डलहौजी में भोसड़ा चुदवाया

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हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम गौरी है और में आज आपको जो स्टोरी बताने जा रही हूँ, यह बिल्कुल सच्ची स्टोरी है. में एक 27 साल की लड़की हूँ, मेरी शादी को अभी 3 साल हो गये है और मेरे पति मुझसे बहुत प्यार करते है, लेकिन मेरे पति को मेरी पिछली लाईफ के बारे में कुछ नहीं पता है और ना ही में बताना चाहती हूँ, क्योंकि अगर उन्हें उस बात का पता चल गया, तो वो मुझे कभी माफ नहीं करेंगे.

यह बात उन दिनों की है, जब में कॉलेज में पढ़ती थी. हम तीन सहेलियाँ थी. में, आरती और अंजू हम तीनों बेस्ट फ्रेंड थी. हमारी क्लास में एक लड़का था, जिसका नाम रवि था, वो मुझे बहुत पसंद करता था और में भी उसे बहुत पसंद करती थी. हम कभी-कभी ही आपस में बात करते थे. फिर एक दिन रवि ने आरती और अंजू से कहा कि मेरी गौरी से फ्रेंडशिप करवा दो तो उन दोनों ने उसका कहना मानकर मुझे फोर्स करके उससे मिलने के लिए भेज दिया कि रवि तुमसे मिलना चाहता है.

फिर में उसकी बताई हुई जगह पर पहुँची तो वो वहाँ पर पहले से ही मौजूद था. फिर हमने आपस में काफ़ी बातें की और करीब 1 घंटे के बाद में वापस आ गयी. फिर रात को भी मुझे रवि का ही ख्याल आता रहा, शायद में उसे मन ही मन प्यार करने लगी थी.

हमारी मुलाकातें शुरू क्या हुई? फिर तो बस हम रोज मिलते थे. फिर एक दिन रवि ने मुझसे कहा कि गौरी घर में कॉलेज टूर का बहाना बनाकर चलो कहीं बाहर घूमने चलते है. फिर मैंने कहा कि कहाँ चलेंगे? तो उसने कहा कि डलहौजी चलते है. फिर मैंने कहा कि अगर पता चल गया तो? उसने कहा कि नहीं चलेगा, तुम आरती और अंजू को भी अपने साथ ले आओ.

मैंने कहा कि पूछकर बताउंगी और फिर में वापस अपने घर आ गयी और अपने मम्मी पापा से पूछा तो उन्होंने कहा कि अगर आरती और अंजू भी जा रही है, तो चली जाओ.

फिर मैंने आरती और अंजू से पूछा, तो उन्होंने भी अपने घरवालों से पूछकर हाँ कर दी. यह 5 दिसम्बर की बात है. फिर में सुबह 9 बजे तैयार होकर अपने घर से निकली तो रास्ते में अंजू और आरती भी मिल गयी. फिर हम तीनों रवि की बताई हुई जगह पर पहुँच गये. फिर रवि 10 बजे वहाँ पहुँच गया और फिर हम चारों कार में बैठ गये.

अब में और रवि आगे की सीट पर और आरती और अंजू पीछे की सीट पर बैठ गयी थी. फिर रास्ते में हम लोगों ने काफ़ी मज़ा किया. फिर आरती और अंजू मुझसे और रवि से दूर-दूर ही रही. अब हम भी अकेले खुश थे. अब रास्ते में मौका मिलते ही हम दोनों किस कर लेते थे. अब वो बीच-बीच में मेरे बूब्स पर भी अपना हाथ लगा देता था और में उसके लंड को उसकी पेंट के ऊपर से ही पकड़कर सहला देती थी.

फिर आख़िर शाम 5 बजे हम डलहौजी पहुँच ही गये. फिर रवि ने वहाँ पर होटल में दो रूम बुक करवाए. फिर हम लोग जल्दी से कार में से उतरकर अपने रूम में चले गये. अब आरती और अंजू चुपचाप रूम में चली गयी थी और फिर उन्होंने अंदर से रूम लॉक कर दिया. अब में बहुत खुश थी. फिर में और रवि जैसे ही रूम में दाखिल हुए तो रवि ने दरवाजा लॉक करके मुझे पकड़ लिया.

मैंने कहा कि थोड़ा सब्र करो, मुझे फ्रेश होने जाना है. तो उसने कहा कि ठीक है तुम फ्रेश हो आओ, में भी चेंज कर लेता हूँ. फिर जैसे ही में फ्रेश होकर निकली तो रवि ने चेंज तो किया था मगर आधा, क्योंकि उसने अपने कपड़े उतार तो दिए थे, मगर पहने नहीं थे, मतलब वो एकदम नंगा होकर बेड पर सीधा लेटा था और उसका लंड उससे भी ज़्यादा सीधा था.

तभी में हँसने लगी और बोली कि तुम्हें बहुत जल्दी है. फिर उसने कहा कि में तो कब से इस दिन का इंतजार कर रहा था? फिर में उसके पास जाकर बैठ गयी और उसको किस करने लगी. फिर उसने उठकर मुझे पकड़ लिया और बेड पर लेटाकर मेरे लिप्स पर जोरदार किस करने लगा था.

अब मुझे भी अंदर ही अंदर कुछ हो रहा था. फिर उसने सबसे पहले मेरे कपड़े उतारे और मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरे ऊपर आ गया. अब उसका लंड मेरी दोनों टांगो के बीच में मेरी चूत को किस कर रहा था और फिर वो मुझे लगातार 10 मिनट तक किस करता रहा और में उसके नीचे लेटकर जन्नत के नज़ारे ले रही थी.

उसने मेरे बूब्स को अपने मुँह में ले लिया और अब में सिसकियाँ भरने लगी थी. फिर उसने मेरे पेट पर किस की और लास्ट में मेरी चूत को कुत्तों की तरह चाटने लगा.

अब मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था और अब में भी उससे कह रही थी हाँ रवि और चाटो-चाटो और चाटो, मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है. फिर करीब 15 मिनट तक उसने मेरी चूत को चाटा. अब इस बीच में एक बार झड़ गयी थी, अब मेरी बारी थी. फिर मैंने उसके ऊपर आकर उसे किस करना शुरू किया, पहले माथे पर, फिर उसके लिप्स पर, फिर उसकी छाती पर, फिर उसके पेट पर और फिर लास्ट में उसके लंड पर और फिर में उसे चूसने लगी थी.

फिर में 20 मिनट तक उसके लंड को चूसती रही. अब मेरा तो दिल कर रहा था कि में बस रवि के लंड को सारी उम्र ही चूसती रहूँ. फिर उसने मेरे मुँह में से अपना लंड बाहर निकाला और मुझे बेड पर सीधा लेटाकर मेरे ऊपर आ गया और मेरी दोनों टांगो के बीच में आकर मेरी चूत के मुँह पर अपना लंड रखा. अब में नीचे से अपनी गांड उठाकर उसका लंड अंदर डलवाना चाह रही थी.

फिर तभी इतने में रवि बोला कि जानू इतनी जल्दी है? तो में थोड़ी शर्मा गयी. फिर रवि ने थोड़ा सा ज़ोर लगाकर अपना लंड मेरी चूत के अंदर डालना चाहा तो मेरी तो जान ही निकल गयी. अब में ज़ोर-जोर से मौन करने लगी थी.

रवि ने थोड़ा सा अपना लंड अंदर डाला तो मुझे थोड़ा दर्द हुआ, मगर मज़ा भी बहुत ज़्यादा आ रहा था. फिर तीसरी कोशिश में उसका पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में अंदर चला गया.

अब में सातवें आसमान पर थी और अब मुझे जन्नत का नज़ारा दिखाई देने लगा था. अब मैंने रवि को कसकर पकड़ लिया था और अपनी दोनों टांगे घुमाकर उसकी गांड के ऊपर ले गयी थी. अब वो भी पूरे मजे में था. अब में उसकी जीभ चूसते हुई उससे चुदवा रही थी. अब मेरा जी चाह रहा था यह समा यहीं रुक जाए.

अब वो धीरे-धीरे अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था और उसके अंडे मेरी गांड के छेद को टच कर रहे थे. अब हम दोनों पूरी तरह से एक दूसरे से लिपटे दुनियाँ भूल गये थे. अब वो मुझे चोद रहा था.

अब में जोर-जोर से मौन कर रही थी उूउउ, फुक मी रवि, फुक मी. अब वो ज़ोर- ज़ोर से धक्के देने लग गया था. अब उसने अपने दोनों हाथों से मेरे बूब्स पकड़े हुए थे और मुझे जोर-जोर से चोद रहा था. अब में भी उससे मस्त होकर चुदवा रही थी. फिर वो मेरे ऊपर से उठा और मुझे मेरे घुटनों पर मुड़ने होने के लिए बोलने लगा तो में डॉगी स्टाइल में आ गयी.

उसने अपना लंड पीछे से मेरी चूत में डाला. अब इस स्टाइल में मुझे बहुत दर्द हो रहा था तो मैंने कहा कि रवि बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन उसने मेरी एक ना सुनी और मुझे चोदता रहा. फिर में भी अपने रवि के मजे के लिए सारा दर्द सहती रही और उससे चुदवाती रही.

फिर करीब 10 मिनट के बाद उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया और मुझसे कहने लगा कि सीधी लेट जाओ, तो में सीधी लेट गयी. फिर उसने मेरी दोनों टांगो को अपने कंधो पर रखा और अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और मुझे चोदने लगा. अब मुझे रवि से चुदते हुए करीब 30 मिनट हो गये थे. अब हम दोनों झड़ने वाले थे.

रवि ने बहुत देर तक चोदने के बाद ज़ोर से एक धक्का मारा, जिससे हम दोनों एक साथ ही झड़ गये थे. फिर उसने अपना सारा वीर्य मेरे मुँह में गिराया तो मैंने उसके स्पर्म को अपने मुँह से बाहर निकालकर अपनी पूरी बॉडी पर साबुन की तरह लगाया. फिर हम दोनों एक साथ नहाने चले गये. उसके बाद भी नंगे रहकर हमने खूब मजा किया..
 
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