गरिमा की सिसकियों ने मुझे भी गरम कर दिया

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Antarvasna, hindi sex kahani: मुझे जब दिल्ली आये हुए कुछ ही दिन हुए थे तो मुझे रास्तों की ज्यादा जानकारी नहीं थी इसलिए मैं अपने ऑफिस ऑटो से ही जाया करता था लेकिन अब मुझे रास्तों की जानकारी होने लगी थी इसलिए मैं बस से ही अपने ऑफिस जाने लगा था। मैं बस से अपने ऑफिस जा रहा था तो उस दिन मैंने देखा कि मेरी सामने वाली सीट में लड़की बैठी हुई है वह मुझे देखकर बार बार मुस्कुरा रही थी और मैं भी उसे देखकर काफी खुश हो रहा था। मेरे ऑफिस के सामने ही वह लड़की भी उतरी थी मैं उसे हमेशा देखा करता था।

अब यह सिलसिला काफी लंबे समय तक चलता रहा लेकिन हम दोनों की हिम्मत नहीं हुई कि हम लोग एक दूसरे से बात कर पाए। ना तो मैं उस लड़की से उसका नाम पूछ पाया था और ना ही वह मुझसे बात करने की हिम्मत कर पाई थी। हम दोनों एक दूसरे को जब भी देखते तो हम दोनों को अच्छा लगता था। एक दिन मैं बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रहा था उस दिन बस काफी देरी से आ रही थी और जिस बस में मैं जाता था उसी बस में वह लड़की भी आती थी लेकिन उस दिन वह लड़की मुझे बस में कहीं भी नजर नहीं आई। मैंने उस दिन मन ही मन सोचा कि आज वह लड़की बस में क्यों नहीं आई होगी मेरे मन में ना जाने क्या क्या चल रहा था और मुझे उस दिन बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा।

मेरे ऑफिस में मेरा काम करने का मन भी नहीं हुआ और मैं उस दिन ऑफिस से जल्दी चला आया था। काफी दिन हो गए थे मुझे वह लड़की कहीं दिखाई नहीं दी और करीब इस बात को 10 दिन हो चुके थे। मैंने भी पूरा मन बना लिया था कि आज मैं उससे बात कर के ही रहूंगा और मैंने उस लड़की से बात करने का फैसला कर लिया था। मैंने जब उस लड़की से पहली बार बात की तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा मुझे उसका नाम भी पता चल चुका था उसका नाम गरिमा है। गरिमा और मैं एक दूसरे से बातें करने लगे हम दोनों एक दूसरे के साथ में होते तो हम दोनों को ही बहुत ज्यादा अच्छा लगता था। अब हम दोनों साथ में हीं ऑफिस जाया करते थे क्योंकि गरिमा का ऑफिस भी मेरे ऑफिस के बिल्कुल पास ही था इसलिए हम दोनों जब भी एक दूसरे के साथ में होते तो हम दोनों का अच्छा लगता है। ऑफिस खत्म हो जाने के बाद हम दोनों एक दूसरे को अक्सर मिला करते थे जिससे कि हम दोनों के बीच की नजदीकियां बढ़ती ही जा रही थी और हम दोनों एक दूसरे को बहुत ही अच्छे से समझने में लगे थे। हम दोनों एक दूसरे को काफी अच्छे से समझने लगे थे जिस वजह से मैं और गरिमा एक दूसरे के बहुत ही ज्यादा करीब आते चले गए। गरिमा और मैं एक दूसरे के इतने करीब आ चुके थे कि अब हम दोनों एक दूसरे के बिना बिल्कुल भी रह नहीं पाते गरिमा जब भी ऑफिस नहीं आती तो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता था और ना ही गरिमा को अच्छा लगता था।

मैंने पूरी तरीके से फैसला कर लिया था कि हम दोनों एक दूसरे से शादी कर लेंगे हम दोनों एक दूसरे को प्यार तो करने ही लगे थे। मैं चाहता था कि मैं गरिमा से शादी को लेकर बात करूं लेकिन मैं गरिमा की फैमिली को जानता नहीं था इसलिए मैंने गरिमा से पहले इस बारे में बात की तो गरिमा ने मुझे कहा कि मेरे पापा और मम्मी कभी भी हम दोनों की शादी के लिए तैयार नहीं होंगे। मैंने उस दिन गरिमा से पूछा कि क्या तुम मुझसे शादी करना चाहती हो तो वह मुझे कहने लगी कि हां मैं तुमसे शादी करना चाहती हूं।

मुझे इस बात की बड़ी खुशी थी कि गरिमा ने मुझसे शादी करने की बात कही थी और हम दोनों एक दूसरे के साथ रिलेशन में तो थे ही लेकिन एक दूसरे को हम दोनों बहुत ही अच्छे से समझने भी में लगे थे। समय के साथ साथ हम दोनों का प्यार और भी ज्यादा बढ़ने लगा था। हम दोनों का प्यार इतना ज्यादा बढ़ने लगा था कि हम दोनों एक दूसरे के बिना बिल्कुल भी रह नहीं पाते थे। अब वह समय नजदीक आ चुका था जब मुझे गरिमा की फैमिली से बात करनी थी और गरिमा को भी मेरी फैमिली से मुझे मिलवाना था। मैं चाहता था कि मैं गरिमा के परिवार से मिलूं और जब मैं पहली बार गरिमा के पापा से मिला तो उन लोगों ने मुझे कहा कि हम दोनों की शादी नहीं हो सकती। उन्होंने साफ तौर पर मना कर दिया था परंतु मैं इतनी जल्दी हिम्मत नहीं हार ना माना। मैं चाहता था कि गरिमा मेरा साथ दे और गरिमा ने मेरा पुरा साथ दिया।

गरिमा की फैमिली को मनाने में हालांकि हम दोनों को काफी समय लगा लेकिन वह लोग अब हम दोनों के रिश्ते को स्वीकार कर चुके थे और मैं भी अपने परिवार से गरिमा को मिलवा चुका था। गरिमा बहुत ही ज्यादा खुश थी और हम दोनों अब जल्द से जल्द सगाई करना चाहते थे। गरिमा की फैमिली को भी अब कोई भी ऐतराज नहीं था वह लोग हम दोनों की सगाई करवाने के लिए तैयार हो चुके थे। जब गरिमा और मेरी सगाई हो गई तो उसके बाद हम दोनों साथ में ज्यादा से ज्यादा समय बिताने लगे थे अब मैं चाहता था कि गरिमा और मैं एक दूसरे को और भी नजदीक से जानने की कोशिश करें। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा समय बिताया करते और एक दूसरे के साथ हम लोगों को बहुत ही अच्छा लगता था। अब हम दोनों की सगाई हो चुकी थी इसलिए अब किसी को भी कोई एतराज नहीं था और हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश है। जिस तरीके से हम दोनों का रिलेशन चल रहा था उससे हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश हैं। गरिमा हमेशा ही मुझे कहती कि हम लोगों को शादी कर लेना चाहिए लेकिन मुझे थोड़ा समय चाहिए था इसलिए मैंने गरिमा से कहा कि हम दोनों को थोड़े समय बाद शादी करनी चाहिए। थोड़े समय के बाद ही हम दोनों शादी करना चाहते थे। गरिमा और मैंने एक दिन साथ मे रहने का फैसला किया और हम दोनो एक होटल मे चले गए। उस दिन हमने साथ मे डिनर किया फिर हम दोनो साथ मे चले रूके।

मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब गरिमा और मैं साथ मे थे। गरिमा मेरे साथ मे थी मैंने उसके होठों को चूम लिया था। हम दोनों के बीच में अच्छे से किस होने लगा था मै उसकी गर्मी को बढा रहा था। वह मेरे होठों को अच्छे से किस कर रही थी। हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा चुके थे अब हम दोनो ने एक दूसरे की गर्मी को इतना बढ़ा दिया था हम दोनों अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रहे थे। ना तो मैं अपने आपको रोक पाया और ना ही गरिमा अपने आप पर काबू कर पा रही थी। उसका बदन गरम हो चुका था वह उत्तेजित हो चुकी थी। मैने गरिमा के बदन से कपड़े उतार दिए थे वह गरम हो चुकी थी। उसके बदन से कपडे उतारने के बाद मै उसके ऊपर लेटा गया। मुझे अच्छा लग रहा था मैं गरिमा के गुलाबी होठों को चूम रहा था। मैंने उसके स्तनों को चूसना शुरू किया और उसकी गर्मी को बढ़ाने लगा था। गरिमा की गर्मी बढ़ने लगी थी वह बहुत ज्यादा गरम हो चुकी थी वह अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रही थी। अब हम दोनों की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही थी। मैंने गरिमा से कहा मेरी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ रही है। वह भी बहुत ज्यादा गरम हो चुकी थी हम दोनो एक दूसरे के होंठो को किस कर रहे थे और गरिमा की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी।

मैंने अपने लंड को बाहर निकाल लिया था। मैंने गरिमा को अपने लंड को मुंह में लेने के लिए कहा तो उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और वह उसे चूसने लगी। जब वह मेरे लंड को अपने मुंह मे लेकर सकिंग करने लगी तो मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा था और गरिमा को भी बड़ा मजा आ रहा था। वह मेरी गर्मी को बढाए जा रही थी। मेरी गर्मी बढ चुकी थी गरिमा बहुत ज्यादा गरम हो गई थी। हम दोनो अपने आपको रोक नहीं पा रहे थे। मैं और गरिमा पूरी तरीके से गर्म होते चले गए। जब हम दोनों की गर्मी बढ़ने लगी थी तो मैं गरिमा की योनि को चाटने लगा था। मै गरिमा की चूत को जिस तरीके से चाट रहा था मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा था और हम दोनों पूरी तरीके से गर्म होते चले गए थे। मैंने अपने लंड को जब गरिमा की योनि पर लगाया मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था गरिमा की योनि से पानी बाहर निकलने लगा था। मैंने गरिमा की गोरी चूत में अपने लंड को धीरे धीरे डालना शुरू किया। मुझे मजा आने लगा था वह चिल्ला रही थी उसकी चूत से खून निकल आया था।

वह मुझे कहने लगी मुझे अब तुम तेजी से चोदते रहो। मै उसे बड़ी तेजी से धक्के मारने लगा था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब मै गरिमा को चोद रहा था। मै उसे जिस तरीके से चोद रहा था मुझे अच्छा लग रहा था। मैं और गरिमा एक दूसरे का साथ अच्छे से दे रहे थे। मैंने अब गरिमा के दोनों पैरों को चौड़ा कर लिया था। मैंने देखा गरिमा की चूत से पानी निकल रहा है मुझे और भी ज्यादा मजा आने लगा था। मै अब गरिमा को तेजी से तेजी से चोदे जा रहा मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।

गरिमा मेरा साथ अच्छे से दे रही थी वह बड़ी जोर से सिसकारियां लेकर मुझे कहती मुझे अच्छा लग रहा है। वह बड़ी तेज सिसकारियां ले रही थी जिससे मुझे मजा आने लगा था और उसे भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। हम दोनों पूरी तरीके से गरम होते जा रहे थे। अब मेरी अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी मेरे धक्के और भी तेज होते जा रहे थे जिससे गरिमा को मजा आ रहा था और मुझे भी बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था। मेरा वीर्य पतन हो गया मैंने अपने वीर्य को गरिमा की योनि में ही गिरा दिया था। गरिमा की चूत मे मेरा वीर्य जाते ही वह खुश हो गई थी। हम दोनो ने उस रात सेक्स का जमकर मजा लिया था।
 
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