसक्रिम?

सोनु : वाउ.. स्योर भाइ चलो जल्दी

फीर हम दोनो अ‍ेक आइसक्रिम शोप में आगये यहां कुछ पर्सनल केबीन भी थी
ओर वहा ओपन टेबलभी थे जो बीलकुल खालीथे सोनु मेरे आगे नीकलके अ‍ेक पर्सनल
केबीन में घुस गइ उसके पीछे मुजे भी जाना पडा हम दोनो अ‍ेक दुसरेके सामने बैठ गये
सोनु काफी खुस लग रही थी तभी ओर्डर लेने अ‍ेक आदमी आया

सोनुने हम दोनो के आइक्रिम ओर्डर कर दीया जब तक आइसक्रिम नही आइ तब
तक हम दोनो अ‍ेक दुसरेको देखते हुअ‍े खामोस बैठे रहे जेसेही आइसक्रिम आ गइ सोनु
ने अपने आइसक्रिम से चमच भरके मेरे मुहकी तरफ करदीया मेने गरदन ना मे हिलाया
तो वे थोडा मायुस होगइ

फीर मेने उसका चमच वाला हाथ पकडा ओर मेने अपने मुंह में लेलीया ये देखते
वो खुस होगइ फीर हम दोनो अपनी अपनी आइसक्रिम खाने लगे तभी मुजे नीचे अपने
पैर पर कुछ महेसुस हुआ ओर मेने खाते खाते ही नजर नीचे करते देखा तो सोनु अपने
अ‍ेक पैर मेने भी थोडा आगे बढने की सोची

में : ये क्या कर रही हे?

सोनु : क्या? मेतो खा रही हुं हें..हें..हें..

में : (हसते हुअ‍े) तु नही सुधरेगी दिन भर दिन तेरी सरारत बढती जा रही हे अ‍ेक दिन
मार खाअ‍ेगी मुजसे

सोनु : हाये.. कब मारोगे मुजे में तो कब का वेइट कर रही हुं की आप मारो मुजे

सोनु ने आज भी डबल मीनींग बातकी ये सुनके मेरा लंड खडा होगया ओर मे ने
भी जानने उत्सुक था की मेरे बहेन मेरे लीये कीतना रेडी हे तो मेने अपना चमच साइड
पे रख दिया ओर अपने कप से मे नें उंगली से आइसक्रिम उठाइ ओर अपने मुह में
आधी उंगली डालके चाटने लगा सोनु मेरी इस हरकत देखके खाते खाते रुक गइ

ओर मेरी ओर देखने लगी फीर मेने आधी आइसक्रिम वाली उंगली उसके मुंहकी
तरफ लेगया ओर उसे देखने लगा अब वो क्या करेगी लेकीन उसने अपना चमच
साइडपे रखकर मेरा हाथ पकड लीया ओर खींचके मेरी उंगली अपने मुंह लेके मेरी ओर
देखके चाटने लगी जेसे मेरा लंड अपने मुह मे लेलीया हो अ‍ेसी हरकत करने लगी

ओर फीर जेसा मेने कीया वेसा उसने भी कीया मेभी उसकी उंगली चाटने लगा
सोनुकी आंख मे मेने अ‍ेक कामुक नसा देखा मुजे यकीन होगया था की ये लडकी
इसारा करते ही मेरे नीचे लेट जायेगी में बहुत उतेजीत होगया वो बात आगे बढाये
इससे पहेले में खडा होगया ओर उससे कहा

में : चलो सोनु देर हो जायेगी तो दीदी की डांट पडेगी बाकी सरारत बाद में कर लेना

सोनु : (सेड होके) ठीकहे भैया चलो ओर थेन्कयु स्पेसीयल आइसक्रिम खीलाने के लीये

में : अरे ये तो ओर्डिनरी आइसक्रिम थी स्पेसीयल तो तुजे बाद में कभी खीलाउंगा

ये सुनते ही वो अ‍ेकदम सरमा गइ ओर मुजे कामुक नजरो से हसते हुअ‍े देखते
बहार जाने लगी फीर हम बील पे करके घरकी ओर नीकल पडे सोनु बार बार अपनी
पेन्टी गीलीकी वजह से बाइक मे ठीकसे बैठ नही पारही थी वो थोडी देर थोडी देर इधर
उधर हीलती रहेती थी मुजे इनकी पोजीसन मालुम थी तो मेने सरारत करने के मुड में
उसे कहेने लगा

में : अरे ठीक से बैठ ने क्यु हीलती रहेती है हम गीर जायेंगे

सेनु : भाइ वो.. वो.... मेरी....

में : क्या मेरी कही तेरी पीसाब तो नहीं छुट गइ हे..हे..हे..(मे हसने लगा)

सोनु : (सरमाते मेरी पीठ पे मुका मारत हुअ‍े) भाइ तुन बडे वो हो

में : (तब तक घर आ गयाथा ओर बाइक से उतरते वक्त) क्या बडा हे बोलना..

सोनु : (सरमाते) मुजे नही मालुम

कहेके वो अ‍ेक दम हसके सरमाइ ओर अंदर भागने लगी सीधा उपर जाके अपने
बाथरुम में घुस गइ में भी उपर आके फ्रेस हुआ ओर नीचे आके सीधा दादीके रुम मे
चला गया वहां नेनु दादीको अपने हाथसे खाना खीला रही थी मेने नेनुके हाथ से खाने
का डीस लेलीया ओर उसकी ओर देखके कहेने लगा

में : लाओ दी में दादी को खाना खीला देताहुं आप दुसरा ओर काम देखलो

नेनु खडी होगइ फीर थोडी देर मेरी ओर देखती रही फीर मेरे सरपे हाथ फेरके
बहार चली गइ ओर थीडी देर बाद सोनु भी अपनी पेन्टी बदलके फ्रेस होकर दादी के
रुममें आके मुजसे सटकर बैठ गइ उसे देखतेही अपना मुंह उनके कान के पास लेजाकर
धीमी आवाजमें

में : चडी बदलकर आ गइ मेरी स्वीटु (कहेके मे हसने लगा)

सोनु : (सरमाके हसते)क्या भाइ सरम नही आती अपने बहेनसे अ‍ेसी बाते करते हुअ‍े?

में : अरे वाह तुजे बडी सरमहैया हे भुल गइ आइसक्रिम पार्लर?

फीर सरमाके उसने अपनी नजर नीचे करली फीर मंद मंद हसते हुअ‍े तीरछी
नजरसे मुजे देखा में उसे देखकर धीमे धीमे हस रहा था, दीदीका हाथ बटाने जा रहीहु
कहेके वो खडी होगइ ओर जाने लगी तो मेने उसे कहा

में : अरे दादी का साथ वाला आशीर्वाद तो लेती जाओ

इस बात पे ओर सरमाइ ओर हसते हुअ‍े दोडके बहार भाग गइ दादीको खीलाने
के बाद दादी का मुह साफ कीया हाथ धुलाया ओर दादीको पानी पीलाके दादीकी डीस
वापीस रखने के लीये कीचन की ओर जाने लगा कीचन में जाके मेने वोसबेस मे डीस
रखदी ओर अपने हाथ साफ करके बहार सोफे पर बैठ गया मुजे अ‍ेसे काम करते दोनो
दीदी देख रही थी फीर सुबह की घटना के बारे मे सोचने लगा

मेरा ओर नेनु का करीब आना दी से इतना लगाउ जो पहेले इतना नहीं था में क्यु
दीकी तरफ खीचता जा रहा हुं कही में दीसे प्यारतो नही करने लगा ओर दीका भी मेरे
प्रती लगाव बढता जा रहा था अ‍ेसा लग रहा था वो भी तो मेरी तरफ आकर्सीत हो रही
हे अगर अ‍ैसा हे तो में दुनीयाका सबसे खुसनसीब इन्सान हुं जो मुजे इतना प्यार करने
वाली सुसील सुदर अ‍ेक संपुर्णनारी के रुपमे में नेनु को पाकर धन्य हो जाउंगा

तब मेने मन ही मन अ‍ेक डीसीजन लेलीया में सादी करुगा तो सीर्फ नेनु से वरना
सारी जींदगी कुंआरा रहुंगा यही सोचते सोचते सोफे पर बेठे ही मेरी आंख लग गइ तब
मेने महेसुस कीया की सोफे पे कुछ हलचल हे मेने आंख खोलके देखातो दोनो दी मेरी
आजु बाजु मे बैठी थी ओर मुजे अ‍ेसे सोते देखकर मजा ले रही थी मुजे जागता देखकर

सोनु : दादीको खाना खीलाके थक गये हो?(दोनो हस पडी)

में : चुप कर बंदरीया अ‍ेसेही आंख बंध करके जाग रहा था (मेने जुठ बोला)

नेनु : अच्छा लेकीन हम तो यहां कबसे बैठे हे, तुतो बडी जोरोसे खरराटे मार रहा था

नेनु : (जुठ पकडे जाने से में थोडा सरमां गया) अलेले अलेले मेरा बेबी सरमाता भी हे

सोनु : हाउस्वीट सोते हुअ‍े कीतना प्यारा बंदर लग रहा था, हेना दी?(दोनो फीर हसी)

में : लगता हे तुम दोनो आज मेरी टांग खीचने के मुड में हो, अ‍ेक अ‍ेकको देख लुंगा

नेनु ओर सोनु साथ में : हाये.. कब देखेगा हमे, हम तो कब से इन्तजार में हे

कहेके दोनो मुजे गुदगुदी करने लगी मेने भी अपना दोनो हाथ उनकी गरदन में
डालके मेरी तरफ खीच लीया ओर दोनोको दबोच लीया अब दोनोने छुटनेकी नाकाम
कोसीसकी फीर सांत होगइ इस पर सोनुको मौका मील गया डबल मींनींग बात करने का

सोनु : भाइ छोड दे हम दोनोको, तुजसे कभी नही जीत सकती आजसे हम दोनो तुमसे
सरेन्डर करते क्युं दी

नेनु : हा भाइ छोडदे आजसे तेरी गुलाम बस .. अब तो छोड दे (दोनोको छोड दीया)

सोनु : भाइ तुने तो हमारी गरदन तोड दी तेरा हाथ हैकी हथोडा

नेनु : चलो बहुत हो गइ मस्ती अब लंच करलो

हम तीनो डाइनींग टेबल पर आके बैठ गये सोनु मेरे सामने बैठी थी ओर नेनु मेरे
बाजु में बैठी थी ओर हम खाना खाने लगे सोनु मुजे नीचेसे पेर मारने कोसीस कर रही
थी पर में यहां कोइ रीस्क लेना नही चाहता था तो मेने अपना पैर पीछे चेर के नीचे
मुडके रखा था मेरे पैर हाथमे नही आरहे थे

तो सोनु ने जान बुजकर अपना खानेका चमच नीचे गीरा दीया ओर वो लेने के
बहाने नीचे जुकके देखने लगी तो मेरा पैर पीछे देखकर वापीस सीधी होकर बैठ गइ
ओर मुजे नाराज नजरोसे देखते हुअ‍े खाना खाने लगी इसकी सरारत दीदी की नजरोमें
न पड जाये इसलीये मेने दी से बात करना मुनासीब समजा

में : दीदी ४ बजे तुम्हारी सहेलीके यहां जा रहा हुं उससे कोइ काम हो तो बोलो

नेनु : काम तो हे पर में फोन पर बात करलुंगी (फीर दीदी मुजे छेडते हुअ‍े) तु ध्यान
रखना अभी वो वहां अकेली होंगी हें..हें..हें..

में : क्या मतलब अकेली होंगी, वो मुजे खा थोडी जायेगी आपकी सहेली मांसाहारी हे
क्या?

नेनु : अरे मेतो मजाक कर रही थी वेसे कोलेज के फाइनल यर में हो अभी तक कोइ
लडकीने तुजे प्रपोज नहीं कीया मेरा भाइ इतना मासुम है जवान है ओर टेलेन्टतो
फुटफुट कर भरा हे फीरभी तु अभी तक प्यार के चकर में कयुं नही पडा?

में : क्या दी आप भी इन बातो को लेके बैठ गइ में इन सब चकरो में पडने वाला नहीं

नेनु : क्युं आजतक तेरी जींदगी में कोइ लडकी आइही नहीं? मेनेतो सुनाथा की जब तुं
बारवी कक्षामें था तब अ‍ेक लडकीके साथ तेरा क्रस था तो तुने उसे प्रपोज नही कीया?

में : कीयाथा जीस दिन उसे प्रपोज कीया तो उसने मना कर दीया, पता है क्युं? क्युकी
में अपंग था, वो मुजे प्यार नही करती थी उसे सीर्फ मेरी अपंगतासे सहानुभुती थी ओर
मे बेवकुफ उसे प्यार समज बैठा उस दीन में अपना रुममे जाके में खुब रोया फीर वक्त
केसाथ मेरा पैरभी काफी हद तक ठीक होगया इसके बाद में कइ लडकीयो से क्रस
बावजुद कभी प्यार के चकर में नही पडा सीर्फ प्यार दिलमे दबाके बैठ गया क्युके मुजे
बेचारा नही बनना था में प्यारके लीये तरसता हुं सहानुभुती के लीये नहीं

दी से मेरी दिलकी बाते करते करते मेरी आंखो से आंसु बहेने लगे नेनु ने मुजे
खडा होके हग करलीया ओर मेरा चेहरा उसके सीनेमें छुपा लीया

नेनु : अरे मेरे बेबी रोना नही नहीतो हमभी रो पडेंगे, हम तुम्हारी लीये अच्छी लडकी
ढुंढके तुम्हारी सादी करेंगे

में : दीदी प्लीज मेने अपना डीसीजन आपको सुबह बता दीया था

सोनु : केसा डीसीजन भाइ कोइ मुजे भी तो बताये मे भी इस घर की सदस्य हुं, क्या
मुजे इतना हक भी नहीं की में घर की बात जान सकु

में : हां हे तुम्हे भी पुरा हक हे (नेनु की तरफ देखते हुअ‍े) दी आपका फैसला भी सोनु
को बता दो मुजे लगता है ये बात जाननी उसके लीये जरुरी हे

सोनु : लेकीन क्या आगे भी तो बताओ

में : सोनु जेसे तुम सुबह सादी न करनेका अपना फैसला सुनाके गइ वेसे नेनुने भी
सादी न करनेका फैसला लीया है इस बारे में तुम्हे क्या कहेना हे

सोनु : इस घरकी जीस तरह दीदीने जींमेदारी ली हे अ‍ेसे मे भी कुछ जीमेदारी लेना
चाहती हुं ओर आप दोनो का प्यार देखके मुजे लगता हे मुजे कहीं नही मीलेगा इसलीये
मेने अ‍े फेसला लीया हे रही बात दीदीकी तो मुजसे ज्यादा दीदी पर हम सबकी काफी

जीन्मेदारी है इसलीये में पुरी तरह दीदी के फैसलेके साथ हुं रही बात तुम्हारी तो तुम
कीस फेसलेकी बात कर रहे हो हमे भी बताओ

नेनु : हम दोनोका फैसला सुनके वो भी लगाव में आके सादी न करनेका फैसला ले
बैठा हे मेरीतो मानता नहीं इस बारे मे तु बात करके देख सायद तुजे ज्यादा प्यार करता
होगा तो तेरी बात मान लेगा

में : दीदी आप इमोस्नल ब्लेकमेइल मत करो मेरी दोनो बहेने घरके लीये इतनी बडी
कुरबानी दे रही हे तो में नही दे सकता कहीं अ‍ेसातो नही बाकी लडकीयोकी तरह मुजे
बेचारा समजकेआपने डीसीजन लीया हो

तभी दीदीने अपनी चेरसे उठकर मुजे अ‍ेक जोरदार तमाचा जड दीया ओर खुद
जोरोसे रोने लयी मेरे गाल पर नीशान पड गये थे दीदी रोते हुअ‍े कहे जा रहीथी

नेनु : तेरी हिंमत केसे हुइ अ‍ेसी बात करने की क्या हम दोनो तुज पर तरस खाते है अरे
हम तो तुम्हे अपना जीगरका टुकडा मानते हे तेरे बगैर हमारे जीवनकी कोइ अ‍ेहमीयत
नही मानते ओर तु हेकी अ‍ेकही पल में हमे पराया कर दीया

कहेके दीदी फुट फुटकर रोने लगी इसके साथ सोनु भी रोने लगी तब मुजे मेरी
गलतीका अ‍ेहसास हुआ की में गलत बोल गया दोनो दीदी तो मुजे जानसे ज्यादा प्यार
करती हे तो मेरे मुंह से अ‍ेसा क्युं नीकल गया वो दोनो के देखके मेंभी आंसु बहाने
लगा ओर फोरन नेनु दीदीके पैर मे गीर पडा

में : मुजे माफ करदो दीदी मुजसे बहुत बडी गलती होगइ आप दोनो तो मेरी जान हो में
आप दोनोसे बहुत प्यार करता हुं दी प्लीज मुजे माफ करदो दुबारा अ‍ेसी गलती कभी
नहीं करुगा अगर की तो आप मेरा मरा मुंह दीखोगी दी प्लीज

दीदी ने फोरन मुजे अपने पैरो से उठालीया ओर मुजे सीने से लगा लीया ओर
हम दोनो रोये जा रहेथे सोनु भी उठके हमारे पास आगइ वो भी हमसे लीपट कर रो रही
थी थोडी देर हम अ‍ेसे खडे रहे फीर नेनु मुजसे अलग हुइ ओर अपनी चुनी से मेरे आंसु
पोछने लगी में सोनुके आंसु पोछने लगा ओर सोनु दीके खांसु हम अ‍ेक दुसरोको सांत
करते रहे फीर दी हम दोनो को कहेने लगी

नेनु : जीसका जो फैसला हे उसपे कायम रहेना या फैसला बदलना खुद पर नीर्भर
रहेगा जीसका जो फैसला होगा इनमे हम सबकी सहमती होगी ओर आजके बाद इस
विसय पर कभी बात नही होगी ये मेरा आखरी फैसला हे ओके

में ओर सोनु : जी दी मंजुर

फीर दीको मेने ओर सोनुने अ‍ेक अ‍ेक गाल पर पप्पीदी, दीने भी हम दोनोको बारी
बारी चुमा इस फैसलेसे सोनु अंदर से बहुत खुस थी क्युकी मेरे साथ हमेंसा रहेने का
इसका रास्ता साफ होगया था फीर दी ओर सोनु कीचनमे चले गये ओर मे अपने रुममे
आगया ओर बेड पर अ‍ेसेही लेटा रहा थोडी देर बाद नेनु मेरे रुम में अ‍ेक केरी बेग लेके
आइ ओर मे उठके बैठ गया दीदी मेरे पास आके बैठ गइ ओर मेरा गाल देखने लगी

नेनु : बहुत जोरोसे लगी मेरे बेबीको? माफ करदे मुजे तेरी दीदी बहुत बुरी हे ना (मुजे
केरी बेग देते हुअ‍े) ओर ये ले तेरे लीये

में : नही दी आपका तो हक हे हमे डांटनेका, मारनेका आपका बुरा हम कभीभी नही
मानते ओर आप बुरी नहीं हो आप तो हमारी स्वीट दीदी हो ओर इतनी स्वीटके खाने
का मन कर रहा हे, ओर ये क्या हे

नेनु : (हसते हुअ‍े) चल हट बदमास तु अब बीगडता जा रहा हे (तीरछी नजरोसे देखते
हुअ‍े) अपनी दीको खायेगा, चलजा खाजाना अब खुस ओर ये तेरा टीसर्ट हे मेरी पसंद
का हे, शोपींग के लीये गये थे तब मेने तेरे लीये लेलीया था मेरी पसंद का

दीदीके बोलते ही मेने बेगसे टीसर्ट नीकाला तो रेड ओर व्हाइट कलरका
कोम्बीनेशन वाला अ‍ेकदम बढीया टीसर्ट था जो मुजे बहुत पसंद आया फीर उनका मुह
पकडके अ‍ेक गाल पे मेने अपने दांतो से काट लीया

नेनु : क्या कर रहा हे सोनु देखलेगी तो क्या सोचेगी दुर हट (सरमाके हसते)

में : देखने दो मे उसे डरता नही में मेरी दीको प्यार दे रहा हुं कोइ गलत काम थोडे कर
रहा हुं ओर ब्युटीफुल गीफ्ट के लीये शुक्रिया ( फीर इस बार मेने उसके काटे हुअ‍े गाल
पे कीस करदी)

नेनु : तु पुरा पागल हे ओर मुजेभी पागल कर देगा में जा रही हुं यहा रुकना मतलब
बहोत बडा खतरा हें..हें..हें..

दी उठके जाने लगी मेने उसका हाथ पकडके रोक लीया वो पलट के मुजे प्यार
भरी नजरोसे देखने लगी

में : बैठो ने दीदी आपके साथ बेठके सकुन मीलता हें मुजे छोडके मत जाओ

नेनु : नही जाने दो मुजे नीचे कुछ काम भी बाकी है बाद में बात करेंगे प्लीज..

में : ठीक हे दी अभी तो आपको जानेकी परमीशन दे रहा हुं भुलना नही तुम दोनो मेरी
गुलाम हो

नेनु : ठीक हे मालीक परमीशन देनेके लीये शुक्रिया (कहेके हसने लगी ओर चली गइ)

अभी बैठा ही था की मेरे मोबाइल मे मेसेजकी रींग बजी मेने देखातो केइ मीना
नामकी फ्रेन्ड रीक्वेस्ट थी मे समज गया ये सोनुने भेजी हे में फोरन अपने रुमका
दरवाजा बंध कीया ओर पी.सी. के टेबल पर चड गया लकडी हटाकर देखा तो सोनु
अपने फोन में कुछ कर रही थी मे भी फोन लेके खडा था मेने उसकी रीकवेस्ट अ‍ेक्सेप

कीतो वो फोन पे देखके बेड पर खुशी के मारे उछल पडी ओर फोन को चुमने लगी फीर
बेठके कुछ टाइप करने लगी

मीना (सोनु) : हाइ रीकवे्सट अ‍ेक्सेप करने के लीये थे्न्कस

में : मोस्ट वेलकम क्या सचमे आपका नाम मीना ही हे

मीना : अ‍ेसा क्यु पुछ रहे हो आप विस्वास नहीं हे?

में : विस्वास की बात नहीं हे आज कल कइ लडके लडकीका नाम रखके बात करते हे
इसीलीये पुछा अगर तुम कहेती हो तो मान लेता हुं

मीना : में सचमुच मे लडकी ही हुं राजकोट में रहेती हुं उमर १९ साल ओर अभी पढ रही
हुं बोलो ओर क्या जानना हे मेरे बो में

में : अरे तुम तो नाराज होगइ इतना सब नही पुछा था मेने

मीना : अरे नाराज नही हुइ हुं ये सब तुम बादमे तो पुछोगे तो क्यु टाइम वेस्ट करना
सो बता दीया आप मुजे अपने बारेमे बताइअ‍े कोइ अ‍ेतराज न हो तो

में : अरे वा तुम तो बडी फास्ट ओर समजदार नीकली आइ अ‍ेम इमप्रेस, वेसे में....इस
शहेर से हुं नाम तो तुम जानती हो उमर २१ साल फाइनल यरमे हुं ओर क्या जानना हे
मेरे बारे में

मीना : आपकी फेमीली में कोन कोन है

मे : अ‍ेक बडी दीदी अ‍ेक छोटी दीदी प्यार से हम उसे बंदरीया कहेके चीडाते हे फीर में
ओर दादी तुम बताओ

मीना : अपनी दीदीको बंदरीया कहेते हो कुछ कहेती नहीं वो

में : अरे प्यार से चीडाते हे वेसे मे उसे बहोत प्यार करता हुं जान हे वो मेरी

मीना : (खुस होते) अपनी बहेनको जान कहेते हो लगता हे तुम उसे कुछ ज्यादा ही
चाहते हो कहीं वो वाला प्यार तो नहीं करते

में : अरे वो वाला प्यार क्या होता हे तुम्हे नही लगता पहेलेही चेटींग मे तुम कुछ ज्यादा
फास्ट जा रही हो मुजे कंहीं जाना भी हे तो बाद में बात करेंगे बाय..

मेने विन्डो से देखा सोनु कुछ नीरास लग रहीथी ओर उठके बहार आने लगी में
जटसे सब सेट कीया ओर नीचे उतर के दरवाजा खोल दिया ओर अंजना मेमके यहा
जानेके लीये फ्रेस होने बाथरुमके अंदर चला गया फीर बहार आके जींन्स ओर दीका
दीया हुआ टीसर्ट पहेनकर तैयर होने लगा तभी सोनु मेरे रुममें आगइ ओर मुजे देखते ही

सोनु : वाव.. भाइ आपतो अ‍ेकदम हीरो लग रहेहो लगता हे अंजना मेम गइ आज काम से

सोनु मेरी टांग खीचते हुअ‍े हसने लगी

में : चुपकर बंदरीया कुछभी बोलती रहेती हे वो प्रोफेसर हे हमारी ओर दीकी सहेली भी

सोनु : तो क्या हुआ हे तो अ‍ेक लडकी ही तुमे देखते ही पागल हो जायेगी

में परफ्युम लगा रहाथा ये सुनते ही में सोनुके अकदम करीब चला गा ओर उसकी
आंखो मे देखते हुअ‍े कहा

में : तुम्हे बडी नोलेज हे इन मामलोमें तुभी तो अ‍ेक लडकी हे क्या तुम पागल हुइ

मेरा अ‍ेसा सवाल से सोनु अ‍ेकदम सरमा गइ ओर अपनी नजरे जुकाली (ओर अपने
मनमे सोचने लगी) अभी हिंमत नहीकी तो भाइसे कभी बात नही करपाउंगी फीर नजरे
उठाके

सोनु : हा भाइ में भी पागल होगइ लेकीन आप मेरे भाइ हो वरना.......

में : वरना.. वरना क्या करती तुम?

सोनु : वरना..वरना..

वो अपनी जीभ नीकालके मुजे दीखाइ ओर दोडके नीचे भाग गइ उनकी अ‍ेसी
बातो से मेरा लंड खडा होगया मेने जी्न्स मे हाथ डालके उन्हे अ‍ेडजेस्ट कीया ओर नीचे
चला आया नेनु दी कीचनसे बहार आ रही थी अरे मुजे देखते ही

नेनु : अरे वाह मेरा भाइ तो हीरो लग रहा हे

सोनु बहार सोफे पर बैठी थी ओर नेनुकी बात सुनते ही वो मेरी तरफ आइ ओर
धीमी आवाजमें बोली

सोनु : देखा बंदर सबकी हालत अ‍ेक जैसी ही हे हें..हें..हें..

फीर अ‍ेक कातील मुस्कान देके कीचनकी ओर जाने लगी फीर में सोफेपे बैठ गया
नेनु अपने रुममें थी में चाय पी के नीकलने वाला था जेसेही चायके लीये आवाज
लगाता इससे पहेले सोनु मेरे लीये चाइ लेके आगइ ओर मेरे बगल में बैठके मुजे चायका
कप पकडा दीया

में : अरे वाह मेरी सोनु तो समजदार होगइ बीना कहे ही काम कर दीया

सोनु : तुम सायद भुल गये हो मेने कुछ जींमेदारी ली हे वो भी उपरकी तो उपर तुमभी
रहेते हो इसलीये

में : (धीमी आवाज में) तो अब से मेरा हर काम तु करेगी

सोनु : हां रुमकी सफाइ से लेके आपका हर काम जो आप बोलो

में : अ‍ेक बार सोचले फीर मुकर गइ तो..

सोनु : (मेरी आंखो मे देखते हुअ‍े) सब सोचके ही बोल रही हुं बस आप हुकुम करो

तभी दीदी बहार आगइ आकर हमारे साथ बैठ गइ हमे धीमी आवाज में बाते करते
हुअ‍े देखकर

नेनु : दोनो क्या खानगी मे घुसुर पुसुर कर रहे हो?

में : अरे दी कुछ नहीं सोनु के बर्थडे लीये प्लानींग कर रहे थे

मेने हमारी बात दी से छुपाते हुअ‍े जुठ बोल दीया ये सुनते ही सोनु मुजे आस्चर्य
भावसे देखने लगी ओर अंदर से बहुत खुश हुइकी मुजे उनका बर्थडे यादथा ओर भाइ
हमारे बाचकी बातोको दीसे छुपा रहा था इसका मतलब भाइ भी मुजे लाइक करने लगा
हे अब उसे बातको आगे बढाना चाहीअ‍े ये सोचके वो काफी अ‍ेक्साइड होगइ ओर खुसी
से मेरा साथ देने लगी

सोनु : हां दी में भाइको केह रही भी पार्टी सीर्फ हम तीनोके बीच होगी वोभी घर पे क्यु
की दादीको हम अकेले नहीं छोड सकते

ये सुनते ही नेनु फोरन उठके मेरी ओर सोनुके बीच आके में बैठ गइ ओर उसे बैठे
ही हग करलीया ओर उसका अ‍ेक हाथ से चहेरा सहेलाने लगी

नेनु : वाह मेरी गुडीया अब कीतनी समजदार होगइ हे

कहेके सोनुके गाल पे पप्पी करदी मेने अपना जुठमुठका चहेरा बना लीया

में : हां अ‍ेक हम ही नासमज हे जो हमे पप्पी नही मीलती

सुनते हे नेनु हसदी ओर मेरी तरफ घुमके मेरे गाल पर अ‍ेक हलकी चपत लगादी
ओर फीर कीस करदी

नेनु : अब खुश अब जाना नहीं हे पोने चार बज गये हे

में : अरे हा दी थेन्कस याद दीलानेके लीये आप दोनो साथ होतो में सब कुछ भुल
जाता हुं

ये केहेके में फोरन उठ गया ओर बहार जाने लगा ओर बाइक लेके पहेले सीधा
मंदिर जाना था क्युंकी मेम मुजे नया काम दे रहीथी तो पहेले मे भगवान का आशीर्वाद
लेना चाहता था तो में मंदिरकी ओर चल पडा उधर मेरे जातेही दोनो बहेने आपसमें बात
करने लगी

सोनु : दी भाइ हमे कितना प्यार करता हे नहीं? हमसे कुछ घंटे दुर रहेते हे तो भी हमे
अकेला अकेला लगताहे तो हम सादी करके सारी जींदगी दुर रहेंगेतो हम केसे रेह
पायेगी यही सोचके दिल कांप जाता हे इसीलीये मेने सादी न करनेका फैसला लीया हे
दीदी क्या मेने सही कीया हेनां?

नेनु : (उसे हग करते हुअ‍े) हां मेरी गुडीया तुने सही फैसला लीया हे मेरी हालत भी तेरे
जेसी ही हे तुम मेरी बहेन ही नहीं मे तुजे अपनी बेस्ट सहली भी मानती हुं में चाहती हुं
मेरी हर बात तेरे साथ शेर करु ओर तु भी तेरी हर बात मुजसे शेर करे ताकी हम अपने
दिलका बोज कुछ हलका करे क्या मेरी फ्रेन्डसीप कबुल करेगी तुम

सोनु : (नेनु को हग करते हुअ‍े) थेन्कयु दी मेंभी तो यही चाहतीथी की मेरे दिलकी बात
कीसीसे शेर करु ओर आपने मुजे अपनी बेस्ट सहेली बनाके मेरे दिलका बोज हलका
कर दिया थेनकयु..थेन्कयु सो..मच

नेनु : अरे पागल दोस्ती मे नो थेन्कस ओके, गुड गर्ल, लेकीन सोनु हमने जो फेसला
लीया हे बहुत ही मुस्कील भरा हे तु इसकी गंभीरता समजती हे?

सोनु : हां दी जानती हुं हम लडकीयो की कुछ जरुरीयात भी होती हे पर हम कंटड्ढोल कर
लेंगे अगर कंटड्ढोल नही हुआ तो (अ‍ेक उंगली दिखाते हुअ‍े) येतो हेही हमारे पास
हें..हें..हें...

नेनु ओर सोनु दोनो हसने लगी

नेनु : अरे कुछ तो सरम कर तेरी बडीदी हुं में, बेसरम कहीकी सरम नही आती दीसे
अ‍ेसी बात करते हुअ‍े (अंदर से अ‍ेसी बातोसे नेनुको अच्छा लगने लगा था)

सोनु : नही आइ सरम ओर मे अपनी सहेली से बात कर रही हुं दीसे नही समजी

अब नेनु ओर सोनुको अ‍ेसी बात करना बहुत अच्छा लगने लगा था ओर अ‍ेसी
बातो से दोनो गरम भी होगइ थी ओर दोनोकी चुतसे पानीका रीसाव होने लगा था

नेनु : अच्छा बच्चु (कहेके सोनुको गुदगुदी करने लगी)

ये देखके सोनु भी नेनुको गुदगुदी करने लगी ओर दोनो अ‍ेक दुसरे से मस्ती
करने लगी मस्ती करते करते सोनुका अ‍ेक हाथ नेनुकी चुत तरफ चला गया यहां उसे
कुछ गीला लगा तो सोनुने अपनी अ‍ेक उंगली यहा लेजाकर फीरा दिया ये देखतेही नेनु
रुक गइ ओर अपने पैर सीकोडके बैठ गइ ओर सोनुकी ओर दखातो सोनु उंगली अपने
नाकके पास लेजाकर सुंघने लगी फीर नेनुकी ओर कामुक नजरोसे देखते हुअ‍े उंगली
अपने मुंह मे डालकर चाटने लगी ये सब देखकर

नेनु : सोनु क्या कर रही हे सरम नहीं आती अ‍ेसी गंदी हरकते करते हुअ‍े गंदी कहीकी

सोनु : वाह दी क्या टेस्ट हे अती सुंदर, ओरये गंदी हरकत नही हे अब आगे जाके हमे
अ‍ेक दुसरोकी अ‍ेसेही जरुरत पडेगी सो रीलेक्स बेबी

केहके सोनु उठकर अपने रुम में जाने लगी ओर तुरंत वापीस आके देखना चाहती
थी की अब नेनुदी क्या करेगी नेनु उसे जाते यंत्रवत देखती रही फीर थोडी देर बेठके
खडी हुइ ओर अपने रुमकी ओर जाने लगी जब नेनु रुममें चली गइ ओर दरवाजा बंध
कर लीया दरवाजा बंध के आवाज आतेही सोनु फोरन चुपकेसे दोडके नेनुके दरवाजे की
कीहोलसे देखने लगी

नेनु दरवाजा बंध करके सीधा अपने बेड पर बैठ गइ ओर सलवार उपर करके
अपनी चुतकी ओर देखने लगी फीर उसकी अ‍ेक उंगली अपनी चुत पर लेगइ गीली
जगाह पर टच करके वोभी सुंघने लगी सुंघते ही वो मदहोस होने लगी फीर उंगली
अपने मुह के पास रखकर अपनी जीभ नीकाली फीर उंगली पर फेरने लगी ओर हसने
लगी फीर धीमी आवाज में थेन्कयु सोनु बोलके फोरन खडी होगइ

अपना पेटीकोट उतारके बेडपे अपना पैर पसारके बैठ गइ ओर वोही उंगली से
अपनी चुत सहेलाने लगी वो मदहोस होने लगी ओर अपनी आंखे बंध करके उंगली
अपनी चुत में हलके हलके अंदर बहार करने लगी ये आज उसने पहेली बारही कीया था
वो बहुत ही उतेजीत हो चुकी थी ओर सीसकारीया करने लगी थी पहेली बार थातो वो
जल्दी ही आवाज करके जड गइ जेसे ही नेनुका पानी नीकला तब बहारसे सोनु अंदर
जाकते हुअ‍े बोली

सोनु : दीदी आवाज धीमे करो कोइ सुन लेगा ओर मेरी कुछ मदद चाहीये क्या?

नेनु : (सकपकाके) अरे कमीनी भाग यहांसे बेसर्म कहींकी

ये सुनते ही सोनु दोडके उपर चली गइ उधर नेनु अ‍ेकदम सरमाके मुस्कराती
बाथरुम में घुस गइ दुसरी तरफ में सीधा बाइक लेके मंदिर पहुंचा फीर दर्शन कीये तभी
पुजारीजी मेरी तरफ प्रसाद लेके आये में अक्सर यहां आता रहेता हुं तो पुजारीजी मुजे
अच्छी तरह जानते थे ओर उनकी छोटी मोटी मदद भी करता रहेता हुं में उनको दादा
कहेके बुलाता हुं

कन्टीन्यु...... [/color]
 

[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - ४[/color]
[color=rgb(0,]ये सुनते ही सोनु दोडके उपर चली गइ उधर नेनु अ‍ेकदम सरमाके मुस्कराती बाथरुम में घुस गइ दुसरी तरफ में सीधा बाइक लेके मंदिर पहुंचा फीर दर्शन कीये तभी पुजारीजी मेरी तरफ प्रसाद लेके आये में अक्सर यहां आता रहेता हुं तो पुजारीजी मुजे अच्छी तरह जानते थे ओर उनकी छोटी मोटी मदद भी करता रहेता हुं में उनको दादा कहेके बुलाता हु....अब आगे

पुजारीजी : केसे हो राज बेटा लो प्रसाद, आज कल कम दीखाइ देते हो

में : अरे दादा कलही आया था दर्शन करके चला गया था आज अ‍ेक नये कामकी सुरुआत करने जा रहा हुं आशीर्वाद दिजीये

पुजारीजी : अरे भगवान तुम्हे कामीयाबी दे अ‍ेसी मेरी प्रार्थना हे, ओर हां बेटा यहां अ‍ेक बाबा हीमाचल से आयेहे चातुर मासके लीये, सामने वाली रुम में ठहेरे हे अभी फ्रि होगे जाते वक्त उनके दर्शन करते जाना

कहेके पुजारीजी चले गये मे बाबाके दर्शन करनेके लीये रुममें गया तो बाबा अपनी गदी पर बैठे थे वो इतने तेजस्वी थेकी उनको देखते ही उनके पैरे मे पडकर दंडवत करने लगा फीर बाबा ने मुजे बेठनेके लीये कहां ओर मेरी तरफ देखके मुस्कराने लगे फीर बोले

बाबा : कीतनी देर करदी बेटा आनेमें मे तो सोलाह दीन से आया हुं तब से तेरा इन्तजार कर रहा हुं, तो आज नये काम के सीलसीलेमे जा रहे हो?

मुजे ये सुनके बडा आस्चर्य हुआ, बाबा मेरी राह क्युं देख रहे थे ओर मेरे काम के बारे में केसे जानते हे, जो अभी पुजारीजी सीवा मेने कीसीको बताया तक नहीं बाबा से में थोडा प्रभावीत हुआ में आस्चर्यसे बाबाकी ओर देखने लगा बाबा हस रहे थे

में : बाबा आप..ये सब केसे जानते हे, ओर मेरा इन्तजार क्यु कर रहे हे, आपको क्या काम हे मुजसे, मेनें अ‍ेक साथ कइ सवाल कर दीये ये सुनते ही बाबा बोले

बाबा : सांत सांत बेटा सब आज ही जान लोगे क्या? में यहां ओर दो महिना हुं तो आराम से बात करेंगे आते रहेना जब मन करे ओर मुजे तुमसे काम होगा तो पुजारीको बोलके तुजे बुलवा लुंगा गभरानेकी कोइ बात नहीं हे मेरे बच्चे तु तेरे फोनका नंबर यहीं छोडजा अभी तुजे देर हो रही हे

फीर नजाने क्युं में बाबाकी आज्ञा मानके ओर अपना नंबर बाबाके पास छोडके मेमके वहां चल पडा वहां पहोचके दरवाजे के पास खडे होके मेने घंटी बजाइ मेमने आके दरवाजा खोलातो मेम को देखते ही रह गया वो नहाके अपने बाल पर टोलीया लपेटकर ओर अ‍ेक गाउन पहेनके आइ थी गाउन मेसे उसकी ब्रा हलकीसी नजर आ रहीथी मुजे अ‍ेक नजरसे देखके उसने अ‍ेक हाथ उठाकर मेरे चहेरेके आगे लहेराने लगी ओर कहेने लगी

अंजना : हेलो..अब देखलीया होतो अंदर आजाओ, की अ‍ेसेही बहार खडे रहेना हे?

में : (में सकपकाके) जी मेम आइ अ‍ेम सोरी

कहेके में अंदर चला गया मुजे गभराते देखकर

अंजना : आओ राज बैठो तब तक में अभी आइ तैयार होके कीतना गभराते हो

कहेके वो जल्दी अपने रुम में चली गइ ओर में रुम मे नजर दोडाने लगा मेमका घर वन बी.अ‍ेच.के. वाला छोटा था पर मेम ने बहुत खुबसुरती के साथ सजाया था अ‍ेक दीवाल पर मेम ओर उसके पतीकी तस्वीर थी उसका पती तस्वीर मे भी खडुस टाइप
लगता था तो रीयल मे केसा होगा तब मुजे नेनुकी बात याद आगइ फेमीली प्रोबलेम संतान प्रोबलेम यही सब सोचते रहेता बैठाही थाकी मेम आगइ मेंतो देखता ही रहे गया मेम पेंन्ट ओर टीसर्ट पहेन के आइ थी ओर अपने बाल के माथेकी उपर जुडा बनाके रखा था वो अ‍ेकदम पटाखा लग रही थी मुजे अ‍ेसे देखके वो हसने लगी तब मुजे होंस आया ओर अपनी नजर मेम पर से हटाली ये देखके मेम बोली

अंजना : क्यु राज में इन कपडोमे अच्छी नही लग रही? तोबता अभी चेन्ज करके आती हुं

में : (सरमाके हसते) अरे नहीं मेम बहोत अच्छी लगती हे रहेने दीजीये

अंजना : आज तुम्हारा टीसर्ट देखा तो मेराभी मन होगया वरना में अ‍ेसे कपडे अब नही पहेनती ओर सादी से पहेले अ‍ेसेही पहनती थी, बाय ध वे आज तुम इन कपडो में हीरो लग रहे हो ओर क्या पीखोगे गरम या ठंडा मे तो तुम्हे पुछना ही भुल गइ

में : अरे मेम कुछ भी चलेगा पर बादमें पहेले कामकी बात करे

अंजना : क्युं तुम्हे कही जाना हे आराम से बात करेंगेना पहेले चाय ओर नास्ता बाद में काम वेसे भी तुम यहां पहेली बार आये हो ओर तुम्हारी दीदीतो आती जाती रहेती हे तो तुम्हारी खातीरदारीतो करनी पडेगी वरना नेनु मेरा हुलीया बीगाड देगी हें..हें..हें..

में : जेसे आप कहे पहेले चाइ फीर काम ओर नेनु आपका हुलीया कयु बीगाडेगी मेम, अगर उसने अ‍ेसा कीयातो हम दोनो मीलकर उसका हुलीया बीगाड देंगे हें..हें..हें..

कहकर हम दोनो हसने लगे फीर मेमने मेरी तरफ देखते हुअ‍े कहा

अंजना : हां राज अ‍ेसीही बाते कीया करो लडकीयो से, कोइ गभराने की जरुरत नहीं हे

में : जान पहेचान वाली लडकीयो से बात कर लेता हुं पर अंजान लडकीसे नहीं मेम

अंजना : अरे कुछ नही होता तुम अ‍ेक बार बीन्दास्त बाते करो ओर ये मेम मेम क्या लगा रखा हे मेम तुम्हारी कोलेज मे हुं यहां नही, खबरदार जो आयींदा मेम बोला तो

में : जी मे....सोरी अंजना दीदी

अंजना : वेसे तुम तीनो भाइ बहेनमें, में उमरमे छोटी हुं तो तुम मुजे सीर्फ अंजना कहोगे तो भी चलेगा हे..हे..हे..

कहेके अंजना हसने लगी उनके प्रती मेरी जीजक काफी कम होगइ वो भी थोडी मजाकीया स्वभाव की थी वो मुजे बेठने को बोलकर चाय बानाने चली गइ में उसे जाते हुअ‍े देखने लगा वो अपना चुतड हीला हीलाके चल रही थी तो ये देखते हुअ‍े मेरा लंड खडा होगया तो में जीन्स मे हाथ डालकर लंड को अ‍ेडजेस्ट करने लगा

ओर अंजना मेरी इस हरकतको देखने लगी फीर सरमाके हस रही थी जेसे ही मेरा लंड ठीक करके उसकी तरफ देखा तो फोरन उसने अपना मुंह घुमा लीया थोडी देर बाद वो चाइ नास्ता लेके आइ हमने साथ में चाइ पी ओर उसी दोरान वो मुजे हस हसके बात कर रही थी जेसे आज वो बहुत खुश हो, बीच बीच में कभी वो तो कभी मे हलकी हलकी मजाक कर लेते थे चाइ नास्ता खतम करने बाद

अंजना : तो राज अब कुछ कामकी बात भी कर लेते हे

में : जी अंजना दीदी में तो जानने को कब से उत्सुक हुं बताइये

अंजना : राज ये अ‍ेक अ‍ेसा पोजेक्ट हे जो सक्सेस होगया तो..हम बाकीकी जींदगी आराम से गुजार सक्ते हे मेरा इस काम मे नीजी स्वार्थभी हे ओर में दुसरो पर भरोसा नहीं करती मेरे पती परभी नही ओर तुम जरुरत से ज्यादा अच्छे हो ओर टेलेन्टेड भी इस लीये तुमे ये काम अपनी बंध पडी हुइ फेक्टरी में करना हे ओर गलतीसे भी कीसीसे इसकी चर्चा मत करना ओर नाही कीसीसे दीखाना वरना हमारा आइडीया लीक हो सकता हे अ‍ेक बार हम इस काममें सक्सेस होगये तो कींमत हम तैय करेंगे समज गये

फीर मेम खडी हुइ ओर अपने रुम में चली गइ थोडी देर बाद कुछ पेपर लेके आगइ ओर टीपोइ पर पसार के रख दीये

अंजना : देखो राज ये अ‍ेक फ्रि अ‍ेनर्जी जनरेट का प्रोजेक्ट हे इसका सब पार्ट अपनी फेक्टरी में बनाना हे में आती जाती रहुंगी ओर जरुरी मार्गदर्शन दीया करुगीं

में : (पेपर देखने के बाद) ठीक हे दीदी लेकीन ये डीजाइन देखके लगता है कुछ जरुरी चेन्च करना पडेगा

ये सुनते ही अंजना मुजे अ‍ेकनजर से देखने लगी थोडी देर देखने के बाद

अंजना : क्गा चेन्ज करना पडेगा कीतनी केलक्युलेशनके बाद बनाया हे ये डीजाइन

में : आपकी इस डीजाइन में हमें सुरुआत में स्टार्टींग टोर्क देना पडेगा फीरभी पहेले इसके मुताबीक टड्ढाइ करेंगें नही तो कुछ चेन्जकी परमीशन दे दीजीयेगा

अंजना : स्योर राज तुम्हे पुरी छुट हे जरुरत के हीसाब से डीजाइन बदलनेकी मुजे तुम्हारी काबीलीयत पर पुरा भरोसा हे जब ये काममें हम सक्सेस होजाये तो इसको बेचनेकी डीलभी हम साथ करेंगे पुरा काम तुम्हे तो करना हे मेतो आती जाती रहुंगी तुम इस पुरे प्रोजेक्टमें मेरे पार्टनर ही हो जो भी पेसे आयेंगे उसमें ७५% हीसा तुम्हारा होगा मुजे सीर्फ २५% चाहीये वोभी मुज अकेली लीये काफी होगे बोले मंजुर

में : अरे दीदी में ये काम पैसोके लीये नही बल्की अपनी होबीके खातीर कर रहा हुं आप पुरे पैसे रख लेना मुजे बस खर्चेका पेसे दे देना में ये आपकी खुसीके लीये कर रहा हुं

अंजना : मेरा ख्याल रखनेके लीये शुक्रिया राज महाराज (मुजे हाथ जोडके) लेकीन मेनेजो बोला वो फुल अ‍ेन्ड फाइनल इसके बारे में आज ओर कोइ चर्चा नही, समजे

में : जी जेसे आपकी मरजी साहीबा (मेने भी हसके हाथ जेड लीये)

अंजना : (हसते हुअ‍े ) सीर्फ साहीबा? मेतो समजी मुजे रानीसाहेबा कहोगे

में : क्या दीदी आप भी नेनुकी तरह मेरी टांग खीचती हो (कहेके सरमा गया)

अंजना : ओये.... सरमाते हुअ‍े कीतने क्युट लगते हो में मरजावा

में : दी आप के हसबन्ड कब आते हे दीखाइ नहीं दीये

अंजना : छोड इनकी बात कब आत हे कब जाते हे कोइ ठीकानाही नही उसका हमारी बातचीत ओर तेरा साथके अच्छे माहोलको उन्हे याद करके क्यु खराब करे हम

में : दी अ‍ेक बात पुछु बुरा ना माने तो?

अंजना : तुजे मुजसे बात करने के लीये परमीसन लेने की जरुरत नहीं हे जो पुछना हो बिंदास पुछो तेरी बातका में कभी बुरा नहीं मानुंगी क्युकी नेनुकी तरह मेभी तुजे अपना भाइ मानती हुं बोल क्या पुछना हे

में : नेनुने मुजे थोडा बहुत बताया था आपके लाइफके बारे में मुजे पुरा जानना हे

अंजना : (मेरी ओर अ‍ेक नजरसे देखते) क्या करेगा जान के?

में : क्युंकी अपनोसे गम बाटना जरुरी हे हो सकता हे इनमेसे कुछ अच्छा रास्ता नीकल आये ओर हमारी बाकी जींदगी अच्छे से संवर जाये

अंजना मुजे थोडी देर अ‍ेक नजरसे देखने लगी ओर देखते देखते उसके आंसु नीकल आये ये देखके में उठकर उसके पास जाकर बैठ गया ओर उसका हाथ पकडके सहेला दीया उसने भी अपना सर जुकाके मेरे कंधो पर रख लीया ओर सुबकके रोने लगी मेने भी अपना दुसरा हाथ उसकी पीठ पर ले जाके सहलाने लगा फीर दुसरे हाथ से जेबसे रुमाल नीकालकर उसके आंसु पोंछने लगा

वो सांत होगइ फीर भी मेरे कंधो पेसे सर नहीं हटाया हम काफी देर अ‍ेसेही बेठे रहे बीना बातचीतके फीर उसने अपना सर उठाया ओर मेरी तरफ देखने लगी

अंजना : थेन्क यु राज अ‍ेसा लगा काफी अरसोके बाद में कीसी अपनोसे मीली हुं में तुजे जरुर बताउंगी मेरे बारेमें वोभी सबकुछ जो मेने नेनुको भी नहीं बताया, पर अभी नहीं अगली बार मीलेंगे तब बताउंगी, पता नहीं तेरा साथ मुजे क्युं अच्छा लगा, मेरी अ‍ेक रीक्व.स्ट हे तुमसे क्या तुम मानोंगे?

में : दी आप रीक्वेस्ट नहीं हुकुम करो मुजे अपनी नेनुकी तरह आपकाभी पुरा हकहे मुजपे

अंजना : जब भी तुम्हे टाइम मीले नेनुके साथ या अकेले आजाया कर मेरे घर हम खुब बाते करेंगे इसी बहाने मेरी तन्हाइ दुर होजाये क्या मेरी इतनीसी बातको मानोंगे?

मुजे लगा अंजनाका जुकाव मेरी तरफ बढने लगा हे में काफी रोमांचीत था ओर मेने माहोल हल्का करनेके लीये थोडी मस्ती करनेकी सुजी

में : आप बोलो तो यहीं रुक जाता हुं जी भर जाये तब घर भेज देना हे..हे.. हे..

अंजना : नेनु कहेती थी अ‍ेसाही हे तु बीलकुल पागल हे, तु यहां रुक गया तो मेरे पती को कहा भेजुंगी हें..हें..हें..

में : भेज देना कहीं छुटी पर हें..हें..हें..

कहेके में हसने लगा ओर उसने मुजे अपनी पीठ पर मुका मारा

अंजना : सरम नही अती अपनी मेमसे अ‍ेसी बाते करते हुअ‍े

में : कोन मेम? में कीसी मेमको नही जानता वो तो सीर्फ मुजे कोलेज मे ही मीलती हे

अंजना : अच्छाजी हमारा हथीयार हमीसे वापस ठीक हे आजाना ओर जी चाहे तब तक रहेना अब खुश

में : थेन्क यु दी मेतो मजाक कर रहा था, चलो फीर में चलता हुं

जेसेही में जानेके लीये खडा हुआ अंजनाभी खडी होगइ ओर मेरे पास आके मुजसे लीपट गइ

अंजना : थेन्क यु राज फोर ब्युटीफुल इवनींग

मे ने भी उसका चहेरा पकडके अपने हाथमें लीया ओर हिंमत करके उसके गाल पर अ‍ेक कीस करदी ओर बहारकी ओर जाने लगा दरवाजे के पास जाकर पीछे मुडके देखा तो वो कीस कीये गाल पे अपना अ‍ेक हाथ रखके यंत्रवत मेरी ओर देखके वहीं खडी थी जेसे ही मेरे बाइक स्टार्ट करने की आवाज आयी वो दोडके बहार गेट के पास आगइ

ओर मुजे तीरछी नजरोसे देखते हुअ‍े कातील स्माइल करने लगी ओर मुजे हाथ हीलाके बाय कहेने लगी में भी बाय बोलके नीकल गया मेरा पुरा रोमांटीक मुड था ओर रास्तेपे गाना गुनगुनाते हुअ‍े मे घरपे आगया मुजे होलमे कोइ दिखाइ नहीं दिया तो सीधा उपर अपने रुममें चला गया सीधा बाथरुम में जाके फ्रेस होने लगा

जब गाना गाते हुअ‍े बहार आया तो नेनु मेरे बेड पर मेरा इन्तजार करते हुअ‍े दरवाजा बंध करके बैठी थी उसे देखतेही में चुप होगया ओर चुपचाप उसके बगलमे जाके बैठ गया

नेनु : बडे खुश लग रहे हो रोमान्टीक गाना गारहे हो तेरी तबीयत तो ठीक हे ने

कहेके नेनु अपना हाथ मेरे सरपे रखकर चेक करने लगी

में : अब तुमभी टांग खीचो मेरी

नेनु : क्या तुम अंजनासेभी टांग खीचवाके आयेहो आनेदो उसे, मेरे भाइको तंग करती हे

में : अब बसभी करो में कोइ टांग खीचाने नही गयाथा कामके सीससीले मे गयाथा

नेनु : अरे इसीलीये तो आइ हुं बताना क्या काम था उसे?

में : तु कीतनी उतावली हो ओर सक्की भी मेने कहा थाने की में आपसे कुछ भी नही छुपाउंगा तो मुजे मेरा वादा याद हे ओके

नेनु : क्या में तुजे सक्की लगती हु (ओर मेरी आंखोमे देखके) तेरी गर्लफ्रेन्ड हुं जो तुज पर सक्क करुगीं

कहेके अपनी नजर जुकाली मे भी रोमान्टीक मुड में तो थाही पर मजाक के मुड मे भी आ गया मे धीमी आवाजमे दी के कानके पास अपना मुह लेजाकर कहा

में : तो बन जाओ ने अपने भाइकी गर्लफ्रेन्ड वेसे भी में ढुंढते ढुंढते थक गया हुं

नेनु अ‍ेकदम सरमागइ ओर उठके बहार जाने लगी मेने फोरन उसका हाथ पकडके वापीस मेरे बाजुमे बीठा दीया बाजी न बीगडे इसलीये मेने बात संभालली

में : अरे बैठो दी मे तो मजाक कर रहा था

नेनु : (सरमाके सर जुकाके) कोइ अपनी दी से अ‍ेसा मजाक करता हे?

में : सोरी दी अगर मेरी बातका बुरा लगातो (मेने अपने कान पकड लीये)

ये देखतेही दी मुस्कराइ ओर मेरे गाल पे चुटकी काटी

नेनु : नौटंकीबाज कहीका चल बता कया केह रही थी अंजु

फीर मेने दीको सारी घटना क्रम सुनाइ, मंदिर के बाबा से लेके मेरी काम की डील तक उसके बादकी बात मेने दीको नही बताइ मेरी बात सुनके दी बहुत खुसभी हुइ ओर बाबाकी बात को लेकर उनसे मीलनेकी इच्छा जताइ

नेनु : राज अब मंदिर जातो मुजे लेके जाना

केहेके वो नीचे चली गइ तो मेने फोरन दरवाजा बंध कर दीया ओर अपना इयरफोन नीकाला मे जानता था दी अंजना से बात करे बगैर नही रहे सकती मेने रीसीवर ओन करके चेक करने लगा तो मेरे मनके मुताबीक वो अंजनासे बात कर रही थी में दोनोकी बात सुनने लगा

नेनु : हा अंजु भाइ आया था तेरे पास? कही तेरे साथ बात करते वो सरमाया तो नहीं

अंजु : हा आया था ओर उससे बातभी की मेरी बातोसे उसकी काफी जीजक दुर होगइ फीरतो मेरे साथ बिन्दास बात कर रहा था फीर मेरी फेमीली ओर मेरे पतीके बारे मे पुछने लगा तो मेने उसे टाल दीया तेरा भाइ जरुरत से ज्यादा इमोस्नल हे ओर बहुत समजदार भी कास मेरे पतीमें अ‍ेसे गुन होते तेरा भाइ जीससे सादी करेगा वोतो धन्य हो जायेगी

नेनु : में तुजे अ‍ेक बात बताउं हमारा फैसला सुनके उसनेभी सादी न करनेका फेसला लीया हे मुजे तो उसकी बडी चींता हो रही हे

अंजु : क्या.. क्या केह रही हो तुम हम तो पती के बगैर रह पाती हे वो भी बडी मुस्कील से तो वो केसे रहे पायेगा समजाओ तुम उसे

नेनु : समजाया था, वो नहीं माना, मेने तुजे बतायाथा ने उस लडकीके क्रस के बारे में तबसे प्यारके नामसे दुर भागता हे हां वो वेसी मजाक करता हे कभी कभी लेकीन कीसीसे प्यार, इम्पोसीबल अभी में उसे मीलने गइतो मुजेभी कहा मेरी गर्लफ्रेन्ड बन जाओ मुजे लगा वो सीरीयस हे बाद में बोलता हे मे मजाक कर रहाथा अब तुही बता क्या करु इस लडकेका

अंजु : अ‍ेय.. अ‍ेय.. सुन, क्या कहा तुने वो सीरीयस था तो फीर मजाक क्यु बोला, जब वो सीरीयस था तो तेरा रीअ‍ेक्शन क्याथा ये तु मुजे बता

नेनु : मेरा रीअ‍ेक्शन क्या होगा मुजे तो बहुत सरम आइ ओर उठके जाने लगी

अंजु : यही तो..जब तु उठके जाने लगी वो डर गया कही मेरी बहेन नाराज नहोजाये या तुम उसे बात करना बंध न करदो इसी डरकी वजह से उसने मजाक कहेके बातको संभाल लीया ताकी तुम नाराज न होजाओ नेनु अ‍ेक बात कहुं तुजसे, नाराज नहो तो?

नेनु : में तेरी बातसे क्युं नाराज होउगी अ‍ेक तुमही तोहो जीसे मे दिलकी बात करती हुं

अंजु : नेनु मुजे लगता हे राज तुजे सचमुचमे प्यार करने लगा हे

नेनु : क्या बक रही हो भाइ हे वो मेरा

अंजु : इसीलीये केह रही थी नाराज मत होना अब मेरी बात ध्यानसे सुन उसे अब बहारकी कोइ लडकीपे विस्वास नहीं रहा ओर तुमपे वो खुदसे ज्यादा विस्वास करता हे उसे तुम पर इतना ज्यादा विस्वास हेकी वो मान बैठाहे मेरीदी मेरी बात कभी नही टालेगी ओर वो अपना प्यार तुजमे देखता हे

नेनु : येकेसे हो सकता हे अंजु ये गलतहे मेरा भाइहे वो ओर समाज हमे केसे स्वीकारेगा ये नही होसकता मेभी समजती हुं मुजे भाइ जीतना प्यार कोइ करही नही सकता

अंजु : भाड मे जाये समाज मे अ‍ेसे कीतने लोगोसे जानती हुं जो समाजसे दुर रहेते हे इसका कारण क्या हे पता हे तुजको, में बताती हुं कीतने अ‍ेसे पती पत्नी हे जो असल जींदगी में भाइ बहन हे, मामी भांजा हे, चाची भतीजा हे, ओर तो ओर मां बेटा भी हे

नेनु : तु जुठ बोल रही हे अ‍ेसा कभी नहीं होता

अंजु : तो सुन मेरी बात जो मेने तुजे आज तक नहीं बताइ क्युंकी मे नही चाहती थी मेरे घरकी बदनामी हो, जानतीहो मेरे पती तीन तीन चार चार दीन घपे क्यु नही आते ओर आते हे तो सीर्फ रातको सोनेके लीये वो अ‍ेक दिनभी मेरे नसीब में नहीहे मे
तडपती सो जाती हुं क्युकी मेरा पती उसकी सोतेली माको पेलते हे अपनी विधवा भाभी कोभी पेलते हे ओर मेरे पती ने तो उसकी मां को पत्नी मान लीया हे मेंने उसकी करतुत देख ली थी इसीलीये अ‍ेक बार मेरी सासने मुजे जहेर देके मारनेकी भी कोसीस की ताकी मां बेटे पती पत्नीकी तरह यहा समाजसे दुर आके रह सके (कहेते अंजना फोन पे रोने लगी)

नेनु : चुप होजा अंजु तुजे मेरी कसम रोइ तो, नहीं तो राजको वहा भेजके चुदवा दुंगी तुजे

अंजु : (अंजु रोते रोते हस पडी) कमीनी पहेले तुतो चुदवाले बादमें भेज देना, तो सुनलीया अरे नेनुतु नीकाल दे अपने दीमागसे अ‍ेसी बातको समाज क्या कहेगा, रीस्ता क्या हे, तु नसीब वाली होगी जो राजका प्यार पायेगी ओर प्यार उसीसे करना चाहीये जो हमे प्यार करता हो नाकी उसीसे जो हम चाहते हो ओर अ‍ेसे कही लोग हे जो हसी खुसी अपनी जींदगी जी रहे हे, मुजे नहीं मालुम तु क्या फैसला लेगी लेकीन मेरी बातो पे गौर करना

फीर दोनोने फोन काट दीया ओर दी अपने गहेरी सोचमे पड गइ वो भी तो मुजसे प्यार करती थी उसकाभी मेरे प्रती क्रस था इस बातमे ना में अंजान था, ना नेनु अंजान थी, फीर मेने देखा तो सोनु मेरे रुमकी तरफ आ रही थी मेने फोरन इयरफोन छुपा लीया मेरे रुम मे आते ही मेने उससे मस्ती करनी सुजी

सोनु : क्या कर रहे हो भाइ

में : तेरा वेइट

सोनु : क्युं क्या काम हे मुजसे

में : काम कुछ नहीं था तुमसे बात करना चाहता था

सोनु : हां तो बताओ कीस बारे में बात करनी थी

मेंं : प्यारके बारे मे बात करनी थी

सोनु : तो अपनी गर्लफ्रेन्डको बुलालो मुजसे क्युं?

में : बुलानेकी क्या जरुरत हे वो तो सामने से चलकर मेरे पास आइ हे

सोनु : (दोनोहाथ अपनी कमर पे रख के) क्या मे तुम्हारी गलफ्रेन्ड लगती हुं?

में : अरे थोडी देर मान जाने कें तु मेरी गर्लफ्रेन्ड हे तो फायदे मे रहेंगी

सोनु : अच्छा चलो मान लीया अब बताओ क्या बात करनी थी

सोनुको भी मजा आरहा था, बीना महेनतके भाइ पट रहा था, अंदर से बहुत खुश थी मेने उसे पकडकर मेरे पास बैठादीया ओर अ‍ेक हाथ उसकी कमर पे डाल दीया उसने जुठ मुठ का वीरोध कीया तो मेने कसकर अपनी ओर ज्यादा खीच लीया वो उतेजीत होने लगी ओर उसकी चुत पानी बहाने लगी ओर मदहोस आंखोसे मुजे देखने लगी फीर धीमी आवाज मे बोली

सोनु : बोलो ना क्या बात करनी थी

में : मेने सोचा मेरी जानुका बर्थडे हे तो उसे क्या गीफ्ट चाहीये

सोनु : (मस्तीके मुडमें) वेसे इस बार मेने अपने जानसे दो गीफ्ट लेनेका सोचा हे

में : दो क्यु भला?

सोनु : अ‍ेक अपनी जानुके लीये ओर दुसरी अपनी बहेनके लीये

में
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मेंने उसे फोरन दुर हटाते हुअ‍े) ओ बापरे ये तो नुकसान होगया

सोनु : क्युं अब नही बनाओगे अपनी गर्लफ्रेन्ड?

में : ना बाबा ना अ‍ेसी खर्चालु गर्लफ्रन्ड नही चाहीये

सोनु : में खर्चालु थोडी हुं

ओर वो अपना मुह बनाके जाने लगी तो मेने उसे बेड पर बेठे बेठेही हाथ पकडकर जोरोसे जटका मारके खीच लीया ओर आकर सीधे मेरे उपर गीरी हम दोनो गीरकर बेड पर पडे, में नीचे ओर सोनु मेरे उपर, मेने दोनो हाथ उसके पीछे लेजाकर मेरे सीने पर भीच दीया उसकी सीसकारी नीकल गइ

ओर हम दोनोमे से कोइ उठनेकी कोसीस नही कर रहे थे, हम अ‍ेक दुसरोकी आंखोमें देखने लगे मे उसके होठो पर अपना होंठ रखने जाही रहाथा की नीचे से दीदी की डीनर करने बुलाने की आवाज आइ ओर हम दोनो डरके फोरन खडे हो गये ओर सोनु पहेले हसती हुइ दोडके नीचे चली गइ ओर मेरा के. अ‍ेल. पी. होगया

ओर मे भी बाथरुम के अंदर जाके फ्रेस हुआ ओर अपने खडे लंड को अ‍ेड्जस्ट करके नीचे चला गया ओर नीचे आके देखा तो सोनु किचन में थी ओर नेनु दादी खाने की प्लेट लेके किचन से आ रही थी मे ने फोरन नेनु के हाथ से प्लेट लेली ओर जोरो से बोला ताकी सोनु भी मेरे पीछे आजाये

में : (किचन की ओर देखते हुअ‍े) लाओ दी में दादी को खाना खीला देता हु

नेनु : क्या बात हे आज कल तेरी दीपर बहोत तरस खा रहा हे, ले खीला दे दादीको

कहेके वो वापीस किचन मे जाने लगी मेने सोनुकी तरफ देखातो वो मेरी तरफ देखा फीर नेनुकी तरफ देखा वापस मेरी तरफ देखके अपनी गरदन नांमे हीलाने लगी ओर काम करने लगी मेंभी थोडा मायुस होकर दादीके रुम में जाकर उसे खाना खीलाने लगा, खाना खीलाने के बाद जेसेही दादीका मुह रुमालसे पौछा तो कुछ याद आया ओर मेरे चहेरे पर हसी आगइ ओर दादीके रुमके दरवाजाके पास खडे होकर मेने किचन की तरफ देखके आवाज लगाइ

में : अरे नेनुदी पीनेका पानी भुल गइ आप, सोनुको बोलो लेके आये

नेनु : अरे हां..सोनु जरा पानी देके आतो

सोनु : (अंदर से खुस होते हुअ‍े) जी दी अभी दे आयी

कहेके सोनु फ्रिज मेंसे पानीकी बोतल ओर खाली ग्लास लेके सरमाती हुइ मेरी तरफ आने लगी में दरवाजे के बीच में खडा था तो वो बोतल ग्लास मुजे देनेकी बजाअ‍े मुजे दरवाजे से हटाकर खुद अंदर जाके बैठ गइ ओर दादीको पानी पीलाने लगी मेभी उसीके पास जाकर उससे सटकर बैठ गया

ओर अ‍ेक हाथ पीछे ले जाकर उसकी कमर को पकड लीया ओर थोडा अपनी ओर खीच लीया उसने कोइ विरोध नही कीया बल्के अ‍ेसा लगा की इस हरकतसे वो काफी खुश हुइ ओर सरमाके मंद मंद मुस्कराके तीरछी नजरोसे देखते गरम होने लगी ओर कामुक आवाजमें मुजसे धीमेसे कहेने लगीें

सोनु : तुम बहुत चालाक हो, क्या चाहते हो?

में : कुछ नहीं सीर्फ दादीका आशीर्वाद (फीर दादीकी ओर देखके) दादी हमे आशीर्वाद दीजीये ताकी आशीेर्वाद लेके ये बंदरीया कामपे लग जाये हें..हें..हें..

दादीका आशीर्वाद मीलते ही में वहां से फोरन उठके बहार सोफे पे जाके बैठ गया ताकी सोनुका रीअ‍ेक्शन देख सकु, उसे अ‍ेसा फील करवाया थाकी भाइ मुजे प्यार करने लगा हे ओर मुजे दादीके रुम में बुलाके सायद आज भाइ प्यारका इज्हार कर देगा, लेकीन हुआ उनके विपरीत मेंनें देखा तो सोनु मुजे नाराज नजरोसे देखती हुइ किचन की ओर जाने लगी

में चाहता थाकी सोनु खुद मुजे प्रपोज करे ओर इसके लीये उसको मजबुर करदेना चाहता था मुजे लगता हे में मेरी दोनो बहेनो से प्यार करने लगा हुं ओर मेरी बहोनो काभी मेरे प्रती व्यवहार देख के लगताथा मनही मन वोभी मुजे चाहने लगी हे, मेने डीसाइड करलीया था अगर मेरी बहेने मुजे प्यार का इज्हार करेगी तो में खुद उसे सादी के लीये प्रपोज करुंगा

मेरी बहेनो के प्रती मेरी चाहत बहुत बढ गइ थी ओर उनके साथ सेक्स करने की भी में धार्मिक भी था तो मेरा मानना था की सादीके बगैर सेक्स करना पाप होता हें ये मेरी मान्यता थी, दिमाग में सेक्सका खयाल आते ही मेरे लंडमें तनाउ इतना बढ गया की मुजे लंड में दर्द होने लगा अ‍ेसा लगता था की मेरा लंड सांत नही हुआ तो फट जायंगा

तो में उपर अपने रुमकी तरफ भागा ओर बाथरुम में जाके लंड पेंन्टसे बहार नीकाल लीया ओर उसे आंख बंध करके जोरोसे हिलाने लगा ओर जल्दी में बाथरुमका दरवाजा बंध करना भुल गाया, मुजे भागते हुअ‍े देखकर सोनु भी नेनुकी नजर बचाके मेरे पीछे आने लगी थी, ये मेरा पहेला अनुभव था इससे पहेले मेने अ‍ेसा कभी नहीं किया था

में सोनु ओर नेनुदी को इमेजींग करते मेरा लंड हीलीये जा रहा था जेसे ही लंडसे पीचकारीया छुटी मुजे चरमसुखका अ‍ेक बहुतही परम आनंद आया ओर मेरे मुखसे सोनुका नाम नीकल गया,

दुसरी तरफ सोनु मेरे पीछे जडप से आने लगी ओर मुजे बाथरुम में घुसते देखकर वो बहार रुक गइ ओर फीर आहिस्तासे अपना चहेरा बाथरुमके दरवाजेके पास ले जाके जुककर अंदर देखने लगी मुजे लंड हिलाते देखकर वो भोडी सोकड होगइ ओर बहार खडी होके मुजे अ‍ेसा करते देखकर वो काफी उतेजीत होगइ

ओर अपना अ‍ेक हाथ अपनी चुत पर रखकर आहिस्ता आहिस्ता सहेलाने लगी तभी भाइ के मुख से अपना नाम सुनकर वो चोंक गइ ओर फोरन वहांसे नीचे भागकर सोफेपे बेठ गइ उसकी सांसे तेज चल रही थी ओर अपनी आंखे बंध करके सोचने लगी भाइ मुजे इमेंजींग करते ये सब कर रहे थे इसका मतलब भाइ मेरा दिवाना हे पर मुजसे कहेने में सायद डरता हे

तो इस मामले में मुजे जल्द से ज्लद आगे बढना चाहीये ओर मुजे फेक आइडी के चक्करमें मुजे अपना टाइम नहीं वेस्ट करना चाहीये में क्या करु जो बात आसान हो जाये तभी उसके दिमाग में अ‍ेक आइडीया आया ओर वो मन ही मीन खुश होकर हसने लगी तभी नेनुकी आवाज आइ उसने आंख खोली तो सामने राजको बैठे पाया उसे देखकर वो थोडी सकपकाइ फीर अपने आपको नोर्मल करने की कोसीस करने लगी

नेनु : चल अ‍ेय बंदरीया अकेले अकेले क्युं हस रही हे चल आजा डीनर रेडी हे

फीर तीनो आके अपनी चेरपे बैठ गये सोनु सामने नेनु राज की बगलवाली चेरपे

नेनु : (खाना परोसते) सोनु तेरे स्कुल का अ‍ेक्जाम कब हे कुछ पढाइ भी करलीया कर

सोनु : दी पंद्रह दीन बाद, पर मुजे आगे नहीं पढना, मेरा मन नहीं हे पढने मे जीतना पढना था पढलीया क्या करुगी आगे पढकर मुजे थोढी पेसे कमाना हे यें बंदर तो हे कमाने के लीये

नेनु : पर बेटा कोलेज तो पुरी करले

सोनु : नही दी सामाजीक व्यवहार के लीये जीतना जरुरी था उतना तो पढही चुकी हुं तो अब में आगे नहीें पढुंगी ये मेरा फैसला हे आप मुजे फोर्स मत करीये

में : रहेने दोना दी येनही पढना चाहती हे तो क्युं पीछे पडी हो, पढके ये डोक्टर, इन्जीयर बन गइ तो सहेर के लोगोकी जान मुस्कील में पड सकती हे

ये केहेके में ओर नेनु हसने लगे लेकीन सोनु मुजे खा जाने वाली नजरोसे देखने लगी

सोनु : कभीतो सांतीसे खाने दो जब देखो तब टांग खीचता रहेता हे बंदर कहीका

सोनु थोडी नाराज होगइ ये देखके मेने ओर नेनु ने अपने होंठो पर उगली रख दी ये देखकर सोनुकी हसी नीकल गइ तो हम भी हसने लगे

नेनु : ठीक हे जेसे तेरी मरजी अब में कोइ फोर्स नही करुगी, तुम दोनो इस मामलेमें स्वतंत्र हो अब खुश (मेरी ओर देखके) ओर राज इसकी स्कुटीका क्या हुआ

में : अभी देखता हुं कुछ मामुली हुआ तो अभी ठीक करदुंगा

नेनु : राज तेरा क्या प्रोग्राम हें कलका

में : आप हुकुम करो साहिबा बंदा आपकी खीद्मत मे हाजीर हे

नेनु : नौंटंकीबाज, भुल गया सोनुके बर्थडेके लीचे हमे कुछ खरीदारी करनी हे, मंदिर भी जाना हें

में : मेरी तो कल कोलेजकी छुटी हे जब बोलो तब चलेंगे

नेनु : सुबह तो हम नहीं जा पायेंगे सोनुभी स्कुल होगी ओर दादीको अकेले छोडना मुनासीब नही हे क्युंकी उनकी तबीयत दीनभर दीन नरम होती जा रही हे

सोनु : दी कोइ चींताकी बाततो नहीं हे? तोकल मेरी स्कुल की छुटी, में भी नहीं जाउंगी ओर घर पर रहेकर दादीका ख्याल रखुंगी आप दोनो जाओ बिंदास

नेनु : अरे वाह मेरी समजदार बच्ची तुनेतो सचमुच घरकी जीमेदारी उठीली अरे तुं सादी करती तो तेरे ससुराल वालोको अ‍ेक आदर्श बहु मीलती

सोनु : (सरमाके) क्या दी आप भी (फीर तीरछी नजरोसे मेरी तरफ देखते हुअ‍े) मेरा आदर्श यहा भी तो काम आना चाहीयें क्युं राज?

में : हां दी अगर ये ससुराल चली गइतो हम तो इनके आदर्शसे वंचीत रहे जाते ओर इनके बिना तडपते रहेते

नेनु : (मेरा कान खीचते) तु बाज नही आयेगा इनकी खीचाइ करते, कभीतो प्यार भरी बात कर लीया कर उसके साथ

में : मेंतो टड्ढाइ कर रहा हुं प्यार भरी बात करनेके लीये लेकीन उसे प्यार भरी बात सुनना अच्छा नहीं लगता टांग खीचवानेकी आदतजो पड गइ हें (डबल मीनींग बात)

नेनु : ठीक हे ठीक हे तुम लोगोकी बात मेरे पल्ले नही पड रही हे, चल आजा सोनु बाकी काम कर लेते हे आज मुजे अभी से नींद आ रही हे सुबह जल्दी उठनेकी वजह से

हम खाना खा चुके थे फीर नेनु ओर सोनु जुठा बर्तन उठाके किचन में जाने लगी ओर में स्कुटी की चाबी लेके बहार स्कुटी रीपेर करने आगया पहेले मेने प्लग चेक कीया तो उसमें ही कचरा जम गया था मेने उसे साफ करके वापीस लगा दीया ओर चाबी लकाके स्टार्ट कीया तो अ‍ेक ही कीक पे चालु हो गया फीर चकर लगाके वापीस रख दीया स्कुटी अब ठीक चल रही फीर में अपने रुम में जाके बेड पर बेठके मेरा फोन चेक करने लगा उसमे काफी मेसेज आये थे देखा तो सब मीना के थे में अ‍ेक अ‍ेक चेक करने लगा

कन्टीन्यु.......[/color]
 

[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - ५[/color]
[color=rgb(0,]हम खाना खा चुके थे फीर नेनु ओर सोनु जुठा बर्तन उठाके किचन में जाने लगी ओर में स्कुटी की चाबी लेके बहार स्कुटी रीपेर करने आगया पहेले मेने प्लग चेक कीया तो उसमें ही कचरा जम गया था मेने उसे साफ करके वापीस लगा दीया ओर चाबी लकाके स्टार्ट कीया तो अ‍ेक ही कीक पे चालु होगया फीर चकर लगाके वापीस रख दीया स्कुटी अब ठीक चल रही थी फीर में अपने रुम में जाके बेड पर बेठके मेरा फोन चेक करने लगा उसमे काफी मेसेज आये थे देखा तो सब मीनाके थे में अ‍ेक अ‍ेक चेक करने लगा....अब आगे

मेसेज १ : हेलो कहा हो आप

मेसेज २ : अगर आपको मेरी बातका बुरा लगा हो तो आइ अ‍ेम सोरी, माफ करदो मुजे

मेसेज ३ : प्लीज बात करो मुजे, में तो मेरी पर्सनल बात तुमसे बतानीथी तुम चाहो तो में बता दुंगी प्लीज बात करो मुजे

फीर थोडी देर बाद देखा तो सोनु मेरे रुमकी तरफ आ रहीथी मे ने अपना मोबाइल फोरन छुपालीया ओर जेसे ही मेरे रुममें आइ

में : आगइ मेरी जानु आओ बैठो

सोनु : (हसके) क्या भाइ अभी आपके दिमागसे गर्लफ्रेन्डका भुत नही उतरा

में : नहीं उतरा, वेसे सोनु सीरीयसली पुछ रहा हुं तुजे तेरे भाइकी तरफ से क्या गीफ्ट चाहीये बता तु जो मांगेगी सब मीलेगा

सोनु : में जो मांगुगी वो सब मीलेगा? फीर मुकर तो नही जाओगे?

मुने कुछ अंदाजा लगालीया सोनु मुजसे क्या मांगने वाली हे मेभी इस मामले मे जल्दीही आगे बढना चाहता था ताकी मेरी बहेनोका प्यार मुजे मील सके

में : यें मेरा पक्का वाला वादा हे तुमसे, मेरी जान भी मांगो....

इससे पहेले में आगे कुछ बोलता सोनुने फोरन अपना हाथ मेरे होंठोपे रख दीया ओर अपनी आंखे नम करके

सोनु : बस भाइ इसके आगे कुछ मत बोलना हमने दादीमांसे साथ वाला आशीर्वाद लीया हे में अभी आगे कुछ नहीं बोलुंगी, वेसेभी इस बार आपको दो गीफट देना पडेगा अ‍ेक मेरी मरजीका ओर अ‍ेक आपकी मरजीका बोलो मंजुर हे?

में : मंजुर हे मांगले अभी क्या चाहिये तुजे

सोनु : वेसे आप दीके साथ कल जातो रहे हो तो आपकी मरजीका जो देना चाहो ले आना ओर मेरी मरजीका सही समय आने पर आपसे मांग लुंगी ठीक हे?

में : अरे वो भी अभी मांग लेना तेरा भाइ दे देगा भरोसा नही हे क्या?

सोनु : भरोसा तो खुदसे भी ज्यादा हे पर अभी नही बहुत जल्द मांग लुंगी

कहेके मेरी तरफ कामुक मुस्कान के साथ देखने लगी मे

में : ठीक हे बेबी जब तुम चाहो मांगना दे दुंगा तुजे, अब खुश

कहेके मेने खडा होके उसे हग कीया उसने भीे मेरे सीने मे अपना सर छुपा लीया ओर हम दोनो भोडी देर वेसे ही खडे रहे जेसे ही मेरा खडा लंड उसकी चुतपे उपर से दस्तक देने लगा वो फोरन पीछे हटगइ ओर मेरी पेन्टपे तंबु देखके उसने अपना मुंह दुसरी तरफ करके नजरे जुकाली ओर मंद मंद मुस्कराइ ओर अपने रुम मे दोडके भाग गइ

इसके जाते ही मेने अपने रुम का दरवाजा बंध कर लीया ओर फोरन टेबल पर चडके वीन्डो की लकडी हटाली ओर सोनु के रुम में देखने लगा वो डड्ढोअर से मेरी तस्वीर नीकालके चुमने लगी ओर चुमते चुमते नाचने लगी फीर मेरी तस्वीर को अपने चहेरे के सामने रखकर उसे बाते करने लगी

सोनु : अलेले मेरे भोले राजा तेरी सोनु तुजे कितना चाहती हे इतना मोका दीया फीर भी नहीं समजा लगता हे अब पहेल मुजेही करनी पडेगी पेन्टमे ही इतना बडाहे वो तेरा जब उसका दर्शन होगे तब तो में पागल ही होजाउंगी बस कुछ घंटेकी बात हे फीर तेरी सोनु तेरी बांहों मे होगी

कहेके मेरी तस्वीरको पागलोकी तरह चुमने लगी तभी उसको कुछ याद आया ओर मेरी फोटो बेड पर रखकर उसने अपना फोन उठालीया ओर बेड पर जाके बैठ गइ मे भी जट भागके बेड पर आगया ओर अपना मोबाइस उठाके देखने लगा तो उसमें अ‍ेक मेसेज आया था मेने मेसेज पढा ओर सोनु के साथ चेट करने लगा

मेसेज : प्लीज बात करोना में तुम्हे जानती हुं इसीलीये इतना आगे बढी

में : हाय.. बोलो क्या कहेना चाहती हो

मीना : सोरी मेरी बातका बुरा लगा हेतो

में : सोरी बोलनेकी जरुरत नहीं हे तुम आगे माफी मांग चुकी हो ओर तुम मुजे केसे जानती हे बाताओ

मीना : आपकी बहेन मेरी सहेली हे इसलीये आपको जानती हुं

में : तो मेरी बहेनके बारें में अ‍ेसी बात क्युंकी, सच बता माजरा क्या हे

मीना : बताती हुं, अ‍ेक बार हमारी चर्चा के दोरान उसने आपका जीक्र कीया था तो उनकी बातोसे मुजे लगाकी वो आपसे बहुत चाहती हे पर आपसे बात करते में गलत साबीत हुइ मुजे माफ कर देना

में : ओर तुम लोग क्या चर्चा कर रहेथे बताओ मुजे

मीना : में अक उलजन मे फसी थी इसीलीये हम आपसमे चर्चा कर रहे थे

में : केसी उलजन बता छुपाअ‍े बीना बताओ मुजे वरना दुबारा तुमसे कभी बात नही करुगा

मीना : बताती हुं पर ये कीसीसे कहेना नहीं मेरी इजतका सवाल हे, दरसल में खुद अपने भाइको चाहती हुं ओर उसे सादीभी करना चातीहु अब आपही कोइ रास्ता दीखाओ

में : अपने भाइसे प्रेम करती हो? घरवालोको पता हे?ओर इसे समाज स्वीकार करेगा?

मीना : घरकीे मुजे ज्यादा मुस्कील नहीं आयेगी वो में हेंन्डल कर लुंगी, रही बात समाज की तो मुजे इसकी परवाह नही ओर भाइके बगैर में जींदा नही रहे सकती इतना चाहती हुं उसे मेरा प्यार नही मीला तो अपनी जींदगी समाप्त कर लुंगी

में : पागल होगइ हो क्या? मरनेकी बात कभी मत करना तेरा भाइभी तुजे चाहता हे तो तेरे बीना वो केसे जींदा रहेगा सोचा हे कभी पागल कहीकी

मीना : तो तुमही बाताओ में क्या करु केसे भाइको बताउकी मे तुजे चाहती हुं ओर सादी करना चाहती हुं कोइ रास्ता दीखाओ

में : अगर तुम सच्चे दिलसे भाइको चाहती होतो बीना डरे अपने भाइके पास जाना ओर अपने प्यारका इज्हार करदेना भाइ तुमहे सच्चे दिलसे चाहता होगातो तुमहे कबुल करलेगा वरना समज जाना वो तुम्हारे प्यारके काबील नहीं हे ओर उसे प्यार करना जो
तुम्हे चाहता हो समजी जींदगी बहुत कीमतीहे वो रही तो सच्चे प्यार करने वाले बहुत मील जायेंगे

मीना : थेन्क यु थेन्क यु तुमने मेरा बडा बोज हलका करदीया थेन्क यु सो मच

में : चल अब रखता हुं सोनाभी हे ओर सुबह जल्दी उठनाभी हे ओके बाय..

कहेके में ओफ लाइन होगया फीर इयरफोन लगाके रीसीवर ओन कीया तो नेनु की खरराटे भर रहीथी उसे नींदजो आती थी फीर मेने चेनल बदला तो सोनु सीमासे बात कर रही थी

सीमा : बतानें कमीनी इतना खुस क्यु लगती हे

सोनु : हा सीमा लगता हे में मेरी मंजील से बहोत करीब हुं आज मेने अपने भाइको अपना लंड हीलाते हुअ‍े देखलीया वो मुजेही इमेजींग करके अपना हीला रहा था

सीमा : तुजे केसे पता वो तुजे इमेजींग करता था

सोनु : लास्ट में डीस्चार्जके समय उसने मेरा नाम लीयाथा

सीमा : वाह सोनु तुने तो बहुत अच्छी गुडन्युज दी लगता हे बहोत जल्दतु अपने भाइ का लंड खायेगी कीतना हसीन लम्हा होगाजो तेरा भाइ तुजे पटक पटक कर चोदेगा मेरी तो सोचते ही पानी बहाने लगी हे हाइ..

सोनु : चुपकर कमीनी इतनी आग लगी हे तो बुलाले अपने भाइको ओर चुदवाले जमकर उसे, साली खुदभी गरम होती हे ओर अ‍ेसी बातोसे मुजेभी गरम कर रही हे चुदडकर कहीकी, ओर तेरी कहानी कहा तक पहोंची

सीमा : अरे वहीकी वहीं हे भाइ से ज्यादा में उतावली हु चुदवानेको कमीनी तुने सलाह नहीदी होतीतो अब तक कीतनी बार चुदवा चुकी होती, कमीनी कही की, अरे हां हमारा मीलनका कोइ आइडीया देनां ताकी हमारा मीलन हो जाये

सोनु : अरे तुम प्रवास या नये कोलेज के अ‍ेडमीशन या कुछ बहाना करके दोतीन दीन सहेर से दुर क्यु नही चली जाती घर वाले तुजे अकेली तो भेजेगें नही इसलीये भाइको साथ लेजाती हुं बोलके चली जाना अपने यारको लेके फीर मजेसे चुदवाना, वेसेभी तेरे मम्मी ओर तेरे पापा बहुत भोले ओर धार्मिक इन्सान हे, तुरंत हां कर देंगे, बोल केसा रहा मेरा आइडीया

सीमा : ग्रेट यार ये तो मेने सोचाही ना था, थेन्क यु वेरी मच, इसीलीये तु इतना फास्ट जा रही हे कमाल का दीमाग हे तेरा, मुजे तेरे भाइपे तरस आरही हे कभी उसे आराम भी करने देना नही तो सारा दीनरात चुत में लंड लीये फीरती रहेगी घर में हे..हे..हे.., हां अब आगे की क्या प्लीनींग सोची हे

सोनु : बस कुछ घंटे ओर इन्तजार कर फीर तुजे गुडन्युज दुंगी

सीमा : (सोनुकी टांग खीचते) केसी गुडन्युज कहीं तु प्रेगनेन्ट तो नहीं, हें.. हें.. हें..

सोनु : चुप होजा कमीनी कुछभी बोलती रहेती हे, वेसे तेरी चुदवानेकी आग देखके मुजे लगता हे मुजसे पहेले तुजे तेरा भाइ प्रेगनेन्ट कर देगा

सीमा : हाइ में मरजावां, तेरे मुंह में घी सकर, मेनेतो पुरी प्लानींग करके रखी हे

सोनु : कीतनी बेसरम हे तु, ओर केसी प्लानींग बताना मुजे?

सीमा : पहेले पांच साल तक कोइ बच्चा नहीं तब तक जमकर चुदवाउंगी भाइ से, बाद मे धडा धड बच्चे पैदा करुंगी

सोनु : कीतनी आग लगी हे तुजे भाइसे चुदवानेकी, चल फोन रखती हुं कुछ कामभी हे

सीमा : अरे बात करना, कीतना मजा आता हे, बाद में उंगली करलेना

सोनु : चुप होजा कमीनी वो काम नहीें हे, वो काम अब नहीं करुगी, वो काम तो अब सीधा....., चल बाय रखती हुं

कहेके सोनुने फोन कट करदीया ओर साइड पे रख दीया ओर मेरी फोटो लेके पहेले उसे देखा बादमें बुच बुच करके चुमने लगी फीर मेरी तस्वीरको अपने गाउन में हाथ डालकर अपने बुब्स से चीपकाकर सो गइ फीर मेभी रीसीवर ओफ करके डड्ढोअर में रख दीया लुंगी पहनकर(में हंमेशा लुंगी पहनकर सोता हुं) दरवाजेका लोक खोल दीया

ताकी सुबह नेनु मेरे रुमकी सफाइ करदे बेड पर आके लेट गया ओर सोचते सोचते सोनेकी कोसीस करने लगा आगेके प्लानींग के बारेमें, में अब अपनी दोनो बहेनोसे प्यार करने लगा था सोनुको तो में आसानी से पा लुंगा पर नेनु दीदीको केसे बताउंगा की में आपसे प्यार करता हुं ओर आप दोनोसे सादीभी करना चाहता हुं

यही सोचते मेरा लंड खडा होगया फीर मेने अपना हाथ लुंगी में डालकर मेरे लंड को पकड लीया ओर सो गया अगली सुबह जब दरवाजा खुलनेकी आवाज आइ, आवाजकी वजहसे मे जाग गया ओर अधखुली आंखो से देखा तो सोनुथी सोनु अपना गाउन पहेनकर जाडु पोछा लेके अंदर घुस रही थी

फीर जाडु पोछा नीचे रखकर मेरी तरफ देखा मुजे सोता हुआ देखकर वो अपने गाउन के उपरके दो बटन खोलने लगी फीर अपनी नजर नीचे करके अपने बुब्स को देखने लगीकी इसका बुब्स दीख रहा हेकी नहीं फीर जेसे ही मेरी तरफ बढी दो कदम चलते ही अपनें मुंह पे हाथ रखकर वहीं रुक गइ

ओर मेरी लुंगीकी ओर अ‍ेक नजरसे देखने लगी मेने अपनी तीरछी नजरसे नीचे देखा तो मेरी लुंगी उपर चडकर मेरे सीनेके पास पडी थी ओर मेंने अपना खडा लंड अपने हाथो में पकड रखा था फोरन पुरी आंख खोलके हडबडाके मेने अपने लंडको छोड दीया ओर लुंगी नीचे करके में बैठ गया

सोनु भी मुजे जागता देखरकर फोरन मुड गइ ओर जाडु लेके रुम की सफाइ करने लगी ओर अ‍ेसा दीखावा करने लगी जेसे उसने कुछ देखा ही नही हो, वो सीर्फ मेरे बेड के आस पास की जुक जुक कर सफाइ करने लगी ओर मुजे अपने बुब्स दीखाने की कोसीस करती रही

में भी उसीको ध्यान में आये अ‍ेसे उसके बुब्स को घुरता रहा मुजे घुरते देखके वो मंद मंद मुस्कराये जा रही थी ओर अपना जलवा दीखाती रही उनके संतरे जेसे बुब्स देखके में बहुत उतेजीत हो गया था में भी उसे बात करके मामल को आगे बढाना चाहता था

में : अरे वाह सोनु आज तो तुं सफाइ करने आगइ, तुनेतो वाकइ जीमेदारी संभालली

अपना काम रोकते मेरी तरफ घुम गइ ओर अपना बुब्स दीखानेकी कोसीस करती हुइ

सोनु : तो क्या भाइ में मजाक करती थी, अबसे आपकी सारी जीमेदारी मेरी हे आपका जो काम होगा मुजे बोलीयेगा में आपका सब काम करदीया करुगीं

में : सब काम? लेकीन मेरे कामके लीये मुजे बारी बारी तुमको बुलाने आना पडेगा

सोनुं : तो क्या हुआ आजाना में घरमे तो रहुंगी, मुजे बुलाने बहार थोडे ही जाना हे

में : में कहां तुजे रुम रुम में भटकके ढुंढुगा अ‍ेक काम करना तुं यही आजा मेरे रुममें यहीं साथ रहेंगे ओर मुजे तुजे ढुंढनेकी जरुरतभी नहीं पडेगी(सुनतेही सोनु अ‍ेकदम सरमा गइ)

सोनु : भाइ सरम नही आती, सबका पर्सनल रुम होते हुअ‍े तुम अपनी दीदी को साथ रहनें कीबात करते हो, नेनु दी को देखा हे मार डालेंगी हमें, ये सब छोडो, भाइ कीतने दिन होगये तुम मुजे कही घुमाने नही ले गये चलोने आज हम घुमने जाते हे

में : साथ रहेने में डांटेगी दी तुजे, साथ घुमनें में नहीं डांटेगी तुजे?

सोनुं : भाइ ले चलोने प्लीज दीको में हेंन्डल कर लुंगी सीर्फ तुम हां बोलो

में : चल ले आउंगा अब खुश, सामको ले चलुंगा दीसे बात कर लेना ओर दस बजे दी के साथभी जाना हे

सोनु : थेन्क यु वेरी मच भाइ (कहेके कुदने लगी)

में : (बेड से नीचे उतरते) ठीक हे ठीक हे

जेसे ही में उतरा सोनु आके मुजसे लीपट गइ मेने भी उसे इस बार कसके अपनी बाहों मे भर लीया ओर बारी बारी उसके दोनो गालो पे कीस करदी इस हरकत से वो सरमाइ फीर खुश होके फीर से मुजे लीपट गइ

में : क्या कर रही हे हटजा वरना नेनु ने देख लीया तो सचमुच हमे डांटेगी, ओर कहेगी की केसे अपनी भाइकी बाहों मे खडी हे बेसर्म लडकी,

ये सुनते ही सोनु गभराके मुजसे दुर हट गइ ओर खुब सरमाइ फीर अपना जाडु पोछा लेके फोरन मेरे रुमसे दोडके बहार चली गइ ये देखकर में हसता हुआ अपने बाथरुममे घुस गया नहा धोकर जब बाथरुम से बहार आयातो नेनु मेरे रुम में खडी थी

नेनु : अरे वाह आज तो मेरे उठाने से पहेले ही उठ गया मेरा बेबी, मेतो तुजे उठाने आइ थी चल तैयार होके आजा नीचे, ओर ये बंदरीयाने तो रुमकी सफाइ भी करदी सचमें सुधर गइ इस लडकी, चलो कुछ तो बोज हलका हुआ मेरा

में : अरे दी हमारी सोनु बहुत समजदार हे वो अपनी जीमेदारी बखुबी समजती हे

नेनु : बस बस ज्यादा तारीफ मत कर बंदरीयाकी नहीतो सरपे चड जायेगी, तुआजा नीचे

कहेके दी चली गइ ओर में भी तैयार होके सीधे नीचे चला गया ओर दादी के रुम मे चला गया, सोनुको पता था भाइ सुबह सीधा दादीके रुम मे पैर छुने आता हे तो वो पहेलेसे वहां दादीके पैर के पास खडी मोजुद थी, जेसे ही में दादीके पैरमे जुका तो मेरे साथ सोनु भी पैर छुने जुकी, फीर दादी ने हमे साथमे आशीर्वाद दीया

मुजे ये देखके बहुत अच्छा लगाकी सोनु अभीसे मेरी पत्नीकी तरह बीहेव कर रही हे, वो बीलकुल सही दीसामे जा रहीथी ओर वो समज रहीथी की मुजे पता नही चलेगा, ओर में भी सबकुछ जानके अनजान बननेकी कोसीस करता था मुजे भी इस खेल मे बहुत मजा आ रहा था फीर मेने थोडी मस्ती करने की सुजी ओर सोनुके कान के पास अपना मुंह लेजाकर धीमी आवाज में कहा

में : आज कल तुम बहुत साथ वाला आशीर्वाद ले रही हो, इसी लीये कहेता हुं आजाओ मेरे रुम मे, साथ रहेनेके लीये

सोनु : (बहुत सरमाके) क्या भाइ आप भी, कुछ भी बोलते रहेते हो

ओर वो वहांसे दोडकर कीचनकी ओर भाग गइ ओर में नास्ता करने लीये डाइनींग पर जाके अपनी चेर पर बैठ गया तभी नेनु ओर सोनुभी आके बैठ गइ फीर हम नास्ता करने लगे कुछ खामोसी के बाद नेनु बोली

नेनु : तो राज हम कीतने बजे जायेंगे?

में : दी जब आप फ्रि हो जाओ तब मुजे बोलना हम चले जायेंगे

नेनु : ठीकहे हम जल्दी जायेंगेतो जल्दी वापीसभी आयेंगे दोपहोरका लंचभी तो बनाना हे

सोनु : अरे दी मे कहां आज स्कुल जा रही हुं, में बना लुंगी आप आराम से आना

नेनु : अरे वाह गुडीया येतो में भुलही गइ थी आज तु स्कुल नही जा रही हे, ठीक हे बना लेना लंच ओर तु बता मुजे, तुजे क्या गीफ्ट चाहीये अपनी दीदीकी तरफ से

सोनु : कुछ नहीं दी जब जरुरत पडेगी तो मांग लुगी आपसे

नेनु : अरे बता ना में ले आउगी तुंजो बोलेगी वो तुजे देदुंगी चाहे कीतनी भी मेंहगी ही क्यु न हो

सोनु : नहीं दी बोलाना समय आने पर आपसे मांग लुंगी, हा सायद बहुत महेंगी हे

नेनु : कीतनीभी महेगी क्यु नहो मेरी गुडीयासे ज्यादा महेंगी थोडी हे, ठीक हे मांग लेना

सोनु : दी चलोने आज कही घुमनेका मन कर रहा हे कीतने दीन होगये हमे साथ घुमने नही गये प्लीज.. (सोनु ने बडी चालाकी से चाल चली)

नेनु : नहीं सोनु मुजे आज बहुत सारा काम हे तुम भाइको लेजा साथ, क्यु राज लेजायेगा ने घुमने इस बंदरीयाको (कहेके दी हसने लगी)

में : दी आप कहती हो तो ले जाउंगा वरना मुजे कोइ सोक नहीं हे सरकस वाला बननेका

सोनु : तुम दोनो फीर वापस सुरु होगये, छोटी हुं तुमसे कभी तो तरस खा लीया करो

नेनु : ओह सोरी सोरी (कहेके दीने अपने कान पकड लीये)

सोनु : दी प्लीज आप हमसे कभी माफी मत मांगो आपका हक हें यें ओर आप कान पकडते तो बीलकुल अच्छी नहीं लगती बकरी जेसी लगती हो हें..हें..हें..

नेनु : (चेर से उठनेका नाटक करते) ठैरतो अभी बताती हुं मुजे बकरी कहेती हे बंदरीया कहीकी

फीर सोनुने अपने कान पकड लीये ओर हसते हुअ‍े दीको सोरी कहेने लगी ये देखके हम तीनो हसने लये अ‍ेसी मजाक मस्ती करते हमने अपना ब्रेकफास्ट खतम कीया ओर मे जाके सोफे पर बैठ गया दोनो दी कीचनमे चली गइ ओर आपसमे हस हसके बाते कर रहीथी ओर काम कीये जा रही थी

में उसे अ‍ेसे बात करते देखकर बहुत खुश हुआ ओर कल्पना करने लगा की दोनो मेरी बीवीयां हे ओर आपस में मीलजुल कर रहेती हे ओर ये कल्पना करते ही मे रोमांचीत होगया में इतनी गहरी सोच मे बेठा था की कब साडे नौ बज गये पता ही नही चला तभी मेरे कानमें नेनु की आवाज आइ

नेनु : अ‍े हीरो क्या सोच रहा हे चलना नही हे क्या?

में : (में चोंकके फोरन खडा हो गया) हां चलीये दी मे रेडी हुं

कहेके मे बहार जाने लगा ओर दीभी बहार आते आते सोनु को जरुरी बात बताने लगी मेने बाइक स्टार्ट की ओर उस पर बैठके रेडी खडा था तभी मुजे नेनु बहार आती नजर आइ वो अ‍ेक दम सुंदर लग रही थी ओर मे भी अपनी बीवीको ले जा रहा हुं ये सोचते ही रोमांचीत होगया दीदी आतेही अ‍ेकही साइड पे अपने दोनो पैर रखके अपना अ‍ेक हाथ मेरे कंधो पे रखकर बैठ गइ ओर बैठते ही

नेनु : चलो अ‍े हीरो जाने दे पहेले मंदिर, वहा पहेले हम दर्शन करेंगे फीर मोल चलेंगे

फीर हम मंदिरकी ओर चल पडे वहा पहोंचकर हम सीधा मंदिरकी ओर पैडल चलने लगे दीदी आगे चल रही थी पें उसके पीछे चल रहा था फीर दीदी मंदिर के सामने दोनो हाथ जोडके खडी होगइ ओर में उनके पीछे खडा होके हर्शन करने लगा जब दर्शन कर लीये तो पुजारीजी ने हमे प्रसाद दीया ओर मेरी तरफ देखके कहेने लगा

पुजारीजी: राज बेटा अच्छा हुआ तुम खुदही आगये आज सुबही बाबा तुजे याद कर रहे थे

में : ठीक हे दादा मील लेता हुं बाबा से

जेसे ही बाबा के रुम की तरफ जाने लगा तभी नेनुकी आवाज आइ

नेनु : सुन राज मुजे भी दर्शन करने हे बाबा के (कहेके मेरे पीछे आने लगी)

में : ठीक हे दी चलो बाबा हिमाचलसे आये हे चातुर मास के लीये बहुत ज्ञानी हे

जेसे ही हम बाब के रुम में प्रवेस कीया बाबके चहेरे पर स्माइल आगइ हम दोनो ने उनके पैर छुअ‍े फीर उनके चरणो के पास बैठ गये

बाबा : आओ बेटी आज तुमभी आ गइ आज सुबह ही में राजको याद कर रहा था ओर मेने पुजारी से बातभी कीथी तुम्हे बुलाले लेकीन तुम तो बीना बुलाये ही हाजीर होगये

में : जी बाबा हुकुम कीजीये क्या सेवा कर सकता हुं मे आपकी, धन्यभाग होगा मेरा

बाबा : में क्या हुकुम करुगा बेटा में तो उनके हुकुम का पालन कर रहा हुं, अभी तो तुम्हे कल से चार दिन यहा आके महादेव का अभीसेक करना हे फीर बाद मे सही नक्षत्र आने पर तुम्हे अ‍ेक यंत्र दुंगा जीसकी तुम्हे घर पर पुजा करके अपनी तीजोरी पे स्थापीत करना हे ओर अपने नये कामकी सुरुआत करने से पहेले कामके स्थान पे भी पुजा करनी हे पुजा के बादही काम शुरु करना

में : बाबा आपको केसे पता मेरे कामके बारे में

बाबा : में बहुत कुछ जानता हुं तेरे बारे में, ओर इतनी दुर सीर्फ तुम्हारे लीये ही आया हुं ताकी तुम्हारा मार्गदर्शन करता रहु, अब ज्यादा मत पुछना मुजे, अपनी इस बेटी से भी बात करनी हे तुम थोडी देर बहार बैठो

बाबाका हुकुम होतेही में वहांसे उठकर बहार चला गया ओर अ‍ेक पेड के नीचे जाके बैठ गया ओर अंदर नेनु ओर बाबा बाते करने लगे

नेनु : क्या बाबा आप हमे जानते है मे तो आपसे पहेली बार मीली हुं

बाबा : हां बेटी जानता हुं ये सब हमारी ध्यान साधनाकी देन हे सीर्फ राजको ही नहीं तुम्हे तुमारी छोटी बहेन ओर, अ‍ेक ओर लडकीभी आयेगी तुम्हारे जीवन में, में तुजे अभी से बता देता हुं ताकी आगे जाके तुम ज्यादा परेसान नाहो, आगे जाके तुम सबकी जींदगी मे बहुत बदलाव आने वाला हे जो हसी खुशी भरा ओर वैभवशाली होगा तुम सबकी लम्बी आयु होगी ओर ये राज जोभी नीर्णय ले उसमे इसका साथ देना ओर सहमती भी देना इसके हाथो अ‍ेक बहुत बडा इश्वरीय कार्य होने जा रहा हे ओर में इसी मक्सद से ही यहा आया हुं तुम सबके जीवन मे कभी कष्ट नही आयेगा

नेनु : पर बाबा बहुत बडा कार्य के लीये खर्चा भी बहुत होगाना.. (बाबाने उसे बीच में ही रोकते)

बाबा : इसकी चींता तुम मत कर वो सब तु मुज पर छोड दे सब बात आजही जाननी हे क्या, कुछ बात बादके लीये भी छोडदे में तुजे जरुरी मार्गदर्शन देता रहुंगा भीर भी कोइ परेसानी लगे तो अपने पिता समजकर आजाना बेजीजक समजी, ओर हां में तुजे अ‍ेक जडी बुटी दे रहा हुं तीन दीन तक दुध में डालकर राजको पीला देना, ओर इसको राज से गुप्त रखना हे ताकी तुम लोगोकी जींदगी में कभी खुशी कम नहो

कहेके बाबाने खडे होकर अ‍ेक अलमारी मेसे तीन छोटी पुडीया नीकाली ओर नेनुदीको देदी दीदी भी अजनबीकी वजहसे उलजन में पड गइकी बाबाकी बात मानुके नही

बाबा : बेटी इस वक्त तुम्हारे मनमे जो उलजन हे वो में समज सकता हुं अपने इस बुढे बाप पर विस्वास रखो में यहा ओर ढाइ महिना रहुंगा फीर हिमाचल मेरा आश्रम हे वहा चला जाउंगा ओर येलो चीठी घर जाके पढ लेना

फीर दी ओर में बाबा के आशीर्वाद लेके मोलकी ओर चल पडे दीदी सारे रास्ते खामोस रही बाबाकी बातो ने उसे जंजोडदीया था मोल पहोेच के बाइक पार्ककी ओर हम अंदर की ओर जाने लगे मेने खामोसी तोडते हुअ‍े कहा

में : दी बाबा ने क्या कहा आपसे जो पुरे रास्ते खामोस रही

ये सुनते ही दी नोर्मल होनेकी कोसीस करने लगी ओर हसके कहने लगी

नेनु : अरे कुछ नहीं केह रहेथे इस बंदरसे बचके रहेना बहुत मस्तीखोर हे

में : दी मजाक नहीं सच बताओना (फीर दी चलते रुक गइ ओर मेरी तरफ देखके)

नेनु : तुम्हारे नये कामके बारेमें चर्चा हुइ तुम्हे बहोत बडी कामयाबी मीलने वाली हे(जुठ)

में : (फीर आगे बढते) दी बाबा त्रिकाल ज्ञानी हे पुजारीजी केह रहेथे भुतकाल तो सब बता देते हे लेकीन बाबा भविस्य मे जो होने वाला हे वो भी बताते हे केह रहेथे हिमाचल मे बहोत बडे संत हे वहां उसका आश्रम भी हे

फीर मेरी इस बात पे दीदीने राहतकी सांसली की चलो ये कोइ ढोेंगी बाबा नहीं हे सचमुच में अ‍ेक महान संत हे ओर ये मनही मन बाबा से माफी मांगने लगी फीर बाते करते अ‍ेक बहुत बडे गारमेन्ट स्टोर मे हम घुस गये ओर हम सोनु के लीये खरीददारी करने लगे कुज मेरी पसंदकी तो कुछ नेनुकी पसंदकी फीर दी मुजसे दुर हटकर कुछ खरीदने लगी

बीच बीच मे मेरी ओर इसारा करती रही में समज गया दी मेरे लीये कुछ खरीद रही हे, में भी दी से छुपके दुर गया ओर दी के लीये कुछ डड्ढेस खरीदे तभी मुजे कुछ याद आया में बहार दुसरी शोप में घुस गया वहा मेने रेड कलर की दो बहुत मंहेंगी साडी खरीदी

फीर अ‍ेक अंडरगारमेन्ट की शोप से अ‍ेक रेड ओर अ‍ेक ब्लेक कलरकी दो दो सेट नेनु ओर सोनु के लीथे ब्रा ओर पन्टी के लेटेस्ट ओर मोर्डन डीजाइन के पारदर्शक सेट खरीदेओर दोनोके लेये पारदर्शक नाइटीभी खरीदली ये सब मेने अच्छे से पेक करवाया ताकी कोइ देख नले फीर वापीस उसी शोपमे आया तो नेनु मुजे ढुंढ रहीथीमुजे देखते ही

नेनु : कहां चला गया था मे कबसे ढुंढ रही थी तुजे कुछ लेना नहीें हे क्या, कमसे कम सोनु के लीये तो कुछ खरीद ले

में : नहीदी मुजे कुछ नहीं खरीदना ओर सोनुके लीये यहांसे नहीं कहीं ओर से हम दोनो की तरफ से स्पसीयल गीफ्ट, चलो मेरे साथ (दीका हाथ पकडके खीचता लेगया)

नेनु : अरे कहा ले जा रहा हे, तुजे में कब समज पाउंगी

फीर में नेनु को अ‍ेक ज्वेलरी की शोपके अंदर लेगया फीर सोनुके लीये अ‍ेक लंबा अ‍ेरींग सेट खरीदा जो बहुत महेंगा था तो दी खरीदनेको मना करने लगी, दीको अ‍ेक सोनेकी चेइन दीखी जो दीकोे बेहद पसंद आइ फीर मेने दोनो खरीद लीया ओर काउन्टर पर आके मेने अपना कार्ड देके पेमेन्ट कीया फीर सब सामान लेके हम नीचे बेइजमेन्ट मे आगये ओर बाइक के पास आके खडे होगये

नेनु : सोनु का गीफ्ट हम दोनोकी तरफसे था तो तुमने अकेले पेमेन्ट क्यु कीया ओर तुजे दोनो चीज खरीदनेकी क्या जरुरत थी

में : कम ओन दी आप ओर में अलग थोडी ही हे मेने पे कीया तो क्या होगया, मेरा सब कुछ आपका दीया हुआ तो हे मेरी सब चीजो पे आपका पुरा अधीकार हे में खुद आपका हुं तो मेरी चीजोका कोइ सवाल ही नहीं

ये सुनते ही नेनु सरमा गइ ओर मेरी पीठ पे मुका मारके मुस्कराइ

नेनु : क्या बोल रहा हे पता हे तुजे इसका मतलबभी जानता हेकी वेसे ही बोल रहा हे?

में : नहीं जानना मतलब वतलब मेने जो केह दीया सो केह दीया आपको जो मतलब नीकालना हे नीकालो

नेनु : अरे बुध्धु लडकेकी पुरी चीज, पैसा ओर खुद पर उसकी पत्नीका अधीकार होता हे समजे? की उस पर ओर ज्ञान देना पडेगा?

में : दी ये सब में ओर नहीं जानता बस मुजे इतना मालुम हेकी मेरी हर चीजपे आपका हक हे धेट्स ओल, अब चलेकी सारा ज्ञान अहीं खडे खडे देगी कुछ घरके लीये भी रखीये

नेनु : (सरमाके हसते) तु पागल हे बीलकुल पागल अ‍ेक दम दिवाना

कहेके नेनु मेरी बाइक पर सामान के साथ बैठ गइ ओर मेने अपनी बेग बाइक की हेन्डल में रखीथी दी से छुपा के, सारे रासते दी सोचती रही वोे अ‍ेक बात समजने लगी थी की भाइ इनके पीछे पागल हे ओर इनका दीवाना हे उसे इस बातका अंदाजा होने लगा था पीछले कइ दीनोके घटना क्रम फील्मकी तरह चलने लगा उसकी अ‍ेक अ‍ेक हरकत इनकी बाते यही सब सोचते उसकी चुतसे पानी का रीसाव सुरु हो गया

ओर वो उतेजीत होने लगी, वो बडी कस्मकस में फस गइ की क्या करु तब अचानक उसे अंजना याद आ गइ ओर उसने इस बारेमे अंजना से बात करनी ठानली सोचते सोचते कब घर आ गया उसे पताही नहीं चला मेने घर आकर बाइक रोक दी तब भी वो बाइक मे बैठी रही फीर मेने आवाज लगाइ

में : दी घर आगया अब तो उतर जाओ की ओरभी मेरे साथ घुमना हे

नेनु : (अचानक उसकी तंद्रा तुटी तो वो हडबडाके नीचे उतरी) जी.. जी.. उतर गइ

ओर सामानके साथ अंदर दोडी ओर दोडकर सीधे अपने रुममें सामान रखकर बाथरुममे घुस गइ सोनुये देखती रही, बाइक रखकर में अपना सामान अ‍ेक सैइफ जगह पे छुपाया ताकी बादमे दोनो बहेनो से बचाकर अपने रुममे रखदु ये सब करते
थोडा वक्त लगा इसी बीच नेनुभी वापस होल में आ कर खडी रही, फीर जब मेें अंदर आया तो सोनु ने पुछा

सोनु : भाइ दी भागके क्यु आइ? कुछ हुआ क्या?

तो मेने सोनुको अपने हाथ की लास्ट वाली उंगली (पीसाब दीखानेकी) खडी करके दीखाइ तो सोनु खुब जोरोसे हसने लगी, में नहीं हसा ये देखके नेनु मुजे मारने के लीये दोडी फीर में हसता हुआ भागा

नेनु : कमीने रुकजा तेरी खबर लेती हुं

में सोनुके पीछे छीप गया ओर हम दोनो सोनुके आगे पीछे घुमने लगे मे भी पकडा जाना चाहता था ताकी नेनुका स्पर्स कर सकु मे जान बुजकर पकडा गया फीर नेनुने मेरा कान पकड लीया ओर थोडा मरोड दीया ओर कहेने लगी

नेनु : क्या इसारा कर रहा था की मुजे पीसाब लगी थी, सरम नही आती तुजे, बहेन हुं तेरी

में : मुजे नही मालुम थाकी बहेनको पीसाब नहीं लगती, मेतो समजा सबको लगती हे

नेनु : अरे हमे भी लगती हे लेकीन अभी नही लगी थी

में : तो भागकर बाथरुम मे क्यु घुसी थी?

नेनु : (सकपकाते) वो..वो...में..में..

में : क्या में में सोनु तुने सुबह ठीक पहेचाना था, ये बकरी ही हे

ये सुनते नेनु फीर मुजे पकडने दोडी में भागकर उपर अपने रुम मे जाके दरवाजा बंध करलीया ओर ये सब माजरा देखके सोनु हसे जा रही थी सोनुको देखकर

नेनु : अब तु क्यु हस रही हे कीतना हसेगी ओर तुने लंच रेडी कर लीया?

सोनु : जी दी कर लीया ओर दादीको भी खीला दीया

नेनु : तो जा उस कमीनेको बुलाले लंच के लीये (गुसे में)

सोनु : जी अभी बुलाके लाइ

ओर सोनु उपर आने लगी ओर आके मेरा दरवाजा हलके से खटखटाने लीगी मेने थोडा दरवाजा खेलके देखा ओर सोनु को देखतेही उसका हाथ पकडकर अंदर खीच लीया ओर वापीस दरवाजा बंध करलीया

में : में समजा नेनु होगी आज बकरी बहुत भडकी हुइ हे

सोनु : हां भाइ मुज पर भी थोडा चीलाइ आज लंचके टाइम ज्यादा बाते मत करना वो सांत हो जायेगी ओर तुमको लंचके लीये बुलाने भेजा हे चलो, ओर क्या लायेहो मेरे लेये

में : लाये हे कुछ स्पेसीयल लेकीन मीलेगा बर्थठेके दीन, सरप्राइज बेबी

सोनु : वेसे तो दोनो पुछ रहे थे क्या चहीये क्या चाहीये ओर आज बता नही रहे हो

में : अरे हा सोनु तुने मुजसे दो गीफ्ट मांगा था अ‍ेक तो ले आये हे हम, दुसरा क्या चाहीये मुजसे वो भी बतादे अ‍ेडवान्स मे ताके तेरा गीफ्ट तैयार रखु

सोनु : बता दुंगी थोडा सब्र करो वो भी आज ताकी मेरे बर्थडेके दीन आपको गीफ्ट लाने में कोइ परेसानी न हो

तभी नीचेसे नेनु की आवाज आइ ओर हम दोनो नीचे चले गये ओर जाके अपनी अपनी चेर पर बैठ गये तभी नेनु सबका लंच लेके आगइ हमने लंच कीया पुरे लंच के दौरान में ओर सोनु नही बोले हमे चुप देखकर नेनु थोडी परेसान दीखी फीर भी हम कुछ नहीं बोले हमने लंच खतम कीया ओर मे अपने रुममे जाके लेट गया

ओर लेटे लेटे कब नींद आगइ पताही नही चला, नीचे सब काम नीपटाके दोनो मेरे रुममें आगइ ओर आके मेरे बेडपे बैठ गइ नेनुने मेरे सरपे हाथ रखा क्युकी लंचके बाद मे सीधा आके सो गयाथा हाथ लगतेही मे जाग गया ओर दोनोको देखके में बैठ गया, नीचे सर जुकाके बेठा रहा, सोनुके कहेने के मुताबीक मेने अ‍ेक्टींग जारी रखी

नेनु : नाराज हे मुजसे?

में : नहीं तो

नेनु : तो बात क्यु नही करता?

में : (दुसरी ओर मुह घुमाके) क्या बात करु?

नेनु : अरे कुछ भी बोल, तेरी हर सरारत सह लेंगे लेकीन तेरी खामोसी हमे बरदास्त नही होती मेरे भाइ

कहेके नेनु सुबकते हुअ‍े रोने लगी, मेनेभी गंभीरता समजहे नेनुको बेठे बेठेही हग कर लीया ओर अ‍ेक हाथके इसारे से सोनुको बहार जानेको कहे दीया, सोनु भी मेरे इसारा समजहे वहासे चली गइ, फीर मेने अपना रुमाल अपने हाथ मे लेलीया

में : रोना नही, रोना नही दी नही तो मेंभी रो दुंगा मेरी अच्छी दीदी सांत हो जाओ

केहेके मेने उसके आंसु पोछे ओर उनका दोनो हाथ मेने अपने हाथो मे पकडकर उसके सामने होकर बैठ गया ओर उनके चहेरेको देखने लया तो उसने सरमाके अपनी नजर नीचे करली

मे : हाये.. केसे सरमाती हो सरमाते वक्त तुम बहुत अच्छी लगती हो बीलकुल अ‍ेक मासुम परी जेसी बस अ‍ेसेही सरमाके बैठी रहो मेरे सामने (दीकी हसी छुट गइ)

नेनु : कीतना दिवाना हे तु अपनी बहेनोका कोइ इतना प्यार करता हे भला अपनी बहेनो से, भाइ आज तुने कोइ बात नहींकी तो मुजे खाना खाया नही जा रहा था पहेले कभी अ‍ेसा नही होता था पर आज अ‍ेसा क्यु हुआ समज नही पा रही हुं

में : लेकीन में समज पा रहा हुं, आज अ‍ेसा क्यु हुवा

नेनु : तो बताना मुजे मुजे बेचेनी हो रही हे

में : नहीं दी में आपको नही बता सकता सायद अंजना मेम बता देगी आप उसीसे पुछ लेना

नेनु : (गभराके) अ‍ेसी क्या बात हे जो तु नही बता सकता? ओर अंजुसे क्यु?

में : दी प्लीज मत पुछो मुजे, मे नही बता सकता प्लीज..

नेनु : (उदास होके) ठीक हे उसीसे पुछ लुगी, लेकीन तुम हमसे बाते कीया कर वारना हम मर..

इससे पहेले दी कुछ बोलती मेने अपना हाथ दीके होंठो पर रद दीया ओर मेरा आंसु नीकलने लगे ये देखके दीने मुजे अपनी बांहोमे भर लीया उसने मेरे आंसु पोछ के अपना सर मेरे कंधो पे रख दीया ओर हम अ‍ेसेही नजाने कीतनी देर बेठे रहे

फीर बहार कुछ आहट से हम अ‍ेक दुसरोसे दुर हुअ‍े फीर दी उठके जाने लगी तो मे भी बेड से उठ गया ओर दी के पीछेसे उसका हाथ पकडके रोक लीया वो पलट के मेरी ओर दखने लगी ओर नजरोसे पुछा क्या हे मेने फोरन अपनी ओर खीचा ओर अपनी बाहोंमे भर लीया ओर उसनेभी अपना हाथ मेरी पीठ पीछे लेजाकर सहलाने लगी

फीर मेने उसके सर पर कीस कीया फीर बारी बारी दोनो गालपे कीस कीया हम दोनो बहेकने लगे फीर मेने अपने होंठोको उसके होंठोके पास लेजाने लगा तो इस हरकतसे दीको होस आया ओर मेरे होंठ पर अपना हाथ रखदीया ओर ना में गरदन हीलाने लगी ओर वो मेरी बाहों से नीकलकर हसके नीचेकी ओर जडप से जाने लगी, ओर में उछल के खुश होने लगा, क्यु की आज मेने दीको कीस करने की कोसीस की तो दी नाराज नहीं हुइ बल्के हसते हुअ‍े भाग गइ इसका मतलब था की दी भी मेरी तरफ आकर्सीत थी यही सोचते में खुस था, नेनु के जातेही सोनु दोडके मेरे पास आगइ

कन्टीन्यु......[/color]
 

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अपडेट - ६
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[color=rgb(0,]फीर मेने उसके सर पर कीस कीया फीर बारी बारी दोनो गाल पे कीस कीया हम दोनो बहेकने लगे फीर मेने अपने होंठो को उसिके होंठो के पास लेजाने लगा तो इस हरकत से दी को होस आया ओर मेरे होंठ पर अपना हाथ रखदीया ओर ना में गरदन हीलाने लगी ओर वो मेरी बाहों से नीकलकर हसके नीचे की ओर जडप से जाने लगी, ओर उछल के खुश होने लगा, क्यु की आज मेने दी को कीस करने की कोसीस की तो दी नाराज नहीं हुइ बल्के हसते हुअ‍े भाग गइ इसका मतलब था की दी भी मेरी तरफ आकर्सीत थी यही सोचते में खुस था, नेनु के जाते ही सोनु दोडके मेरे पास आ गइ....अब आगे

सोनु : भाइ क्या हुआ कुछ समाधान हुआ? ओर उछल क्यु रहे हो

में : हां सोनु अ‍ेसा समाधान हुआ की दी अब कभी भी मुजसे नही रुठेगी

सोनु : भाइ अ‍ेसा समाधान मुजसे भी करलो ताकी मे भी कभी आपसे ना रुठु

में : (ये सुनते मुजे हसी आ गइ) तुजसे भी करुगा सही टाइम तो आने दे अभी तो तु मुजसे नाराज भी नहीं हुइ, वो सब छोड तुजे कहां घुमने जाना हे बता

सोनु : भाइ जहां आप लेचलो आपके साथ में कही भी जाने को तैयार हुं (डबल मीनींग)

में : तो चल आज हम मुवी देखने जायेंगे, चलेगी?

सोनु : वाव.... भाइ ग्रेट हां वही चलेंगे ६ टु ९ के सो मे ओर हम चार बजे नीकलेंगे

में : इतनी जल्दी क्युं सो तो ६ टु ९ का हे

सोनु : भाइ समजो ना कुछ देर बहार भी घुमना हे प्लीज..

में : ठीक हे लेकीन मेरे साथ कोन आयेगा (मेने मस्ती करनी सुजी)

सोनु : कोन मतलब अरे में आउंगी

में : तु समजी नही मेरे साथ कोन आयेगी, मेरी बहेन के मेरी गर्लफ्रेन्ड

जब बात सोनु को समजमे आइ तो वो बहुत अ‍ेक्साइड हो गइ ओर अपने भाइ की गर्लफ्रेन्ड बनके जाना चाहती थी आज अ‍ेक नया अनुभव करना चाहती थी पर वो थोडा नखरा दीखाना चाहती थी

सोनु : भाइ सरम नही आती अपनी बहेन को गर्लफ्रेन्ड बनाके लेजाने में

में : नहीं अब में बेसर्म बनना चाहता हुं तुजे मंजुर हे तो चल नही तो घर पर रहे में नेनु को लेके जाता हुं

सोनु : नहीं नहीं में चलुंगी अपने जानु के साथ अब तो खुश

में : जहांपना खुश हुअ‍े

ये सुनते सोनु हसने लगी ओर चार बजे तैयार रहेगी बोलके जाने लगी जेसे ही वो दरवाजे के पास पहुंती में दोडके उसे पकड लीया ओर उसका दोनो हाथ पकडकर दिवाल से सटाकर खडा करदीया तो वो अचानक हमले से गभरा गइ में भी उसे सटकर खडा हो गया उसका हाथ दिवालसे चीपका दीया

उसे अपनी चुत पर कुछ चुभन महेसुस हुइ ओर उसकी सांसे तेज हो गइ जेसे ही अपने होंठ उसके होंठो की तरफ आहीस्ता आहीस्ता ले जाने लगा तो उसके होंठ कांपने लगे ओर जेसेही अ‍ेक इंचका फासला रहा उसने अपनीं आंखे बंध करली ओर फोरन मेने अपने होंठ उनके कान के पासले गया ओर अ‍ेकदम धीमी आवाज मे कहां

में : चार बजे तैयार रहना

ओर मेने उसे फोरन छोड दीया ओर उसके सामने देखकर जोर जोर से हसनें लगा वो भी अ‍ेकदम तीरछी नजरो से मंद मंद हसते हुअ‍े मुजे अ‍ेक नजर से देखे जा रही थी अ‍ेसा लगता था वो अभी आके मुजे मार डालेगी

सोनु : (धीमी आवाज में) तुम बहुत कमीने हो

कहकर अपने रुम में भाग गइ फीर मेने अपने रुम का दरवाजा बंध कर लीया ओर ड्रोअर से रीसीवर ओर इयरफोन लेके बेड पर जाके बैठ गया क्यु की मेरा अंदाजा था की नेनु अंजना से बात करेगी, क्यु की नेनु की आदत थीकी जबतक मुस्कीलका हल ना नीकले तबतक वो हाथ पे हाथ रखकर बैठने वालोमेंसे नही थी इयरफोन कान मे लगाके जेसे ही मेने रीसीवर ओन कीया तो मेरा अंदाजा बीलकुल सही था नेनु अंजना सेही बात कर रही थी

अंजना : हां नेनु बोल, केसी हे तु, ओर आज कल बहुत बीजी हे?

नेनु : बस मजेमें हुं, बस थोडा घर का काम, शोपींग वगेरे काम था इसीलीये तुम से बात नहीं हुइ तुम बताओ क्या चल रहा हे आज कल

अ‍ेंजना : बस वोही रुटीन काम, वही घर की जंजट रोज नया बखेडा सामने आता हे

नेनु : अब कोनसा नया बखेडा आया बोल ना, कोइ मुसीबत मे तो नहीं फसी?

अंजना : अरे कल मेरी सांस का फोन आया था यही रोज की जंजट की मुजे पोता चाहीये, ओर मे इसे केसे समजाउ की तुम्हारा बेटा मुजे चोदेगा तभी तो में बच्चा पैदा करुगी

नेनु : छी तु कीतना गंदा बोलती हे, आज कल बहुत बीगडने लगी हे

अंजना : तो क्या करु, नेनु अ‍ेक साल हो गया सादीसुदा होके में अ‍ेक कुंआरी लडकी की जींदगी जी रही हुं ( कहेके अंजना फोन पे रोने लगी)

नेनु : रोना नहीं, रोना नहीं, चुप होजाती हे की राज को भेजु

अंजना : (रोते हुअ‍े हस पडी) तु कमीनी नहीं सुधरेगी, वेसे वो डफोळ हे कहां, बात करके गया, फीर ना मीला, ना फोन, कीधर हे वो?

नेनु : वो अपने रुम में हे, आज कल ज्यादा सरारती हो गया हे ओर तेरे काम को लेके काफी अ‍ेक्साइटेड हे

फीर नेनु ने उसे बाबा वाली बात बताइ ओर उनके साथ हुइ हरकत के बारे भी बात की, फीर अंजना से पुछ लेना वाली बात भी बताइ

नेनु : अंजु अब तुही रास्ता बता, मेतो काफी उलजन में हुं

अंजना : (खुश होके) ओहो तो ये बात हे तु अ‍ेक काम कर मेरे घर आजा फीर आराम से बात करेंगें, वेसे भी आजकल कोलेज मे छुटी चल रही हें

नेनु : नहीं, आज नही आ सकती, पर कल जरुर आउंगी, ओके, बाय अ‍ेन्ड टेक केयर

कहेके नेनु ने फोन रख दीया ओर अपने बेड पर लेटके सोचने लगी, की आज उसने राज को नही रोका होता तो जरुर मुजे कीस कर देता ये सोचते उसे हसी आगइ क्यो अपने भाइ की तरफ खीचती चली जा रही हे, भाइ ने सीर्फ दो घंटा बात नहीं की तो मुजे कीतनी बेचेनी होने लगी थी, कही मुजे भाइ से प्यार तो नही हो गया, ये सोचते ही वो रोमांचीत होगइ

उसको अपनी चुत मे कुछ हरकत महेसुस हुइ नेनु ने अपना अ‍ेक हाथ नीचे लेजाकर अपनी चुत को उपर से छुआ तो चुत के पास उसका पुरा लेंहगा गीला हो गया था आज फीर उसे अपने भाइ के नाम से चुत में उंगली करनेकी इच्छा हुइ अ‍ेसा सोचते ही अपने सरीर मे उसे कमकमाटी महेसुस हुइ उसने फोरन अपना लहेंगा उतार दीया

ओर बेड पर पैर फैलाके बैठ गइ फीर अ‍ेक उंगली पहेले अपनें मुंह मे चाटकर गीली की फीर अपनी चुत मे आराम से घुसेडने लगी फीर आहिस्ता आहिस्ता आंख बंध करके अंदर बहार करने लगी ओर सीसकारीया करने लगी ओर बीच बीच में बहुत धीमी आवाज में बोलने लगी की राज चोद मुजे, चोद ले अपनी दीदीको ओह राज फकमी प्लीज..

ओर इसी दोरान सोनु नीचे पानी पीने आइ ओर उसने नेनु के रुम मे कुछ आवाजे आ रही थी वो सुन ली सुनते ही नेनु के रुम के पास जाके जुककर कीहोल से देखने लगी देखा ती नेनु चुत मे उंगली कर रही थी तब अ‍ेक जोरोकी आवाज के साथ नेनु जड गइ ओर सांत पड गइ ये देखते ही सोनु बहार से बोली

सोनु : दीदी कुछ मदद चाहीये क्या? ओर चदर चेन्च कर लेना हें..हें..हें..

नेनु : (चोंक कर) अरे कमीनी तुं यहां खडी हे? भाग यहां से

ये सुनते ही सोनु हसके उपर भाग गइ ओर नेनु बहुत सरमाइ फीर हसते हुअ‍े बाथरुम में घुस गइ फीर अपने आप को साफ करके बहार आइ ओर अपने कपडे चेन्च करलीये फीर चदर भी बदल दीया फीर बेड पर बैठके सोचने लगी कहीं सोनु ने राज का नाम तो नही सुन लीया?

अगर सोनुने कुछ जान लीया तो में उसे मना लुंगी ओर दुसरी तरफ सोनु अपने बेड पर लेटके सोच रही थी उसने आज दुसरी बार नेनु के मुह से राज का नाम सुनलीया था तो क्या दी भी राज से प्यार करती हे ये सोचते वो थोडी चींतीत होगइ काफी सोचने
बाद उसने डीसाइड कर लीया की अगर अ‍ेसा हे तो में भी दीदी से केह दुंगी की मे भी राज से प्यार करती हु

फीर हम दो बहेनोमें आपसमे अच्छी पटती भी हे तो दोनो अपने भाइ से सादी करलेगी ओर साथ मीलकर रहेगी में कोइ अ‍ेतराज नहीें करुगी ये सोचते उसने अपने दीमाग का बोज हल्का कर लीया फीर बेड से उठकर वो जाने के लीये तैयार होने लगी आज वो होट ओर ज्यादा सुंदर दीखना चाहती थी ताकी भाइ उसका दीवाना बन जाये

आज उसने अ‍ेक व्हाइट फ्रोक पहेना कान में नयी व्हाइट मोती वाली बुटी डाल ली, ओर अपने बाल की अ‍ेकदम ढीली चोटी बनाइ जो घुटनो तक नागीन की तरह लहेराने लगी फीर उसने अपने व्हाइट सेन्डल भी पहेन लीये फीर आइने के सामने जाके खडी होगइ

जेसेही उसने अपने आपको आइने में देआ उसके चहेरे पे अ‍ेक कातील मुस्कान आ गइ ओर मन में कहेने लगी राज आज तो तुं गया, कहेके राज के रुम में जाने लगी रुम में जाके देखा तो राज वहां नही था बाथरुम से पानी की आवाज आ रहीथी तो सोनु जाके राज के बेड पर बैठ गइ थोडी ही देर में राज टोलीया लपेटा पकड कर बहार आया

जेसे ही राज बहार आया सोसु खडी होगइ बहार आते की जेसे सोनु पर नजर पडी तो वहीं खडे सोनु को देखता ही रेह गया ओर अपने हाथसे टोलीया छुट गया सोनु को आज अपने भाइ का पुरा बडा लंड दीख गया उसने सरमाके अपना हाथ अपने मुंह पर रख लीया ओर अपना चहेरा दुसरी ओर घुमा लीया राज पुरा माजरा समज के फोरन नीचे जुक गया

ओर अपना टोलीया उठाके वापीस कमर मे लपेट लीया ओर सोरी सोरी बोलके अपने कपडे पहेनने लगा तब तक सोनु बहार जा चुकी थी राजने आज जीन्स पर व्हाइट सर्ट इन्सर्ट कीया था फीर जीन्समें बेल्ट डालकर उसने रेयबन का गोगल्स पहेन लीया आज राज अ‍ेकदम हीरो लग रहा था फीर बेड पर बैठके उसने आवाज लगाइ

में : अरे सोनु आजा अंदर अब कोइ खतरा नहीं (कहेके हसने लगा)

सोनु : (जो बहार खडीथी अंदर आते ही) खतरे के बच्चे ध्यान रखा कर, ओर मुजे तुमसे केसा खतरा?

में : अरे कोइ खतरा नहीं सोनु आइ अ‍ेम सोरी, क्या हेना मेने तुजे देखा तो में मेरा होंस खो बैठा क्या लग रही हो सोनु अ‍ेकदम अ‍ेन्जल बीलकुल अप्सरा, मन करता हे की तुजे सारा दीन मेरे सामने बीठाके देखता रहु, भाड मे जाये घुमना,

सोनु : ओय हीरो चुपचाप चल, बडा आया देखने वाला, बाय ध वे तारीफ के लीये शुक्रिया (केहके अपना अ‍ेक हाथ अपने पेट पे रखकर जुक गइ)

में : नही सोनु तुम वाकइ आज बहुत सुंदर लग रहीहो मेरातो मन करताहे की तुम..

सोनु : क्या तुम? तुम बोलोना अटक क्यु गये, आज तेरी गर्लफ्रेन्ड बनके आरही हुं तो बीन्दास बोल दे

में : डर लग रहा हे कहीं तुम नाराज हो गइ तो?

सोनु : भाइ मे आपसे कभी नाराज हुइ हुं जो आज होउंगी वेसे भी आज अपनी बहेन समजकर बात नहीं करना जब तक हम घर वापस नही आते तबतक, अब बोलो क्या कहेना चाहते आप

में : सोनु में कहे रहा था तुम.. तुम अगर मेरी बहेन नहोती तो आज ही तुम्हे प्रपोज कर देता ओर तुमसे सादी करलेता

ये सुनते ही सोनु अ‍ेकदम सरमा गइ ओर अपनी नजर नीची करली ओर अंदर से बहुत खुश होते मनमे कहेने लगी, (तो करदो ना प्रपोज तुम्हारी बहेन तो कबका इन्तजार कर रही हे ओरर तुमसे सादीभी करना चाहती हे) वो अपने भाइ को कुछ हीन्ट देना चाहती थी ताकी इस मामले मे भाइ कुछ पहल करे

सोनु : (सरमा के धीमी आवाज मे) तो करो ने भाइ प्रपोज वेसे भी आज बीना प्रपोज के आपकी गर्लफ्रेन्ड तो बनही गइ हुं

में : ये तो में मजाक कर रहा था ओर आज तो हम खेल, खेल रहे हे तु तो सीरीयस हो गइ चल चल चलते हे अब

ये केहके में हसने लगा, ओर नीचे जाने लगा, में सोनु को तडपा रहा था ओर इसे मजबुर करना चाहता था ताकी सोनु सामने से प्रपोज करे, सोनु फीर अ‍ेक बार अपने भाइ को समजने मे नाकायाब रही पर सोनु ने उसी वक्त अ‍ेक फैसला कर लीया ओर राज के पीछे नीचे की तरफ जाने लगी

जेसे ही दोनो नीचे आये तो नेनु उसको कीचन के पास खडी मीली दोनो नेनु के पास जानेकी इजाजत लेने खडे हो गये, जेसे दोनो खडे रहे नेनु ने अपना दोनो हाथ उठाके दोनो के सर पर घुमाया ओर अपने माथे पर हाथो की उंगलीया मरोड कर उगली के टचाके फोडे

नेनु : हाइ में मरजावा मेरे बच्चो को कीसी की नजर ना लगे, दोनो कीतने सुंदर लग रहे हो

कहेके मंद मंद मुस्कराने लगी ओर सोचने लगी, दोनो की जोडी कीतनी सुंदर लग रही हे कास सोनु हमारी बहेन नहोती तो मे राज से उसकी सादी करवा देती ओर वो सोनु को अपनी भाभी इमेंजीग करने लगी, ये साचेते ही वो अंदर से बहुत खुस होने लगी ओर दोनो को देखके मु्स्कराये जा रही थी

में : दी हमे देखकर हसती ही रहोगी की हमे चाइ भी पीलाओगी ताकी हम चाइ पीके नीकले

नेनु : (तंद्रा से जागते हुअ‍े) हां.. हां पीलाती हुं तब तक तुम दोनो साथ जाकर दादी के आशीर्वाद ले आओ

ये सुनते ही में ओर सोनु बुरी तरह चोंके की दी को केसे पता की कइ दीनोसे हम दोनो साथ मे आशीर्वाद लेते हे, हम नेनु की ओर देखत हुअ‍े दादी के रुम की ओर जाने लगे ओर दोनो ने साथ जुक के दादीमा को नमन कीया इस बार हमारी कल्पना के बहार दादी ने कुछ अ‍ेसा कीया की हम दोनो फीर चौंक पडे

दरसल दादी को जब नमन कीया तब दादी ने बीना पेरेलीसीस वाला हाथ उठाया ओर सोनुके हाथ पडनेकी कोसीस करने लगी ये देखके सोनु ने अपना हाथ दादी के हाथमे थमा दीया फीर सोनु का हाथ मेरे हाथ में दे दीया फीर दादी ने हम दोनो को साथ में आशीर्वाद दीया में ओर सोनु नम आंखो से अ‍ेक दुसरो को देखने लगे फीर मेने दादी के सरपे हाथ घुमाया ओर हम दोनो बहार आगये

ओर आके सोफे पर खामोस बैठ गये थीडी देर बाद नेनु तीन कप चाइ लेके आगइ ओर हमारे सामने बैठ गइ फीर हम चाइ पीने लगे, जब तक हम चाइ पी रहे थे तब तक नेनु हम दोनो को चाइ पीते हुअ‍े बारी बारी देख रही थी ओर मंद मंद मुस्करा रही थी, हमे थोडा अजीब लगा जेसे ही हम चाइ खतम करके जाने लीये उठे तब दी मेरी तरफ देखके खडी हो गइ ओर मुजसे कहेने लगी

नेनु : देख राज मेरो गुडीया को ध्यान से ले जाना, उसका खयाल रखना ओर उसे तंग मत करना, उसने मुजे तेरी सीकायात की तो पीटुंगी तुजे

ये सुनते ही मेरी हसी छुट गइ ओर मुजे सरारत सुजी

में : तेरी गुडीया को में ससुराल नही ले जा रहा हुं जो मुजे सलाह दे रही हे

ये सुनते ही नेनु हसकर मेरी पीठ पर मुका मारने लगी ओर सोनु भी अपनी नजर घुमाके हस रही थी मार की वजह से में दोडकर हमारी कार की तरफ भागा पीछे नेनु की आवाज आइ

नेनु : रुक बदमास इधर आ तुजे मे बाताती हुं, कमीना कहींका

सोनु : दी हम जा रहे है

नेनु : ठीक हे मेरी बच्ची दोनो ध्यान से जाना ओर देर लगे तो फोन कर लेना, बाय बाय

सोनु दी को बाय बोलके सीधी आके कारके अगली सीट पर बैठ गइ ओर मेरी तरफ कामुक नजरसे देखते हुअ‍े हसके बोली

सोनु : अब चलोभी की यही रुकके दी की मार खानी हे, ओर आपने बाइक क्यु नहीं ली

में : इसीलीये मेडम की आपने डड्ढेसही अ‍ैसी पहेनी हे इस डड्ढेसमे आप कंम्फर्ट नहीं बैठ सकती

सोनु : हाउ स्वीट, वेरी स्मार्ट कीतना खयाल रखते हो मेरा, थेन्क यु जान

में : मोस्ट वेलकम जानु, बोलो पहेले कीधर जाना हे (कार में ओन ध वे)

सोनु : जहा आपका दिल करे मुजे कोइ घुमने का सोक नहीें, मे तो आपके साथ टाइम स्पेन्ड करना चाहती थी

में : (उनकी तरफ अ‍ेक नजरसे देखते हुअ‍े) ओर ये आप आप क्या लगा रखा हे कहीं दी की बातो का भुत तो नही चड गया, बोलो ना कीधर जाना हे, नीकलते नीकलते देर भी हो गइ हे देखो कीतने बजे हे

सोनु : (अपने मोबाइल मे टाइम देखकर) ओह.. पांच बजने को आया, अब गार्डन नहीं सीधा वोही आइसक्रिम पार्लर ले चलो जहां हम पीछली बार गये थे

मेरी ओर सरारती मुस्कान के साथ देखने लगी मेने अपनी कार आइसक्रिम पार्लर की तरफ घमा दी ओर कुछ ही देर में हम वहां पहोंच गये फीर हमने कार पार्क की ओर हम कार से उतरे तो सोनु घुमके मेरे पास आ गइ ओर मेरे हाथ मे हाथ डाल दीया, अ‍ेसा करके वो मुजे दीखाना चाहती थी की में अपना गर्लफ्रेन्ड का रोल बराबर नीभा रही हुं

ताकी में भी उसके साथ बोयफ्रेन्ड जेसा व्यवहार करु, हम दोनो साथ साथ चलने लगे जेसे हम पार्लर में घुसे सोनु मुजे वही प्राइवेट केबीन मे ले गइ ओर हम दोनो आमने सामने बैठ गये जब वेइटर ओर्डर लेने आया तो में ओर्डर दु इससे पहेले सोनु ने ओर्डर दे दीया वो भी सीर्फ मेरी पसंद का बडावाला कप ये देखके में हैरान रह गया ओर उसे पुछा

में : अरे तुने अ‍ेक ही क्यु मंगवाया ओर तरा फेवरीट?

सोनु : आज हम अ‍ेक ही कप मे खायेंगे वो भी साथ में, क्यु की आज साम तक हमारा रीस्ता प्यार का हे

में : लेकीन सोनु मेने तो उसे मजक में लीया था तुम तो अ‍ेकदम सीरीयसली से अपना रोल नीभा रही हो

सोनु : लेकीन में इस बात को मजाक नहीं समजती, में चाहती हुं मेरा भाइ भी वो लम्हा जीये, जो आज तक इससे वंचीत रहा

ये केहते ही सोनु की आंखोसे दो आंसु गीरे, में फोरन उठके उसके के पास चला गया ओर उसके सरको पकड के मेरे सीने से लगा लीया थीडी देर वेसे ही रहे तब हमे बहार कुछ आहट सुनाइ दी में फोरन अपनी जगह पे बैठ गया तभी वेइटर हमें आइक्रिम
देके चला गया फीर मेने जेबसे अपना रुमाल नीकालकर अपने हाथो से सोनु के आंसु पोछे तो सोनु ने नजर उठाइ ओर मेरी तरफ देखके हस दी

फीर उसने दोनो चमच साइड रख दी ओर अपनी उंगली मे आइसक्रिम भरके मेरे मुह की ओर करदी मेंने उसके चहेरे की तरफ देखते हुअ‍े उसे चाट लीया तो वो कामुकतासे हस रही मेरे सामने देखने लगी फीर मेने भी वैसा कीया फीर उसने अ‍ेकबार भीर वेसा कीया ओर साथमे नीचेसे अपना अ‍ेक पैर से मेरे पैर को सहेलाने लगी

तो मेने भी उसकी इस हरकत को दोहराया मेरे पैर उसके पैर पे लगते ही वो कामुक होने लगी इसकी आंखे नसीली होने लगी अ‍ेसे ही अ‍ेक दुसरे को खीलाते खीलाते हमारी आइसक्रिम खतम हो गइ हम अ‍ेक दुसरोसे बाते नहीं कर रहे थे बस अ‍ेक दुसरोसे कामुकतासे देखे ही जारहे थे

अ‍ेक बार तो मुजे अ‍ेसा लगा की वो मुजे पटककर मेरे उपर चड जायेगी ओर मेरा बलात्कार कर देगी तभी वेइटर आया हम नोर्मल होके बैठ गये वेइटर हमे बील दे गया ओर कप लेके चला गया हम उठके काउन्टर पर गये ओर बील पे कीया ओर मेने सोनु का हाथ पकड लीया ओर उसके हाथोकी उगलीयो मे फसा लीया

वो मेरी तरफ देखने लगी मेने भी उसकी ओर देखा ओर स्मालइ कीया फीर हम कार की ओर बढने लगे, टाइम देखा तो छे बज गये थे फिल्म के लीये हमे देर हो गइ थी फीर हम दोनो लगभग कार की ओर दौड पडे ओर हम जडपसे कार में बैठ गये ओर मेने कार भगादी, ये देखकर सोनु थोडी वीचलीत हुइ

सोनु : भाइ आराम से चलाओ ना, देर हो गइ तो कोइ बात नहीं टीकीट मीलेंगे तो देख लेंगे वरना कहीे ओर घुमके आजायेंगे प्लीज भाइ

मे : (कारकी स्पीड कम करते) तुजे सरम नहीं आती अपने यार को भाइ बोलते हुअ‍े

सोनु : (हसके अपने कान पकडते हुअ‍े) ओह..सोरी सोरी माफ करदो मुजे

में : (मेने भी हसके) वेसे अपनी बहेन को मासुका बनाने में अ‍ेक अलग ही मजा हें

सोनु : क्या तुम्हे अ‍ेसे रीस्ते पसंद हे (राज की पसंद जानने के लीये)

में : (सोनु को उलजन मे रखना चाहता था) हं.... पता नही

सोनु : (सुनके थोडी मायुस हुइ) तुम यकीन नहीं करोगे, दुनीया मे कइ अ‍ेसे रीस्ते पनप रहे हे जो हम सबसे छुपके रखते हे

में : तुम्हे केसे पता, क्या तुम जानती हो अ‍ेसे लोगोसे

सोनु : हां.. जानती हुं अ‍ेक को जो मेरे स्कुल मे पढती हे ओर अ‍ेक टीचर को भी

में : कोन हे वो, जो तुम्हे अ‍ेतराज नहोतो बताओ

सोनु : अभी नहीं फील्म छुटने के बाद बताउगी

मेने उसकी तरफ देखा तो उसने अपना सर हीलाके साइड में देखने को कहा, मेने साइड मे देखा तो सीनेमा आगया था हमने फटाफट कार पार्क की ओर टीकीट विन्डो की तरफ दोड पडे फीर मेने दो टीकीट मांगा तो उसने हमे कहा फील्म सुरु हो चुकी हे, मेने सोनु की ओर देखा तो उसने अपना सर हां मे हीलाया

फीर मेने कोर्नर की टीकीट मागी तो उसने कहा, आपको जहां बेठना हो बेठ जाना क्यु की सीनेमां आधा खाली हें फीर टीकीट लेके सोनु का हाथ पकड लीया हम अंदर घुसे तो पुरा अंधेरा था अंधेरा देखते ही सोनु ने दोनो हाथो से मेरी बांहे पकडली मे भी कुछ हलकी रोसनी में पीछेकी ओर जाने लगा आहीस्ता आहीस्ता चलके हम लास्ट लाइम मे आ गये जो दुर अ‍ेकल दोकोल कपल छोडके पुरी खाली थी

में ओर सोनु चार सीट छोडके बैठ गये, हम फील्म देखने लगे में ओर सोनु आपस मे हाथ पकडकर अ‍ेक दुजे की उंगलीया फसाकर बैठे थे तभी अ‍ेक रोमांन्टीक सीन आया ये देखकर सोनु ने अपनी फसाइ हुइ उगलीयोमे दबाव डालकर मेरी उंगलीयो को भींच दीया में उसके कान के पास मुह लेजाकर धीमी आवाजमे कहा

में : तुज से कंटड्ढोल तो होगानां?

कहेके हसने लगा उसने दुसरे हाथ से मेरे बाजु मे हल्कासा मुका मारा फीर उसने दोनो हाथ से मेरी बाजु पकडके अपना सर जुकाके मेरे कंधो पे रख दीया, ये देखते मेने भी थोडी हिंमत करनी चाही मे ने दुसरे हाथ से उसका हाथ पकडा ओर सोनु के बाजु वाला हाथ पीछे लेजाकर उसके कंधे को पकड लीया

ओर सोनु को थोडा अपनी ओर खीच लीया इस हरकत से उसने कोइ प्रतीक्रीया नही दिखाइ बल्के वो तो चाहती थी की मामला आज ही सेट होजाये थोडी देर हम अ‍ेसेही देखते रहे तभी अचानक हीरो ओर हीरोइन के बीच अ‍ेक होट सीन सेरु होगया ये देखके हम दोनो उतेजीत होने लगे ओर मेरा लंड अ‍ेकदम खडा हो गया

मेने पकडे हुअ‍े उसके कंधो को जोरोसे दब गया तो सोनु के मुह से सीर्फ आउच की आवाज आइ ओर मेरी ओर देखके वापस होट सीन देखने लगी, अब मुजसे कंटड्ढोल होना मुस्कील लगा मेने अपना मुंह सोनु के गालके पास ले जाकर तैयार रखा ओर मेरा दुसरा वाला हाथ आहिस्ता से सोनु के हाथ से छुडा लीया

ओर धीरे धीरे उनके संतरे जेसे बुब्स के पास लेगया सोनु सीन देखने में व्यस्त थी अ‍ेसा नाटक कर रही थी दरसल वो देखना चाहती थी भाइ कहा तक आगे बढते हे भाइ जोभी करेगा उसे सब स्वीकार था चाहे भाइ उसे चोद ही क्यु नाले वो अपने भाइ को पुरी तरह समर्पीत होना चाहती थी

इसी लीये फील्म देखने का नाटक कर रही थी दरसल फील्म मे उसे कोइ इन्टड्ढस्ट ही नही था, राज भी अ‍ेक दम सोनु की ओर मुह रखके तैयार बेठा था ताकी जींदगी की पहेली कीस का मजा ले सके जेसे ही उसने सोनु के बुब्स के पास हाथ लेजाकर उसको हल्केसे दबाया फोरन सोनु ने राज की ओर देखा

राज तो पहेलेसे ही उसकी ओर मुंह करके बेठा था फोरन उसने अपने होंठ सोनु के होंठो पर रख दीये सोनु ने भी होंठो पर थोडा दबाव डाला फीर सोनु ने अपनी जीभ नीकारल कर राज के मुंह मे घुसेड दी अ‍ेसे होतेही राज अ‍ेकदम अ‍ेक्साइड होके सोनु के बुब्स के जोर जोर से मसलने लगा ओर अ‍ेक दुसरे अपनी जीभ (टंग) अ‍ेक दुसरेके मुंह मे डालने की कोसीस करने लगे

सोनु भी अपना आपा खो बेठी ओर उसने अपना हाथ राज की जांग के पास लेजाकर उसका लंड पकडनेकी कोसीस करने लगी ओर इसी दौरान दोनो अ‍ेक दुसरो को पागलोकी तरह चुम्मे जा रहे थे सोनु को भी अपनी चुत मे कुछ दबाव महेसुस हुआ उसने राज को कीस करते हुअ‍े ही अपनी नजरो को नीचे कीया तो राज का हाथ सोनु की चुत ढुंढ रहा था ये दोनो भाइ बहेन प्यार करने मे इतना व्यस्त थे की उसे समय का अंदाजा ही नही रहा

तभी इन्टरवल की लाइट जली तो दोनो हडबडाये ओर अलग होके तुरंत व्यवस्थीत होकर नोर्मल बैठ गये तभी राज को आत्मग्लानी होने लगी ओर उसने अपनी नजरे जुकाली सोनु को भी अहेसास हुआ की उसका भाइ सर्मिंन्दा होगया हे वो उसे सर्मिंन्दगीसे बहार नीकालना चाहती थी, नहीं तो आगे जाके उसे अपना प्यार पाने मे मुश्कील होगी इसलीये उसने राज से कहा
सोनु : भाइ आइ अ‍ेम सोरी माफ करदो मुजे में बहेक गइ थी

में : नही सोनु तु माफी मत मांग सुरुआत मेने की थी तुम मुजे माफ करदो में खुद अपने आप पर कंटड्ढोल नही कर सका
सोनु : (सोनु ने राहतकी सासं ली) ठीक हे भाइ हम दोनो ही बराबर जीमेंदार हे अब इस बातको यहीं खतम करो कीसीको कीसीसे माफी मांगने की जरुरत नहीं हे, ओर बोयफ्रेन्ड गर्लफ्रेन्ड मे तो थोडा बहुत अ‍ेसा चलता ही हे (कहेके हसने लगी)
में : क्या सोनु तुम भी इतनी सीरीयस इस्यु मेभी तुमको मजाक सुजता हे

सोनु : ओ कम ओन भाइ ये कोइ सीरीयस इस्यु नहीं हे रीलेक्स यार आज कल ये सब आम बात हे लोग तो ईसे भी आगे बहुत कुछ करते हे, हमने ये तो नहीं कीया

में : लोग तो करते होेगे, वो पती पत्नी होते हे, ओर हम भाइ बहेन हे

सोनु : लोगो से मेरा मतलब भाइ बहेन ही था पती पत्नी नहीं समजे हें..हें..हें..

में : क्या कहे रही हे तु, इस बात की चर्चा कार मे भी हुइ थी, जो सीनेमा आजाने की वजह से अधुरी रह गइ अब बता मुजे इस बारे में की तु क्या कहे रही थी

सोनु : भाइ यहां नही बहार चले अब नही देखनी मुवी मुजे, नही तो इस बार कुछ ओर ही हो जायेगा, चलो घर की ओर, दी भी अकेली हे

में : तुजे हर वक्त मजाक ही सुजता हे, चल घर जाके तेरी खबर लेता हुं ( कहेके हम उठकर बहा जाने लगे)

सोनु : इसीलीये तो कहे रही हुं की घर चलो ताकी आप मेरी खबर ले सको हें..हें..हें..

कहेके सोनु हसने लगी तो में उसकी हल्के से गर्दन दबोच के बहार ले जाने लगा बहार आके हम केन्टीन के पास जाके खडे हो गये ओर मेने दो कोल्डडड्ढींक लीया ओर हम पीते पीते बात करने लगे

में : सोनु वन्स अगेन आय अ‍ेम सोरी, में बहुत सर्मिंदा हुं

सोनु : भाइ तुम बार बार माफी क्यु मांग रहे हो, बोला ना हम दोनो ही जीमेंदार थे, ओर आपको सर्मिंदा होने की कोइ जरुरत नहीं हें, ओर कमसे कम इस मामले में मेंतो सर्मिंदा नही हुं, ओर नाहीं कोइ अफसोस, इसे अ‍ेक हादसा समजकर भुल जाओ,

में : लेकीन सोनु में अपनी बहेन के साथ...

सोनु : (मुजे बीच में रोक कर) बस भाइ अब कोइ बात नहीं यहा, चलो कार में चलते हें वहीं बात करेंगे,

फीर हम दोनो कार की ओर चल दीये ओर कार मे बेठ गये फीर मेने सोनु की ओर देखके कहा

में : तो सोनु, घर की ओर चले ?

सोनु : भाइ रास्ते में मुजे गोलगपे खाने का मन कर रहा हे, ओर हमारे पास काफी टाइम भी हे, फीर आरामसे चलते हेना घर आपको कोइ जल्दी हे?

में : कोइ जल्दी नही आज में अपनी जानुकी हर ख्वाहीस पुरी करुगा, मेरी गर्लफ्रेन्ड बनके जो आइ हे

मे हमारे बीच का माहोल हल्का करना चाहता था ताकी सोनु से इस मामले में ज्यादा से ज्यादा बातचीत कर सकु, ओर हकीकत तो ये हे की सीनेमा के अंदर हमारे बीच जो भी हुआ उसका मुजे कोइ अफसोस नहीं था में खुद इस मामले मे आगे बढना चाहता था, ओर सोनु को उकसा रहा था ताकी वो खुद आके अपने प्यार का इज्हार करे, में सोनु ओर नेनु दोनो से सादी करना चाहता था ताकी दोनो से सेक्स कर सकु

क्युकी में सेक्स बीना सादी नहीं करना चाहता था, मेरा धार्मिक स्वभाव के कारण, मेरा मानना था की बीना सादी सेक्स करना पाप हें अ‍ेसी मेरी पहेले से ही धारणा थी,

पता नहीं ये सच हे की नहीं तब मुजे अचानक सोनु से हुइ चर्चा जो भाइ बहेन के बीच की थी वो मुजे याद आगइ, फीर मेने सोनु की तरफ देखते हुअ‍े कहा,

में : हां तो जानु तुम क्या कहे रही थी तुम्हारी उस सहेली ओर उस टीचर के बारे में

सोनु : (हसके) तुम्हे बडा इन्टरेस्ट हे अ‍ेसी बातो में

में : क्यु की मुजे विस्वास नही हे अ‍ेसे भी रीस्ते हो सकते हे, इसी लीये पुछ रहा था

सोनु : ठीक हे बताती हुं हमारे स्कुल मे अ‍ेक सर(टीचर)हे ओर अ‍ेक मेडम हे दोनो आपस मे भाइ बहेन हे सर कुंआरे थे ओर घर मे अकेले रेह रहे थे ओर मेडम की पहेले सादी हो चुकी थी पर कीसी कारणवर्स उसके पती से तलाक हो गया था तो अब वो अपने भाइ के साथ ही रेह रही थी, अ‍ेक दीन वो दोनो फ्रि मे स्कुल के ग्राउन्ड मे अ‍ेक पेड के नीचे बेठे थे ओर दोनो आपस मे बात कर रहे थे तब उसे मालुम नही था की उसी पेडके पीछे मेरी सहेली भी बेठी थी, ओर उसकी बाते सुन रही थी
फीर सोनु मुजे अपनी सहेली की बताइ हुइ बाते बताने लगी

सर : दी क्या इस बच्चे को जन्म देना ठीक रहेगा, समाज क्या कहेंगें हमे

मेडम : भाड में जाये ये समाज, जब मेरे पती से तलाक हुआ तब ये समाज कहां गया था, जब तुम बीमार पड गये थे तब तो कोइ समाज तेरी खबर लेने नहीं आया, तब ही मेने डीसाइड कर लीया था की हम भाइ बहेन ही अ‍ेक दुसरे का सहारा बनेंगे, ओर रही बात बच्चे की तो मेने पहेलेसी ही डीसाइड कीया था की में मेरे भाइ से ही बच्चा पैदा करुगी

सर : ठीक हे दी फीर हम इस मोहले को छोडके कहीं दुर बस जायेंगे जहा हमे कोइ जानता ना हो, क्युकी अब तो तेरे बीना रहा ही नही जाता, वहा जाके में तुमसे सादी करके हम पती पत्नी बनकर जींदगी गुजारेंगे

मेडम : वेसे पती पत्नी तो हम अभी हे, क्या हमने गांधर्व विवाह नहीं कीया?

सर : गांधर्व विवाह तो तुमने इस लीये किया ताकी तुम मुजसे फीजीकली होना चाहती थी पर अब में तुजसे फेरे लेके सादी करना चाहता हुं ताकी समाज में हम पती पत्नी की तरह रेह सके फीर तो तुम्हे खुलेआम लेके घुम सकु ओर बेजीजक तुमसे फीजीकली हो सकु

मेडम : भाइ सादी से पहेले मुजे उसकी कोइ खास जरुरत नहीं थी पर सादी के बाद जब में उसे छोडकर तेरे पास आ गइ पर मेरी जरुरत बढ गइ थी में इसके बीना नही रेह सकती थी फीर सारा दीन हम दोनो साथ में ही रहेते थे फीर वक्त के साथ मेरा नजरीया तुम्हमरे बारे में बदल गया अब मे तुजे अ‍ेक भाइ की नजरसे नही अ‍ेक दोस्त ओर अ‍ेक प्रेमी की नजर से देखने लगी थी फीर धीरे धीरे करके तुम भी मुजे अ‍ेक लडकी की नजरो से देखने लगे तब जाके अ‍ेक दीन मौका देखकर तुजसे फीजीकली हो गइ फीर ये सीलसीला चलता गया ओर इसका नतीजा ये नीकला की आज में प्रेगनेंन्ट हुं ओर बहुत खुश भी हु की में मेरे भाइ का बच्चा पैदा करुगी

फीर सोनु ने अपने टीचर की बात खतम की ओर अपनी सहली के बारे मे बताने लगी

सोनु : मेरी फ्रेन्ड इसकी बाते सुनके बहुत सोक्ट हो गइ फीर वोभी अपने भाइ की तरफ आकर्सीत होने लगी, ओर आज उसका भाइ उसका बोयफ्रेन्ड हें

में : क्या कहे रही हो सोनु, विस्वास ही नही होता की समाज में अ‍ेसा भी चल रहा हे

सोनुं : भाइ अ‍ेक सवाल पुछु? ये गांधर्व विवाह क्या होता हे? आपको मालुम हे क्या?

में : हां इसके बारे में थोडी बहुत जानकारी हें मेने अ‍ेक कीताब में कहीं पढा था

सोनु : तो भाइ बताओने मुजे प्लीज

में : इसमें अ‍ेक लडका ओर अ‍ेक लडकी दोनो खानगी मे भगवान के सामने खडे होकर अ‍ेक दुजे को माला पहेनाते हे, फीर भगवान के सामने अ‍ेक दुजे जींदगी भर साथ रहेने, अ‍ेक दुजे का ख्याल रखने, ओर अ‍ेक दुजे के प्रती अपने पती पत्नी का धर्म नीभा ने की कसमे खाते हे, बाद मे लडका लडकी की मांग को सींदुर से भरता हे, ओर पती पत्नी हो जाते हे

सोनु : वाव.. ये तो बडी अच्छी सादी हे कोइ खर्चा ही नही, तो लोग इतना खर्चा क्यु करते हे सबको ये गांधर्व विवाह करना चाहीये, क्या कहेतो हो भाइ

में : अरे बुध्धु गांधर्व विवाह का संबध दोनो के बीच गुप्त रहेता हे, ओर फेरे वाला विवाह रीस्तेदारो की हाजरी में मंदिर या कोर्ट या फीर कहीं होल पार्टी प्लोट में होता हे ताकी समाज को मालुम पडे की आजसे ये दोनो पती पत्नी हे

सोनु : तो भाइ पती पत्नी को अपने संबध गुपत रखने की क्या आवस्यक्ता होती हे

में : तु सवाल बहुत पुछती हे ये जनकारी तुजे क्यु चाहीये, में नही बता सकता तुजे

सोनु : बताओने मुजे ये सवाल आपकी बहेन नहीं आपकी जानु पुछ रही हे

में : (उसके चहेरे के पास अपना मुंह लेजाके धीमे से) तो सुन ये गांधर्व विवाह वे दोनो सीर्फ फीजीकली होने के लीये करते हे

इतना सुनते ही सोनु अ‍ेकदम सरमा गइ ओर उसने अपना मुंह बहार की तरह घुमा लीया ओर सरमाके हसने लगी, तभी उसको बहार अ‍ेक गोलगपे की लारी दिखाइ दी

सोनु : भाइ गोलगपे वाला आ गया गाडी रोको ना

फीर मेने गाडी गोलगपे की लारी के पास लेजाकर उसके साइड में खडी रखदी गाडी खडे रहेते ही सोनु फटाक से गाडी मेसे उतरी लेकीन में कारमें ही बैठा रहा क्युंकी मुजे नही खाना था तो मुजे न उतरते देख सोनु कार के अंदर जुक के मुजसे कहेलगी

सोनु : भाइ चलोना आपको नहीं खाना क्या?

में : नही सोनु मुजे नही खाना तुम्ही खालो मे यहीं कारमे ही बैठा हुं

ये सुनते ही लारी के पास खडी हो गइ ओर अ‍ेक प्लेट ओर्डर कर दी में उसे अंदर सेही देखता रहा तभी गोलगपे वाला उसे गोलगपे देता रहा ओर वो अ‍ेक अ‍ेक करके अपने मुंह मे रखते खाने लगी, जेसे कोइ छोटी बच्ची खा रही हो तभी मेरे सीट के पास कीसी लडकीने आके पुकारा मेने कार के दरवाजे के पास देखा तो अ‍ेक छोटी बच्ची अपने हांथो मे चमेली के फुलकी दो लहेर वाली वेनी लेके खडी थी जो ओरते अपने बालोमे लगाती हे

लडकी : साब लेलो ना २० रु की अ‍ेक हे

में : नही बेटा नहीं चाहीअ‍े

लडकी : साब अ‍ेक लेलो वो आपके लंबे बाल वाली मेडमकी चोटी में बहुत अच्छी लगेगी

में ने सोनु तरफ देखा तो वो मजे ले लेकर खाने मे व्यस्त थी फीर मे ने लडकी से दो लाइन वाली दो वेनी लेली ओर उसे ५० की नोट देदी वो मुजे वापस १० का चेन्ज देने लगी तो मेने उसे वापस नही लीया खुद रखने को कहां तो वो खुश होके हसने लगी ओर चली गइ फीर मेने दोनो वेनी को साइड में छुपा दीया तभी सोनु दरवाजा खोलके कार में बेठ गइ

सोनु : अरे भाइ आप आते तो मजा आ जाता बहुत मस्त थे गोलगपे

में : अरे नही सोनु मुजे नहीं खाना था ये तो लडकीयो की खाने की चीज हे

सोनु : अच्छा तो लडके क्या खाते हे

में : अपनी जानु का दीमाग ओर.. ओर बहुत कुछ

ये सुनते ही सोनु सरमा गइ ओर हसते हुअ‍े मुजे तीरछी नजरो से देखने लगी उसको अ‍ेसा देखते मेने अपने दोनो हाथ अपने सीने पे रख दीया ओर कहा

में : हाय... अ‍ेसे न देखो अपने यार का कतल करने का इरादा हे क्या, जी करता हे अभी तुजे खा जाउं

ये सुनते ही सोनु फीर सरमा गइ ओर हसते हुअ‍े मेरे हाथ मे मुका मार दीया ओर कहा

सोनु : तो मजनुजी हम अब चले घर की ओर की अभी ओर इस्क फरमाना हे

में : अभी कहां दिल भरा हे जी चाहता हे सारी जींदगी युही आपके सामने आपका दीदार करता रहुं पर जाना तो पडेगा वरना हमे डांट पडेगी

सोनु : क्या बात हे जानु बडे रोमान्टीक मुड में हो, कही फीर से में बहेक ना जाउं

फीर हम दोनो हस पडे फीर मेने सोनु को विन्डो की ओर घुमने लीये कहा तो वो घुम गइ उसकी नागीन सी चोटी मेरी तरफ हो गइतो मेने फोरन अ‍ेक चमेली के फुलो की वेनी उसके बालो मे लगादी जेसे ही सोनु ने देखा की मेने उनके बालो मे कुछ लगया हे तो उसने अपना अ‍ेक हाथ अपने पछे लेजाकर माथे पे चेक कीया जेसी ही उनको पता चला की मेने चमेली के फुलो की वेनी लगाइ हे तो मेरी तरफ देखके सरमाके मुस्कराने लगी फीर उसने मुजसे कहा

सोनु : थेन्क यु जानु

में : बस सीर्फ थेन्क यु ओर कुछ नहीं

सोनु : नहीं, ओर क्या चाहीये तुम्हे

में : कम से कम मेरी जानु की अ‍ेक पप्पी ही सही

सोनु : नही, कोइ पप्पी वप्पी नही, मे जोखम लेना नहीं चाहती, अब चले मजनु साहेब

फीर हम दोनो हसने लगे फीर मेने कार अपने घर की ओर मोड दी अभी थोडा आगे नीकलते ही सोनु ने बात छेड दी

सोनु : भाइ मेरा दुसरा गीफ्ट याद हेंना

में : हां जानु याद हे बोल कब चाहीये बता मुजे

सोनु : भाइ आजही बताउंगी डीनर के बाद ओर आज ही चाहीये

में : ठीक हे स्वीटहार्ट मांग लेना अब खुश

सोनु : थेन्क यु जानु (कहेके मेरे गाल पर कीस करदी)

में : बस सीर्फ गाल पे? यहां नही (मेने अपने होंठ पर उगली रखके कहां)

सोनु : नही बदमास, कही फीरसे बहेकने का इरादा तो नहीं? हें..हें..हें..

में : हाये.. अब हमारे अ‍ेसे नसीब कहा जो अ‍ेसा प्यार मीले, हम तो अ‍ेक ही बार में बदनाम हो गये

सोनु ये सुनके अ‍ेकदम सरमा गइ ओर अपनी नजर नीचे करली फीर धीमी आवाज में बोली

सोनु : तुम.., तुम बहुत नोटी हो, अब खेल खतम करो घर आ गया हे

फीर मेने कार पार्क की ओर सोनु को बैठे रहेने के लीये कहा फीर में कार से उतर कर दुसरी साइड सोनुके दरवाजे के पास आ गया ओर मेने सोनु का दरवाजा खोल दीया ओर सोनु का अ‍ेक हाथ पकडकर उसे नीचे उतरा फीर उसका दरवाजा बंध करके फीर हाथ पकडा ओर सीथमें चलने को कहा उसने फोरन अपना हाथ मुजसे छुडा लीया ओर मुजे धीमी आवाज में कहा

कन्टीन्यु........[/color]
 

[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - ७
[/color]
[color=rgb(0,]फीर मेने कार पार्क की ओर सोनु को बैठे रहेने के लीये कहा फीर में कार से उतर कर दुसरी साइड सोनुके दरवाजे के पास आगया ओर मेने सोनु का दरवाजा खोल दीया ओर सोनु का अ‍े हाथ पकडकर उसे नीचे उतरा फीर उसका दरवाजा बंध करके फीर हाथ पकडा ओर सीथमें चलने को कहा उसने फोरन अपना हाथ मुजसे छुडा लीया ओर मुजे धीमी आवाज में कहा.....अब आगे

सोनु : भाइ प्लीज दीदी देख लेगी तो हमें डांटेगी पहेले मुजे जाने दो आप पीछेसे आना प्लीज

में : ठीक हे डार्लिंग पहेले तुम जाओ

जेसे ही सोनु ने डार्लिंग सुना वो सरमके मारे पानी पानी होगइ ओर अ‍ेकदम अंदर की ओर हसती हुइ दोड के भागने लगी, मेभी उसके पीछे चल पडा अंदर गया तो नेनु जेसे हमारा ही इन्तजार कर रही हो अ‍ेसे हमे सामने खडी मील गइ हमको देखते ही

नेनु : आगये मेरे बच्चो, अरे वाह मेरी गुडीया तो इस फुलो की वेनी में ओर भी ज्यादा खुबशुरत लग रही हें कहीं नजर ना लग जाये मेरी

कहेके नेनु ने अपनी अ‍ेक उंगली अपनी आंखोके कोने पे लगाके आंजन लीया फीर सोनु के कान मे नीचे लगा दीया ये देखकर में भी उसके पास चला गया ओर अपना कान उसके पास लेजाकर कहां

में : दीदी हमे भी तो लगाओ हम भी साथ गये थे

फीर नेनु ने हसके मुजे भी कान के नीचे काजल लगा दीया फीर मेरा कान पकड लीया फीर सोनु की तरफ देखके बोली

नेनु : सोनु इस बदमास ने तुजे परेसान तो नही कीयाना?

सोनु : (मेरी तरफ कातील भरी मुस्कान के साथ देखते हुअ‍े) नही दी भाइ ने मेरा अच्छी तरह से ख्याल रखा, मेने जोमांगा वो सब दीया, ओर.. ओर भाइ ने मुजे खुब खीलाया

नेनु : अरे वाह राज खुब तारीफ होरही हे तेरी, कभी हमे भी घुमाने ले जाओ

में : अरे चलोनां मेंतो हंमेसा तैयार रहेताहुं तुम दोनो को घुमाने के लीये (डबल मीनींग)

नेनु : (हसके) चल जा बदमास, खुब समजती हुं तेरी बाते, मुजे बेवकुफ समजता हे, घुमाना हे तो करले सादी ओर घुमाना अपनी बीवी को सारा दीन हें..हें..हें..

में : सारा दीन उसे घुमाउंगा तो आप कब घुमेगी, इसी लीये मे सादी नहीं करना चाहता ताकी आपको घुमा सकु, जब आप हे तो मुजे बीवी की का जरुरत हे घुमानेकी

नेनु : तो क्या में तुजे अपनी बीवी जेसी लगती हुं, बदमास

में : (नेनु के कान के पास धीरे से) बीवी जेसी नही, गर्लफ्रेन्ड जेसी

कहेके में हसने लगा जेसे नेनु ने सुना मुजे मारने के लीये दोडी ओर में दोड के अपने रुम में भाग गया, फीर नेनु मुजे सीडी के पास खडे होकर उपर देख के गालीया देने लगी, सोनु भी अपनी हसी नही रोक पाइ ओर वो जोर जोर से हस रही थी, फीर नेनु चुप होगइ ओर अपने दोनो हाथ अपनी कमर पे रखकर सोनु की तरफ घुमी ओर सोनु को अ‍ेक नजर देखने लगी, ये देखके सोनु फोरन चुप हो गइ

ओर उसने नजरे जुकाली,थीडी देर दोनो अ‍ेसे चुप खडे रहे फीर सोनु की गभराहट वाली हालत देखके नेनु की हसी छुट गइ, ये देखकर सोनु फीरसे हसने लगी फीर नेनु सोनु के पास चली गइ ओर उसे अपनी बाहोमें भर लीया थोडी देर अ‍ेसे खडी रहेने बाद नेनु ने सोनु का चहेरा अपने हाथ मे लीया ओर उसके माथे को चुम लीया फीर सोनु की आंखो मे हसती हुइ प्यार भरी नजरो से देखने लगी फीर धीरे से कहा

नेनु : मेरी बच्ची तु खुश तो हे ना?

सोनु : हां दी बहुत खुश हुं, जब प्यार ओर ममता देने वाली मेरी दीदी, ओर सही मार्गदर्शन देने वाली आप जेसी सहेली हो तो मुजे क्या गम, में अ‍ेक दम खुश हुं

नेनु : बस तु अ‍ेसी ही खुश रहा कर, ओर सदा हसती रहे, अब जा फ्रेस होकर आजा ओर वो कमीने को भी बुलाले मुजे जोरोकी भुख लगी हे जा फटाफट

सोनु : जी दी अभी बुलाके लाइ

कहेके सोनु उपर भाग गइ ओर नेनु उसे तबतक प्यार भरी नजरोसे देखती रही जबतक सोनु अपनी आंखो से ओजल नहीं हुइ फीर वो डीनर का खाना लाने कीचन में चली गइ उधर सोनु उपर जाके पहेले सीधे राज के रुम के आगे खडी हो गइ ओर दरवाजे पर हल्की दस्तक कर दी तो राज दरवाजा खोलके पहेले बहार चेक करने लगा की नेनु भी तो उपर नही आइ फीर सोनु का हाथ पकडके उसे अंदर ले गया फीर दरवाजा बंध करदीया ये देखके सोनु ने कहां

सोनु : दरवाजा क्यु बंध कीया, चलो नीचे दी बुला रही हे डीनर के लीये

में : छोडो उसे तुमसे अ‍ेक बात करनी हे

ये सुनते सोनु अंदर से खुश हो गइ की कही भाइ मुजे प्रपोज तो नही करना चाहते ये सोचते ही इसकी दीलकी धडकने बढने लगी ओर कांपने लगी फीर

सोनु : क्या भाइ, क्या बात करनी हे मुजसे

में : सोनु तु अभी चेन्ज मत करना

सोनु : क्यु?

में : क्यु की इन कपडो में तु बहुत खुबसुरत लग रही हे, तेरी ये चोटी ये लंबे बाल साथ मे ये फुलो की वेनी तुज पर चार चांद लगा रहे हे ओर.. ओर..

सोनु : (सरमाके) ओर क्या?

में : ओर तेरे रसीले होंठ..

इतना सुनते ही सोनु अ‍ेकदम सरमाके जाने लगी तो राज ने उसका हाथ पकडके खीच लीया सोनु को सीनेसे लगाकर अपनी बाहों मे भर लीया थीडी देर अ‍ेसे दोनो खडे रहे फीर राज ने सोनु का चहेरा पकड लीया ओर अपने होंठ फोरन सोनु के होंठो पर रख दीया दोनो के होंठो के बीच दबाव इतना ज्यादा था की कुछ देर मे सोनु छटपटाने लगी

तब जाके राज ने सोनु को छोडा फीर दोनो अपने सांस पर कंट्रोल करने लगे फीर सोनु ने सरमा के अपनी नजर नीचे करली ओर वहीं खठी रहकर सोचती रही की अभी भाइ मुजे प्रपोज करेंगे पर राज कुछ नहीं बोला सोनु की ओर देखकर मंद मंद मेस्कराये जा रहा था ओर धीरे से सोनुसे कहा

में : जब तक मे ना कहुं तब तक ये डड्ढेस मत नीकालना (डबल मीनींग)

इतना सुनके सोनु दरवाजा खोलके दोडके अपने रुम में चली गइ ओर अंदर आते खुसीके मारे उछलने लगी आज भाइ ने उसे जो खुशी दी थी उसके सामने सारी दुनीया की खुशी उसे कम लगने लगी थी फीर अचानक सांत हो गइ की भाइ ने उसे प्रपोज तो कीया ही नहीं ये सोचते वो मायुस हो गइ की आज भाइ ने फीर उसे नीरास कीया तब उसको लगा की अब मेरी दुसरी गीफ्ट लेने का वक्त आ गया हे

फीर उसके चहेरे पर मुस्कान आ गइ ओर फ्रेस होने वो बाथरुम मे चली गइ जब वो फ्रेस होके नीचे आइ तो देखा की भाइ दादी के रुम से बहार आ रहा था ये देखके अ‍ेक बार फीर वो नीरास हो गइ सोनु को मालुम नहीं था की नेनु उसको तीरछी नजरो से नोटीस कर रही थी फीर सब आके अपनी जगह पर बैठ गये ओर खाना खाने लगे थोडी देर बाद नेनु ने तीरछी नजरो से मुजे देखा बाद में उसने सोनु की तरफ देखा

फीर खाने लगी थोडी देर बाद वही हरकत दुबारा की तो मेरी नोटीस में आगया फीर उसनें वोही हरकत दुबारा की तो में उसें देख रहा हुं वो देखकर वो थोडी गभरा गइ ओर अपना सर जुका के अ‍ेसे खाना खाने लगी की जेसे कुछ हुआ ही नही ओर माहोल नोर्मल करने कोसीस में वो बात करने लगी

नेनु : राज तुजे पता हेना की कलसे सुबह तुजे चार दीन पुजा के लीये जाना हे

में : ओह.. सोरी दी मेतो भुल ही गया था, थेन्क यु याद दीलाने के लीये

नेनु : (बनावटी गुसे में) तुतो भुल ही जायेगाना बीझी जो रहेता हे, टाइम कहा हे बेठकर अपनी बडी दी से बात करने का

में : क्या दी सारा दीन घर पर ही तो रहेता हुं, आज अ‍ेक दीन घुमने गया था, वो भी तेरी इस लाडलीको घुमाने,

नेनु : ठीकहे ठीकहे मे तो अ‍ेसे ही केह रही थी, नाराज क्यु होता हे

में : नाराज कहां हुं, मे आपसे कभी नाराज हुआ हुं जो अब हुंगा, (फीर मजाक में) लगता हे अब आपको घुमाना पडेगा तब जाके आपको सांती मीलेगी

नेनु : चल चल जा, बडा आया मुजे घुमाने वाला, में तेरे साथ नहीं जाउंगी घुमने बुमने

तब कुछ नेनु को अचानक याद आया, वो खाना खाते रुक गइ ओर राज की ओर देखके

नेनु : अरे हां राज याद आया, आज सामको तुम लोग घुमने गये इसके बाद हमारे वकील का फोन आया था, वो हमारी जयपुर वाली प्रोपर्टी के लीये, केह रहा था पार्टी अ‍ेन. आर. आइ. हे, ओर सौदा होते ही फोरन वापस जाना चाहते हे, हमें जयपुर बुलाया हे इसेलीये हमसे मीटींग के लीये टाइम मांगा हे, हम उसे कब का टाइम दे?

में : अरे दी आप ही तैइ करके बता दो ओर चली जाओ सौदा करके वापस आजाना

नेनु : अरे डफर में अकेली नीर्णय नही ले पाउंगी, तुजे आना पडेगा साथ में

में : पर दी कल से सुबह मुजे चार दीन के लीय पुजा करना भी जाना हे ओर अ‍ेक हप्ते के बाद सोनु का बर्थडे भीतो हे

नेनु : तो हम चोथे दीन तेरी पुजा खतम होते ही चले जायेंगे ओर दो दीन में काम खतम करके वापस आपस आजायेंगे फीर धुम धाम से मेरी गुडीया का बर्थडे मनांयेगे

सोनु : मुजे नहीं मनाना धुमधाम से बर्थडे हम घर में रहकर ही मनायेंगे वो भी सीर्फ हम फेमीली मेम्बर, आप दोनो जाओ नीस्चीत होकर, में यहां हेन्डल कर लुंगी अकेले

में : अरे वाह सोनु तुमतो वाकइ सुधर गइ, तुमने नेनु की टेन्सन ही खतम कर दी,

नेनु : अ‍ेय बंदर मेरी गुडीया को कुछ मत कहेना, वरना पीटुंगी तुजे

सोनु : थेन्क यु दी (ओर मेरी तरफ अपनी जीभ नीकारलकर मुंह बानाया [color=rgb(0,]ये देखकर में ओर नेनु हसने लगे[/color])

में : दी तो प्रोग्राम फीक्स, हम राजकोट चले जायेंगे ओर वहासे प्लेन में जयपुर, फीर काम खतम होतेही प्लेनमे वापस ताकी हम यहां टाइम पर पहोंच सके क्या कहेती हो दी

नेनु : अ‍ेक दम परफेक्ट प्रोग्राम कीया तुने, ठीक हे में कल ही प्लेन ओर जयपुर मे होटेल बुकींग कर देती हुं, ओर सोनु कल साम चार बजे मुजे अंजु के घर भी जाना हे उसको कुछ सोपींग भी करनी हे

में : अरे वा दी तुम तो बहुत ही टेलेन्टेड हो, तुम लडकीयो में शोपींग अलावा क्या क्या टेलेन्ट होता हे जरा वो भी बतादो हमे (कहेके में हसने लगा)

नेनु : मेरी टांग खीचता हे, कमीने अ‍ेक दीन मेरे हाथ की मार खायेगा तु(मेरे कान पकडते)

में : अरे छोडो दी कान दुखता हे (दीने कान छोडते ही) आप टाइम देदो मुजे की कब मारोगी मुजे में हाजीर हो जाउंगा मार खाने के लीये हें..हें..हें..

नेनु : तु नही सुधरेगा, लगता हे सारी जींदगी तुजे अ‍ेसेही जेलना पडेगा हमें

फीर हम तीनो हसने लगे, फीर हमने खाना खतम कीया ओर में जा के सोफे पर बैठ गया नेनु ओर सोनु सब उठाके कीचन मे चली गइ ओर कुछ ही देर में सोनु भी आके मेरे पास बैठ गइ ओर मेनु पलट के कीचन की ओर देखा तो नेनु काम कर रही थी, मे सोनु की ओर घुमके

में : तु इतनी जल्दी फ्री होगइ ओर दी तो अभी काम कर रही हे?

सोनु : आज दी ने मुजे मना कर दीया, कहा जा तु बहार बैठ थक गइ होगी घुमके में कर लुंगी सारा काम

में : दी आज कल तेरा तो बहुत ख्याल रखने लगी हे दो दीन से दी कुछ अजीबो गरीब बाते ओर हरकते करती हे मेने नोटीस कीया हे, माजरा क्या हे सोनु तुजे पता हे?

सोनु : हां भाइ मेने भी नोटीस कीया हे, साम को देखा नहीं उसने खुद हमे दादी के रुम में भेज दीया ओर हरकते तो मेरे साथ अ‍ेसी कर रही हे जेसे में.. में.. (अपनी बात छोड दी)

म.ं : अरे बताना क्या में में?

सोनु : नहीं भाइ नहीं बता पाउंगी मुजे बडी सरम आ रही हें

में : अरे सरमा मत, बता मुजे, नहीं तो कसम दे दुंगा

सोनु : अरे नही भाइ कसम मत देना बताती हुं की दीदी मेरे साथ अ‍ेसा व्यवहरा कर रही हे की जेसे में इस घर की नइ नइ ब्वाहकर आइ कोइ दुल्हन हुं

कहेके सोनु सरमा गइ पर में कुछ मजाक के मुड में था ओर सोनु को उक्साना भी चाहता था

में : हां सोनु मुजे भी अ‍ेसाही लगता हे, आज दादी का व्यवहार भी कुछ अजीब था देखा नही तुने, केसे तेरा हाथ मेरे हाथ में थमा दीया जेसे कह रही हो की इस मुसीबत को संभालना

सोनु : (मायुस होकर उठ गइ) क्या भाइ में तुजे मुसीबत लगती हुं?

ओर उसके आंसु छलकने लगे ओर दोडकर उपर भाग गइ सीधा अपने रुम में बेड पर जाके पेटके बल लेट गइ ओर आंसु बहाने लगी अच्छा हुआकी नेनु नें नही देखा वरना आज तो मुजे सचमे डांट पडने वाली थी थोडी देर बाद काम खतम करके नेनु भी मेरे बाजुमे आके बैठ गइ ओर मुजे अ‍ेक नजरसे देखने लगीतो मुजे कुछ बेचेनी होने लगी

में : दी अ‍ेसे क्यु देख रही हो मेने कुछ कीया हे क्या?

नेनु : हां क्यु रुलाया मेरी गुडीया को, मेने देखलीया था उसे रोकर उपर भागते हुअ‍े

में : नहीं दी मेने तो सीर्फ थोडा मजाक कीया था तो थोडा हर्ट हो गइ

नेनु : तु पहेले उपर जाके मना उसे, फीर नीचे आके बात कर मुजसे में यही बैठी हुं

में उठकर फोरन उपर दोड पडा उसके रुम में जाके देखा तो सोनु उल्टी पडी सुबक रही थी, में फोरन उसके बेड पर जाके बैठ गया ओर उसके सर पर हाथ रखकर सहेलाने लगा, तो उसने सर उपर करके अ‍ेक बार मेरी तरफ देख लीया ओर फोरन दुसरी तरफ करलीया ओर अपने आंसु पोछने लगी तभी मुजे रीयलाइज हुआ की आज मेने सोनु को कुछ ज्यादाही हर्ट कीया हे ये सोचते मेरा दील भर गया ओर मेरी आंखोसे कुछ आंसुओ की बुंद गीरने लगी

में : सोरी सोनु में मजाक मे कुछ ज्यादाही बोल गया, माफ नहीं करेगी तेरे इस कमीने भाइ को

सोनु ने पलटकर मेरी ओर देखा मेरे आंसु देखते ही वो फोरन बैठ गइ ओर मुजसे लीपटकर फीर रोने लगी ओर रोते रोेते बात करने लगी

सोनु : आप क्युं रो रहे हो, भाइ आप मत रोओ मे आपको रोते हुअ‍े नहीं देख सकती प्लीज भाइ मान जाओ नहीतो में कुछ कर बैठुंगी प्लीज.. प्लीज

में : भगवान मुजे कभी माफ नहीं करेगा, क्यु की मेने अपनी गुडीयाको रुलाया हें

सोनु : प्लीज भाइ अ‍ेसा मत बोलो मुजे आपसे कोइ सीकायत नहींहे आप सांतहो जाओ

फीर सोनु मेरे आंसु पोछने लगी ओर मेने भी सोनु के आंसु पोछे ये द्रस्य देखकर ओर अ‍ेक आंख मे आंसु बहेने लगे जो रुमके बहार खडी होकर दोनो का प्यार देख रही थी, वो थी नेनु जो चुपके से राज के पीछे उपर आइ थी, जेसे ही उसको लगा की वो जोरोसे रो पडेगी फोरन अपनें आंसु पोछते वापस नीचे भाग गइ

इधर सोनु ओर राज थीडी देर खामोस बैठे रहे अब राज इस मामले को जल्द से जल्द खत्म करना चाहता था क्युकी उसका अपनी बहेनो के प्रती इतना प्यार बढ चुका था की अब उससे बरदास्त करना मुस्कील हो रहा था ओर उसने माहोल हल्का करने की कोसीस करनी चाही, इस लीये उसने अपने कान पकडते कहा

में : सोनु आइ अ‍ेम सोरी आजके बाद तुजे कभी हर्ट नही करुगा ये वादा हे मेरा

सोनु : (उसका हाथ छुडाते) आपसे माफी मांगनेकी जरुरत नही, ओर भाइ कान मत पकडो कान पकडते आप गध्धे जेसे लगते हो (कहेके हसने लगी) हें..हें..हें..

में : में तुजे कहांसे गध्धे जेसा लगता हुं, कहीं तु सुबह वाली घटनाके बादतो नही केरही

सोनुको फोरन वो याद आगया की भाइका टोलीया गीर गया था ओर उसका गध्धे जेसा लंड दीख गया था, बापरे कीतना बडा था, ये याद आतेही वो राजको मुका मारने लगी

सोनु : छीं भाइ आप कीतने गंदे हो, सरम नही आती अ‍ेसी बात करते आपको

में : (बेसर्म होके) नहीं, नहीं आती बल्के में तो केह रहा हुं अब तु भी बेसर्म होजा

सोनु : नही होना मुजे बेसर्म, आपकी बेसर्मी आपीको मुबारक, ओर जाइअ‍े मुजे थोडा हुलीया भी ठीक करना हे तो में जा रही हुं बाथरुम में

वो उठके जाने लगी तो में भी उठ गया ओर जेसेमे दरवाजाके पास पहुंचा सोनु ने मुजे आवाज दी

सोनु : भाइ अ‍ेक मीनीट

में : क्या हे सोनु कुछ काम था?

सोनु : हां आप अभी कीधर जा रहे हे?

में : वो तेरी नेनु के पास, डांट खाने

सोनु : वो आपको नहीं टाटेंगी, ओर आप जल्दी आजाना, मेरा गीफ्ट जो बाकी हे

में : अरे हा सोनु इतनी देर बेठे थे हम, मांगा क्यु नही,

सोनु : क्या में रोते रोते मांगती गीफ्ट आपसे, जाओ ओर जल्दी वापस आओ

में : (जान बुजकर) जी रानीसाहिबा

जेसे ही सोनु ने रानीसाहिबा सुना वो सरम से पानी पानी हो गइ ओर बाथरुम में घुस गइ जेसे ही में नीचे आया नेनु वापस नोर्मल होके सोफे पर बैठे थी, ओर में जाके उसके बगलमे बैठ गया

नेनु : मना आया तु गुडीया को?

में : हां दी वो मानभी गइ ओर उसे खुब हसाके भी आया वो अब खुस हे

नेनु : अ‍ेक बात कहु राज आजके बाद सोनु को अ‍ेसी कोइ बात मत करना जो वो हर्ट होजाये, चाहे तो मुजे जो कहना हे कहेना में बुरा नही मानुंगी, लेकीन मेरी गुडीया को कभी मत रुलाना क्योकी वो बहुत सेन्सेटीव हे,

में : नही दी आइ अ‍ेम सोरी, मेभी उसे हर्ट करना नही चाहता था, पर बातो बातो में मेरे मुंह से अ‍ेसी कोइ बात पर वो हर्ट हो गइ, मुजे माफ कर दो

नेनु : तु माफी मत मांग, तु अच्छा नही लगता, गध्धा कहीका हें..हें..हें..

में : क्या में वाकइ गध्धा जेसा दीखता हुं उपर सोनु भी मुजे गध्धा केह रही थी

यें सुनते नेनु जोर से हसने लगी साथमें मेभी हसने लगा ओर नेनु हसते हुअ‍े

नेनु : हां बीलकुल सही केह रही थी, तु अ‍ेकदम गध्धा हे हें..हें..हें..

में : हां इसीलीये दोनो बहेने मुजसे मजदुरी करवा रही हो, कभी शोपींग कभी घुमाना

ये सुनते नेनु फीर अ‍ेक बार खीलखीलाट हस पडी थोडा हसने के बाद वो थोडी गंभीर हो गइ ओर मेरी ओर देखके उसने अपने दोनो हाथो से मेरा हाथ पकडलीया ओर मेरी ओर देखके

नेनु : राज अ‍ेक चीज मांगु तुजसे, देगा मुजको?

में : दी मेने आपसे पहेले भी कहा हे आपको मांगने की जरुरत नही हे आप सीर्फ हुकुम कीजीये मेरी हर चीज पर आपका पुरा अधीकार हे बलके मेरे जीवन पर भी

ये सुनते ही नेनु ने मुजे जोरोसे हग करलीया तभी दी के लीये जोलाया था मुजे याद आ गया आपको याद होगा वो लडकी के पाससे मेने चमेली की दो वेनी ली थी अ‍ेक सोनु के बालो मे लगाइ ओर दुसरी मेने बहा छुपााके रखी थी ताकी नेनु कोभी पहेना सकु

में : अरे दी देनेसे मुजे कुछ याद आया आप अपनी आंखे बंध करलीजीये में अभी आया

नेनु : अरे आंखे क्यु बंध करना हे, क्या भुल गया, क्या याद आया तुजे

में : अरे करोना मे आपके लीये अ‍ेक गीफ्ट लाया हुं प्लीज करोने बंध

फीर दी ने ठीक हे कहेके अपनी दोनो आंखो पर अपने हाथ रख दीये, अपनी दोनो हथेली अपनी आंखो पर थी ओर हाथकी कोनी अपने पैर पर टीकाते जुकके बैठ गइ तो में फोरन दोडके बहार गया ओर फटाफट फुलो की वेनी लेके वापीस आगया, ओर आके दीदी के बगल में बैठ गया दीदी जुकी हुइ थी तो मेने दी से कहा

मे: दी जब तक में ना कहु हाथ मत हटाना, ओर आप थोडी सीधी होकर बैठ जाओ

दी फोरन सीधी बैठ गइ ओर मे उसके बालो में उसकी नागीन सी चोटी की साइड मे वेनी लगाने लगा दी भी अपने सर पर मेरा हाथ लगते ही रोमांचीत हो गइ ओर मंद मंद मुस्कराने लगी, मेने भी वेनी लगाके उसके सामने घुटने टीकाके नीचे बैठ गया ओर अपना हाथोसे नेनु के हाथो को पकड लीया

ओर आहिस्ता आहिस्ता हटाने लगा नेनु ने आंख खोली तो मुजे उसके सामने नीचे बैठे पाया फीर मेरी तरफ हसके अपना अ‍ेक हाथ पीछे ले जाकरर चेक करने लगी जेसे ही उनको पता चला मेने उसके बालो मे वेनी लगाइ हे तो उसने वेनीको पकडके आगे कर दीया ओर उसे देखने लगी चमेलीके फुलो की वेनी देखते ही वो अ‍ेकदम खडी हो गइ

ओर मेरी बांहे पकडके मुजे भी खडा करदी या ओर मुजे अपनी बाहोंमे लेलीया फीर उसने अपनी आंखे नम कर ली ओर मुजे थेन्क यु थेन्क यु कहे जा रही थी फीर हम अलग हुअ‍े उसने मेरा चहेरा पकड लीया ओर मेरे माथा चुम लीया मेने उसे हाथ पकडके सोफे पर बीठा दीया ओर खुद उसके बगलमे बैठ गया फीर नेनु मेरी तरफ देखके

नेनु : थेन्क यु वेरी मच बेबी, आज तुने जो खुशी दी हे मे उसे जींदगी भर नही भुलुंगी तु नही जानता ये मेरी जींदगी का सबसे अनमोल तोहफा हे

में : अरे दी वेनी ही तो हे मुजे लगा की मेरी दी को पहेनाउगा तो उसका सुंदर सा चहेरा चांदसा हो जायेगा ओर वे ज्यादा सुंदर लगेगी, वेसे अ‍ेक बात बताउ आपको, इस गजरे में आप बहुत खुबसुरत लगती हो

नेनु : अरे बुध्धु ये सीर्फ वेनी ही नही इसकी अ‍ेहमीयत क्या हे तुजको पता है? की वेसे ही ले आया, तु जानता भी हे, वे कीसे दी जाती हे, ओर कोन देता हे, की समजाना पडेगा

में : तो समजाओने दीदी मुजे की कोन देता हे ओर कीससे दी जाती हे में जानना चाहता हुं

नेनु : अरे बुध्धु झयादातर ये गजरा अ‍ेक पती अपनी पत्नी को देता हे बलकी पहेनाता भी हे समजे बुध्धु के ओर समजाना पडेगा, वेसे तु क्या समजकर लेआया था

में : मेतो बाद में बताउंगा पहेले तुम बताओ, तुम ने क्या समजकर पहेना हे, जो बाद में देखके आप अ‍ेकदम खुश होगइ थी, आप तो इसकी अहेमीयत जानती थी फीर मुजे गुसा क्यु नहीं हुइ ओर येतो मेने सोनु को भी पहेनाया हे

नेनु ये सुनते ही सकपकाइ जेसे उसकी चोरी राजने पकडली हो, दरसल ये बात राज भी जानता था ओर उसने अपनी बहेनोको पत्नी मान कर ही पहेनाया था लेकीन दीखावा अनजान बननेका कर रहा था वो अपनी दोनो बहेनो से बराबर प्यार करता था ओर धीरे धीरे आगे बढना चाहता था ओर अ‍ेसी हरकत बाते सब जानबुजकर ही करता था ओर बातको मजाक कहेके दोनो को उकसा रहा था, ओर आज नेनु भी उसे छोडने वाली नही थीं

नेनु : वो.. वोः में..में..,

में : अरे बकरीबेन गभराओ नही, नहीं बताना हे तो फोर्स नही करुगा, देखो केसा मुह होगया आपका

नेनु : (मुजे मुका मारते) कमीने में कोइ गभराइ नही, बताना मुजे क्या समजकर ले आया था प्लीज ताकी में आराम से सो सकु (कहेके हसने लगी)

में : ठीक हे पर गुसा मत करना में.. में पत्नी ही समजकर ले आया था

ये सुनते ही नेनु अ‍ेकदम सीरीयस हो गइ ओर मेरी ओर अ‍ेक नजरसे देखने लगी में भी इसका रीअ‍ेक्शन देखना चाहता था बात गंभीर हुइ तो संभाल लुंगा इसलीये मेने भी गंभीर होने का नाटक करते नीचे मुंह करके बेठ गया ओर नेनु के उतर का इन्तजार करने लगा

नेनु : राज आर यु सीरीयस क्या इसके लीये तुम तैयार हो?

नेनु को इतनी गंभीर देखके मेरी हसी छुट गइ ओर में जोर जोर से हसने लगा पर नेनु नहीं हसपाइ वो अभी भी मुजे घुरकर देअ रही थी वो थीडी मायुस भी हुइ आज उसे राज से बहुत उमीद थी आज वो राज को सोनु की बात करने वाली थी ओर राज ने उसे पत्नी कहेकर जटका देदीया, वो जानती थी राज दोनो बहेनो से बराबर बहुत प्यार करता था वो अब कस्मकस मे पड गइ ओर कोइ नीर्णय नही ले पारही थी

में : क्या दी आप भी, मेरा इतना मजाक भी नही समजती हें..हें..हें..

नेनु : राज कभी तो सीरीयस बात कराकर हर वक्त मजाक सुजता हे में तुजसे आज कुछ मांगने वाली थी पर तुमने मेरी उमीदो पर पानी फेर दीया

में : दी आइ अ‍ेम सोरी, आइंदा कभी भी मजाक नही करुगा अ‍ेक बार माफ करदो

नेनु : तु हर बार माफी मांगके छुट जाता हे ओर में तुजे मजाक करनेसे नही रोकती पर बात को पहेले समजो सही समय देखो बाद में मजाक करो, वेसे तेरी मजाक के बगैर हमारा दीन भी नही गुजरता तुम करो मजाक खुब मजाक करो पर माहोल देखके समजे

में : जी दीदी आइंदा खयाल रखुंगा, थेन्क्स माय स्वीट दी समजाने के लीये आपकी बातो को याद रखुंगा

नेनु : (हसके) वेसे थेन्क्स तो मुजे कहेना चाहीअ‍े इस ब्युटीफुल तोहफे के लीये, जाओ आज घुमने गये थे थक गये होगे जाकर सो जाओ सुबह तुजे जाना भी हे तो सात बजे पहोंच जाना मंदिर

कहेके नेनु ने मेरे गाल पर कीस करनी चाही तभी मेने उसके तरफ मुह घुमाया तो दी से मेरे गाल के बजाय मेरे होंठ पर कीस हो गइ उसने फोरन अपना चहेरा पीछे लेलीया ओर सरमा गइ वो फोरन उठके अपने रुम की ओर जडपसे जाने लगी पीछे मेने गुडनाइट कहा पर उसने कोइ जवाब नहीं दीया ओर दरवाजा बंध कर लीया

में भी उठके जाने लगा तभी मुजे कुछ याद आया में आहिस्तासे नेनु के दरवाजे के पास पहुंच गया फीर आजु बाजु देखकर जुकके दरवाजे की कीहोल से देखने लगा अंदर देआ तो दी अपने बेड पर बैठके हांफ रही थी उसके दोनो हाथ अपने सीने पर थे ओर वो अपनी सांसोको कंटड्ढोल करनेकी कोसीस कर रही थी थोडी देर बाद जब सांस कंटड्ढोल हुइ तब वो सरमा के हसने लगी

फीर अपने अ‍ेक हाथ की दो उंगली अपने होंठो पे रखदी फीर वोही उंगलीयो के अपने दील पर लेजाकर रखदी बादमें वही बुब्स को मसलने लगी ओर दुसरा हाथसे अपनी बुर को सहेलाने लयी ओर धीमी आवाज में बडबडाने लगी

नेनु : ओह राज क्या हो गया मुजसे अब केसे नजरे मीलाउगी तुजसे तुने तो मुजे पागल कर दीया कमीने आइ लव यु आके प्यार कर अपनी नेनु को तुजे केसे कहु की तेरी नेनु तुजे कीतना प्यार करती हे तु पहेल करके क्यु मुकर जाता हे तेरी नेनु तुजे कीतना हीन्ट देती हे तुहे के समजता नही ओर मेरी सोत को लेके घुमता हे, कमीने वो भी तो तुजे इतना प्यार करती हे कही चोद तो नही लीया तुने उसे फकमी हार्ड राज ओर जोरसे चोद मुजे

नेनु बडबडाये जाती थी ओर अपनी चुत को सहेलाये जा रही थी जेसे जेसे बडबडाये जाती थी अ‍ेसेही उसकी सहेलानेकी स्पीड बढती गइ फीर ओह राज में गइ कहेके अपनी सलवार में ही जड गइ फीर सांत हुइ ओर उसे रीयलाइज हुआ की वो जोरोे बोल रही थी कही कीसीने सुन तो नहीं लीया ये देखने वो उठके दरवाजे की ओर आने लगी ये देखके में फोरन दोडके सीडी चड गया ओर अपने बाथरुम में घुस गया

उधर नेनु ने हल्का दरवाजा खोलके बहार जाका यहां कोइ नही था पर उसके कान बहुत चोककने थे कीसी के सीडी चडने की आवाज उसने सुन लीथी फीर दरवाजा बंध करके सीधे बाथरुम में घुस गइ ओर कपडे नीकालकर नहाने लगी फीर नहाकर अपना गाउन पहेनकर बेड पर आके लेट गइ ओर लेटे लेटे ही सोचने लगी कोन होगा सायद सोनु होगी जो पानी पीने आइ होगी यातो राज पर राज तो मेरे साथ ही खडा हो गया था जानेके लीये कही अ‍ेसा तो नहीं की वो गया ही नहो यही सोचते उसे कब नींद आगइ उसे पताही नही चला

कन्टीन्यु..[/color]
 

[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - ८[/color]

[color=rgb(0,]फीर नहाकर अपना गाउन पहेनकर बेड पर आके लेट गइ ओर लेटे लेटेही सोचने लगी कोन होगा सायद सोनु होगी जो पानी पीने आइ होगी यातो राज पर राज तो मेरे साथही खडा हो गया था जाके लीये कही अ‍ेसा तो नहीं की वो गया ही नहो यही सोचते उसे कब नींद आगइ उसे पताही नही चला....[/color][color=rgb(0,]अब आगे[/color]

[color=rgb(0,]उधर राज बाथरुम में फ्रेस होकर अपना नाइट डड्ढेस पहेन लीया ओर जाके अपने बेड पर साइड में बैठ गया ओर सोचने लगा की नेनु भी मुजे इतना प्यार करती हे पर मुजे केह नही पाती सायद वो कहेने से डरती हे ओ मेंभी तो उसे इतना चाहता हुं में भी इसे कहने से डरता हुं

लेकीन अ‍ेक तो वो लडकी हे उपर से मुजसे बडी बहेन हे तो पहेले पहेल तो करेगी नही, मुजे ही पहेल करनी पडेगी इस लीये मुजे ही आगे बढना पडेगा, ये सोचते सोचते अ‍ेक घंटा बीत गया, तभी उसे अपने दरवाजे पर सोनु खडी दिखाइ दी तो वो अपने विचारोसे बहार आगया ओर सोनु की ओर देखके कहेने लगा

राज : अरे आओ सोनु, वहां क्यु खडी हे आजा अंदर

फीर सोनु अंदर आके दरवाजा बंध करलीया ओर आके राज के सामने खडी होगइ उसका अ‍ेक हाथ पीछे छीपा रखा था, सोनु ने वोही डड्ढेस अभी भी पहेन रखा था ओर वापस उसी तराह तैयार होके आइ थी, पर आज सोनु के चहेरे पर सरम के साथ नजाकत भी छलक रही थी ओर अपने दिलकी धडकन भी थोडी तेज चल रही थी, राज उसे देखताही रह गया तो सोनु सरमसे पानी पानी हो रही थी

सोनु : भाइ में आपसे अपना गीफ्ट मांगने आइ हुं

राज : हां हां स्योर बोलो सोनु क्या चाहीये तुजे मांगले अपने भीइ से, मना नहीं करुगा

फोरन सोनु राज के आगे घुटने बल बैठ गइ ओर पीछे जो हाथ छुपाया था वो राज के सामने ले गइ जो उसने अ‍ेक गुलाब का फुल पकडा था ओर अब दोनो हाथो से फुल पकड लीया ओर राज के आगे करलीया

सोनु : भाइ में आपसे बहुत प्यार करती हुं प्लीज मेरा प्यार कबुल करलो, आइ लव यु

राज ये देखके अंदरसे बहुत खुश होगया चलो आखीरकार सोनु ने प्रपोज करही दीया पर वो थोडा मजे भी लेना चाहता था ओर साथ ही साथ आगेका नेनु वाली बात काभी रास्ता तैयार करना चाहता था ताकी आगे कोइ प्रोबलेम नाहो

राज : सोनु चाहता तो मेभी हुं तुजसे पर क्या करु हमारे बीच ये भाइ बहेन का रीस्ता जो हे इसी लीये मे तुजे केह नहीं पाया ओर कहेने से डरता था

सोनु : भुल जाओ की तुम मेरा भाइ हो, मेने कभी आपको भाइ मानाही नही हे ओर स्वीकार करलो मेरे प्यार को, अपना लो मुजे हंमेसाके लीये अब में आपके बगैर नहीं रेह सकती भाइ सादी करलो मुजसे, बनालो मुजे अपनी पत्नी

राज : पर सोनु हम नेनु को क्या कहेंगे, केसे बात करेंगे उसे, कहीं मुजे घरसे ही ना नीकालदे ओर तुभी तो मेरी बहेन हे में बहेन को केसे अपनाउ बहुत उलजन में हुं

सोनु : कोइ उलजन नहीं भाइ, ओर नेनु को हम दोनो मीलकर मनालेंगे, मुजे पुरा यकीन हे की वो मान जायेगी ओर इस रीस्ते को कबुल कर लेगी, तब तक हम ये रीस्ता उससे छुपायेंगे, रही बात बहेन की तो आपके पास अ‍ेक बहेन तो हेही उसे बहेन का प्यार दे देना ओर मुजे पत्नीका प्यार देना, में तो अब आपसे सीर्फ पत्नीका ही प्यार दुगी, वेसे भी जब हम घुमने गये थे तबही मेने मन ही मन आपको पती मान लीया था, ओर आपने भी अंजाने में ही सही मुजे अ‍ेक पत्नी की तराह ही टड्ढीट कीया था भुल गये
ये फुलो की वेनी जो अ‍ेक पती ही अपनी पत्नीको पहेनाता हे तो भाइ प्लीज कबुल करलो मेरे प्यार को

राज : में तेरे प्यार को कबुल तो करलुगा फीर भी मेरी उलजन खतम नहीं होगी

सोनु : अब केसी उलजन भाइ बताओ मुजे हम दोनो मीलकर उसे सुलजायेगे

राज : दरसल पती ओर पत्नी का अ‍ेक अ‍ेसा रीस्ता हे जो उसकी बुनीयाद विस्वास पर टीकी हुइ हे ओर मेरा भी यही मानना हे की दोनो अ‍ेक दुसरोके प्रती खुली कीताब हो जाना चाहीये

सोनु : सोनु अ‍ेसी उलजन भरी बाते ना करो, जो कहेना हे साफ साफ कहो में आपकी कोइ बातका बुरा नही मनुंगी, विस्वास करो मुजपर ओर कहो जो कहेना हे

राज : दरसल सोनु में.. में अ‍ेक ओर लडकीसे भी प्यार करता हुं, क्यु की ये बात छुपाके में तुजे कोइ धोखेमे रखना नहीं चाहता

सोनु : जानती हुं में.., जानती हुं की वो लडकी कोन हे पर इससे मुजे कोइ अ‍ेतराज नहींकी आपके जीवन में कीतनी लडकी हें मेतो सीर्फ इतना चाहती हुं की तुम मुजे तुम्हारी पहेली पत्नी का दरज्जा दो, मेतो सीर्फ तुम्हे चाहती हुं, ओर हंमेसा तुम्हारी रहुंगी ये वादा हे मेरा

में : (आस्चर्य होते हुअ‍े) तुम जानती हो उसे? ओर तुम्हे ये भी पता हे की मे उसे भी प्यार करता हुं फीर भी तुमने मुजे चाहा? बताओ मुजे वो कोन हे?

सोनु : वो लडकी हे.... हमारी नेनु दीदी, तुम नेनु को भी प्यार करते होना? मुजे पता हे, फीर भी मेने आपको चाहा, सीर्फ मेंही नही सायद दी भी आपको चाहती हें, ओर हम दोनो को भी पता हे की आप भी हम दोनो सें बहुत प्यार करते हो

में : कमाल हें, सोनु मुजे तो पता था की तुम मुजे बेहद चाहती हो पर नेनु का मुजे नही पता था, तुमको केसे मालुम हुआ की नेनु मुजे चाहती हे बताओना

सोनु : भाइ हम लडकीयो की भी कोइ जरुरत हे, तो अ‍ेक बार मेने छुपकेसे नेनु को वो हरकत करते देखलीया था वो तुमहे इमेंजींग कर रही थी, क्युकी उसके मुह से आपका नाम नीकल गया था तब मुजे मालुम हुआ की दी भी आपको मेरी तरह चाहती हे, उसी टाइम मेने सोच लीया की अगर दी भी आपसे सादी करले तो हम दोनो बहेने आपसमें मीलजुलकर रहेंगी, वेसेभी हमारी आपसमें अच्छी पटती भी हे, तो भाइ प्लीज अब ओर मत तडपाओ मुजे अब तो दादीने भी मेरा हाथ आपको सोंप दीया हे भाइ अब तो इश्वर भी हमारे साथ हे

मे ने सोनु के हाथ से गुलाब का फुल लेलीया ओर में बेड से खडा होगया फीर उसेभी कंधोसे पकडकर खडा कीया ओर मेने उसकी आंखोमे देखते हुअ‍े कहा

में : ठीक हे, मुजे कबुल हे तेरा प्यार, आइ लव यु सोनु

सोनु : (अ‍ेकदम खुश होके) आइ लव यु टु जानु, थेन्क यु वेरी मच मेरा प्यार कबुल करने के लीये, यें मेरी जींदगी का सबसे बेस्ट तोहफा हे

इतना कहेके वो मुजसे लीपट गइ, ओर मेने भी उसे कसकर अपनी बांहोमे भर लीया ओर अ‍ेसे लीपटे हुअ‍े थे की बरसो के बाद मीले हो, नीचे मेरे लंड ने हरकत करना सुरु कर दीया ओर अ‍ेसे खडा होने लगा जेसे कहीं जेक लग रहा हो, मेने सोनु का चहेरा अपने दोनो हाथो मे लीया फीर उसके आंखो मे देखने लगा तो उसने अपनी नजर सरमाके जुकाली

ओर मे अपने होंठ आहिस्ता आहिस्ता सोनु के होंठो के पास लेजाने लगा, सोनु भी अपना चेहरा धीरे धीरे आगे करने लगी फीर अचानक खुद सोनुने ही मेरे होंठो को भींच लीया हम दोनो अ‍ेक दुसरेके होंठो पर दबाव बनाने की कोसीस करते रहे फीर अचानक सोनु ने चहेरा दुर कीया ओर मेरी आंखोमे देखने लगी थोडी देर देखने के बाद वो पागलो की तराह मेरे चहेरे को चुमने लगी ओर चुमते चुमते कहे जा रही थी

सोनु : लव यु जानु, मुंआाा.. आइ लव यु,बुच.. बुबुचच..बुचच ओह जानु लव यु लव यु

में भी उसे इसी तरहा चुमता रहा हम दोनो आपस में अ‍ेसे चुम रहे थे की जेसे कोइ बरसोसे बीछडे हुअ‍े प्रमी हो फीर हम सांत होके अ‍ेक दुसरो की बाहों मे कही देर खडे रहे बाद मे मेने सोनु का हाथ पकडकर उसे मेरे बेड पर बीठा दीया ओर में भी उसे अ‍ेकदम सटकर बैठ गया फीर मेने सोनु की कमर मे हाथ डाल दीया ओर उसे अपनी तरफ खीचा सोनु के मुंह से आउच की आवाज नीकल गइ ओर मेने उसकी तरफ देखके हस दीया ओर उसे कहेने लगा

में : सोनु आज में बहुत खुस हुं तु नहीं जानती की तुमने मुजे कीतनी खुशी दी हे जी चाहता हे सारी जींदगी तुजे अ‍ेसेही अपनी बाहों मे लेके बैठा रहुं

सोनु : भाइ में भी तो यही चाहती हुं आपको पता हे में बचपन सेही आपको पती मान चुकी हुं इसीलीये तो कभी आपको राखी नही बांधी मेने हमेसा आपको अपना पती ही माना हे चाहती हुकी में आपसे कभी अलग ना होअु आपने मेरा प्यार कबुल करके मुज पर बहुत बडा अहेसान कीया हे आइ लव यु सो मच

में : नहीं आज के बाद हमारे बीच कोइ अहेसान जेसा शब्द नहीं, बल्के में खुद इतना धन्य हुं की मुजे पागलो की तराह प्यार करने वाली मेरी दोनो बहेने मीली हे, थेन्क यु जानु

सोनु : तुम भी ना, अभी मुजे भासण दे रहे थे की हमारे बीच कोइ अहेसान नहीं तो ये बीच में थेन्कयु कहासे आया? मेरा पागल मजनुं हें..हें..हें..

फीर हम दोनो हसने लगे, ओर सोनु मुजे बेठे बेठेही लीपट गइ ओर मेरे गाल चुमने लगी

में : सोनु मुजे तुमसे अ‍ेक बात कहेनी थी, जब तक हम नेनु नही मान जाती तब तक हम हमारे रीस्तेको छुपायेंगे, नेनु के सामने हम पहेले की तरह नोर्मल रहें, ओर तुम भी कभी अ‍ेक्साइटमेन्ट में उसके सामने कोइ अ‍ेसी वेसी हरकते मत करना, समजी?

सोनु : ठीक हे भाइ जेसे आप कहो, वेसाही करुगी, वेसे भी अब मुजे आपका हर हुकुम मानना पडेगा, मेरे होने वाले पतीदेव जो हो हें..हें..हें..

में : हुकुमवाली, में नहीं करुगा हुकुम बुकुम, ओर हुकुम करके मे अपनी बीवी को गुलाम बनाना नही चाहता, वो तो मेरे दिल मे रहकर राज करेगी राज, समजी

सोनु : समज गइ जानु, ओर कोइ हुकुम (कहेके हसने लगी) हें..हें..हें..

में : (हसके) तुम नहीं सुधरोगी, अरे हां सोनु मुजे तेरी मदद चाहीये नेनु के मामले में

सोनु : केसी मदद, आप बोलो भाइ मुजे क्या करना होगा में आपका हर काम करुगी

में : ठीक हे तो सुन, नेनु मेरे बारे में क्या सोचती हे, क्या नही वो, ओर नेनु मुजे प्यार का इज्हार करे इसके लीये तुजे उसको उक्साना पडेगा, मतलब तुजे इसकी हर बात मुजे बतानी पडेगी मतलब... तु समज गइना

सोनुं : (हसकर) हां मेरे मजनुं में सब कुछ समज गइ, मतलब येहे की मुजे मेरी सोतन को तैयार करना हे, यही केह रहे थे ना जानु, मुंहा..(मुजे चुम लीया)

में : वाह मेरा नसीब, मुजे कीतनी समजदार बीवी मीलेगी, मेतो धन्य हो गया

सोनु : अच्छाजी, इतनी तारीफ, अब तारीफ ही करोगे या.. ओर.. कुछ..

इतना सुनते ही राज बेड से उठ गया ओर सोनु को उठाके बेड पर लीटा दीया ओर खुद भी जाके उसके बाजु मे लेटकर उस पर जुक गया ओर सोनु के होंठो को चुमने लगा, सोनुने भी अपना अ‍ेक हाथ उठाकर राज के गले में डाल दीया फीर अचानक सोनु को अपने बुब्स पर राज का हाथ महेसुस हुआ

जो राज उसे हल्का हल्का दबा रहा था इस हरकत से सोनु अ‍ेकदम उतेजीत हो गइ ओर अपनी टंग(जीभ)राज के मुह में डालदी ओर राज उसे लोलीपोप की तराह चुसने लगा ओर राज उसके बुब्स को जोर से मसलने लगा सोनु को अपने बुब्स पर थोडा दर्द होने लगा पर उसने राज को महेसुस नही होने दिया वो आज पुरी तराह राज को समर्पीत होजाना चाहती थी

फीर उसने अपना हाथ नीचे लेजाकर राज का लंड राज के पाइजामाके उपरसेही पकड लीया ओर हल्के हल्के दबाने लगी राजकी भी सीसकारीया नीकलने लगी फीर अचानक राज सोनु के उपर लेट गया अपने दोनो हाथोकी कोहनी साइड मे टीकाकर दोनो हाथो से सोनु के दोनो बुब्स मसलने लगा साथमे दोनो पागलोकी तरह अ‍ेक दुसरेके होंठ स्मुच कर रहे थे

अचानक सोनु अपना आपा खो बेठी ओर अपने दोनो हाथो से राज के सर्ट के बटन खोलने लगी तभी राज को रीयलाइज हुआ की सोनु कंटड्ढोल खो चुकी हे ओर अब वो मुजसे फीजीकल होना चाहती हे राज ने उसे फोरन रोक लीया ओर सोनु की ओर देखके कहेने लगा

में : नहीं सोनु प्लीज अभी नहीं जब तक हमारी सादी नहीं होती तबतक में ये करना नहीं चाहता मान जाओना प्लीज..

सोनु : (रुक कर) पर क्युं भाइ आज पुरी तराह मुजे अपनी बनालो में कबसे तरस रही हु तुम्हारा इस प्यार पाने के लीये मना मत करो भाइ में नही रेह पाउंगी

में : सोनु तुम समजती क्यु नहीं तुमसे ज्यादा में उतावला हुं तुम्हमरे साथ फीजीकल होने के लीये ओर ये काम में बीना सादी नहीं करुगा क्युकी बीना सादी कीसीसे सबंध बनाना मे यह पाप मानता हुं पता नहीं ये सच हे की सीर्फ मेरी धारणा, तुम अपनी जानु की इतनी बात नहीं मानोंगी, ओर कल पुजा भी हे तो प्लीज समजो मेरी बात को

सोनु : भाइ पर हम सादी कब करेंगे क्यु की में पुरी तराह आपकी होना चाहती हुं

जब दोनो बात कर रहे थे तब भी राज सोनु के उपर ही लेटा था

मे : सोनु मेने तुजे बोला थाना की आज सीर्फ बर्थडे गीफ्ट मांगना, मीलेगा तुजे तेरे बर्थडे के दीन तो आज मेने तेरा प्यार कबुल करलीया, पर अपनाउंगा तुजे बर्थडे के दीन, तब तक हम अ‍ेसेही प्यार करते रहेंगे ओर उस दीन तुजे अपनी पत्नी बना लुगा

सोनु : पर भाइ ये केसे संभव हे, अभी तो हमें नेनु दीदी को भी मनाना हे फीर सादी की तैयारी भी क्या इतनी जल्द ये सब संभव हे?

में : वो सब तु मुज पर छोडदे तेरे भाइका गीफ्ट इतना कमजोर नहीं हे ये वादा रहा मेरा तेरे बर्थडे के दीन ही तुजे में अपनी पत्नी बनाउंगा ओर हम सुहागरात भी मनायेंगे फीर तुजे जमकर चो.....

सोनुं : (राज के मुंह पर हाथ रखके) बस भाइ आगे मत बोलना मुजे सरम आ रही हे

में : अरे मेरी जानु से बात करना केसी सर्म, बेबी अब तु भी थोडा बेसर्म होजा अभीतो मेरे साथ सब कुछ करना चाहती थी, आगे बहुत कुछ होने वाला हें, अगर सरम आयेगी तो मेरे बच्चे केसे पैदा करोगी हें..हें..हें..

सोनु : (हसके मेरे सीनेपे मुका मारके) कीतने बेसर्म हो अपनी बहेन को प्रेगनेन्ट करोगे? कहे दुंगी नेनु दीदी को मारेगी आपको हें..हें..हें..

में : वो मारेगी उससे पहेले में मारुगा उसकी, फीर वो भी तेरी तरह पेट फुलाके घुमती रहेगी सारे घर में हें..हें..हें..

सोनुं : छीं कीतने उतावले हो तुम अपनी बहेनो को प्रेगनन्ट बनाने के लीये, अब तो मुजे जल्द ही नेनु को मनाना पडेगा मेभी तो देखु मेरी बहेन पेट फुलाके केसी लगती हे हें..हें..हें..

में : जानु वेसे भले हम फीजीकली नहो पर हम अ‍ेक दुसरोको सेटीसफाइ तो करही सकते हे

कहेके राज सोनु के होंठो को चुमने लगा ओर सोनु के बुब्स दबाने लगा, सोनु ने भी अपने दोनो हाथ से राज को अपने उपर भींच लीया ओर राज का साथ देने लगी फीर में आहिस्ता आहिस्ता अपना मुंह नीचे की तरफ ले जाने लगा ओर सोनु के फ्रोक के उपरसेही सोनु का बुब्स अपने मुंह में लेके चुसने लगा ओर अ‍ेसे करते अपने दांतोसे सोनु के बुब्सकी नीपल को पकड लीया ओर हल्कासा उपर की ओर खींच लीया

सोनु के मुंहसे आह...की आवाज नीकल गइ, फीर राज ओर नीचे की तरफ बढा ओर सोनु के फ्रोक को कमरसे उपर करदीया राजकी इस हरकतसे सोनु सीरह उठी तभी सोनुको अपनी नाभीपे गीलेपनका अहेसास होने लगा उसने नीचेकी तरफ देआ तो राज सोनु के पेटको चाट रहा था ओर चाटते चाटते राज ओर नीचे की तरफ बढने लगा

जेसे ही राजका मुंह सोनु की चुत पर लगा सोनु के सरीर में अ‍ेक कंपारी छुट गइ ओर वो हल्का हल्का कांपने लगी ओर अपने दोनो हाथोसे राज के सरको पकड लीया ओर उसे सहेलाने लगी तभी अचानक राजने अपना सर सोनु की चुत से हटालीया ओर वो सोनु के दोनो पैरोके बीच घुटनो बल बैठ गया ओर अपने हाथोसे सोनु की नीकरको नीकालने लगा

फीर नीकर नीकालके सोनुकी ओर देखा फीर अ‍ेक कातील स्माइल करके अपने मुंह से सीधा सोनु की चुतपे हमला कीया ओर वो उसे चाटने लगा अपनी चुत के अंदर राज की जीभ(टंग) महेसुस होते ही वो मछली तरह तडपने लगी ओर अपने हाथो से राज के बालो को पकडके खीचने लगी ओर जोर जोर से सीसकारीया करने लगी, फीर राज भी अपनी जीभ को सोनुकी चुत में घुसाके अंदर बहार करने लगा, सोनु का अ‍ेसा पहेला अनुभव था तो वो काफी गरम हो गइ थी

वोे इस हरकत को ज्यादा देर नही सेह सकी ओर मुजसे कुछ कहे इसे पहेलीही उसकी चुत ने फवारा छोड दीया जो सीधा मेरे मुंह पर गीरा सोनु जड गइ ओर फीर सांत हो गइ, फीर मेने भी अपना मुंह सोनु की चुत से हटा लीया ओर सोनु को देखने लगा तो सोनु आंखे बंध करके पडी थी उसके चहेरे पर संतुस्टी के भाव थे फीर आहिस्ता से आंख खोलके मेरी ओर देखा तो मेरा मुंह पुरा भरा हुआ था अपने छोडे हुअ‍े पानी से ओर मेरी हालत हेखके उसकी हसी छुट गइ

में : हसले बच्चु, हसले सुहागरात में तेरी हालत न बीगाडु तो मेरा नाम राज नहीं

सोनु : अरे जाओ जाओ, वेसे भी अब आपका नाम बदलने ही वाला हे,

में : अच्छा, केसे बदलेगा, ओर कोन बदलेगा मेरा नाम?

सोनु : हम बदलेगे आपका नाम, हमतो आपको सादी के बाद जानु कहेके ही पुकारेंगे

में : अच्छा बच्चु अभीसे पुरी प्लानींग करली हे कोइ बात नहीं पर सोनु तेरा तो हो गया अब मेरा क्या होगा देखो केसे खडा हे बेठनेका नामही नही लेरहा हे इसका क्या करु

सोनु : इसमे कोनसी बडी बातहे लाओ इसे आज में अपने हाथोसे सांत करुगी, मेरे जानुने मुजे सांत कीया हे तो मेराभी फर्ज बनता हे, आखीर मेरे होने वाले पतीजो हे आप

फीर सोनु उठके वेसे ही बैठ गइ अपने दोनो पैर पसारके फीर में भी अपने पैर पसार के सोनु की जांघ पर रखकर उसके सामने बैठ गया, सोनु ने अपना अ‍ेक हाथ राज की गरदन मे डाल दीया ओर दुसरे हाथ से राज के लंड को अपनी मुठी से पकड लीया ओर आहिस्ता आहिस्ता उसे उपर नीचे करने लगी राज के लंड को हीलाते हीलाते उसकी आंखोमे कामुक नजरसे देखे जा रही थी

राज भी गरम होने लगा ओर उसने अपने दोनो हाथोसे सोनु के बुब्स को उपरसेही पकड लीया ओर उसे हल्का हल्का मसलने लगा फीर अपने होंठो को सोनु के होंठो पर रखकर चुसने लगा सोनु भी अ‍ेक बार फीर गरम होने लगी ये देखके राजने भी अपनी अ‍ेक हाथकी उगली सोनु की चुत में घुसेड दी ओर वो भी घुसेड कर उसे अंदर बहार करने लगा दोने अ‍ेक बार फीर उतेजीत होगये

दोनो पागलीकी तराह अ‍ेक दुसरे के होंठोको चुसे जारहे थे सोनु भी अब सीसकारीया करने लगी अब उसकी आग बरदास्त से बहार होने लगी ओर वो राजके लंड के जोर जोर से हीलाने लगी आज राज के लंड को कीसी लडकी ने पहेली बार पकडा था इसलीये वो अपना आपा खो बेठा ओर आवाज करने लगा

में : ओह सोनु आइ लव यु, लव यु जान तुम कीतनी होट हो जी करता हे अभी तुजे पटक कर चोद डालु ओर जोरसे हीलाओ बेबी

सोनु : तो चोद डालोने जानु अपनी सोनुको क्यु तडपा रहे हो मुजे, लव यु जानु लव यु

वो दोनो अ‍ेसे की उतेजनामे बडबडाये जा रहे थे ओर दोनो जडने के अ‍ेक दम करीब थे फीर अचानक सोनु धीमी आवाज मे

सोनु : येस जानु ओर फास्ट करो में छुटने वाली हुं येस. येस.. बस अ‍ेसे ही ओह.. ओह.. में आइ.. राज आह...... गइ..इइइइइ
ओर सोनु फीर अ‍ेक बार जड गइ ओर उसने राज का लंड हीलाने की स्पीड बढा दी तो..

में : ओर सोनु मेभी आ रहाहुं ओर तेज करो या..या.. सी..इ..ओह ओह..... आह

कहेके मेने अपनी आंख बंध करली ओर अपने लंड से पीचकारीया छोडने लगा, लंड उपर की तरफ होने की वजह से पीचकारी सीधी सोनु के मुंह पर जा गीरी ओर कुछ पीचकारी सोनु के कपडो पर बुब्स के पास गीरी इसकी वजहसे सोनु का फ्रोक काफी गीला हो गया

जब उसने अपनी आंख खोली तो देखा सोनु अपने चहेरे पर पडे राज के विर्य को अपनी दो उंगलीयो पेले रही थी मेभी सोनु की इस हरकत को देख रहा था फीर सोनु मेरे विर्य लगे हुइ उंगली अपने नाक के पास लेकर सुंघने लगी फीर सुंघके मेरी ओर कामुक नजरो से देखके अपने मुंह मे लेकर उंगलीयो पर लगे मेरे विर्य को चाटने लगी

में : ये क्या कर रही हे सोनु

सोनु : वाह कीतना मस्त टेस्ट हे मेरे जानुके मालका मजा आगया, शुक्रिया जानु

में : सोनु तेरे कपडे भी खराब हो गये हे, तु उसे अभी जाकर धो देना कहीं नेनु सुबह सबके कपडे लेने आइ ओर उसने तेरे कपडो को गंदा देखलीया तो क्या सोचेगी

सोनु : भाइ आप टेन्सन मत लो मे इसे धोने वाली नहीं हुं क्यु की इस पर मेरे पहेले प्यार की नीसानी हे अब तो में इसे सारी जींदगी अ‍ैसेही संभालकर रखुंगी सबसे छुपाकर

में : सोनु अब तुजे जाना चाहीये कहीं नेनु चेक करने आगयी तो मुस्कील होगी वेसे भी पीछले दो तीन दीन से इसका व्यवहार से मुजे अ‍ेसा लगता हे की उसको हम दोनो पर कुछ सक हें तो बी केर फुल बेबी

सोनु : क्या भैया आज मुजे इधर ही सोने दोना आपके पास, में सुबह चार बजे चली जाउंगी

में : ना बाबा ना, में कोइ जोखम उठाना नहीं चाहता कुछ हो गया तो?

सोनु : तो चोद लेना मुजे, तुम भी ना भाइ जो डाइलोग मुजे मारना चाहीये वो तुम मार रहे हो इतना डरते हो

में : डर नही रहा हुं डफर, सुबह मुजे नेनु के साथ पांच बजेही उठना पडेगा, क्यु की पुजा के लीये मुजे सुबह जल्दी बुलाया हे, ओर तु यहां सोयेगी तो होली मेरीं नींन्द सुबह तक जागता रहुंगा

सोनु : पर आप सोजाना ओर में भी तो सो जाउंगी आपके साथ सोना कीतना रोमांचीत होगा

में : इसीलीये मना कर रहा हुं, अगर तु रोंमाचीत हो गइ तो मेरा तो बलात्कार ही कर देगी हें..हें..हें..

सोनु : ठीक हे बच्चु अभी तो आपको छोड रही हुं जीस दीन मुजे मोका मीला छोडुगी नही आपको, जा रही हुं मे

में : शुक्रिया माय स्वीट हार्ट, अपने जानु की बात को मानने के लीये

फीर सोनु मेरे होंठो पर कीस देके अपने रुम में चली गइ ओर में भी बेड को व्यवस्थीत करके सो गया, अगली सुबह जब पांच बज गये तब नेनु मुजे उठाने आ गइ ओर मेरे उपर जुकके मुजे उठाने लगी

नेनु : राज उठजा सुबहके पांच बज गये हे तुजे पुजा करने जाना नहीं हे क्या?

में : अरे सोने दोना दीदी बहुत नींद आ रही हे (मेने सोते सोते ही जवाब दीया)

नेनु : नींद के बच्चे, उठताहे की नहीं वरना पानीं डालुंगी तुज पर ओर तुजे घसीट कर ले जाउगी, रातको कीतने बजे सोया था?

नेनु रातको कोन आया था नीचे ये जानने के लीये मुजे सोने के बारे में पुछने लगी, वो ज्यादा सवाल न करे इसलीये में फटाक से उठकर बैठ गया नेनु की ओर देखा तो वो अपनी कमरपे अ‍ेक हाथ रखके खडी थी ओर मुजे घुर रही थी, मे भी उसका मुड देखके थोडा डर गया फीर उसका मुड चेन्च करने के लीये उसका हाथ पकडकर खीच लीया ओर बेड पर मेरे पास बीठा दीया फीर उसके गाल पर कीस करते हुअ‍े कहा

में : गुड मोर्नींग स्वीट बेबी, सुबह गुस्से में अच्छी नही लगती हो तो स्माइल प्लीज..

नेनु : (हसी छुट गइ) सुबह सुबह ही सुरु होगया, ओर मुजे बेबी कहेता हे कमीना

में : क्या करु दी तुजे देखते ही मस्तीका मुड होजाता हे, में बस इतना चाहता हु आप खुश रहे

नेनु : ठीकहे ठीकहे तु जल्दी आजा नीचे फ्रेस होकर तब तक में तेरे लीये कुछ बनाती हुं

कहेके नेनु नीचे चली गइ ओर में बाथरुम में घुस गया फीर सारा नीत्य क्रम खतम करके बहार आगया, मुजे अभीसेकके लीये जाना था तो मेने पुजा के कपडे पहेने धोती ओर कुर्ता, कंपलीट होके में नीचे चला गया सीधा दादी के रुम में देखा तो दादी जाग रही थी मेने जाके उसका हालचाल पुछा ओर आशीर्वाद लीया

फीर बहार आ गया, बहार आके देखा तो नेनु कीचन में कुछ कर रही थी मेने भी मौके का फायदा उठाना चाहा में सीधा उसके पास पहोंचके उसे पीछेसे उसके पेटमे दोनो हाथ डालके हग कर लीया ओर कहा क्या कर रही हे मेरी स्वीट दीदी, मेरी इस हरकत से उसको भी मजा आ रहा था पर उपर से नाराज होनेका दीखावा करके

नेनु : क्या कर रहा हे देखता नही तेरे लीये दुध बना रही हुं, छोड मुजे ओर जाके बेठजा बहार डाइनींग पर

में : (उसे छोडके बहार जाते हुअ‍े) दुध क्युं मे तो चाइ पीता हुं,

नेनु वो दुध बना रही थी जो बाबाने ने उसे तीन पुडीया दीथी उसमेसे अ‍ेक पुडी का दुध मेरे लीये वो बना के उसमेसे उसने थोडा पी लीया फीर थोडी देरके बाद वो बहार आ रही थी

नेनु : अभी चाइ नहीं मीलेगी, फीलहाल तो तुजे दुध पीके ही जाना पडेगा तु पुजा करके वापस आयेगा तभी तुजे चाइ नास्ता मीलेगा, पता हेना तुजे पुजा के वक्त फास्ट रखना होता हे

में : ओ बापरे मेतो भुल ही गया था थेन्कस याद दीलाने के लीये

ये सुनते नेनु हस दी, फीर मेने दुध का ग्लीस खतम कीया ओर खडा हो गया, फीर में नेनु को अ‍ेक बार फीर हग करके उसके गाल चुमलीया फीर में जाने के लीये नीकला

में : बाय दी जलदी आ जाउंगा पुजा करके

नेनु : बाय बाय बेबी टेक केयर

कहेके मे बहार आ गया धोती कुर्ता की वजहसे मे हमारी कार को लेके मंदिर चला गया, वहां पहुंचा तो पुजारी जेसे मेरी राह देख रहा हो मेरे जाते ही

पुजारीजी : अरे वाह राज बेटा तुमतो अ‍ेकदम टाइम पे आ गये चलो चलो तुम मंदिर में जाओ में बाबाको मीलके आता हें
कहेके पुजारीजी बाबाको मीने चले गये ओर में मंदिर मे जाके देखा तो पुजा के लीये सब सामान के साथ पुरी तैयारी हो चुकी थी, अभीसेक में इतनी तैयारी में पहेली बार देख रहा था तभी मुजे पुजारीजी आते नजर आये अंदर आते ही

पुजारीजी : राज बेटा तुम यहां बेठ जाओ ओर अपना स्थान ग्रहण करो

में पुजारीजी की बताइ जगह पर बैठ गया ओर खुद भी सामने के आसन पर बैठ गये फीर हमने पहेले गणपती की पुजा से सुरुआत की फीर वहां अक श्रीयंत्र रखा था मुजे इसकी पुजा भी करवाइ इसके बाद शीवलींग की पुजा की बादमें अभीसेक का दौर सुरु हुआ, पुजारीजी मंत्रपाठ करते रहे ओर बीच बीचमे मुजे जरुरी मार्गदर्शन करते रहे

हमारी पुजा का दौर पुरे तीन घंटे चला फीर पुजा खत्म हुइ तो मेने महादेव को नमस्कार कीया फीर खडे होके मेने पुजारीजी के पैर छुकर उसका आशीर्वाद लीया ओर उसे दक्षीणा भी दी, फीर हम मंदिर के गर्भगृहसे बहार नीकले तो मुजे पुजारीजीने आजकी तराह कल टाइम पे आनेकी सुचना दी

ओर मुजे बाबाके मीलकर जाने का बोलके वो चले गये, मेभी बाबाकी रुम की तरफ चल पडा जेसे में अंदर गया तो बाबा अपने आसन पर बीराजमान थे मेने जाके उसके पैर छुआ उसने मुजे लंबी आयुके आशीर्वाद दीये ओर बेठनेके लीये कहा
बाबा : बेटा आजकी पुजा हो गइ?

में : जी बाबा अभी पुजा खतम करके ही आया हुं

बाबा : अभी तीन दीन ओर ये पुजा करनी हे, ओर हां आपकी बहेन जो अ‍ेक बार तुम्हारे साथ आइ थी उनसे कहना बाबा याद कर रहे थे टाइम मीले तब आजाये उनसे कुछ जरुरी बात भी करनी हे तुभी उसके साथ आजाना या फीर उसकी सहेली साथ आजाये, उसको अकेली मत भेजना ताकी वो अपने आपको सुरक्षीत महेसुस करे वेसे भी उसको कभी तुम अकेली कही मत जाने देना बेटा जमाना अब पहेले जेसा नही रहा, ओर तुम भी जबभी टाइम मीले आजाया करो तुमसे ढेर सारी बात करनी हे , अब तुम जाओ ओर कल टाइम पे आजाना

में : ठीक है बाबा चलता हुं

कहेके मेने बाबाके अ‍ेक बार फीर पैर छुआ ओर अपने घर की तरफ चल पडा, सारे रास्ते मे सोचता रहा बाबा मुजसे अ‍ेसा क्या काम कराने जा रहे हे जो सीर्फ मुजसे ही संभव हे ओर वो नेनु को क्या बताने वाले हे अ‍ेसे ही सोचते कब घर आगया पताहीं नही चला जब कार पार्क करके घरमें घुसा तो देखा दोनो दीदी सोफे पर बेठके मेरा इन्तजार कर रहीथी मे सीधा जाके दोनोके बीच बैठ गया मुजे आते देखकर नेनु ने कहां

नेनु : आ गया मेरा बेबी बहुत देर करदी पुजा में?

में : पुजाही इतनी लंबी चलीकी देर होगइ, दीदी मेने कइ बार अभीसेक कीया हे लेकीन आजका अभीसेक कुछ अलगही था मजा आगया कीतना सुध्ध वातावरण था

नेनु : अच्छा, तु चेन्च करके आ तब तक में चाय बनाती हुं फीर हम नास्ता करेंगे

मे : क्या दी, तो आप लोगोने नास्ता नहीं कीया, करलेना चाहीयेना मुजेतो देर लगती

नेनु : तेरे बीना नास्ता करने का मजा नहीं आता, तेरे से टांग खीचवानेकी आदत जो पड गइ हे तो जा फटाफट चेन्ज करले ओर आजा नीचे हें..हें..हें..

सोनु : दी आप बेठो में चाइ बनाती हुं तबतक आप भाइसे बाते करो (कहेके सोनु गइ)

में : अरे वाह बंदरीया तो वाकइ सुधर गइ (सोनु को जाते देखके)

नेनु : (मुजे मुका मारके) अ‍ेय खबरदार जो मेरी गुडीयाको बंदरीया कहातो पीटुगी तुजे

में : हाये.. कब पीटोगी मुजे, मेतो कबसे राह देख रहा हुं (कहेके हसने लगा)

नेनु : (हसके) लगता हे तु नही सुधरेगा तुजे सुधारने के लीये तेरी बीवी लानी पडेगी

में : आपही मुजे मुका मार मार के सुधार रही हो तो मुजे बीवी की क्या जरुरत हें

ये सुनते ही नेनु सरमा गइ फीर अ‍ेक ओर मुका मार दीया मेरी बाजुमे

नेनु : (धीरेसे सरमाते) कीतने बेसरम हो तेरी बहेन हुं बीवी नही समजे?

में : (उसके पास मुह लेजाके धीरीसे) तो बन जाओ वेसेभी बीवी की तराह ही तो मारती हो

नेनु : (मुजे अ‍ेक नजरसे देखते हुअ‍े) तुफीर मजाक करने लगा, जा मुजसे बात मत कर

कहेके वो उठ गइ ओर जाने लगी तो मेने उसका हाथ पकडके वापस सोफे पर बीठा दीया ओर मेने अपने कान पकड लीये ओर उसे कहा

में : सोरी अब मजाक नहीं पर में सादी नहीं करुगा ये आप जानती हो ओके

नेनु : (हसके) चल ठीक हे अबतु जा ओर चेन्च करले, लगता हे चाइ बन गइ

लो अभी आया कहेके उपर चला गया फीर थीडी देर बाद चेन्ज करके नीचे आया देखा तो दोनो दीदी डाइनींग पर अपनी जगह बैठी मेरा इन्तजार कर रही थी में भी आके अपनी जगह बेठ गया तो सोनु ने मुजे चाइ नास्ता दीया ओर हम तीनो नास्ता करने लगे तभी मुजे याद आया

में : नेनु दी आपको बाबा याद कर रहे थे कहेते थेकी टाइम मीले तब आजाये कब जाना हे

नेनु : देखती हुं आज अंजु के घर भी जाना हें फीर उसकी शोपींग, हम जल्दी फ्री हुअ‍े तो बाबाको मीलने चली जाअ‍ेगी हम दोनो वेसे तुजे आना पडेगा मुजे अंजु के घर छोडने

में : बंदा हाजीर हे आपकी खीद्मतमें बोलो कब जाना हें?

नेनु : नौटंकीबाज, वेसे जाना तो चार बजे था पर अब तीन बजे जायेंगे, जल्दी जायेंगे तो हम जल्दी फ्री हो जायेगे फीर बाबा को मीलने चले जायेंगे

में : में कार लेके आउ आपके साथ ताकी आप दोनो आराम से घुम सके

दरसल में उन दोनो की बात सुनने को उत्सुक था मेने कह दीया

नेनु : ना बाबा ना, हम रीक्षा में चली जायेगी, तु सीर्फ मुजे उसके घर पर छोड देना

में : जो हुकुम मेमसाब ओर कोइ सेवा (में हसने लगा)

नेनु : (मुजे मुका मारके) मेमसाब के बच्चे, अब तो सचमे मार खायेगा,

में : अरे हां दी आपको आज अयरलाइन्स ओर होटेल की बुकींग भी करनी हे याद हेना

नेनु : अच्छा कीया तुने मुजे याद दीला दीया में तो भुलही गइ थी, अभी तुजे अपने पी.सी. मे कोइ काम तो नही हें मुजे ओनलाइन बुकींग करनी हे

में : नहीं दी आप आराम से करो तब तक में बहार घुमके आता हुं

फीर हम सबने नास्ता खतम कीया नेनु मेरे रुम में चली गइ सोनु कीचन मे काम करने चली गइ ओर में बहार हमारी फेक्टरी की ओर नीकल गया वहां पहोंचके मेने हमारा वर्कशोप का जायजा लीया, फेक्टरी बंध होने के कारण वहां काफी धुल मीटी लगी हुइ थी
जो उसे साफ करवाना था फीर हमारे मशीन के हालत भी वोही थी ये सब कंपलीट करने में पुरा अ‍ेक दीन लगने वाला था सब नीरीक्षण करके में हमारे घर वापस आ गया आके सीधा सोफे पर आ गया मुजे आया देखकर सोनु भी आके मुजसे सटकर बेठ गइ ओर मुजे पकड कर चुम लीया

में : क्या कर रही हे दुर बैठ दीदीने देख लीया तो पंगा हो जायेगा

सोनु : वो अभी आपके रुम में हे तब तक तो प्यार करने दो मेरे जानुसे

में : जान तुम समजती क्यु नही वो कभी भी आ सकती हे, वेसे आज दोपहर उसके जाने के बाद हमारे पास तीन घंटा हे जी भरके कर लेना प्यार, ओके

इतना केही रहा था की उपरसे कुछ आहट सुनी तो सोनु सरक के मुजसे थोडी दुर बैठ गइ तभी हमें नीचे नेनु आती दीखाइ दी ओर आके सोनु के बगल में बैठ गइ ओर मेरी तरफ देखके बोली

नेनु : अरे तुमतो बहार घुमने गये थेना?

में : जी, फेक्टरी गया था ओर जाके वापस भी आ गया टाइम देखा हे पुरा अ‍ेक घंटा हो गया, आप कोही देर लगी बुकींग करनें में, वेसे क्या हुआ होगइ बुकींग

नेनु : हां लेकीन पुरा काम नहीं हुआ, सीर्फ प्लेन की बुकींग हुइ वो भी रीटर्न के साथ, होटेल की नहीं हुइ

में : क्युं वोतो टुरीस्ट प्लेस हे, वहां तो बहुत सारी होटेल भी हे, फीरभी नहीं मीली?

नेनु : वोही तो, अभी राजस्थानमें अ‍ेक महीने तक कोइ फेस्टीवल चल रहा हे इसी टाइम बहुत सारे फोरेर्नस भी आते हे, तो सारे होटेल्स फुल हें, हमारा जानाभी जरुरी हे, लगता हे हमें जयपुर से थोडा दुर रुकना पडेगा (नीरास होके)

में : दी में कुछ टड्ढाइ करु, आप बोलो तो?

नेनु : ठीक हे तुजे टड्ढाइ करना हे तो कर, मुजे नही लगता तुजे कोइ खाली मीले क्यु की मेने वहाकी सब होटल चेक करलीया हे, होटेल छोड मेने गेस्ट हाउस भी टड्ढाइ कीया वोभी फुल हे

में : ठीक हे आप देदो मुजे हम दोनोके आइडी कार्ड में देखता हुं

फीर दीने मुजे हम दोनो के आइडी कार्ड ओर साथमें मुजे इनका डेबीट कार्ड भी दीया

नेनु : ले ये दोनोके आइडी, ओर ये डेबीट कार्ड इनमें से पेमेन्ट कर देना

में : मुजे सीर्फ आइडी दो पेमेन्ट में मेरे कार्ड से कर दुंगा ओके

नेनु : ओके बेबी वेसे भी तुम मानने वालो मेंसे नही हो, ओर हां राज आप दोनो से अ‍ेक सीरीयस बात कहेना हे

सोनु : क्या बात हे दी कुछ प्रोबलेम तो नहीं?

नेनु : अरे नही गुडीया अ‍ेसी कोइ बात नहीं दरसल दादी की तबीयत दीन भर दीन नरम होती जारही हे मुजे नहीं लगता वो अब ज्यादा दीन नीकालेगी तो अब हमे उसका ज्यादा ध्यान रखना पडेगा हो सकता हे हमे उसे कभी भी होस्पीटल ले जाना पडे

में : नहीं दी आप टेन्सन मत लो हम सब मीलकर उनका ख्याल रखेंगे, वेसे भी अ‍ेक दीन तो हमे इस परीस्थीतीयो को फेस करना हीं था,

नेनु : ठीक केह रहे हो तुम अगर अ‍ेसी परीस्थीती आइ तो हम पहेले जाके उनको होस्पीटलाइज करेंगे बाद में आगेका सोचेंगे ओके

सोनु : जी दी यही बेटर रहेगा, अब चलो हमे लंच की तैयारी नही करना क्या?

नेनु : अरे हां.. हां चलो चलो सोनु कीचन में

कहेके नेनु ओर सोनु कीचन में चली गइ, में उपर अपने रुम में जाके अपना पी.सी. चालु करके चेक करने लगा, नेनु के कहेने के मुताबीक सारे होटेल बुक थे तभी मुजे जयपुर पेलेस की साइट दीखी, देखा तो उसमे आधा पेलेस होटेंल में कन्वर्ट था वहां उसमें कुछ कोन्टक्ट नंबर भी थें तो मेने जस्ट टड्ढाइ करनेके लीये फोन कीयातो थोडी देर बाद वहासे आवाज आइ

मेनेजर : येस.. में राज पेलेस होटेल से मेनेजर बात कर रहा हुं क्या सेवा कर सकता हुं आपकी

में : में गुजरात से.....सीटी से राज बोल रहा हुं क्या आपके होटेल में मुजे कोइ रुम, स्युट जो भी अवेलेबल हो मुजे ......से ....तारीख तक दो दीनके लीये मील सकता हें?

मेनेजर : सोरी सर हमारें सारे रुम ओर स्युट बुक हे में आपकी कोइ मदद नहीं कर सकता

में : प्लीज कुछ कीजीयेना क्युकी हमारे लीये बहुत जरुरी हे आप रेटकी चीन्ता मत करीये

मेनेजर : सर सब रुम स्युट तो बुक हे किन्तु हमारा अ‍ेक हनीमुन स्पेसीयल स्युट खाली रखा हे जो हम सीर्फ हनीमुन कपल कोही देते हे ओर उसकी रेट भी ज्यादा हे आपके साथ ओर कोन हे

में : (थोडा खुश होके) हम कपल ही हे ओर रेट में कोइ प्रोबलेम नहीं हें प्लीज

मेनेजर : ठीक हे सर आप हमारी साइट में जाके ओनलाइन फोर्म फीलप करीये ओर स्युटमे ओप्शन मे आप हनीमुन सीलेक्ट करीये बादमे आप दोनो के आइडी अपलोड करना हे बादमें पेमेन्ट का ओप्शन आतेही आप पेमेन्ट कर देना हो जायेगा बुकींग

में : थेन्क यु वेरी मच

मेनेजर : मेन्शन नोट सर हेवअ‍े नाइस डे बाय

कहेके मेनेजर ने फोन रख दीया मेने फटाफट उसकी साइट मे जाके फोर्म फीलप करने लगा आइडी भी अपलोड की ओर पेमेन्ट भी करदीया हो गइ मेरी बुकींग में नेनु से इस बात को छुपाना चाहता था की मेने हनीमुन स्युट बुक कीया हे में उसे वहां सरप्राइज देना चाहता था

फीर मुजे कुछ याद आयाकी में घर से नीकला फीर वापस भी आगया इतनी देर नेनु मेरे पी.सी. पे क्या कर रही थी, मेने हीस्टरी चेक की तो कुछ होटेल की साइट अलावा नेनु ने मेरी पी.सी. में रखी हुइ कुछ कामुक कहानी भी पडी थी जो मेने अ‍ेक फोल्डरमे रखी थी, तभी मुजे सोनु मेरे रुम में आती हुइ दीखी तो मेने अपना पी.सीे. सटडाउन करदीया

सोनु : हो गइ भाइ बुकींग?

में : हां बडी मुस्कील से अ‍ेक रुम मीला

सोनु : वाव भाइ आप दोनो अ‍ेक रुममें ठहेरोगे आपके पास मौकाहे कुछ आगे बढने का

में : (मस्ती के मुड में) तुजे जलन नही होगी तेरी सोतन के साथ जा रहा हुं

सोनुं : (मेरी गोद में बेठके) जलन क्यु होगी वोभी तो हमारी बहेन हे बहेनसे केसी जलन

में : फीर भी, बहेन हेतो क्या हुआ हेतो वो भी अ‍ेक लडकी

सोनु : नहीं भाइ मेंबस इतना जानती हु हम दोनो आपसे बरोबर का प्यार करती हे ओर आप भी हम दोनो को बरोबर का प्यार करते हो ना कीसीसे ज्यादा ना कीसीसे कम

में : सोनु में कीतना लक्की हुं मुजे तुम जेसी बहेने मीली, जो मेरी बीवी बनने वाली हे आइ अ‍ेम सो हेप्पी

कहेके मेने सोनु के होंठ चुम लीये फीर सोनु ने भी मुजे गाल पर कीस की तभी नेनु ने सोनु को आवाज दी तो वो फोरन मेरी गोदसे उतर गइ ओर मेरे होंठ को चुमके नीचे भाग गइ तभी अचानक मुजे याद आया की कल मेने दोनो के लीये कुछ खरीदा था जो मेने बहार छुपाके रखा था में फोरन नीचे भागा मेने कीचन में देखा तो दोनो कुछ काम में व्यस्त थी में छुपकेसे बहार गया ओर सामान लेके वापीस उपर चला गया ओर मेरे रुम में अलमारी में छुपाके रख दीया जब सामान रखकें में घुमा तो मुजे नेनु उपर आती हुइ दीखाइ दी में जाके अपने बेड पर बैठ गया नेनु भी अंदर आके मेरे सामने खडी हो गइ ओर मुजसे पुछने लगी

कन्टीन्यु..[/color]
 

[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - ९[/color]
[color=rgb(0,]
कल मेने दोनो के लीये कुछ खरीदा था जो मेने बहार छुपाके रखा था में फोरन नीचे भागा मेने कीचन में देखा तो दोनो कुछ काम में व्यस्त थी में छुपकेसे बहार गया ओर सामान लेके वापीस उपर चला गया ओर मेरे रुम में अलमारी में छुपाके रख दीया जब सामान रखकें में घुमा तो मुने नेनु उपर आती हुइ दीखाइ दी में जाके अपने बेड पर बैठ गया नेनु भी अंदर आके मेरे सामने खडी हो गइ ओर मुजसे पुछने लगी....[/color][color=rgb(0,]अब आगे[/color]

[color=rgb(0,]नेनु : राज सोनु केह रहीथी होटेल बुकींग करलीया तुमने, कहां हुइ ओर कीतनी दुर हुइ

में : अरे दुर नहीं जयपुर में ही बडी मुस्कील से अ‍ेक होटेल में अ‍ेक रुम मीला हे

नेनु : कीस होटेल में रुम मीला हे नाम तो बता, अ‍ेक रुम तो अ‍ेक ही सही मीला वो भी बहुत हे

में : नाम नहीं बताउंगा, तुम्हारे लीये सरप्राइज हें, अ‍ेक ही रुमथा खालीतो बुकींग हो गइ

नेनु : ठीक हे ठीक हे, हम अ‍ेक रुम में रेह लेगे, वेसे तेरे साथ अ‍ेक रुम में मुजे कोइ खतरा नहीं आफ्टर ओल तु भाइ जो हे मेरा (खुशी के मारे मुजसे मजाक करने लगी)

में : खतरा क्यु नहीं भाइ हुआ तो क्या हुआ हुं तो अ‍ेक लडका में (हसके मजाक में)

नेनु : (हसके) अगर खतरा हुआ तो में भी थोडा बहुत कराटे का दांव जानती हुं, ओर चल अब नीचे लंच रेडी हे

में भी खडा होगया ओर अपना अ‍ेक हाथ उसकी गरदन में डालके दबोच लीया ओर अपनी तरफ खीचं लीया तो हसते हुअ‍े मुजसे सटकर खडी होगइ ओर अपनी गरदन छुडानेकी कोसीस करने लगी, में उसे अ‍ेसेही दबोच के नीचे की ओर बात करके चलने लगा

में : अच्छा मुजे मारेगी आप पहेले अपने आप छुडाओतो सही मुजसे फीर मारनेकी सोचना

नेनु : (हसे जा रही थी) छोड मुजे कुते नहीं तो सचमुच पीटुंगी तुजे हें..हें..हें..

में : आज देखही लेते हे कीतना हे दम तुजमे, छुडाले मुजसे तु जीत गइ तो जो तु बोलेगी वही करुगा ओर हार गइ तो तुम्हे मेरी हर बात माननी पडेगी बोलो मंजुर हे

नेनु : मुजे मंजुर हे तेरी चेलेन्ज, हें..हें..हें..

नेनु ने अ‍ेक बार फीर छुटने की नाकाम कोसीस की फीर कोसीस छोड दी, क्यु की इस खेलमें उसे बहुत मजा आ रहा था वो मेरी बांहोमें जो थी उसकी चुत गीली होने लगी थी ओर चाहती थी में उसे अ‍ेसीही मस्ती करता रहु वो मेरी बाहोमें रहेना चाहती थी दोनो सीडी उतरने लगे उतरते ही नेनु ने सोनु को आवाज लगाइ

नेनु : सोनु बहार आजा ओर छुडा मुजे इस कमीने से हें..हें..हें..

आवाज सुनते ही सोनु बहार आगइ ओर नेनु को मेने दबोच के रखा था ओर नेनु मेरी बाहों मे फसी थी ये देखके सोनु हसने लगी ओर कीचन के पास खडी रहेके हम दोनो का तमासा देखने लगी

में : सोनु तुं आज हमारे बीच में मत पडना हमारी सर्त लगी हे

नेनु : सर्त के बच्चे गरदन तुट जायेगी मेरी, छोड कमीने, कुता कहीका

में : जीतनी गलीया देनी हे देना में गालीयो काहीसाब भी पुरा लुगा

नेनु : में हाथ जोडती हुं छोड मुजे, तु जीत गया बस अब तो छोड

में : तो अब आप मेरी हर बात मानेंगी आजसे

नेनु : हां बाबा हां मानुगी बस अब छोड भी दे

फीर मेने नेनु को छोड दीया तो नेनु अपनी गरदन पे दोनो हाथ रखके इधर उधर मुह घुमाने लगी फीर मेरी तरफ देखके हसने लगी हम अलग हुअ‍े तो सोनु भी कीचन में चली गइ फीर नेनु मेरे सामने आके मेरी तरफ कामुक नजरोसे देखके मंद मंद मुस्कराती हुइ धीरेसे कहेने लगी

नेनु : भाइ सादी करले तु (धीमी आवाजमे) लडकी में ढुंढुगी तेरे लीये

में : आप मेरा जवाब जानती हो तो फीर ये बार बार क्यु कहेतो हो कहीं तुम्हारा मन तो बदल नहीं गया

नेनु : नहीं भाइ मेरा मन बदलेगा तो में पहेले तुजसे बात करुगी बाद में सोनु से

में : ठीक हे जब तेरा मन बदले तो बताना तो में भी सोचुंगा ओर तुजे सामने से कहुंगा

तभी सोनु खाना लेके बहार आ गइ ओर हमारी ओर देखके कहेनें लगी

सोनु : अब तुम दोनो की मस्ती हो गइ होतो आजाओ खाना रेडी हे

फीर हम तीनो अपनी जगह बेठ गये ओर नेनु हम को खाना परोसने लगी, जब नेनु मुजे खाना परोस रही थी तब वो मेरी आंखोमें देखके मुस्करा रही थी जेसे मेरी बीवी हो तभी मुजे अपने पैर मे सोनु का पैर महेसुस हुआ मेरे खाना खाते खाते अपनी नजर उची करके सोनु को देखा तो मुजे नेनु की ओर इसारा करके पुछ रही थी क्या हो रहा हे

तो मेने गरदन आहिस्तासे ना मे हिलाते कहा कुछ नहीं फीर मेने नेनु की ओर देखा तो उसके हाथ में अ‍ेक नीवाला था जो उसने मेरे मुंह के आगे रख दीया ओर मेरी तरफ सरारती मुस्कान से देख रही थी मुजे लगा की में उसका नीवाला अपने मुंह में लु ओर उसने अपना हाथ वापस खींच लीयातो?

मुजे इसकी सरारत समजमें आगइ इसलीये मेने पहेले उसका नीवाला वाला हाथ पकड लीया ओर अपना मुंह उसके हाथकी तरफ लेगया तो वोे जोरसे हसके अपना हाथ वापस खींचने लगी तो मेने अपना मुुहसे फोरन उसका नीवाला अपने मुंह मे लेलीया ओर साथ में मेने उसकी उंगली को भी काट लीया तो उसके मुहसे चीख नीकल गइ ये देखके में ओर सोनु हसने लगे तो नेनु मुजे मुका मारने लगी

नेनु : कुते काटलीया मुजे तुजे छोडुगी नहीं में

में : पहेले ठीक से पकडो तो सही बाद में छोडनेकी बात करना (डबल मीनींग)

नेनु : (सरमाके) तु.. तु.. ना तुजसे बात करना ही बेकार हे, जा नही बात करनी तुजसे

कहेके नेनु ने अपना मुंह घुमाके रुठने का नाटक करने लगी मेने सोनु की तरफ देखा तो मेरी ओर अपना नैन नचाने लगी ओर मुजे थम्सअप की साइन देदी फीर मेनें अ‍ेक नीवाला लीया ओर दुसरे हाथ से मेने नेनु का मुंह पकडके अपनी तरफ कीया जेसे ही उसने मेरी ओर देखा मेने अपने हाथ का नीवाला उसे खीला दीया ओर नेनु मुजे प्यार भरी नजरोसे देखके खाना खाने लगी फीर मेने दुसरा नीवाला लीया ओर सोनु को खीला दीया फीर वे दोनो भी बारी बारी मुजे खीलाने लगी ये सीलसीला खाना खत्म होने तक चला

नेनु : राज अब तु थोडा आराम करले तीन बजे नीचे आजाना में तैयार रहुंगी

सोनु : दी आप भी आराम करलो में ये सब काम करके जाउंगी

फीर में अपने रुम मे चला गया तभी मुजे मेरा इयरफोन वाला बग याद आया मेने उसे फोरन नीकाला ओर चेक करने लगा की नेनु क्या कर रही हे जेसे मेने रीसीवर ओन कीया तो नेनु गाना गुन गुना रही थी आज वो मेरी मस्ती से बहुत खुश लग रही थी ओर वो अंजना को फोन कर रहीथी तभी आवाज आइ जो अपने आपसे बात कर रही थी

नेनु : फोन उठा कमीनी, ये फोन क्यु नहीं उठाती (तभी सामने फोन उठाते)

अंजना : हां नेनु बोल क्यु रींग पे रींग दे रही हे कुछ इमरजन्सी.....

नेनु : कोइ इमरजन्सी नही कमीनी तु कहा गइथी चुदाने कबसे रींग दे रही हुं

अंजना : अरे बाथरुम में थी आने में देर तो लगेगीना, ओर आजकल तुजे चुदाइ बहुत याद आती हे कही तेरी भी हालत मेरी तरह तो नहीं हे बीना चुदाइ जेसी, वेसे तुने कोइ नीर्णय लीया की नहीं

नेनु : अरे आज तुजे शोपींगके लीये जाना था इसी लीये फोन कीया की में चार बजे नहीं तीन बजे आजाउगी वेसे मे कोइ नीर्णय नही ले पारही हु तो तेरी हेल्प भी चाहीये

अंजना : हा हा आजाना हम यहीं बैठके बात करेंगे मे भी तो तुजे भाभी बुलाना चाहती हु (कहेके हसने लगी)

नेनु : चुप कर कमीनी कुछ भी बोलती हे फोन रख, तीन बजे ओके बाय

कहेके नेनु ने फोन काट लीया ओर बडबडाने लगी मुजे इयरफोनमे स्पस्ट आवाज में सुनाइ देताथा

नेनु : अ‍ेक नंबर की कमीनी मुजे भाभी बनाने चली इसे पहेले में तुजे अपनी भाभी बना लुगी ओर तुजे पता भी नहीं चलेगा बडी आइ भाभी बानाने वाली मुजे

फीर मेने रीसीवर ओफ कीया ओर कुछ सोचके मेने उसे अपनी जेब में डाल दीया थोडी देर बाद सोनु भी उपर आगइ आके सीधे मेरे रुम में घुसकर दरवाजा बंध करलीया ओर मुजे बेड पर गीराके मेरे पेट पर दोनो पैर पसार के बेठ गइ ओर अ‍ेक हाथ से केरे कोलर पकडके

सोनु : क्युरे मेरे मजनु आज नेनु के साथ बडी मस्ती सुज रही थी इरादा क्या हे?

में : क्युं जलन हो रही हे मेरी जानु को? की कही मेरे पहेले चुद न जाये

सोनु : छी कीतने गंदे हो, ओर जले मेरी जुती, में क्यु जलुगी, इसमें में खुद मदद कर रही हु आपकी, मेतो बस इतना चाहती हुं की आपकी पहेली पत्नी में बनु बस ओर कुछ नहीं

में : अरे हां सोनु तुजे अ‍ेक बात बतानी थी, दरसल जयपुर में मुजे बडी मुस्कील से अ‍ेक रुम मीलाहेना वो अ‍ेक हनीमुन स्युट हे, मेने इस बात को नेनु से छुपाके रखा हे, में उसे सरप्राइज देना चाहता हुं, हो सकता हे वहा मामला कुछ आगे बढे, तो तुम इसको कुछ मत बताना

सोनु : भाइ अगर तुम्हारी बात आगे बढी तो में तो दुसरी पत्नी बन जाउगी, मेरा क्या होगा

तभी मेने कुछ सोचा फीर मुजे अ‍ेक आइडीया आया ताकी सोनु की बात रेह जाये में सोनु को अपने उपरसे हटाके बेडसे उतर गया ओर मेरी अलमारी खोलकें जो दोनो के लीये दो सेट लाया था उनमेसे अ‍ेक रेड साडी जो दुल्हन के लीये खरीदी थी तो मेने सोनु को देदी

में : सोनु में जब नेनु को छोडके वापस आउ तब तुम इसे पहेनके तैयार रहेना

सोनु : क्या हे ये भाइ? (कहेके साडी बहार नीकालदी)

दुल्हन की साडी देखते ही सोनु खुशी के मारे उछल पडी फीर मेरी ओर पलटके मेरी गरदन मे अपने दोनो हाथ डालके मुजे चुमने लगी

में : बस बस आवाज धीमी कर वरना नेनु ने सुन लीया तो लफडा होजायेगा पहेले येलेजा तेरे रुममें ओर इसे रखदे ओर दरवाजा खोलदे जल्दी नेनु आज आराम नहीं करेगी

मेरी बात सुनके सोनु ने फोरन साडी वापस केरी बेग में रखदी ओर उठके मेरे होठ चुमके अपने रुम मे भाग गइ फीर आगेका प्लानींग करते करते कब मेरी आंख लग गइ पता हीं नहीं चला, तभी मेरे कान में जोरोसे आवाज आइ

नेनु : अरे तु यहां सोता पडा हे में कबसे नीचे तेरा वेइट कर रही हुं उठजा जाना नहीं क्या?

तो मेने सोते सोते ही घडी की ओर देखा तो ३.०५ बज गये थे में फोरन उठके बेंड से उतर गया ओर दोडके सीधा बाथरुम में घुस गया हाथ मुंह धोके वापस बहार आया तो नेनु वहीं खडी मेरा इन्तजार कर रही थी ओर अपना चहेरा पोछते नेनु की तरफ देखा तो देखता ही रेह गया ओर मेरे मुंहसे नीकल गया

में : वाव क्या लग रही हो दी अ‍ेक दम अप्सरा, आप बस यहीं रहो मेरे सामने कहीं नही जाना आपको बेठी रहो मेरे सामने (हसने लगा)

नेनु : चल चल जा, जल्दी आजा नीचे तैयार होके, यही बेठने में मुजे खतरा लगता हे

हसके नेनु नीचे जाने लगी, ओर में भी फटाफट तैयार होके नीचे चला गया तो नेनु मेरा सोफे पर बेठके इन्तजार कर रही थी मुजे नीचे आता देखते ही वो खडी होगइ

नेनु : चलो जल्दी राज अंजु राह देखती होगी

में सीधा बहार बाइक के पास जाके बाइक स्टार्ट कीया ओर बैठ गया नेनु भी अ‍ेक साइड पे पैर रखके बेठ गइ ओर अ‍ेक हाथ मेरे कंधे पर रख दीया

में : थोडा नजदीक चीपक के बैठोनां, लोग क्या कहेंगे इतनी खुबसुरत लडकी लेके जा रहा हे ओर दुर बीठाया हे क्या इजत रह जायेगी मेरी

इतना सुनते ही नेनु ने मेरी कमरमें चीटकी भरके मरोड दीया ओर कहेने लगी

नेनु : पहेले सादी करलेना फीर अपनी बीवीको चीपकाना, कमीने बहेन हुं तेरी गर्लफ्रेन्ड नहीं समजे, अब चल देर हो रही हे

मे : (बाइक चलाते) लोगो को थोडी पता हे आप मेरी बहेन हो वो तो आपको मेरी गर्लफ्रेन्ड ही समजेगेंना इसी लीये केह रहा था, ओर मेरे साथ घुमके थोडी आपकी भी इजत बढ जायेगी क्यु की में अ‍ैरो गैरो को घुमाता नहीं, आपके जेसी कोइ खुबसुरत लडकी हो तभी में घुमाता हुं

नेनु : (पीठ में मुका मारके हसते) बहुत बदमास हो गया हे, घर आके तेरी खबर लेती हुं आज कल तु मेरी बहुत तारीफ करने लगा हे क्या बात हे, चल तुभी क्या याद करेगा

केहके नेनु मुजसे सटकर बैठ गइ ओर अपना सर मेरी पीठ पे रख दीया, अ‍ेसा करके उसको बहुत मजा आ रहा था ये उसका पहेला रोमांचीत करने वाला अनुभव था अब उसे मेरी अ‍ेसी सरारत अच्छी लगने लगी थी, ओर सोचने लगी कहीं राज से प्यार तो नहीं हो गया तभी अंजना घर आ गया, मेने बाइक रोका तो नेनु मेरी ओर देखके हसने लगी ओर अंजना के घर में जाने लगी, तभी अंजना भी बहार आगइ

में : दी साम को लेने आउ क्या?

नेनु : नहीं में अपने आप आजाउंगी तुम्हे अब तस्दी लेनेकी कोइ जरुरत नहीं समजे

अंजना : (दोनो की बातो से हसके) अरे राज अंदर तो आओ

नेनु : नहींं अंजु जाने दो उसे नहीतो हम दोनो खतरे मे आसकती हे (हसने लगी)

फीर हम तीनो हसने लगे ओर में बाय बोलके जाने लगा, ओर वो दोनो भी अंदर चली गइ ओर दरवाजा बंध कर लीया, फीर थोडा आगे गया ही था की मुजे कुछ याद आया मेंने फोरन अपनी बाइक वापस घुमादी ओर वापस अंजना के घर के पास थोडी दुर आके बाइक रोक दी फीर बाइक की घोडी लगाके में उसके पर बैठा रहा ओर अपना इयरफोन जेबसे नीकालके कान पे लगा दीया ओर वो दोनो की बाते सुनने लगा आवाज थोडी धीमी आ रही थी पर बाते स्पस्ट सुनाइ देती थी

अंजु : तु बेठ में चाइ नास्ता लेकर आती हुं मुजे भी थोडी भुख लगी हे

नेनु : चलना में भी आती हुं यहां अकेली बोर होंजाउगी (थीडी देर सांती के बाद)

अंजु : क्या केह रहा था राज? अंदर क्यु नहीं आया?

नेनु : कुछ नहीं आज कल बहुत फ्लर्ट करने लगा हे जेसे में उसकी गर्लफ्रेन्ड हुं

अंजना : मुजे तो पुरा यकीन हेकी वो तुजसे चाहने लगा हे, वैसे तुने क्या सोचा इसकै बारें में हमारी बात तब अधुरी रेह गइ थी

नेनु : इसी लीये तो आइ हुं क्युकी अब मुजेभी इसकी आदत लग चुकी हे जबतक वो कोइ सरारत नहीं करता तबतक मुजे अच्छा नहीं लगता अ‍ेक बार तो उसने मुजे कीस करनेकी भी कोसीस की लेकीन मेने ना कहेके मना करदीया कभी हग करलेता हे कभी गाल पे कीस में तो उलजन में हुं क्या करु अब तुही रास्ता दीखा मुजे तो चेइन नहीं हे

अंजना : अरे बुध्धु इसेतो प्यार कहेते हे, इसका मतलब अब तुभी राजको चाहने लगी हे

नेनु : हां सायद तुम ठीक केह रही हो, पर में उससे बडी भी हुं ओर उसकी बहेन भी

अजना : प्यार में उमर नहीं देखी जाती, ओर तु भुलजा वो तेरा भाइ हें उसे सीर्फ अ‍ेक बोयफ्रेन्ड की नजरसे देखना चालु करदे फीर देख तेरी जींदगीमे केसे बहार आती हे

नेनु : लेकीन में उसे समज नहीं पा रहीहु जेसे वो आगे बढता हे फीर मजाक कहेके टाल देता हे दो बारतो में इस मामलेमें सीरीयसथी लेकीन भीर मजाक कहेके उसने टाल दीया

अंजना : अब सब छोड,पहेले तु बता की तु आगे बढना चाहती हे की नही या फीर सारी जींदगी कुंआरी रहेके जींदगी खराब करनी हें तेरे पास सीर्फ दो ओप्शन हे अ‍ेक यातो तुम तीनो भाइ बहेन कुंआरे रहो दुसरा आपसमे सादी करके लाइफ अ‍ेन्जोय करो

नेनु : पहेला ओप्शन बहुत तकलीफ देने वाला हे येतो में भी जानती हुं ओर दुसरा में आगे बढना चाहती हुं पर मेरी अ‍ेक ही उलजन हे

अुजना : केसी उलजन बता अभी सोल्व कर देती हुं

नेनु : प्यार तो में राज से बहुत करती हुं पर पहेल में नही करना चाहती क्यु की में उससे बडी हु हां अगर वो खुद आगे बढता हे तो में अब उसे मना नहीं करुगी इतना तुजे आसवासन देती हुं

अुजना : अ‍ेक काम कर जेसे में कहुं अ‍ैसा करती जा सबसे पहेले तो तु आजसे उसको अ‍ेक भाइ की तरह टड्ढीट करना छोड दे ओर अ‍ेसा समज की वो तेरा यार हे या पती हे ओर अब वो कोइभी हरकत करे तो तुम उसे रोकोगी नही चाहे बात कहातक भी जाये जब वो तुमसे सादी के लीये प्रपोज करे तब इसके साथ सादी करले फीर देख मजा जींदगी का

फीर दोनो बहार आके सोफेमें बैठ जाती हे ओर बाते करते चाइ नास्ता करने लगती हे

नेनु : सायद तु ठीक केह रही हे क्यु की अब राज के बीना हम नहीं रेह पायेगी, ओर अ‍ेक बात, जोहाल मेरा हे वोही हाल सायद सोनु का भी हें

अंजना : क्या केह रही हो नेनु,(फीर कुछ सोचके) तो क्या हुआ तुम दोनो सादी करलो उससे क्यु की तुम बहेनो की आपस में पटती भी हें, ओर तुम्हारी तराह उसकी लाइफ भी संवर जायेगी, ओर मुजे इसमे कोइ बुराइ नहीं लगती, कया कहेती हो तुम

नेनु : बात तो तेरी सही हे,वास्तव में हम तीनो की स्थीती अ‍ेसी हे की तीनो अ‍ेक दुसरे के बीना नही रेह पाते, ओर तीनो आपस मे प्यार भी बहुत करते हे

अंजन : अब नीर्णय तुजे लेना हे हां या नां

नेनु : ठीक हे जेसा तुने कहो वेसा ही करुगी अब नहीं रेह सकती उसके बीना, ओर सोनु से में खुद बात करुगी, अब मेरी छोड तुजे क्या प्रोबलेम हो गइ थी तु कुछ तेरी सास के बारेमें केह रही थी फीर कुछ हुआ क्या?

अंजना : अरे हां केह रही थी बच्चा देदो ओर उपरसे कमीनी मेरे पती को छोडती नहीं अगर मेरे पती के साथ ही सोना हे तो खुद बच्चे पैदा क्यु नहीं करती, चुदकड कहीं की

नेनु : फीर तो लफडा कुछ ओरही लगता हे, अ‍ेक काम कर तु राजकोट में कीसी विस्वासु से इनकी थोडी इंनकवायरी कर मामला क्या हे सच सामने आजायेगा

अंजना : की है, जब मेरी सासका फोन आया था, मेरे घर वालोने तो मेरे साथ हर नाता तोड दीया हे ये तो तुम जनती हो तब मेने मेरी अ‍ेक सहेली हे उसको इंनकवायरी करने को कहा था आज ही उनका फोन आया था केह रही थी मुजसे बच्चा हो गया तो में मेरे पती को कभी छोडुगी नही ताको मेरा ये घर उसके पास रहे फीर वो कीसी तराह मुजे मारके इस घर में मां बेटा आराम से रेह सके क्युकी ये घर मेने अपनी सेलेरी जमा करके खरीदा हे ओर ये मेरे नाम हे

नेनु : कीतने घटीया लोग हे, तुम्हारा पती यहां नहीं आता तो तुम उसे कुछ कहेती क्यो नहीं

अंजना : अच्छा हे नहीं आता अबतो मुजे भी इससे नफरत होगइ हे, पर आज मेरी सहेली के फोन के बाद मेने अ‍ेक नीर्णय लेलीया हे

नेनु : कोनसा नीर्णय लीया तुने?

अंजना : में मेरे पती को छोड दुंगी, इससे तलाक लेने का फैसला लीया हे

नेनु : क्या ये सही रहेगा? तुने सोच समजकर ये फैसला लीया हेना?

अुजना : हां नेनु में अब मन बना चुकी हुं, मेभी उसे दीखा दुंगी में कल ही डीवोर्स पेपर फाइल कर दुंगी मुजे तेरा साथ चाहीये

नेनु : अरे पागल ये भी कोइ पुछने की बात हे, हम सब तेरे साथ हे तुजे हम अकेली कभी नहीं छोडेगे

अंजना : थेन्कस नेनु मेरे मनका बोज हल्का हो गया

फीर नेनु ने कुछ मस्ती करनी सुजी ताकी वातावरण गंभीर ना हो जाये

नेनु : अरे दोस्ती में थेन्क्स नही होता कमीनी, तुजे अकेला ना लगे इसलीये में कल ही राज को यहां भेज देती हुं ताकी तेरा अकेलापन दुर हो जाये हें..हें..हें..

ये सुनते ही अंजना ने हसके अ‍ेक मुका नेनु को मार दीया फीर दोनो हसने लगी

अंजना : हां भेज देना पहेले तुम दोनो तो ठंडीहो जाओ जब जी भरजाये तो भेज देना

नेनु : कीतनी कमीनी हे तुं, भाइ को बचाके रखना पडेगा (फीर दोनो हसने लगी) अब चले शोपींग के बाद हमे मंदिर भी जाना हे बाबा को मीलने लगता हे ७ बज जायेंगे

कहेके दोनो उठ गइ वो बहार आके मुजको देखले इससे पहेले मे वहां से नीकल गया ओर याद आया की सोनु मेरा तैयार होके वेइट कर रही होगी ते मेनें रास्तेसे दो फुलो की मालाये खरीदी ओर सीधा घर आ गया अंदर आके देखा तो सोनु अ‍ेक दुल्हन की तराह तैयार होके बैठी थी

सोनु : आ गये आप में तो कबसे वेइट कर रही हुं

में : सोनु अभी दो मीनीट में आया तैयार होके तब तक तुम मेइन गेइट बंध करदो

कहेके में फुलोकी माला सोफे पर छोडके उपर चला गया तैयार होने फीर चेन्ज करके में वापस नीचे आ गया तो सोनु नीचे मुजे देखके मुस्कराइ फीर उसने पुछा

सोनु : भाइ हम क्या करने जा रहे हे बताओना मेरा दील घबरा रहा हे

मेने सोनु के पास जाके उसे बांहोमे भरलीया ओर उसके कानके पास मुह लेजाकर धीरे से कहा

मे : तुजे आज पहेली पत्नी का दर्जा देने जा रहा हुं हम गांधर्व विवाह कर रहे हे

सोनु : पर भाइ दी के बीना क्या ये सही रहेगा? ओर ये तो मंदिरमें होता हेना?

में : हां हमारे घर के मंदिर के सामने करेगे ओर हम पहेले दादी का आशीर्वाद लेगे

सोनु : लेकीन दादी ने नेनु को बता दीया तो

में : नहीं बतायेगी अ‍ेक तो वो बोल नहीं सकती, दुसरा उसने खुद तेरा हाथ मेरे हाथ में सोंपा हे तो येभी वही चाहती हे जो हम चाहते हे

फीर में सोनु का हाथ पकडके दादी के रुम में ले गया जहा हमारा मंदीर भी हे हम दोनो ने पहेले दादी के पैर छुआ तो हमे इन कपडो में देखके उसके चहेरे पर खुशी आगइ फीर हम मंदिर के सामने अ‍ेक दुजे के सामने खडे रहे ओर मेने केरी बेगसे दोनो मालाअ‍े नीकालकर अ‍ेक सोनु को दी ओर दुसरी मेरे पास रखी

फीर मेने सोनु की तरफ देखा तो नजरे जुकाके खडी थी फीर सोनु ने मेरी ओर देखातो मेने इसारा कीया तो उसने मुजे माला पहेनाइ फीर मेने भी सोनु को माला पहेना दी ओर उसके बाद हम भगवान की तरफ हाथ जोडके घुम गये ओर मेंने सोनु को
अपनी बात दोहराने को कहा फीर अ‍ेक के बाद अ‍ेक करके हर कसम खाने लगे जो सण्तपदी में खाइ जाती हे ओर लास्ट में मेने सोनु से कहा

में : आजसे में तुजे भगवान की साक्षी मे अपनी धर्मपत्नी स्वीकार करता हुं

सोनु : आजसे मेंभी आपको अपने पती के रुप मे स्वीकार करती हुं

फीर हमने अ‍ेक बार फीर भगवान को नमन कीया, बाद मे सोनुने मेरे पैर छुअ‍े तो मेने उसे फोरन खडा कर दीया ओर उसे कहा

में : नहीं सोनु मेरे पैर छुनेकी जरुरत नहींहे में तुजे दासी नहीं रानी बनाके रखना चाहता हुं

सोनु : लेकीन आपका पैर छुना मेरा कर्तव्य नहीं मेरा अधीकार भी हे ओर मुजे अच्छा भी लगता हे सो प्लीज कभी मना मत करना जानु

फीर हम दोनो दादी की ओर घुमे तो दादी हमे सर पर हाथ रखकर कुछ इसारा कर रही थी सोेनु तुरंत समज गइ ओर उसने मंदिर मेसे अ‍ेक डीबा नीकाला जो सींदुर का था ओर उसने लाके मेरे सामने करदीया तो मेने उसमेसे चुटकी सींदुर लेके सोनु की मांग भर दी तब सोनु की आंख बंध होगइ ओर खुली तो आंसुओकी धारा के साथ

फीर मेने उसके आंसु पोछे ओर रोने का कारन पुछा तो मेरी आंख भी छलक गइ फीर सोनु ने मेरे आंसु पोछे आंसुओ का कारण था मेरे मम्मी पापा फीर हमने दादी के पैर छुअ‍े ओर उसके तकीये के नीचे से हाथ डालकर कुछ रुपये नीकाले फीर सोनु ओर मुजे सगुन के तोर पर दीये फीर होल में आके हमने मम्मी पापा की तस्वीर को नमन कीया फीर मेने सोनु को हाथ पकडके सोफे पर बीठा दीया ओर मेभी उसकी बगल में बैठ गया तो सोनु ने अपना सर मेरे कंधो पर रख दीया ओर मुजसे बात करने लगी

सोनु : थेन्क यु, आज आपने मेरी हर तम्मना पुरी करदी में बहुत खुश हुं थेन्क यु सो मच में आज भगवानको यही प्रार्थना करतीहुं हर जन्म मे मुजे आप पती के रुपमें मीले

में : हां सोनु, मेरी भी यही प्रार्थना हे की हर जन्म मे तुजे पत्नी के रुप में पाउं

सोनु : अब आपका आगे का क्या प्लान हे मुजे बताइअ‍े ताकी में नीस्चींत रहु

में : सोनु जब तक हम सबके सामने सादी नही करते तब तक हम ये विवाह छुपायेंगे मेने गांधर्व विवाह इस लीये कीया ताकी में तुजे मेरी पहेली पत्नी का दर्जा दे सकु जो तेरी इच्छा थी इसलीये

सोनु : लेकीन जानु हम बादमे नेनुदी से बात करके सादी करते तो भी मे आपकी पहेली पत्नी ही कहेलाती, हमने जल्दबाजी नहींकी ?

में : नहीं सोनु आज मेने नेनु ओर अंजना की बात सुनली इसकी बातो से पता चला की नेनु भी मुजे तेरी ही तराह प्यार करती हे
ओर हम दो दीन के बाद जयपुर जाने वाले हे वहां कुछ सीच्युअ‍ेशन अ‍ेसी होगइ की मुजे नेनु के साथ गांधर्व विवाह करना पडे तो तुम्हारी पहेली पत्नी की ख्वाहीस अधुरी रेह जाती इसीलीये आज ही सादी करनी पडी ताकी तुम मेरी पहेली पत्नी कहेलाओ

सोनु : (मुजे मेरे होंठो को चुमते) ओह जान शुक्रिया मेरा कीतना ख्याल रखते हो आप

में : ओर ये आप आप क्या लगा रखा हे मुजे तो मेरी बहेन वाली सोनु ही चाहीअ‍े

सोनु : (हसके) नहीं अब तो में आप ही कहुंगी क्युकी मेरे पती जो हे आप

में : (कानमें) अगर आइंदा आप कहा तो सुहागरात में पटक पटक कर चोदुंगा तुजे

सोनु : (अ‍ेकदम सरमाके) छी कीतना गंदा बोलते हो आप

में : वेसे सोनु हम हमारी सुहागरात तेरे बर्थडेके दीन नहीं मना पायेंगें

सोनु : क्यु अब क्या प्रोबलेम आ गइ जानु में तो कीतनी अ‍ेक्साइडेट थी उसे लेकर

में : तुम्हे तो रीझन पता हे, उस दीन तेरी सहेली सीमा को नहीं बता रही थी

सोनु : ओह..सीट् आपने कब सुनलीया हमारी बातो को मेतो मेरे रुम में थी

में : ये तो राज की बात हे पर अब तुम मेरी धर्मपत्नी बन गइ होतो अब हमारे बीच कोइ राज नहीं इसलीये मेरे रुम में जाके बता दुंगा वेसे चलोना रुम में अब तो हमने सादी भी करली हें

सोनु : नहीं..... नहीं आना हमें रुम में हम दीदी को क्या जवाब देंगे की हम क्यु लंगडाके चलते हें (हें...हें..हें..)

में : केह देना पैर में मोच आ गइ थी चलो ना में अब तेरे बीना नहीं रेह सकता

कहेके में सोनुको अपनी गोद में उठाके सीडीयो की तरफ जाही रहा था की सोनु मेरी गोदसे उछलकर नीकल गइ ओर वापस सोफेके पीछे भाग गइ में भी फोरन उसके पीछे भागा तो वो हसते हसते सोफेके चकर लगाने लगी फीर मेने सोफे पे चडकर दुसरी तरफ कुद गया ओर सोनु को पकड लीया फीर वापस गोदमे उठा लीया इसबार मेने कसके पकडकर रखा था

सोनु : प्लीज छोड दो भाइ आज नहीं हम दो तीन दीन अकेले होगे तब करलेना भाइ प्लीज छोड दो

में : तो भागी क्युं तुं आज तो गइ आजही मेने तेरी चाल को बीगाडना हें मुजसे पंगा

सोनु : भाइ तुम समजते क्यु नहंी मेभी तरस रही हुं इसके लीये पर आज नहीं मान जाओ मेरे प्यारे भाइ मेरे जानु होना आप तो मान जाओ प्लीज प्लीज

तब तक राज सोनु को अपने बेड पर सुला देता हे ओर उसके उपर वेसेही लेट जाता हे

में : चल ठीक हे तु इतनी मनते करती हे तो मान जाता हुं लेकीन सोनु अब वाकइ मुस्कील लगता हे देख नीचे केसे फनफना रहा हे तेरे अंदर घुसने को, इसको में केसे मनाउं

सोनु ने आज कुछ सोच लीया ओर भाइ को तोहफे तौर पर देने के लीये फैसला करलीया

सोनु : भाइ इसको में मना लुंगी पर आज कुछ ओर नहीं प्लीज

में : ठीक हे मनाओ मे भी तो देखु तुम केसे मनाती हो

कहेके में बेड के नीचे खडा हो गया सोनु भी नीचे उतर गइ ओर मेरा हाथ पकडके अपने रुम में जाने लगी रुम के अंदर जाते ही सोनुने दरवाजा बंध करलीया फीर अपनी सादी की सारी नीकालकर उसे बेड पर रख दी सोनु अब पेटीकोट ओर ब्लाउस में मेरे सामने खडी होगइ फीर वो घुटने के बल मेरे पैर के पास बैठ गइ

ओर अपने हाथो से मेरे पे्रन्ट के बटन खोलने लगी मेभी देख रहा था सोनु क्या कर रही हे ओर सोनु भी मेरी ओर देखके मुस्कराये जा रही थी ओर साथमे पेंन्ट को नीचे सरका रही थी अब मेरा नीकर दीखने लगा जेसे ही सोनु ने नीकर को सरकाके नीचे कीया तो मेरा नाग छेसा लंड लहेराने लगा उसको देखते ही सोनु पागल हो गइ

सोनु : भाइ मेंतो मरही जाउंगी इसे अपने अंदर लेके कमसे कम तीन चार दीन तो में चलही नहीं पाउंगी अच्छा हुआ आप मान गये नही तो मेंतो आज गइ ही थी हें..हें..हें..

फीर सोनु ने अपने हाथकी मुठी में पकड लीया फीर मेरी ओर कामुक नजरसे देखते हुअ‍े अपनी जीभ(टंग)नीकाल कर मेरे लंड पर फीराने लगी फीर आहिस्ता आहिस्ता लंडके टोपे को चाटने लगी थोडी देर चाटनेके बाद मेरी ओर देखके उसने अपना मुंह खोल दीया मेरे लंड को अपने मुंह मे भर लीया फीर आहिस्ता आहिस्ता मुह के अंदर बहार करने लगी मेभी आहें भरने लगा

ओर उतेजनाकी वजहसे सोनु का सीर पकड लीया ये मेरा पहेला अनुभव था जो कीसी लडकीने मेरा लंड मुंह मे लीया हो फीर सोनु मेरी सीसकरीया सुनके मेरे लंड को जडपसे अंदर बहार करने लगी तभी मेरे सरीर में जुनजुनाट होने लगी ओर में जडने के करीब था सोनुके आंखके डोरे लाल हो गया था फीर अचानक में आहे भरने लगा

सोनु उपर देखके कुछ समज पाती इससे पहेले उसके मुंह में मेरे वीर्यकी पचकारी छुटने लगी ओर मेंने जडते वक्त सोनु के सीर को अपनें लंड पर भींच दीया जीसकी वजहसे मेरा पुरा लंड सोनु के गले तक चला गया ओर वीर्य सीधा गले में उतर गया सोनु ने फोरन अपना मुह हटा लीया ओर जोर जोर से खासने लगी तभी मुजे अहेसास हुआ की सोनु की सांसे फुल गइ हे

फीर कुछ देर बाद सोनु नोर्मल हुइ लेकीन उसका मुंह पुरा भरा हुआ था उनको मेरे वीर्यका स्वाद टेस्टी लगा तो वो पुरा वीर्य घटक गइ फीर अपनी जीभ अपने होंठो पर फीराने लगी फीर मेरी ओर कामुक नजरोसे देखने लगी में आंख बंध करके खडा था जब मेने आंख खोलके सोनु की तरफ देखातो सोनु मेरी ओर कमुक्तासे देख रही थी ओर अपनी जीभ अपने होंठो पर घुमा रही थी ये देखके में हस पडा

में : क्या तु पुरा पी गइ? कुछ हुआ तो नहीं तुजे?

सोनु : अरे अपने पती का माल था अ‍ेसे केसे व्यर्थ जाने देती वेसे मस्त स्वाद था अ‍ेक दीन खीर बनाके खाउंगी इसकी (हसने लगी) हें..हें..हें..

में : थेन्कयु सोनु मुजे समजने के लीये तेरी जेसी बीवी पाके धन्य हो गया में

सोनु : बस बस ज्यादा तारीफ मत करो ओर मुजे बाथरुम में जाने दो अपने आपको पुरा साफ करना पडेगा कही दी ने मेरी मांग में सींदुर या कुछ ओर देख लीया तो पंगा करेगी ओर आपभी वापस चेन्ज करलो ओर फुलहार का नीकाल करदो कहीं कुछ नजर नहीं आना चाहीअ‍े समज गये तब तक मेंभी चेन्ज करती हुं बादमे आपके रुम में ओह.. सोरी हमारे रुम मे आती हु

में : ठीक हे डार्लिंग जो हुकुम आपका

कहेके में अपने रुममें चला गया चेन्ज करनें थोडी देर बाद सोनु भी आगइ फीर हम दोनो ने मीलकर सब साफ साफाइ करदी ओर हम आके सोफे पर बैठ गये ओर आगेकी प्लानींग डीसकस करने लगे

दुसरी ओर नेनु ओर अंजु शोपींग करने चले गये अंजु के लीये कुछ अंडरगारमेन्ट की शोपींग करनी थी कुछ नेनु ने शोपींग की फीर वहांसे दोनो मंदिर की ओर चल पडी मंदिर पहुंचकर वहा दोनो ने दर्शन कीये फीर दोनो बाबा के मीलने पहुंच गइ बाबा के पास जाके दोनो ने आशीर्वाद लीये फीर बाबा ने दोनो को बैठनेके लीये बोला

कन्टीन्यु.......[/color]
 

[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - १०[/color]
[color=rgb(0,]दुसरी ओर नेनु ओर अंजु शोपींग करने चले गये अंजु के लीये कुछ अंडरगारमेन्ट की शोपींग करनी थी की कुछ नेनु ने शोपींग की फीर वहांसे दोनो मंदिर की ओर चल पडी मंदिर पहुंचकर वहा दोनो ने दर्शन कीये फीर दोनो बाबा के मीलने पहुंच गइ बाबा के पास जाके दोनो ने आशीर्वाद लीये फीर बाबा ने दोनो को बैठनेके लीये बोला....अब आगे

बाबा : आओ बेटी अच्छा हुआ तुम आगइ ओर ये साथमें कोन हे आपकी सहेली हेनां?

नेनु : जी बाबा येमेरी सहेली हे अंजना ओर राज जो नया काम सुरु कर रहा हे वो काम इनकाही हे राज को उसने ये काममें पार्टनर बनाया हें ओर कोलेजमें अध्यापक हें

बाबा : बहुत अच्छे बेटा इस काम में आप को कामयाबी मीले अ‍ेसी मेरी प्रार्थना हे

नेनु : कहीये बाबा क्या आदेश हे मेरे लीये राज केह रहा था आप मुजे याद कर रहे थे

बाबा : हां बेटी आज में तुजे अपना यहां आने का मक्सद बताउंगा क्युकी ये तुम दोनो के लीये ये जानना जरुरी हें

अंजना : लेकीन बाबा में तो इनके साथ अनायास ही आगइ हुं फीर मेरे लीये क्युं?

बाबा : (हसके) अ‍ेसा तुम मानती हो बेटा दरसल मेनेही तुमको बुलाया हें खेर ये जानना अभी तुम्हमरे लीये जरुरी नहीं हे तुम्हारी सहेलीको मेरे बारेमें थोडा बहुत पताहे तो उसीसे जान लेना आज मुजे तुम्हारे मनका क्षोभ दुर करना हें ओर तुम्हारा कार्य बताना हे

नेनु : जी बाबा बताइअ‍े, हम जाननेके लीये बहुत उत्सुक हे

बाबा : हां तो सुनो आजसे सेंकडो साल पहेले हिमाचल में अ‍ेक विरसींह नाम का अ‍ेक राजा था जो अ‍ेक कुलमें अ‍ेक भगवान की कइ पीढी के बाद का वंसज था जो बहुत ही पराक्रमी ओर साहसी था जो हमेंसा प्रजालक्षी कार्य करता था जो प्रजा पर राज कम ओर सेवा ज्यादा करता था उनकी तीन रानीया थी जो सबको बराबर न्याय देता था ओर वो बडा शिव भक्त था वहां की प्रजा के लीये उसने अ‍ेक भव्य शिवालय बनवाया उसने तीनो रानीओ के साथ मीलकर यहां तीन दीन तक पुजा ओर हवन कीया बादमें शिवालय में शिवलींग की स्थापनाकी बाद में साल में हर महाशिवरात्री के दीन अपनी तीनो रानीओ के साथ आता ओर पुजा अभीसेक करता जब तक जीवीत रहा तब तक ये कार्य करता रहा फीर समय के साथ धरती पर बहुत बडा परीवर्तन हुआ ओर वो शिवालय धरती में समा गया ओर इस बातको सेंकडो बरस बीत गया
मेंनें बचपनमें ही दीक्षा लेली थी ओर में मेरे गुरुजी के साथ रहेने लगा ओर उनके सानीध्यमे मेने आध्यात्मीक सीक्षा हासीलकी फीर अ‍ेक दीन मेरे गुरुजी मुजे हिमालय घुमने ले गये वहां उसने मुजे बहुत बडे साधु संतो ओर महात्माओसे मीलवाया ओर सबका आशीर्वाद दिलवाया बाद में वो मुजे हिमाचल प्रदेश के उस गांव में लेगये जीसके पासकी धरतीके नीचे ये शिवालय था तब मुजे कुछ नहीं पता था वहां गाव से थोडे दुर अ‍ेक आश्रम था जहां अ‍ेक बहुत ही बुढे महात्मा थे मेरे गुरुजी मुजे इस आश्रम में लेगये फीर गुरुजी ने उस बुढी मुर्ती के साथ अकेले में कुछ बाते की फीर हम वहां तीन दीन रुके जब जाने का समय आया तो मेरे गुरुजी ने मुजे वहीं रुकने का आदेश दीया ओर कहां

गुरुजी : आजसे यही तेरा कार्य क्षेत्र हे ओर अब तुजे यहीं रुकना पडेगा

बाबा : लेकीन गुरुजी में आपको अकेला केसे छोड सकता हुं मुजे आपकी सेवा करनीं हे

गुरुजी : नहीं वत्स तेरा जन्म अ‍ेक खास मक्सद से हुआ हे ओर इसी लीये तुम ये आध्यात्मीक मार्ग में आये हो इसीलीये मेने ये बात आज तक तुमसे छुपाइ हे ओर अब समय आगया हें इस कार्य को पुरा करनेका अब तुम्हारे जीवनका अ‍ेकही मक्सद होना चाहीये जीसके लीये तुमने जन्म लीया हें ओर ये मेरा आदेश भी हे की तुम अपने कार्य मे लगजाओ

बाबा : गुरुजी आपका आदेश सर आंखो पे कहेके मेने गुरुजी को दंडवत कीया फीर वो चले गये ओर कुछ समय बाद वो बुढे महात्मा भी मुजे सब कुछ सोंपके हमेंसा के लीये प्रकृतीकी गोदमें चले गये फीर धीरे धीरे मेने इस जगह को थोडा वीकसीत कीया वहा मेने अ‍ेक गौशाला भी बनवाया गांव के लोग भी समय समय सेवा देने आते रहे

अ‍ेक दीन सामको गांव वालो के साथ सत्संग कर रहा था तब गाइ की सेवामें आने वाला अ‍ेक व्यक्ति आया ओर मुजे बताने लगा की बाबा पीछले कइ दीनोसे में गाइ को चराने के लीये जाता हुं पर अ‍ेक अ‍ेसी जगह हें जो गाय उस जगह पर जाते ही अपना दुध अपने आप छोडने लगती हे अ‍ेसा मेने तीर बार देखा हे ये बात आपको बताना जरुरी समजा इस लीये आपको बता रहा हुं

फीर हम सब वो जगह पर गये जो आश्रम से थोडी ही दुरी पर थी फीर में ने उस जगह पर बेठके ध्यान लगाया फीर वापस मेरे आश्रम आगया सामको सब लोग अपने गांव लोट गये आश्रम में सीर्फ मेही अकेला रह गया फीर अगली सुबह में तीन बजे उठ गया ओर सब नीत्य करके वापस उसी जगह पे जाके ध्यान में बैठ गया

तो ध्यान के माध्यम से मुजे सब वो बात पता चली जो में तुमको बता रहा हुं उस जमीन के नीचे मुजे वोही शिवलींग नजर आया जो उसी दीन सुबह जब गांव वाले आये तो मेने खुदाइ करके उसे बहार नीकालनेकी कोसीस की पर हम सीर्फ उसे उपर तक ही ले पाये हम उसकी मंदिर के साथ दुबारा स्थापना करना चाहते थे पर हम कर नहीं पाये हर कोसीस के साथ हम नाकामीयाब ही रहे

कुछ ना कुछ हमें मुस्कीलो का सामना करना पडा तब जाके अ‍ेक दीन मेने मेरे गुरुजीसे ध्यान में संपर्क कीया ओर अपनी समस्या बताइ तब जाके गुरुजी नें मुजे अ‍ेक बात बताइ की जीस राजाने ये शिवलींग स्थापीत कीया था उसी राजाके द्वारा ये स्थापीत होगा फीर मेने उस राजा के बारे मे ध्यान के माध्यम से जाना तो पता चला की उसके कइ जन्मो हु चुके हे पर हर जन्ममें वो अधुरा था

क्युंकी जब वो राजा थे तब वो अपनी तीनो रानी से बेहद प्यार करता था तो उसने शिवलींग के स्थापनाकी उसने पुजा के वक्त शिवजीसे प्रार्थना कीथी की हर जन्म में मुजे ये तीनो रानीया मुजे पत्नी के रुप में मीले पर हर जन्म में उसको वो दो पत्नी ही मीलती थी ओर उसने कइ ओर रानीया भी थी ओर तीसरी पत्नी अपने मन की चंचलता के कारन दुसरी जगह ब्याह कर चली जाती थी

फीर मेने जाना की जब तक तीनो पत्नी उसको नही मीलती तब तक ये शिवलींग की स्थापना नहीं होगी ओर इसी के हाथो से ही स्थापना होगी फीर ध्यान के माध्यम से मेने उस राजा की खोज आरंभ कर दी तब पता चला की उसका जन्म गुजराके अ‍ेक सहरमें हो गया हे उसकी दो पत्नी भी जन्म ले चुकी हे तीसरी पत्नी का जन्म अभी नहीं हुआ था तो मेरे पास इन्तजार करने के अलावा कोइ रास्ता नहीं था

इसी बीच में उस पर बराबर ध्यान रख रहाथा उसके जन्म के दो साल बाद उसकी तीसरी पत्नी का भी जन्म होगया पर अ‍ेक उलजन में फस गया था क्यु की उसकी दो पत्नी इस बार उसके बहेन के रुप मे जन्मी थी फीर मेने वापस गुरुजी का मार्गदर्शन लेना उचीत समजा

तब जाके गुरुजी ने मुजे धर्म, सभ्य समाज ओर प्रकृती के नीयम का ग्यान दीया जो मे उसे मीलकर समजा सकु क्यु की धर्म ओर सभ्य समाज के नीयमो के कारण वो सब आपस में विवाह नहीं करेंगे तो इसी लीये मुजे यहां आना पडा ता की उसको समजा सकु की वो प्रकृृती के नीयम को माने जो आदी काल से चलता हे

नेनु : (बीचमें) तो क्या बाबा वो राजा यहां हे क्या? उसीके खोज में आये हे आप, मेरे मन में संकाअ‍े आ रही हे बाबा कोन हे वो राजा कहीं हमारा राज.....

बाबा : (हसते) ठीक समजी मेरी बच्ची वो राजा तुम्हमरा भाइ राज ही हे ओर तुम दोनो बहेनो ही उसकी रानीया थी जो हर जन्म में उसकी पत्नी होती थी जो इस जन्म में तुम बहेने हो ओर उसकी तीसरी रानी भी उसके संपर्क में आचुकी हे इसीलीये अब वो शिवलींग की स्थापना करना मुमकीन हे ओर येही मेरे जीवन का उदेस्य हे

नेनु : पर बाबा ये केसे संभव हे हम भाइ बहेन आपस में.. ओर समाज क्या कहेंगे हमें

बाबा : बेटा इसीलीये तुम्हे आज मेने बुलाया हे ताकी मेरे गुरुजी की बात तुम्हे केह सकु क्यु की इसे समजने के लीये तुम पुरी तराह परीपक्वव हो सायद राज इस बात को समज न सके ओर हां ये बात तुम्हे राज को बतानी हें ओर जो मेने तुम्हे जो जडी बुटी दी थी वो इसी लीये तो दी थी ताकी तुम चारो का जीवन खुसीसे भरा रहे

नेनु : तो बाबा उसकी तीसरी पत्नी कोन हे क्या हम उनको जानते हे?

बाबा : जी ओर तुम उसीके साथ तो आइ हो, ओर इसीलीये मेने अपनी इच्छा सक्तिसे आप दोनो को बुलाया हे ताकी में अपनी इस बेटी को भी कुछ बताना था जो बार बार हर जीवनमें अपने पती से अपनी मनकी चंचलता के कारण उससे दुर रहेती हे फीर कुछ दीनो मेंही उसका जीवन डामा डोल होने लगता हे ओर जीवन भर दुखो का सामना करना पडता हे इसे, लेकीन अब नहीं होगा क्यु की आज उसे सारा ग्यान मील जायेगा

फीर नेनु ओर अंजु दोनो आपसमें अ‍ेक दुसरे को आस्चर्य के भावसे देखने लगी फीर नेनु ने बाबा की ओर देखके कहा

नेनु : बाबा धर्म ओर सभ्य समाजके नीयमको हम थोडा बहुत जानते हे लेकीन ये प्रकृतीके नीयम क्या हें? कृपया उस पर थोडा प्रकाश डाले हम जानने के लीये उत्सुक हे

बाबा : बेटी इस पुरे ब्रह्मांड को अ‍ेक अ‍ेसी शक्ति चला रही हे जो नीराकार हे तुम उसे परमशिव केह सकती हो यातो परा शक्ति, फीर इस धरती में कइ देवी देवता, रुषी, मनुष्य आदीओका अवतरण हुआ तब ना कोइ धर्म था ना कोइ सभ्य समाज के नीयम ओर ना कोइ आपस में रीस्ता था केवल अ‍ेकही रीस्ता था पुरुस ओर स्त्री का, ओर यही रीस्ता आज भी कायम हे

सब पसु पक्षी जानवर प्रकृती के नीयम को मानते हे, उसके आपस में कोइ रीस्ता नहीं हे ना भाइ ना बहेन ना बुआ ना मामा, केवल मनुस्य को छोडके, क्युकी मनुस्य अ‍ेकही अ‍ेसा प्राणी हे जीनके पास बुध्धी हे तर्क वितर्क ओर विचार हे जो उसे मोक्ष प्राप्ती के लीये मीले थे, फीर कुछ सभ्य व्यक्ति ओर रुषी मुनीओने कुछ नीयमो का समुह बनाया जीसे धर्म नाम देकर मनुस्यको उसका पालन कराना आरंभ कर दीया उसे पाप ओर पुन्य का ज्ञान देने लगे इसका नतीजा ये हुआ की कोइ मनुस्य पाप करता था तो उसे आत्मग्लानी होने लगी

तब से मनुस्यकी आध्यात्मीक प्रगती प्रभावीत होने लगी, ओर मनुस्यको बार बार उसीमे जन्म लेना पडता हे, पसु पक्षी या जानवर में आपसमें संबध करने पर उसे कोइ ग्लानी नहीं होती थी क्यु की सब प्रकृती के नीयम से चलते थे फीरभी वो अ‍ेक योनी में सीर्फ अ‍ेक ही बार जन्म लेते थे, यानी की उसकी फीर भी प्रगती हो रही थी, ओर मनुस्य अटक जाता था

अंजु : तो बाबा इसे तो देवी देवता भी बाकात नहीं हे, ओर जब धरती पर मनुस्य आये तब तो धर्म नहीं था तो क्या तब वे भी प्रकृती के नीयम पालते थे?

बाबा : (हसके) बीलकुल बेटी, तुने ठीक समजा, तुजे में अ‍ेक उदाहरन देता हुं ताकी तेरे मन की संका दुर हो सके, हमारे इस धरती के ग्रह पर अ‍ेक येन नामके राजा थे जो बीलकुल नीर्बल थे उसको कोइ संतान नहीं थी क्यु की वो इसके लीये सक्षम नहीं थे जब वो अपनी मृत्यु के करीब थे तब कुछ रुषी मुनीओने उसका वंस आगे बढे इसलीय उसके सरीर का मर्दन कीया
ओर उसके हाथकी भुजाओसे अ‍ेक लडका ओर अ‍ेक लडकी को उत्पन कीया फीर राजा की मृत्यु होगइ समय के साथ लडका ओर लडकी बडे हुअ‍े लडका बहुतही परमक्रमी ओर साहसी हुआ ओर लडकी अती स्वरुपवान ओर सुंदर अप्सरा जेसी होगइ फीर अ‍ेक दीन लडके ने उसी सुंदर लडकी से सादी करली ओर अपनी रानी बनाया बादमें वो इस धरती का पहेला सम्राट बना, पुरी धरती उसका राज्य था ओर इस धरती को उसका नाम दीया गया जो हम आज उस ग्रह को हम पृथ्वी के नाम से जानते हे, अब तुम ही बताओ अ‍ेकही सरीर से उत्पन हुअ‍े लडके लडकी को तुम रीस्ते में क्या कहोगे

अंजु : बाबा अ‍ेक सरीर से जन्म लीया हेतो वोतो भाइ बहेन ही कहेलायेंगे ना

बाबा : हां तुम्हारे सभ्य समाज के नीयम के मुताबीक तुम सही हो लेकीन तब ये नीयम नहीं थे वं प्रकृती के नीयम से जी रहे थे तो उनके मन में कोइ ग्लानी नहीं थी ओर अ‍ेसे सेंकडो उदाहरन हे जो पती पत्नी हें ओर आपसी रीस्तो में भाइ बहेन भी हे,

नेनु : बाबा हमतो कन्फ्युस हो गये हे क्या करना हे हमे आपही मार्गदर्शन दे हमें

बाबा : बेटी कोइ कन्फ्युजन नहींहे बस तुम प्रकृतीके हीसाब से जीयो ताकी तुमको कोइ ग्लानी नहीं होगी इसमें कोइ पाप पुन्य वाली बात नहीं हे ओर में हमेंसा तुम्हारे साथ हुं

अंजु : बाबा अब में क्या करु मुजे भी मार्गदर्शन करीये

बाबा : बेटी अभी तुमने जो घर पे निर्णय लीया हे ना वो ठीक ही हें अब ओर तुम दोनो ध्यान से सुनो शिवालय के स्थापना से पहेले तुम तीनो की सादी पुरे सास्त्रोक वीधी के साथ मेरे आश्रम में होगी इसके बारे में में तुम्हे बाद में बता दुंगा, हां तब तक तुम आपस में गांधर्व विवाह करकें संसार सुरु कर सकती हो, ओर भविस्य मे कभी तुम्हे कोइ ग्लानी लगे तो मेरे पास आ जाना क्यु की हम आस पास हीं होंगे ओर में आप लोगोको मार्गदर्शन देता रहुंगा, ओर आजके लीये इतना काफी हे अब आप दोनो जाओ साम भी हो गइ हें

फीर नेनु ओर अंजना दोनो बाबा को प्रणाम करके अ‍ेक बार फीर मंदिर में गइ ओर दर्शन करके दोनो वापस अंजु के घर चली गइ ओर अंदर जाके दोनो सोफे पर बैठ कर सोच में डुब गइ आज बाबा की बातो ने दोनो को जंजोरके रखदिया था आखीर कार नेनु ने चुपी तोडी

नेनु : तो सौतनजी में अब चलुं?

अुजु : (हसके) तुभी ना कमीनी हे, क्या आप लोग मुजे स्वीकार करोंगे खासकर राज

नेनु : अरे मेंने तो तभी डीसाइड करलीया था जब बाबाने कहां, मेतो तुजे तबसे मेरी भाभी के रुपमें देखने लगी थी, ओर इसके लीये में बहुत अ‍ेक्साइड भी हुं की कब तु मेरे घर में आये भाभी बनकर, अब तुम तैयारी सुरु करदो ओर पड जाओ राज के पीछे ताकी मुजे तुजे घर लाने में ज्यादा महेनत न करनी पडे समज गइ नां

अंजु : कीतनी उतावली हो रही हे भाभी बनाने के लीये, तु मेरी सौतन भी तो बनेगी, ओर तुजे भी तो प्रयास करना पडेगा

नेनु : अरे हां यही तो समज में नही आता की सुरुआत कहां से करु क्युकी में साथ में बडी बहेन भी हुं तो सुरुआत में नहीं कर सकती, आगे तो राजको ही बढना पडेगा

अंजु : तो कोनसी बडी बात हे, तु अ‍ेक काम कर आजसे उसके साथ अ‍ेक बहेन जैसा व्यवहार करना बंध करदे ओर अ‍ेक गर्लफ्रेन्ड जेसा व्यवहार करना सुरु करदे मामला अपने आप फीट हो जायेगा, ओर वो आगे बढे तो कीसी के लीये मना मत करना ओर उसको ये अहेसास तो कभी नही होने देना की तु उसकी बहेन लगती हे समजी

नेनु : सायद तुम ठीक केह रही हो, थेन्क यु अंजु थेन्क यु वेरी मच

अंजु : अंजु नही भाभी बोल, ओर थेन्क यु तो कभी नहीं हमारे बीच समजी

नेनु फोरन खडी हो गइ ओर उसने अंजु को गले लगा लीया ओर उसकी आंखे नम करली ये देखके अंजु ने उसके साडी के पालवसे नेनु के आंसु पोछे फीर उसके गाल पे कीस करदी

अंजु : मेरी प्यारी ननंदजी अब आंसु बहाना छोड दो अबतो आपके भी मेजे के दीन आने वाले हे, अ‍ेक काम कर में राज को फोन कर देती हुं तुजे लेजाये ओर तेरे साथ थोडी देर अकेला भी रह लेगा तो अभीसे सुरुआत कर दे तुम

कहेके अुजु ने नेनु के बुब्स को प्रेस करदीया ओर ये हरकत से नेनु हसने लगी ओर उसने अंजु को अ‍ेक मुका मार दीया

नेनु : कमीनी कहींकी तु सुधरने वाली नहीं हे घर आजा फीर राजसे कहेके बदला लुगी वहां सोनु को भी सब बताना पडेगा ओर उसे मनाना भी पडेगा ओर हां राज को अभी कुछ नहीं बताना हे इसके बारें में समजी

फीर अंजु ने राज को फोन करके नेनु को लेजाने लीये कहा तो राज ने फोरन हां कहे दीया ओर वो बाइक लेके नीकल गया ओर थोडी ही देर में वो अंजु के घर पर पहोंच गया अंदर जातेही अंजु उससे बात करने लगी

अंजु : आओ आओ हिरो केसे हो तुम, जबसे गये तबसे ना कोइ फोन, ना मीलने आये भुलतो नहीं गये ना हमें

में : (हसके) नहीं दी अभी दो तीन दीन काम हें फीर लग जायेंगे हमारे कामपें फेक्टरी में कुछ मशीन मेइनटेनस करनी हेतो हमारे पुराने कारीगर को ढुंढ रहा हुं ओर सफाइ भी करवानी हे तो दो दीन में हो जायेगा ओर नेनु दी के साथ जयपुर कुछ काम भी हे दो दीन का वो सब नीपटाके लग जायेंगे हम दोनो फीर अ‍ेक हप्ते में खतम करदेंगे ओके

अंजु : ठीक हे में तो देख रही थी तुजे याद हेकी नहीं हे.. हें.. हें..

में : तो चले दी की यहीं डिनर करके जाना हें? हें..हें..हें..

नेनु : (सरमाके उठते हुअ‍े) हां हां चलो हम चलते हे बाय अंजु

फीर अंजु से विदाय लेके दोनो बाइक पर बैठ गये ओर राजने बाइक घर की ओर चलादी आज नेनु बीना कहे ही राजसे चीपक कर बैठी थी ओर इस व्यवहार से राज भी थोडा अचंभीत हुआ की बीना कहे नेनु में बदलाव केसे आगया फीर दोनो घर पर आगये

ओर घर के अंदर आते ही सोफे पर बैठ गइ तभी सोनु भी आके बैठ गइ ओर फीर राज भी आगया नेनु ने सोनु के फेइस की तरफ देखा तो वो काफी प्रफुलीत ओर खुश लग रही थी

नेनु : क्या बातहे मेरी गुडीया बहुत खुश लग रहीहे लगता हे आज राजने तंग नहीं कीया

सोनु : क्या दी आप भी, भाइ क्यु तंग करेंगे मुजे, वो तो आज आप नहीं थी तो उसने मुजे काम में भी हाथ बटाया, हमारा डीनर भी रेडी हे बस दादी को खीलाने जाही रही थी की आप आगइ, आप बैठके आराम करो में अभी दादी को खीलाके आइ फीर हम डीनर करेंगे

नेनु : वाह रे मेरी बच्ची तुने तो पुरे घरकी जीमेदारी लेली हे, अब में कहीं भी जा सकुंगी

में : हां घुमते रहो, थोडा तो बच्ची पर रहेम करो केसे काम करके थक गइ हे

नेनु : अरे आज उल्टी गंगा केसे बहेने लगी, बडा तरस खा रहा हे, उन पर तेरी तबीयत तो ठीक हैनां

में : तुम भी, जरासा मौका मीला नहींकी टांग खीचना सुरु, अब सोनु का ध्यान रखो तो भी तकलीफ, हे भगवान करुतो क्या करु में (उपर हाथ करके)

नेनु : (हसके) ठीक हे ठीक हे चल नौटंकी बंध कर ओर बता तुम्हे कारीगर की क्या जरुरत पड गइ में जानती हुं हमारे मीस्त्रीको (फोरमेन)

में : क्या सचमें जानती हो? मुजे उनसे हमारे मशीन चालु करवाने हे जो इतने समयसे बंध थे मेने जो मशीन बनानी हें उसमे हमारे सब मशीन की जरुरत पडेगी बताओ ना दी वो कहां मीलेंगे

नेनु : अरे पागल तुम भी सायद उनको जानते हो जब हमारी फेक्टरी चालु थी तो तुम छोटे थे ना इसलीये उनको पहेचानता नहीं वो हमारी ही सोसायटी में रहेते हे

में : क्या केह रही हो दी कोन हे वो बताओ मे डीनर के बाद मीलके आता हुं

नेनु : अरे वो हमारी सोनु की सहेली हेना सीमा उसके पीताजी, रामुकाका जबसे हमारी फेक्टरी बंध हुइ तबसे वो रीटायर जेसी जींदगी जी रहे हे अच्छा हुआकी उनका लडका समजदार हे की उन्होने सारे घर की जीमेदारी उठाली हे ओर खाते पीते हो गये हें

में : दी आपको नहीं लगता बरसो हमारे यहां काम कीया तो हमे इनके लीये कुछ करना चाहीये ताकी बाकी की जींदगी वो आराम से गुजार सके वेसे भी हमे पापाकी सेवा का मौका तो नहीं मीला पर इनकी मददसे पापा भी खुश हो जायेंगे

ये सुनतेही नेनु ने राजको गले लगा लीया ओर अंसु बहाने लगी ओर कहेने लगी

नेनु : तु ठीक केह रहा हे भाइ तेरी सोच बीलकुल पापा जेसी ही हे, हम तो खुश नसीब हे तेरे जैसा भाइ पाकर तुजे जो अच्छा लगे कर इसके लीये हमारी परमीशन की जरुरत नहीं हे तुजे, आइ अ‍ेम प्राउड फोर यु बेबी

तभी सोनु भी आगइ दादी को खीलाके भाइ बहेनको लीपटकर बेठा देखके कहेने लगी

सोनु : आप दोनो को सरम नहीं आती जाहेर में लीपट कर बेठनें मे चलो तुम्हारे रुम में जाके लीपटो क्या इजत रेह जायेगी मेरी

नेनु : (राजसे अलग होतेही सोनु को मारने लगी) अरे कमीनी हम तो अ‍ेसेही इमोस्नल में बेठे थे कहीं प्यार नहीं कर रहे थे समजी, चुडैल कहींकी (हसने लगी)

सोनु : तो मेने कब कहां की आप लव बर्ड हो मेने तो सीर्फ इतना कहां की अंदर जाकर लीपटो (कहेके ठहाका मारके हसने लगी)

में : अरे सोनु तेरी सहेली सीमा से फोन करके पुछ के उसके पापा घर पे हे की नहीं मुजे उनसे मीलने जाना हे डीनर के बाद

सोनु : (खुश होके) भाइ में भी चलुगी में सीमासे मील लुंगी ओर आप उसके पापा से मील लेना में अभी फोन करती हुं

कहेके सोनु उपर अपने रुममे चली गइ नेनु उसे देखती रही फीर राजकी ओर मोडके

नेनु : राज चल हम डीनर करते हे मुजे तो जोरोकी भुख लगी हे चलनां

में : हां दी चलो तैयारी करो तब तक सोनु भी आ जायेगी

कहेके हम दोनो डाइनींग पर आ गये नेनु कीचन की ओर जाही रही थी की तभी सोनु आगइ ओर नेनु को रोक लीया

सोनु : अरे दी आप रहेने दो में लगाती हुं खाना, ओर हां आजसे आपको खाना खीलाने की सारी जीमेंदारी मेरी हे आप को सीर्फ यहीं आके बैठजाना हे (कहेके कीचन मे चली गइ)

नेनु : (बेठते हुअ‍े) राज क्या होगया हे सोनु तोे धडा धड सब जीम्वेवारी लेने लगी हे

में : (हसके) लगता हे इसका स्क्रु ढीला हो गया हे चेक करालो दीदी उसे

नेनु : (मुजे मारते) चुप कर बदमास, मुजे तो कुछ समजमे नहीं आ रहा हे

अब नेनु को केसे समजाउ की अब वो तेरी बहु जो बन गइ हे या फीर भाभी तभी सोनु खाना लेके आगइ सबसे पहेले उसने हम दोनो को परोसा बाद में वो अपना खाना लेके बैठ गइ नेनु तो उसे देखती ही रेह गइ वेसे भी उसने सोनु को कुछ बाते कहेनी थी बाबा वाली बात फीर मुजसे सादी करनेके लीये उसे मनाना भी था उसे क्या मालुम थाकी हम दोनो सादी कर चुके हे सब अ‍ेक दुसरो की बात को अ‍ेक दुसरेसे छीपाना चाहते थे फीरभी नेनु ने कहा

नेनु : अरे सोनु क्या बात हे तुने तो इस घर की अ‍ेसे जीम्वेवारी लेली हे की तु इस घर की बेटी नहीं बहु हो

सोनु : (अंदर से खुस होके) क्या दी आप कुछ भी बोलती रहेती हे भाइ के सामने तो अ‍ेसा मत बोलो

नेनु : ठीक हे सामने नहीं बोलुंगी अकेले में बोलुंगी बस, वेसे तुमसे मुजे कुछ बताना भी हे तु आके सीधे मेरे रुम में आजाना

मुजे टेन्सन होने लगा कहीं नेनु को सादी का पता तो नहीं चल गया तो मेने जान ने की कोसीस की

में : क्या कोइ सीक्रेट बात हे जो आप मुजे नही बता रही हें

नेनु : हां सीक्रेट बातही हे हम लडकीयोकी जो तुजे जाननेकी जरुरत नहीं हे समजे

में : कोइ बात नहीं मेरी भी बारी आयेगी मे भी आपको नहीं बताउंगा

नेनु : अरे बुध्धु कोइ सीक्रेट बात नहीं हे तुजसे भी अ‍ेक बात करनी हे पर बाद में ओके

फीर हमने बाते करते डीनर खतम कीया सोनु कीचन में बर्तन रखने जा रही थी तो नेनु ने उसे रोक लीया

नेनु : सोनु तुम रहेने दो में करलुंगी तुम दोनो जाओ सीमा के घर ओर वापस जल्दी आ जाना में यहीं तुम दोनो का वेइट करुगी

कहेके नेनु सब ले जाने लगी तो में ओर सोनु बहार आगये में बाइक की ओर जाने लगा तो सोनु नें मुजे रोक लीया

सोनु : रहेने दो भाइ हम चलके जाते हे इधर ही तो हे दो गली छोडके पैदल चलते हेनां

में : ठीक हे रानीसाहिबा जो हुकुम,(पैदल चलने लगे)

सोनु : भाइ क्या काम हें वहां, वो भी इनके पापा से

में : चल आज तेरी फ्रेन्डका भी उधार कर ही देते हे

सोनु : मतलब आप कहेना क्या चाहते हे?

में : मतलब ये की सीमा की सुहागरात का इन्तजाम करने जा रहे हे आफ्टर ओल तेरी बेस्ट फ्रेन्ड जो हे ओर उसका भाइ भी तो तडपता होगा मेरी तरह

सोनु : क्या केह रहे हो आप? भाइ लगता हे पुरे मामले को जानते हे आप आपको केसे पता लगा? लगता हे हमारी सारी बाते सुनी हे आपने, में सही केह रही हुं नां?

में : (हसके) अब ठीक समजी तु केसी लगी मेरी सरप्राइज

सोनु : भाइ अ‍ेसा क्या हे आपके पास जो मेरी हर बात जानते हो आप, कहीं नेनु दी की बातभी तो आप नहीं सुनते आपही ने कहा था की नेनु ओर अंजना बात कर रही थी तो आपने सुन लीयाथा सच बताना भाइ में आपकी पत्नी हुं जुठ मत बोलना मुजसे

में : (हसके) चल ठीक हे तुजे तो अब सच बताना ही पडेगा में नहीं चाहता की मेरे ओर मेरी पत्नी के बीच कोइ पर्दा रहे, हां में नेनु की बात भी सुनता हुं मुजे जबभी मोका मीलता था में तुम दोनो की फोन की बाते सुन सकता हुं क्युकी मेने अ‍ेक गेजेट बनाया
हे इसके जरीयी ये सब संभव हुआ तभी तो मुजे तुम्हारे दील की बात पता चली की तुम मुजे कीतना चाहती हो

सोनु : मेंतो आपको कबसे चाहती थी फीर आपने इसके बारेमे मुजसे बात क्यो नहीं की

में : क्युकी में चाहता था की पहेले तु मुजे प्रपोज करे इसके लीये तुजे उकसाता रहा ओर आखीर कार तुने मुजसे गीफ्ट के तोर पर अपना दील मांग ही लीया

सोनु : भाइ ये आपने अच्छा नहीं कीया, आपने कीतना तडपाया मुजे, आपकी यादमें मेने रातमें कीतने आंसु बहाये हे पताहे आपको इसका बदला में जरुर लुंगी याद रखीयो

में : अरे मेरी जानु मुजे माफ करदे बस इसी लीये तो तेरी सहेली का काम करने जा रहां हुं क्युकी इनकी वजेसे मुजे मेरी बहेन का प्यार मीला हे अगर उस दिन स्कुल में तुम दोनो की बात न सुनता तो मे तुजे आज भी अ‍ेक बहेन भाइ वाला ही प्यार देता पत्नी वाला नहीं

सोनु : चलो ठीक हें माफ करदीया पर आइन्दा कुछ छुपायाना तो में आपसे बात नहीं करुगी

में : (कान पकडते) मेरी सामत आइ हे जो अब कुछ छुपाउ तुजसे टड्ढस्ट मी बेबी ओके तु वहां जाके सीमा से कहेना पहेले हमारी तराह सादी करे बामें सुहागरात मनाये ताकी हम पाप में ना पडे तब तक में कुछ चकर चलाता हुं ठीक हे, अब तो खुश होजा बेबी

सोनु : (हसके) ठीक हे पतीदेवजी जो हुकुम

हम बाते करते सीमाके घर आगये अंदर गये तो सीमाके माता पीता ओर वो भाइ बहेन सब सोफे पर बेठके टी.वी. देख रहे थे हमे आते देख सीमा खुस हो गइ उसने सोनु का हाथ पकड लीया फीर उसके मम्मी पापा से मेरा सोनु के भाइ हे कहेके परीचय
करवाया उसका भाइ तो मुजे जानताही था तो उसने खडे होकर मुजसे हाथ मीलाया फीर सीमा के पापा

रामुकाका : आओ बेटा केसे हो बैठो बैठो इधर

में सीमा के पापा के पैर छुके सोफे पर बैठ गया ओर सीमा सोनु को लेकर अपने रुम में चली गइ फीर मेने कहा
में : अंकल सायद आपने मुजे ठीक से पहेचाना नहीं

रामुकाका : (मुजे थीडी देर घुरने लगे) हां बेटा ठीकसे पहेचान नही पाया

में : अंकल में अमीतजी का पुत्र हुं, वो अमीतजी जीसकी फेक्टरी आप संभालते थे

रामुकाका : क्या कहे रहे हो बेटा तुम वोही राज हो जो अ‍ेकदम छोटा था जो कभी कभी अपने पाप के साथ आया करता था?

कहेके खडे होगये ओर मुजे गले लगा लीया उसकी आंखो मे पानी आगया फीर मेने उसे वापस सोफे पर बीठाया फीर मेरी ओर देखके बोले

रामुकाका : बेटा हमे बहुत दुख हुआ इस हादसे से, खेर छोडो वो बात याद करके तुम्हे दुखी करना नहीं चाहता, वेसे मेरी दोनो बेटी केसी हे नेनु ओर छोटी क्या नाम था उसका हां सोनीया कही ये अभी आइ वो सोनीया तो नहीं?

में : जी अंकल वही सोनीया थी आज आपको याद कीया तो नेनु ने बताया की आप ही सीमा के पापा हे तो मीलने चला आया ओर आपसे अ‍ेक जरुरी काम भी था

रामुकाका : अरे हां हां बोलो क्या कामथा बेटा मेरे अहोभाग्य जोमे तुम्हारे काम आसकु

में : अंकल आप अ‍ेसे ना बोले भाग्य तो हमारा अच्छा हे की हमे आपकी सेवा का मोका मीला, आज जोभी हे आप पापा के साथ कंधे से कंधा मीलाकर काम करते थे आपहीकी बद्दोलत हम सब इस मुकाम पर हे

रामुकाका : नहीं बेटा ये तो तुम्हारा बड्पन हे जो मुज नाचीज को इतनी इजत देते हो आजके जमाने मे कोन अ‍ेसा होता हे जो अपने भुतपुर्व वर्कर को इतनी इजत देता हो तुम बीलकुल अपने पापा जेसा ही हो बोलो क्या सेवा करु तुम्हारी

में : अंकल सेवा नहीं बिनती करने आया हुं आपसे की पापाके जाने के बाद बंध पडी फेक्टरीमें जो मशीने लगी हुइ हे वो फीरसे वापस चालु करनी हे इसमे मुजे आपकी मदद चाहीये ओर इसे चलाने वाला अ‍ेक इन्जीनीयर भी चाहीयें, में चाहता हुंकी आप हमारी फेक्टरी फीर से संभालले अगर भगवान नें चाहातो हम बाकी की फेक्टरीया भी सुरु करेंगे ओर सबका वहिवट आप स्वतंत्र रुप से करेंगे प्लीज अंकल आप मुजे हेल्प करीये

रामुकाका : ठीक हे बेटा वेसे भी में अब फ्रि हुं ओर मेरा टाइम भी नहीं जारहा हें बोलो कब सुरु करना हें

में : थेन्क यु अंकल आपने मेरा बोज हल्का कर दीया, अंकल मे चाहता हुं की पांच दीन बाद हमे काम सुरु करना हे इसे पहेले सब सफाइ भी करवानी हे ओर मशीन में जोभी मेइनटेनेस हे वो करवाके पहेले मशीन चालु करवानी हे

रामुकाका : बेटा में कलसे सब सुरु करवा देता हुं अब इसकी तुम कोइ टेन्सन मत लो वो सब में करवा दुंगा ओर ये मेरा बेटा अजय हे वोही इन्जीनीयर हें तो सब मशीन वोही प्रोग्रामींग कर देगा ओर हम हेल्परसे काम करवा लेंगे

में : अंकल आप इन सब डीसीजन के लीये स्वतंत्र हे बस आपने हां बोलदी वोही मेरे लीये बहुत हे वेसे अंकल मेरी अ‍ेक ओर इच्छा भी हे आप मना मत करीयेगा में चाहता हुं की आप ओर आंटी हरीद्वार घुम आगे चार पांच दीन का प्रोग्राम बनाइअ‍े फीर हम काम सुरु करेंगे ओर आप बाइ अ‍ेयर जाइअ‍े ओर बाइ अ‍ेयर आइअ‍े में इन्तजाम करता हुं

रामुकाका : नहीं बेटा इसकी कोइ जरुरत नहीं हे

में : अंकल क्या मेरे पापा होते तो में उसे यात्रा नहीं कराता आप मेरे पापाकी ही जगाहे ये समजीयेगा की आपका दुसरा बेटा आपको यात्रा करा रहा हें प्लीज मना मत करीअ‍ेगा

फीर अंकल की आंखे नम हो गइ ओर अ‍ेक बार फीर मुजे गले लगा लीया दुसरी ओर सोनु ओर सीमा उपर बाते कर रही थी

सीमा : हां सोनु बोल कहां तक पहोंची तुं आगे बढी की नहीं मुजे तो लगता हे मामला फीट हो गया हे इसीलीये अपने भाइ के साथ आइ हे

सोनु : क्या बताउ तुजे में (सीमा से अभी छुपाना चाहती थी) छोरा पटता ही नहीं मेरी छोड में तेरा सेटींग करने आइ हुं

सीमा : केसी संटींग

सोनु : तेरी सुहागरात की, ओर इस बारे में भाइ को दुसरी बात समजा के आइ हुं बस तु देखती जा ओर हां इसे पहेले अपने भाइ से गांधर्व विवाह कर लेना

सीमा : वो क्या होता हे

फीर सोनु ने उसे सब समजा दीया जो मेने कहां था ओर में क्या पलानींग कर रहा हुं वो जानने लीये दोनो नीचे सीडीके पास छीपकर सबकी बाते सुन रही थी जेसे ही उनको पता चला भाइ सीमाके मम्मी पापा को यात्रा के लीये भेज रहे हे सोनु खुस हो गइ ओर सीमासे गले लगा लीया दुसरी तरफ सीमा का भाइ जो उसका नाम अजय था

वो भी अंदर से कुदने लगा लेकीन बहार जाहीर नहीं होने दीया फीर में खडा हो गया ओर इस बार सीमा के मम्मी पापा दोनो के पैर छुके जाने की इजाजत मांग रहा था

में : तो अंकल मुजे अब इजाजत दीजीये बाकीका प्रोग्राम में अजयके साथ मीलकर फीक्स करता हु ओर अजय अ‍ेक मीनीट चलो मेरे साथ बहार तक तुमको कुछ समजाना भी हे

मेने सोनु को आवाज लगाइ तो दोनो सहेली साथ में बहार आगइ ओर हम चारो बहार नीकल गये बहार गेट के पास हम सब खडे रहे तब मेने सोनु की ओर देखके

में : तो मेडम हमने आपका काम कर दीया हे ओर अजय तु चल मेरे साथ

फीर में अजय को लेके थोडा दुर चला गया ओर उससे बाते करनें लगा ओर दोनो सहेली हमसे दुर खडे होकर हमारी बात सुननेकी कोसीस करने लगी

में : अजय तुम कलही अंकल आंटी के लीये अ‍ेयर टीकीट ओर होटेल बुकींग करलो ओर ये लो मेरा डेबीट कार्ड पेमेन्ट इनमेसे करदेना फीर वापीस मुजे दे देना ओर ये सब मेने तुम्हारे लीये ही कीया हे ताकी तुम दोनो सादी करके फीलहाल घरमें ही हनीमुन मनालो बाद में मे तुम दोनो को बहार भेजुंगा मेने पुरी प्लीनींग की हे

अजय : (आस्चर्यसे) राजभाइ आपको केसे पता हमारे बारे में कहीं मम्मी पापा को पता चल गया तो वोतो मरही जायेंगे

में : तुम इनकी टेन्शन मतलो मे तुम दोनो को दुसरे राज्य में रहेने भेज दुंगा वहा हमारा काम करते रहेना ओर अपनी लाइफ अ‍ेन्जोइ करना समजे बाकी का मुज पर छोडदे ओर बाकी रहे तो सीमा से जान लेना सोनु ने उसे सब समजा दीया हे

अजय : थेन्क यु भाइ हमारी मदद करने के लीये आपका ये अ‍ेहसान में केसे चुकाउगा

में : अरे दोस्ती मे कोइ अहेसान नही बस तुम मोज करो ओके अब हम चलते हे

फीर उन दोनोसे विदाइ लेके हम चलने लगे सोनु ने मेरी तरफ देखके स्माइल कीया

सोनु : थेन्क यु जानु सीमा की मदद करने के लीये आखीर दो प्रमी के मीलन का इन्तजाम कर ही दीया आपने सीमाने आपको थेन्क यु कहा हे

में : सोनु तुमने हमारे बारे मे उसे अभी कुछ बताया तो नही

सोनु : नहीं जब तक आप परमीसन नहीं देते तब तक कीसीसे कोइ बात नही करनी

में : थेन्क यु सोनु वेसे आज रात का क्या प्रोग्राम हे आपका

सोनु : (सरमाके) कोइ प्रोग्राम नहीं अगर प्रोग्राम करना हेतो हमे नेनु को यात्रा मे भेजना पडेगा, हें..हें..हें..(हसने लगी)

में : प्लीज जानु मान भी जाओ वेसे हम सीर्फ फोरप्लेय ही करेगें प्लीज

सोनु : अब आप हमारे पती जो हे इतना तो करही सकते हे आपके लीये तो नेनु के सो जाने के बाद आउंगी वेसे अभी नेनु को क्या काम होगा मुजसे चलो जल्दी फीर में आपको बताउगी उसको क्या काम था मुजसे ओके

में : तु वाकइ समजदार होगइ हें अरे हां सोनु आज तुने जो हमको खीलाया फीर खाना खीलाने की जीम्वेवारी ली उसे देखके मुजसे कहे रही थी की सोनु इस घर की बेटी नहीं मेरी बहु लगती हे तो ध्यान रखना उसे कुछ संकाअ‍े होने लगी हे तो बी केर फुल बेबी

हम बाते करते घर पहुंच गये नेनु हमारा इन्जार करते टी.वी. देख रही थी जेसेही हमको देखा उसने टी.वी. बंध करके हमारी तरफ देख रही थी उसके चहेरे पर हमे खुशी छलकती दीख रही थी हम जाके उसके पास बैठ गये फीर मेने नेनु को वो सारी बात बताइ फेक्टरीकी ओर उसको यात्रा पर भेजनेकी ये सुनते नेनु बहुत खुश हो गइ

कन्टीन्यु......[/color]
 

[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - ११[/color]

[color=rgb(0,]हम बाते करते घर पहुंच गये नेनु हमारा इन्जार करते टी.वी. देख रही थी जेसेही हमको देखा उसने टी.वी. बंध करके हमारी तरफ देख रही थी उसके चहेरे पर हमे खुशी छलकती दीख रही थी हम जाके उसके पास बैठ गये फीर मेने नेनु को वो सारी बात बताइ फेक्टरीकी ओर उसको यात्रा पर भेजनेकी ये सुनते नेनु बहुत खुश हो गइ....[/color][color=rgb(0,]अब आगे[/color]

[color=rgb(0,]नेनु : अच्छा कीया भाइ तुमने आज हमारे पापा भी बहुत खुश होगे, राज तुम अब आराम करो तुम्हे सुबह जल्दी पुजाके लीये जाना भी हे तो जाके सो जाओ बेबी, में सोनु से कुछ बात करलु फीर हम भी सो जायेंगे

मे : ठीक हे दी गुड नाइट

कहेके में उपर जा ही रहा था तब देखा नेनु सोनु का हाथ पकडकर अपने रुम में ले जा रही थी ओर सोनु को अंदर लेजाकर उसने दरवाजा बंध कर लीया ओर दोनो बेड पर जाके बैठ गइ, ये देखके मेरी फटने लगी तभी मुजे मेरा वो गेजेड याद आया, तो में दोडकर अपने रुम में गया ओर उसे बहार नीकाला फीर कानमें लगाके सुनने लगा तो नेनु सोनु को पुछ रही थी

नेनु : सोनु मुजे तुमसे कुछ जानना हे क्या तुम मुजे सच बात बतायेगी

सोनु : हां दी बोलो क्या जानना हे मुजसे

नेनु : पीछले कुछ दीनोसे में तेरा व्यवहार मे बदलाव देख रही हुं इनकी वजह जाननी हे

सोनु : दी आप हमारा कीतना खयाल रखती हे पुरे घरकी जीम्वेवारी ली हे तो मुजे समज मे आया तो आपकी कुछ हेल्प कर शकु इसलीये मेने कुछ जीम्वेवारी उठाने का फेसला लीया हे बस ओर कुछ नहीं

नेनु : ओर वो तुम ओर राज पीछले कइ दीनो से दादी से आशीर्वाद ले रहे हो वो?

सोनु : (थोडा घबराके) वो.. वोतो बस अ‍ेसे ही हम रोज लेते हे ये तो हमारा रुटीन हे हां कभी कभी आशीर्वाद लेने में हम साथ हो जाते हे बस

नेनु : तु घबरा मत में तुजे डांटने वाली नहीं हुं वेसे अ‍ेक सहेली की हेसीयत से पुछु तुजे

सोनु : अरे दी क्यु बार बार परमीशन लेर ही हो जो पुछना हो बीन्दास पुछो

नेनु : क्या....तुम राज को पसंद करती हो, तुम उससे प्यार करती हो

सोनु : क्या दी आप भी वो हमारा भाइ हे हम दोनो उसे प्यार करते हे

में सुन रहा था सोनु कीसी भी तराह नेनुके हाथ नहीं आ रही थी फीर नेनु आगे बढी वो खडी हो कर सोनु के सामने घुटने बल बैठ गइ ओर अपना पालव अपने हाथो में लेके

नेनु : सोनु आज में तुजसे कुछ मांग रही हुं क्या दोगी मुजसे?

सोनु : क्या कर रहीहो दी आप उठ जाइअ‍े मेरी कोइ चीज मांगने केलीये मुजसे परमीशन मांगनेकी जरुरत नहीं हे आप मेरी बहेनही नहीं मेरी सहेलीभी हो बोलो क्या चाहीअ‍े

नेनु : सोनु आजमें तुजसे मेरे राज के लीये तेरा हाथ मांग रही हुं प्लीज मना मत करना

सोनु ने नेनु को फोरन खडा कर दीया ओर अपने पास बीठा दीया ओर नेनु की ओर देखके

सोनु : क्या केह रही हो दी आप, आप को कुछ होस भी हे की नही भाइ हे वो मेरा

नेनु : जानती हुं सोनु मेने सोच समज कर ही फैसला लीया हे मान जा प्लीज..

सोनु : दी ये मुमकीन नहीं हे, में मानती हुं की में उसे प्यार करती हुं पर ये केसे संभव हे दी प्लीज आप अ‍ेसा मत मांगीये जो में दे न सकु

नेनु : सोनु में जानती हुं सीर्फ तुम ही नहीं हम दोनो उसे बहुत प्यार करते हे ओर वो भी हम दोनोसे बहुत प्यार करते हे बस आपसी भाइ बहेन के रीस्तो की वजह से हम अ‍ेक दुसरो प्रती हमारी फीलींग्सको छुपाते हे में सीर्फ तुजे राज के लीये नहीं मांग रही हुं मुजे भी उससे सादी करनी पडेगी

सोनु : क्या कहे रही हो दी आप अ‍ेसा क्या होगया जो आपने इतना बडा फैसला लेलीया

नेनु : लगता हे तुजे सारी बात डीटेइल में करनी पडेगी

फीर नेनु ने वो सारी बात बताइ जो बाबा ने उससे कही थी, मेभी अपने रुम में बैठके सारी बात सुन रहा था मेें इस बात से अंदर से बेहद खुश हुआ पर मेने इन बातो से अनजान बननेका फैसला लेलीया में इस बात का पुरा मजा लेना चाहता था की मेरी बहेने मेरे साथ कैसा व्यवहार करेगी अब,
ओर मुजे अंजना के बारे में भी पता चल गया तो मेभी जानना चाहता था अंजना अब मुजे कीस तरह टड्ढीट करेगी इस लीये मेने सोच लीया की में अब इससे अंजान बनने का नाटक करुगा ओर नीचे नेनु सोनु को सारी बात बताइ तो सोनु अंदर से बहुत खुश हुइ पर उपर से वो इन बातो से हैरान हे अ‍ेसा नाटक कर रही थी

सोनु : दी हमने तो सादी ना करने का फैसला लीया था अब उसका क्या

नेनु : हमे हमारा फेसला बदलना पडेगा क्युकी हमने फैसला इस लीये लीया था ता की हम अ‍ेक दुसरो का खयाल रख सके ओर हम अलग ना होजाये तो फीर फैसला बदलने से हमे उससे कोइ फर्क नही पडेगा क्यु की हम आपमें सादी करके भी हम जुदा नहीं होंगे ओर अ‍ेक दुसरो का खयाल रख सकेंगे

सोनु : तो दी अंजना दी भी.....

नेनु : हां बाबा के कहेने के मुताबीक वो भी राज की तीसरी पत्नी थी ओर हमें इससे कोइ फर्क नहीं पडेगा तो अब तो मानेगी ना अपने दी की बात

सोनु : (सरमाके) जी दी जेसे आप कहें अब आगे हमे क्या करना हे वो भी बता दीजीये

नेनु : अब हम राज को अ‍ेक भाइ की नजरो से नहीं देख पायेंगे तुम जानती हो अब वो हमारा होने वाला पती जो हें तो अब हमारे आपसी व्यवहार में कोइ बदलाव दीखे तो हम मांइन्ड नहीं करेगे ओके, हम उसे हमारी ओर आकर्सीत करेगे ओर उसे सादी के लीये तैयार करेगे, ओर..ओर वो इस मामले में आगे बढे तो हम मना नहीं करेंगे में क्या कहेना चाहती हुं समज गइना तुं वेसे भी तुम इतना तो समजदार हो ही में जानती हुं हें.. हें.. हें..

सोनु : (अंजान बनने का नाटक करते) दी मुजे तो बहुत सरम आयेगी की भाइ को हमे अपना बोइफ्रेन्ड की तराह टड्ढीट करना पडेगा कुछ गडबड हुइ तो सम्हाल लेना आप

नेनु : तु चींता मत कर, वेसे देखा जाये तो मेरी भी हालत तेरे जेसी ही हे पर हम दोनो मीलके मेनेज कर लेंगे तो अब देर होगइ हे तुम जाओ ओर सो जाओ कलसे हमारे लीये हमारी जींदगी का नया सुरज उगने वाला हे बेस्ट ओफ लक गुडीया

सोनु : (सरमाके) आपको भी बेस्ट ओफ लक दी में जा रहीं हुं

कहेके सोनु नेनु के रुम से नीकल गइ ओर इधर मेने फटाफट अपना गेजेट छुपा दीया ओर बेड पर आंख बंध करके लेटने का नाटक करनें लगा तभी सोनु ने मेरे रुम का दरवाजा हल्का खोलके अंदर देखा ओर वापस रुम बंध करके अपने रुम में चली गइ ओर चेन्ज करके सो गइ मुजे सोनु के व्यवहार से थोडा अजीब लगा

तभी अचानक मेरा दरवाजा फीर खुला देखा तो इस बार नेनु अपना नाइट गाउन पहेनके आ गइ ओर मुजे देखने लगी मुजे गहरी नींद में सोया हुआ देखकर वो थोडी देर खडी रही फीर दरवाजा बंध करके सोनु के रुम की तरफ चली गइ वहां भी उसने सोनु को सोता हुआ पाया तो वो नीचे चली गइ ओर अपने रुम में जाके सो गइ

ओर सोनु का वेइट करते करते मेरी आंख भी लग गइ तभी मुजे अपने सरीर के उपर कुछ भारीपन महेसुस हुआ ओर आपने होंठो पर कुछ गीलापन महेसुस हुआ मेंने आंख खोलके देखा तो सोनु मुज पर लेटी हुइ थी ओर मेरे होंठो को चुस रही थी मेने उसे फोरन लेटे लटे ही अपनी बाहोंमे भर लीया ओर उसके चहेरे को पागलो की तरह चुमने लगा

फीर मे सोनु को बाहों मे लेके पलट गया अब सोनु मेरे नीचे थी ओर में सोनु के उपर ओर फीर वापस उसे चुमने लगा सोनु भी मुजे चुमने लगी फीर अचानक सोनु मेरे सर्ट के बटन खोलने लगी फीर मे भी उसका गाउन नीकालने लगा अब सोनु सीर्फ ब्रा ओर पेन्टी मे थी थोडी देर उसे अ‍ेसेही देखता रहा

सोनु : क्या देख रहे हो

में : तुजे देख रहा हुं तु इन टु पीस में भी अ‍ेकदम होट लग रही हे पता नहीं तेरा बर्थडे कब आयेगा ओर तु पुरी तराह मेरी हो जायेगी

इतना सुनके सोनु ने सरमाके अपने दोनो हाथोसे अपने चहेरेको ढक लीया तो मेने उसकी ब्रा नीकाल दी फीर मेने इनकी पेन्टी भी नीकाल दी सोनु अबभी अपने चहेरे को छुपा रही थी तो मे उस पर चड गया ओर उसका अ‍ेक बुब्स अपने मुंह में लेलीया सोनु के मुंहसे सीसकारी नीकल गइ फीर बारी बारी दोनो बुब्स को में चुसने लगा

तो सोनु ने मेरे सीर को पकड लीया ओर वो अपना मुंह इधर उधर करने लगी फीर उसने अपना अ‍ेक हाथ नीचे लेजाकर मेरे लंडको पकड लीया ओर उसे हल्का हल्का दबाने लगी तो मेंने फोरन अपने होंठ सोनु के होंठ पर रख दीये ओर हम दोनो चुसने लगे दोनो पुरी तरह कामुक हो गये थे

फीर अचानक में सोनु पर लेटे लेटे ही उल्टा हो गया ओर सोनु के दोनो पैर जांगोसे पकडकर थोडा फैला दीया ओर अपना मुंह सोनु की चुत पर लगा दीया इस पोजीसन में मेरा लंड सोनु के मुह पर आ गया तो सोनु समज गइ की क्या करना हे उसने भी मेरा लंड अपने मुंह में लेलीया तो में अपनी कमर उपर नीचे हीलाने लगा ओर सोनुके मुंह को चोदने लगा सोनु भी अ‍ेसा करने लगी वो भी अपनी कमर उपर की ओर उछालने लगी

दोनो सीक्ष नाइन पोजीसन को पुरी तरह अ‍ेन्जोइ करने लगे में अपनी जीभ सोनु की चुत के अंदर अंदर बहार करता रहा ओर जीभसे ही सोनु को पेलने लगा थोडी देर अ‍ेसेही दोनो करते रहे फीर अचानक सोनु ने पानी छोड दीया ओर जड गइ जेसेही सोनु का लावा मेरे मुंह में गया में सुरसुराहट के मारे कंटड्ढोल नही कर पाया ओर में सोनु के मुंह मे जड गया फीर दोनो थोडी देर सांत अ‍ेसे ही लेटे रहे

फीर में बेड से उठ गया ओर सोनु को लेटी हुइ ही अपनी बाहोंमे उठालीया ओर बाथरुम की ओर चल पडा सोनु ने भी अपने हाथ मेरे गले मे डाल लीये थे फीर वहां दोनोने अ‍ेक दुसरो को साफ कीया ओर नहलाया बाद में अपने आपको पोछ के बहार मेरे बेड में आके बैठ गये ओर में ने सोनु की ओर देखके स्माइल कीया ओर कहा

में : कहो रानीसाहिबा केसा रहा

सोनु : (अ‍ेकदम सरमा गइ) अकदम जकास क्या आपके पेटमें टंकी लगी हुइ हे कीतना पानी नीकालते हो आप पुरा ज्युस के ग्लास के बराबर था मेरा तो पेट भर गया

में : (हसके) अब तो आदत डालही दो क्यु की अब ये तुमको रोज मीलने वाला हे

सोनु : फीर तो में ज्युस पीते पीते ही प्रेगनेन्ट हो जाउंगी देखना भाइ अभी में प्रेगनेन्ट नही होना चाहती पुरे पांच साल तक मजा करना हे आपके साथ, आप पहेले नेनु को प्रेगनेन्ट करना वेसे भी वो हमसे बडी हे तो बच्चा पहेला उसका ही होना चाहीये

में : अरे हां सोनु क्या केह रही थी नेनु तुजे अंदर लेजाकर

वेसे मेने तो सब सुन ही लीया था, फीर सोनु ने उसे सारी बात बता दी की केसे नेनु ने तुम्हारे लीये मेरा हाथ मांगा ओर फीर वो सारी बात जो उसने नेनु ने बताइ इसे सुनके अ‍ेक बातकी मुजको तस्सली हो गइ की सोनु ने मुजसे कुछ मत छुपाया इसका मतलब सोनु पुरी तराह अपना पत्नी धर्म नीभा रही थी फीर मेने उसे कहा

में : सोनु तु अ‍ेसा समजले की तुने मुजे कुछ बतायाही नहीं ताकी में देख सकु की वो दोनो मेरे साथ अब केसा व्यवहार करेगी तुम देखती रहना ओर पुरा नाटक अ‍ेन्जोय करते रहेना

सोनु : ठीकहे भाइ बहुत मजा आयेगा मुजे ओर कभी कभी मुजे भी नाटक करना पडेगा

फीर दोनो अ‍ेक दुसरोकी बाहोंमे बैठे रहे ओर बीच बीच मे अ‍ेक दुसरो को चुमते रहे फीर काफी देर बैठने के बाद सोनु बोली

सोनु : भाइ अब आप सो जाओ सुबह आपको पुजा में भी जाना हे जल्दी उठके

में : हां ठीक हे अ‍ेक काम करना सोनु पुजा में तीन घंटे लगते हे अगर तुम बोर नहोतो चलो मेरे साथ आप अ‍ेक साइड बेठे रहना ओर में पुजा करता रहुंगा, क्या हेना की मेरी जानु मेरे सामने रहेगी तो मेरा टाइम तो यु चला जायेगा क्या कहेती हो?
सोनु : वाव भाइ ग्रेट आइडीया ठीक हे में चलुंगी पर दी को पुछना पडेगा वो हां कहेंगी तो में अवस्य चलुगी ओके अब चलती हु जानु गुड नाइट अ‍ेन्ड स्वीट डड्ढीम बाय..

कहेके सोनु अपने रुम में चली गइ ओर में भी सो गया जब सुबह पांच बज गये तो नेनु मुजे उठाने आगइ आज वो मुजपर जुकके मुजे उठा रही थी ओर बार बार दरवाजे की तरफ देख रही थी जेसे वो कोइ चोरी करने आइ हो ओर मुजे अ‍ेकदम धीमी आवाज में उठा रही थी में तो जाग गया था पर हलकी आंख खोलके देख रहा था की वो क्या कर रही हे में भी अब बीन्दास था की कुछ भी करु अब मुजे कोइ कुछ कहेने वाला नहीं था ओर ना डांट पडने का डर मेने भी थोढी मस्ती करनी सुजी नेनु मेरे पर जुकते मुजे आवाज दे रही थी

नेनु : बेबी उठ जाओ पुजा के लीये जाना हे तुम्हे, राज ओ राज उठजा

फीर मेने अपना अ‍ेक हाथ उसकी गरदनमें डाल दीया ओर उसे मेरे उपर खीच लीया

में : सोने दोना नेनु क्यु तंग कर रही हो इतनी सुबह ओर तुम भी सो जाओ

नेनु मेरे उपर लेटी थी ओर मुजसे छुटने की कोसीस करने लगी

नेनु : अरे छोड मुजे राज उठजा नहीं तो मारुगी तुजे ओर छोड दे मुजे कमीने, कोइ आ जायेगा तो क्या कहेगा

में : यही की में अपनी नेनु दीदी को प्यार कर रहा हुं आने दो जीसे आना हें

नेनु : (सरमाके) सरम नही आती तुजे, तेरी बीवी आये तो उसे पकडना अब छोड मुजे

में : (आंख बंध करके) जब तक वो नहीं आती तब तक अ‍ेसेही रहो

नेनु : मेरे अच्छे बेबी छोड दे मुजे ओर तु भी उठजा ५.३० बज गये हे

मे ने ५.३० सुना तो फोरन नेनु को छोडके घडीकी ओर देखने लगा कहीं देर तो नही होगइ जब मेने देखा तो अभी ५.०५ ही बजे थे मेने नेनु की ओर देखा तो वो मुजसे छुटतेही भागकर दरवाजे के पास खडी खठी हस रही थी ओर मुजे अपने हाथ का अंगुठा दीखा रही थी में अ‍ेसे फटाक से बेड से उतरा की उसे लगा में उसे पकडने आ रहा हुं तो वो वहांसे हसती हुइ नीचे भाग गइ ओर में बाथरुम में घुंस गया

तैयार होके नीचे आया तो सोनु तैयार होके पहेलेसे ही वहां बैठी थी में जाके सीधे दादी के रुम में घुस गया ओर उसके पैर छुके वापस डाइनींग पर अपनी चैर पे बैठ गया फीर मेने सोनु की तरफ देखा तो मंद मंद मुस्करा रही थी मेने उसे इसारे से पुछा आ रही हे की नहीं तभी नेनु दुध का ग्लास लेके आगइ

नेनु : राज ले दुध पीले ओर सोनु को भी साथ लेके जा मंदिर उसकी कुछ मनत भी हे

में : जी दीदी लेकीन मुजे वहां टाइम लगेगा तो वो बोर तो नहीं हो जायेगी

नेनु : अरे इस बंदरीयाको तु घुमाता रहा तो सारा दीन घुमती रहेगी कोइ बोर नहीं होगी

सोनु : क्या दी आप भी सुबह सुबह सुरु हो गइ घुमने थोडी जा रही हुं मंदिर जा रही हुं

नेनु : ठीक हे ठीक हे तुजे नास्ता अभी करना हे की हमारे साथ जब भाइ आये

सोनु : नहीं बादमे, हम सब साथमे ही नास्ता करेंगे

तब तक मेने दुध खतम कीया ओर में नेनु को हग करके बहारकी ओर जाने लगा तो सोनु भी उठके मेरे पीछे पीछे चलने लगी में सीधा कारमें जाके बेठ गया तब सोनुभी मेरे साथ वाली आगे की जगह पर बैठ गइ फीर मेने कार मंदिर की ओर चलाने लगा

में : तुने अच्छा बहाना बनाया मनत का ओर नास्ता क्यु नहीं कीया वहां देर लगेगी

सोनु : (हसके) जब मेरे पती फास्ट रखतेतो में केसे खा सकतीहुं सो मेने भी रख लीया

में : सोनु तुम्हारा साथ मुजे बहुत अच्छा लगता हे कास जयपुर तुम भी चलती हमारे साथ

सोनु : मुजे भी अच्छा नही लगता जब मुजसे दुर होते हो तब, पर क्या करु जानु दादी का भी तो खयाल रखनाहे, ओर हां आपसे अ‍ेक बात कहेनी थी आप जयपुर से काम होते ही नीकल जाना मुजे अब दादी की चींता होने लगी हे

में : क्या हुआ बेबी कुछ प्रोबलेम तो नहीं हुइ तो बोलो हम जाना केन्शल कर देते हे

सोनु : अरे नहीं नहीं आप आरामसे जाओ मेने दी से बात करली हे में यहा अकेली नहीं हु जब तक तुम नही आते तब तक अंजु दीदी मेरे साथ रहेगी दीने उससे बात करली हे

फीर हम मंदिर पहुच गये जब हम कार से उतरकर मंदिर की ओर जा रहे थे तब सोनु ने अपना दुपटा अपने सीर पर रख लीया ओर वो बीलकुल मेरी बीवी लग रही थी हम साथ साथ चल रहे थे ओर अंदर जाके हम साथमें ही खडे रहेके पहेले भगवान का दर्शन कीया तब तक पुजारीजी भी आगये हमने अ‍ेक साथ उनके पैर छुअ‍े उसने हमे आशीर्वाद दीया ओर मेरी तरफ देखके बोले

पुजारीजी : चलो राज बेटा सब तैयारही हे आजाओ अंदर (सोनुुको देखके) बेटा तबतक तुम यहां बेठो दरवाजाके पास ताकी तुम पुजा देख सको ओर बोर भी नहीं होगी (हसने लगे)

फीर पुजारीजी ने मुजे २.५ घंटे लगातार पुजा करवाइ फीर पुजा खतम करके बहार आ गये फीर हम दोनोने पुजारीजी के पैर छुअ‍े ओर उनसे वीदा लेके बाबा के पास गये वहां हमने उनके पैर छुअ‍े तो बाबा ने सोनुको अखंड सौभाग्यवती के आशीर्वाद दीये ओर उनसे वीदा लेके घरकी ओर चल पडे कार में बैठते ही सोनु बोली

सोनु : भाइ देखा आपने बाबाने मुजे अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद दीया उन्हे केसे पता की हमने सादी करली हे, ये बात तो सीर्फ हम दोनोही जानते हे

में : सोनु बाबा सब जानते हे हमारे बारे में उसे तुम त्रिकाल ज्ञानी केह सकती हो तुमको नेनु ने नही बताया

सोनु : अरेहां मेतो भुलही गइ भी अब आपके तो मजे ही हे तीन रानीया जो मीलेगी

में : (हसके) क्यु तुजे जलन हो रही हे

सोनु : में क्यु जलुगी जले मेरी जुती वेसे अ‍ेक बात पुछु आपसे जो बुरा ना माने तो

में : हां पुछनां, वेसे अब तु मेरी पत्नी हो कुछ भी पुछ सकती हो बोल क्या पुछना हे

सोनु : भाइ सच बताना हम तीनो मेसे सबसे ज्यादा कोन पसंद हे आपको

में : तुने बहुत मुस्कील सवाल कीया हे फीर भी में प्रयास करुगा की मुजे पसंद के मामलेमे तुम दोनो को में बहुत चाहता हुं पर पत्नी के मामलेमे में तुजे पसंद करता हुं क्यु की मेरी भी कुछ फेन्टासी हे

सोनु : वाव बताओ मुजे, आपकी क्या फेन्टासी हे हम उसे पुरा करने का प्रयास करेंगे

में : सोनु मेने जब प्यार ओर सेक्स के बारेमें पहेला ज्ञान हुआ तबसे में तुजे अ‍ेक बहेन की नजर से नहीं हमेंसा तुजे मेरी पत्नी की नजरसे ही देखता था ओर अ‍ेक तुही होगी जो पुर्ण रुप से तुजे पत्नी मानकर ही फीजीकल होउगा बाकी नेनु ओर अंजु को मे मेरी पत्नी होनेके बावजुद बहेन मानके ही फीजीकल होउगा क्यु की मेरी फेन्टासी बहेन को चोदने की हे

सोनु : (हसके) चलो में बच गइ ओर हां भाइ आपकी फेन्टासी जरुर पुरी करुगी ये वादा हे आपकी पत्नीका

हम अ‍ेसी बाते करते घर पर आगये ओर में चेन्ज करने उपर चला गया नेनु सोफे पर हमारा इन्तजार कर रही थी सोनु भी उसके पास जाके बैठ गइ फीर नेनुने कहा

नेनु : क्या केह रहा हे हमारा हिरो मामला कुछ बढा की नहीं

सोनु : क्या दी आपभी, वो तो मंदिर के अंदर थे ओर में बहार बैठी थी तो बात ही नही होपाइ (जुठ बोला)

नेनु : हां सोनु मेने अंजु से बात करली हे वो कल सामको ही आजायेयी ताकी दादी को कुछ होजाये तो तु अकेली घबरा ना जाये ओके

तभी में उपर से आगया ओर सीधा डाइनींग पर बेठ गया ओर दोनो की तरफ देखके

में : अरे ओ बंदरीयाओ नास्ता नहीं करना क्या आपको आजाओ

मेरी आवाज सुनकर दोनो खडी हो गइ ओर अपनी जगाह पे आके बैठ गइ टेबल पर चाइ नास्ता रेडी था फीर सोनु ने हमको चाइ नास्ता सर्व कीया ओर खुदने भी लीया हम नास्ता करने लगे फीर नेनु मेरी ओर मुडके

नेनु : क्युरे बंदर उछल कुद कर रहा हें हम तेरीही राह देख रहेथे बोल अब क्या प्रोग्राम हे तेरा

में : प्रोग्राम कोइ खास नहीं हे बस हमारे रामुकाका को लेकर फेक्टरी जाना हे ओर दी मुजे फेक्टरी की दुसरी चाबी भी चाहीअ‍े ताकी रामुकाका को देनी हे

नेनु : ठीक हे, हे मेरे पास तुजे अभी दे देती हुं

फीर हमने नास्ता खतम कीया तो नेनुने मुजे दुसरी चाबी दी फीर मेने कुछ पैसे भी लीये वो लेके रामुकाकाके घर जानेके लीये नीकल गया ओर दोनो बहेने घर के काम में लग गइ जब में रामुकाका के घर गया तो रामुकाका अकेले सोफे पर बैठे थे मेने जाके काका के पैर छुअ‍े ओर उसके पास बैठ गया ओर मेने उसे चाबी देदी ओर कहा

में : ये लो काका चाबी आजसे ये आपके पास ही रहेगी ओर अ‍ेक चाबी मेरे पास भी हे

रामुकाका : ठीक बेटा में आज ही काम सुरु करवा देता हुं अभी जाके चार पांच मजदुर ले जाउंगा में वहा सब सफाइ करवा दुंगा इसके बाद हम मशीन का भी देख लेंगे तुम चींता मत करना

में : काका आप बोलो तो में आपकी मदद करने साथ में आ जाउ? ओर साथमें थोडा इलेकटड्ढीक का भी देखना पडेगा सब वाइरींग चेक करवाना पडेगा

फीर रामुकाका ने अंदर चाइ के लीये आवाज लगाइ फीर मेरी तरफ देखके

रामुकाका : अरे वो सब में देख लुगा हमारा पुराना इलेक्टड्ढीसयन हेंना में उसे बोल दुंगा वो सब देख लेंगे ओर तुम्हे आने की जरुरत नहीं हे बेटा ये मेरीही फेक्टरी हे तुम चींता मत करो

में : थेन्क यु काका आपने तो मेरा सब बोज हलका कर दीया, वेसे सब लोग कहां हे

रामुकाका : तुम्हारी आंटी मंदिर गइ हे ओर अजय तो सुबह सेही तुमने कुछ काम सोपा हे इसके लीये गया हे ओर सीमा चाइ बना रही ही, तुम थोडी देर बेठो तब तक में थोडा फ्रेस होके चेन्ज करलु

कहेके काका अंदर चले गये तभी सीमा मेरे लीये चाइ लेके आगइ ओर मुजे चाइ देके मेरे बाजु में बैठ गइ ओर मुजसे कहेने लगी
सीमा : भाइ थेन्क यु वेरी मच आपने हमारे लीये जो कीया इसका अहेसान में केसे चुकाउ

में : अरे टेन्सन मत ले सीमा में हुंना ओर ये थेन्कयु बेन्कयु अहेसान क्या लगा रखा हे आइन्दा मेरे सामने अ‍ेसे वर्ड नीकाला तो तुजे पीटुंगा समजी

सीमा : (हसके) जी भाइ सोरी, पर भाइ आगे हमारा क्या होगा हम मम्मी पापा को केसे समजाये, आप ही कोइ रास्ता दीखाना क्युकी अब हम दोनो जुदा नहीं रेह सकते

में : वो सब तु मुज पर छोड दे खुद तेरे मम्मी पापा तुम दोनो की सादी करेंगे

सीमा : क्या सचमें अ‍ेसा हो सकता हे भाइ तब तो में आपका जींदगी भर अहेसान मंद रहुगी.......ओह सोरी भाइ फीर गलती हो गइ

में : लगता हे तुजे ओर सोनु को दोनो को पीटना पडेगा हमे पागल जो कर दीया हे

ये सुनते ही सीमा सरमा गइ ओर मेरी तरफ तीरछी नजरोसे देखके हस रही थी तभी अंकल आ गये फीर सीमाने उनको भी चाइ दी फीर हम चाइ खतम करके उठ गये ओर मेने काका को पैसे दीये

में : ये लीजीये काका ये ५०.००० हें आप इनमेसे खर्च करना ओर कम पडे तो मुजसे मांग लेना आप काम सुरु करीये अब में चलता हुं

रामुकाका : ठीक हे बेटा कल साम तक सब हो जायेगा, ओर मेरे साथ अजय भी तो हे

फीर में काका से वीदा लेके बाइक के पास आ गया तभी मुजे अंजना दी याद आ गइ तो सोचा चलो अ‍ेक बार जाके आता हुं क्या कर रही हे मेरी तीसरी वाइफ ओर मुजसे केसा बर्ताव करेगी क्युकी वो सब जानती थी ओर वो समजती थी की में इन बातो से अंजान हुं तो में बाइक लेके सीधा उनके घर की तरफ चल पडा उसके घर जाके देखा तो वहां ताला लगा हुआ था सोचा कोलेज में तो छुटी हे कहां गइ होगी मेने उसे फोन लगया तो

में: हेलो अंजना दी में राज बोल रहा हुं कहां हे आप मेतो आपके घरपे आया था

अंजना : हां राज में यहा वकील से मीलने आइ हुं अ‍ेक काम करो यहां आ जाओ

फीर अंजना दी ने मुजे वकील का अ‍ेडड्ढेस दीया ओर बाइक लेके सीधा वहां पहोंच गया तो वो वकील की चेम्बरसे बहार नीकलती हुइ मेरे पास आगइ

अंजु : हां राज बोलो क्या काम था

में : सोरी मुजे नहीं मालुम था की आपको काम के अलावा नहीं मीलना हे सोरी अगेन आपको डीस्टर्ब कीया

अंजु : (मेरी कमर में चीटकी काटते) सोरी के बच्चे ज्यादा नौटंकी मत कर मेने अ‍ेसा तो नहीं कहा, वो तो तुजे आज अचानक हमारी याद आगइ इसलीये पुछा, वेसे तो तुम कभी भी मेरे घर आ सकते हो पर जनाब को फुरसत कहां मालती हे

में : (हसके) सोरी दी वो में थोडा काम में फस गया था तो नहीं मील पाया

अंजु : अब यहीं खडे खडे बात करेगा की मुजे कहीं लेजायेगा कंजुस कहीका

में : ओह चलीये क्या पसंद करेगी कोफी या आइसक्रिम

अंजु : तेरा जहां मन करे लेजा आज लडकी सामने से डेट पर आइ हे घुमाले

में : (हसके) चलीये बैठीये बाइक पर हम आइसक्रिम खाने चलेगें

फीर मेने वो आइसक्रिम पार्लर ले गया ओर में बहार टेबल पर बैठने लगा तो अंजु ने मेरा हाथ पकडा ओर बोली

अंजु : यहां नहीं चलो केबीन में बुध्धु इतना भी नहीं मालुम की डेट पे जाते हे तो केबीन में बेठते हे

फीर हम वोही केबीन में बैठ गये जहां में सोनु को लेके आया था ओर बैठते ही मेने कहां

में : (थोडा मजा लेने) मुजे क्या मालुम डेट में क्या क्या करते हें में थोडी गया हुं कभी

अंजु : ज्यादा भोला मत बन तेरे जेसा हेन्डसम लडका ओर डेटपे नहीं गया, इम्पोसीबल

मे : कसम से सच केह रहा हुं पुछना आप नेनु दी को में कभी इस लफडे में नहीं पडा मेरी तो दुनीया ही मेरा घर ओर मेरी बहेने हे कसमसे

अंजु : (मुजे अ‍ेक नजरसे देखते) क्या वाकइ तु सच केह रहा हे, मे तो हेरान हुं आज की दुनीया में भी अ‍ेसे लडके हे आइ कांट बीलीव

में : ये सब छोडीये ओर बताइअ‍े आप की फेवरीट कोनसी हे में ओर्डर कर देता हुं

अंजु : आज तु जो खीलादे वो ही मेरी फेवरीट हे चल मंगाले जो तुजे पसंद हो

फीर मेने वेइटर को बुलाके दो आइसक्रिम मंगाली थोडी देर बाद वेइटर दे गया ओर हम खाने लगे ओर खाते खाते मेने बात छेडी

में : अंजु दी उस दीन आपने बात अधुरी छोडी थी, अपनी फेमीली के बारे में प्लीज बताइअ‍े अगर आप बताना चाहे तो

फीर अंजु ने वो सारी बात बताइ जो उसने नेनु को बताइ थी ओर मेने अपने गेजेटसे सुनी थी वोभी बताया जीसमे उसके पती ओर सास के बीच ओर उनकी विधवा भाभी के बीच फीजीकल सबंध थे अंजु ने मुजसे कुछ मत छुपाया

अंजु : तो सुन लीया अब बताओ मुजे क्या करना चाहींये

में : (कुछ सोचके) मुजे आपको राय देने का हक तो नहीं पर आप पुछ ही रही हे तो मेरी सलाह हे की आपको आपके पती को छोड देना चाहीये

अंजु : (राज को परखने लगी) अगर में मेरे पती को छोड दुंगी तो कहां जाउगी ओर कहां रहुगी क्यु की मेरे घर वालोने भी मुजसे रीस्ता तोड दीया हे

राज भी जानता था की ये मुजे परखना चाहती हे

में : दी आप जोब करती हो, ओर आपकी उमरतो बीलकुल नहीं हे अभी आप नेनुदी के बराबर दीखती हो तो कोइ अच्छा लडका देखना आसपास आराम से फीर उससे सादी करलेना रही बात रहेने की तो मे आपको दी वेसेही नहीं कहेता ओर नेनु ओर आपमे कोइ फर्क नही करता तो हमारा घर आपहीका घर हे वहां आजाना ओर सादी तक रहेना

अंजु : वाकइ जेसा नेनु कहेती हे वैसे ही हो तुम अ‍ेक विसाल हृदयके हो जीस लडकी को तुम मीलोगे वोतो धन्य हो जायेगी, वेसे राज तुजको में अब बतादुं की में यहां अपने डीवोर्स पेपर फाइल करने ही आइथी में अपने पती से तलाक ले रही हुं तो बोलो कब तुम्हारे घर पर आजाउं? हें..हें..हें..

में : अभी.. अभी मेरे साथ ही चलो आपको कोइ तकलीफ नहीं होगी ये मेरा वादा हे

अंजु : (अपनी आंखे नम करके मुजे देखने लगी थोडी देर बाद) राज तु वाकइ अ‍ेक अच्छा इन्सान हे कास तुम मुजे..

फीर अंजु की आंखोसे आंसुओकी धारा बहेने लगी में फोरन खडा होके उसके पास चला गया ओर उसका सर अपने दोनो हाथो में लेके मेरे सीनेसे लगा लीया ओर वो भी मेरे सीने में सर छुपाके रोने लगी राज ने उसे थीडी देर रोने दीया बाद में अपनी जेब से रुमाल नीकाल के अंजु के आंसु पोछने लगा फीर उसको पानी पीलाया ओर वापस अपनी जगा पे बेठ गया ओर अंजु की ओर देखके कहेने लगा

में : अंजु दी आज आपको मुजसे अ‍ेक वादा करना पडेगा

अंजु : कोनसा वादा राज

में : आज आपको मेरी कसम खाके ये वादा करना पडेगा की आजके बाद आप इस बातको लेकर कभी रोयेगी नहीं जोभी होगा आप सामना करीये में आपके साथ हुं

अंजु : (अपनी नजर नीची करके) ठीक हें तुम्हारी कसम में कभी नहीं रोउगी

में : हं धेट्स गुड गर्ल अब हस भी दो आजके बाद आप सीर्फ हसेगी

अंजु : आज मुजे भी तुमसे वादा चाहीये

में : अब में कोनसा वादा दुं में थोडी रोया हुं हें..हें..हें..ठीक हे मांगलो आप भी क्या याद रखेगी

अंजु : आजके बाद तु मुजे अपना टीचर या मेडम नहीं समजेगा मुजे अ‍ेक दोस्त चाहीअ‍े जो में उसे सुख ओर दुख बाट सकु ओर मेरी नजरोमे तुमसे बहेतर कोइ नहीं हे तो क्या तुम मेरी दोस्ती कबुल करोगे
में : जी बीलकुल आजसे हम पक्के वाले दोस्त अब खुश अब तो हसदो

फीर मेने ओर अंजु ने हसके हाथ मीलाया ओर वो बहुत खुस लग रही थी फीर में पार्लर से बील पे करके सीधा अंजु को छोडने उसके घर पहुंच गया में बहारसे उसे डड्ढोप करदीया उसने मुजे अंदर आने को कहा पर में बादमे आने का वादा करके अपने घर पर आगया तो दोपहर के १ बज गया था दोनो बहेने लंच के लीये सोफे पर बेठके मेरा वेइट कर रही थी ओर जेसे ही घर में आया तो

नेनु : आ गये जनाब बहार कीसीनें लंच नही करवाया

में : क्या दी में कामसे गया था अब आप आदत डाललो क्युकी अबतो मुजे हर दीन जाना पडेगा तो कभी कभी देर भी हो जायेगी

नेनु : (भडक गइ) भाड में जाये तेरा काम तुजे आज कहे देती हुं खाना खायेंगे तो साथ में वरना हम भी नहीं खायेंगे, क्या कहेती हो सोनुं

सोनु : हां दी सही कहा आपने हम आपके बीना खाने को हाथ तक नहीं लगायेंगे

में : (हाथ जोडके) ठीक हे मेरी मां गलती होगइ अब टाइम पे आजाउंगा अब खुश

दोनो हसने लगी तो में उपर फ्रेस होने चला गया जब फ्रेस होके नीचे आया तो दोनो खानेकी तैयारी कर रही थी में जाके सीधा अपनी जगह बैठ गया बाद में नेनु भी बैठ गइ ओर सोनु हम दोनो को खाना परोसने लगी बाद में वोभी बैठ गइ ओर हम खाने लगे

में : आप दोनो को खा लेना चाहीये मेरी वजह से आप क्युं भुखी रहती हो

नेनु : हम तेरे बगैर नहीं खायेंगे धेट्स ओल, समज गया, की तुजे ओर तरीकेसे समजाना पडेगा

में : तुम धमकी बहुत देती हो बोला नां आजाउगा,

फीर मेने नेनु का गुसा सांत करने के लीये खाते खाते थोडा मस्ती करना चालु कीया मेंने नीचेसे मेरा पेर नेनु के पैर पर रखकर दबा दीया तो नेनु ने अ‍ेकदम मेरी तरफ देखा तो मे खाने में व्यस्तथा अ‍ेसा अ‍ेक्टींग करने लगा फीर नेनु ने सोनु की तरफ देखा तो वो भी नीचे सर करके खा रही थी बाद में नेनु ने अपना पैर छुडाके मेरे पैर पर रख दीया ओर नीचे सर करके खाते खाते मुस्करा रही थी उसको मेरी हरकत अच्छी लगने लगी थी क्यु की अंजु ने उसे सलाह दीथी की राज जो करे करने देना ताकी वो आगे बढ सके इसी बात में नेनु चल रही थी

फीर मेने भी अपना दुसरा पैर नेनु के उस पैर पर रख दीया जो मेरे पैर पर रखा था ओर पैर से ही उसे सहेलाने लगा तो नेनु अ‍ेबदम सरमा गइ ओर अपने दोनो पैर दुर करलीये ये उसका आज पहेला अनुभव था जो कोइ लडका उसे इस तरह पहेली बार छेडता था वो अ‍ेकदम अ‍ेक्साइड हो गइ ओर उसकी सांसे तेज चलने लगी फीर सरमा के जडपसे खाने लगी उसे अ‍ेसे खाते देखके मेने बात आगे बढाइ

में : क्या हुआ अ‍ेसे जडप से क्यु खा रही हो खाना थोडी भाग जाने वाला हे

नेनु : (हडबडाइ) वो..वो.. में.. मे..

में : (जोरोसे हसने लगा) सोनु देख बकरी फीर से आ गइ केसे में में कर रही हे

ये सुनते में सोनु फीर से हसने लगे हमें हसते देखके नेनु मुजे मारने के लीये उठी तो मेभी उठके सोफे के पीछे भाग गया नेनु मुजे पकडनेकी कोसीस करने लगी हम दोनो सोफे के आस पास घुमने लगे नेनु हसके मुजे गालीया देती रही ओर सोनु हम दोनो को देखके हसे जा रही थी

नेनु : कमीने में तुजे बकरी लगती हुं तु इधर आ आज तुजे नहीं छोडुंगी कुता कहीका

फीर घुमते घुमते नेनु थक गइ ओर वापस अपनी जगह पर बैठ गइ ओर मुजसे कहेने लगी

नेनु : चल पहेले आके खाना खाले बादमें तुजे देखुंगी कमीना कहीका

फीर मेंभी जाके उसके बगल में अपनी चेर पर बैठ गया ओर खाने लगातो नेनुने मुजें मौका देखके मेरी पीठमें अ‍ेक जोरदार मुका मारा फीर मेने भी खाना छोडकर उसका दोनो हाथ पकड लीये तो वो हाथ छुडानेकी नाकाम कोसीस करती रही फीर नरम होगइ

नेनु : प्लीज छोडदे मेरा हाथ मेरा अच्छा भाइ हेना तु, अब तुजे नहीं मारुगी छोड दे

में : नहीं इससे पहेले भी तु यही केह रही थी अब तो तेरा हाथ में कभी नहीं छोडुंगा (डबल मीनींग)

सोनु : हां भाइ अब मत छोडना दी काहाथ बडी मुस्कीलसे आयाहे हाथ (डबल मीनींग)

नेनु भी समज रही थी की हम दोनो उससे डबल मीनींग मे बात कर रहे हे उसको भी अच्छा लगता था फीर सोेनु की तरफ कामुक नजर से देखके

नेनु : हां हां बैठजा भाइकी गोदमें, बडी आइ भाइकी तरफदारी करने देख लुगी तुजे भी

में : आप मेरे वस में हो फीर भी आपकी अकड नहीं गइ सोनु को धमका रही हो (फीर सोनु की ओर देखके) सोनु लगता हे इनकी अकड अब नीकालनी पडगी बोल क्या करु इसके साथ

सोनु : भाइ जाने दोने बेचारी को देखो केसा मुह हो गया हे इसका, कही रो ना पडे

नेनु : तु बडबड मत कर कमीनी में कोइ रोने वाली नहीं हुं समजी (मेरी तरफ पलटके) प्लीज छोड ना भाइ कलाइ दुखने लगी हे मेरे अच्छे भाइ होना आप प्लीज छोड दो

फीर मेने तरस खाके छोड दीया तो उठ गइ ओर मुजे मुका मारके अपने रुम मे भाग गइ ओर दरवाजा बंध करलीया हमने खाना खालीया था हम उठ गये सोनु सब बरतन उठाके काम करने लगी ओर में अपने रुम मे आके बेड पर लेट गया ओर मेने गेजेट लगा लीया क्युकी आज मेने नेनु को गरम कर दीया था तो वो जरुर अंजना से बात करेगी ओर मेरा अंदाजा सही नीकला नेनु वाकइ अंजु से बात कर रही थी

अंजु : हां नेनु बोल क्यु फोन कीया कहीं कुछ बात बनी के नहीं

नेनु : हां यार आज कुछ अ‍ेसी हरकत की उसने में तो सरमसे पानी पानी हो गइ मुजे तो बहुत घबराहट हो रही थी

अंजु : अरे घबरा मत सब मुवमेन्टको अ‍ेन्जोय कर ओर आगे बढ आज मेंभी उनसे मीलीथी में जब वकीलके यहां गइ थी तो उसका फोन आया था तो मेने उसे बुला लीया

नेनु : क्या केह रहा था तेरी बात कुछ आगे बढी की नहीं

अंजु : हम आइसक्रिम पार्लर गये वहा हमनें थोडा टाइम स्पेन्ड कीया फीर मुजे घर छोडने आया था मेने उसे अंदर बुलाया तो वो मना करके जलदी से भाग गया

नेनु : ओह तो वो तेरे साथ था मुजे कहेता था की फेक्टरी गया था

अंजु : तो सचही तो कहे रहा था वो सीधा वहींसे आ रहा था वोभी मेने बुलाया तो आया उसको कुछ कहेना नहीं तेरी इसी आदत की वजह से दुर भागता हे

नेनु : ओह सोरी यार मेरी आदत जो हे ये भुलने मे थोडा टाइम लगेगा लेकीन मे अब मेनेज कर लुगी आफटर ओल हमारा पती जो होने वाला हे चल रखती हुं फोन सोनु कीचन में अकेली हे बेचारी

कहेके नेनु ने फोन काट दीया ओर दरवाजा खोलके पहेले बहार देखा मुजे वहां न पाकर वोभी काम कराने लगी ओर में भी सो गया नेनु ओर सोनु दोनो काम खतम करके सोफे पर बैठी थी तब नेनु बोली

नेनु : सोनु पता नहीं राज के नजदीक जाने मे हमे थोडा अजीबसा डर लग रहा हे

सोनु : हां दी मुजे भी अ‍ेसाही फील होता हे पता नहीं हम कीससे डरते हे

नेनु : (कुछ सोचके) मुजे लगता हे दरसल हम अ‍ेक दुसरे से डरते हे

सोनु : वो केसे? थोडा डीटेइल में समजाओ

नेनु : मेने फील कीया हे जब में ओर राज साथमें होते हे तो मुजे तेरा डर लगताहे की कही तु हमारे बारेमे उल्टा सीधातो नहीं सोचेगी ओर मुजे लगता हे तेरी हालत भी वो ही होगी

सोनु : अरे हां दी जब भाइ कोइ अ‍ेसी हरकत करता हे तो मेरा ध्यान तुरंत आपकी ओर ही जाता हे की कही आप देख ना ले हां यही डर की वजहसे हम आगे नहीं बढ रहे हे

नेनु : अब हम क्या करे तुजे कोइ रास्ता मीलता हे तो बोल मुजे तो कुछ सुज नहीं रहा

सोनु : (कुछ सोचके) हें दी अ‍ेक रास्ता हे, अगर आप मानो तो?

नेनु : बोल क्या रास्ता हे अगर हमे कामीयाबी मीलती हे तो क्यु नहीं मानुगी बोल

सोनु : दी अब हमे अ‍ेक दुसरो से डरने की जरुरत नहीं हे हमे बेसर्म बनना पडेगा

नेनु : क्या मतलब केसे तु मुजे थोडा विस्तार से समजा

सोनु : देखो दी भाइ अगर मेरे साथ कुछ उल्टी सीधी हरकत करे ओर आप देखले तो नजर अंदाज करना हे ओर अ‍ेसा रीअ‍ेक्ट करना हे की ये देखके आपको कुछ फर्क नहीं पडा ओर अ‍ेसी हरकत आपके साथ करे तो भी मुजे आस्चर्य नहीं होना चाहीये अब तो हम तीनो भाइ की पत्नी बनने वाली हे हो सकता हे हमारा अलग कमरा भाइ पसंद न करे ओर हमे तीनो को अ‍ेक साथ अपने बेड पे सुलाये हो सकरता हे हमे फोर सम करना पडे तो वहां हमारी सरम कहां जायेगी?

नेनु : बात तो तेरी सही हे मतलब अब हमे बेसर्म बनना पडेगा ओर हम दोनो को अ‍ेक दुसरेकी हाजरी से कोइ फर्क नहीं पडना चाहीये, यही तेरा कहेना हेना?

सोनु : जी दी अब आप समज गइ बोलो क्या नीर्णय हे आपकी

नेनु : हं... ठीक हे आजसे ही लग जाओ मीशन पतीदेव, राज अब तु गया देख तेरी नेनु ओर सोनुका नया अवतार देखने को मीलेगा थेन्क यु गुडीया तुने मेरी सारी उलजन दुर करदी, ओर अ‍ेक बात सोनु, सबकी हाजरीमें हम नोर्मल बर्ताह ही करेंगे जेसे हम आज तक करते आये हे, सीर्फ हम दोनो मेंसे अ‍ेक राज के साथ हो तभी हमे बेसर्म बनना हे ओर ये बात हम दोनो के बाच सीमीत रहेनी चाहीये

कहेके नेनु ने सोनु को खडे होकर हग कीया तो सोनु भी खडी हो गइ ओर नेनु को अपनी बाहों मे भीच लीया दोनो के बुब्स आपस में दब गये जीनकी वजहसे नेनु गरम होगइ फीर अचानक सोनु ने अपने होंठ नेनु के होंठ से जोड दीये ओर उसने जोरोसे चुस लीया

नेनु : हुम..... कमीनी तुतो अभी से सुरु होगइ चल जा तेरे रुम में, ओर आराम करले

फीर दोनो अपने अपने कमरे में जाकर सो गइ, सुबह जल्दी उठने की वजहसे तीनो साम पांच बजे तक सोते रहे, पहेले नेनुकी नींद खुल गइ ओर उसने घडी में देखा तो पांच बज गये थे तो वो फटाक से उठी आज उठने में देर होगइ थी फीर वो बाथरुम में फ्रेस होकर बहार आइ तो उसने देखा अभी नीचे कोइ नहीं आया था तो वो दोनो को उठाने उपर चली गइ पहेले उसने सोनु को उठाया तो वो उठके बाथरुम में घुस गइ, बाद में वो राज के रुम में आइ तो वो भी घोडे बेचके सो रहा था, नेनु उसे उठाने लगी

कन्टीन्यु......[/color]
 
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