टेरेस पर कमर तोड चुदाई

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Antarvasna, hindi sex kahani: हमारे फ्लैट के बिलकुल साथ वाले फ्लैट में एक फॅमिली रहने आई उन अंकल का नाम मोहन है वह एक बिज़नेस मैन है वह ज्यादातर आउट ऑफ़ टाउन ही रेहते थे उनकी वाइफ एक हाउस वाइफ है, और वह बहुत ही अच्छी है उनकी एक लड़की और लडका है उनकी लडकी का नाम सुनैना है। जब उनकी फैमिली शिफ्ट हुई तो मैंने उनकी बहुत हेल्प की थी इस तरह मैं उनके साथ काफी घुलने मिलने लगा था। एक दिन मैं टेरेस पर टहल रहा था सुनैना वंहा पर आ गई हम दोनो की बात शुरू हो गई। मैंने सुनैना से पूछा कि तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है तो उसने मुझे बताया कि उसकी पढ़ाई तो अच्छे से चल रही है। सुनैना कॉलेज में पढ़ती है और मेरा भी यह कॉलेज का आखरी वर्ष था हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी घुलने मिलने लगे थे और हम दोनों की अच्छी दोस्ती भी हो गई थी। हम दोनों छत पर टहल रहे थे तो उस वक्त मैंने सुनैना से पूछा कि मोहन अंकल कुछ दिनों से दिखाई नहीं दे रहे हैं उसने मुझे बताया कि पापा आजकल अपने काम से गए हुए हैं।

हम दोनों बात कर रहे थे कि तभी सुनैना का भाई आकाश भी वहां पर आ गया हम लोगों को देखकर वह वहां से चला गया आकाश से कभी मेरी दोस्ती अभी हो नहीं पाई थी। आकाश जब भी मुझे सुनैना के साथ देखता तो वह उसे कहता कि तुम संजीव के साथ मत रहा करो सुनैना को वह ना जाने क्या कुछ नहीं कहता। मेरे बारे में उसने सुनैना को काफी कुछ कहा था और मैंने कई बार सुनैना से कहा कि आकाश मुझे पसंद नहीं करता है सुनैना कहने लगी कि आकाश तो ऐसा ही है। एक दिन सुनैना और मैंने मूवी देखने का प्लान बनाया और उस दिन हम दोनों मूवी देखने के लिए चले गए मैं सुनैना को अपनी मोटरसाइकिल पर लेकर गया था पापा ने कुछ समय पहले ही मुझे मोटरसाइकिल गिफ्ट की थी। मेरी स्पोर्ट्स बाइक में जब सुनैना बैठी तो मैं काफी खुश था और उस दिन हम लोग मूवी देखने के लिए गए उस दिन रविवार का दिन था इसलिए काफी ज्यादा भीड़ थी।

जब हम लोग मूवी देखने के बाद घर वापस लौटे तो सुनैना कहने लगी की मूवी बहुत ही अच्छी थी लेकिन उस वक्त भी हम लोगों को आकाश ने देख लिया शायद यह बात आकाश को बिल्कुल भी पसंद नहीं थी इसलिए उसने अपने पापा से इस बारे में कह दिया। उन्होंने इस बारे में सुनैना से पूछा भी था लेकिन फिर उन्होंने सुनैना को कुछ नहीं कहा अगले दिन जब सुनैना मुझे मिली तो सुनैना ने मुझे बताया कि पापा ने कल मुझसे यह पूछा था कि क्या मेरे और तुम्हारे बीच कुछ चल रहा है। मैंने सुनैना को कहा कि तुमने अपने पापा को क्या कहा तो वह कहने लगी कि मैंने तो पापा को कहा कि संजीव बस मेरा अच्छा दोस्त है। सुनैना से बात कर के मैं बहुत खुश था और सुनैना भी मुझसे बात कर के काफी खुश रहती हम दोनों को एक दूसरे का साथ अच्छा लगता था। सुनैना अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत ही ज्यादा सजग थी इसलिए वह हर रोज अब जिम जाने लगी थी हालांकि मुझे जिम जाना बिलकुल अच्छा नहीं लगता था लेकिन सुनैना ने मुझे कहा कि तुम भी मेरे साथ जिम चलो तो हम दोनों सुबह के वक्त जिम जाने लगे। कई बार मैं सुनैना को उसके कॉलेज तक छोड़ दिया करता था एक दिन आकाश अपने कुछ दोस्तों के साथ बैठा हुआ था और मैं कॉलोनी से अंदर की तरफ आ रहा था आकाश ने मुझे देखते ही मुझे रुकने को कहा और वह मुझे कहने लगा कि संजीव तुम्हारे और सुनैना के बीच क्या चल रहा है। आकाश की आंखों में गुस्सा था मैंने उसे कहा कि आकाश मेरे और सुनैना के बीच में कुछ भी नहीं चल रहा है मैं बस सुनैना को अपना दोस्त मानता हूं और इससे ज्यादा मैंने कभी सुनैना के बारे में कुछ नहीं सोचा लेकिन आकाश को यह लगता था कि मेरे और सुनैना के बीच कुछ चल रहा है इसलिए वह हमेशा ही मुझे कहता कि तुम सुनैना से दूर रहा करो लेकिन मैं अपनी जगह बिल्कुल सही था। कुछ दिनों तक मेरी सुनैना से मुलाकात नहीं हो पाई क्योंकि वह अपने मामा जी के घर गई हुई थी और जब वह लौटी तो मैंने सुनैना को कहा कि तुम से काफी दिनों से मुलाकात नहीं हुई है। सुनैना मुझे कहने लगी कि हां संजीव मुझे भी मामाजी के घर बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था मैंने सुनैना को कहा कि क्या हम लोग अभी पार्क में चले तो सुनैना कहने लगी ठीक है।

हम दोनों उस वक्त हमारी कॉलोनी के पार्क में चले गए और वहां पर हम दोनों काफी देर तक साथ में बैठे रहे मुझे सुनैना का साथ बहुत ही अच्छा लग रहा था। सुनैना से मैंने कहा कि क्या तुम अपने मामा जी के घर किसी काम से गई थी तो वह कहने लगी कि नहीं मामा जी का रिटायरमेंट कुछ समय पहले ही हुआ है इसलिए मम्मी और पापा चाहते थे कि हम लोग उनके घर उनसे मिलने जाएं लेकिन जब मैं मामा जी के घर गई तो उन्होंने मुझे अपने पास ही रहने के लिए कहा और मैं उनके पास ही कुछ दिनों तक रुक गई। हम दोनों वापस घर लौट आए रात का डिनर करने के बाद मुझे लगा कि मुझे छत पर जाना चाहिए और मैं छत पर चला गया मैं छत में टहल रहा था। कुछ देर बाद मैंने अपने जेब से मोबाइल निकाल कर उसमें गाने लगा दिए मैंने अपने कानों में हेडफोन लगाया हुआ था और मैं गाने सुनने में इतना खो गया था की मैं टेरिस पर ही बैठकर गाने सुनने लगा था।

मैंने देखा कि सुनैना भी छत पर आ गई थी वह मेरे पास आकर बैठी। मैंने सुनैना से कहा तुम अभी कहीं से आ रही हो? वह मुझे कहने लगी मे अपनी सहेली की पार्टी में गई थी लेकिन सोचा कि कुछ देर टेरेस में ही टहल लेती हूं सुनैना ने टाइट जींस और टॉप पहना हुआ था जिसमें कि उसका फिगर साफ दिखाई दे रहा था। वह मुझसे बात करने लगी तो मैंने सुनैना को कहा तुम बहुत ही अच्छी लग रही हो। वह मुझे कहने लगी मैं तो हमेशा ही अच्छी लगती हूं यह कहते हुए मैंने जब उसकी आंखों में देखा तो मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि उसकी आंखों में हवस है और वह मेरे साथ सेक्स करना चाहती है। मैंने उसकी जांघ पर अपने हाथ को रखा तो उसे भी गर्मी का एहसास हुआ। मैंने अब सुनैना से कहा क्या मैं तुमसे तुम्हारा फिगर के बारे मे पूछ सकता हूं? सुनैना शर्माने लगी उसने अपना फिगर मुझे बता दिया और कहा मेरा फिगर 34, 28, 36 है यह सुनकर मै और भी ज्यादा उत्तेजित हो गया मैं अपने आप पर काबू ना कर सका। मैंने उसके होठों को चूम लिया हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूमने लगे थे मैंने अपने काम से हेडफोन को निकालते हुए अपने फोन को एक किनारे पर रख दिए। मैंने सुनैना को वहीं लेटा दिया मैंने जब सुनैना को नीचे लेटाया तो मैंने उसकी टी-शर्ट को उतार दिया मैने बहुत अच्छे से उसके बड़े स्तनों को दबाना शुरू किया। जब उसकी ब्रा को मैने खोलकर उसके स्तनों को मैंने तेजी से दबाना शुरू किया तो मुझे बहुत आनंद आने लगा था और सुनाना भी इस बात से बड़ी खुश थी सुनैना मुझे कहने लगी तुम ऐसे ही करते रहो मैंने सुनैना की योनि के अंदर अपने लंड को घुसाने का फैसला कर लिया था। मैंने उसकी जींस को उतार कर उसकी गुलाबी रंग की पैंटी को नीचे उतारा उसकी चूत पर मैंने अपनी उंगली को लगा दिया। उसकी चूत से कुछ ज्यादा ही पानी निकलने लगा मैंने उसे कहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है। जब उसने अपने पैरों को खोल दिया और मेरे सामने उसके किया तो मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर लगाया तो वह गर्म होने लगी वह मुझसे कहने लगी तुम लंड को अंदर डालकर मेरी चूत कि खुजली को मिटा दो।

मैंने उसे कहा तुम थोड़ी देर मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो वह जब मेरे लंड को संकिग करने लगी तो उसने काफी देर तक मेरे लंड को सकिंग किया उसने मेरे लंड से पूरी तरीके से पानी बाहर निकाल दिया था जिसके बाद मैं अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रहा था। मैंने उसे कहा मैं तुम्हारी चूत में अपने लंड को डालना चाहता हूं। अब मैंने भी उसकी चिकनी और मुलायम योनि के अंदर अपने लंड को घुसाया जैसे ही मेरा लंड उसकी योनि में घुसा तो बहुत जोर से चिल्लाने लगी और कहने लगी मेरी योनि से खून निकलने लगा है। मैंने उसे कहा तुम अपने पैरों को और खोलो क्योंकि वह नीचे लेटी हुई थी इसलिए उसके बदन रगडन पैदा हो गया था। वह मुझे कहने लगी मैं तुम्हारे ऊपर से आना चाहती हूं वह मेरे ऊपर से आ चुकी थी और उसने अपनी चूत मे मेरे लंड को लिया तो वह जोर से चिल्लाई और मुझे कहने लगी मेरी योनि से अभी भी खून निकल रहा है।

मैंने उसे कहा तुम अपनी चूत को ऊपर नीचे करती रहो उसने बड़ी तेजी से अपनी चूतडो को ऊपर नीचे किया। मेरे अंदर की गर्मी बढ़ती ही जा रही थी मेरी गर्मी इतनी अधिक होने लगी थी कि मैंने सुनैना से कहा तुम्हारी चूत वाकई में कमाल किया है। वह मुझे कहने लगी संजीव आज तुमने मेरी चूत की आग को मिटा दिया है। मैंने उसे कहा सुनैना तुम्हारा फिगर इतना लाजवाब और कमाल का है आज तुमने मुझे अपना बदन सौंपकर मुझे अपना दीवाना बना दिया है। वह कहने लगी तुमने भी तो मेरी सील तोड़कर आज मुझे पूरी तरीके से पागल कर दिया है हम एक दूसरे के साथ संभोग करते रहे। मैंने अपने वीर्य को उसकी चूत मे गिराया तो वह बहुत ही ज्यादा खुश हो गई और कहने लगी आज तो मजा ही आ गया। हम दोनों साथ में ही बैठे रहे फिर हम लोग वहां से नीचे आ गए जब हम लोग नीचे आए तो सुनैना बहुत खुशी थी उसने अपने हाथों से इशारा करके कहा कल भी मैं तुमसे मिलने के लिए आऊंगी और हम दोनों अक्सर टेरेस पर एक दूसरे के साथ संभोग का मजा लेते हैं।
 
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