गोरा बदन देख फिसल गया

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Hindi sex kahani, antarvasna sex stories: मैंने पायल से कहा पायल तुम मेरा सामान पैक कर देना पायल मुझे कहने लगी भैया आप कहां जा रहे हैं तो मैंने पायल से कहा कि कल मैं अपने दोस्त की शादी में इंदौर जा रहा हूं। पायल मुझे कहने लगी ठीक है भैया मैं आपका सामान रख दूंगी। पायल ने मेरा सामान पैक कर दिया था और पापा मम्मी से भी मैं यह बात कह चुका था कि मैं कुछ दिनों के लिए इंदौर जा रहा हूं। उन लोगों ने मुझसे कहा कि बेटा तुम वहां से वापस कब लौटोगे तो मैंने उन्हें कहा वहां से मैं एक हफ्ते में लौट आऊंगा। मेरे बहुत ही करीबी दोस्त की शादी थी तो मुझे उसकी शादी में जाना ही था मेरा दोस्त रोहन जो कि मेरे साथ ही कॉलेज में पढ़ा करता था और हम दोनों की दोस्ती काफी गहरी थी लेकिन अब रोहन की फैमिली इंदौर में ही सेटल हो चुकी है और उन लोगों ने रोहन की शादी इंदौर में ही करवाने का फैसला किया। मैंने अपने ऑफिस से कुछ दिनों की छुट्टी ले ली थी और फिर मैं इंदौर चला गया, जब मैं इंदौर पहुंचा तो रोहन मुझे लेने के लिए रेलवे स्टेशन आया हुआ था। वह मुझे लेने के लिए रेलवे स्टेशन आया तो मैंने उनको कहा कि तुम्हारी शादी की तैयारियां कैसी चल रही है।

रोहन ने मुझे कहा कि मेरी शादी की तैयारियां तो ठीक चल रही है लेकिन मुझे इस बात की बहुत ज्यादा खुशी है कि तुम भी मेरी शादी के लिए आ गए मैंने रोहन को कहा भला मैं तुम्हारी शादी में कैसे नहीं आता। रोहन मुझे अपने घर लेकर गया, मैं उसके घर पहली बार ही गया था उनके घर जाकर मुझे काफी अच्छा लगा उसके घर में उनके काफी रिश्तेदार आए हुए थे तो उनके घर पर काफी भीड़ थी। रोहन ने मुझे अपने रूम में बैठने के लिए कहा तो मैं रोहन के रूम में बैठा हुआ था तभी रोहन के पापा भी आ गए वह मुझे कहने लगे कि बेटा तुम्हें आने में कोई परेशानी तो नहीं हुई। मैंने उन्हें कहा नहीं अंकल मुझे आने में कोई परेशानी नहीं हुई। थोड़ी देर तक वह मेरे साथ बैठे रहे फिर कुछ देर बाद रोहन मेरे लिए पानी ले आया जब रोहन मेरे लिए पानी लाया तो मैंने रोहन को कहा तुम्हें यह सब करने की क्या जरूरत है। रोहन मेरे साथ बैठा हुआ था और वह मुझसे बात कर रहा था मैंने रोहन को कहा चलो तुमने यह बहुत ही अच्छा फैसला लिया है कि तुम शादी कर रहे हो।

रोहन मुझे कहने लगा कि राजेश तुम तो जानते ही हो कि अब मुझे शादी तो करनी ही थी क्योंकि शिखा के साथ मेरा काफी पुराना रिलेशन है और हम दोनों एक दूसरे को चाहते भी तो थे शिखा के परिवार वाले मुझे कह रहे थे कि तुम शिखा से शादी कर लो तो मैंने भी शिखा से शादी करने का पूरा मन बना लिया था और मैं काफी खुश हूं की शिखा मेरी पत्नी बनने वाली है। मैंने रोहन को कहा हां मुझे मालूम है तुम काफी ज्यादा खुश हो, रोहन मुझे कहने लगा कि राजेश तुम थोड़ी देर बैठो मैं अभी आता हूँ। रोहन यह कह कर चला गया रोहन अपने रूम से चला गया था और मैं रूम में अकेला बोर हो रहा था तो मैं अपने मोबाइल को टटोलने लगा। मैं अपने मोबाइल में गेम खेल रहा था कि तभी एक लड़की जिसने कि काला सूट पहना हुआ था वह सामने से आई। मैंने जब उसे देखा तो मेरी नजरे एक पल के लिए भी उससे हटने का नाम नहीं ले रही थी। वह लड़की आई और वह रूम में आकर बैठ गयी तभी थोड़ी देर बाद दो तीन लड़कियां और आ गई और वह भी रूम में आकर बैठ गयी।

मैं अभी भी रूम में बैठा हुआ था और मैं रोहन का इंतजार कर रहा था लेकिन रोहन अभी तक आया नहीं था उसके बाद मैं वहां से बाहर चला गया। जब मैं बाहर गया तो थोड़ी देर बाद मुझे रोहन मिला और वह कहने लगा कि राजेश तुम यहां पर क्यों टहल रहे हो तुम रूम में बैठ जाओ। मैंने रोहन को कहा नहीं मैं ठीक हूं। रोहन मुझे अपने रूम में ले गया तो उसने मुझे उस काली सूट वाली लड़की से मिलवाया वह उनकी दूर की रिश्तेदार है और उसका नाम गरिमा है। गरिमा के साथ मैं बात करने लगा था और रोहन वहां से जा चुका था गरिमा और मैं एक दूसरे से बातें कर रहे थे। गरिमा से बात कर के मुझे अच्छा लग रहा था गरिमा ने मुझे अपना नंबर भी दे दिया था मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि मुझे गरिमा का नंबर मिल चुका है और अब मैं उससे बात करने लगा था और मैं काफी ज्यादा खुश था। जब मैं गरिमा से बात कर रहा था गरिमा भी बहुत ज्यादा खुश थी हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी खुश थे। शादी के दौरान ही हम दोनों के बीच काफी नजदीकियां बढ़ती चली गई और हम दोनों एक दूसरे के बहुत करीब आ गए थे।

रोहन की शादी बड़े ही धूमधाम से हुई और उसके बाद मैं अपने घर वापस लौट आया था। मैं जब अपने घर वापस लौटा तो मैं अभी भी गरिमा के बारे में ही सोच रहा था गरिमा का ख्याल मेरे दिमाग से उतरने का नाम ही नहीं ले रहा था क्योंकि गरिमा और मैं एक दूसरे के बहुत ही ज्यादा करीब आ चुके थे। मैं सिर्फ गरिमा के बारे में ही सोच रहा था गरिमा ने मुझे फोन किया और वह मुझसे बात कर रही थी तो मैंने गरिमा को कहा कि मैं तुम्हें बहुत मिस कर रहा हूं। गरिमा ने मुझे कहा कि क्या तुम वाकई में मुझे मिस कर रही हो, मैंने गरिमा को कहा देखो गरिमा अब मैं तुम्हें प्यार करने लगा हूं। मेरे अंदर से अचानक से यह बात निकल गयी मुझे समझ नहीं आया लेकिन मैंने गरिमा को अपने दिल की बात कह दी थी। जब मैंने गरिमा को अपने दिल की बात कही तो उसके बाद गरिमा ने फोन काट दिया मुझे लगा शायद गरिमा को मेरी बात अच्छी नहीं लगी। मैंने उसके बाद गरिमा को काफी बार फोन किया परंतु उसने मेरा फोन ही नहीं उठाया मैंने गरिमा को मैसेज भी किया लेकिन उसका कोई रिप्लाई नहीं आया। अगले दिन जब गरिमा का फोन आया तो मैंने उससे कहा कि तुम मेरा फोन क्यों नहीं उठा रही थी तो गरिमा ने मुझे मेरी बात का कोई जवाब नहीं दिया। गरिमा मुझसे बात करने लगी थी और मैं समझ चुका था कि अब वह भी मुझसे प्यार करने लगी है।

मैं काफी ज्यादा खुश था गरिमा और मैं अब एक दूसरे को प्यार करने लगे हैं। हम दोनों एक दूसरे के साथ अब समय बिताना चाहते थे लेकिन गरिमा इंदौर में रहती थी और मेरे लिए यह समस्या थी कि मुझे गरिमा को मिलने के लिए इंदौर जाना था परंतु मेरे पास बिल्कुल भी समय नहीं था। हम दोनों एक दूसरे से सिर्फ फोन पर ही बातें किया करते लेकिन अब मैं गरिमा से मिलने के लिए बहुत ज्यादा तड़प रहा था। हम दोनों की फोन पर गरम बातें होने लगी थी ना तो गरिमा अपने आपको रोक पाती थी और ना ही मैं। मै गरिमा के गोरे बदन को महसूस करना चाहता था और उसके लिए मैंने गरिमा से मिलने का फैसला किया मैं अब गरिमा को मिलने के लिए इंदौर जाना चाहता था। मैं जब उसको मिलने के लिए इंदौर गया तो वह बहुत ही ज्यादा खुश थी और मैं भी काफी ज्यादा खुश था। मैंने गरिमा को कहा देखो मैं तुम्हें मिलने के लिए इंदौरा ही आ गया। गरिमा मुझे कहने लगी राजेश मुझे तुम्हारे साथ रहना है। मैंने गरिमा को कहा ठीक है। उस दिन हम दोनों साथ में रुके। गरिमा मेरी बाहों में थी मैं गरिमा के स्तनों को दबा रहा था। अब हम दोनों उत्तेजित होने लगे थे मैंने गरिमा के होंठों को चूमना शुरू कर दिया।

मैंने जब गरिमा के होंठों को चूमना शुरू किया तो मुझे काफी ज्यादा अच्छा लगने लगा था और गरिमा को भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। मैंने गरिमा से उसके कपड़े उतारने के लिए कहा तो वह अपने कपड़े उतार चुकी थी। जब मैंने गरिमा की ब्रा को खोल कर उसके स्तनों को अपने हाथ से महसूस करना शुरू किया तो मुझे अब और भी ज्यादा मजा आने लगा। गरिमा को भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है अब मैं एक पल के लिए भी रह नहीं पा रही हूं। मैं भी समझ चुका था गरिमा की चूत से निकलती हुई गर्मी कुछ ज्यादा ही बढ़ चुकी है। मैंने गरिमा की पैंटी को नीचे किया और गरिमा की योनि को चाटना शुरू किया तो मुझे अच्छा लगने लगा और गरिमा को भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा है मैंने गरिमा को कहा मजा तो मुझे भी बहुत ज्यादा आ रहा है और मैं काफी ज्यादा खुश हूं। मैंने गरिमा की चूत को काफी देर तक चाटा। गरिमा की चूत से निकलती हुई आग बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी मैंने अपने मोटे लंड को गरिमा की योनि पर लगाकर अंदर की तरफ डालना शुरू किया।

गरिमा की चूत से गर्म पानी बाहर की तरफ निकल रहा था जैसे ही मैंने धीरे धीरे अपने मोटे लंड को गरिमा की चूत के अंदर प्रवेश करवाना शुरू किया तो मुझे मजा आने लगा। मेरा मोटा लंड गरिमा की योनि के अंदर चला गया जब मेरा मोटा लंड गरिमा की योनि के अंदर प्रवेश हुआ तो मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था और गरिमा की योनि के अंदर से निकलता हुआ खून भी मेरी गर्मी को और भी बढ़ाता जा रहा था। मैंने गरिमा के दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख लिया। मैंने गरिमा की चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करना शुरू कर दिया था मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा था और गरिमा को भी काफी ज्यादा मजा आ रहा था। जब मैं गरिमा को धक्के मार रहा था तो वह बोली और तेजी से चोदो मैंने उसे काफी तेज गति से धक्के मारे जिसके बाद मैं बिल्कुल भी रह नहीं पाया और मैंने गरिमा को कहा मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है। गरिमा मुझे कहने लगी मुझसे भी रहा नहीं जा रहा है और मैंने गरिमा की योनि के अंदर ही अपने माल को गिरा कर अपनी इच्छा को पूरा कर दिया। मेरे माल ने गरिमा की गर्मी को शांत कर दिया था अब गरिमा की चूत की गर्मी शांत हो चुकी थी। मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आया जब मैंने गरिमा के साथ सेक्स किया। मै जितने दिनों तक इंदौर में रुका उतने दिनो तक मैने गरिमा को खूब जमकर चोदा। वह बहुत ज्यादा खुश थी जब मैंने उसके साथ सेक्स किया। वह मेरे लिए बहुत ही ज्यादा तड़पती है।
 
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