जब उसकी समस्या को पढ़ा तो मेरे मन में उस लड़की से बात करने की इच्छा हुई, मैंने उसे मेल किया।
मुझे भी उसका रिप्लाई मिला पर मुझे कुछ अजीब सा लगा, जब मैंने उससे और बात की तो पता चला कि वो किसी पुरुष परीक्षित कुमार की ईमेल आईडी है, परीक्षित ने ही उस लड़की की समस्या, जैसे उसने ही बताई थी, लिखी थी।
मैंने उनसे उस लड़की की ईमेल आईडी मांगी तो उन्होंने सेफ्टी और प्राइवेसी की बात बोलकर आईडी नहीं दी। पर उन्होंने कहा कि मेरे सारे मेल उन्होंने फॉरवर्ड कर दिए हैं।
मैं उस पुरुष से ही बात करने लगी और मैंने उन्हें मेरी हिन्दी सेक्स स्टोरीज के बारे में बताया।
मैंने उस लड़की से बात करने के लिये ढेर सारे मेल किये, पर कोई जवाब नहीं मिला।
2-3 दिन पहले ही मुझे एक मेल प्राप्त हुआ, वो ईमेल उस लड़की का था। मैंने उस लड़की को रिप्लाई किया, मैंने उसका नाम पूछा तो उसने राबिया कुरैशी बताया।
हालांकि उसने ज्यादा बात तो नहीं की पर उसने मुझसे कहा- मेरी भी 6-7 चुदाई की कहानियाँ हैं, क्या उन्हें लिखने में मेरी मदद करेंगीं?
मैंने उससे कहानी के बारे में कुछ बात की और फिर हाँ कह दिया।
अब मैं भी ज्यादा बोर न करते हुए आपको कहानी पर ले चलती हूँ, सुनिये:
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम राबिया कुरैशी है। इस कहानी को लिखने से पहले मैं कुल 32 लंडों से चुद चुकी हूँ।
पहले मैं आपको मेरे बारे में थोड़ा बता देती हूँ, मैं 26 वर्षीया तलाकशुदा लड़की हूँ, 20 वर्ष की उम्र में ही मेरा निकाह हो चुका था और 5 महीने के बाद ही तलाक भी हो गया था, पर मेरी सील 19 साल की उम्र में ही टूट गई थी।
जब मेरा निकाह हुआ तब मैं बहुत ही खुश थी, पर मेरी यह ख़ुशी सुहागरात पर ही टूट गई, क्योंकि उनके लंड का आकार तो ठीक था पर वो कुछ ही देर में थक गए, हालांकि वो झड़े नहीं थे। सुहागरात में उन्होंने मुझे 3 बार चोदने की कोशिश की और हर बार थोड़ी ही देर में तक गए।
वो किसी बीमारी से ग्रस्त थे जो मुझे बहुत दिनों के बाद पता चली। मुझे इस बात का भी पता बहुत बाद में चला कि वो किसी रंडी के साथ भी सेक्स करते थे। इतना जल्दी थकने के बाद भी किसी रंडी के लिये इतनी ताक़त उनमें कहाँ से आ जाती थी?
कुछ दिन तक ऐसा ही चलता रहा, फिर मैंने उनसे इस बारे में बात की तो मुझसे झगड़ा करने लगे और फिर ये तो उनका रोज़ाना का ही काम बन गया और झगड़ा करने के बाद भी मुझ पर हर रात कम से कम 2 बार चढ़ते और कुछ ही देर में हांफ भी जाते, यहाँ तक कि मेरे पीरियड्स के दिनों में भी मुझे नहीं छोड़ा।
एक तो उस घर की चारदीवारी में कैद रहना और किसी से बात नहीं करना मेरे लिये ये सब मुमकिन नहीं था। ऊपर से ऐसा लंड मिलना जो तुरन्त ही थक जाता हो, 5 महीनों तक मैं बहुत प्यासी रही।
जैसे तैसे 5 माह निकले और फिर तलाक हो गया।
क्योंकि वो इंसान भी बिल्कुल अच्छा नहीं था। वो मुझसे उम्र में 11 साल बड़े थे और वो न तो ज़्यादा पढ़े-लिखे थे और न ही कोई अच्छी शक्ल वाले अगर उनके पास कुछ था तो बस एक कसरती बदन और कुछ नहीं।
कैसे हुआ, यह मेरा निजी मामला है।
मुझे भी उसका रिप्लाई मिला पर मुझे कुछ अजीब सा लगा, जब मैंने उससे और बात की तो पता चला कि वो किसी पुरुष परीक्षित कुमार की ईमेल आईडी है, परीक्षित ने ही उस लड़की की समस्या, जैसे उसने ही बताई थी, लिखी थी।
मैंने उनसे उस लड़की की ईमेल आईडी मांगी तो उन्होंने सेफ्टी और प्राइवेसी की बात बोलकर आईडी नहीं दी। पर उन्होंने कहा कि मेरे सारे मेल उन्होंने फॉरवर्ड कर दिए हैं।
मैं उस पुरुष से ही बात करने लगी और मैंने उन्हें मेरी हिन्दी सेक्स स्टोरीज के बारे में बताया।
मैंने उस लड़की से बात करने के लिये ढेर सारे मेल किये, पर कोई जवाब नहीं मिला।
2-3 दिन पहले ही मुझे एक मेल प्राप्त हुआ, वो ईमेल उस लड़की का था। मैंने उस लड़की को रिप्लाई किया, मैंने उसका नाम पूछा तो उसने राबिया कुरैशी बताया।
हालांकि उसने ज्यादा बात तो नहीं की पर उसने मुझसे कहा- मेरी भी 6-7 चुदाई की कहानियाँ हैं, क्या उन्हें लिखने में मेरी मदद करेंगीं?
मैंने उससे कहानी के बारे में कुछ बात की और फिर हाँ कह दिया।
अब मैं भी ज्यादा बोर न करते हुए आपको कहानी पर ले चलती हूँ, सुनिये:
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम राबिया कुरैशी है। इस कहानी को लिखने से पहले मैं कुल 32 लंडों से चुद चुकी हूँ।
पहले मैं आपको मेरे बारे में थोड़ा बता देती हूँ, मैं 26 वर्षीया तलाकशुदा लड़की हूँ, 20 वर्ष की उम्र में ही मेरा निकाह हो चुका था और 5 महीने के बाद ही तलाक भी हो गया था, पर मेरी सील 19 साल की उम्र में ही टूट गई थी।
जब मेरा निकाह हुआ तब मैं बहुत ही खुश थी, पर मेरी यह ख़ुशी सुहागरात पर ही टूट गई, क्योंकि उनके लंड का आकार तो ठीक था पर वो कुछ ही देर में थक गए, हालांकि वो झड़े नहीं थे। सुहागरात में उन्होंने मुझे 3 बार चोदने की कोशिश की और हर बार थोड़ी ही देर में तक गए।
वो किसी बीमारी से ग्रस्त थे जो मुझे बहुत दिनों के बाद पता चली। मुझे इस बात का भी पता बहुत बाद में चला कि वो किसी रंडी के साथ भी सेक्स करते थे। इतना जल्दी थकने के बाद भी किसी रंडी के लिये इतनी ताक़त उनमें कहाँ से आ जाती थी?
कुछ दिन तक ऐसा ही चलता रहा, फिर मैंने उनसे इस बारे में बात की तो मुझसे झगड़ा करने लगे और फिर ये तो उनका रोज़ाना का ही काम बन गया और झगड़ा करने के बाद भी मुझ पर हर रात कम से कम 2 बार चढ़ते और कुछ ही देर में हांफ भी जाते, यहाँ तक कि मेरे पीरियड्स के दिनों में भी मुझे नहीं छोड़ा।
एक तो उस घर की चारदीवारी में कैद रहना और किसी से बात नहीं करना मेरे लिये ये सब मुमकिन नहीं था। ऊपर से ऐसा लंड मिलना जो तुरन्त ही थक जाता हो, 5 महीनों तक मैं बहुत प्यासी रही।
जैसे तैसे 5 माह निकले और फिर तलाक हो गया।
क्योंकि वो इंसान भी बिल्कुल अच्छा नहीं था। वो मुझसे उम्र में 11 साल बड़े थे और वो न तो ज़्यादा पढ़े-लिखे थे और न ही कोई अच्छी शक्ल वाले अगर उनके पास कुछ था तो बस एक कसरती बदन और कुछ नहीं।
कैसे हुआ, यह मेरा निजी मामला है।