दूसरी पत्नी बना लिया

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Antarvasna, hindi sex kahani: मेरे पिताजी दिल्ली में गारमेंट शॉप चलाते हैं वह पिछले कई वर्षों से अपनी दुकान चला रहे हैं घर में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है पापा और मम्मी से मुझे हमेशा ही बहुत प्यार मिला है। मेरे कॉलेज के दौरान मुझे पहली बार प्यार हुआ जो मैं समझ नहीं पाया कि यह सब क्या है लेकिन मैं कोमल से बहुत प्यार करता था। कोमल मेरी क्लास में पढती थी जिसे मैं रोज देखा करता था उसे मै पसंद किया करता था वह काफी शांत मिजाज़ की थी वह बस अपने काम से मतलब रखती थी जब भी उसे कोई काम होता तो मै उसका काम कर दिया करता था। वह जब मुझे मुस्करा कर थैंक्स बोलती तो मेरी खुशी की कोई सीमा नही होती। एक दिन हम दोनों साथ में घर जा रहे थे तभी तेज बारिश होने लगी मैने मोटरसाईकल को खडा किया और पास में ही एक पेड था जिसके नीचे हम दोनों खड़े हो गए। पानी की बूंदे हम दोनों के ऊपर गिर रही थी हम दोनों एक दूसरे के काफी करीब आ चुके थे कोमल को इतने पास देख मै अपने जज्बातो को ना संभाल सका और मैने उसे प्रोपोज़ कर दिया। वह भी मुझे पसंद करती थी इसीलिए वह राज़ी हो गई इस तरह हम दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा।

एक दिन वह मेरा इंतजार कैंटीन में कर रही थी और मुझे आने में देर हो गई थी कोमल मुझे देखते ही मुझ पर ग़ुस्सा होने लगी उसने मुझे कहा मै तुम्हरा कितनी देर से इंतजार कर रही थी मुझसे अब एक पल की दूरी भी नही सही जाती मैने कोमल को कहा मैं तुमसे दूर कहा हूं मैं तुम्हारे दिल में ही हूं तुम अपने दिल से पूछ लो। हम दोनो काफी देर तक साथ में बैठे रहे फिर मैंने कोमल को उसके घर तक छोड़ दिया अब हमारे कॉलेज की पढ़ाई भी पूरी हो चुकी थी। कुछ दिनों बाद कोमल मुझे मिली कोमल चाहती थी कि मैं उससे शादी कर लूँ कोमल ने मुझे उस दिन इस बारे में कहा तो मैंने कोमल से कहा कि मैं अपने पापा से इस बारे में बात करूंगा। मैंने जब इस बारे में पापा से बात की तो पापा ने मुझे डांटते हुए कहा कि संजय क्या मैंने इसीलिए तुम्हें इतना बड़ा किया था जो की तुम किसी लड़की के प्यार में पड़ गए हो और हमें इस बारे में कुछ पता ही नहीं है।

पापा ने उस दिन मुझे बताया कि वह मेरी शादी रवीना के साथ करवाना चाहते हैं रवीना पापा के दोस्त की बेटी हैं और पापा के उनके साथ काफी पुराने पारिवारिक संबंध है इसलिए पापा चाहते थे कि मैं रवीना से शादी करुं। मैंने यह बात कोमल को नहीं बताई थी कोमल से मैंने कहा कि मैंने अभी तक अपने पापा से इस बारे में कोई बात नहीं की है। कोमल कहने लगी कि कोई बात नहीं संजय जब तुम पापा से बात कर लो तो मुझे जरूर बताना लेकिन मैं इस बात से डरा हुआ था कि मैं कोमल को कैसे इस बारे में बताऊंगा हम दोनों के रिलेशन को काफी समय हो चुका था लेकिन अभी तक मैंने कोमल से इस बारे में कुछ भी बात नहीं की थी। कोमल अब एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करने लगी थी और मैं भी पापा की गारमेंट बिजनेस को संभालने लगा था मेरे जीवन में कुछ भी आसान नहीं होने वाला था और सब कुछ मेरे लिए काफी मुश्किल होता जा रहा था एक तरफ कोमल थी और दूसरी तरफ पापा। उनकी बात को मैं कभी टाल नहीं सकता था और कोमल से भी मैं बहुत प्यार करता था लेकिन मुझे उन दोनों में से एक को ही चुनना था और मैंने अपने पापा की ही बात मानी। मैंने रवीना से सगाई करने का फैसला कर लिया मैंने अब रवीना से सगाई कर ली थी यह बात कोमल को अभी तक पता नहीं थी मैं यह सोच कर डर रहा था कि अगर कोमल को कभी इस बारे में कुछ पता चला तो कोमल मेरे बारे में क्या सोचेगी इसलिए मैंने कोमल से अपने संपर्क खत्म करना ही उचित समझा। कोमल से मैं बहुत कम मिला करता था हम दोनों की मुलाकात भी अब कम ही हुआ करती थी। एक दिन कोमल ने मुझे फोन कर के कहा कि संजय मुझे तुमसे आज मिलना है और मुझे तुमसे कोई जरूरी काम है। उस दिन मैं कोमल को मिलने के लिए चला गया लेकिन जब मैं कोमल को मिलने के लिए गया तो उस दिन कोमल ने मुझसे कहा कि उसके परिवार वाले चाहते हैं कि वह शादी कर ले और उसने मुझे बताया कि आज उसे देखने के लिए लड़के वाले भी आए हुए थे। मैंने कोमल से कहा कि कोमल अगर तुम्हें लगता है कि तुम्हें अच्छा लड़का शादी के लिए मिल रहा है तो तुम उससे शादी कर लो। कोमल ने मुझसे कहा कि संजय तुम यह कैसी बात कर रहे हो मैं तुमसे प्यार करती हूं और मैंने कभी भी किसी दूसरे के बारे में सोचा नहीं है। मैं तो कोमल से अब तक बहुत कुछ छुपाता आया था और मैं चाहता था कि मैं कोमल को सब कुछ सच-सच बता दूं इसलिए मैंने उस दिन कोमल को सब सच बता दिया।

मेरी बातें सुनकर कोमल के पैरों तले जमीन खिसक गई और उस दिन कोमल गुस्से में चली गई उसके बाद मुझे उसका कोई भी फोन नहीं आया और ना ही मेरी बात कोमल से हुई। कुछ समय बाद मेरी शादी भी रवीना से हो चुकी थी और कोमल के बारे में मैं भूलने लगा था क्योंकि रवीना ही अब मेरी जिंदगी में थी रवीना के साथ मैं अपनी शादीशुदा जिंदगी से खुश था लेकिन जब भी मुझे कोमल की याद आती तो मुझे एहसास होता कि मैंने कोमल के साथ काफी बुरा किया मुझे उसके साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था। मुझे अपनी गलती का पछतावा हमेशा से ही था और मैं चाहता था कि कोमल से मैं अपनी गलती की माफी मांगूँ। काफी वर्षों बाद जब मैं कोमल को मिला तो मैंने कोमल को उस दिन कहा कोमल मुझे माफ कर दो तो कोमल मुझसे कहने लगी तुमसे बात करने का कोई फायदा नहीं है तुमने मेरी जिंदगी पूरी तरीके से बर्बाद कर दी।

मैंने कोमल को कहा लेकिन कोमल मैं तुम्हें बताना चाहता था तुम तो जानती ही हो मुझे किसी एक को चुनना था उस दिन कोमल ने मुझसे बात की हम दोनों उस दिन कॉफी शॉप में बैठे हुए थे। मैंने कोमल को समझाने की कोशिश की कितने सालों बाद कोमल मुझे मिली थी मैंने कोमल से कहा कि तुम यह सब भूलकर आगे बढ़ने की कोशिश करो। कोमल ने मुझे कहा मैं तो आगे बढ चुकी हूं और मेरी शादी हो चुकी है। मेरी शादी भी हो चुकी थी और कोमल की शादी भी हो चुकी थी लेकिन कोमल के चेहरे पर कहीं ना कहीं किसी बात की चिंता थी और मैं वह जानना चाहता था हालांकि उस दिन हम दोनों ज्यादा देर तक साथ मे नहीं रह पाए लेकिन उसके बाद हम मिलते रहे और यह सिलसिला बढने लगा था। एक दिन कोमल ने मुझे अपने घर पर बुला लिया जब उसने मुझे अपने घर पर बुलाया तो उस दिन कोमल ने मुझे अपनी तकलीफे बताई और कहने लगी उसके पति और उसके बीच कुछ ठीक नही है। यह बात सुनकर मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ मैंने कोमल से माफी मांगी तो कोमल ने मुझे अपने गले लगा लिया। जब वह मेरी बाहों में थी तो मैंने कोमल से कहा मुझे माफ कर दो यह सब मेरी वजह से ही हुआ है लेकिन अब हम दोनों के बदन की गर्मी शायद बढ़ चुकी थी मैंने उसके होंठों को चूमा तो मुझे एहसास हुआ कि शायद मैं अपने आपको रोक नहीं पाऊंगा। मैंने कोमल के स्तनों को दबाना शुरू किया तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था और कोमल भी बहुत ज्यादा खुश थी। मै कोमल के स्तनों के मजे ले रहा था मैं इतना ज्यादा खुश हो चुका था कि मैंने उसके कपड़े उतार दिए और उसके होंठों को चूमना शुरू किया। हम दोनों के बीच कभी भी सेक्स संबंध नहीं बने थे क्योंकि मैं कोमल से बहुत प्यार करता था और यह पहला मौका था जब मैंने उसके कपड़े उतारे तो उसका गोरा और सेक्सी बदन मेरे आगे था।

मैंने उसे बिस्तर पर लेटाया तो मैंने उसको किस करना शुरू किया जिससे कि कोमल की गर्मी बढ़ती ही जा रही थी। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था मैंने कोमल से कहा मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा है तो कोमल मुझे कहने लगी क्या तुम मेरी चूत मे अपने लंड को डालना चाहते हो। मैंने कोमल की तरफ देखा वह बहुत ज्यादा तडप रही थी मैंने अपने लंड पर थूक लगाते हुए कोमल की चूत के अंदर अपने मोटे लंड को घुसा दिया जैसे ही मेरा लंड उसकी योनि के अंदर गया तो वह बहुत जोर से चिल्लाई और मैंने कोमल को कहा तुम्हारा चूत बहुत टाइट है। कोमल मुझे कहने लगी संजय मैं तुम्हें क्या बताऊं मैं कितना तड़पती हूं मेरे पति और मेरे बीच के संबध बिल्कुल भी अच्छे नहीं है वह मेरी तरफ देखते तक नहीं है मेरी शादी हो जाने के बाद जैसे उन्होंने मुझसे अपनी दूरी बनानी शुरू कर ली थी और शादी के बाद मुझे वह कभी भी शारीरिक सुख दे ही नहीं पाए।

यह सुनकर मैंने उसकी चूत के अंदर तक अपने लंड को डाला। मै कोमल के दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख चुका था उसकी चूत बहुत टाइट थी। मै उसकी चूत के अंदर बाहर लंड को करता तो वह जोर से चिल्लाती और मुझे कहती मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने उसकी जांघों को कस कर पकड़ लिया था उसकी मोटी मोटी जांघो को मैं अपने हाथों मे लेकर महसूस कर रहा था तो मेरे लंड से मेरा पानी बाहर की तरफ आ रहा था। कोमल की चूत से भी पानी बहुत तेजी से बाहर निकल रहा था कोमल मुझे कहने लगी संजय काश तुमने और मैंने पहले ही एक दूसरे के साथ सेक्स कर लिया होता। मैंने कोमल को कहा मैंने कभी तुम्हारे बारे में ऐसा सोचा ही नहीं था और मुझे आज भी उम्मीद नहीं था कि हम लोग सेक्स कर पाएंगे। आज जब मैं तुम्हें चोद रहा हूं तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है मैं आज तुम्हें अपनी दूसरी पत्नी का दर्जा देता हूं। यह सुनकर कोमल खुश हो गई उसने उसके बाद मेरा साथ बड़े अच्छे से दिया और करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों पसीना पसीना हो चुके थे तब मेरा वीर्य कोमल की चूत मे गिरा मैंने उसकी गर्मी को शांत किया। मेरा जब भी मन होता तो हम दोनों सेक्स किया करते।
 
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