अपूर्वा की चूत की गर्मी

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Hindi sex story, antarvasna: भैया की शादी के दौरान मैंने अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली थी और मैं घर पर ही था उसी बीच मुझे अपूर्वा का फोन आया अपूर्वा मुझसे मिलना चाहती थी। मैंने अपूर्वा को कहा कि अभी तो मैं तुमसे नहीं मिल पाऊंगा क्योंकि घर पर भैया की शादी है और काफी काम है लेकिन अपूर्वा ने मुझे कहा कि मुझे तुमसे कुछ जरूरी काम था। मैंने अपूर्वा को कहा कि ठीक है मैं तुमसे मिलने के लिए आता हूं और मैं अपूर्वा को मिलने के लिए चला गया। अपूर्वा हमारे ऑफिस में ही जॉब करती है अपूर्वा के साथ मेरी काफी अच्छी बनती है इसलिए वह मुझ पर बहुत भरोसा भी करती है और अपूर्वा मुझे काफी अच्छे से समझती भी है। मैं जब अपूर्वा को मिला तो मैंने अपूर्वा को कहा कि अपूर्वा तुम्हें क्या काम था तो अपूर्वा ने मुझे बताया कि उसे कुछ मदद की जरूरत है। मैंने अपूर्वा को कहा कि अपूर्वा कहो ना तुम्हें क्या मदद की जरूरत है।

अपूर्वा ने मुझे बताया कि उसके छोटे भाई की फीस उसे जमा करनी थी लेकिन अभी उसके पास पैसे नहीं है मैंने अपूर्वा को कहा कि ठीक है मैं तुम्हें कुछ पैसे दे देता हूं। अपूर्वा के पिताजी की तबीयत खराब हो जाने के बाद अपूर्वा के ऊपर ही घर की सारी जिम्मेदारी आ गई थी। अपूर्वा मुझसे हर एक बात को शेयर किया करती थी मैंने अपूर्वा को कहा कि ठीक है मैं तुम्हें कुछ पैसे दे देता हूं और मैंने अपूर्वा को कुछ पैसे दे दिए थे। हालांकि अपूर्वा को मुझसे पैसे लेने अच्छे नहीं लग रहे थे लेकिन उस वक्त उसे भी पैसों की जरूरत थी और मैंने उसकी मदद की। मैंने अपूर्वा से कहा कि तुम शादी में तो आ रही हो अपूर्वा ने कहा कि हां मैं शादी में आऊंगी। अपूर्वा को मैंने भैया की शादी में इनवाइट किया था और जब भैया की शादी थी तो उस दिन अपूर्वा भी शादी में आई थी। मैं बहुत ही ज्यादा खुश था जिस तरीके से भैया की शादी बड़े धूमधाम से हुई और सब कुछ बड़े ही अच्छे से हुआ। हमारे सारे रिश्तेदार भी सब लोग बड़े खुश थे जिस तरीके से भैया की शादी हुई थी।

भैया की शादी के कुछ दिनों के बाद मैं अपने ऑफिस जाने लगा था और जब मैं ऑफिस जाने लगा तो अपूर्वा से मैं हर रोज मिला करता था। अपूर्वा और मेरे बीच काफी अच्छी दोस्ती है और हम दोनों अब इस दोस्ती को आगे बढ़ाना चाहते थे क्योंकि मुझे लगने लगा था कि अपूर्वा और मेरे बीच में इस दोस्ती से ज्यादा कुछ और भी है। हम दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे थे क्योंकि जिस तरीके से अपूर्वा मुझे समझती है और मैं अपूर्वा को समझता हूं उससे हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता है। हमे एक दूसरे के साथ में समय बिताने में अच्छा लगता है हम दोनों एक दूसरे का साथ हमेशा ही देते हैं और मुझे भी अपूर्वा के साथ काफी अच्छा लगता है। अपूर्वा मुझे बहुत ही अच्छे से समझती है। भैया की शादी के दौरान मैंने अपूर्वा को अपनी फैमिली से मिलवाया था और सब लोग अपूर्वा से मिलकर बहुत ही ज्यादा खुश थे। अब अपूर्वा और मेरे बीच रिलेशन भी चलने लगा था इसलिए अपूर्वा का मेरे घर पर अक्सर आना-जाना लगा हुआ था।

किसी को भी इस बात से कोई एतराज नहीं था और सब लोगों ने अपूर्वा को स्वीकार कर लिया था। मेरे पापा और मम्मी को भी इस बात के बारे में पता चल चुका था कि अपूर्वा और मेरे बीच में रिलेशन चल रहा है इसलिए उन लोगों ने मुझसे कई बार कहा कि तुम अपूर्वा से शादी क्यों नहीं कर लेते लेकिन अपूर्वा और मुझे अभी थोड़ा समय चाहिए था। अपूर्वा की फैमिली वालों से जब मैंने इस बारे में बात की तो वह लोग भी हम दोनों के रिश्ते से खुश थे और उन्हें भी कोई एतराज नहीं था। अपूर्वा और मैं बहुत ही ज्यादा खुश थे जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ होते हैं और एक दूसरे के साथ हम दोनों समय बिताया करते थे। अब हम दोनों के रिलेशन को भी 6 महीने से ऊपर हो चुका था और हम दोनों एक दूसरे के बिना रह नहीं पाते थे। जब भी अपूर्वा और मैं एक दूसरे के साथ होते तो हम दोनों को बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता था और अब वह समय भी नजदीक आने लगा था जब हम दोनों की सगाई का दिन तय हो चुका था। हम दोनों की इंगेजमेंट हो गई थी हम दोनों की सगाई हो जाने के बाद हम दोनों अब शादी भी करना चाहते थे और मैंने अपनी फैमिली से इस बारे में बात भी कर ली थी और सब लोग इस बात के लिए तैयार हो चुके थे। मैं और अपूर्वा एक दूसरे के साथ में काफी अच्छा समय बिताया करते थे क्योकि हम दोनों अभी भी एक ही ऑफिस में जॉब कर रहे थे।

अपूर्वा को मैंने यह कह दिया था कि शादी के बाद तुम्हे जॉब करने की जरूरत नहीं है परंतु अपूर्वा की जिद थी कि वह शादी के बाद भी जॉब करें। मैंने अपूर्वा से जब इस बारे में बात की तो उसने मुझे कहा कि मैं चाहती हूं कि शादी के बाद भी मैं जॉब करुं। मैंने अपूर्वा से इस बारे में बात की थी और उसे मैंने मना कर दिया था परंतु अपूर्वा चाहती थी कि वह नौकरी करें मैं भी उसके बाद उसे मना ना कर सका। हम दोनों का रिलेशन अच्छे से चल रहा था और जल्द ही हम दोनों एक दूसरे के साथ शादी के बंधन में बनने वाले थे।

हम दोनों की शादी तय हो गई तो हम दोनों बहुत ज्यादा खुश थे, हम दोनों ने अपनी शादी की शॉपिंग भी साथ में ही की। अपूर्वा और मेरी शादी तय हो चुकी थी और जल्द ही हम दोनों की शादी होने वाली थी। जब हम दोनों की शादी हो गई तो हम दोनों बहुत ज्यादा खुश थे। शादी हो जाने के बाद अपूर्वा पापा और मम्मी का ख्याल रख रही थी। हालांकि अपूर्वा उसके बाद भी नौकरी कर रही थी और हम दोनों साथ में ही ऑफिस जाया करते और साथ में घर लौटा करते थे। मेरी और अपूर्वा की शादीशुदा जिंदगी अच्छे से चल रही थी। हम दोनो अपने काम से घर लौटे तो हम दोनो थके हुए थे।

हमने डिनर किया फिर साथ मे लेट गए। अपूर्वा और मैं साथ में लेटे हुए थे हम दोनों एक दूसरे की बाहों में थे। हम दोनो बाते करने लगे थे हम दोनों को बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था जब हम दोनो एक दूसरे की बाहों थे और बाते कर रहे थे। मेरा मन अपूर्वा के साथ सेक्स करने का हुआ और हम दोनो अब सेक्स करने को तैयार हो चुके थे। मैंने अपूर्वा के स्तनो को दबाया तो वह गरम हो गई थी, हमारी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही थी अपूर्वा रह नहीं पा रही थी। मैंने अपूर्वा से कहा अब मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जाएगा। मैंने अपूर्वा के स्तनों को दबाना शुरू कर दिया था उसके स्तनों को दबाने के बाद मेरी गर्मी और भी बढ़ रही थी वह तडपने लगी थी। वह मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है। मैंने अपूर्वा से कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो। अपूर्वा को मेरे लंड को चूसने मे मजा आता है उसने मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया। वह मेरे लंड को हिलकर मेरी आग को बढा रही थी मेरे लंड से पानी भी निकाल चुकी थी।

अपूर्वा ने मेरे लंड को बहुत देर तक हिलाया था मुझे मजा आने लगा था और मैं उसके साथ जमकर सेक्स का मजा लेना चाहता था। मैंने अपूर्वा से कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो। अपूर्वा ने मेरे लंड को चाटना शुरु किया मुझे बहुत आनंद आने लगा था जिस तरीके से वह मेरे लंड को अपने मुंह में लेने लगी थी। वह अच्छे से मेरे लंड को सकिंग करने लगी थी वह मेरी गर्मी को बढ़ाए जा रही थी। वह भी गर्म हो चुकी थी अपूर्वा अब मेरी गर्मी को बढा चुकी थी मै बिल्कुल रह नहीं पा रहा था। मैंने अपूर्वा की चूत के अंदर अपने लंड को डालने का फैसला कर लिया था। मैंने उसकी पैंटी को उतारा और उसकी चूत को चाटना शुरु किया तो वह गरम हो गई और तडपने लगी थी। मैंने अपूर्वा चूत को बहुत देर तक चाटा और फिर उसके स्तनों को देखकर मुझे उसके स्तनो को चूसने का मन हुआ। मैं अपूर्वा के बड़े और सुडौल स्तनों चूसने लगा था मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था जिस तरह से मै उसके स्तनों का रसपान कर रहा था।

काफी देर तक मैंने उसके स्तनों का रसपान अब उसकी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ा चुका था। अपूर्वा इतनी अधिक गर्म हो चुकी थी वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी ना तो मैं अपने आपको रोक पा रहा था और ना ही वह अपने आपको पा रही थी। मैंने दोबारा से अपूर्वा की चूत को चाटना शुरू कर दिया था। मैं उसकी योनि को चाट रहा था मुझे मजा आने लगा था और अपूर्वा को भी बड़ा मजा आ रहा था जिस तरीके से वह मेरा साथ दे रही थी। अपूर्वा की गर्मी बढ़ती जा रही थी उसकी चूत से निकलता हुआ पानी बहुत ही अधिक हो चुका था। मैं अपूर्वा की चूत में लंड घुसाना चाहता था। अपूर्वा की चूत गरम हो चुकी थी मैंने अपूर्वा की योनि के अंदर अपने लंड को डाला। अपूर्वा ने अपने पैरो को चौडा कर लिया था वह बहुत ज्यादा गर्म हो गई थी। वह मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लगने लगा है। मै अपूर्वा की चूत के अंदर बाहर अपने लंड को किए जा रहा था। अपूर्वा की योनि से पानी बाहर की तरफ निकल रहा था मुझे बहुत ही अच्छा लगने लगा था जिस तरीके से मै उसकी चूत का मजा ले रहा था और उसकी सिसकारियां भी बढ़ती जा रही थी।

मैं अपूर्वा को तेजी से चोद रहा था उसकी गर्मी पूरी तरीके से बढ चुकी थी और मेरी गर्मी भी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी। अपूर्वा मुझे पैरो के बीच मे जकडने लगी थी मैं अपूर्वा की चूत में अपने माल को गिराने वाला था। मैं उसे तेज गति से चोदने लगा था मैं अपूर्वा को बहुत ही तेजी से चोद रहा था अपूर्वा का बदन बहुत गरम हो चुका था। मैंने अपूर्वा की चूत में अपने माल को गिरा दिया था। अपूर्वा की चूत का मजा लेकर मैं खुश था और अपूर्वा भी खुश थी उसकी चूत अभी भी बहुत टाइट है।
 
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