गर्लफ्रेंड को रात में घर से बाहर बुलाकर चोदा

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मेरे हाथ जो अभी तक उसके पीछे थे वो अब धीरे – धीरे उसके छाती पर आ गए थे और उसके टाइट बूब्स देख कर उनको दबाने के लिए पूरी तरह से मजबूर थे. फिर मैंने उसे लेटा दिया और एक हाथ उसके सलवार में डाल कर उसके चूत पर उंगलियां फिराने लगा…

हैलो दोस्तों, अन्तर्वासना के आप सभी पाठकों को मेरा चुदाई भरा नमस्कार. मेरा नाम लखन है और मैं एक 20 वर्षीय नौजवान, फिट शरीर का, हल्के सांवले रंग का और 8 इंच लम्बे लण्ड का मालिक हूँ.

दोस्तों, मेरी एक गर्लफ्रेंड है और यह मेरी और उसी के बीच की कहानी है. वह बहुत ही सुन्दर और शानदार लड़की है. उसका नाम पिंकी है और वह मेरे ही मुहल्ले में रहती है. वह इतनी गोरी, मादक और सेक्सी लड़की है कि अगर उसे कोई देख ले तो हर कोई उसे देख कर आहें भरने लगता है और अगर मेरी गर्लफ्रेंड किसी को प्यार भरी एक नज़र देख ले तो वो पूरी तरह से उसके बस में हो जाये. दोस्तोंये तो मेरा सौभाग्य ही है कि वो मेरे ही मोहल्ले की है, नहीं तो मैं शायद ही कभी उसको अपना बना पाता.

शुरू – शुरू में पिंकी और मेरे बीच सिर्फ नार्मल बातचीत के अलावा कोई भी और संबंध नहीं था लेकिन हम दोनों के मन में कहीं न कहीं एक – दूसरे के लिए कुछ न कुछ तो था ही. मैं जब भी पिंकी को देखता तो मेरे मन में एक ही सवाल उठता था कि क्या मैं कभी इसे चोद पाऊंगा भी या नहीं क्योंकि मैं उससे सेक्स संबंधित बातें कहने से डरता था और शायद पिंकी चाहती थी कि मैं ही उससे कुछ कहूँ.

आखिर एक दिन वो समय आ ही गया जब मैंने उसे रात में मिलने के लिए बुलाया. पहले तो उसने मिलने के लिए न नुकर किया लेकिन बाद में फिर मान गयी. मैं उस दिन बहुत खुश था क्योंकि आज मैं उस लड़की से रात को मिलने जा रहा था जिसके साथ चुदाई करने के मैं दिन – रात सपने देखा करता था और जिसे देख कर कई लोगों के लण्ड सलामी देने लगते थे.

जब रात हुई तो मैं पहले तो उसका नम्बर ही ट्राई कर रहा था पर उसका मोबाइल स्विच ऑफ़ था. करीब रात 10 बजे तक यही चलता रहा. मैं फ़ोन करता रहा और उसका फोन बंद आता रहा. करीब रात 10:35 बजे उसके फोन से मेरे नम्बर पर एक मिस काल आई. इस मिस कॉल से मेरी जान में जान आ गई.

मैंने तुरन्त ही कॉल बैक किया और बातचीत करने के बाद हमारा मिलने का कार्यक्रम सेट हो गया. निर्धारित किए हुए जगह पर हम दोनों निश्चित समय पर पहुँच गये. पिंकी लाल सूट और सलवार पहन कर आई हुई थी. हल्की चांदनी रात में उसका चिकना और गोरा बदन बहुत ही चमक रहा था. उसके बदन की यह चमक मुझे बहुत ही आकर्षित कर रही थी तो उसे देखते ही मैंने उसे तुरंत अपनी बाहों में जकड़ लिया. अब वो भी मुझसे लिपट गयी.

फिर मैंने उसके होंठों को चूमने लगा. मुझे उसके होंठों में रस का अथाह सागर सा प्रतीत हो रहा था. मेरा मन तो उसके होंठों को छोड़ने का तो बिल्कुल ही नहीं कर रहा था लेकिन मुझे तो उसका पूरा बदन ही प्यारा था और मुझे उसकी भी बहुत जरूरत थी.

मेरे हाथ जो अभी तक उसके पीछे थे वो अब धीरे – धीरे उसके छाती पर आ गए थे और उसके टाइट बूब्स देख कर उनको दबाने के लिए पूरी तरह से मजबूर थे. फिर मैंने उसे लेटा दिया और एक हाथ उसके सलवार में डाल कर उसके चूत पर उंगलियां फिराने लगा.

चूत पर मेरा स्पर्श पा कर पिंकी एक दम नशे में हो गयी थी लेकिन वह कोई भी आवाज नहीं निकाल रही थी और न तो कोई प्रतिक्रिया ही दे रही थी. फिर मैंने अपना पैन्ट खोला और अपना लण्ड लम्बा सा लन्ड निकाल कर उसके नाजुक हाथ में पकड़ा दिया. उसने लण्ड को एक बार पकड़ा लेकिन फिर अगले ही पल उसको छोड़ दिया.

फिर मैंने उसके सूट और सलवार को उतार दिया. अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी. जिसमें वह सनी लियोनी को फेल कर रही थी. उसके ब्रा को देखने पर मुझे ऐसा लग रहा था जैसे उसके बूब्स ब्रा में से झांक कर मुझे बुला रहे थे और कह रहे थे आओ, और आकर मुझे दबोच लो.

फिर मैंने उसकी ब्रा को भी खींच कर उतार दिया और उसके कबूतरों को आजाद कर दिया और फिर उसकी नंगी चूंचियों को मसलने और चूसने लगा. करीब 10 मिनट तक उसकी चूंचियों को चूसने और दबाने के बाद मेरा ध्यान उसकी चूत की तरफ गया. दोस्तों, अगर आपने चूचियों को दबाया होगा तो आपको मालूम होगा ही कि चूचियाँ दबाने से चोदने का मन बढ़ने लगता है.

खैर, जब मैं उसके बूब्स को दबाने के बाद उसकी चूत का मुआयना करने पहुंचा तो मैंने देखा कि उसके चूत पर छोटी – छोटी झांटे थी. उन्हें देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया और फिर मैंने उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी और उस उंगली को अंदर – बाहर करने लगा. मेरे ऐसा करने से वो बेचैन सी होने लगी. कुछ देर तक उसकी चूत में उंगली करने के बाद मेरी उंगलियां उसके चूत रस से गीली हो गयी थी और अब वो मेरे हांथों को भी बाहर की तरफ खींचने लगी.

यह उसका इशारा था कि अब उंगली नहीं अपना लण्ड मेरी चूत में डालो. मैंने देर न करते हुए तुरंत अपना लण्ड उसकी चूत के छेद पर रखा और एक हल्का सा झटका मारा लेकिन मेरा लन्ड सरक गया. उसकी चूत पूरी सील पैक थी. अब मैंने जबरदस्ती डालना ठीक न समझा.

फिर मैं उसकी चूत में अपना लन्ड थोड़ा सा डाला और डाल कर निकाल लिया. मैंने ऐसे ही कई बार किया. उसे काफी मज़ा आने लगा था. कुछ देर बाद उसने मुझे अपनी ओर खींच लिया और फिर मैंने एक झटका दिया और उसकी चूत में अपना पूरा लण्ड पेल दिया. अचानक हुए इस हमले से वो कसमसाने लगी और उसकी आँखों से आंसू की एक धार निकल पड़ी.

कुछ देर ऐसे ही रुकने के बाद मैंने अपने लन्ड से थोड़ी सी हरक़त करने लगा. मेरी इस हरक़त से उसे मज़ा आने लगा था. यह देख कर मैंने अपनी कमर को ऊंचा किया और एक जोरदार धक्का मारा. मेरा पूरा लन्ड उसके चूत में घुस गया था. उसे बहुत दर्द हुआ. लेकिन मैंने लगातार चोदना जारी रखा. अब कुछ देर बाद वो ख़ुशी से सातवें आसमान में पहुँच गयी.

करीब 10 मिनट की जोरदार चूत चुदाई के बाद अब मैं झड़ने वाला था तो मैंने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दी और फिर धीरे – धीरे मैं उसकी चूत में ही स्खलित हो गया. उसके चूत की पेशियां सिकुड़ – सिकुड़ कर मेरे लन्ड से वीर्य की एक – एक बूंद चूस लेना चाह रही थी.

मेरे गर्म वीर्य की धार जब पिंकी की चूत में गई तो उसकी चूत ने एक बार फिर से अपना चूत रस छोड़ दिया. अब मैं और पिंकी दोनों एक दम शिथिल से हो कर एक – दूसरे से चिपक कर लेट गए. कुछ देर बाद जब फिर से मन किया तो फिर मैंने किस करते – प्यार से आधे घंटे बाद एक और ट्रिप मारी लेकिन वो कहानी फिर कभी.
 
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