उसकी चूत के क्या कहने

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Antarvasna, sex stories in hindi: रोहित और नताशा चाहते थे कि हम लोग उनके घर पर डिनर के लिए जाएं और जब उन दोनों की शादी की सालगिरह थी तो उन्होंने उस दिन हम लोगों को डिनर के लिए इनवाइट किया। मैं और मेरी पत्नी दिव्या उस दिन डिनर के लिए उन लोगों के घर पर गए और वहां पर हम लोगों ने काफी अच्छा समय साथ में बताया फिर हम लोग घर वापस लौट आए थे। अगले दिन मुझे अपने ऑफिस जल्दी जाना था इसलिए मैं सुबह अपने ऑफिस जल्दी निकल गया था। जब मैं शाम के वक्त अपने ऑफिस से लौट रहा था तो मुझे दिव्या का फोन आया और वह कहने लगी कि मुझे तुमसे कुछ जरूरी काम था। मैंने दिव्या से कहा कि हां कहो ना तुम्हें क्या काम था तो उसने मुझे बताया कि वह अपनी दीदी के घर जा रही है। दिव्या की दीदी हमारे पड़ोस में ही रहती है और वह उस दिन अपनी दीदी को मिलने के लिए चली गई। जब वह अपनी दीदी को मिलने के लिए गई तो वहां से दिव्या रात के वक्त लौटी मैं दिव्या का इंतजार कर रहा था।

हम लोगों ने खाना खा लिया था और दिव्या ने भी अपनी दीदी के घर से ही खाना खा लिया था। मैंने दिव्या से पूछा कि तुम्हारी दीदी कैसी हैं तो दिव्या ने मुझे कहा कि वह ठीक है। मैं और दिव्या एक दूसरे से बातें कर रहे थे मैंने दिव्या को बताया कि मैं कुछ दिनों के लिए मुंबई जा रहा हूं। दिव्या ने मुझे कहा कि वहां क्या आप कुछ जरूरी काम से जा रहे हैं तो मैंने दिव्या को बताया कि वहां पर मेरे ऑफिस की मीटिंग है इसलिए मुझे वहां जाना पड़ रहा है। दिव्या और मैं एक दूसरे से बातें कर रहे थे हम दोनों जब एक दूसरे से बातें कर रहे थे तो दिव्या ने मुझे कहा कि मैं आपका सामान पैक कर देती हूं मैंने दिव्या से कहा नहीं मैं दो दिन बाद मुंबई जाऊंगा तुम कल ही मेरा सामान पैक करना।

अगले दिन दिव्या और मैंने जब सामान की पैकिंग की तो मां हमारे रूम में आई और कहने लगी कि बेटा तुम मुंबई से वापस कब लौट आओगे तो मैंने उन्हें कहा कि मैं वहां से एक हफ्ते बाद वापस लौट आऊंगा। अगले दिन सुबह की फ्लाइट से मैं मुंबई चला गया और मैं वहां से होटल में गया। एक हफ्ता मैं मुंबई में रहा फिर मैं वापस लौट आया था। जब मैं वापस लौटा तो मुझे मां ने कहा कि हम लोग आज गौतम के घर जा रहे हैं। मैंने मां से कहा कि मां गौतम के घर कोई जरूरी काम है तो मां ने कहा कि हां आज गौतम की सगाई है। मैंने मां से कहा लेकिन मुझे तो इस बारे में कुछ पता ही नहीं है मां ने कहा कि बेटा गौतम की सगाई है। मैंने भी मां से कहा कि मां मैं भी आपके साथ चलता हूं।

गौतम का परिवार पहले हमारे पड़ोस में ही रहा करता था लेकिन अब उन लोगो ने अपना नया घर खरीद लिया है और वह लोग वहीं रहने लगे हैं। मेरा पूरा परिवार गौतम के घर गया हुआ था उस दिन उसकी सगाई थी। जब गौतम की सगाई हुई तो मैंने उसकी सगाई की उसे बधाई दी। गौतम एक अच्छी कंपनी में जॉब करता है और उस दिन गौतम से काफी समय बाद मिलकर मुझे अच्छा लगा। अब हम लोग वापस लौट आए थे, जब हम लोग वापस लौटे तो मैं और दिव्या एक दूसरे से बातें कर रहे थे। हम दोनों एक दूसरे को बहुत ही अच्छे से समझते हैं और जब भी मैं और दिव्या साथ में होते हैं तो हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता है।

मैं कोशिश करता हूं कि दिव्या के साथ मैं ज्यादा समय बिताया करूँ। उस दिन भी हम दोनों साथ में बैठे हुए एक दूसरे से बातें कर रहे थे हम दोनों को एक दूसरे से बातें करना बहुत ही अच्छा लगता है। मैं जब दिव्या के साथ बातें कर रहा था तो वह भी काफी खुश थी। अगले दिन मुझे अपने ऑफिस जल्दी जाना था और मैं अपने ऑफिस चला गया। जब उस दिन मैं अपने ऑफिस गया तो लंच टाइम में मुझे दिव्या का फोन आया और वह मुझसे कहने लगी कि आप ऑफिस से कब तक लौट आएंगे। मैंने दिव्या से कहा कि मैं ऑफिस से शाम तक ही लौट पाऊंगा। दिव्या और मैं एक दूसरे से बातें कर रहे थे तभी मेरा दोस्त आया तो मैंने दिव्या से कहा कि मैं तुमसे थोड़ी देर में बात करता हूं फिर मैंने फोन रख दिया था। मेरे ऑफिस में काम करने वाला मेरा दोस्त सोहन और मैं साथ में बैठे हुए थे सोहन और मैं एक दूसरे से बातें कर रहे थे।

मैंने सोहन से कहा सोहन मैं सोच रहा था कि कुछ दिनों के लिए हम लोग कहीं घूमने का प्लान बनाये। सोहन मेरे ऑफिस में मेरा बहुत अच्छा दोस्त है और हम दोनों साथ में बैठे हुए एक दूसरे से बातें कर रहे थे। सोहन ने मुझे कहा कि हां मैं भी काफी दिनों से सोच रहा था कि हम लोग कहीं घूमने के लिए जाएं। मैंने और सोहन ने उस दिन यह प्लान बनाया कि हम लोग गोवा घूमने के लिए जाएंगे। मैंने जब सोहन से इस बारे में कहा तो सोहन मेरी बात मान चुका था। दिव्या के साथ मैं काफी लंबे समय के बाद घूमने के लिए जाने वाला था और वह भी बहुत ज्यादा खुश थी कि हम लोग गोवा जाने वाले है। मैंने जब इस बारे में दिव्या को बताया तो वह भी बहुत खुश हो गई और कहने लगी कि कितने लंबे समय के बाद हम लोग कहीं घूमने जा रहे हैं।

हम दोनों की शादी को करीब 3 वर्ष हो चुके हैं और इन 3 वर्षों के बाद हम लोग घूमने जा रहे थे। जब हम लोग गोवा गए तो वहां पर हम लोगों को बहुत ही अच्छा लगा और हम लोगों ने साथ में काफी अच्छा समय बिताया। दिव्या बहुत ज्यादा खुश थी और कुछ ही दिन में हम लोग वहां से वापस लौट आए थे। हम लोग गोवा में काफी समय तक रहे और उसके बाद जब हम लोग वापस लौटे तो दिव्या इस बात से बड़ी खुश थी। मैं भी बहुत ज्यादा खुश था जिस तरीके से हम लोगों ने गोवा में इंजॉय किया और साथ में समय बिताया। हमारे पड़ोस में ही मोनिका भाभी रहती हैं जो दिखने में बहुत ज्यादा सुंदर है और वह अक्सर मुझे दिखा करती। वह हमारे घर पर भी आती हैं क्योंकि उनकी दिव्या के साथ काफी अच्छी बनती है इसलिए वह हमारे घर पर आती है। उनकी नजर मुझ पर थी और एक दिन जब मैं मोनिका भाभी के घर पर गया तो उस दिन उन्होंने मेरे लिए चाय बनाई।

हम दोनों उसके बाद साथ में बैठे हुए बातें कर रहे थे लेकिन मोनिका भाभी की बातो और उनके इशारों से मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा था। मैं समझ चुका था वह मेरे लंड को लेने के लिए तड़प रही है। जब मैंने मोनिका भाभी से कहा हम लोग बेडरूम मे चले तो हम लोग उनके बेडरूम में गए। वह अपने कपड़ों को उतारकर मुझे अपने बदन को दिखाने लगी। मै उनके नंगे बदन को देखकर बहुत ज्यादा खुश था। मैं उनके बदन को महसूस करने की कोशिश कर रहा था वह मेरे लिए काफी अच्छा था। मैंने उनके स्तनों को चूसना शुरू किया तो उनके सुडौल स्तन देखकर मैं बहुत ज्यादा तड़पने लगा था और मेरी गर्मी बढ़ती जा रही थी। मेरी गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ने लगी मैं रह नहीं पा रहा था। जैसे ही मैंने उनकी गुलाबी पैंटी को नीचे उतारते हुए उनकी गुलाबी चूत पर अपनी जीभ का स्पर्श किया तो मुझे मजा आने लगा और वह भी गर्म होती चली गई।

उनकी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही थी और मैं भी बहुत ज्यादा खुश हो चुका था। अब हम दोनों गरम हो चुके थे मैंने उनकी चूत पर अपने लंड को लगाया तो उनकी चूत से गर्म पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा था और उनकी योनि से निकलता हुआ गर्म पानी मेरी गर्मी को बढा रहा था। मैंने जब उनकी योनि के अंदर अपने लंड को डाला तो वह उत्तेजित होने लगी और उनकी योनि से निकलता हुआ पानी बहुत ज्यादा बढ़ चुका था। मैंने उनकी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया। जैसे ही मैंने अपने लंड को उनकी चूत में घुसाया तो वह बहुत जोर से चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी मुझे मजा आ रहा है। हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा रहे थे। जब मेरा लंड उनकी चूत के अंदर जा रहा था तो वह मुझे अपने पैरों के बीच में जकड़ने की कोशिश कर रही थी जिससे मुझे उनकी चूत और भी ज्यादा टाइट महसूस हो रही थी।

जब मैं उन्हें धक्के मारता तो उनकी आवाज बढ रही थी और मेरी उत्तेजना को वह बढाती जा रही थी मैं बहुत ज्यादा गर्म हो चुका था। मैंने उन्हें कहा अब मैं बिल्कुल रह नहीं पाऊंगा मैंने उनके दोनों पैरों को आपस में मिला लिया और उन्हें धक्के देना शुरू किया। जब मैंने ऐसा किया तो मेरा वीर्य अंडकोषो तक आ चुका था। उनकी चूत मुझे बहुत ज्यादा टाइट महसूस हो रही थी मैंने उनकी चूत में अपने वीर्य को गिरा दिया। जैसे ही मैंने उनकी चूत में अपने वीर्य को गिराया तो मैं खुश हो गया था और वह भी बहुत ज्यादा खुश थी। मैंने अपने लंड को उनकी योनि से बाहर निकाल दिया। मैंने जब अपने दोनों पैरो को बाहर निकाला तो उसके बाद उनके चेहरे की खुशी देखने लायक थी। मोनिका भाभी ने मुझे कहा आप हमेशा ही मेरे पास आ जाया कीजिए। जब भी मैं मोनिका भाभी से मिलने के लिए जाता हूं तो उनकी चूत मेरे लंड को लेने के लिए हमेशा ही तड़प रही होती और मैं उनकी चूत मारकर उनकी इच्छा को पूरा कर दिया करता हूं।
 
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