[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - १[/color]
मेरा मकसद कीसीकी भावनाओको ठेस पहोचाना नही हे मेरी कोसीस यही रहेगी, ओर कहानी आपको अच्छी लगे तो कोमेन्ट करके मेरम उत्साह बढाते रहेना क्युकी ये कहानी मे अेक अेसे सीचुअेशनमे लीख रहा हुं जो मेरे कइ स्वजन ये कोरोना महामारीके कालमे मरते ही जा रहे थे तब मे बहुत अपसेट रहेने लगा तब मेने मेरे मनको डाइवर्ट करनेकी सोची ओर मुजे मोबाइलमे ये अेक्सफोरम साइट हाथ लग गइ तब मेने सोचाकी चलो अेसी कहानी मेभी लीखु ओर मेने कहानी लीखना सुरुकीया ओर लीखताही गया कभी कभी तो मेने इसे १४ घंटे लगातार बैठके लीखता ही रहा ओर लीखते लीखते ३००० पने कब लीखलीये पताही नही चला तो चलीये कहानी सुरु करते हे
ये कहानी सीर्फ मेरी अेक कल्पना हे जो अेक परिवार की है ये कहानी मे हिरोकी जुबान से चलानेकी कोसीस कर रहा हुं, तो आइअे सुरुआत करते हे, हमारा अेक छोटासा परिवार है में गुजरात का अेक छोटासा सहेर का रहनेवाला हुं हमारे सहेरकी बस्तीमें तकरीबन ५ लाख से ६.५ लाख लोग रहेते हे मेरे पापाका बहुत बडा बिजनेस था उसका कारोबार हमारे सहर के अलावा दुसरे राज्योमेंभी फैला हुआ था तब में १२ कक्षामें पढता था आप कहेगे इतना बडा कारोबार थातो छोटे सहेरमे क्यु रहेते थे तो आपको आगे पता चल जायेगा
मैं पढाइके अलावा दुसरी चीजोमें ज्यादा ध्यान देता था जेसे की इलेक्टड्ढोनिक्स, मीकेनीकल, पेन्टींग, जीम में जाना, कराटे वगेरे चीजोमें ज्यादा दिलचस्पी थी अेसा नही के में पढाइ मे कमजोर था इसमे भी अच्छे परसेन्ट से पास होता था, मेरे परिवार में मम्मी, पापा, दादी, अेक बडी बहेन, में, ओर अेक छोटी बहेन हे हमारा मकान अेक बंगलो हे जो १००० स्कवेर मीटर मे हे आगे लोन,पार्किंग,निचे अेक बडासा होल किचन दो बडे रुम ओर उपरकी मंजील में तीन रुम ओर खुला टेरेसहै तो आइअे मेरे परिवार का परिचय करवा देता हुं
पापा : अमीतजी उमर ४५ साल बहुत सांत स्वभावके थे हमारे सहरमें ओर दुसरे राज्यो में भी उसके कइ फेक्टरी थी उनका अच्छे कारोबार की वजहसे उन्हे बहुत सारी प्रोपर्टीया भी खरीदकर रेन्ट पर दे रखी थी हम दो पीढी बैठे बैठे खाये तो भी हमे काफी पेसे मीलते रहे अेसी पापाने व्यवस्था की हुइ थी ओर अब वो इस दुनीयामे नही हें
मम्मी : सुसीला उमर ४१ वर्ष अेक हाउसवाइफ थी पापा की तरह बहुत सरल ओर सांत स्वभाव की थी दो साल पहेले मम्मी, पापा अेक बिजनेस टुर पे गये थे तब लोटते समय अेक कार हादसे में उनकी मोत होगयी
दादी : कुंवर उमर ६४ साल मम्मी,पापा के हादसे के बाद बहुत बडा सदमा लगा उसकी वजह से उनको पेरेलेसीस का दोरा पडा जीनकी वजह से वो बिस्तबर मैं हे, खुद वे कुछ नहिं कर सकती हमे उनको खाना पीलाना नहलाना पडता है जो हम सब भाइ, बहेने मीलकर उनकी सेवा करते हे इसे हम सब हमारा सौभाग्य मानते है वो अेक नीचेके लास्ट वाले रुम में हे
बडी बहेन : नंदीनी उमर २२ साल हाइट ५.१० फुट प्यारसे उसे सब नेनु कहकर बुलाते हे ग्रेज्युअेसन खतम कर चुकी हे आगे कुछ करने का इरादा नहिं हे मम्मी, पापाकी मोत के बाद सारे घरकी जीमेदारी संभालती है तीखे नैन नक्स लम्बे बाल साइझ ३३,२९,३२ सुंदरताकी देवी जेसे संपुर्ण आदर्श नारीके गुण होते है वो सब गुण मेरी बहेन में थे बहुतहि सरल स्वभाव सबको बहुत प्यार करती है विषेस मेरा बहुत खयाल रखती है मुजे मम्मी, पापाकी कमी कभी महेसुस नही होने दी, कभी प्यार व्यार के चक्कर मे नहि पडी मम्मी पापा थे तब केहती थी जहा आप चाहोंगे में वहिं सादी करुंगी हम प्यारसे उसे नेनु कहेते हे
में : राज उमर २१ साल हाइट ५.११ फुट, प्यारसे मुजे सब राज कहकर बुलाते है फाइनल यर में हुं जीम की वजह से अच्छी बोडी है अब वर्कआउट घर पे करता हुं उपर कि मंजील में लास्ट वाला कमरा में रहेता हुं कोलेज मे ज्यादा दोस्त नहिं है सीर्फ दो तीन दोस्त ही हे जो कोलेज तक सीमीत है कभी प्यारके चकर में नहि पडा अेसा नहि है कि कोइ लडकी पटती नहिं मेंहि इन चीजो में पडना नहि चाहता, मेरा मानना है कि प्यार सिर्फ दिलका मामला है इस लिये उसको इमानदारी से सारी जींदगी निभाना चाहिये प्यार सीर्फ मोज या सिर्फ सेक्स के लिये नहि होना चाहिअे ये मेरी नीझी सोच हे, कोलेज जाके इसका (प्यार, सेक्स) सारा ज्ञान बातो से चर्चा के माध्यम से या पोर्न फिल्म द्वारा ले चुका हुं मेरे पेनीस कि साइझ ६.२५ङ्कङ्क घर में मेरा पर्सनल पी.सी. भी हे जीसके माध्यम से मे मां बेटेकी, भाइ बहेन, मौसी भांजा, चाची भतीजा की सेक्स कहानीया पढता रहेता हुं फिर मेरा नजरिया मेरे बहेनोके प्रती बदलने लगा क्युंकी में बचपनसे अपनी छोटी बहेनको अेक पत्नीकी नजरसे ही देखता था में प्यारको अेक पवित्र रिस्ता मानता हुं प्यार में सेक्स होता है, सेक्सके लिये प्यार नहिं होता अेसा मेरा मानना हे, मैं थोडा बहुत आध्यात्मीक इन्सान भी हुं जो पुजा, मंदिर में भी जाता हुं, मुजे नइ चीजोकी इन्वेशन में ज्यादा रुची हे तो पापाकी बंध पडी हुइ फेक्टरीमें कुछना कुछ करता रहेता हुं, ओर में कभी कभी कोलेजमें सोखसे गाना भी गा लेता हुं
छोटी बहेन : सोनीया उमर १९ साल हाइट ५.८ फुट बारवी कक्षा मे पढ रहि हें स्वभाव अेक दम मस्तीखोर चुलबुली हमेसा नेनु ओर मेरी टांगे खीचती रहेती है हम दोनोको बहुत प्यार करती है उसे हम प्यारसे सोनु कहेते हे हम दोनोमें किसीभी बिमार पड जाये तो सबसे ज्यादा चिंता उसीको रहेती है क्यु की वो भी मुजे बचपनसे अपना पती मानती थी ये बात उसने मुजे बादमे बताइ, दिखने में किसी हिरोइन से कम नहि लगती अेक दम होट ओर सेक्सी टाइप लगती है साइझ ३१,२८,३१ बाल लम्बे घुटनो तक जेसे कामदेव की मुरत लगती हे स्कुल जाने के लिये अेक स्कुटी दिलवाइ है वो उसीमे घुमती रहेती है इनकी बहोत सारी फ्रेन्ड्स भी है जो आये दिन हमारे घर पे आती जाती रहेती हे वो उपर की मंजील में मेरे बगल वाले रुम मे रहेती है हम सब प्यारसे उसे सोनु बुलाते हे वो कभी कभी स्कुल का कोइ प्रोजेक्ट करने केलिये मेरा पी.सी. युझ करने के लिये या गप्पे सप्पे मारने के लिये मेरे रुम मे आजाती हे
नेनुकी सहेली : अंजना उमर तकरीबन २४ साल हाइट ५.१ फुट बाल अपने चुतड तक लंबे हे बहुत ही आकर्सक चहेरा उसे देखते ही खडा हो जाये साइज ३६, ३०, ३६ जो मेरेही कोलेजमें टेक्नीकल विभागमें हे ओर नेनु की खास सहेली हे हम उसे अंजु कहेगे
अब दुसरे केरेक्टर जरुरत पडनेपर आगे अेड करके उसका परीचय देता ररुगा तो आइअे कहानी की तरफ बढते हे
जब मम्मी, पापा का हादसा हुआ तो हम मानसीक रुप से टुट चुके थे अेसा नहि था की हमे फाइनान्सीयल तकलीफ होगइ क्युकी पापा का बिजनेस बडा था ओर पापाने बहुत सारी प्रोपर्टी भी ली थी जो काफी प्रोपर्टी रेन्ट पर दे रखी थी जो इसका किराया हर महिने टाइमपे आजाता था सिर्फ किरायाहि महिनाका ६.५ लाख आजाता था तो वो प्रोबलेम नहि थी, लेकीन दादी ओर मुजे ज्यादा तकलीफ हुइ क्योकी पापा मेरा बहोत ख्याल रखते थे इसका अेक कारण था कि बचपन मे मुजे पेरमें इफेक्ट आगया था पापा मम्मीने बहुत खर्चा करके मुजे ९८ % चलने फिरने लायक बनाया जब में चलता हुं तो बहुत मामुली असर दीखता है बाकी कीसीको पता भी नहि लगता इसी कारण सब मेरा बहुत ख्याल रखते है
फिर हम सबको नेनुने संभाला ओर हम सबको इस टड्ढेस से बहार निकाला, ज्यादातर लंच डिनर हम साथमें करते है पहेले दादीको खाना खीलाके हम सब साथ बेठके खाना खाते है वक्तके साथ सब नोर्मल होता चला गया, यह सब सोचते सोचते में रातको आंसु बहाता कब सो गया पता नहि चला तभी मेरे कानोमें आवाज आने लगी
नेनु : राज उठजा कितनी देर सोता रहेगा कोलेज नहि जाना क्या?
मैं : सोने दोना नेनु अभी तो सोया हुं
नेनु : अभीके बच्चे सुबह सात बज गया है कुंभकर्ण उठजा ओर कोलेज चला जा
मैं : क्या सात बज गये? ये कहेकर मेने रजाइ निकाली ओर फटाक से उठकर दीदीकी तरफ देखा तो हस रहि थी लेकीन जेसे मेरे चहेरे की तरफ देखा तो रात के आंसु चहेरे पर जम गये थे वो देखके गभरा गइ ओर मेरे बेड पे मेरे साथ बैठ गइ
नेनु : क्या हुआथा रातको क्यु रोया था बेबी (कभी कभी प्यारसे बेबी बुलाती है)
मै : कुछ नहि हुआ दि बस अेसेही..
नेनु : तुजे मेरी कसम, बता रात को क्यु रोया था?
मै : कुछ नहि दि बस मम्मी पापाकी याद आ गइ थी, ये सुनते नेनु ने मुजे गले लगाया ओर खुदकी आंखे भी नम होगइ
नेनु : में हुं ना बेबी कुछ चाहिये था क्या? बता मुजे
मैं : नहि दि कुछ नहि चाहिअे बस अेसेहि याद आगइ
नेनु : अच्छा चल जलदी तयार होजा में तेरे लीये नास्ता लगाती हु, ये कहेके मेरे सरपे किस करके चली गइ
में भी जलदी उठके बाथरुम में चला गया ओर फ्रेस होकर बहार आगया तैयार होके निचे आयातो डाइनिंग टेबल पर सोनु भी थी
मैं : गुड मोर्निंग दि
सोनु : मोर्निंग भाइ आज तो हिरो लग रहे हो किसपे बिजली गीराने जा रहे हो?
मैं : चुप कर बंदरीया कोलेज जा रहा हुं, ये सुनते हुअे नेनु किचनमें नासता बनाते हुअे हस रहि थी
सोनु : देखो दि भाइ मुजे बंदरीया कहेता है ओर आप खडे खडे हस रहि हो?
कहेते हुअे वो चेर से उठ के मुजे मारने के लीये मेरी तरफ दोडी में उठके भाने लगा लेकीन उसने मुजे पिछेसे कसके पकड लीया मैं छुडाने की कोसीस करने लगा ओर मे अेकदम पलट गया ओर उसे पकड के कसके भीच दिया अेसा लग रहा था की दो प्रमी आलिंगन कर रहे थे सोनु के बुब्स मेरे छाती मे दब गये थे तो वो अेकदम सरमा गइ ओर मुजसे हसते हुअे तीरछी नजरसे देखते हुअे कहने लगी
सोनु : भाइ प्लीज छोड दो मुजे दर्द हो रहा हे, पलीज...प्लीज...
मेने अपनी पकड थोडी कमकी ओर हम अेक दुसरे की आंखो में देखने लगे वो थोडा सरमाके अपनी नजर जुकाली आज मुजे अपनी बहेनके प्रती कुछ अलग ही फिलींग्स हुइ ओर उनकी मेरे प्रती क्या फिलींग्स हे वो जानने के लीये मेने आगे बात करना जारी रखा
मैं : नहि छोडुगा अेसे पकडके रखुंग तुजे हिमत है तो छुडाले मुजसे
सोनु : भाइ मैं आपसे अमने आप कभी नहि छुट सकती छोडदो प्लीज नेनुदी देख लेगी
तभी हमे किचन की तरफ से कुछ आवाज आइ तो हम जटसे अलग होगये ओर डाइनींग पर बेठ गये सोनु अपना सर जुकाके मंद मंद हस रही थी तभी नेनु चाइ ओर नास्ता लेकर आइ ओर हम सब साथ में बेठके नास्ता करने लगे तभी सोनु बोली
सोनु : भाइ कल मेरी स्कुटी में कुछ प्रोबलेम आगइ है ठीक से चल नहि रहि उसे रिपेर करवाना पडेगा तो कोलेज जाते समय मुजे स्कुल छोड दोगे प्लीज..
मैं : स्योर दि ओर तुम्हारी स्कुटी में सामको ठीक करवालुंगा नो टेन्सन ओके
सोनु : (मेरी ओर हसते) ठीक है भाइ थेन्क्स
नेनु : सुन राज साम को कुछ सोपींग करनी है मेरे साथ चलना
मैं : ठीक हे दि चलुंगा पर आप स्कुटर चलाना क्यो नहिं सीखती में आपको सीखाउंगा
नेनु : ना बाबा मुजे नहि सीखनी तुजे ले जाना है तो लेजा वरना रिक्षा मे चली जाउंगी
मैं : क्या दि मेने थोडी हि मना कीया है आप बोलो तो सारी जींदगी आपको गाडी में डड्ढाइवर बनके घुमाता रहुंगा आप हुकुम करो हें..हें..हें..
नेनु : चल चल ठीक है नौटंकीबाज हम साम ५ बजे जायेंगे ओर सोनु तुजे कया क्या लेना हे तेरी लीस्ट मुजे दे देना ओर राज तो साथ चल हि रहा है
सोनु : दि वो में दोपहर को स्कुल से आने के बाद दे दुंगी
मेरी नेनु दीदीको स्कुटर चलाना नहिं आता अेक बार कोसीस की थी लेकीन बुरी तरह गीर पडी थी उसे काफी चोट आइ थी तबसे काफी डर गइ है, मेरे पास अपनी बाइक भी हे पापाकी कारभी है जो हम कहिं फंक्शन या दुसरे सहर जाना हो तब इस्तमाल करते हे में कभी कभी सामको या रात को घुमने लीये नीकालता हुं, हम नास्ता करके रेडी होगये ओर नीचे होल में आके सोनुका वेइट करने लगा देर लगने पर मेने सोनुको आवाज लगाइ
में : चल अे छिपकली सारा दिन रुम में चीपकती रहती है
सोनु : आइ भैइया क्या मे तुजे छिपकली दिखती हुं (धीमी आवाज में) बंदर कहिका
में : क्या बोली ठहेर तु अभी
कहेके मे उसे पकडने भागा तो वह दोडके नेनु के पीछे छीप गइ
सोनु : बचाओ दि भाइको बोलो नां पकडे मुजे
नेनु : अरे क्या तुम दोनो बच्चोकी तरह लडते रहेते हो, सोनु रहने दे उसे ओर हां अभी उसको छोडके दोपहरको छुटी के बाद उसको वापीस भी लेते आना बंदरीयाको, (कहके दीदी ठहाका मारके हसने लगी)
सोनु : दि आप भी, जाओ मुजे बात नहि करनी किसीसे
वो पेर पटक के बहार जाने लगी तो नेनु ने उसका हाथ पकड लीया ओर उसे गले लगा लीया ओर सोरी बोलके गाल पे पप्पी दी सोनु मुस्कराके बहार जाने लगी फीर दी ने मुजे ध्यानसे स्कुल पहोंचाने का बोलके मुजे भी हग कीया तो मेने अपना गाल उनके सामने कर दीया तो उसने मुजे गालपे चुटकी भरके
नेनु : चल जा बदमास ओर ध्यान से चलाना, (कहके कीचन मे जाने लगी)
मैं : बाय दी..
कहके बहार चला आया तो सोनु बाइकके पास खडी थी में बाइक स्टार्ट करके बैठ गया सोनु भी पीछे दोनो पैर पसारके बैठ गइ लेकीन थोडी दुरी बनाके बैठी थी तो सुबहकी घटना के बाद मेरी फिलींग्स कुछ अलग लग रही थी तो मुजे थोडी मस्ती सुजी मेने जान बुजके बाइक स्पीड बढाइ ओर अेक कारके आगे जाके जोर से ब्रेक लगाइ तो सोनु आगे खीसक के मुजे पकड लीया ओर सरमाके हसने लगी
सोनु : भाइ देखके, थोडी आहिस्ता चलाओना अभी गीर में जाती
में : तु मुजे पकड के बैठनां ये थोडी तेरी स्कुटी है जो सायकीलके माफक चलेगी ओर में तुजे कभी भी गीरने नहिं दुगा टड्ढस्टमी बेबी
सोनु को मैने पहेली बार बेबी बोला तो वो थीडी सरमा गइ ओर मंद मंद मुस्कराने लगी ओर थोडी हिंमत करके अेक हाथ मेरे सोल्डरपे रखके मुजे चीपकके बैठ गइ तभी उसका स्कुल भी आगया ओर उतरके मुजे तीरछी नजरसे देखते हसते धीरेसे बाय बोलके अंदर जाने लगी मेंभी वो जबतक अंदर नही चली गइ तब तक उसे देखता रहा वो अंदर मुडने से पहेले अेक बार पीछे पलटके मुजे देखने लगी तो मेने अेक हाथ उचा करके बाय बोला ओर कोलेजके लीये निकल पडा कोलेज पहोंचते मेने बाइक पार्किंगपे पार्ककी ओर क्लास की ओर जाने लगा तभी मुजे अंजना मेडम जो टेक्नीकल विभाग में हे उसने आवाज लगाइ वो मुजे अच्छी तरह से जानती थी मे ज्यादा कीसीसे बात नहि करती मेरे बेक ग्राउन्ड के बारे में थोडा जानती थी इसका कारण था मेरी नेनुदी जो उस कोलेजमें पढ चुकीहै ओर अंजना मेडमकी सहेलीभी हे जो अपने पती के साथ सोसायटी में रहेती है उनकी अभी तक कोइ संतान नहि है उनका पती अेक पास वाले अेक बडा सहेर राजकोट में बडी कंपनी में मार्केटींग मेनेजर है जो अप डाउन करता है जो हमारे छोटे शहेर से ३० कि.मी. दुर है ओर उनकी पुरी फेमीली भी राजकोट में रहेती है.
में : गुड मोर्नींग मेम
अंजना : गुड मोर्नींग, राज मुजे तुमसे अेक जरुरी काम हे फ्री होके मेरे ओफीस में मीलके जाना
में : ओके मेम
कहेके में क्लास अेटेन्ड करने चला गया लेकीन आज क्लास मे मन नही लग रहा था बार बार सोनु का चेहरा सामने आ जाताथा में सोचने लगा सोनु मुजसे नाराज क्यु नहि हुइ तो दुसरी तरफ अंजना मेमका खयाल आने लगा क्या काम हो सकता हे पढाइ में मन नही लग रहा था सोचते सोचते देखा तो मेरा खडा हो चुका था ये में क्या सोच रहा हुं अपनी बहेनके बारे में अेसे ही सोचते सोचते २ घंटे बीत गये फीर अचानक अंजना मेमका खयाल आया तो में उनसे मीलने उनके ओफीस तरफ चला गया अंदर वो अपने स्टाफ के साथ कुछ डिस्कशन कर रही थी मुजे देखते ही दो मीनीट रुकने को कहा में बहार वेइट करने लगा थोडी देर बाद आवाज आइ
अंजना : चलो राज मेरे साथ, में उनके साथ चलने लगा
में : मेम आपको कुछ काम था मुजसे आपने बुलाया था तो आ गया
अंजना : रिलेक्स राज कोइ सीरीयस बात नहि हे, उसी सीलसीले में बात करने जा रहे है ये बात में ओफीस में करना नहि चाहती इसीलीये हम केन्टीन में जा रहे है
मेरा दिल थोडा धक धक करने लगा की मेम मुजसे क्या बात करने जा रही है जो उनके ओफीस बजाय केन्टीन ले जा रही है में केन्टीन में बहोत कम आता हुं तो हम केन्टीन पहोच के अेक कोने के टेबल पर जाके बैठ गये जो बीलकुल खाली था बैठते ही मेमने दो चायका ओर्डर दे दीया मेने मेमकी तरफ प्रस्नार्थ भरे नजरोसे देखा मेम मुस्कराइ ओर बोली
अंजना : जेसे नेनु कहेती थी वेसेही हो अेकदम गभरु जवान हें...हें...(मेम हसने लगी) रिलेक्स राज अेसी कोइ बात नहीं दरसल में तुजे अेक प्रोजेक्ट देना चाहती हुं तुम इस प्रोजेक्ट में काम करो स्वतंत्र रुपसे क्युकी इसकी चर्चा मे स्टाफके सामने नहीं करना चाहती थी इसीलीये तुजे में यहा लायी ताकी ये प्रोजेक्ट गुप्त रहे इनकी जानकारी सीर्फ हम दोनोके बीचहि रहीनी चाहिये नेनुको भी नहीं बताना जबतक ये काम पुरा न होजाये तब चाय भी आगइ हम चाय पीते बात करने लगे
में : लेकीन मेम प्रोजेक्ट क्या हे? ओर ये काम के लिये सीर्फ मुजेहि क्यु चुना?
अंजना : क्युकी इस कामके लीये जरुरी सामान, प्लेस, पैसा और सबसे जरुरी काबीलीयत जो तुम्हारे पास हे, ओर तेरी होबी भी है अेसा व्यक्ति पुरे कोलेज में मुजे कहिं नही मीला जो में विस्वास कर सकु बाकि रही प्रोजेक्टकी बात तो कल साम ४ बजे मेरे घर आजाना इसकी डीस्कसन में यहा नही करना चाहती समज गये?
में : जी मेम
फीर हम खडे होगये मेने चायका बील पे किया ओर बहार आके मेम की इजाजत लेके घरकी तरफ बढ गया तभी याद आयाके सोनुको भी साथ ले जाना है तो में उनकी स्कुलकी तरफ बढ गया ओर वहा पहोंच के गेट के पास खडा रहा थोडा इन्तजार के बाद सोनु अपनी सहेली सीमाके साथ बात करते हुअे बहारकी तरफ आने लगी उनकी सहेली हमारी ही सोसायटी मे दुसरी गलीमें रहेती थी लेकीन दोनो सरमाके सरमाके बात कर रही थी तो मुजे थोडा अजीब लगा तो उनकी बात सुनेन के लीये बाइक समेत अेक कारके पीछे खडा होगया वे दोनो बहार आइ तो सोनु मुजे ढुंढने लगी तभी देखाके उनकी सहेलीका भाइ बाइक लेके आरहा है तब सोनु बोली
सोनु : लो आगया तेरा बोयफ्रेन्ड हें..हें..हें..
सीमा : चुप कर कमीनी कोइ सुन लेगा तो मेरी बदनामी हो जायेगी
तभी सीमाका भाइ वहिं आके रुका सीमा जटसे उनके पीछे अेकदम चीपकके बैठ गइ ओर वो दोनो चले गये मे तो हेरान रह गया क्या भाइ बहेन गर्लफ्रेन्ड बोयफ्रेन्ड हो सकता हे ये सोचते ही मेरा माथा घुम गया ओर सोचते सोचते कारकी दुसरी तरफ से बहार आया तो सोनु मुजे देखते हि
सोनु : भाइ तुम कब आये?
में : अरे पगली मेतो इधर खडा था तुमारी आवाज सुनी तो इधर आगया चल घर नेनु के साथ सोपींगके लीये भी जाना है
ये सुनते ही सोनु फटाक से बाइक में बैठ गइ ओर सोचने लगी कहीं भाइ ने मेरी ओर सीमा की बात तो नहीं सुनली वो थोडा टेन्सन में आगइ ओर कन्फर्म करने के लीये मुजे बात करने लगी मेने बाइक घरकी तरफ चाला दी
सोनु : भाइ आपने मेरी आवाज कब सुनी में तो कुछ बोली ही नहीं
में : अरे तेरी आवाज जेसा कुछ लगा इसी लीये यहा आगया मेने सोचा तु कीसीसे बात कर रही है लेकीन तुतो यहा अकेली खडी है
सोनु को सर्मिंन्दा न होना पडे इसीलीये मेने जुठ बोल दीया सोनु ने भी राहत की सांस ली लेकीन सीमाने जो उसे आज अपने भाइ के साथ रीलेशन में हे वो बताया तब से सोनु मुजे ओर उनके बीचकी इमेजींग करके काफी उतेजीत होगइ थी वो मुजसे बीना
कहे ही अेकदम चीपकके बैठी थी उतेजनाकी वजह से उनकी पेन्टी पुरी गीली हो चुकी थी जो उसके लीये ये पहेली बार हुआ था
जेसे ही बाइक घर पर रुकी वो उतरके अंदर भागी ओर अपने रुम मे जाके सीधा बाथरुम में घुस गइ ओर पेन्टी उतारके चुतमें उंगली घुसादी ओर मुजे उनके साथ इमेजींग करके अंदर बहार करने लगी ओर थीडी ही देरमे उनकी चुतसे फवारा नीकल गया
जब पानी नीकला तब वो काफी उतेजनाकी वजहसे मेरा नाम जोर से पुकार दिया आह....राज....जब उनको होस आया तो काफी सर्मिंदा हुइ ओर गभरा गइ की कीसीने सुनतो नहीं लीया फोरन बाथरुम का दरवाजा खोलके मुह बहार नीकालके देख लीया वहा उसके रुममें कोइ नहीं था तो उसने राहतकी सांस ली लेकीन उसको नही मालुम था की में बाइक रखके फ्रेस होने सीधा उनके पीछे उपर आया ओर उनके गेटके बहार ही खडा था ओर मेरे नाम की चीख सुनके में हेरान रेह गया में समज चुका था की वो अंदर क्या कर रही थी में फोरन मेरे रुम में आके फ्रेस होने लगा
आज सुबहसे ही कुछ अजीबसा होरहा था सोनु मेरा इमेजींग कर रही है ये सोचते ही मेरे लंड महारजने अपनी हरकत सुरु करदी थी जो आज पहेली बार मेरी बहेनो के प्रती कुछ बजीब फीलींग महेसुस कर रहा था ओर काफी उतेजीतभी था जो मुजे सेक्स के प्रती धकेल रहा था यही सब सोचते हुअे काफी रोमांचीत महेसुस कर रहा था, में फ्रेस होके बाथरुम से बहार आया तो नेनुदी मेरे रुम में थी मुजे बहार रुम में आता देखते ही
नेनु : फ्रेस होगया बेबी तो आ चल नीचे लंच तैयार हे, में सोनुको बुलाके आती हुं
नेनु के जातेही में नीचे जाने लगा ओर सीधा दादीके रुममें आगया उनके पास बेठके उनका हालचाल पुछा ओर खाने के बारे मे पुछा उसने अपना अेक हाथ उपर उठाके हाथ हिलाया ओर मेरे सर पर रख दिया ओर खुस हुइ के मेरा पोता मेरी खबर लेता हे, तभी सोनुभी अंदर आइ ओर मेरे बाजुमे मुजसे सटकर बैठ गइ जो मुजे कुछ अजीबसा लगा
सोनु : दादीमां आप सीर्फ अपने पोतेकोही आसिर्वाद देगी उसके साथ मुजे नहीं देगी?
ये सुनते ही में चोंक गया लेकीन बहारसे जारी नही होने दीया क्युके सोनु ये भी बोल सकती थी अपनी पोतीको आसिर्वाद नहीं दोगी बजाय उसने मेरे साथका आसिर्वाद मांगा जो पती पत्नी वाला आसिर्वाद मांगा आज उसने डबल मींनींग वाली बात कही थी जो ये समजती थी की मुजे समजमे नहीं आयेगा ये सुनके में काफी रोमांचीत हो गया मेने भी थोडा आगे बढने की सोची ओर अेक हाथ उनकी कमरमे डाला वो थोडी गभराइ ओर मुजे देखने लगी ओर उसने भी मेरा हाथ हटाने की कोसीस नही की वो मेरी तरफ देखे जा रहीथी लेकीन मेने उनकी तरफ ध्यान न देते हुअे दादी मां से कहा
में : हा दादीमां हम दोनो साथमें शुभारंभ करने जा रहे है इसके लीये आसिर्वाद दिजीये
अब चोंकने की बारी सोनुकी थी दादीमां ने हम दोनोको बारी बारी अेक साथ आसिर्वाद दिया सोनु मुजे अेक नजर से देखने लगी लेकीन मेने उनकी तरफ न देखते हुअे वहासे खडा होगया ओर बहार जाने लगा तभी सोनुने मेरा हाथ पकडके रोक लीया ओर खुदभी खडी होगइ मेरे अेक दम करीब आके मेरी आंखो मे देखते हुअे
सोनु : भाइ तुम कोनसे नये शुभारंभ की बात कर रहे हो?
में : हे अेक बात जो तुमको बाद में बता दुंगा
ये कहेके में बहार की ओर जाने लगा तभी पीछे आवाज आइ भाइ... मेने मुडके नहीं देखा ओर जाके डाइनींग टेबलकी मेरी चेर पर बैठ गया, पीछे सोनुभी आके बैठ गइ और मुजे घुर रही थी केजेसे अभी मुजे चबाके खाजायेगी तभी नेनुभी आगइ ओर हम सब खाना खाने लगे खाना खाते समय भी मुजे घुर रही थी वो बोखलाइ हुइ लग रही थी तभी उसके दिमाग में मेरी बात नीकलवानेका अेक आइडीया आया ओर मुस्कराके कहेने लगी
सोनु : नेनुदी भाइ कुछ नया करने जा रहा है अभी दादीमांको अंदर कुछ बता रहा था
नेनु : अच्छा? भाइ क्या करने वाले हो हमे भी बतादो
में : कुछ नहि दी में सोच रहाहुं कि स्पेर टाइम में हमारी फेक्टरीपे जाउ जो काफी टाइमसे बंध पडी है
ये बात कहेके में सोनुकी तरफ देखके हसने लगा, तभी नेनु भडक गइ
नेनु : भाइ तुजे वहा जानेकी कया जरुरत हे, तु कहीं नहीं जायेगा केह देती हुं तुजे
दीदी थोडा नाराज होगइ ये देखके सोनु हसने लगी
नेनु : तु क्युं हस रही हे खाना खाले ओर तु भी खाके थोडा आराम करले सामको मेरे साथ आना भी हे, याद हे नां बडा आया फेक्टरी जाने वाला
नेनु दीदीका मुड देखके हम चुपचाप खाने लगे दी थी तो मुजसे १.५ साल ही बडी लेकीन हम उसका बहोत रिस्पेक्ट करते थे वो हमारा मां की तरह ख्याल जो रखती थी, में उपर अपने रुममें आके आंख बंध करके आराम करने लगा ओर सोनु नेनुदी का हाथ बटाने लगी आधे घंटे बाद मुजे मेरे रुमके दरवाजे पर कुछ आहट सुनाइ दी मेने अेक आंख थोडी खोलके देखा तो सोनु मेरे रुम का दरवाजा खोलके देखने आइ में जाग रहा हुं की सो गया वो मुजसे कुछ बात करना चाहती थी
में उसके मनमें क्या हे वो पुरा न जानलु तब तक उनको इग्नोर करना चाहता था, मुजे सोया हुआ समजकर वो चली गइ मुजे निंद नही आ रही थी तो मे मेरा मोबाइल नीकालके फेसबुक देखने लगा उसमे मेरे काफी फ्रेन्डडस थे उनका आया हुआ मेसेज पढने लगा फीर मोबाइल रखके मेने अपना पी.सी. ओन किया मेइल चेक करने के बाद मेने अपनी कुछ फेवरीट साइट हे जो नये नये इलेक्टड्ढोनिक्स ओर मीकेनीकल प्रोजेक्टस आते रहेते है वो देखने लगा मुजे इनमे से अेक प्रोजेक्ट देखते ही मेरे दिमागकी बती जली छोटे बग का प्रोजेक्ट मीला वो बटन माइक वाला जो दुसरो की बातचीत सुनी जाती है
जो जासुसीके लीये इस्तमाल की जाती हे वो मेने अपने पी.सी.पे सेव करलीया कयुकी मुजे उसे युझ करना था, ये सब देखते देखते साम ४.३० बज गये मे पी.सी. सटडाउन करके बाथरुम में फ्रेस होने चला गया बहार आके तैयार होगया ओर नीचे जानेसे पहेले में सोनुके रुम में गया वोतो अेकदम गहेरी नींद मे सोइ हुइथी फीर नीचे होल में आ गया वहा कोइ नहीं थातो में नेनु दीदीके रुमकी चरफ गया वोभी सोइ हुइ पडी थी दी सोते हुअे अेकदम मासुम लग रही थी नेनु रोज मुजे सुबहमें उठाने आती थी ओर मुज पर चीलाती थी आज मुजे बदला लेनेका मोका मीला तो मेने उसको अेक हाथ उनकी पीठ पर ओर दुसरा हाथ उनके चुतड पर रखके उनको जोरोसे हिलाया ओर चिलाया
में : उठजा सोपींग नही जाना क्या कितना सोती है ५ बज गये...
दीदी हडबडाके अेकदम उठ गइ ओर मेरी ओर देखने लगी फीर घडी में ४.३० देखके वापीस मुजे देखने लगी, तो मेरी हसी छुटगइ तो मुजे मारनेके लीया बेडसे उतरने लगी लेकीन में भागा नहीं
नेनु : रुक कमीने तेरी खबर लेती हुं बदला ले रहा है मेरा साले
कहके मुजे पकडने के लीये मेरी तरफ दोडी वो मुजे पकडे इससे पहेले मेने उसे पीछेसे बाहोमे पकड लीया वो छुटनेकी नाकाम कोसीस करती रही मेने उसे हिलने तक नही दिया फीर उसने छुटने की कोसीस बंध करदी मे उसे वेसेही पकडते हुआ बाथरुम तक छोड आया वो बाथरुमके अेदर जाने से पहेले मुडकर हसते हुअे मुजे तीरछी नजरोसे देखते हुअे अंदर चली गइ ओर अंदर से बोली
नेनु : राज वो बंदरीयाको भी उठा दे
में : जी दी अभी उठाता हुं
कहेके में उपर सोनु के रुम में चला गया वो अभी भी गहेरी नींद मे सो रही थी में उसके पास जाके दोनो हाथ उनके नीचे ले जाकर सोते हुअे ही अपनी गोद में उठा लीया ओर बाथरुम कि तरफ जाने लगा वो चोंकके नींद से जाग गइ ओर खुदको मेरी गोद में पाकर सारी सीचुअेशन समज गइ ओर मेरे सीने पे मुके मारने लगी मेने बाथरुम खोलके उसे अंदर धकेल दीया तो नीचे उतरते ही मेरी तरफ दोडी मेने उसेभी नेनुकी तरह कसके आगेसे पकड लीया वो भी छुटने की भरपुर कोसीस करने लगी लेकीन छुट ना पाइ ओर सांत होगइ हमारा चहेरा अेकदम आमने सामने था जेसे दो प्रमी अेक दुसरोकी बाहोंमें हो सोनु मेरी आंखो में देखने लगी में भी उसकी आंखो मे देखने लगा मेरा चहेरा अपने आप आहिस्ता आहिस्ता उनके चहेरे की तरफ जुकता जा रहा था सोनु फोरन सीचुअेशन समजके कहेने लगी
सोनु : भाइ छोडदो प्लीज...
में : नदीं छोडुंगा बहुत सताती हे मुजे
सोनु : भाइ प्लीज छोडो नेनुदी आजायेगी
में : आनेदो जीसको आनाहे उनको मे कीसीसे डरता नहीं, कहेके मेने उसे छोड दीया
सोनु : (सहरमाते हसते) भाइ तुम भी ना..,
वो थोडा सरमाके मुस्कराइ ओर जटसे बाथरुम में घुस गइ में भी नीचे होल में आके सोफे बैठ गया थोडी देर बाद नेनु दीदी तैयार होके बहार आइ तो मे उसे देखता ही रह गया क्या लग रही थी दीदी अेकदम कयामत उसे इस रुप में देखते ही मेरे नीचे हलचल तेज होगइ दीदीने ब्लेक कलर की साडी पहने हुइ थी इसके चोटी जो घुटनो तक लहेराती थी कोइ ज्यादा मेकअप नहीं कीया था फीर भी दीदी कामदेवकी मुरत लग रही थी मेरे मुह से अनायास नीकल गया
में : वाउ.. दी क्या लग रही हो अेकदम होट, लगता हे आज सहेर में बहोत अेक्सीडन्ट होने वाला है, (तबतक सोनुभी नीचे आगइ)
नेनु : इधर आतो बदमास अपनी दीदीको होट बोलता है पागल कहीका
कहेके दीदी कातील स्माइल करते तीरछी नजरसे हसने लगी मेभी हसने लगा फीर सोनु की तरफ देखा तो वो मुजे कुछ अजीब नीगाहो से देख रही थी में कुछ समज नही पा रहा था फीर दी ने चाइ बनाइ ओर चाइ पीके हम माक्रेट जाने के लीये घर से बहार नीकले में बाइक तरफ जाने लगा तो दीने गाडी में जानेको बोला कयुं की सामान ज्यादा लाना था तो मेने गाडी की चाबी लेने अंदर चला गया तो सोनु सोफे पर बैठके अपने मोबाइल से कीसी से बात कर रही थी जो मुजे वापस घर में आते देखकर हडबडाके खडी होगइ ये मेने देख लीया था लेकीन में कुछ नहीं जानता ये दिखाने के लीये मेने उसे हाथसे इसारा करते हुअे बेठने के लीये कहा
में : बैठजा बंदरीया इतनी इजत देनेकी जरुरत नहीं है हें..हें..हें..
ये सुनते ही उठके मेरे पीछे दोडी मेभी दोडके जलदीसे गाडीका दरवाजा खोलके अंदर बैठ गया ओर जोरोसे हस रहा था तबतक नेनु दीदी बहार खडी रहेके सारा तमासा देख रही थी ओर सोनुको बहार से ही रोक लीया
नेनु : अरे रुकजा क्यु लडते रहेते हो जा अंरद रातका लंच रेडी रखना ओर दादीको टाइम पे खीला देना
सोनु : ठीक हे दी लेकीन समजालो अपने इस बंदबको नहीतो कच्चा खा जाउंगी उसे
कहेके वे घर के अंदर जाने लगी मेंने गाडी स्टार्ट रखा था ओर नेनुदी भी आगे आके बगल वाली सीट पर बैठ गइ ओर मेरी तरफ देखके
नेनु : क्यु तंग करता है उसे, उसीके लीये खरीदारी करने जा रहे है हम चल जाने दे मार्केट वरना देर होजायेगी
में : (गाडी चलाते हुअे) उसके लीये क्या खरीदना है उनके पास तो बहुत सारे कपडे भी है ज्वेलरी भी है बढीया मोबाइल भी है अब क्या चाहीये उसे
नेनु : अरे बुध्धु १० दीन बाद उसका बर्थडे नहीं है क्या?
में : अरे बापरे मैतो भुलही गयाथा, थेंक्स दी याद दीलाने के लीये
नेनु : सुन उनको मत बताना मेने तुजे बताया है उसने मना कीया था कहेती थी देखना है भैयाको याद रहेता है की नहीं वेसे क्या गीफ्ट ले रहे हो सोनुके लीये
में : वो तो सरप्राइज है में नही बताउंगा ओर मेरे मोबाइल पे सबका बर्थडे रींमाइन्डर पर रख दुंगा ताकी आगसे कोइ पंगा नाहो (सुनते ही दीदी हस पडी) वेसे दीदी अेक बात बताउ आपको, जो आप बुरा ना माने तो
नेनु : चल बता, भला मेने कभी तेरी बातोका बुरा माना है क्या? नौटंकीबाज
में : दी आज आप बहुत खुबसुरत लग रही हो अकदम नेचरल ब्युटी
नेनु : (हसते) क्या बात है आज बडी तारीफ कर रहे हो दीदीकी इसका मतलब हे में पहेले खुबसुरत नहीं थी, ओर इसमें बुरा मानने वाली बात ही नहीं है
में : नहीदी खुबसुरत तो आप पहेलेसे हो लेकीन में बताने में डरता था
नेनु : तारीफ के लीये शुक्रीया बेबी, बाय ध वे तुम इतना डरते क्युं हो लडकीयो से बात करनेमें? घर पे तो बडा लडता रहेता है तेरी सीकायत आइ हे मेरे पास हें..हें..हें..
में : अंजना मेडमका फोन आयाथा क्या?
नेन : जी कल ४ बजे बुलाया हे तुम्हे कहेती थी जरुरी कामके सीलसीले मे बात करनी है
में : अंजना मेम भी.., मुजे कहेती थी नेनुको मत बताना ओर खुद ही बता रही है
नेनु : वेसे आजकल तुप बहुत छुपा रहे हो मुजसे लगता है तुम्हे अपनी दीदी पे विस्वास नही रहा, अंजनाकी बात फीर गीफ्टकी बात, लगता हे अपनी दी से प्यार नही करता
हम बाते करते मोलके पार्किंग मे आगये ओर मे कार पार्क करने लगा
में : क्या दी मेरा सब कुछ आपही तो हो, में आपसे केसे छीपाता अंजना मेमने भले मना कीया लेकीन आपसे सेर जरुर करता ओर सोनुकी गीफ्ट आपके बगैर खरीदता भी नहीं, बस सही समयकी राह देख रहा था, लेकीन आज.. आज आपसे पराया हो गया हुं अेसा फील होता है
कहेते ही मेरे आंखो से आंसुओकी धारा बहेने लगी ये देखतेही दी वीचलीत होगइ ओर मुजे कारके अंदर ही हग करलीया ओर खुद भी रोने लगी फीर रोते रोते मेरे आंसु पोछते हुअे कहेने लगी
नेनु : अरे बाबा मेतो मजाक कर रही थी ओर आजके बाद अपने आपको पराया बोला तो मे अपनी जान दे दुंगी समजा, समजता क्या है अपने आपको अरे में सोनुसे भी ज्यादा तुजे प्यार करती हुं तेरे बगैर तेरी दी जींदाही नहीं रहे सकती (कहेते दीदी जोरोसे रोने लगी)
में : दी प्लीज सोरी...आज के बाद में अपने आपको कभी पराया नहीं कहुंगा मुजे माफ करदो आप तो मेरी जान हो जान
कहेके मेने दीदीको हग करके उसके आंसुओ को पोछने लगा ओर दीदीको पानी पीलाया आज मुजे दीदी पर बहुत प्यार आरहा था जेसे मेने कीसी देवीको दु:ख पहोंचाया हो अेक आदर्श नारीके रुप में दीदी अेकदम परफेक्ट लग रही थी अगर दीदी सादी करके चली गइ तो हमारा खास करके मेरा क्या होगा ये सोचते ही मेरी रुह काप गइ ओर में दीदीको अेक नजर से देखने लगा
नेनु : क्या हुआ अेसे क्यु देख रहा है?
में : कुछ नही दी बस कुछ सोचतेहि दिलमें गभराहट आगइ, अब चले मोल में?(कहेते हम दोनो बाते करते चलने लगे)
नेनु : (मेरी ओर देखके) अेसा क्या सोचा जो तेरा दिल गभरा गया?
में : कुछ नही दी इसके बारे में हम कभी आराम से बात करेंगे चलो काफी देर होगइ ओर हम अंदर तक नही गये चलो जल्दी
नेनु : (मेरा हाथ पकडके चलते हुअे) बेबी तुजे मेरी कसम कोइ सीरीयस बात तो नहीं
में : अरे नही दी अेसी कोइ सीरीयस बात नही है, ओर आजके बाद जींदगीभर मेरा हर राज पर आपका हक रहेगा ये मेरा वादा हे तुमसे हर फेसले पे आप इन्वोल होगी अब खुस
नेनु : तु जानता नही है तुने बहोत बडा डीसीजन बीना सोचे समजे करलीया है इनका मतलब भी जानता है ?
में : दी प्लीज, हम कल इसपे चर्चा करेंगे प्लीज देखो हम पहुंच गये है
नेनु : ठीक है भाइ अभीतो छोड देती हुं लेकीन मुजसे इस बारे में बात करनी पडेगी तुजे
ओर दी मुजे हाथ पकडके अंदर लेगइ वहा उइने अेक हप्तेका खाने पीनेका जरुरी सामान लीया फीर हम सोनु के लीये कुछ डड्ढेसीस खरीदे जीसे दीदी हर डड्ढेस मुजसे पसंद करवाती थी, फीर मेने अेक अेसा डड्ढेस देखा पुरा सफेद फ्रोक जेसा तो मेने नेनुके लीये पसंद कीया दीदी मना कर रही थी मेने उसे जबरदस्ती दिलवाया
नेनु : भाइ में अेसा डड्ढेस नही पहनती येतो छोटी बच्ची जेसा लगेगा
में : तो आप अभी छोटी बच्चीही हो कोइ सादी सुदा ओरत नहीं, समजी मेरे लीये आप अेक प्यारी सी अेंन्जलही हो प्लीज मेरी खातीर दी प्लीज..प्लीज..
नेनु : (हसके) ठीक है ठीक है चल लेले बीलकुल पागल हो, बडा आया मुजे अेन्जल बनाने वाला हें..हें..हें..
वहा खरीदारी करके हम लेडिज अंडरगारमेन्ट की शोपमे गये दीदी ने मुजे बहार ही रोक दीया
नेनु : भाइ तुम यहा रुको, मेरे लीये ओर सोनुके लीये कुछ कपडे खरीदने है में अभी आइ
में : अंदर आनेदोना दी उधर शोप में तो मुजे सब दीखाके दीखाके खरीद रही थी (कहेके जुठ मुठ उनके पीछे जाने लगा)
नेनु : मारुंगी तुजे चल जा बदमाश, बेसर्म कहीका (कहके मुजे बहार धका मार दीया ओर हसते हुअे अंदर चली गइ)
में जुठ मुठका मुह बनाके बहार गेलेरी मे खडा होगया थोडी देर बाद दीदी आगइ
नेनु : चलो भाइ होगइ शोपींग तुजे कुछ नहीं लेना है?
में : नही दी मेरे पास बहोत सारे कपडे पडे हे
नेनु : सोनुकी गीफ्ट भी नही लेनी? (मुस्कराते हुअे)
में : नहीं दी अभी नहीं तुजे बडी जल्दी है जानने की टड्ढस्टमी दी हम साथमे जायेंगे गीफ्ट लेने अब तुमसे छुपाके कुछ भी नहीं (उसके अेक गालपे चीटकी लेते हुअे)
नेनु : इतना भरोसा मुज पर अेक लडकी पर इतना भरोसा नही करना चाहीअे हें..हें..हें..
में : आप लडकी थोडीहो आप तो मेरा सब कुछ हो मेरे जीगरका टुकडा हो समजी आप, चलीअे अब मेरे पीछे आइअे बीना सवाल कीअे
नेनु : लेकीन कीधर ले जा रहे हो?
में : बोलाना कोइ सवाल नहीं चुपचाप चलो
नेनुदी अपने मुंह पर उंगली रखके हसते हुअे मेरे पीछे पीछे चलने लगी में नेनुको अेक आइसक्रीम शोपपे ले गया ओर अेक खाली टेबल पर बैठ गये ओर दीका फेवरीट राजभोग आइसक्रीम की दो बडी कप ओर्डर करदी
नेनु : अरे तुतो वेनीला खाता है ना तो तु वोही मंगवाले
में : नही दी आज से आपकी फेवरीट, मेरी फेवरीट
नेनु : तु बीलकुल पागल है मुजे इतना प्यार न दे भाइ में नहीं सहन कर पाउंगी
कहेते दीदी की आंखे थोडी नम होगइ ओर मेरी आंओ में अेकनजर देखने लगी मे भी उसकी आंखो मे देखने लगा हम दोनो सब कुछ भुलकर अेसेही देखते रहे पता भी नही चला कब आइस्क्रीम आगइ मेने दीदीको देखते हुअे अेक चम्मच ली ओर दीदी के मुहपे लगाइ तब दी को होस आया वो थोडा हडबडाइ फीर मुंह खोलके आइसक्रीम खागइ आज दी मेरे बारे कुछ सोच में पड गइ वो क्या सोच रही थी उसने मुजे बाद में बताया था फीर हम बील पे करते घर की तरफ जाने लगे पुरे रास्ते पे नेनुने कोइ बात नहीं की ओर ना मेंने रास्ते पे अेक शीव मंदिर आया मेने कुछ बोले बीना ही अंदर दर्शन के लीये चला गया पीछे नेनुभी आगइ ओर मेरे आगे खडी होके हाथ जोडके दर्शन करने लगी
फीर हम घर पहोंचे मेने गाडी पार्क की ओर उतरके शोपींग का सारा सामान मेने उठा लीया दी ने कुछ बेग उठानी चाही लेकीन मेने वो भी लेलीया ओर अंदर जाने लगा नेनु यंत्रवत मेरे पीछे पीछे चलने लगी मेने सारा सामान सोफे पे रख दीया ओर में अपने रुममें आके बेड पर लेट गया नेनु भी सीधे अपने कमरे में चली गइ
कन्टीन्यु........
[/color]
[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - २[/color]
में सोच रहा था आज मेने नेनुके साथ केसी केसी बाते की मे उसे पुरा समर्पीत कयु होगया कही दी से प्यार तो नही होगया क्या इसे प्यार कहेते है? यही सोचते सोचते कब आंख लग गइ पताही नही चला तभी मुजे सोनु की आवाज आइ
सोनु : उठ जा बंदर अभी कहा सो गया डीनर नहीं करना क्या?
में उठके सीधे बाथरुम के तरफ जाने लगा सोनु मुजे यंत्रवत देखती रह गइ उसे लगा भाइ मुजे पकड लेगा लेकीन मेरी कुछ प्रतीक्रिया ना देखके वो निरास होकर थोडी देर वहीं खडी रही फीर नीचे चलकर सोफे पे बैठ गइ ओर सोचने लगी भाइको क्या हे गया हे कुछ उदास लग रहा है कही दी के साथ कोइ जगडा तो नही किया
येतो दी के साथ उची आवाज मे बात तक नही करता तो फीर इसे क्या होगया है यही सब सोचती रही तभी में नीचे आके सीधा दादीके रुममे गया ये देखते सोनु भी मेरे पीछे आने लगी मेने दादीके रुम मे जाके उनका हालचाल पुछा ओर दादीके पैर छुके उनके पास बैठ गया तभी सोनु भी मेरे पास आके बैठ गइ ओर दादीको कहेने लगी
सोनु : दादी हम दोनोको साथ में आशीर्वाद नही देगी?
दादी ने बारी बारी हम दोनोको आशीर्वाद दीया, ओर में उठके बहार आके सोफे पर बैठ गया मुजे सोनुको ओर तडपाना था ओर मुजे उनकी मेरे बारे में फीलींग्स जाननी थी दिमाग में फीलींग्स सब्द आते ही मुजे कुछ याद आगया जीसके लीये मुजे फेक्टरी जाना था जो अेक डेढ घंटेका काम था तो में डीनरका वेइट करने लगा सोनुभी दादी के रुम से नीकलते ही नेनुके पास कीचन में चली गइ ओर दीको मेरे बारे में पुछने लगी
सोनु : दी भाइ जबसे वापस आया है तब से कुछ बोलही नहीं रहा, कहीं आपसे जगडा तो नही होगया?
नेनु : अरे नहींरे आज उनको मोलमे बहुत चलाया सामानके साथ चलाके चलाके उनको थका दीया इसीलीये
नेनुने सोनुके सामने जुठ बोला ताकी उनकी फीलींग्स पकडी ना जाये फीर दी को भी लगा राज के साथ नोर्मल बात करनी पडेगी नहींतो अे बंदरीया सक करेगी मुजे भी लगा नोर्मल बात करनी पडेगी फीर नेनु डीनर बहार डाइनींग पर लाके
नेनु : चल राज आजा डिनर रेडी है ओर तुभी आजा सोनु मुजे जोरोकी भुख लगी है
नेनु नोर्मल बात करनेकी कोसीस करने लगी फीर हम सब डाइनींग टेबल पर आके बैठ गये ओर खाना खाने लगे तभी सोनुने कहा
सोनु : भाइ आज मेरा स्कुटी रीपैर नही हुइ आपने बोला था
नेनु : अरे कल करवा देगा आज भाइ मेरे साथथा तो तेरा स्कुटी कहासे ठीक होगा कल भी भाइके साथ स्कुल चली जाना ओके, क्यु राज?
में : जी दी ज्यादा से ज्यादा लोग क्या कहेंगे मुजे सरकस वाला
नेनु : तुजे कोइ सरकस वाला क्यु बोलेंगे?
में : क्या दी आप भी कभी तो दिमाग इस्तमाल करो बंदरीया लेके घुमुगा तो लोग तो मुजे सरकस वाला ही समजेगे ना (में ओर नेनु ठहाके मारके हसने लगे)
सोनु : ओय तुम दोनो चुप करो कुछ तो सरमहया करो सरम नहीं आती छोटी बहेनकी टांग खीचते हुअे
नेनु : सोरी सोरी..
फीर हम दोनो आकदम सीरीयस होगये फीर वापीस हसने लगे हमकोे हसता देखकर सोनुभी मुजे देखकर मंद मंद हस रही भी
सोनु : (अपने मन में) हसले बच्चु तु नहीं जानता तेरी सोनु तुजे कीतना चाहती है तेरी हर सरारत कबुल है मुजे, तुजे में केसे बताउ तेरी अहेमीयत क्या हे मेरे
जीवन में अेक दीन तुजे अपना पती नही बनाया तो कहेना
नेनु : सुन राज हमारे लीगल अेडवाइजरका फोन आया था केह रहा था राजस्थान में जयपुर वाली फेक्टरी हे जो बंध है उसका अेक खरीददार आया हे तो बेचना
चाहो तो मीटींग फिक्स करवाउ, क्या कहेतो तुम दोनो?
में : दीदी पापाकी कोइ प्रोपर्टी हम बेचनातो नहीे चाहते लेकीन मेने कुछ अलग सोचा हे
दोनो दीदी : क्या सोचा है?
में : क्युनां हम इस प्रोपर्टीको बेचके उसी पैसासे हम अेसी जगाहपे प्रोपर्टी लेले जो टुरीस्ट प्लेसहो ओर हमेभी काम आये
सोनु : वाव.. भाइ ग्रेट आइडीया (तभी सोनुके दिमागमें सेतानी आइडीया चल रहाथा)
नेनु : बात तो तेरी सही है अभी तो हमे पेसोकी जरुरत नही है तो हम ये कर सकते है ठीक है में हमारे वकीलको बता देती हुं वो मीटींग फिक्स करे
में ओर सोनु : थेन्कयु दी, लव यु
नेनु : लव यु टु मुं..हां..
में : दी मेरा डीनर होगया में बहार घुमके अेक घंटे में आता हुं
नेनु : ओके बेबी हमारे सोनेसे पहेले जलदी आजाना
में : ओके दी आजाउंगा
केहके में बाइक लेके सीधा हमारी फेक्टरी मे चला गया यहा में स्पेर टाइम पे आता रहेता हुं ओर मेरी होबी के काम करता रहेता हुं फेक्टरी में पापाका अेक ओफीस भी था ओर ओफीससे सटकर अेक रुम भी था जीसमें बेड, फ्रिज सोफे वगेरे पापाने लगवाया था पापा कभी दो दिन कभी तीन दिन यहा रुकते तो यही रुम का इस्तमाल करते थे
हम सबको पताथा में वहां पहोंचकर अपना माइक्रोफोन वाला प्रोजेक्ट बनाने लगा मेने बटन माइक्रोफोन अेकदम छोटा लोंग रेन्ज वाला दो सेट बनाया ओर अेक कोमन रीसीवर बनाया अेसे इलेकटड्ढोनीक्स आइटम बनाना मेरे लीये कोइ नयी बात नहीं थी अेसी चीजे में अक्सर बनाता रहेता हुं तो ये सब बनाके में ९ बजेके करीब वापस घर पर आगया
नेनु ओर सोनु सोफे पे बेठके टीवी सीरीयल देख रही थी मेंभी वही नेनुदी के पास आके बैठ गया मुजे इन माइक्रोफोनको छुपाना था ये दोनो टीवी देखने में मसगुल थी तो सोचा यही मौका है तो दादीको मीलके आता हुं कहके में जाने लगा दोनो मे से कीसीने ध्यान नहीं दीया तो सीधा दादीके बगल वाला नेनुके रुम मे चला गया
वहा अेसी चीज ढुंढने लगा जो नेनु हमेसा अपने पास रखे तभी मुजे दीदीका पर्स याद आया बहार जाते वक्त दोनो दीदी अपना पर्स पासमें रखती थी मेने टेबल के डड्ढोअरसे उसका पर्स नीकाला ओर अेक ब्लेड लेके अेसी जगाह छोटा कापा लगाया ओर माइक्रोफोन डाल दीया जहा दी पर्स खोले तोभी न दीखे फीर पर्स डड्ढोअर में रखके में उपर चला गया
सीधा सोनुके रुममें सोनु अपना पर्स हमेंसा अपने बेड के तकीये के नीचे ही रखती थी तो दो मीनीट में अपना काम करके वापीस नीचे आके बैठ गया थोडी देर बाद सीरीयल भी खतम होगइ दीदी ने फोरन टीवीका वोल्युम कम करदीया ओर मेरी तरफ मुडी
नेनु : हां तो बेबी कल क्या प्रोग्राम हे तेरा?
में : क्यु दीदी कुछ काम था? सुबह कोलेज फीर सामको अंजना मेमको मीलने जाना है
नेनु : हां काम तो..था, लेकीन अंजनाको तुमसे क्या काम हे तुने बताया नहीं
में : मुजे क्या पता दीदी उसे मीलुगा तभीतो पता चलेगा उसे मीलके आपको बता दुगा टड्ढस्टमी दीदी कीतनी उतावली हो तुम
नेनु : ठीक है ठीक है सो जाओ अब सुबह कोलेज भी जाना है
कहेके नेनु उठके अपते रुममें जाने लगी में भी खडा होगया ये देखके सोनु
सोनु : क्या भाइ बेठो ना कुछ बाते करते हे मुजे अभी नींद नहीं आ रही हे
में : तुजे बेठना हो तो बेठ, सुबह स्कुल नहीं जाना क्या?
कहेके में उपर अपने रुम में जाने लगा सोनुभी पीछे पीछे आने लगी में मेरे रुम में आके दरवाजा बंध कर लीया ओर कीहोलसे बहार देखने लगा सोनु थोडी देर मेरे दरवाजे के सामने खडी रही फीर कुछ बडबडाके अपने रुममें चली गइ फीर मेने टेबल के डड्ढोअर से इयरफोन नीकाला ओर जेब में से रीसीवर नीकालके उसमे कनेक्ट कर दीया
ओर अपने बेड पर जाके बेठ गया दोनो माइक्रोफोन अलग अलग चेनलका बनाया था ओर रीसीवर में दोनो चेनलका चेन्ज ओवर स्वीच लगाया था ताकी दोनोकी अलग अलग बात सुन सकु अेक नंबर पर नेनु का माइक ओर दो नंबर पर सोनुका माइक सेट कियाथा जब मेंने रीसीवर ओन करके इयरफोन कानपे लगाया तो मुजे खरराटे की आवाज आने लगी
मेने रीसीवर में देखा तो स्वीच अेक नंबर परथी लगता हे नेनु सो रही है मेने स्वीच दो नंबर पे सेटकी तो लगता था सोनु कीसीसे फोन पर बात कर रही थी तो सामने वालेकी भी बात सुनाइ देती थी मुजे मालुमही नहींथा की मेरा माइक फोनकी फ्रिकवन्सी भी पकड लेता हे में बात सुनने लगा तो पता चला सोनु अपनी सहेली सीमा से बात कर रही थी
सोनु : क्युरे कमीनी कहा हे तु ओर क्या कर रही हे?
सीमा : कुछ नही तु सुना तु क्या कर रही हे मे तो मेरे रुम में हुं, तु कहा हे?
सोनु : मे भी मेरे रुम में ही हुं में समजी तु अपने बोयफ्रेन्ड के साथ होगी हे..हे..हे..
सीमा : नही भाइ अपने रुम मे हे यार..
सोनु : सुन स्कुलकी छुटीके वक्त हमारी ज्यादा बाते नही हुइ तु मुजे सुरुसे बताना अपनी लव स्टोरी मुजे जानना हे पहेले कीसने प्रपोज कीया प्लीज...
सीमा : लगता हे तु भी काफी इन्टड्ढेस्टेड हे अपने भाइको पटाने में कमीनी
सोनु : चुप कर कमीनी बताना हे तो बता वरना फोन रखती हुं
सीमा : ओये.. ओये.. मेरी स्वीटी नाराज होगइ ठीक हे सुन, मेंने मेरे पी.सी.मेसे नेट चलाते वक्त अेक कहानीकी सीइट हाथ लग गइ जीसमे भाइ बहेनकी प्रेम कहानीया थी जो में रोज पढने लगी फीर भाइके प्रती मेरा नजरीगा बदलने लगा फीर में भाइको लाइक करने लगी ओर कहानीयो में लीखा हुआ आइडीया मेने टड्ढाइ किया मेने अेक अलग फेक आइडी बनाके मेरे भाइको रीकवेस्ट भेजी भाइ नेभी मेरी रीकवेस्ट अेक्सेप करली फीर बातोका दोर सुरु हुआ
फीर हम प्रेम सेक्स जेसे सबजेक्टके बारे में बात करने लगे इसी बातोके बीच में भाइ से ज्यादा से ज्यादा करीब रहेने लगी भाइका सारा काम करना सुरु कर दिया जेसे भाइ जब अपने रुम में हो तब में उनका रुम, पी.सी. का टेबल वगेरे साफ करती ओर मेरे सरीर के उपर के अंगोका दर्शन कराती अेक दीन भाइ मुजे घुमाने लेगया
फीर अेक दीन फील्म देखने लेगया भाइ अब पुरा मुज पर लटु हो गये थे ओर में भी भाइको चाहने लगी थी बस इन्तजार था की कब भाइ मुजे प्रपोज करे मे चाहती थी की पहेल भाइ करे इसी इन्तजार मे काफी दीन नीकल गये फीर अेक दीन भाइ मुजे गार्डन में घुमने ले गया ओर डरते डरते मुजे प्रपोज कर दीया
मेने भी थोडा नखरा दिखायाकी में आपकी बहेन हुं समाज ओर घर वाले क्या कहेंगे वगेरे तो भाइ ने कहा में कीसीकी परवाह नहीं करता में सारी जींदगी तुम्हारे साथ गुजारना चाहता हुं में तुमसे सादी भी करलुंगा तुम चाहोतो? ये सुनतेही में भाइ से अेकदम लीपट गइ फीर क्या था
चल पडी हमारी लव स्टोरी इसे अेक महीना भी होगया भाइ मुजे बहोत चाहते है ओर में भी भाइ को दिलोजान से प्यार करती हुं ओर सुन आज स्कुल से हम वापस आ रहे थे तब भाइ ने कहा अपने रुमका दरवाजा खुला रखना रात को १ बजे आउंगा
सोनु : वाव.. बडी इन्टड्ढेस्टींग हे तेरी स्टोरी लगता हे आज कुछ होने वाला हे
सीमा : मुजे भी डर लग रहा हे कहीं भाइ मुजे फीजीकली तो होना नहीं चाहता?
सोनु : वाह तो इसमें डरनेकी क्या बात हे प्यार में तो यही सब होता ही हे
सीमा : तुजे बडी नोलेज है इस बारे में कही मेरे जेसा चकर तेराभी तो नही जो मुजे बाताती नही कही अेसा तो नहीं मेरा राज जान लीया ओर अपना छुपा रही हो, कमीनी मे तुजे अपनी पक्की सहेली मानती हुं ओर तेरे पर विस्वास करती हुं ओर तु हे के मुजे मानती ही नहीं
सोनु : अरे अेसा कुछ नहीं है बस तुहीतो अेक हे जीसे में मेरी हर बात सेर करना चाहती हुं ओर तु मानती हो अेसा कुछ भी नहीं हे मेरे ओर मेरे भाइके बीच मेरा अेसा नसीब कहा जो भाइसे प्यार करु लाइक तो में बचपन से करती हुं भाइको पर भाइ मेरी तरफ ज्यादा ध्यान ही नही देता तु कुछ बता ना
सीमा : अरे मेरी गुडीया तु भी भाइको पसंद करती हे मुजे बताया क्यु नहीं
सोनु : कहांसे बताउ पीछले दो दीनसे कुछ अजीब घटनाअे होती हे कभी लगता हे भाइ मुजे लाइक करता हे कभी लगता हे भाइको मुजमे इन्टड्ढेस्टही नही हे में समज नही पा रही भाइको इसी लीये तो केह रही हुं मुजे थोडा गाइड कर प्लीज..
सीमा : ठीक हे तु अेक काम कर कलसे तुभी मेरी तरह ज्यादा भाइके साथ रहे ओर उसको अपना पती मानके उसका हर काम कर लीया कर ओर अपने बुब्सका दर्शन कराती जा ओर मेरी तरह तुम भी अपने भाइका मन जानने के लीये अेक फेक आइडी बना के फ्रेन्ड रीकवेस्ट भेज दे ओर उसे बाते कीया कर फीर आगे क्या करना हे वो हम बाद मे डिसकस करेंगे लगता हे मेरा भाइ आ रहा है
सोनु : सुन अभी फीजीकली मत होना मेने सुना हेकी इसमे पहेली बार बहुत दर्द होता हे जब तुम दोनो घरपे दो तीन दीन अकेले हो तब यह सब करना, चल फोन रखती हुं कमीनी तुने अेसी बाते करते हुअे मुजेभी गरम करदीया है चल बाय.. अेन्ड ओल ध बेस्ट
जेसे ही सोनु फोन कट करदीया मुजे लगा अब सोनु कुछ करने वाली हे मेने रुम मे उपर की तरफ देखा जहा हम दोनोके रुमकी कोमन दिवाल पे छत की नीचे अेक छोटी वेन्टीलेटर विन्डो थी जो काफी समय से उसमे लकडी का अेक छोटा पटीया रखा हुआ था उसके नीचे ही मेरा पी.सी.का टेबल रखा हुआ था लगता हे
भगवान भी मेरे साथ था जेसे वो भी चाहता हो हम दोनो की जोडी बने मे मन ही मन उनको धन्यवाद करके टेबलकी ओर जाने लगाओर आहीस्ता से टेबलपे चड गया ओर लकडीको हटाके टेबल पर रख दीया फीर विन्डो मे देखा तो सामने ही सोनुका बेड था जो मुजे पुरा दीख रहा था मे अंदर का नजारा आराम से देख सकता था अेक बार फीर भगवानका शुक्रिया अदा कीयाकी मुजे ज्यादा महेनतके बीना मेरा काम होगया था
अंदर देखा तो सोनु डड्ढोअर में से कुछ नीकाल रहीथी फीर आके वो चीज बेडपे रखदी ओर अपना टोप उतारने लगी बेड पर रखी चीज देखी तो में चोंक गया क्युकी ये मेरी तस्वीर थी फीर सोनु ने अपना लोअरभी उतार दीया था अब वो सीर्फ ब्रा ओर पेन्टी में थी ओर उसकी बालकी चोटी उनके घुटने के चीने तक लेहराती थी
ये देखते ही मेरा लंड अेकदम रोड के माफीक खडा हो गया थोडी देर तो अेसा लगा सारी सरमहया छेडके उनके रुम मे चला जाउं ओर उसे पटक पटकके चोद डालु फीर मेने देखा सोनु बेड पर आके बैठ गइ ओर मेरे तस्वीर से बात करने लगी
सोनु : कितना प्यारा लग रहा हे मेरा राज, तु मुजको देखता क्यु नही तेरी सोनु तुजको कीतना चाहती है बेबी, तेरी सोनु तुजसे बहुत प्यार करती हे सारी जींदगी तेरे साथ गुजारना चाहती हे तु मुजसे सादी करले फीर देखना तेरी सोनु तुजे सारी जींदगी दीन रात चुदवाती रहेगी
ये कहेके सोनु मेरी तस्वीर को पागलो की तरह चुमने लगी मे ये देखके हेरान रह गया मेरी बहेन मुजे इतना चाहती हे मुजसे सादी भी करना चाहती हे ये उसका अेक प्यार हेकी अेक वासना ये बात जानने बगैर में आगे नहीं बढुगा, ओर उसे प्रपोज भी मे पहेले नहीं करुगा ये मेने मन ही मन डीसाइड कर लीया
फीर अंदर देखने लगा तो सोनु अपनी पेन्टी साइड मे करके दाये हाथ मे मेरी तस्वीरको बीच बीचमे चुमे जा रही थी ओर बाये हाथकी अेक उंगलीसे अपनी बुरमें फीगरींग कर रही थी ओर बीच बीच मे बोले जा रही थी
सोनु : आह...आहहहहहहहह...रा..... जज....फकमीहार्ड ओह....आह.......सीसीसी.... आह राज प्लीज...लव यु भाइ ओर जोर से चोदो अपनी बहेनको भाइ आहह में आ
रही हु, राज ओर जोरसे भाइ चोदो अपनी बहेनको आइइइइइइइ ओहहहहहहह गइ में
सोनुकी चुत के फवारा छुट गया उसने पुरी चदर खराब कर दी ओर कुछ छींटे मेरी तस्वीर पर भी पडे फिर वो थोडी देर सांत बेठी रही फिर उठके मेरी तस्वीर टेबलके अंदर रखदी ओर वो बाथरुम तरफ जाने लगी मे भी लकडी वापस अपनी जगह रखके वापस अपने बेड पर आकर लेट गया ओर लेटे लेटे ही सोचने लगा
क्या ये प्यार हे ओर वो भी मेरी दीदी, क्या सचमे वो मुजे इतना प्यार करती हे सोनुके बारे मे सोचते में कब सो गया पता ही नही चला जब मेने अपने माथे पर कुछ महेसुस कीया तो अेक आंख थोडीसी खोलके देखने लगाकी कोन हे, देखा तो मेरी नेनु दीदी मेरे बेड पे बैठके अपना अेक हाथ मेरे सर पे प्यार से घुमा रही थी मुजे थोडा अजीब लगा रोज जोरोसे आवाज लगाके उठाने वाली मेरी दीदी आज प्यार से हाथ फेर रही है मेंभी साइड पे होगया ओर मेरे दीदीके गोद में अपना सर रख दीया ये देखके नेनु मुस्कराके
नेनु : अच्छा तो मेरा सोना जाग रहा हे ओर मजा ले रहा है चल उठजा, कोलेज जाना हे की नहीं?
में : नहीं दी, नहीं जाना कोलेज सारा दिन आपकी गोद में सर रखके सोना हे
नेनु : चल हट बदमास सारा दिन सोयेगा तो घरका काम कोन करेगा ओर वो बंदरीयाको भी स्कुल छोडना हे, चल उठजा में उसको उठाती हुं तु फ्रेस होकर आजा नीचे
कहेके दी चली गइ सोनुको उठाने, कल रात की पुरी फिल्म मेरे सामने आ गइ ये सब याद आते ही मेरा खडा हे गया मे उठके जट बाथरुम में भागा फ्रेस होकर फुआरे के चीचे खडा होकर नहाने लगा लेकीन मेरे लंड महाराज नीचे बेठनेका नाम ही नही ले रहे थे में नहाके बहार आया ओर तैयार होके नीचे चला गया
तब तक दीदी नास्ता लगा चुकीथी लेकीन अभी तक सोनु नीचे नहीं आइ थी थोडी देर बाद वोभी नीचे आगइ ओर नेनु भी आके बैठ गइ हम तीनो नास्ता करने लगे नास्ता करते मेने सोनु की तरफ देखा तो मुजे देखकर अेक प्यार भरी स्माइल दे रही थी दीदीको अजीब न लगे इसलीये फोरन मेने अपना मुंह दीदी तरफ करदीया
ओर उसको देखने लगा कहीं वो हमारी तरफ तो नहीं देख रही वो नास्ता करने में व्यस्त थी तो मेने राहतकी सांसली मुजे संभाल के रहेना पडेगा इस लडकी से मेरा ध्यान वापस सोनु की तरफ ना जाये इसलीये में दीदी से बात करने लगा
में : दीदी आप सारा दिन घरका काम करती हो थक नहीं जाती, आप अेक नोकरानी क्युं रख नहीं लेती? ये भी सारा दिन अपने रुम में मोबाइल लेके पडे रहीती है ओर नहीं की दीदीका हाथ बटाओ
नेनु : क्यु दीदी के हाथका खाना अच्छा नहीं लगता ओर घर में जवान लडका हे में नोकरानी रखके कोइ रीस्क लेना नही चाहती समजे हें..हें..हें..
ये सुनके हम तीनो हसने लगे लेकीन ये बोलके मेने गलती करदी क्युके सोनुने फोरन वो बात पकडली
सोनु : दी भाइ ठीक केह रहा हे अब में आपका काम में हाथ बटाउंगी काम होने के बाद ही अपने रुम मे जाउंगी आजसे नीचे की सफाइ आप देखना ओर उपरकी सफाइकी जींमेवारी आज से मेरी (मेरी तरफ देखते हुअे अेक कातील स्माइल करते हुअे) थेन्कयु भाइ मेरी जीमेवारी याद दीलाने के लीये
नेनु : अरे वाह मेरी गुडीया तुतो बहु समजदार नीकली नसीब वाले होगे जो मेरी लाडली जीस घर में सादी करके जायेगी
सोनु : कहीं नही जाना मुजे सादी करके सारी जींदगी कुंआरी रहुंगी मगर आप दोनो को छोडके में कहीं नही जाउंगी कहे देती हुं तुमसे (गुस्सा होके)
यह कहेते ही सोनु मेरी तरफ देखकर जोरोसे रोने लगी मुजे पहेली बार थोडा अेतबार हुआ की सोनु को मेरे प्रती वासना नहीं हे ये सचमुच मे मुजे प्यार करने लगी हे मुजसे रहा नही गया में फोरन उठके उसके पास चला गया वोभी उठके मुजे हग करके रोये जा रही थी इतनी देरमे नेनुभी हमारे पास आगइ हम तीनो अेक दुसरेको हग करके थोडी देर खडे रहे
फीर मेने अपनी जेब से रुमाल नीकालके प्यार भरी नजरो से सोनु के आंसु पोछने लगा नेनुदी ने सोनु को पानी पीलाया फीर तीनो अपनी जगाह पे बैठ गये लेकीन नेनु दी कुछ सोच में पड गइ फीर मे कोलेज जाने के लीये उठ गया पीछे सोनु ओर
नेनु भी उठ गइ पहेले सोनुने दीको हग कीया ओर बहार जाने लगी बाद मे मेनेभी दीको हग कीया ओर जानेही वाला थाकी नेनु ने मुजे हाथ पकडके रोक लीया ओर मेरी आंखो मे देखते हुअे
नेनु : राज जलदी वापस आ जाना तुजसे जरुरी बात करनी है अकेले में, मेरी पर्सनल
में : दीदी आप बोलो तो आज कोलेज नहीं जाता अभी सोनुको छेडके वापस आता हुं
नेनु : अरे नहीं इतनी भी इम्पोर्टन्स बात नही हे तु आराम से जा
में : ठीक है दी लास्ट तीन क्लास बहुत जरुरी नहीं है में दस बजे आजाउंगा ओर बाराह बजे उस बंदरीया को लेने चला जाउंगा
नेनु : ठिक हे राज आजाना
इस बार दीदी ने आके मुजे हग कीया ओर मेरे माथे पे कीस के साथ साथ आज पहेली बार मेरे गाल पे भी पप्पी की में तो हेरान रहेके उसको देखने लगा दीदी भी मुजे देखते सरमाके हस रही थी ओर अपनी नजर जुकाअे खडी थी में थोडा मस्ती के मुडमे
में : थेन्कयु बेबी फोर स्वीट कीस
नेनु : (सरमाके हसके) मुजे बेबी कहेता है चल जा बदमास कहीका
में बहार आया तो सोनु मेरा बाइक के पास वेइट कर रही थी मेने बाइक स्टार्ट की ओर सोनु पैर पसार के इस बार पहेले सेही चीपक कर बैठ गइ
सोनु : बडी देर करदी बात करनें में कहीे कोइ सीक्रेट बात तो नही चल रही थी?
में : हां थी अेक सीक्रेट बात जो तेरे कामकी नहींथी ओर बहारतो नीकलने दे फीर चीपकना
ओर जेसे हम बहार नीकले इस बार सोनु ना सीर्फ चीपकके बैठी बल्की अपना दोनो हाथभी दोनो तरफ से डालके मेरा पेट पकड लीया जेसे दो प्रेमी हो
में : अेसे पकडेगी तो लोग क्या समजेंगे हाथ लेले
सोनु : जीसको जो समजना है समजने दो में कीसीसे डरती नहीं समजे
में : अच्छा बच््चु मेरा डाइलोग मुजे वापस दीया, घर चल फीर तेरी खबर लेता हुं
सोनु : हाये...मे तो कब से इन्तजार कर रही हुं के कब खबर लोगे मेरी हा..हा..हा..
में : तु बहोत बेसरम होगइ हे सोनु, दीदी से सीकायत करनी पडेगी
सोनु : क्या भाइ अेसी थोडी बहुत तो मस्ती चलती हे हम बच्चोकी बात बडोसे नही की जाती तुम्हे अच्छा नही लगा तो आगेसे मस्ती नही करुंगी, सोरी
में : चल चल ठीक हे ओर सोरी बोलनेकी जरुरत नहीं हे करना मस्ती लेकीन हम अकेले हो तब करना दीदी के सामने अेसी मस्ती नहीं समजी
सोनु : (मुजे जोरोसे चीपकते हुअे) थेन्कयु भाइ लव यु, बाय ध वे भाइ आज लास्ट टु पीरीयड फ्रि हे तो ग्यारा बजे आजाना, आप को देर लगे तो में सीमाके साथ स्कुल के गार्डन में मीलुंगी
इतनी देर मे सोनुका स्कुल भी आ गया ओर वो उतरके आगे आइ ओर कातील मुस्कान के साथ मुजे अेक फ्लाइंग कीस देके बीना मुडे दोडके क्लासपे चली गइ मुजे इसकी अेसी हरकत देखके कोइ आस्चर्य नहीं हुआ वो सीमाकी सलाहके अनुसार सही जा रही थी लेकीन वो उस बात से अंजान थी की में उसकी सारी बाते जानता था ओर मुजे भी ये खेलमें मजा आने लगाथा फीर में बाइक लेके सीधा कोलेज आ गया अेक क्सास अेटेन्ड करने बाद सीधा अंजना मेम के पास चला गया मेम अकेली फ्रि बैठी थी मुजे देखते ही
अंजना : आओ राज याद हे ना आज मेरे घर पर ४ बजे आना हे
में : जी मेम में खुद आपको रीमांइन्डर दे ने आया हुं
अंजना : अरे वाह तुमतो बडे जीमेंदार लडके हो मेने तुमको काम देके कोइ गलती नहीं की
में : लेकीन आपने गलती कर दी
अंजना : में ने? मेने कब गलती की?
में : अेक तरफ आपने बोलाथा नेनु को नहीं बताना ओर आपने खुद ही उसे बता दीया
अंजना : ओह..सोरी लेकीन क्या करु तुम्हारी दीदी मेरी खाल फ्रेन्ड हे ओर उनका व्यक्तित्व ही अेसा हेकी में उनके सामने कोइ बात सेर कीये बीना नही रेह सकती सो.. सोरी राज
में : अरे मेम सोरी क्यु बोलती हो इस बात पे हम भी बाकात नहीं है हें..हें..हें..
इस बात पे हम दोनो हसनें लगे फीर में मेमसे विदाय लेके घर की तरफ चल दीया ओर सारे रास्ते नेनुदी के बारे में सोचता रहा क्या बात होगी जो नेनु मुजे पहेली बार अपनी पर्सनल बात डीस्कस करना चाह रही हे ये सोचते सोचते घर आगया
ओर आके सीधा दी रुम में चला गया दी अपने बेड पर सुबह जल्दी उठने की वजह आंख बंध करके आराम कर रही थी में जाके उसके बगल में बेठ गया ओर नेनुको सोते हुअे देखने लगा कितनी मासुम लग रही थी मेरा हाथ अनायस उसके माथे पर चला गया ओर उसका सर सहेलाने लगा मेरा हाथ लगते ही वो उठने की कोसीस करने लगी मेने उसे लेटे रहेने को कहा लेकीन वो नही मानी ओर उठके मेरे बगल में बैठ गइ ओर घडी में देखने लगी
नेनु : भाइ अभी तो साडे आठ बजे हे तु इतनी जल्दी आ गया कोलेज गया हे की नहीं
में : गया था दी वो आपकी सहेलीको मील के थोडा डांट के वापस आगया
नेनु : (हसते हुअे) क्युं क्या कीया बेचारीने तुम्हारे साथ
में : कुछ नहीं दी मुजे आपको बतानेको मना कर रहीथी ओर खुद तुमे बता दीया इसीलीये
नेनु : अरे बेचारी बहुत दुखी हे लेकीन बहोत अच्छी हे मेरे साथ उनकी हर बात सेर करती हे ओर अपना दिल का बोज हलका करती हे
में : उसको क्या प्रोबलेम हे अच्छी खासी तनख्वाह हे पती पत्नी अकेले रहेते है
नेनु : अरे उसकी बाकी की फेमीली राजकोट रहेती हे उसकी सास बडी जगडालु है ओर उपर से संतान का इस्यु तु नही समजेगा छोड इन बातोको अपनी बात पर आते हें
में : दी कोइ टेंन्सनकी बात तो नहीं आप बताओ मुजे, चुटकी में दुर कर दुगा
नेनु : अरे नहीं दरसल दो दिन पहेले हमारा अेक दुरके रीस्तेदार हमारे घर आये थे मेरे रीस्तेकी बात लेके
ये सुनते में मायुस होगया, नेनु दी ने अे बात नोटीस करली
में : फीर आपने क्या कहा? उसे मना तो नही कीयाने आपने?
नेनु : तुजे बडी जल्दी हे मुजे भगानेकी ताकी मोज मस्ती के लीये तुजे पुरी आजादी मीले मेने उसे उसी वक्त मना कर दीया हे (कहेके मेरी ओर देखने लगी)
में : लेकीन क्गुं दी आपने मना क्यो कीया?
नेनु : अगर में चली गइ तो मेरे राजका ख्याल कोन रखेगा मेरी सोनुका ख्याल कोन रखेगा मुजे ओर कीसीपे विस्वास नही हें (दीदीकी आंखे नम होगइ)
में : बट दी आपकी भी जींदगी हे हम सब तो अभी छोटे हे पुरी लाइफ अकेली केसे काटोगी ओर मुजे अेसी बाते आपसे नहीं करनी चाहीये दी आप मेरी दी के साथ अेक दोस्त भी हो इसीलीये हिंमत करके केह रहा हुं की आपकी कुछ जरुरते भी हे, केसे रेह पाओगी
नेनु मुजे अक नजर से देखने लगी ओर आंसु बहाने लगी मेने उसे फोरन हग कर लीया ओर मेरे सीनेपे सर छुपाके जोरोसे रोने लगी मेंभी अपना आंसु नही रोक पाया में भी रोने लगा हम थोडी देर अेसे आंसु बहाते रहे फीर मेने जेबसे रुमाल नीकाला ओर दी का मुंह उपर करके उनके आंसु पोछने लगा दी मेरी ओर देखती रही उनको रुक रुक कर आंसु आ रहेथे ओर में पोछता रहेता था फीर दीने भी मेरे आंसु पोछे फीर दी अलग होते ही
नेनु : तु कीतना समजता हे अपनी दीको मेतो धन्य होगइ तेरा जेसे भाइको पाकर तु अब वाकइ बडा ओर समजदार हो गाया हे मुजे विस्वास हे तुजपे की तु अब हम सब की जीन्मेदारी नीभा सकता हे, लव यु बेबी
में : लव यु टु डार्लींग
कहेके में हसने लगा ओर दीने मेरी छाती पे मुका मारके हसने लगी
नेनु : सरम नही आती दीको डार्लींग बोलता हे, मे तेरी डार्लींग हुं क्या? लेकीन मेने आज अेक फेसला कर लीया हे ओर वो भी पक्का, फीर इसके बारे मे हम कभी डीस्कशन नही करेंगे
में : क्या?
नेनु : अब में सादी नहीं करुंगी ओर ये मेरा आखरी फेसला हे
में : पर दी..
नेनु : बोला ने कोइ सवाल नहीं
में : आपको याद हे दीदी हम मोल पे शोपींगके लीये गयेथे तब मेने दिल गभराने की बात कीथी
नेनु : अरे हां तुने बाद में बतानेको कहा था, बताना तेरा दिल क्यु गभराया था?
में : यही दी आपकी सादी वाली बात याद आगइ थी की आप सादी करके चली जाओगी तो हमारा क्या होगा, यही सोचते दिल गभरा गया था
नेनु : मुजे भी पता था जब तुम मुजे अपने हर फैसला, तेरा हर राज ओर तो ओर तुमने अपनी फेवरीट चीज त्यागके मेरी फेवरीट चीज अपनाइ ओर तेरा मेरे प्रती अपना समर्पण देखके तभी डिसाइड करलीया थाकी मेरे बगैर मेरा राज नहीं रह पायेंगा इसी लीये मेने ये फेसला लीया ओर येफेसला लेके मेने कोइ गलती नहींकी आइ अेम सेटीसफाइ
में : पर दी आप तो ठीक, लेकीन सुबह उस बंदरीया भी सादीकी मना कर रही थी ओर वो कीतनी जीद्दी हे आपको तो पता ही हे, अगर तुम दोनो सादी नहीं करोगे तो में क्या कंरुगा
नेनु : तुम सादी करलेना ओर क्या, ओर उस बंदरीयाको हम दोनो मीलके मनायेंगे
में : नहीं दी पता नही मेरी जींदगी में केसी लडकी आयेगी सादीके बाद कभी उसने आपसे उंची आवाज में बातभी की तो में सहन नही कर पाउंगा ओर उसे तभी छोड दुंगा
ये सुनतेही दीदी जट से आके मुजे लीपट गइ उसने मुजे अपनी बाहों में भर लीया मेने भी अपना हाथ दीदी के पीछे लेजाकर उसकी पीठ सहलीने लगा ओर हमारा सर अेक दुसरो के कंधे पर रखके अेसेही काफी देर खडे रहे ओर बाते करते रहे
नेनु : भाइ तु कीतना प्यार करता हे अपनी दीदी से, में तो धन्य होगइ, इतना प्यार न कर भाइ में सहन नहीं कर पाउंगी मरजाउंगी में
मे ने फोरन दीको अलग कीया ओर उसके गालपे अेक तमाचा जड दीया दीके आंखसे आंसु बहेने लगे, तो उसको वापस अपनी बाहों मे भर लीया दी मुजे लीपट कर रोने लगी
में : खबरदार जो मरनेकी बातकी, अगर आइंदा अेसी बातकी तो में सचमुच घर छोडके तुम से दुर चला जाउंगा
नेनु फोरन मुजसे जुदा होके अपना दोनो हाथ मेरे गालपे रखके मेरी आंखो में देखने लगी थोडी देर अेक नजरसे मेरी आंखोमें देखते हुये
नेनु : भाइ तुम अपनी दीको कीतना प्यार करते हो?
में : अपनी जान से भी ज्यादा कोइ सकहे आपको?
नेनुं : कोइ सक नहीं भाइ जब भाइ इतना प्यार करने वाला मीला तो मुजे सादी करने की क्या जरुरत हे
में : बट दी में तुजे भाइ वाला प्यार दे सकता हुं पती वाला नहीं
ये बोलके मुजे गलती का अहेसास हो गया, ये मे क्या बोल गया कहीं दी गलत न समजे मुजे, लेकीन दीदी फीरभी कुछ नहीं बोली वोतो बस मुजे प्यारभरी नजरोसे देखे जारही थी फीर दीदी आहीस्ता आहीस्ता अपना सर आगे करने लगी ओर मेरे गालपे अेक पप्पी करदी फीर थोडी देर मुजे देखके अेक दम मुजे कसके लीपट गइ
उसके बुब्स मेरी छाती पे दब गये ये अेहसास होतेही मेरा लंड अेकखम खडा होगया ओर दीदीकी बुरको बहार से टच करने लगा दीदीको अहेसास होते ही वो मुजसे दो कदम दुर हट गइ ओर थोडी नीचे नजर करके मेरे पेंटमे आये उभार को देखने लगी ओर सरमा गइ खुदकी बुर भी गीली होगइ में सीचुअेसन की गंभीरता समज के बहार जाने लगा
लेकीन मुजे जो बात करनी थी वो कहेने के लीये दरवाजा के पास जाके पलट कर वहीं खडा रहेके दीदीको देखा तो मुजे अेसे प्यारभरी नजरोसे देख रही थी मानो कह रही हो राज मुजे छोडके मत जाओ यहीं रुक जाओ मेरे पास तेरी नेनु तुजसे बहुत प्यार करती हे पर मुजे मेरी बात कहेनी थी
में : नेनु दी, मेने भी अेक फैसला करलीया है, अब में भी सादी नहीं कंरुगा
कहेके फोरन मे बहार जाने लगा, पीछे राज..रुक जाओ लेकीन मेने पलट के नहीं देखा ओर अपनी बाइक लेके सीधा सोनु के स्कुल पहोंच गया घडी में देखा तो १०.४५ बज गये थे इसका मतलब सोनु अपनी सहेली सीमा के साथ गार्डन में होगी में अंदर जाही रहा था की मुजे याद आया दोनो क्या बाते कर रही है
में वही रुक के जेब में से इयरफोन नीकाला ओर रीसीवर ओन करके उनकी बो सुनने लगा आवाज स्पस्ट आ रही थी लगता था दोनो यहां काफी नजदीक ही बैठी हे सोनु सीमा से पुछ रही थी
कन्टीन्यु......
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