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नमस्कार दोस्तों मै राज आपके सामने एक कहानी लेकर आया हूं, आशा करता हूं कि, आपको मेरी यह कहानी पसंद आएगी। इस कहानी में पढिए कि, किस तरह से मुझे मजबूरन मेरे दोस्त के घर रुकना पडा और उसी रात उसकी बीवी ने मौके का फायदा उठाकर मेरे साथ चुदाई का खेल खेला। सबसे पहले मै आप लोगों को अपने बारे में बताता हूं, मेरा नाम राज है, मै आय टी सेक्टर में एक नामांकित कंपनी में काम करता हूं। मेरी उम्र अभी २७ साल है, मै अपने आप को फिट रखने के लिए रोज जिम जाकर मेहनत करता हूं। मेरी अभी शादी नही हुई है, मै अभी नौकरी के लिए बाहर ही रहता हूं।
यह कहानी मेरे ही कंपनी में काम करने वाले मेरे एक साथी की है, हम दोनों के घर पास में ही है। तो अक्सर हम दोनों का एक-दूसरे के घर आना जाना चलता रहता है। उसका नाम अमर है, और वो शादीशुदा है। उसकी अभी नई नई शादी हुई है, उसकी बीवी बहुत खूबसूरत है। उसकी बीवी का नाम आयशा है, और उसका फिगर देखकर तो किसी का भी मन उसे चोदने का करेगा। आयशा एक मॉडर्न लडकी थी, जो खुले विचारों की है।
अमर और मेरी दोस्ती घर पास होने की वजह से और भी गहरी होती जा रही थी। हम दोनों अब काफी अच्छे दोस्त थे, लेकिन जैसे ही उसकी बीवी आयशा मेरे सामने आती, मेरा मन बहकने लगता। वो थी ही बला की खूबसूरत, खुदा ने उसे काफी फुर्सत से बनाया होगा। ऐसे ही एक वीक एंड पर हमने अमर के घर पार्टी रखी, उसने आफिस के कुछ लोगों को बुलाया था। सब लोग सात बजे से आना शुरू हुए, धीरे धीरे माहौल बन रहा था। अमर के घर मे सब लोग इधर उधर घूम रहे थे, और जाम पीते हुए गाने पर अपनी कमर ठुमका भी रहे थे।
फिर नौ बजे के आसपास सभी के सामने अमर और आयशा ने एक केक काटा, और उसके बाद सबके साथ एक फोटो लेकर सभी लोग खाने की तरफ बढने लगे। खाना लाजवाब बना था, सभी लोग खाने की तारीफ कर रहे थे। खाना खाने के बाद, सभी लोग अमर से अलविदा लेकर अपने अपने घर निकलने लगे। अमर ने मुझे पहले ही बोल रखा था कि, पार्टी होने के बाद सब सामान रखने के लिए मुझे रुकना पडेगा। तो इसीलिए मैने बहुत कम पी हुई थी, और खाना भी बाद में अमर के साथ खाने के लिए नही खाया था। धीरे धीरे करके पूरा घर खाली हो गया।
अब हमारे काम की बारी थी, अब हमें सब कचरा साफ करके सब सामान सही जगह पर रखना था। हम सब ने पहले हॉल से शुरू किया, सबसे गंदा वो ही हो रखा था। हॉल साफ करते वक़्त मेरी नजर आयशा पर ही थी, और यह बात उसने भी नोटिस की। लेकिन उसने कुछ बोला नही। वो एक-दो बार झाडू लगाने के लिए झुकी, तब उसके दो दूधों के बीच की दरार भी मुझे दिखाई दी। जिसे देखकर मेरे पैंट में मेरा लंड अकडने लगा था। जैसे तैसे करके हमने पूरा घर साफ कर दिया, और सब सामान भी सही तरीके से सेट कर दिया। यह सब करते करते हमे ग्यारह बज गए थे।
अब तक हम तीनों में से किसीने भी खाना नही खाया था। तो सबसे पहले हमने फ्रेश होकर खाना खाया, और फिर जैसे ही मै निकलने को हुआ, अमर मुझे रोकते हुए बोला, "यार आज यहीं रुक जा, अभी वैसे भी बहुत समय हो चला है। अभी हम तीनों मिलकर बातें करते करते थोडी पी लेंगे, और फिर तू सो जाना यहीं।"
मुझे कुछ दिक्कत नही थी, यहां रुकने से तो मैने भी हां कर दिया। फिर हम हॉल में बैठकर आराम से टीवी देखने लगे, तभी अमर उठा और जाकर वोडका की एक बोतल, आइस और तीन ग्लास लेकर आ गया। आते ही उसने हम सबके लिए जाम बनाने शुरू कर दिए।
अमर कुछ ज्यादा ही गती से पी रहा था, और हम दोनों आराम से पी रहे थे। ऐसे ही नॉर्मल बातें चल रही थी, तभी अमर ने वहीं बैठे बैठे एक उल्टी मार दी। जिसे देखकर मै और आयशा दोनों ही परेशान हो गए। आप सभी को पता है कि, दारू पाइन के बाद अगर कोई उल्टी करता है, तो बहुत तेज और बुरी दुर्गंध आती है। अब उसी का घर था, तो मै तो उसे कुछ नही कह सकता था, तो मै चुप ही रह गया। लेकिन आयशा ने उसे उठाया और बाथरूम ले जाकर उसे साफ किया। उसे साफ करने के बाद, आयशा ने उसे बेडरूम में ले जाकर सुला दिया।
फिर वह आते आते एक कपडा लेकर आई, और अमर ने जहां उल्टी मारी थी, उसे साफ करने में लग गई। कुछ ही देर में आयशा ने उसे साफ कर दिया और फिर हाथ मुंह धोकर मेरे पास आकर बैठ गई। आते ही उसने इस सबके लिए सॉरी कहा। मैने कुछ न कहकर बस एक स्माइल पास कर दी। फिर कुछ देर तक हम दोनों शांत रहे। उसके बाद उसने बात करने के लिए ऐसे ही मुझसे पूछ लिया कि, "ऑफिस में सब कैसे चल रहा है?"
फिर हमारी बातें शुरू हुई। मैने उसे उसके बारे में पूछा, उसने भी बेझिझक सब कुछ बता दिया। चार पेग लगाने के बाद वह मुझसे बोली, "घर की सफाई करते वक्त क्या देख रहे थे?"
यह सुनते ही मेरी हालत खराब हो गई। मै ऐसा हो गया जैसे काटो तो खून नही। तो उसने फिर आगे बढकर कहा, "चिंता मत करो, अगर तुम मुझे पसंद नही होते तो आज मै यह प्लान नही बनाती। मुझे पता है, अमर ज्यादा नही पी पाते, इसीलिए तुम्हे आज रात यहीं रोक लिया।"
इतना सुनने के बाद तो मुझे ही अपने कानों पर विश्वास नही हो रहा था। मै बस उसे देखे जा रहा था, मुझे समझ नही आ रहा था कि, मै क्या करूं। तभी उसने कहा, "अमर का लंड बहुत छोटा है, वो अपनी तरफ से बहुत कोशिश करते है, लेकिन आजतक मुझे कभी तृप्त नही कर पाए। और हमेशा ही मै प्यासी रह जाती हूं।"

इतना कहकर वो मेरे ऊपर आकर बैठ गई, और मेरे होठों को अपने होठों में लेकर चूसने लगी। मुझे अब भी समझ नही आ रहा था कि मै क्या करूं, मै बस वो जो कर रही थी वो देख रहा था। तभी उसने मेरा हाथ लेकर उसके चुतडों पर रख दिया। तब जाकर मै भी उसका साथ देने लगा। अब हम दोनों ही एक-दूसरे के बदन को सहलाते हुए एक दूसरे को चूम रहे थे। बीच बीच मे वो अपनी जीभ मेरे मुंह मे भी घुसा देती थी। जिसे मै अपने मुंह मे खींचकर चूस देता।
थोडी देर बाद मैने उसे अपने से अलग कर दिया और अमर के बारे में पूछा, तो उसने कहा, "मैने बेडरूम का दरवाजा बंद कर दिया है, अगर वो उठ भी जाता है, तो बाहर नही आ पायेगा।"
इतना सुनते ही मैने आयशा को उठाकर वहीं सोफे पर लिटा दिया और उसने जो टॉप पहना हुआ था उसे उतारकर उसके दूधों को अपनी हथेलियों में भरकर दबाने लगा। वो भी अब पूरी मस्ती में आ चुकी थी, तो उसने टीवी की आवाज को बढा दिया ताकि अगर उसकी चीख निकल भी जाए तो अमर को सुनाई नही दे।

फिर उसने मुझसे कहा, "राज यह सब बाद में करना पहले मेरी चुत में अपना लंड डालकर इसकी अच्छे से ठुकाई कर दो। बहुत दिनों से प्यासी है मेरी प्यारी चुत।"
उसके इतना कहते ही मै उठा और उसके बचे हुए कपडे भी निकाल दिए। उसके कपडे निकालने के बाद मै भी अपने कपडे उतारकर तुरंत ही नंगा हो गया।

फिर मैंने उसके पैरों को फैलाकर खुद उसके बीच आ गया। वुसने तुरंत मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मेरे लंड को पकडकर अपनी चुत के पास रख दिया। जो मेरे लिए धक्का लगाने का इशारा था। तो मैने भी अब समय न गंवाते हुए एक धक्का मार दिया जिससे मेरे लंड का अग्रभाग उसकी चुत में शामिल हो गया। दर्द की वजह से उसके मुंह से सीत्कारे निकल रही थी, लेकिन उसने ज्यादा आवाज नही की। वो चुदाई में पूर्ण रूप से मेरा साथ दे रही थी। सोफे पर चुदाई में एक अलग ही अहसास आ रहा था।
थोडी देर बाद मैने उसे डॉगी पोजिशन में झुकाकर खडा कर दिया, और पीछे से उसकी चुत में लंड डालकर उसकी चुदाई करने लगा। अब मै उसकी चुत का अच्छे से बाजा बजा रहा था। थोडी देर और धक्के लगाने के बाद वो झड गई, और वैसे ही सोफे पर लेट गई। तो मैने भी फटाफट धक्के तेज करके अपना माल भी उसकी चुत के अंदर ही छोड दिया। उसके बाद भी हमने कई बार चुदाई की।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी कमेंट में बताइए। धन्यवाद।
 
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