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Hot ladki ne 3 dosto se chudwaya

हाय दोस्तों में शानू. में अपनी एक सेक्स कहानी लेके आप के पास आई हूँ मुझे आशा हे की आप सभी को मेरी ये सच्ची सेक्सी कहानी पसंद आएगी.दोस्तों मेरी उम्र हे ३३ साल और में एक छोटे से गाऊ में रहती हूँ मेरे परिवार में में और मेरी माँ हम दो हे.

घर चलाने के लिए मेरी माँ महेनत मजदूरी करती हे मुझे वो घर पर ही रखती थी. कभी वो अपने साथ नहीं ले जाती थी. उधर मेरी माकाम करके शाम को ६ बजे लोटती थी और इधर मेरी इश्कबाजी ५ बजे तक चलती थी. मेरे बहुत सारे दोस्त हे और सभी के सभी बॉयज हे.

मेरे सभी दोस्त मेरी माँ के जाने के बाद ही आते और मेरी माँ के आने के समय से पहले वो चले जाते ये हर रोज की बात हे. लेकिन में सेक्स एक ही लड़के के साथ करती थी जो कोई नहीं जानता था लेकिन एक बार एसा हुआ की में और मेरा दोस्त सेक्स कर रहे थे मेरी चूत के अन्दर उसका ८इन्च का लम्बा लैंड घुसा हुआ था और वो मुझे चोद रहा था.

उसी वक्त मेरे दुसरे दोस्त आ गए उस दिन वो कही और काम से जाने वाले थे और वो काम रूक गया तो वो फिर इधर आ गए और यहाँ हम दोनों ने यानी की मेरा दोस्त चुदक्कड दोस्त ( जिसका नाम हे अनिल )ने चोद ने का प्लान बनाया था और ९५ फिसद काम हो भी गया था अनिल मेरी चूत की चुदाई करके लगभग झड ने वाला ही था की मेरे दुसरे दो दोस्त समीर और जतिन ने दरवाजा खोला दिया हमने चोदाई की जल्दी में दरवाजा बराबर बंद नहीं किया था जो खुल गया.

अनिल मुझे चोद रहा था ये देखते ही वो लोग वह खड़े हो गए और हम दोनों नंगो को देखने लगे हम दोनों जल्दी से उठे और कपडे पहनने के लिए कपडे उठाये की समीर आगे बढ़कर आया और मेरे कपडे छीन लिए और बोला तू बिना कपड़ो की ही सुन्दर लगती हे मत पहन. उसकी बात अनसुनी करके में कपडे उसके हाथ से छुड़ाने लगी तो वो बोला देख शानू अगर तू हमें इस अनिल के जेसा खुस नहीं करेगी तो में ये बात महोल्ले में सबको बता दूंगा और हां तेरी माँ को सबसे पहले बताऊंगा.

में उसकी बात सुनकर एक तरफ खड़ी हो गयी अनिल जो कपडे पहन रहा था की जतिन ने आगे बढकर उसके कपडे भी छीन लिए और बोला आगे साथ नहीं देगा हमें. तो अनिल बोला सालू कहेगी तो रुकुंगा मेने तुरंत उसे कहा रुकजा हम तीनो मिलकर आज चुदाई करेंगे .

लेकिन मेने तीनो को बाट दिया समीर और जतिन को बोला की पहले मुझे अनिल हे छोड़ेगा जो अभी तुम्हारी वजह से अधूरा हे तो आमिर ने कहा कोई बात नहीं लेकिन समीर की शर्त थी की हम सब एक साथ ही तेर एक एक अंग का मजा उठाएंगे इस बात पर हम सब तैयार थे और मेरी शर्त के मुताबिक पहले अनिल फिर समीर और लास्ट में जतिन मुझे चोदेगा. मेरी शर्त सुनते ही जतिन बोला नहीं वह तक तेरी माँ आ जायेगी और मुझे एसे जल्दी जल्दी में नहीं करना मुझे तू पूरा वक्त दे में जितना चाहू उतना वक्त दे.

मेने कहा ये मुमकिन नहीं हे तो उसने मुझे एक आइडिया के आज का दिन थोडा सब्र करलो और फिर कल दुगना मजा लो तेरी माँ को किसी न किसी बहाने से दो दिनों के लिए तेरी मोसी के यहाँ भेज दे फिर हमें कोई डर नहीं तो में मान गयी मेरी माँ जब शाम को घर आई तो मेने अपनी मोसी के बारे में बात की वेसे भी माँ बहुत दिनों से वह जाना चाहती थी. मेरी बात सुनते ही मेरे कहने से पहले ही वो खुद ही बोल पड़ी की में आज ही मोसी के पास चली जाती हूँ तू यहाँ संभाल लेना में दो दिन में वापस आउंगी में खुस हो गयी.

माँ ने १० मिनट में ही सब तैयारिया कर ली और वो निकल गयी मोसी के यहाँ जाने के लिए और इधर मेने तीनो चुदक्कडॉ को बुला लिया वो तो भूके कुत्ते की तरह दोड़े आये सभी के सभी.वो तीनो खाना साथ में ही लाये थे हम चारो ने मिलकर खाना खाया और फिर १ घंटे के बाद सुरु हो गए चुदाई के लिए पहले तो अनिल और समीर ने मेरी चुचिया दबानी सुरु कर दी.

अब मुझे भी किसका दर था मेने तो अपने सारे कपड़े निकाल दिए और उन लोगो को भी नंगे होने के लिए बोला वो तीनो भी एक दम जरा भी देर ना करते हुए नंगे हो गए सभी के सभी रेडी थे समीर का लैंड भी टाइट था अनिल का तो मेने दोपहर में देखा था वो बोल रहा था की दुपहर का एसा ही हे. और जतिन का भी ६ इंच का लैंड टाइट हो गया था.

अब जतिन और समीर मेरी चुचिया दबा दबा कर चूस रहे थे और अनिल निचे हो कर मेरी चूत को सहला रहा था और में अपने दोनों हाथो को दोनों तरफ फेला के और टांगो को फेला के लेटे लेटे मजे लूट रही थी.
 
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